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बिहार में 'भारत बंद'का परिवहन पर प्रतिकूल असर

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पटना, 6 सितंबर,| अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (एससी-एसटी) एक्ट के विरोध में विभिन्न संगठनों द्वारा गुरुवार को बुलाए गए एक दिवसीय 'भारत बंद'का बिहार में असर देखा जा रहा है। बंद समर्थकों द्वारा कई स्थानों पर रेल और सड़क मार्ग बाधित कर प्रदर्शन किए जाने से यहां आवागमन पर प्रतिकूल असर देखा गया। राज्य के गया, पटना, भोजपुर, दरभंगा सहित विभिन्न इलाकों में सवर्ण सड़क पर उतरे और एक्ट के विरोध में नारेबाजी की। पुलिस के अनुसार, राज्य के विभिन्न हिस्सों में एक दिवसीय 'भारत बंद'के दौरान प्रदर्शनकारी सुबह से ही सड़कों पर उतर गए और सड़क जाम कर दिया। सड़कों पर प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए तथा केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारे लगाए गए। सवर्ण सेना के लोग दरभंगा, आरा और राजेंद्र नगर टर्मिनल पर रेल मार्ग अवरुद्ध कर दिया जिससे ट्रेनों का परिचालन कुछ समय तक बाधित रहा। पटना के मोकामा में भी बंद समर्थकों द्वारा ट्रेन के रोके जाने की सूचना है। बेगूसराय में सवणोर्ं ने जिले के कई स्थानीय सड़क को भी जाम कर दिया एवं सरकार विरोधी नारेबाजी कर रहे हैं। वैशाली के लालगंज में सवर्ण के भारत बंद का खासा असर देखने को मिल रहा है। आक्रोशित लोगों ने कई जगह पर मुख्य सड़कों को जाम कर दिया है। प्रदर्शनकारी सड़क पर आगजनी कर हंगामा कर रहे हैं। हाजीपुर-लालगंज मार्ग पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह से ठप है। नालंदा, भोजपुर, गया, सारण जिले में भी बंद समर्थक सड़क पर उतरे और विभिन्न सड़कों को जामकर प्रदर्शन किया। आरा में सरैया रोड पर बंद समर्थकों ने सड़क पर पेड़ गिराकर आवागमन बाधित कर दिया। लखीसराय में सवणोर्ं ने सभी राष्ट्रीय और राजकीय पथों को जाम कर दिया तथा बाजार बंद कराए। भारत बंद को लेकर हालांकि राज्य में पुलिस और प्रशासन अलर्ट है। पटना में डाकबंगला चौराहे की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बिहार के कई स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।

'गुड न्यूज'की शूटिंग दिसंबर से शुरू होगी : कियारा आडवाणी

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मुंबई, 6 सितम्बर, हाल ही में नेटफ्लिक्स फिल्म 'लस्ट स्टोरीज'में नजर आईँ अभिनेत्री कियारा आडवाणी ने कहा कि उनकी आगामी फिल्म 'गुड न्यूज'की शूटिंग दिसंबर में शुरू होगी। कियारा ने बुधवार को 'स्केचर्स पफर्ॉमेंस मुंबई वॉकथॉन'के पहले संस्करण के दौरान संवाददाओं से यह बात कही। आगामी परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए कियारा ने कहा, "'गुड न्यूज'मेरी अगली हिंदी फिल्म है जिसकी घोषणा की जा चुकी है। मैं इसके लिए उत्साहित होने के साथ-साथ थोड़ी डरी हुई हूं। फिल्म में अक्षय कुमार और करीना कपूर और दिलजीत दोसांझ भी हैं।"उन्होंने कहा, "इसके अलावा मैं फिलहाल में राम चरण के साथ दक्षिण की फिल्म की शूटिंग कर रही हूं और यह अगले साल रिलीज होगी।"'गुड न्यूज'पारिवारिक हास्यस्पद फिल्म है। इसमें करीना और अक्षय शादीशुदा जोड़े की भूमिका में हैं, जो एक बच्चा चाहते हैं। यह फिल्म 19 जुलाई, 2019 को रिलीज होगी।

मध्य प्रदेश चुनाव में आदिवासी समूह भी चुनावी मैदान में

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नयी दिल्ली, छह सितंबर, जब मध्य प्रदेश में सामान्य जाति के लोग एससी/एसटी कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, ऐसे में एक आदिवासी समूह ने कहा कि वह राज्य में आदिवासी सरकार बनाने के लिए साल के अंत में होने वाला विधानसभा चुनाव लड़ेगा।  जन आदिवासी युवा शक्ति (जेएवाईएस) साल 2012 में फेसबुक पर एक समूह के तौर पर शुरू हुआ था। जेएवाईएस के संस्थापक हीरालाल अलावा ने दावा किया कि छह वर्षों में इसके मध्य प्रदेश, झारखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और ओडिशा समेत 10 राज्यों में करीब 15 लाख सदस्य बने हैं।  अलावा 2016 तक नई दिल्ली के एम्स में डॉक्टर थे। इसके बाद वह ‘‘आदिवासी लोगों के अधिकारों की लड़ाई को अगले स्तर तक ले जाने के लिए’’ अपने गृहनगर धार जिले लौटे। उन्होंने कहा, ‘‘हम दस राज्यों के उन इलाकों में आदिवासी आबादी को साथ ला रहे हैं जहां संविधान की पांचवीं अनुसूची के तहत अनुसूचित इलाकों की घोषणा की जा चुकी है।’’  उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘कुपोषण के कारण बड़ी संख्या में आदिवासी बच्चे मर रहे हैं। सैकड़ों लोगों को उनके इलाकों से विस्थापित किया जा रहा है। सरकार आदिवासी गांवों में बिजली और पीने का पानी मुहैया कराने में विफल रही है।’’  अलावा ने कहा कि आदिवासी बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच नहीं है। भ्रष्टाचार के कारण ऐसे इलाकों तक विकास निधि नहीं पहुंच पाती। सरकार की मनरेगा योजना के तहत भी कोई रोजगार नहीं है।

जेएवाईएस संस्थापक ने आरोप लगाया कि संसद में 47 नेता आदिवासी आबादी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं तथा राज्य विधानसभाओं में करीब 600 आदिवासी विधायक हैं लेकिन वे अपने लोगों के मुद्दों को उठाने में अप्रभावी रहे हैं। आदिवासी सांसद और विधायक अपनी पार्टी का प्रचार करने में व्यस्त हैं। जेएवाईएस ने हाल ही में धार जिले के मनावर में महापंचायत बुलाई थी जहां करीब 50,000 आदिवासियों ने मध्य प्रदेश सरकार के 32 आदिवासी गांव अल्ट्राटेक को देने के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया। अलावा ने कहा कि सरकार ने विस्थापित लोगों को बेहद कम मुआवजा दिया। उन्होंने कहा, ‘‘जनता तक आवाज पहुंचाने के लिए जेएवाईएस ने 47 एसटी के लिए आरक्षित सीटों और 33 अन्य सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इनमें से प्रत्येक सीट पर 40,000 से 50,000 आदिवासी मतदाता हैं। हमारा नारा ‘अबकी बार आदिवासी सरकार’ है।’’  उन्होंने कहा कि जेएवाईएस आदिवासियों के लिए काम करने को इच्छुक किसी भी पार्टी को समर्थन देने के लिए तैयार है। अलावा ने कहा कि कांग्रेस जेएवाईएस से बात कर रही है और उनका समूह पार्टी को समर्थन दे सकता है।  हालांकि, भारतीय जनता पार्टी जेएवाईएस को एक चुनौती नहीं मानती है और वह ऊंची जाति के ओबीसी समूहों के प्रदर्शनों को लेकर ज्यादा चिंतित है। भाजपा के एक नेता ने गोपनीयता की शर्त पर कहा कि ऐसी धारणा है भाजपा को ऊंची जातियों और ओबीसी वर्गों से अधिकतम वोट मिलते हैं। साथ ही जेएवाईएस के कई नेताओं ने समूह के भीतर ‘‘आंतरिक मतभेदों’’ के चलते इसका साथ छोड़ दिया है।  आदिवासियों के मुद्दे पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा, ‘‘हमारी सरकार समाज के हर वर्ग को आगे लेकर जा रही है। हम हर किसी के लिए काम कर रहे हैं।’’  ऊंची जाति-ओबीसी के प्रदर्शनों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘यह संवेदनशील मुद्दा है और इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।’’  एससी/एसटी कानून के खिलाफ प्रदर्शन पर अलावा ने कहा, ‘‘इन ऊंची जाति के समूहों ने दलितों और अनुसूचित जनजातियों पर अत्याचार किए। यह लंबे समय से चल रहा है। हम इसके विरुद्ध आंदोलन शुरू कर सकते हैं।’’ 

मध्यप्रदेश में भारत बंद का व्यापक असर, जन-जीवन प्रभावित

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भोपाल, 6 सितंबर, केंद्र सरकार द्वारा एससी-एसटी एक्ट में किए गए संशोधन के विरोध में मध्य प्रदेश में भारत बंद का व्यापक असर दिख रहा है। भारत बंद से आम जन-जीवन प्रभावित है और आमजन को आवागमन से लेकर चाय-नाश्ते तक के लिए परेशान होना पड़ रहा है, वहीं राज्य के 35 जिलों में हाई अलर्ट है। राजधानी सहित राज्य के अधिकांश हिस्सों में भारत बंद से जन-जीवन प्रभावित है, नगर सेवा से लेकर बाजार तक बंद है। राज्य में पेट्रोल पंप बंद है, मंडियों में कामकाज प्रभावित है। वहीं, 35 जिलों में हाई अलर्ट है, पुलिस बल की तैनाती की गई है। बसों का परिवहन भी प्रभावित है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में बीते एक सप्ताह से एससी-एसटी (अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति) अधिनियम में किए गए संशोधन के विरोध में आंदोलनों का दौर जारी है। आलम तो यह है कि भाजपा और कांग्रेस के जन प्रतिनिधियों को जनाक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को भी भाजपा के कई नेताओं का विरोध हुआ, काले झंडे भी दिखाए गए। पुलिस प्रशासन ने हालात को देखते हुए भारी पुलिस बल की तैनात किया गया है, पुलिस मुख्यालय से पूरे प्रदेश के हालात पर नजर रखी जा रही है। हर जगह पुलिस बल की गश्त जारी है। विभिन्न सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, छतरपुर, शिवपुरी, भिंड, अशोकनगर , गुना, ग्वालियर, कटनी आदि स्थानों पर निषेधाज्ञा 144 लागू कर दी गई है।

स्वास्थ्य : गर्भावस्था के दौरान सही आहार जरूरी

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नई दिल्ली, 6 सितम्बर, गर्भावस्था ऐसा समय है जब मां को अच्छे पोषण की जरूरत होती है। इस दौरान सही पोषण बच्चे के विकास और मां के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जरूरी है। माताओं को ध्यान रखना चाहिए कि उनके पोषण में विटामिन और मिनरल्स की कमी न हो। गर्भावस्था के दौरान सही डायट चार्ट बनाना और उसका पालन करना जरूरी है। गर्भवती माताओं के लिए अपने पोषण की जरूरतों का खास ध्यान रखने में मदद करने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं।

गर्भावस्था के दौरान आप जो भी आहार लेती हैं, उससे न केवल आपके शरीर को पोषण मिलता है, बल्कि आपके पेट में पल रहे बच्चे का भी विकास होता है। हर दिन के साथ आपकी मैक्रो एवं माइक्रो न्यूट्रिएन्ट्स की जरूरत बढ़ती जाती है। आपको हर ग्रुप का भोजन अपने आहार में शामिल करना चाहिए। इससे आपके लिए यह ध्यान में रखना आसान हो जाता है कि आप क्या खा रही हैं। जरूरी है कि हर भोजन में कम से कम तीन ग्रुप संतुलित मात्रा में शामिल हों। जंक फूड के सेवन से बचें क्योंकि इससे बेवजह आपका वजन बढ़ेगा और पोषक पदार्थों की कमी होगी। आमतौर पर हमारे देश में गर्भावस्था के दौरान ऐसा खाना खाने की सलाह दी जाती है, जो बहुत सारे घी में बना हो। हालांकि इस तरह के आहार के अपने फायदे हैं, लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। नहीं तो वजन तेजी से बढ़ता है और बच्चे के जन्म के बाद वजन कम करना बहुत मुश्किल हो जाता है। इस दौरान सक्रिय रहें और सेहतमंद आहार लें। आपके आहार में सभी समूहों के पोषक पदार्थ शामिल होने चाहिए जैसे काबोर्हाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन व मिनरल्स और डेयरी उत्पाद।

भूख को ठीक तरह से प्रबंधित करने के सुझाव 
गर्भावस्था के दौरान महिला को बहुत ज्यादा भूख लगती है और ज्यादातर महिलाएं भूख लगने पर जंक फूड और अस्वास्थ्यप्रद आहार खाना चाहती हैं। ऐसे भोजन में काबोहाइड्रेट/ वसा तो भरपूर मात्रा में होते हैं लेकिन पोषक पदार्थो की कमी होती है। ऐसे में अपने आहार पर ध्यान देना जरूरी है। इसी तरह अगर आपको कोई भोजन अच्छा नहीं लग रहा, जो आपकी सेहत और बच्चे के विकास के लिए जरूरी है तो अपने डायटीशियन से बात कर इसका कोई विकल्प लें ताकि आपकी पोषण संबंधी सभी जरूरतें पूरी हो सकें। दिन में दो से तीन बार भरपेट खाने के बजाए कम मात्रा में बार-बार खाएं। इससे पाचन की समस्या भी नहीं होगी। इसके अलावा नियमित रूप से थोड़ा बहुत व्यायाम करें, जिससे शरीर में हॉर्मोनों का संतुलन बना रहेगा और आप गर्भावस्था के दौरान फिट और चुस्त बनी रहेंगी।

'पटियाला बेव्स'में प्रमुख भूमिका निभाएंगी आशनूर कौर

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मुंबई, 6 सितंबर, अभिनेत्री आशनूर कौर 'सोनी एंटरटेनमेंट टीवी'के आगामी शो 'पटियाला बेव्स'में प्रमुख भूमिका निभाएंगीं। वे इससे पहले 'पृथ्वी वल्लभ - इतिहास भी, रहस्य भी'में अपने अभिनय से दर्शकों को दीवाना बना चुकी हैं। आशनूर शो में अभिनेत्री परिधि शर्मा की बेटी का किरदार निभाएंगी। शो में मां और बेटी के रिश्ते को दिखाया गया है।अपने किरदार के बारे में बताते हुए आशनूर (14) ने कहा, "मैंने एक प्यारी लड़की 'मिनी खुराना'का किरदार निभाया है जो अपनी मां से बहुत प्यार करती है, जैसे मैं करती हूं। वह प्राकृतिक रूप से स्टाइलिश और फैशनेबल है। वहीं दूसरी तरफ वह टॉमबॉय है और अपनी मां का बहुत खयाल रखती है, हालांकि वह इसे दुनिया के सामने जाहिर नहीं करती है।"

ऐतिहासिक किरदार निभाना सबसे बड़ी खुशी : दीया मिर्जा

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मुंबई, 6 सितम्बर, निखिल आडवाणी के ऐतिहासिक शो 'मुगल्स'में केंद्रीय भूमिका निभा रहीं अभिनेत्री दीया मिर्जा का कहना है कि ऐतिहासिक व्यक्ति का किरदार निभाने से सबसे ज्यादा खुशी मिलती है। इसकी कहानी एक उपन्यास से ली गई है। दीया ने एक बयान में कहा, "इतिहास के संबंधित किसी व्यक्ति का किरदार निभाना सबसे ज्यादा खुशी देता है। मुगल साम्राज्य ऐसा विषय है जिसके बारे में मुझमें हमेशा से उत्सुकता रही है और निखिल आडवाणी और मेरे सबसे ज्यादा पसंदीदा शबाना आजमी और रोनित राय के साथ काम करने वास्तव में बहुत मजेदार है।"रिपोर्ट्स के अनुसार, एलेक्स रदरफोर्ड के छह खंडों के ऐतिहासिक उपन्यास 'एम्पायर ऑफ द मुगल'से प्रेरित यह शो भव्य होगा। उपन्यास की कहानी बाबर से शुरू होकर औरंगजेब के कार्यकाल तक रही। शो में रोनित बाबर का किरदार निभाएंगे जबकि शबाना उनकी दादी एसान दौलत और दीया मिर्जा उनकी बहन खानजादा का किरदार निभाएंगी। शो की शूटिंग पिछले सप्ताह जयपुर में शुरू हो गई। दीया मिर्जा ने कहा, "अभी ज्यादा बोलना जल्दबाजी होगी। इसमें बहुत मेहनत होने वाली है और मैं इसके लिए बहुत उत्सुक हूं।"

स्वच्छता विज्ञान एवं पर्यावरण के भारतीय अनुभव: एक संवाद

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लखनऊ 8 सितम्बर 2018। विज्ञान फाउण्डेशन एवं वाटर एड इण्डिया के संयुक्त तत्वाधान में ’’स्वच्छता विज्ञान एवं पर्यावरण के भारतीय अनुभव: एक संवाद श्री सोपान जोशी के साथ कार्यक्रम‘‘ का आयोजन कैफी आजमी सभागार, पेपर मिल कालोनी में किया गया। कार्यक्रम में लगभग 150 लोगों ने भाग लिया और जल एवं स्वच्छता से जुडी भविष्य की सम्भावनाओं पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बताते हुए फारूख रहमान खान ( क्षेत्रीय प्रबन्धक, वाटर एड, लखनऊ) ने कहा कि ’’जल, स्वच्छता और शुचिता‘‘ के मुद्दे पर प्रतिभागियों का नजरिया निर्माण करना, जिससे वे बदलते परिवेश में इस मुद्दे से जुडी भावी सम्भावनाओं पर चिन्तन कर भविष्य में आनी वाली चुनौतियों का हल तलाशने की दिशा में अपनी प्रतिभागिता सुनिश्चित करने की ओर अग्रसर हो सके। मुख्य अतिथि सोपान जोशी ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने में हम अपने को इतना गौरवान्वित महसूस करते है कि अपने अतीत के उन अनुभवों को देखना या झांकना नही चाहते है जो प्रकृति के अनुकूल थे। तकनीक के इस्तेमाल में हम विज्ञान/ज्ञान को भूलते जा रहे है और जो हमें भविष्य में नुकसान पहुंचा सकता है, उसका निरन्तर उपयोग करते जा रहे हैं। आध्ुानिक परिवेश में हम तकनीकि को इतना ज्यादा महत्व देने लगे हैं कि जो सहज और सरल उपाय हमें जमीन से मिलते हैं उन पर ध्यान नही नही देते। बाजारीकरण के इस दौर में हम अन्धाधुन्ध तकनीकि प्रयोग के पीछे भागने से पहले यह भी नही सोचते कि क्या वह हमारे भौगोलिक परिवेश के अनुकूल है भी कि नही। हम सबने अब बडे बडे नामों के पीछे भागना शुरू कर दिया है, जिसका परिणाम यह है कि न हम अपना जल संरक्षित कर पा रहे है, और न ही मल का सुनियोजित तरीके से निस्तारण कर पा रहे है। इन्होने सालो से चल रही पद्धतियों के बारे में अपने अनुभव साझा किये, और हम सबको प्रेरित किया कि हम जमीन से जुडे ज्ञान का अर्जन करें व उसे व्यवहारिक रूप में लाये न कि भेड चाल का हिस्सा बनते हुए पाश्चात्य सभ्यता का पालन करें। इसीक्रम में डा0 शिशिर चन्द्रा ने बहुत सरल भाव से श्री सोपान जोशी जी की बात से इत्तेफाक रखते हुए कहा कि आज के युग में हमारे पास ज्ञान का जरा भी अभाव नही है, हर चीज के बारे में हम तुरन्त इन्टरनेट से खोज के जानकारी हासिल कर सकते हैं किन्तु उस ज्ञान की व्यवहारिकता जो दादी नानी के किस्सो से मिलती थी वो खोये जा रहे हैं उन्होने श्री सोपान जोशी जी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि इतनी जटिल बातों को भी उन्होने इतनी सहजता से सबके सामने रखा जिससे हम ज्ञान, विज्ञान व तकनीकि में आपसी सामंजस्य बना सकते हैं।

बिहार : अब पेंशन की राशि बीड़ी -सिगेट पीकर धुएं में उड़ाने के लिए नहीं

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दिव्यांग अंजू और शीला ने ठाना है बकरी पालन कर गरीबी दूर भगाना है, प्रगति ग्रामीण विकास समिति का खुद्दार बनाने का प्रयास जारी
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समेली: इस प्रखंड में छोहार पंचायत.इस पंचायत की मुखिया हैं भारती देवी.यहां पर कुसियारी मुसहरी है. जो वार्ड नम्बर-11है.वार्ड सदस्या हैं लाखो देवी.वे भी महादलित मुसहर हैं. खैर,यहां पर अंजू कुमारी और शीला कुमारी नामक विकलांग हैं.जिनको नि:शक्तता सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृत है.दोनों को स्वीकृति पत्र देने के बाद समेली प्रखंड के बड़ा बाबू ने कहा कि अपने पंचायत के पंचायत सेवक को इस स्वीकृति पत्र और अपनी बैंक की अकाउंट नम्बर की फोटो कोपी देना और कहना कि बैंक में जाकर खाते से लिंक करा दें. इसके बाद पंचायत सेवक बैंक से लिंक कराकर प्रखंड को पेंशन स्वीकृति पत्र और बैंक अकाउंट नम्बर वापस कर देंगे.इसके बाद कुछ औपचारिकता पूर्ण करने बाद  पेंशन मिलना शुरू हो जाएगा. काफी मुश्किल से पंचायत सेवक का नाम मालूम हुआ.मो.अनबारुल हक हैं.वे काफी व्यस्त रहते हैं.रहना भी चाहिए. उन पर सरकार मेहरबान हैं और जनता हलकान हैं.हक साहब  को चार पंचायतों की जिम्मेवारियां थोप दी गयी है. मलहरिया, छोहार, डूमर आदि.पंचायत सेवक जी रहते हैं कुसियारी में.हमेंशा घर में ताला बंद रहता है. काफी मुश्किल से साहब के मकान मालिक की भतीजी सानिया और राहत नाम की कन्याओं ने डूबते मन को सहारा दिए. इन दोनों के माध्यम से पेंशन स्वीकृति पत्र और बैंक अकाउंट नम्बर की फोटो कोपी पहुंचा दी गयी है.इसके बाद परिश्रम करके पंचायत सेवक की मोबाइल नम्बर प्राप्त किया.मोबाइल से सारी बात बता दी गयी है.पेपर लिखकर भी जानकारी दी गयी है . प्रगति ग्रामीण विकास समिति के प्रोजेक्ट कोर्डिनेटर ने अपना मोबाइल नम्बर भी दे दिए हैं.काम कर देने का आश्वासन पंचायत सेवक ने दिया है.

बकरी का बच्चा खरीदकर पालन करेंगे दिव्यांग
कहा जाता है कि बूंद-बूंद से तालाब भर जाता है.इसी को साबित करने में दिव्यांग अंजू कुमारी और शीला कुमारी लग गयी हैं.दोनों ने कहा है कि नि:शक्तता सामाजिक सुरक्षा    पेंशन की राशि मिलने पर बकरी का बच्चा खरीदेगी.उक्त बच्चे का अच्छी तरह से लालन-पालन करेंगी.वह  हमारा आय का साधन बनेगा.बता दें कि इन दोनों को समिति का पी.सी.का प्रोत्साहन मिल रहा है. दोनों दिव्यांग और पी.सी. एक नमूना पेश करना चाह रहे हैं.यह नमूना समिति के सचिव प्रदीप प्रियदर्शी ने पटना जिले के विक्रम,दुल्हिन बाजार और पालीगंज सदृश्य नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शानदार ढंग से करके दिखाया है.

बेगूसराय : s c/s t एक्ट में संशोधन की माँग को लेकर आज भारत बन्द का असर चिन्तनीय।

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बेगूसराय (अरुण कुमार) भारत बन्द के परिणामों को जानने के लिये आज प्रातः सड़क का जायजा लिया तो सब सामान्य ही लगा।सरकारी विद्यालय और निजी विद्यालय छिटपुट खुले नजर आए,सामान्यतः बाजार की दुकानें भी 10 बजे तक खुली ही रही 10 बजे के बाद दुकान आदि बन्द पाए गए।बेगूसराय जिला सत्रन्यायधीश को भी कोर्ट जाने से रोका गया।प्राप्त सूचना के अनुसार मुजफ्फरपुर में पप्पू यादव के साथ मारपीट हुई वहीं जदयू कार्यकर्ता जो कि 4 बजे के बाद सर्किट हाउस से खगड़िया के लिये निकले तो रास्ते में इनियार ढाला के पास उनके साथ भी मारपीट हुई और गाड़ी का शीशा आदि फोड़ दिया गया।इधर पटेल चौक के पास भी जमकर मारपीट हुई उसी मारपीट का वीडियो क्लिप लेते हुये दैनिक भास्कर के पत्रकार केशव ठाकुर को भी मारापीटा गया,इस मारपीट के संदर्भ में कुछएक को पुलिस अपने हिरासत में भी लिया है।प्राप्त सूचना के अनुसार मारपीट दोपहर 01 बजे हुई है और पुलिस गिरफ्तार 2:30 बजे कुछेक युवक को पकड़ कर हिरासत में लिया है।पत्रकारों के साथ अगर ऐसी घटना घटती रही तो फिर पत्रकारों का भी सड़क पर निकलना बन्द हो जाएगा फिर नयूज़ कौन लिखेगा फिर रहना सारी दुनियाँ के खबरों से बे-खबर।खैर आगे बताताके चलूँ की पुलिस जिन युवाओं को हिरासत में ली है उसमें कुछ बे-गुनाह भी शामिल हैं जो उस मारपीट में थे ही नहीं पुलिस आक्रोश में कुछेक को गिरफ्तार किया है कुछ गुनाहगार भी ही सकते है इसमें भी कोई संशय नहीं।खैर जो भी हो साबित करना गुनहगार और बेगुनाहों को तो यह पुलिस के विवेक और गवाह पर निर्भर है,वैसे यह भी बता दूँ की भीड़ की कोई शक्ल-सूरत नहीं होती।आगे ये भी जानकारी दे दूँ की रेल और रोड का चक्का तो जाम हुआ ही साथ में हुआ न्यायधीश के गाड़ी का चक्का जाम,आज सबेरे जब न्यायधीश महोदय कोर्ट जाजे रहे थे तो उन्हें भी कोर्ट जाने से रोक दिया गया और फिर श्रीमान न्यायधीश महोदय अपने गाड़ी को वापस ले अपने आवास को लौट गए जो कि गलत हुआ ऐसा नहीं होना चाहिये था।या यूँ कहें कि उन्हें ही नहीं निकलना चाहिये था दोनो ही बातें सही अपने जगह सही है। अभी अभी नयूज़ लिखने तक जानकारी मिली है कि आज के भारत बन्दी के दौरान एक कि हत्या भी हुई है जो कि भारद्वाज नगर का रहनेवाला था।वैसे इसकी पुख्ता जानकारी अभी नहीं मिला पाई है मिलते ही पुनः प्रकाश में इस विषय को लेकर रक्खा जाएगा।सरकार को इस बात पर अमल करते हुए इस कानून को अमली जामा पहनाए।सरकार इस s c/s t के न्यायालय के फैसले को भी नजर अन्दाज कर दिया जो फैसला माननीय चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने दी थी।सरकार को सोचना पड़ेगा नहीं तो ऐसा प्रतीत होता है कि आज भारत में मजहबी उन्माद से छुटकारा नहीं मिला और जातीय उन्माद सुलगाने में सरकार आगे आगे चलने लगा है।जिसका श्रेय सरकार को ही दिया जाएगा।आनेवाले कल को कुछ ऊँच नीच हो जाएगा तो इसका जिम्मेवार सिर्फ और सिर्फ मौजूदा सरकार को ही माना जाएगा।चिन्हित किया गया व्यक्ति दैनिक बहाकर का पत्रकार है जिसे बन्दी के मध्य हो रहे मारपीट,जिसका यह वीडियो बना रहा था उसी वक्त कैमरा छिनने का प्रयास कर मारा पीटा गया इसके पैरों में काफी चोट है।

बेगूसराय : बरकरार रहे मेयर उपेन्द्र प्रसाद सिंह अपने मेयर के चेयर पर।

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बेगूसराय (अरुण कुमार),एक तरफ भारत बन्द तो दूसरे तरफ जीत का जश्न।जी हाँ पूर्व मेयर संजय कुमार ने वर्तमान मेयर के खिलाफ कुछ पार्षदो को अपने साथ मिलाकर या कुछ पार्षद पूर्व मेयर संजय कुमार से मिलकर वर्तमान मेयर उपेन्द्र प्रसाद सिंह के खिलाफ गुटबन्दी कर उनकी कुर्शी छीनना चाहा तो आज आपसी बैठक कर पूर्व और वर्तमान मेयर के विश्वासमत की चुनाव प्रक्रिया हुई तो वर्तमान मेयर 26 और पूर्व मेयर 16 वोट लाकर मेयर का ताज जिनके सिर पर शोभायमान थी उन्हीं के सिर शोभायमान रही।ये जीत उपेन्द्र प्रसाद सिंह की जीत नहीं है,ये जीत उनके कर्तव्यनिष्ठा की जीत है,ये जीत उनकी उदारता,आपसी समानताऔर सद्भावना की जीत है।यह भी सच है कि इनके जाने के बाद बेगूसराय को फिर इनके जैसा मेयर मिलना संभव ही नहीं।आज पूरा नगर एक तरफ s c/s t एक्ट के संशोधन में भारत बन्द का आह्वान किया तो एक तरफ नगर के सभी पार्षदों ने अपने कर्तव्य परायण महापौर के गले में जीत की हार पहनाकर अपने खुशियों का इजहार किया।महापौर उपेन्द्र प्रसाद सिंह  आपने ऊपर आए अविश्वास प्रस्ताव पर जीत दर्ज कर असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक के रूप में उभरे हरदिल अजीज बेगूसराय के लोकप्रिय मेयर श्री उपेन्द्र प्रसाद सिंह जी को सभी पार्षदों ने अपने अपने तरफ से हार्दीक बधाई दिया कि कर्म और सहयोग में हमेशा विश्वास करने वालों के समक्ष घृणा,ईष्या और छल कपट की राजनीति करनेवाले कभी टिक नही सकते।

बिहार : हुजूर! दाने-दाने का मोहताज भूदानकर्मियों का वेतन तो भुगतान करवा देते

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बिहार सरकार के अनुदान से संचालित है बिहार भूदान -यज्ञ कमिटी 
कटिहार समाहरणालय में स्थित जिला भूदान यज्ञ कार्यालय के 7 वेतनभोगियों को 47 माह से वेतनादि नहीं
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कटिहार: जब सत्ता में लालू प्रसाद यादव थे.तब नारा गूंजता था.आधी रोटी खाएंगे,फिर भी स्कूल जाएंगे. अब सत्ता में तेजस्वी के चाचा नीतीश कुमार हैं.जिले के समाहरणालय में स्थित जिला भूदान यज्ञ कार्यालय के 7 वेतनभोगी कर्मचारियों को 47 माह से वेतनादि नहीं मिलने पर कहते हैं कि आधी रोटी खाएंगे और मुस्तैदी से काम करेंगे. लालू प्रसाद यादव परिवार से सत्ता हथियाने के बाद नीतीश कुमार प्रथम बार सी.एम.बने.तबतक वेतनभोगी कर्मचारियों को वेतन नियमित और बारह माह का मिल जाता था.द्वितीय बार सी.एम.बने तो वेतन मिलना मुश्किल होने लगा.2011 में सिर्फ 5 माह का वेतन मिला.2011 में 7 माह का, 2012 में 6 माह का , 2013 में 6 माह का, 2014 में 6 माह , 2015 में 7 माह का, 2016 में 8 माह का और  2017 में  5 माह का कुल मिलाकर  47 माह का वेतन नहीं मिला है. बिहार के द्वारा बिहार भूदान -यज्ञ कमिटी,पटना को 1 करोड़ 65 लाख रू.बतौर अनुदान मिलता है. पटना में बैठे कमिटी के लोग 10 माह तक का वेतन निकासी करके शेष राशि को 38 जिलों के बीच में वितरित कर देता है.अंतिम बार अनुदान अगस्त, 2017 में आया था. सीधे एक साल से वेतन नहीं मिल रहा है. अनुदान पर चलने वाली कमिटी के कर्मी और उनके बच्चे दाने- दाने के लिए मोहताज हैं.फिर भी आपके कर्मी  नीतीश जी कहते हैं कि आधी रोटी खाएंगे फिर भी मुस्तैदी से काम करेंगे.हुजूर !आपका भी कुछ फर्ज बनता हैं 38 जिले के भूदान कर्मियों के  

भारत सरकार ने बिहार के लाल आशुतोष को किया पुरस्कृत

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  • ·         भारतीय जनऔषधि परियोजना ने राष्ट्रीय स्तर पर चलाया था स्लोगन कांटेस्ट
  • ·         आशुतोष को मिला प्रथम पुरस्कार, भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया ने नई दिल्ली के कंस्टीच्यूसनल क्लब में दिया यह पुरस्कार
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नई दिल्ली/ सस्ती दवाइयों के लिए अभियान चला रहे स्वस्थ भारत अभियान के राष्ट्रीय संयोजक आशुतोष कुमार सिंह को भारत सरकार ने पुरस्कृत किया है। उन्हें यह पुरस्कार प्रधानमंत्री जनऔषधि परियोजना की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर चलाए गए स्लोगन कॉटेस्ट में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर दिया गया। रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया ने श्री आशुतोष को पुरस्कार राशि का चेक राजधानी के कंस्टीच्यूसनल क्लब में प्रदान किया। इस अवसर पर फार्मा सचिव जेपी प्रकाश, संयुक्त सचिव नवादीप  जी, प्रधानमंत्री जनऔषधि परियोजना के सीइओ सचिन कुमार सिंह सहित देश भर से आए जनऔषधि के मार्केटिंग ऑफिसर उपस्थित थे। पुरस्कार प्राप्त करने पर श्री आशुतोष ने कहा कि लोगों को सस्ती दवा मिले यह उनका सपना है। विगत 6 वर्षों से देश भर में घुमकर लोगों को जनऔषधि अथवा जेनरिक दवा के आर्थिक फायदे के बारे में बाता रहा हूं।

क्या था स्लोगन
महंगी दवाई ने लाई गरीबी
जनऔषधि ने भगाई गरीबी

 जानें कौन हैं आशुतोष कुमार सिंह
आशुतोष कुमार सिंह विगत 12 वर्षों से पत्रकारीय लेखन से जुड़े हैं। पिछले 6 वर्षों से स्वस्थ भारत अभियान के अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य चिंतन की धारा को बढ़ाने का काम कर रहे हैं। स्वस्थ भारत (न्यास) के चेयरमैन श्री आशुतोषव ‘कंट्रोल मेडिसिन मैक्सिममरिटेलप्राइस’ कैंपेन,‘नोयोर मेडिसिन’कैंपेन,‘जेनरिक लाइए पैसा बचाइए’कैंपेनएवं‘तुलसी लगाइए रोग भगाइए’ जैसे जनसरोकारीकैंपेनों के माध्यम से देश को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर रहे हैं।इसी कड़ी में वर्ष 2017 में स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज का संदेश लेकर स्वस्थ भारत यात्रा कर चुके हैं। 21000 किमी की देश-व्यापी इस यात्रा में 29 राज्यों की 1 लाख 50 हजार से ज्यादा बालिकाओं से प्रत्यक्ष रूप से स्वास्थ्य चर्चा करने का मौका श्री आशुतोष को मिला है। देश भर के 150 से ज्यादा शैक्षणिक संस्थानों में स्वास्थ्य संबंधी व्याख्यान देने वाले श्री आशुतोष मूल रूप से बिहार के सीवान जिला के रजनपुरा गांव के रहने वाले हैं। श्री आशुतोष ने महज 31 सालों की आयु में स्वास्थ्य एक्टिविजम की दिशा में राष्ट्र-व्यापी काम किया है। उनके इस हौसले से नई पीढ़ी बहुत कुछ सीख सकती है। वर्तमान में वे समाचार एवं विचार पोर्टल स्वस्थ भारत डॉट इन का संपादन कर रहे हैं।

एक कविता : विश्वास

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एक ख्वाहिश तो कर सही,
एक विश्वास के साथ,
फिर विश्वास खुद अपना काम करेगा,
तुझे तो बस अपना विश्वास बनाए रखना है,

तू अच्छा सोच, या बुरा सोच
जिसमें भी विश्वास बुनेगा, वही होगा

सोच सही रख, सच्ची रख,
विश्वास बुलंद कर उसमें,
विश्वास में वो ताकत है,
जो तू सोचेगा, वही मिलेगा,

तू अच्छा सोच, या बुरा सोच
जिसमें भी विश्वास बुनेगा, वही होगा

तेरा विश्वास ही था,
जो अब तक तू हारा है,
अब इस विश्वास को जीत पर लगा,
जिसने भी लगाया, उसने कर दिखाया,
अब बारी तेरी है,

तू अच्छा सोच, या बुरा सोच
जिसमें भी विश्वास बुनेगा, वही होगा

पार पाना मुश्किलों से, मुश्किल नहीं
दुनिया मे कुछ ऐसा नहीं, जो हासिल नहीं
विश्वास में वो ताकत है
जो तू सोचेगा, वही मिलेगा

तू अच्छा सोच, या बुरा सोच
जिसमें भी विश्वास बुनेगा, वही होगा



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सुनील गोयल
ए-56/ए, प्रथम तल, लाजपत नगर-2
नई दिल्ली-110024
मो. 91-7289008975

मधुबनी : इंटर काॅलेज महिला कबड्डी प्रतियोगिता में बेगूसराय चैम्पियन

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मधुबनी, 07, सितंबर 18, स्थानीय महिला काॅलेज,मधुबनी में चल रही ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय इंटर काॅलेज महिला कबड्डी प्रतियोगिता के फाइनल में शुक्रवार को  श्री शीर्षत कपिल अशोक , जिला पदाधिकारी,मधुबनी मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर श्री सुनील कुमार सिंह,अनुमंडल पदाधिकारी,सदर मधुबनी, डाॅ. मुनेष्वर यादव, सी.सी.डी.सी., ल.ना.मि.वि.वि, दरभंगा, श्री उदय नारायण तिवारी, प्रधानाचार्य, जे.एम.डी.पी.एल., महिला काॅलेज, मधुबनी, डाॅ. रजनीवाला अग्रवाल,पू र्व प्राचार्या, महिला काॅलेज, मधुबनी, डाॅ. अमर कुमार, सिंडिंकेट सदस्य, चयन समिति के श्री मणी कुमार, श्री श्यामनंदन सिंह, श्री भारत भूषण राय,संगठन सचिव समेत अन्य लोग उपस्थित थे। मैच के अवसर पर आये लोगों को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा कि वत्र्तमान समय में खेल को कम नहीं समझना चाहिए,इसके बदौलत भी कई खिलाड़ियों को बेहतर कैरियर मिला है। खेल के कारण भी व्यक्ति अच्छा इंसान बनता है। उन्होंने कहा कि पष्चिमी देषों की तरह हम सभी को भी खेल को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने की जरूरत है। खेलने से व्यक्ति स्वस्थ और चुस्त-दुरूस्त भी रहता है। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को हार-जीत की चिंता नहीं कर, खेल को तत्परता से खेलने की सलाह दिए। फाइनल मैच में आर.एस.एस काॅलेज,बीहट की टीम को जे.डी. काॅलेज,बेगूसराय की टीम के द्वारा हराया गया। जे.डी. काॅलेज,बेगूसराय की टीम को 37 अंक मिला वही आर.एस.एस काॅलेज,बीहट की टीम को 27 अंक मिला। इस प्रकार जे.डी. काॅलेज,बेगूसराय की टीम विनर तथा आर.एस.एस काॅलेज,बीहट की टीम रनर एवं जे.एम.डी.पी.एल.महिला काॅलेज,मधुबनी की टीम तीसरे स्थान पर रही।


बेगूसराय : दौड़ में प्रथम स्थान पाने के बाद विजेता की हुई मौत

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बेगूसराय (अरुण कुमार),प्राप्त सूचना के अनुसार आज एक अजीबो गरीब घटना घट गई जिसके बारे में कभी सोचा नहीं जा सकता है।जबकि आयोजन का श्री गणेश काफी उत्साहपूर्ण हुआ था।मगर अफसोस कि उत्साह वर्धक खुशी का माहौल देखते ही देखते ग़मगीन हो गया। आज मंसूरचक प्रखंड अंतर्गत अहियापुर संकुल तरंग प्रतियोगिता हर्षोल्लास के साथ प्रारंभ हुआ जिसमें पहले राउंड में 200 मीटर दौर प्रतियोगिता में विभिन्न विद्यालय के 8 छात्रों ने भाग लिया किंतु भगवान को शायद कुछ और ही मंजूर था उत्क्रमित उच्च विद्यालय छबिलापुर के छात्र मो• कामिल 200 मीटर दौर में प्रथम स्थान प्राप्त करने के पश्चात चक्कर खा कर गिर पड़ा फिर आनन फानन में स्थानीय डॉ. के प्राथमिक उपचार के बाद इलाज के लिए दलसिंहसराय भेजा गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।संस्था मृतक छात्र मो•कामिल के परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता है।साथ हि बच्चे की आत्मा शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना करता है।बच्चा आया तो था प्रतियोगिता में भाग लेने मगर दुनियाँ से ही भाग निकला।शायद इसी को अनहोनी कहते हैं लोग।इस घटना से अहियापुर के साथ सम्पूर्ण बेगसराय मर्माहत है।चिन्हित लड़का मो•कामिल है जो दौर प्रतियोगिता में प्रथम आया और सबों को अलविदा कह गया।

बिहार : पादरी की हवेली को पर्यटन स्थल घोषित करने का श्रेय काँग्रेसी सिसिल साह को जाता है

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पटना: कई दशक से सिसिल साह काँग्रेस की सेवा तत्परता से करने में लगे हैं. इसका परिणाम सामने आया बिहार प्रदेश काँग्रेस कमिटी की अल्पसंख्यक विभाग के संयोजक मनोनीत हुए.इसके नोवेल पुरस्कार से सम्मानित मदर टेरेसा की जन्म दिवस मनाने के सिलसिले में एक प्रस्ताव पारित किया गया कि पटना सिटी में स्थित पादरी की हवेली (संत मेरी चर्च) को पर्यटक स्थल घोषित हो. अभी अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष हैं. इनका प्रयास रंग बिखेरा आज पादरी की हवेली पर्यटन स्थल में शुमार है :-

अगमकुआँ  : अशोक कालीन भग्नावषेश का हिस्सा रहा इस  कुआँ का पानी कभी ख़तम नहीं हुआ.

तख़्त हरमंदिर साहिब : सिखों के दसवें गुरु श्री गोविन्द सिंह जी का जन्म स्थल है. 1666 ई. में जन्मे गुरु साहब के आरम्भिक दिनों से जुडी कई स्थल आज भी देखे जा सकते हैं.गुरुद्वारा पटना साहेब का निर्माण महाराजा रंजित सिंह ने करवाया था.

पटना अजायबघर : यह एक समृद्ध प्राचीन  कलाकृतियों का संग्रहालय है जो 1917 में बना बिहार का सबसे पुराना मुजियम है जो ऐतिहासिक धरोहरों से भरा है.

पत्थर की मस्जिद : 1621 ई. का यह मस्जिद जहागीर का बेटा परवेजशाह ने बनवाया था जो तब बिहार का गवर्नर था.

पादरी की  हवेली : यह 1772 ई. में वेटिकन वास्तुकार टिर्रेतो द्वारा बनाया यह  बिहार का सबसे पुराना चर्च है.

तारा मंडल : यह अधुनिक खगौल विज्ञान और आकाशीय पिंडो कि जानकारी देता है.

श्री कृष्ण विज्ञान केंद्र : यहाँ  विज्ञान आधारित सिधान्तो का व्यवहारिक पक्ष  यन्त्रो और माडलों के द्वारा दर्शाया गया है.

संजय गाँधी जैविक उद्यान: पटना के बेली रोड पर स्थित यह उद्यान पक्षी, जानवरों एवं फुल-फल के पौधों-पेड़ो के भरा पूरा है जो देश विदेश के कई हिस्सों से लाये गये है . यहाँ के कृत्रिम झील में नौकायन किया जा सकता है साथ ही खिलौना रेल से उद्यान के विभिन्न भाग को देखा जा सकता है.

गोलघर : अंग्रेजो द्वारा अंनाज संग्रह के लिए इसे बिहार के भीषण आकाल के बाद बनवाया गया था किन्तु इसका पूरा उपयोग नहीं हो पाया.

इको पार्क : पटना के मध्य यह एक अत्यंत मनोरम बाग है जिसमे कई तरह के पेड़-पौधे और घास के मैदान है.बाग में एक झील भी हा और टहलने वालो के लिए ट्रैक भी है.

बुद्ध स्मृति पार्क : पटना स्टेसन के पर बनाये गये इस सुरम्य बाग में एक बुद्ध स्तूप है और एक तरफ विपसना केंद्र भी है. यहाँ ऐतहासिक गौरव पर आधारित लेजर द्वारा दृश्य श्रव्य कार्यक्रम भी होता है.

अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह कहते हैं उस समय पटना सिटी के पल्ली पुरोहित फादर जेरूम थें.इनका भी भरपूर साथ मिला. पर्यटन स्थल घोषित हो इसको लेकर 2008 से लगे रहे.तब जाकर 2013 में टूरिस्ट सेन्टर में पत्र आया. कहते हैं कि 2008 से बराबर मुख्यमंत्री एवं अपने काँग्रेस अध्यक्ष    सोनिया गाँधी, सलमान खुर्शीद जी , उस समय केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री से संपर्क करते रहे व पर्यटन में लाने हेतु आग्रह करते रहे. पहले पत्र राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग द्वारा जो कि बिहार सरकार  को उचित कारवाई हेतु भेजा, अन्त में  बिहार सरकार ,18 नवंबर 2013 के पत्रांक 3692 द्वारा इसे पर्यटक में लाया गया. प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह पादरी की हवेली चर्च पहुंचे, जहां चर्च के रख-रखाव के लिए सरकार से अनुदान देने की मांग की. उपाध्यक्ष ने कहा कि पादरी की हवेली चर्च को पर्यटन विभाग ने पर्यटन स्थल घोषित कर दिया है. इसके बावजूद इसके रख-रखाव व सौंदर्यीकरण के लिए सरकार की ओर से अनुदान नहीं मिल रहा है. उन्होंने फादर सुरेश खाखा से चर्च की स्थिति के बारे में जानकारी ली. उनके साथ आलोक कुमार, शारिफ अहमद रंगरेज व हर्षवर्धन थे.

आयुक्त ने चर्च के विकास की बात कहीं
प्रमंडलीय आयुक्त राबर्ट एल चोंग्थू ने महागिरजाघर परिसर में संचालित अनाथालय में चल रहे मदर टेरेसा के कार्य स्थली कक्ष का निरीक्षण किया.उन्होंने सिस्टर और पल्ली पुरोहित फादर से बात की.हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया.

बेगूसराय : अब होगा जय मंगलागढ़ कांवर झील का उद्धार।

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बेगूसराय (अरुण कुमार) मंझौल,बेगुसराय के जयमंगला गढ़ के वन विभाग के गेस्ट हाउस में वन और पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव और सीनियर ब्यूरोक्रेट त्रिपुरारी शरण के नेतृत्व में काबर समस्या के निदान के लिए अभी बैठक जारी है। तमाम किसानों और मछुआरों से अपील है कि तुरंत जयमंगला गढ़ जाएँ और मांग के समर्थन में ज्ञापन सौंपे। त्रिपुरारी शरण एक निहायत ही सज्जन और तेजतर्रार आईएएस अफसर हैं और दिल्ली दूरदर्शन के डायरेक्टर जनरल रह चुके हैं।इन्ही के सूचनानुसार होना है जयमंगला कांवर झील का उद्धार।इस कांवर झील के बारे में आपको बता दूँ की यह पक्षी विहार के नाम से भी जाना जाता है,आज भी साइबेरिया से ढेरों पक्षी विहार के लिये यहाँ आये है और लौट कर सूखा देख वापस चले जाते हैं।आज जब कांवर झील के उद्धारक पहुँचें हैं तो ऐसा लगता है कि सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट हुई है यह जयमगंला गढ़ के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।यहाँ आवश्यकता है कि इसे पर्यटन स्थल भी बनाया जाय तो बिहार के लिए और भी बड़ी उपलब्धि होगी।

बिहार : वासगीत पर्चा निर्गत करने की सूची और आवेदन सी.ओ.को सुपुर्द

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कुर्सेला,(कटिहार): यहां के दक्षिणी मुरादपुर पंचायत में स्थित महादलित टोला तिनघरिया के आवासहीनों को बासगीत पर्चा निर्गत करने हेतु 44 लोगों की सूची आवेदन के साथ सी.ओ.साहब को सौंप दिया गया.यह कार्य प्रगति ग्रामीण विकास समिति द्वारा निर्मित समुदाय आधारित समूह के अध्यक्ष अनिल राम के साथ अन्य सदस्यों ने किया. 

क्या है मामला:   
आजकल दक्षिणी मुरादपुर पंचायत के महादलित टोला तिनघरिया में पुनर्वासित हैं गंगा नदी से कटाव पीड़ित.करीब 60 परिवार गंगा नदी से कटाव पीड़ित हैं.उनमें से 16 पीड़ितों को सूची में से हटाकर 44 पीड़ितों को पुनर्वासित करने की सूची में डाल दिया गया है.अब पीड़ित मांग कर रहे हैं कि हमलोगों को वासगीत पर्चा मिले.

गंगा नदी के किनारे करीब साठ परिवार झोपड़ी में रहते थे: 
गंगा नदी के उग्र रूप के शिकार गरीब परिवार हो गए.देखते-देखते ही तिनका जोड़ -जोड़कर निर्मित झोपड़ियां गंगा मइया की गोदी में समा गयी.सभी परिवार कटाव पीड़ित हो गए.काफी दौड़ लगाने के बाद महादलित टोला तिनघरिया में पुनर्वासित किया गया.कटाव पीड़ित अनिल राम कहते हैं कि गंगा नदी के विकराल रूप धारण करने से 1958 से कटाव पीड़ित हैं.काफी दौड़ धूप लगाने के बाद सरकार ने दक्षिणी मुरादपुर पंचायत के महादलित टोला तिनघरिया में मौजा /थाना 291,खाता नं.2121 और खेसरा नं. 6267 है. ज.नं.2121 बनाम विजय वो जगदीश वो गोपाल वो लालू अग्रवाल पिता- श्री प्रसाद सेठ बिहार सरकार द्वारा तिनघरिया महादलित टोला के पुनर्वास में अर्जित रकवा 147 एकड़ लगान 6.69/खाता 2121 खेसरा 626 रकवा 1.47 ए०मांग -68-69 वसूली नगण्य खतियानी विवरणी मौजा मुरादपुर थाना नं.2  291खाता 2121 खेसरा   6267 रकवा 1.47 आसामी का नाम विजय अग्रवाल वो जगदीश अग्रवाल वो गोपाल अग्रवाल वो लालू अग्रवाल पिता- श्री प्रसाद सेठ  खेसरा 6267 रकवा के 1.47 ए.किस्म भीठ दो.इसी जमीन पर कटाव पीड़ितों को बसाया. 60 कटाव पीड़ित थे. 16  परिवारों पर अंचल कार्यालय, कुर्सेला की कैंची चल जाने से 44 परिवारों को रेवड़ी की तरह जमीन सीमांकन कर दी गयी.

4 राम परिवारों को ही 1-1 डिसमिल जमीन 
स्व.दीपनारायण राम की विधवा द्रोपति को,स्व.भूषो राम की विधवा अमीरिका देवी को,स्व.भोला राम के पुत्र बबलू राम को और स्व.मोती राम के पुत्र नागो राम को 1-1 डिसमिल जमीन दी गयी.कायदे से न्यूनतम 3 डिसमिल मिलनी चाहिए.प्रगति ग्रामीण विकास समिति का प्रयास खुद को अर्पण कर दिए हैं प्रदीप प्रियदर्शी समाज सेवा कार्य करने में.उनका नेक इरादा है.इसी लिए कार्यकर्ता भी कार्य करने में पीछे नहीं हटते हैं.प्रखंड समन्वयक प्रदीप कुमार ने कटाव पीड़ितों के बीच में सामुदायिक स्तर पर ईकाई बनाकर कटाव पीड़ितों के बीच में चिंगारी लगा दिया है.अब वासगीत पर्चा देने की मांग होने लगी है.

बेगूसराय ; भारत बन्द के दौरान जदयू नेता पर हुए हमले को लेकर बोले भूमिपाल

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बेगूसराय (अरुण कुमार) जनता दल यू प्रखंड स्तरीय भगवानपुर, मंसूरचक, बछवाड़ा में  संवाद एवं समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुए पूर्व विधान परिषद सह जिला अध्यक्ष भूमिपाल राय ने कहा कि लोकतंत्र में अपनी बातों को रखने का अधिकार सभी संप्रदाय को हैं।विरोध करने का और भी कईएक तरीका है और विरोध भी होनी चाहिये किसी भी दल के नेताओ के ऊपर हमला हो यह सही नही ठहराय जा सकता है।लोकतंत्र में हिंसा का कोई जगह नही है । कानून को हाथ मे लेने की इजाजत किसी को नही है । बंद समर्थकों ने माननीय पूर्व मंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक जी के ऊपर हमला करके यह सिद्ध कर दिया कि केंद्र सरकार ने SC/ST बिल पास किया है वो सही हैं।जब इस कानून के रहते आज खुले आम एक दलित नेता पर जानलेवा हमला हजारों लोगों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार किया गया हैं।अगर SC/ ST संरक्षण कानून को शिथिल हो जाने के बाद  क्या होगा ये कहने की जरूरत नही हैं। भूमिपाल ने कहा कि सरकार को चाहिये कि SC/ST बिल के साथ साथ अन्य पिछड़े वर्गों  तथा अल्पसंख्यक समुदाय के लिये भी संरक्षण कानून बनाए। बन्द के दिन दहशत फैलाने वालों को के लिये  अब्दुल कलाम साहब की ये शब्द दुहराना आवश्यक हो गया है।उन्होंने कहा था कि"जीत किसके लिए हार किसके लिए ज़िन्दगी भर यह तकरार किसके लिए जो भी आया है वो जाएगा एक दिन फिर ये अहंकार किसके लिये"। बहुत मश्कत से  नीतीश जी ने बिहार को अगड़ा पिछड़ा के लड़ाई के दौर से निकाल कर समरस समाज बनाए जहाँ सभी धर्म सम्प्रदाय जाती के लोगो मे भाईचारा और मोहब्त का बिहार बना आज उसी बिहार को कुछ लोग पुनः 90 के दशक का बिहार बनाना चाहते है। आज सामान्य वर्ग से आने वाले नेताओं के लिये अग्निपरीक्षा की घड़ी हैं उनको अपना मुँह खोलना चाहिए समाज मे जो जहर घोला जा रहा है।उसके खिलाफ आगे आना चाहिये।ताकि समाज मे सद्भावना का माहौल कायम हो सके।  इस बैठक में संगठन को मजबूत बनाने के लिये आवश्यक दिशा निर्देश दिये गए तथा पंचायत प्रभारी बनाये गए हैं।जो पंचायत और बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने और सरकार के उपलब्धि को जन -जन तक पहुँचाने का काम करेगा इस बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष डाक्टर सुंदरेश्वर प्रसाद,रणजीत कुमार और विश्वनाथ महतों ने किया।बैठक को सम्बोधित करने वालो में जिला महासचिव मुकेश राय,उपाध्यक्ष रामसुन्दर कुशवाहा प्रखंड प्रभारी मो0 नदीम जिला श्रमिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष लालबाबू महतो ने पंचायत और बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत बनाने पर जोर दिया।इस बैठक में प्रखंड पदाधिकारी एवं पंचायत ने जन समस्याओं को उठाया और संगठन की ओर से निदान करने का प्रयास करने का निवेदन किया इसकी जानकारी जिला प्रवक्ता अरुण महतों ने दी इन्होंने कहा कि अभी तक 14 प्रखंडो का बैठक समाप्त हो गया हैं कल छौड़ाही, खोदावनपुर और चेरियाबरियारपुर प्रखंड आयोजित है।
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