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मधुबनी : अभ्यर्थियों का निर्वाचन प्रतीक चिन्ह कल होगा आवंटित

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मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) 07, अप्रैल 2019, 07 झंझारपुर लोक सभा आम निर्वाचन 2019 के लिए निर्वाचन हेतु अभ्यर्थिता वापसी के तद्ोेपरान्त  सभी अभ्यर्थियों को चुनाव चिन्ह का प्रतीक आवंटित किया जायेगा। कल दिनांक 08.04.2019 समय 3ः00 बजे अपराह्न में निर्वाची पदाधिकारी, झंझारपुर-सह- अपर समाहत्र्ता, मधुबनी की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गयी हेै। दिनांक 08.04.2019 समय 3ः00 बजे अपराह्न तक अभ्यर्थिता वापसी के पष्चात 07 झंझारपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के निर्वाची पदाधिकारी-सह-अपर समाहत्र्ता, मधुबनी द्वारा अपने कार्यालय कक्ष मंे निर्वाचन प्रतीक आवंटित की जायेगी।  इसमें सभी अभ्यर्थियों/निर्वाचन अभिकत्र्ता की उपस्थिति अनिवार्य है।
 


बेगुसराय : विहिप ने मनाया हिन्दू नववर्ष

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साथ मे अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे भी मौजूद
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अरुण कुमार (आर्यावर्त)विहिप अंतरराष्ट्रीय महामंत्री माननीय मिलिन्द परांडे जी पूर्णिया जाते वक्त एक घण्टा का समय बरौनी में जप कार्यक्रम में दिए।ज्ञात हो कि पूजनीय सन्तों ने प्रयाग कुम्भ में धर्मसंसद मे आदेश दिया था कि श्रीरामजन्मभूमि पर भव्यमन्दिर निर्माण हेतु हिन्दू नववर्ष के दिन सुबह 6 से साढ़े 7 तक श्रीराम जय राम जयजयराम का 13माला का जप हो। मिलिन्द परांडे ने कहा कि हिन्दू समाज ने 76से ज्यादा युद्धों में लाखों बलिदान दिया।विश्व हिंदू परिषद के हाथ में ये आंदोलन 80 के दशक में आया।विहप चुनाव तक इस आंदोलन को स्थगित की है,परन्तु मंदिर निर्माण में आ रही बाधाओं को मिटाने हेतु देशभर में 100 करोड़ हिन्दू समाज आज जपकर मंदिर निर्माण की बाधाओं को खत्म करने के लिए प्रार्थना करेगा।प्रांत अध्यक्ष कृष्णदेव झा और बजरंगदल प्रदेश सह संयोजक शुभम भारद्वाज ने बताया कि बेगूसराय ज़िले के 22 स्थानों पर जप का कार्यक्रम किया गया। तेघड़ा प्रखण्ड संयोजक रौशन व मनीष ने बताया कि 7अप्रैल को बजरंगदल प्रदेश बैठक बेगूसराय में आयोजित है,जिसमे 2 घण्टे का समय अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिन्द परांडे स्वयं देंगे।इस बैठक में 31 जिले से दो दो बजरंगी भाग लेंगे। केशव राजू और वीरेंद्र विमल ने सबों को मतदान जरूर करने का निवेदन किया। इस कार्यक्रम में प्रान्त अध्यक्ष श्री कृष्णदेव झा ,क्षेत्र संगठन मंत्री श्री केशव राजू,क्षेत्रमंत्री श्री विमल,प्रांत सह मंत्री श्री अमित,तेघड़ा प्रखण्ड संयोजक रौशन मिश्रा,भाई मनीष,के अलावा दर्जनों लोगों ने मिलिन्द परांडे के साथ 13 माला जप किया।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 07 अप्रैल

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आज कडुवाहट ने रिष्तो मे दरार पैदा कर दी है स्त्री को मां बना कर इ्र्रष्वर ने उसे अपने समतुल्य बना दिया है , विचारों में सदा सकारात्मक होना चाहिये नेगेटिविटी नही - काजल औझा वैद्य

  • प्यार, परिवार और पैेसा विषय पर व्याख्यान का हनुमान  टेकरी सेवा समिति ने किया आयोजन  
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झाबुआ । श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर सेवा समिति  द्वारा एक नीजि गार्डन में बौद्धिक कार्यक्रम ’’प्यार, परिवार एवं पैसा’ पर प्रेरक वक्ता एवं मोटीवेशनल स्पीकर  काजल ओझा वैद्य के व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमें नगर के बुद्धिजीवियों सहित बडी संख्या में महिलाये भी उपस्थित रहे  । नूतन संवत्सर 2076 की पूर्व संध्या पर आयोजित इस कार्यक्रम में भगवान श्रीराम के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ । खचाखच भरे इस आयोजन  में प्रखर वक्ता  काजल ओझा वैद्य ने कहा कि जिंदगी में  सभी लोक सत्ता, प्रचार एवं पैसा चाहिये इसके अलावा वे शांति भी चाहते है । मैं अपने आप के बारे में जब सोचती हूं तों मनन करती हूं कि आखिरकार थकान के बाद भी आदमी क्यो अपनी पब्लिसीटी चाहता है । हर व्यक्ति कुछ न कुछ न पाना चाहता है चाहे सामाजिक स्तर पर हो या वैयक्तिक स्तर पर ।कुछ अपवाद ऐसे भी होते है जिन्हे कुछ नही चाहत होती है ।उन्होने उदाहरण के माध्यम से बताया कि व्यक्ति जब पूरी जिंदगी कमा कमा कर एकत्रित करता है किन्तु मरते समय उसके साथ एक जोडी मौजे भी नही ले जासकता है ।उन्होने कहा कि आज अगर मेरी प्रसंशा हो रही है तो भविष्य में ओर भी लोग आयेगें और मै पाश्र्व में चला जाउंगा । कहा जाता है कि पैसा हो तो सब कुछ खरीदा जासकता है। पैसा आने पर गरीब नाथिया नाथालाल बन जाता है । सुख समृद्धि युक्त आलीशान डेकोरेट मकान हो, सभी सुविधायें और तजोरी पैसों से भरी हो पर इस वैभव के बाद भी क्या निंद खरीदी जासकती है  उत्तर होगा नहीं । आपकेघर मे तीन चार  कूक हो, डायनिंग टेबल हो  बढिया का्रकरी हो उसके बाद भी ज्ञूख को नही खरीदा जासकता हे । बाहर यदि अनजान व्यक्ति रो रहा है तो लोक उसके पास जाकर कारण पुछते है किन्तु अकेला व्यक्ति यदि हंस रहा है तो लोग उसे पागल ही समझेगें । हंसने के लिये दो व्यक्तियों का होना जरूरी होता है । मैने जिंदगी को काफी करीब से देखा है रिश्ते प्यार, तिरस्कार, कडवाहट देखी है । सगे संबंधी  सब प्यारे नही होते है जो सगे नही होते ह ै वे ही प्यार देते है । आज सगा भाई भी प्रापर्टी के लिये लड रहा है । मुकेश अंबानी का उदाहरण देते हुए कहा कि उसके यहां दो दो शादिया में फिल्मी कलाकारों ने परोसगारी की । परन्तु सगा भाई अनील अंबानी नही दिखाई दिया ।  पेसा देकर तो किसी को भी बुलाया जासकता है । आखर परिवार है क्या ? इस पर मनन करना चाहिये । उन्होने कहा कि विचारों में सदा सकारात्मक होना चाहिये नेगेटिविटी नही । सास बहु के झगडे आम बात है । उन्होने एकता कपूर के सीरियलों का उदाहरण देते हुए कहा कि इससे समाज में केवल विकृति ही आई है । आदिवासी अंचल की बात कहते हुए कहा कि महानगरों में शांति नही दिखाई देती जबकि यहां शांति ही शांति है ।  गांधीजी का जिक्र करते हुए कहा कि वे कभी भी थियेटर में नही गये । जबकि आज का बच्चा भी बोरियत महसूस करने लग गया है  । इसलिये जरूरी है बच्चो को हमेशा बिजी रखे । काजल ओझा वैद्य ने आगे कहा कि जब ब्लेक टेलिफोन थे तब कितने ही नम्बर याद रहते थे किन्तु आज मोबाइल के युग मे स्वयं के मोबाइ्र्रल नम्बर भी याद नही रहते है । आज हमे अपनी स्मरण शक्ति पर काबु ही नही रहा है । हम लोग याद रखने की जहमत ही नही उठाते है । आज कडुवाहट ने रिश्तो मे दरार पैदा कर दी है । हम सोचते है पैेसा आगया प्रसिद्धी आगई तो रिश्तेदार भी बन जाते हे । पेसा आने पर बहुत कुछ आजाता है । समुद्र मे जब ज्वचार आता है तो सारा कचरा बाहर ही फैंक देता है और जो लेकर आया था वह वापस ले जाता है । काजल ओझा ने आगे कहा कि जिंदगी में अहमियत रिश्तों की होती है । हमने नइ्र्र गाडी ली या अच्छी साडी पहनी तो सबसे पहले उसे ही दिखाते है जो सबसे अधिक प्रिय होता है। यदि हमे  प्रसंशा नही मिले तो क्या काम की ऐसी वैभवता ऐसा दिखावा ।एक उदाहरण के माध्यम से उन्होने बताया कि यदि पत्नी को साडिया, गहने आदि सब देकर एक कमरे में बंद कर दे और कमरे में आइ्रना ही नही ह ो तो उसका श्रृंगार बेकार ही माना जावेगा ।  रिश्तो ही एहमियत भी आईने जेसी ही होती है । उन्होने  आगे  कहा कि पैसो से निष्ठा नही खरीदी जासकती है । आज की जनरेशन पर कटाक्ष करते हुए उन्होने कहा कि बच्चें गाली गलौच, हिंसा की ओर क्यो अग्रसर हो रहे है इस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिये । स्वर्ग एवं नर्क का उदाहरण देते हुए उन्होने कहा कि मरने पर इंसान के साथ कुछ नही जाता है सिकंदर भी खाली हाथ ही गया था । कोई्र भी व्यक्ति मौत से बच नही सकता है ।  इसलिये जो जिंदगी मे जल्द समझ लेते है उनकी जिंदगी सहज हो जाती हे । आज पुत्र को अपने पिता से बात करने का वक्त ही नही है  । महिलाओं पर भी उन्होने कटाक्ष करते हुए कहा कि परिवार के लिये उन्हे गोरी चिट्टी, स्लीम संस्कारी बहु चाहिये । बहुत पढी लिखी लडकिया भी कम पढे लिखे लडकें से क्या जोडिया नही बन सकती है । आज अपनी हैेसीयत के अनुसार ही जोडी बनाई जाती है क्या हम डिग्रियों, प्रतिष्ठा, बंगले, गाडियों से शादी कराते है ? उन्होने कहा कि कुण्डली, राशी पर विश्वास किया जाता हे। ह र व्यक्ति अखबारों में अपना भविष्य फल पढता है तो क्या सबकी राशि एक जेसी हो गई । कृष्ण,संकस, राम, रावण, शबरी, सूर्पणखा, की एक ही राशि होने के बाद भी अंहे ।  ईश्वर तेल, दीपक, फुल मीठाई से प्रसंन्न  होता तो सबसे अधिक फल हलवाई को मिलना चाहिये । इसलिये ईश्वर के इस संसार को बेह तर बनाये । उन्होने कहा कि पति घर मे लाकर पैसा पत्नी को देता है । जब उसे  कुछ रकम की जरूरत होती है तो पत्नी उससे पुछ ही लेती है किस लिये चाहिये । इस तरह इस देश की महिलाये ंही एंपायर होती है। सीता जी ने स्वयं वनवास का निर्णय लिया , दा्रेपदी एवं कैकई का चरित्र में हमे शिक्षा देता है । कभी की महिला की दुसरों के साथ तुलना नही होना चाहिये । क्यो परमात्मा में हर व्यक्ति के चहरे एवं फिंगरप्रिंट अलग अलग ही बनाये है तो फिर तुलना का कोई मतलब नही होता है ।  स्त्री को मां बना कर इ्र्रश्वर ने उसे अपने समतुल्य बना दिया है । माताये ंही ईश्वर के करीब होती है । स्त्री मे श्रद्धा बहुत होती है किन्तु जो नही दिखता उसका भी अस्तित्व हेै । ईश्वर मे पुरूष एवं महिला को अलग अलग बनाया है । स्त्री जीवन मे कइ्र भूमिका निभाती है । वह हजार हाथ वाली दुर्गा के समान होती है  किन्तु जरूरी नही है  कि उसके हजार दिखाई दे । वह अपने कर्तव्यों का संपादन इसी रूप मे करती है । इसलिये हर परिवार मे थोडी सी सहिष्णुता होना चाहिये ।  जो मां कभी गुस्सा नही करती यदि एक दिन वह गुस्से में बात नही करें तो सभी एकत्रित होकर कारणा जानना चाहते है किन्तु जो ह मेशा मुह चढा कर रह ती है  उसके पास कोई फटकता भी नही है । उन्होने नसीहत देते हुए कहा कि सफलता का प्रदर्शन पावर से ह ोता है। इसलिये जरूरी की पावर को कंट्रोल करना ही सबसेबडा पावर  है । अच्छा बोलने वाला ही इम्प्रेशन लेकर जाता है । उन्होने कहा कि जीवन में  तीन बातों का ध्यान रखे कि पैेसा चाहे दुनिया में महत्वपूर्ण हो किन्तु जिंदगी में बेसीक सुविधायें होना चाहिये । जो क्षमा कर सकता है उसके लिये ही पुरी दुनिया खुली है। कडुवाहट को जीवन से निकाल दो आनंद आयेगा । उन्होने आगे कहा कि हम दुसरों के लिये तो न्याधीष बनते है किन्तु अपने लिये अलग पैमाना होता है । पेैसा भी मिले प्यार भी मिले और परिवार भी सुखी रहे  ये बाते एक दुसरे से परस्पर जुडी हुई है । बच्चों को संस्कार देने के साथ ही संघर्ष करने की ताकत देवे ।   हम अभी तक पास बुक भरे रहे है अब श्वासबुक भरना चाहिये । हर सदी को गांधी चाहिये और इसलिये हमे बच्चों कोतेयार करना होगा । इस कार्यक्रम में पद्मश्री महेश शर्मा, डा. विक्रांत भूरिया, विधायक गुमानसिंह डामोर, निर्मल मेहता, ओम शर्मा, जगदीशचंद नीमा, यशवंत भंडारी, डा.केके त्रिवेदी, रतनसिंह राठौर, संजय कांठी, अजय रामावत, पीएन यादव,मनोज भाटी, संजय माहेश्वरी, ओपी राय, धर्मैन्द्रजी, वैभव सुराणा, शेलेष दुबे, धनसिंह बारिया सहित बडी संख्या में नगर के नागरिक एवं बुद्धिजीवी उपस्थित रहे । दीप प्रज्वल  कागज ओझा के अलावा महेश शर्मा, बद्रीलाल सोनी, संजय काठी,एवं समिति के कार्यकर्ता उपस्थित रहे  ।  काजल औझा का स्वागत मातृ शक्ति  एवं पुरूष वर्ग जिसमें राकेश झरबडे, गिडवानी,मुकेश नीमा, पल्लुसिंह चैहान आदि ने किया । स्मृति चिन्ह अरूण भावसार, प्रेम अदीब पंवार, पुष्पेन्द्र नीमा, अशोक शर्मा मोहित उपाध्याय  आदि ने किया । समिति के प्रतिवेदन का वाचन गजेन्द्रसिंह चन्द्रावत ने प्रस्तुत किया । इस अवसर पर 18 एवं 19 अप्रेल को हनुमान जयंती महोत्सव की पत्रिका का विमाचन में किया गया । कार्यक्रम का संचालन दिनेश चैहान ने किया तथा आभार डा. चारूलता दवबे ने व्यक्त किया ।

महिलाएं एवं बालिकाएं सिर पर साफा पहनकर एवं केषरिया ध्वज के साथ निकली, शहर में निकाली गई भव्य मातृ शक्ति वाहन रैली

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झाबुआ। झाबुआ का राजा ग्रुप (जेकेआर) द्वारा शहर के पैलेस गार्डन से दोपहर 11 बजे मातृ शक्ति वाहन रैली निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या महिलाएं एवं बालिकाएं अपने सिर पर साफा पहनकर दो पहिया वाहनों पर केषरिया ध्वज के साथ निकली। इस दौरान प्रस्तुत राम धुन एवं जय श्री राम के जयकारों से पूरा शहर गूंजायमान हुआ। वाहन रैली के आगे डीजे पर धार्मिक गीतों के साथ श्री राम धुन प्रस्तुत की जा रहीं थी। इसके  पीछे महिलाएं एवं बालिकाएं एक जैसे परिधानांे में सिर पर साफा पहनाकर भारत माता एवं वंदे मातरम् के जयकारों के साथ निकली। सभी महिलाओं के हाथों में भगवा ध्वज भी था। उनके द्वारा शोर्य प्रदर्षन के साथ शक्ति प्रदर्षन भी किया गया। इसके पीछे पुरूष वर्ग एक जैसी वेषभूषा में शामिल हुआ। इस दौरान जगह-जगह भगवान श्री रामजी के जयकारे भी लगाए गए। ज्ञातव्य है कि यह मातृ शक्ति वाहन रैली हिन्दू नववर्ष गुड़ी पड़वा के अवसर पर शहर में निकली।

जगह-जगह किया गया स्वागत
जिसका जगह-जगह विभिन्न समाजजनों एवं सामाजिक संस्थाओं ने पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत भी किया। वाहन रैली में पूरी व्यवस्था जेकेआर ग्रुप के सदस्यों द्वारा देखी गई। यह वाहन रैली शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए समापन कस्तूरबा मार्ग में हुआ। जहां भारत माता की आरती में शहर की मातृ शक्तियों ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया। 

भाजपा ही किसानो, गरीबों एवं सभी वर्गो के साथ न्यायपूर्वक काम करने वाली पार्टी है- महेन्द्रसिंह चाचु बन्ना
मोदीजी की दुनिया मे देष को मान सम्मान दिलानें में उनकी गौरवपूर्ण भूमिका रही है ।  गुमानसिंह डामोरभाजपा ने स्थापना दिवस मनाया, लोकसभा निर्वाचन कार्यालय का हुआ शुभारंभ

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झाबुआ । भारतीय जनता पार्टी द्वारा शनिवार को गुडी पडवा नव संवत्सर एवं भाजपा के स्थापना दिवस के अवसर पर कालेज मार्ग स्थित लोकसभा निर्वाचन कार्यालय के शुभारंभ के साथ ही भाजपा का स्थापना दिवस मनाया  गया । इस अवसर पर विधि विधान से पूजा अर्चना करके  आदिवासी संत कानूजी महाराज की दीव्य उपस्थिति में तथा  महेन्द्रसिंह चाचू बन्ना,विधायक गुमानसिंह डामोर, जिला भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा  सहित भाजपा पदाधिकारियों ने भाजपा कार्यालय का पण्डित नन्दकिशोर शर्मा उज्जैन के मंत्रोच्चार के साथ किया गया । इस अवसर पर भाजपा के जिले भर के सभी मंडलों के पदाधिकारियों के अलावा बडी संख्या में महिला कार्यकर्ताओं एवं सभी मोर्चो के पदाधिकारीगण उपस्थित थे । इस अवसर पर मुख्य अतिथि महेन्द्रसिंह चाचू बन्ना ने उपस्थित भाजपा पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश भर में लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से मोदी जी ही प्रधानमंत्री कें बने इसके बारे में उत्साह से अपना समर्थन दिया जारहा है । आज देश में कई विचारधाराओं के बीच लडाई है और भाजपा का उदय ही राष्ट्रनिर्माण के लिये हुआ है । उन्होने 1951 से आज तक जनसंध, जनतापार्टी, एवं भाजपा के उदय का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रवाद के लिये ही हमारी नीति साफ हे और देश के विकास के साथ ही विश्व के मानचिंत्र पर भारत को सर्वोच्च स्थान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व मे ंही मिला है । उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने नेहरू से लेकर राजीव गांधी तथा यूपीए सरकार तक गरीबी हटाओं का नारा दिया किन्तु गरीबी तो नही गरीब ही हटे है । उन्होने कहा कि सिर्फ भाजपा ने ही कल्याणकारी कार्यक्रमों एवं संकल्पों के साथ गरीबों के लिये काम किया है यह किसानो, गरीबों एवं सभी वर्गो के साथ न्यायपूर्वक काम करने वाली पार्टी है । श्री बन्ना ने कहा कि आज आप सभी कां संकल्प लेना होगा कि अपने बुथ को शत प्रतिशत विजयी बना कर केन्द्र में फिर से नरेन्द्रमोदी के नेतृत्व में सरकार बनाना है  । आपकी मेहनत एवं बुथ की विजय से हमारी लोकसभा सीट मे विजयी होना निश्चित है। हम सभी को पार्टी की नीति पर चलते हुए सभी मतभेद भुलाकर सिर्फ एण्क ही लक्ष्य कि कमल के चुनाव चिन्ह को लोकसभा में प्रचंड मतों से जित दर्ज कराने का संकल्प लेना होगा । उन्होने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के शासनकाल में भय का वातावरण व्याप्त है । कर्जमाफी के नाम पर किसानों को ठगा गया है । वही समुह माफी के नाम पर भी धोखा दिया गया है । हम सभी को मिल कर कांग्रेस के कदाचार का सामना करना होगा । मोदीजी ही हमारे मान-सम्मान व स्वाभिमान है । इस अवसर पर विधायक गुमानसिंह डामोर ने भी अपने संबोधन में कहा कि जिस प्रकाश सूर्य की रोशनी से प्रकाशवान होते है, सेवदनाओं से करूणा जन्म लेती है उसी प्रकार नूतन वर्ष में सभी की सुख समृद्धि प्राप्त हो । नरेन्द्र मोदी देश के लिये आवश्यक है वे ही एक मात्र नेता है जिन्होने दुनिया में शक्तिशाली नेतृत्व का परिचय दिया है । दुनिया मे देश को मान सम्मान दिलानें में उनकी गौरवपूर्ण भूमिका रही है ।शक्ति मिशन के माध्यम से देश के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में जो उपलब्धि हांसील कर भारत को विश्व का चैथा देश बनाने में अग्रणी काम किया है इसके लिये नरेन्द्र मोदी की भूमिका को नकारा नही जासकता है । श्री डामोर ने कहा कि  कांग्रेस सरकार के समय भी यगे काम हो सकता था किन्तु उन्होने वैज्ञानिकों को अनुमति नही दी थी । उन्होने सर्जिकल स्ट्राईक एवं एयर स्ट्राईक के लिये प्रधानमंत्री के जज्बे की प्रसंशा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में गाव शहर राज्य व राष्ट्र का विकास हुआ है । हम आत्म निर्भर हुए है । उन्होने दावे के साथ कहा कि 25 मई को नरेन्द्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री पद की शपथ लेगें तथा भाजपा को 275 से 285 तािा एनडीए को 375 सीटे प्राप्त होकर प्रचंड बहुमत से फिर से भाजपा की सरकार बनेगी । उन्होने कहा कि हम सभी चाहे  किसान हो या मजदूर, व्यापारी हो या किसी भी काम को करते हो , सभी चैकीदार है और इस देश को बनाने के लिये हमे निगरानी करना है । इस अवसर पर स्वागत भाषण देते हुए जिला भाजपा अध्यक्षस ओम शर्मा ने भी लोकसभा चुनाव में सभी कार्यकर्ताओं से बुथ स्तर तक  काम करना है उन्होने भाजपा के स्थापना दिवस एवं नववर्ष की शुभकामनायें दी । आदिवासी संत कानूनजी महाराज ने भी अपने आशीर्वाद देते ह ुए कहा  िकइस बार ुिर से देश मे नरेन्द्र मोदी की सरकार बनना तय है क्योकि भाजपा ने जन कल्याण के जो काम किये है वे किसी से छिपे नही है ।  प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य शैलेष दुबे ने अपने संबोधन कहा कि भाजपा को लेकर तेजी से हलचल बढी है गा्रम केन्द्रों की बैठकों का अनुभव सुनाते हुए कहा कि हर जगह प्रदेश की कांग्रेस सरकार की विफलतायें बताइ्र जारही है । राहूल गांधी की 72 हजार की न्याय योजना के बारे में उन्होने बताया कि कर्जमाफी की योजना की तरह ही यह भी झुठ का पुलिंदा है । इतना पेसा देश मे हे नही । केवल अतिगरीब वर्ग को ही इसका लाभ मिलेगा तथा गरीबों से कांग्रेस पूरी तरह झुठ बोल कर चुनावी फायदा उठाना चाहती हैे । प्रदेश कार्य समिति के सदस्य दौलत भावसार ने भी अपने उदबोधन में भाजपा के उदय का विस्तार से इतिहास बताते हुए कहा कि 2 सांसदों वाली यह पार्टी आज विश्व की सबसे बडी राजनैतिक पार्टी कन गई है । आज की परिस्थितियों में नरेन्द्र मोदी को ही प्रधानमंत्री बनाना चाहिये । वायनाड से राहूल के लडने पर कहा कि कांग्रेस समझ चुकी है कि मोदीजी के रहते उसका सत्ता में आने का सपना पूरा नही होना है । इस अवसर पर गौरसिंह वसुनिया ने भी संक्षिप्त उदबोधन में नरेन्द्रमोदी कोुिर से प्रधानमंत्री बनाने केलिये सभी को एकजूट होकर काम करने की अपील की । इस अवसर पर सुरेन्द्रसिंह मोटापाला ने भी भी कहा कि हमारा एक ही लक्ष्य हो ना चाहिये कि मोदीजी फिर से एक बार प्रधानमंत्री बने।  कार्यक्रम का सफल संचालन श्यामा ताहेड ने करते हुए भाजपा पदाधिकारियों से आव्हान किया कि चुनावी अभियान शुरू हो चुका हे और हमे पूर्ण जागृत होकर भाजपा की विजय के लिये काम करना है । इस अवसर परजिले भर के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की । गुडी पडवा के अवसर पर सभी को धनिया एवं गुड की प्रसादी का वितरण भी किया गया ।

 प्रतिपदा और चैती चांद के अवसर पर भूरिया द्वारा बधाई एवं षुभकामनाएं

झाबुआ । सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने वर्ष प्रतिपदा (गुड़ी पड़वा) और भगवान झूलेलाल की जयंती, चैतीचांद एवं चेत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर संसदीय वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। आपने कहा है कि वर्ष प्रतिपदा जहां सुख-समृद्धि का नया वर्ष लेकर आती है-वहीं चैती चांद का पर्व भगवान झूलेलाल द्वारा मानव जाति के कल्याण के लिए दिये गए संदेष को आचरण में ढ़ालने की प्रेरणा देता है। उन्होंने अपनी तपस्या के द्वारा जल के महात्म को एक नया अर्थ दिया था। जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता, पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुरेषचन्द्र जैन, षांतिलाल पडियार, वरिश्ठ कांग्रेस नेता रमेष डोषी, गुरूप्रसाद अरोड़ा, नगिन षाह, चन्दु पडियार, हनुमनसिंह डाबड़ी, रूपसिंह डामोर, जिला पंचायत अध्यक्ष षांति राजेष डामोर, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं युवा कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ.विका्रंत भूरिया, जिला कांग्रेस कोशाध्यक्ष प्रकाष रांका, जोबट विधायक कलावती भूरिया, पेटलावद विधायक वालसिंह मेडा, थांदला विधायक वीरसिंह भूरिया, अलीराजपुर विधायक मुकेष पटेल, प्रवक्ता हर्श भट, आचार्य नामदेव, साबीर फिटवेल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष चंद्रवीरसिंह राठौड, नगर पालिका अध्यक्ष मनुबेन डोडियार, ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष हेमचंद्र डामोर, कार्यवाहक अध्यक्ष बंटु अग्निहोत्री, षहर कांग्रेस अध्यक्ष गौरव सक्सेना, जिला सेवादल संगठक राजेष भट्ट, महिला कांग्रेस अध्यक्ष कलावती मेड़ा, एनएसयूआई जिला अध्यक्ष विनय भाबोर, सहित जिला कांग्रेस, ब्लाक कांग्रेस, षहर कांग्रेस, महिला कांग्रेस, किसान कांग्रेस, सेवादल, युवक कांग्रेस, एनएसयुआई एवं विभिन्न मोर्चा संगठनों के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ता ने भी इस अवसर पर अपनी ओर से भी बधाई दी।

सैकड़ों की संख्या में महिलाएं एवं बालिकाएं सिर पर कलष लेकर चली, एक किमी लंबी निकली कलष यात्रा
विहिप धर्म प्रसार द्वारा हिन्दू नववर्ष (गुड़ी पड़वा) पर निकाली गई भव्य कलष यात्रा
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झाबुआ। विष्व हिन्दू परिषद् धर्म प्रसार मालवा प्रांत की जिला इकाई द्वारा हिन्दू नववर्ष गुड़ीपड़वा पर्व के उपलक्ष में शहर के नेहरू मार्ग स्थित प्राचीन दक्षिणी मुखी महाकालिका माता मंदिर से भव्य कलष यात्रा निकाली गई। जिसमें सैकडों की संख्या में महिलाएं एवं बालिकाएं अपने सिर पर कलष लेकर चली। यात्रा करीब एक किमी लंबी रहीं। चल समारोह कालिका माता मंदिर से दोपहर 1 बजे आरंभ हुआ। यात्रा के आगे संत कमल श्रीजी महाराज, ंविहिप के प्रांत संगठन मंत्री बृजकिषोर भार्गव, विभाग संगठन मंत्री दीपक मकवाना एवं जिला प्रमुख रमेष निनामा तथा धर्म प्रसार जिला मंत्री राजू निनामा आदि चल रहे थे। इसके पीछे सैकड़ों ग्रामीण महिलाएं एवं बालिकाएं अपने सिर पर कलष लेकर गीत गाते हुए चली। यह यात्रा नेहरू मार्ग, राजवाड़ा, पानी की टंकी, हुड़ा क्षेत्र, मारूति नगर होते हुए हाथीपावा स्थित विजय भवानी माता मंदिर पर पहुंची।

नौ दिनों तक होंगे विभिन्न आयोजन
जहां माताजी को कलषों में भरा गया जल अर्पण किया गया। धर्म प्रसार के जिला मंत्री श्री निनामा ने बताया कि चैत्र नवरात्रि पर्व के तहत नौ दिनांे तक विजय भवानी माता मंदिर पर भजन-किर्तन के साथ विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम भी संपन्न होंगे।

आयोलाल चओ .... झूलेलाल .... से गूंजा शहर, प्रभात फैरी के साथ दोपहर में महाआरती एवं महाप्रसादी का हुआ भव्य आयोजन

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झाबुआ। शहर में सिंधी समाज द्वारा 6 अप्रेल, शनिवार को चेटीचंद पर्व हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर अलसुबह प्रभात फैरी निकाली गई। बाद दोपहर में काॅलेज मार्ग स्थित गायत्री शक्तिपीठ पर भजन-किर्तन के साथ महाआरती एवं महाप्रसादी का भव्य आयोजन हुआ। पर्व पर अलसुबह 6 बजे स्थानीय सिद्धेष्वर काॅलोनी स्थित अषोक सावलानी के निवास से प्रभात फैरी निकाली गई। प्रभात फैरी में नन्हे बालक जय गोलानी द्वारा झूलेलाल बनकर प्रस्तुति दी गई। इसके पीछे ताषे पर समाजन के महिला-पुरूष एवं बालिकाएं दो पहिया वाहनों पर समाज का ध्वज लगाकर आयोलाल चओ .... झूलेलाल के जयघोष लगाते हुए पूरे मार्ग पर चले।यह वाहन रैली समाज के लोगों के निवास पर पहुंची। जहां प्रभात फैरी में शामिल महिलाओं एवं बालिकाओं ने गरबा नृत्य प्रस्तुत किया तो पुरूषों ने भी नृत्य करते हुए जयकारे लगाए। सभी सफेद ड्रेस कोड में सम्मिलित हुए। ताषे पर नृत्य करते हुए समाजजनांें को गले मिलकर पर्व की शुभकामनाएं प्रेषित की गई। सभी को प्रसादी का वितरण भी किया गया। समापन पुनः श्री सावलानी के निवास पर हुआ।

भजन-किर्तन कर की गई महाआरती
बाद सभी दोपहर 11 बजे काॅलेज मार्ग स्थित गायत्री शक्तिपीठ पर समाजजनों का जमावड़ा हुआ।यहां महिलाओं द्वारा समूह में करीब एक घंटे तक भजन-किर्तन बाद दोपहर 3 बजे भगवान झूलेलाल के चित्र के सम्मुख भोग लगाकर महाआरती की गई। बहाुदर (बड़े तालाब) पूजन पूजन पाठ किया गया। अंत में भंडारे के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

ये रहे उपस्थित
सभी धार्मिक आयोजनों में सिंधी समाज के वरिष्ठ हरि सावलानी, श्याम सावलानी, सुभाष छाबड़ा, शंकर गोलानी, महादेव गोलानी, श्रीचंद गोलानी, किषोर चावला, सुभाष गिधवानी, मोहन गोलानी, हेमेन्द्र गोलानी, हिमांषु गोलानी, नरेन्द्र गोलानी, कमलेष वतनानी पंकज गोलानी, दौलत गोलानी, राकेष वतनानी, के साथ महिलाओं में गायत्री सावलानी, आज्ञा छाबड़ा, कविता सावलानी, लक्ष्मी गोलानी, रूक्मणी गोलानी, रीना चावला, कविता गोलानी, भूमिका गोलानी, हर्षा गिधवानी, गुंजन सावलानी, दुर्गा गोलानी, जिया गोलानी, आदि सहित बड़ी संख्या में समाज के अन्य लोग उपस्थित थे।

प्रचार रथ घूम घूम कर दे रहे मतदान करने का संदेष, रामा में तहसीलदार ने रथ को दिखाई हरी झण्डी
 
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झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन 2019 के तहत जनजागरूकता के लिए जिले में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाकर आमजन को मतदान दिनांक 19 मई 2019 की जानकारी दी जा रही है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रबल सिपाहा के मार्गदर्षन एवं दिषा निर्देषानुसार मतदाताओं को लोकसभा निर्वाचन में अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने का आह्वान किया जा रहा है। मतदाता अभियान के तहत जिला प्रषासन द्वारा विधानसभा वार प्रचार रथ तैयार करवाये गये है। निर्वाचन संबंधी प्रचार सामाग्री से सुसज्जित रथ गाॅव गाॅव घूमकर मतदाताओ को मतदान के लिए प्रेरित कर रहे है। ये प्रचार रथ गाॅव गाॅव घूमकर मतदाताओ को मतदान की दिनांक एवं ईवीएम वीवीपेट मषीन की कार्यप्रणाली के बारे मे बता रहे है। रामा में तहसीलदार श्री प्रवीण अहोरिया ने प्रचार रथ को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया।

पल्स पोलियो अभियान 7 अप्रैल से पल्स पोलियो अभियान के लिये जागरूकता रेैली निकाली गई

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झाबुआ । जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ. राहुल गणावा ने बताया कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सघन पल्स पोलियों अभियान दिनांक 7 अप्रैल (रविवार) को क्रियान्वित किया जाना है। जिसमें 0 से 05 वर्ष के बच्चों को दो बुद पोलियों की दवा पिलाई जानी है। इस अभियान अन्तर्गत 0 से 5 वर्ष तक के 193219 लक्षित बच्चो को दो बून्द ओरल पोलियो की खुराक पिलाई जाना है। इस अभियान की सफलता हेतु प्रथम दिवस बुथ पर पोलियो की दवा पिलाई जावेगी  और द्वितीय और तृतीय दिवस को बाकी  छुटे बच्चो को घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलायी जावेगी , इस कार्यक्रम के अंतर्गत कुल 512 बी टाईप बुथ व 469 सी टाईप बुथ और 56 ट्राजिंट बुथ बनाये गये है जो बस स्टैण्ड, मैला ,बाजार और रेलवे स्टेण्ड आदि स्थानांे पर पोलियो की दवा पिलायेगें और 7 मोबाइल टीमांे का गठन किया गया है जो प्रतिदिवस प्रथम दिवस से ही घर घर और मैला बाजार और अन्य स्थानो पर बच्चो को पोलियो की दवा पिलाएगी एंव सभी बुथो पर कार्यरत 2090 व्हेक्सिनेटर्स के कार्य का मुल्याकंन करने के लिये 06 ब्लाकांे मंे 126 सुपरवाईजरो की नियुक्ति की गई है जो इस अभियान की माॅनिटरिंग करेगे और प्रतिदिन अपने-अपने सेक्टरो की रिपोर्टिंग का कार्य करेगंे एवं जिला स्तर पर 6 आब्जर्वर रखे गये है जो प्रति दिन विकासखण्ड स्तरीय कार्यक्रम की माॅनिटरिंग करेंगे एवं पल्स पोलिया अभियान में जन सहभागिता करने के उद्देष्य से आज 6 अप्रैल 2019 को प्रातः 9ः00 बजे से जागरूकता रेली राजवाडा चैक से जिला अस्पताल तक निकाली गई। रैली को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बारिया, सिविल सर्जन डाॅ. प्रभाकर, जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ. राहुल गणावा ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।

मषीन में ट्रायल वोट डालकर ग्रामीणो ने देखा किसे मिला वोट
खेडली, रोटला में दिया गया ईवीएम और वीवीपैट मषीन से वोट डालने का प्रषिक्षण
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झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन 2019 के तहत मतदाता जनजागरूकता अभियान के लिए जिले में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाकर आमजन को मतदान दिनांक 19 मई 2019 की जानकारी दी जा रही है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रबल सिपाहा के मार्गदर्षन एवं दिषा निर्देषानुसार मतदाताओं को लोकसभा निर्वाचन में अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने का आह्वान किया जा रहा है। खेडली, रोटला स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीण मतदाताओं को मतदान के लिये प्रेरित करने के लिये मतदाता जागरूकता संबंधी जानकारी देने के लिए गांव के मतदान केन्द्र पर ईवीएम और वीवीपैट मषीन से वोट डालने का प्रषिक्षण दिया गया। मतदाताओ को बताया गया कि मतदान प्रकोष्ठ मे प्रवेश करते समय पीठासीन अधिकारी बैलेट यूनिट को वोट डालने के लिए तैयार करेंगे। बैलेट यूनिट मे अपने पसंद के प्रत्याशी के नाम और चुनाव चिन्ह के सामने वाले नीले बटन को दबाना होगा। जिस प्रत्याशी को वोट दिया है उसके नाम, चुनाव चिन्ह के सामने वाली लाइट लाल जलेगी। प्रिंटर एक बैलेट पर्ची प्रिंट करेगा जिसमें पसंद के प्रत्याशी के सरल क्रमांक, नाम और चुनाव चिन्ह अंकित होगा। बैलेट पर्ची सात सेकण्ड के लिए दिखेगी उसके बाद कट कर प्रिंटर के ड्राप बाक्स मे गिर जाएगी और एक बीप की आवाज सुनाई देगी। प्रिंट पर्ची को ग्लास मे से देखा जा सकता है। बैलेट पर्ची नही दिखने एवं बीप की आवाज नही आने पर पीठासीन अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है। वोटिंग मषीन पर मतदाताओं ने ईव्हीएम मशीन में बटन दबाकर, ट्रायल वोट डालकर व्हीव्हीपीएटी मशीन में देखा की उनका वोट किसे मिला है एवं वोटिंग प्रक्रिया को समझा।

एसएसटी दल एवं फ्लाइंग स्काॅट की नजर में है चैक पोस्ट से गुजरने वाला वाहन
        
झाबुआ । लोकसभा निर्वाचन 2019 की तिथियां घोषित होने के साथ ही एसएसटी दल एवं फ्लाइंग स्काॅट सक्रिय हो गये है। एसएसटी दल एवं फ्लाइंग स्काॅट द्वारा झाबुआ जिले की चैक पोस्ट से गुजरने वाले प्रत्येक वाहन की तलाषी ली जा रही हैं।

प्रवेश के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 16 अप्रैल

झाबुआ ।मप्र राज्य षासन द्वारा घोषित स्वषासी, षासकीय एवं अनुदान प्राप्त अषासकीय तथा स्वषासी, षासकीय महिला पोलिटेक्निक महाविद्यालयों में दो, तीन एवं चार वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष में प्रवेष लेने के लिए आवेदन आमंत्रित है। इच्छुक अभ्यर्थी 16 अप्रैल तक आॅनलाईन आवेदन कर सकते है। प्रवेष के लिए आॅनलाईन परीक्षा 9 मई को दो चरणों में आयोजित होगी।

समस्त कर्मचारियों का डाटा पोर्टल पर अद्यतन कर डाटा फ्रीज करने के निर्देश

झाबुआ । लोक सभा निर्वाचन 2019 में संलग्न कर्मचारियों को म्क्ब्अथवा डाक मतपत्र जारी किया जाना है। इस हेतु कर्मचारी के म्च्प्ब् का सही क्रमांक होना आवश्यक है। प्रत्येक कार्यालय का डाटा पोर्टल पर अनफ्रीज कर दिया गया है। इसे 8 अप्रैल  2019 को पुनः फ्रीज कर दिया जाएगा। सभी कार्यालय प्रमुख अनिवार्यत इस अवधि में अपने कार्यालय के समस्त कर्मचारियों का डाटा पोर्टल पर अद्यतन कर डाटा फ्रीज करना सुनिश्चित करें। अन्यथा की स्थिति में समस्त जवाबदारी कार्यालय प्रमुख की होगी।

भारत के राजपत्र में लोकसभा निर्वाचन में खड़े होने वाले अभ्यर्थियों की सूची का होगा प्रकाशन

झाबुआ । भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार आगामी लोकसभा निर्वाचन में निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची को भारत के राजपत्र में प्रकाशन के लिये आयोग को अनिवार्य रूप से भेजा जायेगा। भारत के राजपत्र में प्रकाशन के लिये प्रत्येक चरण में अभ्यर्थिता वापस लेने की अंतिम तिथि के अगले दिन समस्त संसदीय क्षेत्रों के प्रारूप 7-क की सॉफ्ट कॉपी (वर्ड एवं पीडीएफ में) रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा हस्ताक्षरित हार्ड कॉपी सहित निर्वाचन आयोग को भेजने के निर्देश दिये गये हैं। इस संबंध में आयोग द्वारा संसदीय क्षेत्रों के अभ्यर्थियों की सूची फॉर्म 7- क की हार्ड कॉपी एवं सॉफ्ट कॉपी सीधे भारत निर्वाचन आयोग को न भेज कर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को प्रेषित करने एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों को चरणवार संसदीय क्षेत्रों के फॉर्म 7-क एकजाई कर भारत के राजपत्र में प्रकाशन के लिये आयोग की ओर प्रेषित करने के निर्देश दिये गये हैं।

सभी अनुमतियों के लिए सुविधा पोर्टल पर कर सकते है ऑनलाइन आवेदन

झाबुआ । लोकसभा चुनाव के दौरान राजनैतिक दलों के प्रत्याशियों को सभा के लिये मैदान की अनुमति लेने, रैली निकलवाने, हेलीपैड के लिये अनुमति लेने के लिये अब निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय जाने की जरूरत नहीं पडेगी। सभी अनुमतियों के लिये अब आयोग द्वारा बनाये गये सुविधा पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं। चुनाव आयोग ने पारदर्शिता के मद्देनजर किसी भी कार्य की अनुमति लेने के लिये राजनैतिक दलों के लिये पहले आओ पहले पाओ की सुविधा दी है। इसके तहत जो पहले ऑनलाइन आवेदन करेगा, उसे पहले अनुमति दी जायेगी। इसके लिये सुविधा एप पर 72 घंटे पूर्व ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन करने के बाद उपलब्धता अनुसार उन्हें अनुमति दी जायेगी। चुनाव को सरल एवं पारदर्शी बनाने के लिये इस बार आम सभायें, रैली, वाहनों के अधिग्रहण की जानकारी सहित समस्याओं का समाधान भी ऑनलाइन किया जायेगा। अभ्यर्थि आॅफलाईन भी आवेदन कर सकेगे।

पेड न्यूज नियंत्रण हेतु प्रषिक्षण 8 अप्रैल को

झाबुआ । भारत निर्वाचन आयोग के निर्देषानुसार लोकसभा निर्वाचन 2019 के दौरान पेड न्यूज पर नियंत्रण रखने के लिये नियुक्त षासकीय सेवको एवं समिति सदस्यो के लिये प्रषिक्षण का आयोजन 08 अप्रैल 2019 को कलेक्टर कार्यालय झाबुआ के सभाकक्ष मे अपरान्ह 3 बजे से किया जाएगा।  प्रशिक्षण मे पेड न्यूज पर नियंत्रण के लिये नियुक्त षासकीय सेवको को विज्ञापन सर्टिफिकेषन एवं स्थानीय न्यूज चैनलो/राज्य स्तरीय चैनलो पर प्रसारित संदिग्ध पेड न्यूज/विज्ञापन के संबंध मे विस्तृत दिषा-निर्देषो की जानकारी दी जायेगी।

किसान खलिहान को बिजली के खंभे या तार के नीचे न बनाये 
       
झाबुआ । कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ द्वारा किसानो को सलाह दी गई है कि आगामी 5 दिवसों में आसमान मे साफ से छिटपुट बादल रहने, तापमान सामान्य रहने व वर्षा 1.0 होने की संभावना है, तापमान मे गिरावट को देखते हुए सरसो, चना व गेहू की पककर तैयार फसल की कटाई समय पर करे। कटी फसल को उचित नमी स्तर तक सुखाकर गहाई करे। खलिहान को बिजली के खंभे या तार के नीचे न बनाये, आग लगने का खतरा रहता है। चूहो के बिलो का निरीक्षण कर रोकथाम के उपाय करे। ग्रीष्म कालीन मूंग, भिण्डी व कद्दवर्गीय सब्जियों की 7 से 10 दिन के अतंराल से सिंचाई कर अनुसंषित उर्वरक की मात्रा देे।

मतदान के दिन कारोबारी, व्यवसायी और औद्योगिक
उपक्रम के कर्मचारियों को मिलेगा सवैतनिक अवकाश
 झाबुआ । भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर लोकसभा निर्वाचन के लिए 19 मई 2019 को मतदान के दिन कारोबार, व्यवसाय औद्योगिक उपक्रम या अन्य किसी स्थापन में नियोजित व्यक्ति को इस दिन का सवैतनिक अवकाश मंजूर किया जाएगा।  निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदान के दिन कर्मचारियों को सवैतनिक अवकाश की मंजूरी देने की व्यवस्था है। लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम के अनुसार अवकाश मंजूर किए जाने के कारण किसी ऐसे व्यक्ति की मजदूरी से कोई कटौती या उसमें कोई कमी नहीं की जाएगी। यदि कोई नियोजक अधिनियम के उपबंधों का उल्लंघन करेगा तो उसे 500 रूपए तक के जुर्माने से दंडित किया जाएगा। यह प्रावधान किसी ऐसे निर्वाचक को लागू नही होगा जिसकी अनुपस्थिति से उस नियोजक के संबंध में जिसमें वह लगा हुआ है, कोई खतरा या सारवान हानि हो सकती है। प्रदेश के सभी प्रतिष्ठानों और दुकानों जहां शिफ्ट के आधार पर कार्य होता है, वहां भी मतदान दिवस पर अवकाश के प्रावधान लागू होंगे। हालांकि विधानसभा क्षेत्र का सामान्य निवासी कोई एक व्यक्ति जो वहां निर्वाचक के रूप में पंजीकृत है तथा ऐसे औद्योगिक, उपक्रम या  प्रतिष्ठान में कार्यरत है जो सामान्य/उपनिर्वाचक क्षेत्र से बाहर का क्षेत्र है, इस संबंध में स्पष्ट किया गया है कि ऐसी स्थिति में संबंधित निर्वाचन क्षेत्र के बाहर काम कर रहे आकस्मिक वर्कर्स को भी मतदान दिवस पर सवेतन अवकाश का लाभ मिलेगा। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के अधीन प्रदत्त प्रावधानों के अंतर्गत दैनिक वेतन/आकस्मिक श्रमिक भी मतदान के दिन एक अवकाश तथा मजदूरी के हकदार होंगे।

भाजपा का नया नारा: फिर एक बार, मोदी सरकार

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 नयी दिल्ली 7 अप्रैल, भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने लोकसभा चुनाव के लिये पार्टी की चुनाव प्रचार थीम जारी की और कहा कि इन चुनावों में लोगों के पास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘एकजुट और परखी हुई सरकार’ और ‘अराजकता और महामिलावटी’ विपक्ष को चुनने का विकल्प होगा। विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों को यह तय करना है कि एक कप्तान वाली सरकार चुननी है या 40 कप्तानों वाली 11 खिलाड़ियों की टीम चुननी है।जेटली ने पत्रकारों को बताया कि उनकी पार्टी के अभियान की टैगलाइन "फिर एक बार, मोदी सरकार"मोदी के पांच साल के कामकाज पर केन्द्रित होगी, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा के मोर्चे, ईमानदारी, और अन्य मुद्दों पर बड़े निर्णय लेने की क्षमता शामिल है। केंद्रीय मंत्री जेटली ने कहा कि ये वादे भविष्य के लिए नहीं हैं क्योंकि सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में इन्हें पूरा किया है। भाजपा सोमवार को अपना घोषणापत्र जारी करेगी।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 07 अप्रैल

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महिलाओं ने मनाई सिंजारा दूज, आज मनाई जाएगी गणगौर तीज, सामूहिक रूप से गणगौर पर्व मनाया

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सीहोर। इस समय शहर में गणगौर पर्व की धूम मची हुई है। अग्रवाल महिला मंडल, माहेश्वरी महिला मंडल सहित अन्य महिला मंडल द्वारा सामूहिक रूप से गणगौर पर्व मनाया जा रहा है। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं सज-धजकर भाग ले रही हैं। रविवार को शहर के तहसील चौराहा स्थित गांधी पार्क में सामूहिक रूप से बड़ी संख्या में भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा अर्चना कर आस्था और उत्साह के साथ सिंजारा दूज का आयोजन किया।  इस संबंध में जानकारी देते हुए अग्रवाल महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती ज्योति अग्रवाल ने अग्रवाल महिला मंडल, माहेश्वरी महिला मंडल सहित अन्य महिला मंडल द्वारा सामूहिक रूप से गणगौर पूजा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। रविवार को बड़ी संख्या में शहर के तहसील चौराहा स्थित गांधी पार्क में उत्साह के साथ मनाया गया। वहीं सोमवार को गणगौर तीज के दौरान माहेश्वरी भवन से चल समारोह निकाला जाएगा, चल समारोह शाम को शहर के सीवन नदी तट पर पहुंचगा। इसके अलावा देर रात्रि को सामूहिक रूप से महिलाओं के द्वारा भवन में झाले का आयोजन किया जाएगा।  श्री अग्रवाल ने सोमवार को सौभाग्य सुंदरी व्रत के बारे में जानकारी देते हुए गणगौर के त्योहार को उमंग, उत्साह और जोश से मनाया जाता है। इसे सौभाग्य सुंदरी व्रत भी कहते हैं। प्रतिवर्ष होली के दूसरे दिन से ही गणगौर का त्योहार आरंभ हो जाता है, जो पूरे दो सप्ताह से अधिक दिनों तक लगातार चलता रहता है। गणगौर तीज के दौरान शहर में अनेक स्थानों पर महिलाओं के द्वारा सामूहिक रूप से कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को अग्रवाल समाज के द्वारा विशाल चल समारोह निकाला जाएगा और रात्रि में पंचायती भवन में झाले देने का कार्यक्रम भी किया जाएगा। 

कलर बेल्ट के लिए कराटे खिलाडिय़ों ने बहाया पसीना, आधा दर्जन से खिलाडिय़ों ने हासिल किया ब्लैक बेल्ट

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सीहोर। शहर के बीएसआई खेल मैदान पर रविवार को मास्टर आफ ताओ कराटे एसोसिएशन के तत्वाधान में एक दिवसीय कलर बेल्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस मौके पर यहां पर मौजूद पांच दर्जन से अधिक कराटे खिलाडिय़ों ने कलर बेल्ट परीक्षा में स्थान प्राप्त करने के लिए शानदार प्रदर्शन कियाा। इस मौके पर आधा दर्जन से अधिक खिलाडिय़ों ने ब्लैक बेल्ट हासिल किया। इस मौके पर एसोसिएशन के अध्यक्ष और मुख्य कोच लखन ठाकुर और  मनोज दीक्षित मामा ने खिलाडिय़ों को बेल्ट से सम्मानित किया गया। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रविवार को आयोजित इस कठिन परीक्षा में पांच दर्जन से अधिक कराटे खिलाडिय़ों ने शानदार प्रदर्शन किया। ब्लैक बेल्ट हासिल करने वाले खिलाडिय़ों में सत्यम चंद्रवंशी, हिमांशु जोशी, आदित्य राठौर, अभिषेक राठौर, प्रतीक नागर, सुमित विश्वकर्मा रहे। इसके अलावा येलो बेल्ट हासिल करने वालों में उत्कृर्ष कुलश्रेष्ट, प्रियाशी बिसोरिया, प्रिंस बिसोरिया, यश बिसोरिया, अमृत शामिल है। वहीं ग्रीन बेल्ट हासिल करने वालों में ऋषभ वर्मा, अथर व्यास, राधा गौर, हर्ष प्रजापति, दीनदयाल राठौर शामिल है और ओरेंज बेल्ट हासिल करने वालों प्रियांश आर्या, कोविद सक्सेना, नीतू लोधी एंव निलेश पंचाल शामिल है। कार्यक्रम के दौरान श्रीमती विमला ठाकुर, जितेन्द्र कुलश्रेष्ठ, अनिल मालवीय, राजेश कुशवाहा आदि भी शामिल थे। 

बारिश होने के कारण दोनों टीमों बनाया संयुक्त विजेता

सीहोर। शहर के बीएसआई क्रिकेट मैदान पर खेली जा रही एसपीएल-3 टी-20 क्रिकेट प्रतियोगिता के फाइनल में बारिश होने के चलते मैदान पर जंगी मुकाबला खेल रही काका लायंस और रायल बॉस को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया।  डीसीए के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि रविवार को शहर के बीएसआई मैदान पर जिला क्रिकेट एसोसिएशन पर खेली जा रही स्वर्गीय प्रमोद पटेल स्मृति एसपीएल-3 टी-20 क्रिकेट प्रतियोगिता के फाइनल में पहले बल्लेबाजी करते हुए काका लायंस ने 179 रन का लक्ष्य दिया। जिसमें अतुल कुशवाहा ने शानदार 61 रन और गौरव-पासी ने 40-40 रन की शानदार पारी खेली। वहीं रायल बॉस की ओर से उम्दा गेंदबाजी करते हुए सचिन कीर ने 3 विकेट हासिल किए। जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी रायल बॉस की टीम का स्कोर जब 3.4 ओवर में बिना कोई विकेट के 38 रन था, इस दौरान बारिश होने के चलते मैच पूरा नहीं खेला जा सका, बाद में यहां पर मौजूद निर्णायकों ने फाइनल खेल रही दोनों टीमों को संयुक्त विजेता के खिताब से नवाजा। इस दौरान एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष जैन, अतुल तिवारी, वीरु वर्मा, अमित कटारिया, मनोज दीक्षित मामा, प्रदीप आहुजा, महेन्द्र शर्मा, कमलेश पारोचे, उल्लास सोलके, नागेश व्यास, पवन सोनी आदि शामिल थे। 

विहिप बजरंग दल ने जिले भर में हर्षोउल्लास से मनाया हिन्दू नववर्ष , गाय और भारत माता की गई पूजा अर्चना 
जाप कर राममंदिर निर्माण का लिया गया संकल्प, कोतवाली चौराहा पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन 
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सीहोर। विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल ने शनिवार को हिन्दू नववर्ष गुड़ीपडवां जिले भर में हर्षोल्लास से मनाया। सुबह 6.30 से 8 बजे तक कुल 90 मिनिट तक जिले के सभी खंड प्रखंड और ग्राम स्तर पर पांच लाख से अधिक रामभक्तों ने 13 माला कर श्रीराम जय राम का जाम किया। देश भर मेंं इसी समय कुल एक करोड़ रामभक्तों ने 13 माला कर 13 करोड़ श्रीराम जाप कर अयोध्या में राममंदिर निर्माण का संकल्प लिया। प्रमुख कार्यक्रम जिला मुख्यालय स्थित परशुराम कोतवाली चौराहा पर आयोजित किया। खंड प्रखंड और ग्रामस्तर पर विभिन्न धार्मिक और देश भक्ति से ओतपा्रेत कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। देश व्यापी अहवान पर विहिप ने विधि पूर्वक गौ माता और भारत माता की पूजा अर्चना की गई। सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भगवां ध्वज लहराकर देश को विश्व गुरू और अखंड बनाने का संकल्प लिया। दुर्गा वाहिनी बहनों और कार्यकर्ताओं के द्वारा हिन्दू नागरिकों को तिलक लगाकर नूतन वर्ष नवरात्रा की बधाई दी गई। कार्यकर्ताओं को कोतवाली चौराहा पर प्रांत पदाधिकारी अजीत शुक्ला और विहिप जिलाध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा ने संबोधित कर सनातन धर्म के गौरव और हिन्दू इतिहास से अवगत कराया। कार्यक्रम में विहिप जिलाउपाध्यक्ष जगदीश कुशवाहा, जिला मंत्री राकेश विश्वकमाज़्, जिला संयोजक विवेक राठौर, जितेंद्र नरोलिया, हेम सिंह, राजू मीणा, नगर अध्यक्ष आलेख राठौर, नगर मंत्री यज्ञेश सेव, आशीष सिसोदिया, मंगलेश वमाज़्, अजय पटेल, मोहन भाटी, राधेश्याम मेवाड़ा, महेंद्र मेवाड़ा, राजेश राजपूत, अनूप मीणा, गुलाब प्रजापति सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्तागण शामिल रहे। 

लोकसभा निर्वाचन को लेकर मीडियाकर्मियों को प्रशिक्षण आज

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री गणेश शंकर मिश्रा के निर्देशानुसार 08 अप्रैल को प्रात:11 बजे जिला पंचायत सभाकक्ष में निर्वाचन प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी श्री अरुण कुमार विश्वकर्मा द्वारा जिले के समस्त प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधियों के लिए लोकसभा निर्वाचन के संबंध में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधियों से प्रशिक्षण में उपस्थित होने की अपेक्षा की गई है। 

मतदान के दिन कारोबारी, व्यवसायी और औद्योगिक उपक्रम के कर्मचारियों को मिलेगा सवैतनिक अवकाश

भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार पर लोकसभा निर्वाचन के लिए मतदान के दिन कारोबार, व्यवसाय औद्योगिक उपक्रम या अन्य किसी स्थापन में नियोजित व्यक्ति को सवैतनिक अवकाश स्वीकृत किया जाएगा।  निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदान के दिन कर्मचारियों को सवैतनिक अवकाश की मंजूरी देने की व्यवस्था है। लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम के अनुसार अवकाश मंजूर किए जाने के कारण किसी ऐसे व्यक्ति की मजदूरी से कोई कटौती या उसमें कोई कमी नहीं की जाएगी। यदि कोई नियोजक अधिनियम के उपबंधों का उल्लंघन करेगा तो उसे 500 रूपए तक के जुर्माने से दंडित किया जाएगा। यह प्रावधान किसी ऐसे निर्वाचक को लागू नही होगा जिसकी अनुपस्थिति से उस नियोजक के संबंध में जिसमें वह लगा हुआ है, कोई खतरा या सारवान हानि हो सकती है। प्रदेश के सभी प्रतिष्ठानों और दुकानों जहां शिफ्ट के आधार पर कार्य होता है, वहां भी मतदान दिवस पर अवकाश के प्रावधान लागू होंगे। हालांकि विधानसभा क्षेत्र का सामान्य निवासी कोई एक व्यक्ति जो वहां निर्वाचक के रूप में पंजीकृत है तथा ऐसे औद्योगिक, उपक्रम या प्रतिष्ठान में कार्यरत है जो सामान्य/उपनिर्वाचक क्षेत्र से बाहर का क्षेत्र है, इस संबंध में स्पष्ट किया गया है कि ऐसी स्थिति में संबंधित निर्वाचन क्षेत्र के बाहर काम कर रहे आकस्मिक वर्कर्स को भी मतदान दिवस पर सवेतन अवकाश का लाभ मिलेगा। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के अधीन प्रदत्त प्रावधानों के अंतर्गत दैनिक वेतन/आकस्मिक श्रमिक भी मतदान के दिन एक अवकाश तथा मजदूरी के हकदार होंगे। 

4 लाख रूपए लोन देने के नाम पर फर्जी कंपनी ने ठगे 46 हजार रूपए,  फरियादी ने एसपी कार्यालय में दर्ज कराई है शिकायत 

सीहोर। फर्जी ऑनलाईन कंपनी ने लोन देने के नाम पर ग्रामीण युवक से 46 हजार रूपए ठग लिए। फरियादी ने कंपनी के द्वारा की गई धोकाधड़ी की शिकायत जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय और कोतवाली पुलिस को की है। मंडी थाना क्षेत्र के ग्राम निपानिया कला में निवासरत जितेंद्र वर्मा पुत्र हेमराज वर्मा ने अखबार में तथाकथित श्रीराम फायनेंस कंपनी का एड देखा। जिस में सरकारी योजना के माध्यम से प्राईवेट और निजी बैंकों से मार्कशीट, प्रापर्टी, पर्सनल सहित सभी तरह के लोन मात्र एक प्रतिशत ब्याज और पचास प्रतिशत छूट पर देने का विश्वास दिलाया गया। कंपनी के झांसे में आकर 27 मार्च को चार लाख रूपए व्यापार लोन के लिए संपर्क किया। कंपनी ने मोबाईल नम्बर 8943542505 से फाईल चार्ज के नाम पर 28 मार्च को 3500 रूपए पंजाब नेशनल बैंक के खाता क्रमांक 0588001501975052 में जमा कराए गए। जिस के बाद खाते की लिमिट बढ़ाने के लिए फिर 29 मार्च को 10 हजार रूपए इसी नम्बर पर जमा कराए गए लेकिन लोन नहीं दिया। लोन जल्दी देने के नाम पर 30 मार्च को 9 हजार 200 रूपए जमा कराए गए। संबंधित ने कहा की आपकी फाईल कंपलीट है आप को 11200 रूपए और जमा करना है 3 अपैल को उक्त राशि जाम कर दी। फिर लोन राशि नहीं दी। फिर कहा की लोन की तीन किश्ते एड़वास खाते में जमा करनी होगी। लोन मिल रहा के चक्कर में पहली किश्त की राशि 4 अप्रैल को 12 हजार 200 उक्त पंजाब नेशनल बैंक के खाते में जमा कर दिए। कंपनी के द्वारा फिर कहा गया की 7 हजार 200 रूपए और जमा करो इस के बाद लोन की राशि आपने के एकाउंट में पहुंचेगी। फरियादी ने इस तरह बेरोजगारों के साथ ठगी करने वाली कंपनी श्रीराम फायनेंस पर कड़ी कार्रवाहीं करने और कड़ी मेहनत की कमाई वापस दिलाने की गुहार पुलिस प्रशासन से लगाई है। 

विशेष : कमलनाथ सरकार की उपलब्धियां और लोकसभा चुनाव में उम्मीदें

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मध्यप्रदेश में 15 साल बाद कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुयी है. अब शिवराज की जगह कमलनाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. भाजपा के लम्बे कार्यकाल के दौरान शिवराज सिंह चौहान यहां सत्ता का पर्याय बन चुके थे. ऐसे में कांग्रेस की नयी सरकार के सामने चुनौती सत्ता के चाल-चेहरे को बदलते हुये अपने आप को साबित करने की थी. मुख्यमंत्री के तौर पर कमलनाथ की पहले दिन से यही कोशिश भी रही है. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उन्होंने ताबड़तोड़ फैसले लेकर एक बड़ी लकीर खीचने की कोशिश की है फिर वो चाहे शपथग्रहण के कुछ ही घंटों के भीतर कर्जमाफी के फैसले पर हस्ताक्षर हो या फिर कन्या विवाह योजना की राशि को 28 हजार से बढ़ाकर 51 हजार करना, आशा कार्यकर्ता के प्रोत्साहन राशि में वृद्धि, गरीब परिवारों को पीडीएस के जरिये हर महीने 4 किलो दाल, पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश, हर पंचायत में गौशाला निर्माण और  पुजारियों का मानदेय बढ़ाना, जैसे ताबड़तोड़ फैसले. कमलनाथ के नेतृत्व में मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने पहले दिन से ही डिलीवर करती दिखाई पड़ रही है. इस दौरान कमलनाथ सरकार यह सन्देश देने में पूरी तरह से कामयाब रही है कि उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता वचन पत्र में किए गए वादों को पूरा करना है. अपने 70 दिनों के इस छोटे से कार्यकाल में कमलनाथ अपनी छाप छोड़ने में काफी हद तक कामयाब रहे हैं. लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से ठीक पहले कमलनाथ सरकार ने अपना जो रिपोर्ट कार्ड पेश किया है वो उसके आत्मविश्वास को दर्शाता है. रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुये मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि उनकी सरकार ने 70 दिनों में 83 वचनों को पूरा कर लिया है जिसमें वे कर्जमाफी को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि बता रहे हैं.

 “वचन वीर” कमलनाथ
जहाँ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहचान “घोषणा वीर” मुख्यमंत्री के तौर पर थी वही अब कमलनाथ की पहचान “वचन वीर” मुख्यमंत्री के तौर पर बनती जा रही है. गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र को ‘वचन पत्र’ का नाम दिया था. 112 पन्नों के इस दस्तावेज में 973 बिंदुओं को शामिल किया गया था. इसमें सबसे बड़ा “वचन” किसानों की कर्जमाफी का है जिसके तहत दो लाख तक के कर्ज को माफ़ करने का वादा किया गया था. कर्जमाफी के इस दायरे में प्रदेश के करीब 50 लाख किसान आ रहे हैं. इसके अलावा कांग्रेस के द्वारा अपने वचन पत्र में किसानों का बिजली बिल आधा करने, 7वां वेतनमान लागू करने, 1 लाख युवाओं को नौकरी देने और हर परिवार के एक बेरोज़गार युवा को 10000 प्रतिमाह भत्ता देने जैसी बातें की गयी थीं.  कमलनाथ की सबसे बड़ी चुनौती ‘वचन पत्र’ में किये गये भारी-भरकम वादों पर खरा उतरना है. ऐसे स्थिति में यह और मुश्किल है जब नयी सरकार को विरासत में खाली खजाना और भारी-भरकम कर्ज का बोझ मिला हो. ऊपर से उसके सामने कुछ ही महीनों बाद उसे लोकसभा चुनाव के जैसे परीक्षा में भी खरा उतरने की चुनौती है. शायद इसीलिये अपनी सरकार बनते ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सभी विभागों और सम्बंधित अधिकारियों के पास अपना “वचन पत्र” भेज कर इसपर प्राथमिकता के साथ काम करने का निर्देश दिया था. कांग्रेस सरकार की हर मुमकिन कोशिश थी कि किसी भी तरह से लोकसभा चुनाव से पहले तक कर्जमाफी की उपलब्धि उसके खाते में दर्ज हो जाये.

70 दिन और 83 वचन पूरा करने का दावा
अपनी सरकार के सत्तर दिन पूरा होने पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ‘25 दिसंबर को पिछली भाजपा ने हमें ऐसा राज्य सौंपा था जिसकी तिजोरी खाली थी, जो किसानों की आत्महत्या और महिला अपराध के मामले में नंबर वन था ऐसे राज्य को हमने पटरी पर लाने का काम किया है.’ उन्होंने कहा कि ‘हमने जो वचन दिया था उसमें हम आगे बढ़े हैं.’ मुख्यमंत्री ने दावा किया कि खराब वित्तीय परिस्थितियों के बावजूद उनकी सरकार ने करीब 70 दिनों के कार्यकाल में अपने वचनपत्र में शामिल 83 वचन पूरे कर लिये हैं.  इस मौके पर कमलनाथ ने कहा कि ‘सरकार में आते ही हमारी पहली प्राथमिकता किसानों का कर्जमाफ करने की थी.’ उन्होंने दावा किया कि ‘उनकी सरकार में 24 लाख 84 हजार किसानों का कर्ज माफ हुआ है,किसानों का 10 हजार करोड़ का कर्जा माफ़ कर दिया है बाकी लगभग 25 लाख किसानों का कर्ज माफ़ी की प्रक्रिया में है जो लोकसभा चुनाव के बाद पूरी की जायेगी. इसको लेकर मुख्यमंत्री आश्वासन दे चुके हैं कि ‘जिन किसान भाइयों ने ऋण माफी का आवेदन भरा है उन्हें योजना का लाभ अवश्य मिलेगा.’ इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री के हवाले से किसानों को उनके मोबाइल फोन पर सन्देश भी भेजा गया है जिसमें लिखा गया है कि “जय किसान फसल ऋण माफी योजना में आपका आवेदन मिला है, लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण आपकी ऋण माफी नहीं हो पाई है, चुनाव के बाद शीघ्र स्वीकृति की जावेगी.” इसके अलावा कमलनाथ सरकार द्वारा इंदिरा किसान ज्योति योजना और इंदिरा गृह ज्योति योजन की शुरूआत की गई है. इंदिरा किसान ज्योति योजना के तहत किसानों को दस हॉर्स पावर तक के पंपों के लिए आधी दरों पर बिजली देने की बात की गयी है जबकि इंदिरा गृह ज्योति योजन में  घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट की खपत पर 100 रुपये बिल की सुविधा देने की बात की गयी है.

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कमलनाथ सरकार द्वारा  प्रदेश में पिछड़ा वर्ग आरक्षण को 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 फीसदी तक बढ़ाने का फैसला लिया गया था जिसमें सरकारी नौकरियों में ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण मिलने की बात थी. उम्मीद की जा रही थी कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को इसका फायदा मिलेगा लेकिन बाद में हाईकोर्ट द्वारा इसपर रोक लगा दी गयी. कमलनाथ सरकार द्वारा युवा स्वाभिमान योजना की शुरुआत भी की गयी है जो 21 से 30 साल के शहरी युवा बेरोजगारों के लिए है जिसमें 100 दिन का रोजागर और प्रशिक्षण दिया जाना है. इसके लिये युवाओं को चार हजार रुपए प्रतिमाह स्टाइपेंड देने का प्रावधान भी किया गया है. इस योजना में फोटोग्राफर, बेल्डर, वीडियो ग्राफर,इलेक्ट्रीशियन, मैकेनिक, बढ़ई जैसे कार्यों की ट्रेनिंग के साथ पशु हांकने और बैंड बजने लिए भी प्रशिक्षण देने की बात की गयी है जिसको लेकर विपक्षी भाजपा ने इसे बेरोजगारों के साथ मजाक बताया है. कमलनाथ सरकार के इस रिपोर्ट कार्ड को लेकर भाजपा का कहना है कि कांग्रेस ने महज सत्ता में आने के लिए किसानों से दो लाख तक का कर्ज माफ करने युवाओं को रोजगार देने और बेरोजगारी भत्ते का वादा किया था, लेकिन उनकी मंशा ही ठीक नहीं थी इसलिए कमलनाथ सरकार ने आचार संहिता का बहाना लेकर कर्जमाफी टाल दी है और युवाओं को बेरोजगारी भत्ता भी नहीं मिला है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कमलनाथ सरकार के दावे पर हमला बोलते हुये कहते हैं कि ‘जो पार्टी 70 साल में कुछ नहीं कर पाई उसने 76 दिनों अपने 83 काम करने का ढिंढोरा पीट दिया.’ उन्होंने आरोप लगाया है कि ‘मध्यप्रदेश में डकैतों की सरकार वापस आ गई है, इन बीते 76 दिनों में एक बार फिर बिजली की कटौती शुरू हो गई है, लालटेन युग की वापसी हुई है. सरकार थोक बंद तबादले में लगी रही, प्रशासन और ला एंड ऑर्डर की व्यवस्था चरमरा गई, 76 दिन में 7600 से ज्यादा तबादले हुये हैं....प्रदेश में तबादला उद्योग खुल गया है और लेन-देन तबादले किये जा रहे हैं.” इतनी बड़ी तादाद में हो रहे तबादलों पर सवाल उठाये जाने पर मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है कि ‘नई सरकार बनने पर ट्रांसफर तो होते ही हैं. प्रदेश में कई अफसर/ अधिकारी पिछले 15 सालों से एक ही जगह जमे थे और भाजपा का बिल्ला लेकर काम कर रहे थे ऐसे में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक सर्जरी जरूरी थी.’

कमलनाथ सरकार की चुनौतियां और संभावनायें 
मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार की सबसे बड़ी चुनौती खाली खजाना है. प्रदेश की सरकार गंभीर   कर्ज के संकट से जूझ रही है जो कि लगातार बढ़ता जा रहा है. 2014 में मध्य प्रदेश सरकार पर 77 हजार करोड़ रुपए का कर्ज था जो आज लगभग एक लाख 84 हजार करोड़ रुपए तक पहुँच गया है. अभी तक कांग्रेस सरकार 5000 हजार करोड़ रुपए का कर्ज ले चुकी है. ऐसी स्थिति में कमलनाथ सरकार पर अपने भारी-भरकम वचनों को पूरा करने का दबाव है, जाहिर है ऐसी स्थिति में यह कर्ज और बढ़ेगा. ऊपर से केंद्र में भाजपा की सरकार है जहां से प्रदेश की कांग्रेस सरकार किसी खास मदद की उम्मीद नहीं कर सकती है. ऐसे में अगर एकबार फिर से केंद्र में मोदी सरकार वापस आ जाती है तो यही स्थिति बनी रहेगी.

दूसरी बड़ी चुनौती कांग्रेस सरकार का कामचलाऊ बहुमत में होना है, सरकार बनाने के लिये उन्हें दूसरों पर निर्भर होना पड़ा है. 230 सदस्यों वाली विधानसभा में इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 114 सीटें मिली हैं जोकि बहुमत से दो कम हैं. दूसरी तरफ भाजपा को 109 सीटें मिली हैं, कांग्रेस बहुजन समाज पार्टी के दो, समाजवादी पार्टी के एक और चार निर्दलियों की मदद से 121 सीटों के साथ किसी तरह से मध्यप्रदेश में सरकार बनाने में कामयाब हो सकी है. सीटों का अंतर बहुत कम होने और बहुमत के लिये दूसरों पर निर्भरता की वजह से कमलनाथ सरकार की स्थिरता को लेकर लगातार अटकलें बनी रहती रहती हैं. कांग्रेस बदलाव के नारे के साथ सत्ता में आयी है, मुख्यमंत्री कमलनाथ की अगुवाई में धीरे-धीरे गवर्नेंस और चाल-ढाल में बदलाव भी देखने को मिल रहा है. कमलनाथ की छवि तुरंत निर्णय लेवे वाले और परिणाम देने वाले व्यक्ति के रूप में जाना जाता है. अभी तक के कार्यकाल में उन्होंने इस बात को स्थापित करने में मुख्य जोर लगाया है कि उनकी सरकार की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है. आज वे काम करने वाली सरकार की छवि बनाने में काफी हद तक कामयाब हो गये हैं. अब यह माना जाने लगा है कि कमलनाथ एक मजबूत, सक्रिय और सबको साथ लेकर चलने वाले मुख्यमंत्री हैं. सरकार का प्रशासन पर उनका नियंत्रण है,तेजी से निर्णय होते दिखाई पड़ रहा है और कांग्रेस के संगठन की गुटबाजी भी काबू में है. मुख्यमंत्री बनने के बाद से उनकी निगाह  लोकसभा चुनाव पर है इसलिए उन्होंने अपना पूरा जोर वचनपत्र में किये गये वादों पर लगाया. पिछले लोकसभा में कांग्रेस राज्य की 29 लोकसभा सीटों में से 2 सीटें ही जीत पायी थी. इस बार उसका लक्ष्य कम से कम 15 सीटें जीतने की है. अगर कांग्रेस इस लक्ष्य के आस-पास भी पहुँच जाती है तो यह कमलनाथ सरकार पर जनता का एक और मुहर होगा.  




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जावेद अनीस 
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बेगुसराय : छठी माँ के किरदार में नजर आएंगी प्रीति झंगियानी

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फ़िल्म मोहब्बतें से की अपने कैरियर की शुरुआत।
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अरुण कुमार (आर्यावर्त) बेगूसराय 07 अप्रैल 2019बॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्री प्रीति झंगियानी आने वाली फिल्म जय छठी मां में छठी मां का किरदार जीवंत करती नजर आयेंगी सुपरहिट फिल्म "मोहब्बतें"से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत करने वाली प्रीति झंगियानी की फिल्म जय छठी मां पांच अप्रैल को प्रदर्शित होनेवाली,फिल्म में प्रीति झंगियानी के अपोजिट रवि किशन हैं। फिल्म में प्रीति झंगियानी ने छठी मां का किरदार निभाया है। फिल्म के प्रमोशन के सिलसिले में आज बेगूसराय के होटल के डी एम पैलेस में पहुचे फ़िल्म के निर्माता मुरारी सिन्हा ने बताया कि बिहार ही नही वरण भारत वर्ष में छठ पूजा पर बनी यह पहली हिंदी फिल्म है।छठ बिहार का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है।इस फिल्म के जरिये बिहार और उत्तरप्रदेश के नागरिकों को छठी मां के प्रति आस्था को और करीब से जानने का अवसर मिलेगा।मैंने इस फिल्म के लिये फिल्म काफी रिसर्च किया।छठी मैया के लुक पर हमने काफी ध्यान दिया है।मुझे उम्मीद है कि,जिस तरह दर्शकों में पौराणिक फिल्म जय संतोषी मां सुपरहिट रही थी उसी तरह जय छठी मां भी हिट साबित होगी।यह फ़िल्म पूरे भारत वर्ष में कुल 65 सिनेमाघरों में एक साथ 5 अप्रैल को प्रदर्शित कीया गया है।फिल्म के सह निर्देशक नीलेश सिंह ने बताया कि जय छठी मां देश की सबसे बड़ी बजट की धार्मिक फिल्म है।और इसमें उच्च क्वालिटी के ग्राफिक्स का इस्तेमाल किया गया हैं,बाहुबली के बाद यह सब से अच्छी फिल्म हैं।इस फिल्म में मेरी आत्मा बसी हुई है और उम्मीद है कि दर्शक भी फिल्म को बेहद पसंद करेंगे। उल्लेखनीय है कि रजनी गंजु और रूचि गुप्ता निर्मित जय छठी मां में प्रीति झगियानी और रवि किशन के अलावा गुरलीन चोपड़ा ,शीतल काले  निशा सिंह और राहुल जैन ने भी अहम भूमिका निभायी है। बेगूसराय में फ़िल्म के प्रमोशन के अवसर पर होटल के डी एम पैलेस में भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष रंजन,नगर निगम के उप मेयर राजीव रंजन,जिला खेल संयोजक विश्वजीत कुमार,कार्यक्रम संयोजक बिश्वजीत कुमार,बेगूसराय जिला क्रिकेट संघ के उपाध्यक्ष मो. आजाद,कोषाध्यक्ष हरिशंकर राय छोटू,जावा शोरूम के निदेशक अविनाश कुमार,समाजसेवी इफ़्तुर रहमान,अजय कुमार,शिक्षिका अर्चना कुमारी,अनुपमा सिंह,खिलाड़ी सोनाली कुमारी,सहित सैकड़ों नागरिक मौजूद थे।संचालन बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के नगर सचिव रणधीर कुमार ने किया।आगत अतिथियों का स्वागत माला और अंगवस्त्र से किया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के पश्चात फ़िल्म प्रमोशन के लिए "जय छठी माँ"की टीम लोहियानगर स्थित आर्यभट्ट के निदेशक प्रो. अशोक कुमार अमर तथा रतनपुर में फंडामेंटल संस्थान के निदेशक और बच्चों से मिलकर फ़िल्म देखने की अपील की तत्पश्चात टीम दीपशिखा सिनेमा हॉल पहुंचकर फ़िल्म देख रहे सैकड़ों दर्शकों की हौसला अफजाई की पुनः बरौनी के अम्बे सिनेमा हॉल के लिए प्रस्थान कर गयी।

ललित गर्ग राजभाषा विभाग के हिंदी विद्वानों में चयनित

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नई दिल्ली, 7 अप्रैल 2019, भारत सरकार के गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग के हिंदी विद्वानों में प्रख्यात लेखक, साहित्यकार, पत्रकार एवं समाजसेवी श्री ललित गर्ग को चयनित किया गया गया है। राजभाषा विभाग ने हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिए देश भर के हिंदी विद्वानों के नामों को आमंत्रित किया जिनमें से पात्रता के आधार पर श्री गर्ग का चयन किया गया है। इस विभाग में कुल 32 हिंदी विद्वानों को शामिल किया गया है। एक संपूर्ण प्रक्रिया के अंतर्गत इन विद्वानों का चयन किया जाता है।  श्री गर्ग पिछले तीन दशक से राष्ट्रीय स्तर पर लेखन और पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाएं प्रदत्त करते रहे हैं। वे अणुव्रत आंदोलन के साथ सक्रिय रूप से जुड़े रहे हैं और अणुव्रत लेखक मंच के राष्ट्रीय संयोजक के साथ-साथ अणुव्रत पत्रिका के संपादक रहे हैं। वे अनेक पत्र-पत्रिकाओं के संपादक एवं पुस्तकों के लेखक हैं। विदित हो वर्तमान में श्री गर्ग सूर्यनगर एज्यूकेशनल सोसायटी (रजि॰) द्वारा संचालित विद्या भारती स्कूल के कार्यकारी अध्यक्ष हैं एवं सुखी परिवार फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक एवं संस्थापक हैं। सुखी परिवार फाउंडेशन के माध्यम से गुजरात के आदिवासी क्षेत्र में एकलव्य माॅडल आवासीय विद्यालय, ब्रह्मसुंदरी कन्या छात्रावास, सुखी परिवार गौशाला आदि संचालित किये जा रहे हैं।  श्री गर्ग राजधानी की विभिन्न सांस्कृतिक एवं साहित्यिक संस्थाओं के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हैं। साहित्य, पत्रकारिता और सामयिक मुद्दों के लेखन कि दृष्टि से इनकी समाज को विशिष्ट सेवाएं प्राप्त हो रही हैं। श्री गर्ग को राष्ट्रीय अणुव्रत लेखक पुरस्कार, राष्ट्रीय चेतना पुरस्कार, सृजन गौरव पुरस्कार एवं महाप्रज्ञ प्रतिभा पुरस्कार सहित अनेक पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है। श्री गर्ग पत्रकारिता के क्षेत्र में नैतिक दर्शन और मूल्यों को प्रतिस्थापित करने की दृष्टि से प्रयासरत हैं और राष्ट्रभाषा हिंदी को जनजीवन में प्रतिष्ठापित करने एवं राजकाज की भाषा के रूप में इसके प्रचलन को बढ़ावा देने के लिए संघर्षरत हैं। 

दुमका : जीवन में भोगे गए यथार्थ पर आधारित है डॉ (मो.) हनीफ की कृति "एक पिता का सच"

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) यूँ तो डॉ (मो.) हनीफ एस पी एम दुमका में अंग्रेजी के शिक्षक हैं किन्तु अंग्रेजी के साथ साथ हिन्दी, उर्दू, संताली व बंग्ला भाषा में भी इनकी जबर्दस्त पकड़ है। सभी  पाँच भाषाओं में डॉ (मो.) हनीफ ने सैकड़ों कविताएँ, कहानियाँ व उपन्यासों की रचना कर संताल परगना की साहित्यिक धरा, सामाजिक, सांस्कृतिक व वैचारिक सरोकारों को पूरे दमखम के साथ सामने लाने का काम किया है। "एक पिता का सच"डॉ हनीफ़ की बारहवीं कृति है, जिसमें कुल पांच कहानियां समाहित हैं। इस संकलन की सारी कहाानियाँ एक से बढ़कर एक हैं।  सामान्यतः कहानी किसी एक घटना पर आधारित होती है, जो मानव जीवन को प्रभावित करती चली जाती है। डॉ हनीफ़ की कहानियां सचमुच एक अलग संसार को जन्म देती है, जो वास्तविकता के काफी करीब दिखती है। अंतरराष्ट्रीय कहानीकार डॉ हनीफ़ की कहानियों की खास विशेषता यह है कि इनके लिखने का विषय आमतौर पर आसपास की चीजें, घटनाक्रम, भोगे हुए अनुभव व यथार्थ पर आधारित होता है। कई कहानियाँ तो किसी किसी से वार्तालाप पर ही आधारित और वहीं से प्रारम्भ ही होती हैं जो पाठकों  को बांधे रहती है। 'चाहत'कहानी में इन्होंने एक लड़की की विवशता और उसके प्रति समाज के दृटिकोण को बड़ी ही सहजता के साथ उकेरा है।  इस कहानी के माध्यम से  यह दिखाने का प्रयास किया गया है कि आपसी गलतफहमी  किसी की व्यक्तिगत जिन्दगी को  किस कदर प्रभाावित कर जाती है।  किसी की जिंदगी पछतावे के दलदल में किस तरह ठेल दी जाती है। दूसरी कहानी  "विनती"  भी अत्यंत ही प्रभावपूर्ण शैली में लिखी गई है।  प्रेम का अर्थ एक दूसरे की भलाई व खुद का त्याग है, बलिदान है, जिसके लिए एक दूसरे के साथ रहना जरूरी नहीं है। असल प्रेम तो आध्यात्म है, जो स्थाई और शाश्वत है। जिसके लिए  ह्रदय से आत्मीय संबंध होना आवश्यक है, नश्वर शरीर का नहीं। इसकी पवित्रता इतनी स्पष्ट है कि नायक कहता है, 'नहीं अनुधे हम दोनों के बीच आग का दरिया है, जिसे स्पर्श मात्र से दोनों जलकर भष्म हो जाऐंगे। दृश्य इतना  कारुणिक है, जिसे शब्दों में नहीं कहा जा सकता है। तीसरी कहानी "एक पिता का सच"है,जो वस्तुतः एक लाचार पिता की बुढ़ापेपन की अवस्था की आपबीती है, जो समकालीन और यथार्थ है। अतियथार्थवाद को कहानी के माध्यम से समाज के सामने हूबहू प्रस्तुत करने का दुःसाहस सचमुच विरले ही लेखकों में दिखाई पड़ता है जिसे डॉ हनीफ़ ने किया है। एक पिता किस प्रकार बुढ़ापे में अपने पुत्र और पत्नी के आगे लाचार होकर  अंततोगत्वा कॉवशेड में रातें बिताता है, देखने वाली बात है।  रात में कभी-कभी बकरी के बच्चे उसके बिस्तर पर सो जाते हैं और कभी तो कपड़े भी गीला कर देते। कुछ तो उनके खटिये के नीचे अपना  बाथरूम बना चुके होते हैं। गजब की स्थिति हो जाती है तब एक पिता की। यह कहानी  एक पिता की पीड़ा है, वेदना है, एक पिता का भोगा गया  सच है।  चौथी कहानी "माथे की बिंदिया"में एक नारी के लिए बिंदिया के महत्व को बड़े ही सरल ढंग से दिखाया गया है। बिंदिया की कीमत कम होती है, लेकिन जब  सही समय पर जब यह माथे पर लग जाती है तो यह अनमोल हो जाती है। जीवन भी यही है। माथे की बिंदिया की तरह...। अंतिम कहानी लेखक के  बचपन की है, जिसमे माता और पुत्र का सामान्य वार्तालाप है, जो गद्यात्मक और पद्यात्मक दोनों है। माँ बूढ़ी हो गई है, लेकिन उनकी सेवा के लिए पुत्र शहर की सारी सुख सुविधाओं को त्याग कर माँ की सेवा ही अपनी जिन्दगी की सबसे बड़ी उपलब्धि समझ बैठता है और पूरी ईमानदारी के साथ उसका निर्वहन करता है।  लेखक यह साबित करना चाहता है कि माँ के साथ जीवन बिताने का आनन्द स्वर्ग से भी   ज्यादा सुखद और  आनन्ददायक है।  अंत में रूआंसा होकर लिखता  है  "पता नहीं जब अगली कहानी संग्रह आएगी तो मेरी माँ उसे देखने के लिए  जिन्दा रहेगी भी या नहीं। लेकिन माँ, तुम्हारी दी हुई ताबीज, जिस पर तुम्हारी अंगुलियों की निशां मौजूं हैैं ,  सदैव मेरे साथ रहेगी"।  निस्संदेह कहा जा सकता है कि भारतीय परिवेश में जन्म लेती इनकी कहानियां अलग छाप छोड़ जाऐंगी, ऐसा विश्वास है।

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पूर्णिया : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्णिया के स्वयंसेवकों ने सरस्वती शिशु मंदिर में हिंदू नववर्ष मनाया। वर्ष प्रतिपदा के पावन अवसर पर सभी स्वयंसेवकों ने संघ की शाखा या किसी भी कार्यक्रम के प्रारंभ में अपने गुरु के स्थान पर लगने वाले भगवा ध्वज के स्थापित होने के पूर्व अपने आद्य सरसंघ चालक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार जी को आद्य सरसंघचालक प्रणाम निवेदित किया। जिसके उपरांत ध्वज स्थापित किया गया और तब ध्वज प्रणाम हुआ। ऐसा पूरे वर्ष में हिंदू नववर्ष के ही दिन संघ के स्वयंसेवकों द्वारा किया जाता है। हिंदू नववर्ष की महत्ता संपूर्ण विश्व के लिए है लेकिन स्वयंसेवकों के लिए उनके आद्य सरसंघचालक डॉ हेडगेवार का जन्मदिवस नववर्ष के दिन को और भी महत्वपूर्ण बनाता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ वर्ष प्रतिपदा उत्सव को अपने छह उत्सव में प्रथम उत्सव मानता है। चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा विक्रम संवत 2076 कलियुगाब्द 5120 हिन्दू नववर्ष के दिन ही इस सृष्टि का निर्माण ब्रह्मा जी के द्वारा किया गया। भगवान श्रीरामचंद्र जी का राज्याभिषेक, धर्मराज युधिष्ठिर का राज्याभिषेक, भगवान झूलेलाल जी का जन्मदिवस, सिख परंपरा के द्वितीय गुरु अंगद देव जी का जन्मदिवस, आर्य समाज का स्थापना दिवस इस प्रकार और भी अनेक विषय इसी दिन घटित हुए। जो इस दिन को पावन बनाते हैं। यह नव वर्ष तो साक्षात प्रकृति भी बनाती है। इस उत्सव में बौद्धिककर्ता के रूप में पूर्णिया विभाग प्रचारक राकेश कुमार ने कहा कि संपूर्ण विश्व में जिस संस्कृति की पताका लहराती रही और आज पुनश्च उस संस्कृति का प्रभाव विश्व पटल पर दिख रहा है। क्योंकि जहां देश में अलग अलग कार्य पद्धति चल रही है वहीं 1925 से बीज रूप में स्थापित संघ जो आज बट वृक्ष बन चुका है। जिसकी कार्यपद्धति की देन है कि आज संघ के स्वयंसेवक राष्ट्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और इन सब का कारण कार्यपद्धति में निहित सर्वस्व अर्पण की भावना है। जहां एक ओर दुनिया में स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग बढ़ जाने को प्रगति का मानक माना गया है वहीं अपने देश में सर्वस्व त्याग करने वाले संतो, जान न्योछावर करने वाले क्रांतिकारियों ने समाज सुधार में अपना सर्वस्व झोंक देने वाले महापुरुषों को भारत की जनता मानती और पूछती है। जिला संघचालक डॉ हरिनंदन राय ने कहा कि देश की जनता धन कुबेरों को नहीं पूछती। दुनिया में केवल यही एक देश है जहां हमारे लिए यह भूमि का टुकड़ा मात्र नहीं बल्कि यह हमारी मातृभूमि है और इस कार्यपद्धति के बढ़ने का कारण यह है कि हम अपने पूर्वजों के बताए मार्ग पर चलते हैं। हम महापुरुषों के विचारों को आत्मसात कर चलते हैं। संघ का स्पष्ट मत है राष्ट्र को परम वैभव के शिखर पर आसन्न करने के लिए भारत को त्याग और तपस्या के जीवन को याद करते हुए जन जन के बीच राष्ट्र प्रथम यह भाव भरना होगा। आज देशभर में 60 हजार से भी अधिक स्थानों पर लग रही संघ की शाखाएं और संघ परिवार के लाखों सेवा कार्य संघ की शक्ति है। संपूर्ण विश्व संघ को पढ़ना चाहता है सुनना चाहता है लेकिन जिस प्रकार गगन के समान दूसरा कोई गगन नहीं समुद्र के समान दूसरा कोई समुद्र नहीं और राम रावण के युद्ध के समान दूसरा कोई युद्ध नहीं हुआ ठीक उसी प्रकार से सुनकर पढ़कर संघ को नहीं समझा जा सकता। यदि सुनकर पढ़कर संघ को समझेंगे क्वेश्चन उत्पन्न होगा भ्रम की स्थिति स्थिति उत्पन्न होगी। सर्वोत्तम यही होगा कि संघ की शाखा में आइए और संघ को समझें प्रत्येक स्वयंसेवक का कर्तव्य बनता है संघ कार्य को अपना बल प्रदान करें। जिससे सीमांचल के क्षेत्र में उत्पन्न हो रही समस्याएं और राष्ट्रवादी गतिविधियों का निराकरण संघ शक्ति सरलतापूर्वक कर सके। अंत में विभाग प्रचारक ने कहा कि इस पावन अवसर पर प्रत्येक स्वयंसेवक को कुछ संकल्प लेना चाहिए। वह संकल्प विश्वास का होना चाहिए दृढ़ निश्चय का होना चाहिए। क्योंकि शुद्ध हृदय की प्याली में विश्वास दीप निष्कंप जलाकर, कोटि कोटि पग चरण बढ़ रहे निज जीवन तिल तिल गला गला कर जब तक ध्येय न पूरा होगा तब तक पग की गति न रुकेगी। आज कहे चाहे जो दुनिया कल को झुके बिना न रहेगी...। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्णिया के चिकित्सक जिला संघचालक डॉ हरिनंदन राय ने की। कार्यक्रम में राष्ट्र सेविका समिति की प्रांत कार्यवाही का अमिता प्रियंवदा, नूपुर शुभांगी, पूजा कुमारी, विद्या भारती के सह प्रदेश सचिव अजय तिवारी प्रधानाचार्य बिरेंद्र मेहता, अशोक सिंह के अलावे अन्य की उपस्थिति रही तथा कार्यक्रम को व्यवस्थित संचालित करने में जिला कार्यवाह सुनील कुमार, विभाग प्रचार प्रमुख संजीत कुमार सह नगर कार्यवाह दीपक कुमार, राहुल राजदेव, शिवशंकर कुमार, आशीष कुमार, प्रभात कुमार, नंदन कुमार की मुख्य भूमिका रही। उत्सव स्थल के बाहर नववर्ष के बैनर स्टीकर झंडे पताके की बिक्री का स्टॉल भी लगा था।

भ्रष्टाचार पर चर्चा करने के लिए राहुल की मोदी को ललकार

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यी दिल्ली सात अप्रैल,कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बहस करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर से चुनौती दी । प्रधानमंत्री ने एक टीवी चैनल को साक्षात्कार दिया था जिसका एक वीडियो क्लिप कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्विटर पर साझा किया है जिसमें मोदी संवादाता से यह पूछते दिख रहे हैं कि फ्रांस के साथ राफेल लड़ाकू विमान समझौते पर आये उच्चतम न्यायालय के फैसले में उन्हें भरोसा है या नहीं । राहुल ने ट्वीट किया, ‘‘श्री मोदी आप भाग सकते हैं लेकिन आप छिप नहीं सकते हैं । आपका कर्म आपका पीछा नहीं छोड़ने वाला है । देश आपकी आवाज में इसे सुन सकता है ।’’ उन्होंने लिखा है, ‘‘सच बहुत ताकतवर है । मैं आपको भ्रष्टाचार पर बहस करने की चुनौती देता हूं ।’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने इससे पहले पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस के घोषणा पत्र के जारी किये जाने के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए दो अप्रैल को प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय सुरक्षा, भ्रष्टाचार और विदेश नीति पर बहस करने की चुनौती दी थी । विपक्षी पार्टी नये राफेल सौदे पर मोदी सरकार की लगातार आलोचना करती आ रही है । उसका कहना है कि संप्रग सरकार के दौरान विमान सौदे के लिए हुई बातचीत से नया सौदा महंगा है जिसमें भ्रष्टाचार हुआ है । कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया है कि इस सौदे में अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया गया है । हालांकि सरकार ने राफेल समझौते में किसी प्रकार की गड़बड़ी से इंकार किया है और अंबानी ने भी सभी आरोपों को खारिज कर दिया है ।

पूर्णिया : कम समय में सब्जी के उत्पादन से किसान उत्साहित

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प्रो ट्रे तकनीक से सब्जी की पौध तैयार कर मालामाल हो रहे किसान,  

farmer-adopt-pro-trey-systemकुमार गौरव । पूर्णिया : जिले में कृषि के क्षेत्र में नित्य नए अनुसंधान हो रहे हैं। कृषि विज्ञान केंद्र जलालगढ़ के वैज्ञानिक क्षेत्र के किसानों को प्रो ट्रे तकनीक से सब्जी की रोग रहित पौध तैयार करने का प्रशिक्षण दे रहे हैं। जिसके तहत किसान कम समय में जहां राेग व्याधि रहित पौध तैयार कर रहे हैं वहीं अगेती फसल तैयार कर बाजार में उन्हें ऊंची कीमत भी मिल रही है। शुक्रवार को डगरूआ के विश्वासपुर में कृषि वैज्ञानिक डॉ अभिषेक प्रताप सिंह ने किसानों को प्रो ट्रे तकनीक की जानकारी दी। विश्वासपुर के किसान संतोष कुमार प्रो ट्रे तकनीक का सहारा ले रहे हैं और बाजार रेट से 25 फीसदी अधिक मुनाफा कमा रहे हैं। बता दें कि कृषि वैज्ञानिक आधुनिक तकनीक प्रो ट्रे में सब्जी पौध तैयार करने की विधि किसानों को बता रहे हैं। जिससे क्षेत्र के सब्जी उत्पादक किसान अब परंपरागत सब्जी पौध उत्पादन की तकनीक को छोड़कर आधुनिक तकनीक की ओर अग्रसर हो रहे हैं। जिसका भरपूर फायदा उन्हें मिल रहा है। इस विधि से क्षेत्र के किसान अपने खेत में खीरा व कद्दूवर्गीय सब्जी के पौध तैयार कर रहे हैं। संतोष कुमार प्रो ट्रे में सब्जी बीज की नर्सरी तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह तरीका बेहद सरल व झंझट से मुक्त है। इसमें कीट व्याधि का प्रकोप भी बहुत कम होता है। जिससे उत्पादकता बढ़ती है। 

...प्रो ट्रे से पौध को नहीं होता है नुकसान : 
डॉ सिंह ने बताया कि प्रो ट्रे तकनीक से जो पौध तैयार होेेते हैं उसे बड़ी अासानी से खेत में लगा सकते हैं। इस तकनीक से पौध का कोई भी हिस्सा टूटता या बर्बाद नहीं होता है और सभी पौध एक समान रूप में वृद्धि करते हैं। इससे इस तकनीक और जमीन में तैयार पौध की तुलना करें तो 15-20 दिन पहले फलन शुरू होने लगता है। वहीं संरक्षित वातावरण में आधुनिक तरीके से रोग रहित उच्च गुणवत्ता के पौध तैयार के साथ मुख्य खेत में ससमय रोपण करके 20-25 फीसदी अधिक उत्पादन और 25 से 30 फीसदी अधिक मुनाफा होता है। डॉ सिंह ने बताया कि इससे भी अधिक मुनाफा के लिए 30 से 40 दिन अगेती उत्पादन लेकर उच्च मूल्यों पर फसलों की बिक्री की जा सकती है। इसमें अन्य विधि से तैयार पौध की तुलना में कीट या किसी तरह रोग का ज्यादा प्रकोप नहीं होता है। 

...क्या है प्रो ट्रे से पौध तैयार करने की विधि :  
- प्रो ट्रे को तैयार करने के लिए कोकोपिट यानी नारियल की भूसी या रेशा में खनिज लवणों को मिलाकर कृत्रिम मिट्‌टी के तौर पर तैयार किया जाता है
- जिसके बाद वर्मीकुलाइट, परलाइट को मिलाकर प्रो ट्रे में डाला जाता है 
- उसमें प्रति कप एक सब्जी बीज को डालकर 20 से 25 दिन छोड़ दिया जाता है
- इसमें पौध तैयार होती हैं और उसकी रोपाई कर दी जाती है
- कोकोपिट में अधिक जल ग्रहण और वायु संचार के कारण जड़ अधिक विकसित होते हैं
- वर्मीकुलाइट जो एक माइका है हल्की वजन युक्त पदार्थ है, जिसमें कैल्शियम और मैगनीशियम तत्व पाए जाते हैं
- परलाइट में भी वायु संचार और जल ग्रहण की क्षमता अधिक होती है
- प्रो ट्रे में बीज डालने के बाद पौध विकसित होने तक बीच बीच में सिंचाई स्प्रे मशीन से करना बेहतर होता है
- इसमें कद्दूवर्गीय, खीरा, करेला, पपीता, नेनुआ समेत अन्य लतरवर्गीय पौध को तैयार किया जाता है।

विशेष : चुनाव सुधार को नया सूरज बनाना होगा

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लोकसभा चुनाव 2019 की सरगर्मियां उग्र से उग्र होती जा रही है, राष्ट्र में आज ईमानदारी एवं निष्पक्षता हर क्षेत्र मंे अपेक्षित है, पर चूँकि अनेक गलत बातों की जड़ चुनाव है इसलिए वहां इसकी शुरूआत इस समय सर्वाधिक अपेक्षित है। बीते कुछ महीनों में चुनाव सुधार को लेकर देशभर में तमाम तरह की चर्चाएं हुई हैं, लेकिन विडम्बनापूर्ण स्थिति तो यह है कि इसके लिये कोई भी राजनीतिक दल एवं राजनेता पहल करता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। चुनाव आयोग की सक्रियता निश्चय ही स्वागत योग्य है। चुनाव लोकतंत्र की जीवनी शक्ति है। यह राष्ट्रीय चरित्र का प्रतिबिम्ब होता है। लोकतंत्र में स्वस्थ मूल्यों को बनाए रखने के लिए चुनाव की स्वस्थता और उसकी शुद्धि अनिवार्य है। चुनाव की प्रक्रिया गलत होने पर लोकतंत्र की जड़ंे खोखली होती चली जाती हैं। चरित्र-शुद्धि के अभाव में चुनावशुद्धि की कल्पना ही नहीं की जा सकती। चुनाव के समय हर राजनैतिक दल अपने स्वार्थ की बात सोचता है तथा येन केन प्रकारेण ज्यादा से ज्यादा वोट प्राप्त करने की अनैतिक तरकीबें निकालता है, इसी से चुनाव अशुद्ध, अनैतिक एवं आपराधिक होता जा रहा है। सभी दल राजनीति नहीं, स्वार्थ नीति चला रहे हैं। पूर्व के चुनावों में तमाम दलों ने ऐसे-ऐसे उम्मीदवारों पर दांव लगाया था, जिनकी आपराधिक पृष्ठभूमि थी। 16वीं लोकसभा में चुने गए हर तीसरे सदस्य पर आपराधिक आरोप थे। क्या 17वीं लोकसभा के लिये चुनाव मैदान में उतरे आपराधिक पृष्ठभूमि के प्रत्याशी को नकारने का साहस दिखाने के लिये मतदाता ने मन और माहौल बनाने की ठानी है? 

महत्वपूर्ण प्रश्न है कि चुनाव सुधार अपेक्षा क्या है? इसकी एक बड़ी वजह लोगों का देश के राजनीतिक दलों में व्याप्त अपराध को लेकर पनपने वाला असंतोष है। जब-जब हमें चुनाव-प्रक्रिया में कुछ गलत महसूस होता है, तो हम चुनाव और इसमें सुधार की वकालत करते हैं। अभी 17वीं लोकसभा के लिए चुनाव-प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। लेकिन चुनावी शोर में राजनीतिक दल उन्हीं मुद्दों का प्रचार करते दिख रहे हैं, जो उनके मुताबिक मतदाताओं को लुभा सकें। जबकि चुनाव के समय हर प्रत्याशी एवं राजनीतिक दल का यह चिंतन रहना चाहिए कि राष्ट्र को नैतिक दिशा में कैसे आगे बढ़ाया जाए? उसकी एकता और अखण्डता को कायम रखने का वातावरण कैसे बनाया जाए? लेकिन आज इसके विपरीत स्थिति देखने को मिल रही है।

ऐसा नहीं है कि अब तक चुनाव सुधार को लेकर कोई प्रयास नहीं हुआ है। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का चुनाव निष्पक्ष एवं शान्तिपूर्वक संचालित करने में तत्कालीन मुख्य चुनाव आयुक्त टी0एन0 शेषन ने उल्लेखनीय भूमिका निभायी है और उसके बाद भी यह प्रक्रिया जारी है। अणुव्रत आन्दोलन के प्रवर्तक आचार्य तुलसी ने भी लोकतंत्र शुद्धि अभियान के माध्यम से चुनाव शुुद्धि के व्यापक प्रयत्न किये। इनदिनों श्री रिखबचन्द जैन के नेतृत्व में भारतीय मतदाता संगठन भी चुनाव से जुड़ी खामियों को दूर करने के लिये जागरूकता अभियान संचालित कर रहा है। इन दोनों अभियानों से सक्रिय रूप से जुड़ने का मुझे भी सौभाग्य मिला। बात केवल इन गैर-सरकारी प्रयत्नों की ही नहीं है। सरकार भी अपने ढं़ग से चुनाव शुद्धि के प्रयत्न करती रही है। मई, 1999 में तैयार गोस्वामी कमेटी रिपोर्ट इस मामले में मील का पत्थर है। दिनेश गोस्वामी की अगुवाई में इस कमेटी ने जो रिपोर्ट तैयार की, उसमें 107 सिफारिशें की गई थीं। यह तो साफ नहीं है कि इन सिफारिशों को किस हद तक लागू किया गया, लेकिन व्यापक तौर पर यही माना जाता है कि इसकी कई सिफारिशों पर गौर ही नहीं किया गया। हालांकि इससे पहले 1993 में वोहरा कमेटी भी बनाई गई थी, जिसने ‘राजनीति के अपराधीकरण’ की बात कही थी। चुनाव प्रक्रिया पर संगठित या असंगठित अपराध के असर को समझने की यह पहली कोशिश थी।

देश में चुनावी भ्रष्टाचार एवं अपराध द्रौपदी के चीर की भांति बढ़ रहा है। उसके प्रतिकार के स्वर एवं प्रक्रिया जितनी व्यापक होनी चाहिए, उसका दिखाई न देना लोकतंत्र की सुदृढ़ता को कमजोर करने का द्योतक है। बुराई और विकृति को देखकर आंख मूंदना या कानों में अंगुलियां डालना विडम्बनापूर्ण है। इसके विरोध में व्यापक अहिंसक जनचेतना जगाने की अपेक्षा है। आज चुनावी भ्रष्टाचार का रावण लोकतंत्र की सीता का अपहरण करके ले जा रहा है। सब उसे देख रहे हैं पर कोई भी जटायु आगे आकर उसका प्रतिरोध करने की स्थिति में नहीं है। भ्रष्टाचार के प्रति जनता एवं राजनीतिक दलों का यह मौन, यह उपेक्षाभाव उसे बढ़ाएगा नहीं तो और क्या करेगा? देश की ऐसी नाजुक स्थिति में व्यक्ति-व्यक्ति की जटायुवृत्ति को जगाया जा सके और चुनावी भ्रष्टाचार के विरोध में एक शक्तिशाली समवेत स्वर उठ सके और उस स्वर को स्थायित्व मिल सके तो लोकतंत्र की जड़ों को सिंचन मिल सकता है। 

  2015 में 20वें विधि आयोग ने ‘इलेक्टोरल रिफॉर्म’ (चुनाव सुधार) शीर्षक से अपनी रिपोर्ट सौंपी। आयोग की इस 255वीं रिपोर्ट के पहले अध्याय में साफ-साफ कहा गया है कि चुनाव प्रणाली में सुधार लाने के लिए जो कुछ किया जाना चाहिए, उसकी पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में है। उल्लेखनीय है कि विधि आयोग की 244वीं रिपोर्ट राजनीति को अपराधीकरण से मुक्त करने और गलत हलफनामा दाखिल करने पर उम्मीदवार को अयोग्य ठहराने की वकालत करती है।

चुनाव शुद्धि की एक बड़ी बाधा चुनाव से जुड़ा आर्थिक अपराधीकरण है। राजनीतिक चंदे के रूप में पनप रहा यह अपराध गंभीर एवं चिन्तनीय है। क्योंकि पहले तो चुनावों में खर्च करने के लिए चंदा दिया जाता है फिर चुनी जाने वाली सरकारों से उस चंदे के बदले गैर-कानूनी काम करवाये जाते हैं। राजनीतिक चंदा काले घन को उपयोग में लाने का माध्यम भी है। चुनाव की इस बड़ी विसंगति को दूर करने के लिये और चुनावी चंदे में पारदर्शिता लाने के लिये भाजपा सरकार ने ‘इलेक्टोरल बॉन्ड’ की व्यवस्था की थी, लेकिन यह भी पूरी तरह से चुनाव सुधार की जरूरतें पूरी नहीं करता। अव्वल तो इसमें न तो देने वाले की और न चंदा पाने वाले की जानकारी जाहिर होती है, जिस कारण यह पारदर्शी व्यवस्था नहीं है, और फिर इसमें किसी कंपनी द्वारा एक वित्तीय वर्ष में पिछले तीन साल के अपने शुद्ध लाभ का सिर्फ 7.5 फीसदी चंदा देने की सीमा भी हटा दी गई है। इससे कोई भी शख्स शेल या अनाम कंपनी बनाकर राजनीतिक दलों को मनमाफिक चंदा दे सकता है। 

चुनाव को विकृत करने में सांप्रदायिक भावना और जातीयता भी मुख्य कारण है। योग्यता का चिंतन किए बिना धर्म या जाति के आधार पर किया गया चुनाव उसकी शुद्धि के आगे प्रश्नचिन्ह खड़ा कर देता है। वर्तमान स्थिति यह है कि राजपूत राजपूत को वोट देगा, जाट जाट को वोट देगा, अहीर अहीर को वोट देगा, मुसलमान मुसलमान को तथा ब्राह्मण ब्राह्मण को वोट देगा। इससे राष्ट्र खंडों में विभक्त होकर निःशक्त हो जाता है क्योंकि जातीय लोगों के वोटों से चुनकर आया हुआ सांसद या विधायक अपनी जाति के विकास के बारे में ही ज्यादा सोचेगा।

सही मायनों में हमारी चुनाव प्रणाली कितनी ही कंटीली झाड़ियों में फँसी पड़ी है। प्रतिदिन आभास होता है कि अगर इन कांटों के बीच कोई पगडण्डी नहीं निकली तो लोकतंत्र का चलना दूभर हो जाएगा। ”सारे ही दल एक जैसे हैं“ यह सुगबुगाहट जनता के बीच बिना कान लगाए भी स्पष्ट सुनाई देती है। राजनीतिज्ञ पारे की तरह हैं, अगर हम उस पर अँगुली रखने की कोशिश करेंगे तो उसके नीचे कुछ नहीं मिलेगा। यही कारण है कि राजनीति में आपराधिक पृष्ठभूमि से आने वाले नेताओं की संख्या बढ़ी है। धनबल और बाहुबल लोकतंत्र पर हावी होने लगे हैं। फिर भी, किसी पार्टी को चुनाव सुधार की प्रक्रिया जरूरी नहीं लगती। यही वजह है कि इस मुद्दे पर वोट भी नहीं मांगे जा रहे। मगर चुनाव सुधार का मसला यदि लोकतंत्र के इस महापर्व में कोई बड़ा मुद्दा नहीं बन पाता है, तो लोकतंत्र का नया सूरज कैसे उगेगा? 




(ललित गर्ग)
बी-380, प्रथम तल, 
निर्माण विहार, दिल्ली-110092
 9811051133

पटनायक ने भाजपा नेताओं को “पाखंडी” कहा

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रायगढ़/ गजपति, सात अप्रैल, बीजद अध्यक्ष एवं ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भाजपा नेताओं को “पाखंडी” बताते हुए केंद्र की राजग सरकार पर ओडिशा को नजरअंदाज करने का रविवार को आरोप लगाया।  रायगढ़ एवं गजपति जिलों में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए पटनायक ने ये बात कही। ओडिशा में 11 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होना है।  पटनायक ने रायगढ़ की रैली में कहा, “इन लोगों (भाजपा नेता) में गरीबों, महिला एवं पूरे ओडिशा के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है। ये सभी ‘बिराडी बैष्णव’ (पाखंडी) हैं।’’  पटनायक ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि केंद्र ने कभी भी ओडिशा के साथ सहयोग नहीं किया यहां तक की आपदाओं में भी और कल्याणकारी योजनाओं के मामले में भी।

भारत की योजना इस महीने पाकिस्तान पर एक और हमले की : कुरैशी

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इस्लामाबाद, सात अप्रैल, पुलवामा आतंकी हमले को लेकर दो परमाणु संपन्न पड़ोसियों के बीच तनाव बढ़ने के बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने रविवार को कहा कि देश के पास ‘‘विश्वसनीय खुफिया जानकारी’’ है कि भारत 16 से 20 अप्रैल के बीच एक और हमले की योजना बना रहा है। कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। उस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। बढ़ते आक्रोश के बीच, भारतीय वायुसेना ने आतंकवाद-रोधी अभियान के तहत 26 फरवरी को पाकिस्तान के अंदर बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया था।  अपने गृह नगर मुल्तान में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कुरैशी ने कहा कि सरकार के पास ‘‘विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत एक नयी योजना बना रहा है।’’  उन्होंने आरोप लगाया कि एक नए हादसे का ताना-बाना रचा जा सकता है और इसका मकसद पाकिस्तान के खिलाफ अपनी (भारत की) कार्रवाई को सही ठहराना तथा इस्लामाबाद के खिलाफ राजनयिक दबाव बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि तैयारियां की जा रही हैं, और पाकिस्तान के खिलाफ एक और हमले के आसार हैं।  कुरैशी ने कहा, ‘‘अगर ऐसा होता है तो आप क्षेत्र की शांति और स्थिरता पर होने वाले प्रभाव के बारे में कल्पना कर सकते हैं। हमारी जानकारी के अनुसार, 16 से 20 अप्रैल के बीच कार्रवाई हो सकती है।’’  विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने इस मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों को पहले ही जानकारी दे दी है और इस्लामाबाद की आशंकाओं से उन्हें अवगत करा दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस गैरजिम्मेदाराना व्यवहार पर गौर करे और यह रास्ता अपनाने के लिए उन्हें (भारत) फटकार लगाए। हालांकि विपक्ष ने कुरैशी की टिप्पणी को गंभीरता से नहीं लिया। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने आरोप लगाया कि सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए भारत से युद्ध के खतरे का इस्तेमाल कर रही है।

कांग्रेस भारत से ज्यादा पाकिस्तान का गुणगान कर रही है : मोदी

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इम्फाल, सात अप्रैल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस अपने घोषणापत्र के जरिये भारत से ज्यादा पाकिस्तान का गुणगान कर रही है।  इम्फाल में रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने दावा किया था कि कोई भी संविधान के अनुच्छेद 370 के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकता, यह एक ऐसी धारणा है जिससे पाकिस्तान भी सहमति रखता है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस दुनियाभर में पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा के प्रसार में मदद कर रही है...कांग्रेस का पाखंडी दस्तावेज भारत से ज्यादा पाकिस्तान का गुणगान करता दिखता है।’’  उल्लेखनीय है कि अनुच्छेद 370 जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करता है और राज्य में नये कानून बनाने की संसद की शक्तियों को सीमित करता है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस उन लोगों के साथ खड़ी है जो जम्मू-कश्मीर के लिये अलग प्रधानमंत्री चाहते हैं।  मणिपुर की दो लोकसभा सीटों के लिये 11 और 18 अप्रैल को मतदान होना है।

पकिस्तान ने सदभावना के तहत 100 भारतीय मछुआरों को रिहा किया

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कराची, सात अप्रैल , पाकिस्तान ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत के साथ संबंधों में आए तनाव के बीच सदभावना के तहत रविवार को 100 भारतीय मछुआरों को रिहा किया। मीडिया में आई खबरों में यह जानकारी दी गई है।  ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के मुताबिक रिहा कैदियों को भारी सुरक्षा के बीच कराची छावनी रेलवे स्टेशन ले जाया गया, जहां उन्हें लाहौर के लिए अल्लमा इकबाल एक्सप्रेस में चढ़ाया गया।  खबर के मुताबिक लाहौर से उन्हें वाघा सीमा पर ले जाया जाएगा, जहां उन्हें भारतीय अधिकारियों को सौंपा जाएगा।  पाक के जलक्षेत्र में घुसने और अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा का उल्लंघन करने को लेकर इन मछुआरों को गिरफ्तार किया गया था।  खबर के मुताबिक उन्हें पाक के गैर लाभकारी समाज कल्याण संगठन ईधी फाउंडेशन द्वारा तोहफे एवं यात्रा का खर्च मुहैया किया गया है।  गौरतलब है कि पाकिस्तान ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि वह 360 भारतीय कैदियों को सदभावना के तहत इस महीने चार चरणों में रिहा करेगा। इनमें से ज्यादातर मछुआरे हैं। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने इस्लामाबाद में शुक्रवार को मीडिया से कहा था, ‘‘हम इसे सदभावना के तहत कर रहे हैं और आशा है कि भारत भी इसी तरह का कदम उठाएगा।’’  उन्होंने कहा कि पाकिस्तान 360 भारतीय कैदियों को रिहा करेगा जिनमें 355 मछुआरे हैं। ईधी फाउंडेशन के प्रवक्ता अनवर काजमी ने शुक्रवार को कहा कि मछुआरों को रिहा करने की प्रक्रिया शनिवार से शुरू होगी। 

नीतीश ने बिहार में लालटेन के दिन खत्म होने की बात कही

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लालू ने उन्हें बताया पलटुओं का सरदार
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पटना, सात अप्रैल, लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में प्रचार जोर पकड़ने के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में बिजली की पर्याप्त आपूर्ति से ‘लालटेन’ के दिन पूरे हो गए हैं।  लालटेन लालू प्रसाद नीत राजद का चुनाव चिह्न है और पूर्व मुख्यमंत्री (लालू) चारा घोटाला मामले में रांची की जेल में हैं।  लालू ने नीतीश की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए टि्वटर के जरिए कहा, ‘‘एक डाल से दूसरी डाल पर फुदकने वाले प्राणी का बयान पढ़ लीजिए । 5 साल में बदली 5 पार्टी और 5 सरकार। तभी तो कहलाता है पलटुओं का सरदार । ’’  कुमार ने जमुई लोकसभा क्षेत्र में एक चुनाव रैली में राजद पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘बिहार में हर घर में बिजली पहुंच गई है। अब लालटेन का कोई उपयोग नहीं है।’’  जदयू सुप्रीमो वहां राजग के घटक दल लोजपा सांसद चिराग पासवान के लिए प्रचार करने गए थे। कुमार ने भाजपा से नाता तोड़ने के चार साल बाद 2017 में राजग में लौटने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने बिहार के हित को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया था।  उन्होंने आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश की प्रतिष्ठा बढ़ाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की।  लालू ने 2014 की अखबार की एक कतरन को साझा किया, जिसमें कुमार का यह बयान छपा था, ‘‘मैं मिट्टी में मिल जाऊंगा पर दोबारा भाजपा का साथ नहीं लूंगा। ’’ 

पाकिस्तानी विदेश मंत्री की टिप्पणी को विदेश मंत्रालय ने खारिज किया

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नयी दिल्ली, सात अप्रैल, भारत ने रविवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की उस टिप्पणी को ‘‘गैरजिम्मेदाराना और निरर्थक’’ बताते हुए खारिज कर दिया कि भारत 16 से 20 अप्रैल के बीच फिर से पाकिस्तान पर हमला करने की योजना बना रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने तीखे शब्दों में कहा कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री की टिप्पणी का मकसद क्षेत्र में युद्ध उन्माद को बढ़ावा देना है। कुमार ने कहा, ‘‘पाकिस्तान के विदेश मंत्री द्वारा क्षेत्र में युद्ध उन्माद को बढ़ावा देने के साफ मकसद वाले गैरजिम्मेदाराना और निरर्थक बयान को भारत खारिज करता है। यह हथकंडा पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों को भारत में आतंकी हमला करने के लिए आह्वान है।’’  इससे पूर्व कुरैशी ने कहा था कि देश के पास ‘‘विश्वसनीय खुफिया जानकारी’’ है कि भारत 16 से 20 अप्रैल के बीच पाकिस्तान पर एक और हमले की योजना बना रहा है। अपने गृह नगर मुल्तान में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कुरैशी ने कहा कि सरकार के पास ‘‘विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत एक नयी योजना बना रहा है।’’ 

चुनाव में भाजपा को अपनी हार नजर आ रही है : कमलनाथ

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लाभ लेने के लिये ऐसी कार्रवाई की जा रही है
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भोपाल, सात अप्रैल, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने पूर्व ओसडी प्रवीण कक्कड़ और उसके सहयोगी अश्विनी शर्मा के ठिकानों पर रविवार सुबह से जारी आयकर विभाग के छापों पर कहा कि भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में अपनी हार सामने नजर आ रही है इसलिये चुनाव में लाभ लेने के लिये इस तरह की कार्रवाई की जा रही है। मध्यप्रदेश कांग्रेस की मीडिया शाखा के समन्वयक नरेन्द्र सलूजा के जरिये जारी अपने बयान में कमलनाथ ने कहा, ‘‘आयकर छापों की सारी स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हुई है। सारी स्थिति स्पष्ट होने पर ही इस पर कुछ कहना उचित होगा। लेकिन पूरा देश जानता है कि संवैधानिक संस्थाओं का किस तरह व किन लोगों के ख़िलाफ़ एवं कैसे इस्तेमाल ये लोग पिछले पांच वर्षों में करते आये हैं। इनका उपयोग कर डराने का काम करते हैं। जब इनके पास विकास पर, अपने काम पर कुछ कहने को, बोलने को नहीं बचता है तो ये विरोधियों के ख़िलाफ़ इस तरह के हथकंडे अपनाते हैं।’’  मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आगे कहा, ‘‘जब आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को अपनी हार सामने नज़र आने लगी है तो इस तरह की कार्रवाई को जानबूझकर चुनाव में लाभ लेने के लिये की जाने लगी है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी इन्होंने इसी तरह के सभी हथकंडे अपनाये थे। कई राजनैतिक दल व कई राज्य पिछले पांच वर्ष में इनके द्वारा अपनाये गये हथकंडो के गवाह हैं। हम भी इसके लिये तैयार थे। हर चीज़ की निष्पक्ष जाँच हो। इस तरह के हथकंडों से हमें कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है।’’  उन्होंने कहा कि इन घटनाओं से विकास के पथ पर हमारे क़दम रुकेंगे नहीं, डिगेंगे नहीं, हम डरेंगे नहीं अपितु और तेज़ी से विकास के पथ पर हम अग्रसर होंगे। कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश की जनता सब सच्चाई जानती है और आगामी लोकसभा चुनाव में प्रदेश की जनता इन हरकतों का मुँहतोड़ जवाब देगी। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आयकर छापे में कक्कड़ के ठिकानों से नौ करोड़ रुपये बरामद होने के सवाल पर खंडवा जिले में पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे जानकारी नहीं है।’’  भाजपा के आरोप कि चौकीदार को जो चोर बोलते हैं उनके घर से ही करोड़ों रुपये निकल रहे हैं, के सवाल पर दिग्विजय ने शिवराज सिंह चौहान का नाम लिये बगैर कहा, ‘‘मामा मामी के घर और अमित शाह के यहां छापा पड़ता तो पता नहीं कितने करोड़ मिलते। हजारों करोड़ मिलते।’’  मालूम हो कि आयकर विभाग ने रविवार सुबह को मुख्यमंत्री कमलनाथ के पूर्व ओएसडी प्रवीण कक्कड़ और उनके सहयोगियों के इन्दौर, भोपाल और अन्य ठिकानों पर छापे की कार्रवाई को अंजाम दिया है और यह अब भी जारी है। आयकर विभाग ने फिलहाल इसका खुलासा भी नहीं किया है कि अब तक कितनी राशि या दस्तावेज बरामद किये गये हैं।
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