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रजनी राजदान यूपीएससी की अध्यक्ष बनीं

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रजनी राजदान ने शनिवार को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के अध्यक्ष के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। आयोग के निवर्तमान अध्यक्ष प्रो. डी.पी. अग्रवाल ने उन्हें शपथ दिलाई। राजदान हरियाणा कैडर के 1973 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। 

वे 19 अप्रैल, 2010 को आयोग की सदस्य बनी थीं। यूपीएससी में आने से पूर्व वह सचिव, पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण और प्रशासनिक सुधार तथा जन शिकायते विभाग में सचिव थीं। वे भारत सरकार और हरियाणा सरकार में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रही हैं। 

बिहार : बाढ़ का पानी गांवों में घुसा

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bihar flood alert
बिहार और नेपाल के तराई क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण बिहार की सभी प्रमुख नदियां विभिन्न स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, वहीं बिहार के सुपौल, मुजफ्फरपुर, खगड़िया, दरभंगा, सहरसा, बगहा, अररिया समेत कई जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सैकड़ों गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। इधर, सरकार ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) को बाढ़ प्रभावित इलाकों में लगा दिया गया है। पटना स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक बिहार की सभी प्रमुख नदियों के जलस्तर में वृद्घि दर्ज की जा रही है। वीरपुर बैराज में कोसी नदी के जलस्तर में वृद्घि हो रही है। 

नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त सहायक अभियंता दीपक कुमार ने शनिवार को बताया कि शाम चार बजे वीरपुर बैराज में कोसी नदी का जलस्तर 2़ 97 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया जबकि वाल्मीकीनगर बैराज में गंडक का जलस्तर 3़14 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया। इधर, गंगा नदी कहलगांव में तथा बूढ़ी गंडक चनपटिया में, बागमती नदी बेनीबाद में, कमला बलान जयनगर और झंझारपुर में तथा कोसी बराह, वीरपुर, कुर्सेला और बसुआ में खतरे के निशान के उपर बह रही है। महानंदा नदी ढेंगराघाट में खतरे के निशान को पार कर गई है। 

मुजफ्फरपुर में बागमती नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण औराई, कटरा, गायघाट, के 25 से ज्यादा गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। पूर्वी चंपारण के करीब तीन दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी तबाही मचा रहा है जबकि पश्चिमी चंपारण के बौरिया, बगहा, मंगलपुर, नौतन समेत छह प्रखंडों के गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। कोसी के पूर्वी तटबंध पर सहरसा के बराही गांव के पास दबाव बना हुआ है। जिले के नौहट्टा और महिषी प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। 

नवादा और नालंदा जिले को जोड़ने वाली सड़क पर गौंडापुर के पास बाढ़ का पानी ऊपर से बह रहा है जिस कारण इस मार्ग पर आवागमन रोक दिया गया है। बाढ़ का पानी आबादी वाले क्षेत्रों में पहुंच जाने से लोग ऊंचे स्थानों की ओर जाने लगे हैं। राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ब्यास जी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ की आठ टीमें लोगों को मदद देने के लिए तैनात कह गई हैं। कई स्थानों पर शिविर चलाए जा रहे हैं तथा बाढ़ से घिरे लोगों को बाहर निकालने का कार्य जारी है। 

विशेष आलेख : बच्चों के भविष्य के दुश्मन

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right to education
भारत सरकार ने देष के हर एक बच्चे को मुफ्त और अनिवार्य षिक्षा देने के लिए एक कानून बना रखा है ताकि सभी बच्चे षिक्षा हासिल कर सकें। मगर देष के ग्रामीण और सरहदी इलाकों में षिक्षा की व्यवस्था को देखकर ऐसा लगाता है कि सरकार जिस सपने को हकीकत में बदलने का सपना देख रही है उसकी कोई संभावना नज़र नहीं आती। जम्मू प्रांत के सीमावर्ती जि़ले पुंछ में सरकार की लाख कोषिषों के बावजूद भी यहां षिक्षा की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। सरकार की ओर से षिक्षा की स्थिति में बदलाव लाने के लिए योजनाएं तो बहुत सारी चल रही हंै लेकिन पुंछ जैसे दूरदराज़ इलाके में पहुंचते पहुंचते यह योजनाएं दम तोड़ देती हैं। तहसील सुरनकोट के गोंथल गांव के वार्ड नंबर दो के मोहल्ला सरदारी के गल्र्स मीडिल स्कूल में  प्रधानाध्यापक नईम अहमद, अध्यापक अज़हर खान और नवेज दीन के साथ स्कूल के बरामदे में बैठकर  चरखा के ग्रामीण लेखकों ने स्कूल में षिक्षा की स्थिति के बारे में जानने की कोषिष की। चरखा ग्रामीण लेखकों ने जब स्कूल के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करनी चाही तो प्रधानाध्यापक और अध्यापकों ने कहा कि आप सबूत दिखाएं कि आप कौन हैं और कहां से आए हैं। इस पर हमने चरखा कार्यषाला के पेपर उन्हें दिखाए मगर उन्होंने हमें कोई भी जानकारी देने से इंकार कर दिया और उल्टा हम से ही सवाल करने लगे कि आप स्कूल की जानकारी हासिल करने वाले कौन होते हैं? 
          
12 बजे के बाद बच्चों के साथ साथ अध्यापकों को भी छुट्टी दे दी जाती है जबकि स्कूल की छुट्टी का समय दो बजे का है। आज के इस दौर में षिक्षा के बगैर मनुश्य एक अनाथ की तरह है। षिक्षा पाकर ही मनुश्य अच्छे बुरे और सही गलत की पहचान करना सीखता है। आखिर स्कूल की छुट्टी 12 बजे करके प्रधानाध्यापक बच्चों के भविश्य से खिलवाड़ करने पर क्यों लगे हुए हैं? अगर इन बच्चों का भविश्य बर्बाद होता है तो क्या इसकी जि़म्मेदारी स्कूल के प्रधानाध्यापक लेंगे? अगर हां तो इन्हें इन बच्चों की जिंदगी से खेलने का पूरा अधिकार है, अगर नही ंतो स्कूल को दो घंटे वक्त से पहले बंद करने का अधिकार इन्हें किसने दिया। इस बारे में पूछे जाने पर  प्रधानाध्यापक नईम अहमद ने कहा कि मैं अपनी पावर का इस्तेमाल करके स्कूल को 12 बजे ही बंद कर देता हंू और इस पर आप जो मजऱ्ी चाहें अखबार में लिखें छपवाएं। स्कूल में 7 अध्यापक है जिसमें से चार ही मौजूद थे। बाकी दूसरे अध्यापकों का अता पता नहीं था। फिर  अध्यापक हमसे वेतन का जि़क्र करने लगे कि हमें 10 महीने से वेतन नहीं मिला है। फिर वह आगे कहने लगे कि यदि आपको किसी विभाग से इतने दिन तक वेतन न मिले तो आप काम कर पाओगे। स्कूल में मीड डे मील के बारे में उन्होंने बताया कि हमें सिर्फ चावल दिए जाते हैं बाकी मसाला, हल्दी और मिर्ची आदि सारी चीज़े हम अपनी जेब से लगाते हैं तब जाकर स्कूल में मीड डे मील दिया जाता है।  इन सब हालातों के चलते स्कूल में षिक्षा का म्यार निम्म स्तर पर आ पहुंचा है। 
          
अगर यह सब इसी तरह चलता है तो देष के पूर्व राश्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम का वह सपना पूरा नहीं हो पाएगा जो उन्होंने 2020 तक सबको षिक्षित देखने का सपना देखा था। बात करते करते स्कूल के प्रधानाध्यापक मुझसे सवाल करने लगे कि आपने कहां तक षिक्षा ग्रहण की है। इस पर मैने कहा कि मैंने मदरसे से फज़ीलत की डिग्री हासिल की है। मेरे जवाब देने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि अपनी फज़ीलत की पढ़ाई बर्बाद कर आप इस काम में क्यों लगे हुए हैं ? मैंने जवाब में कहा कि मैं मदरसे से पढ़ाई पूरी करने के बाद इस काम में लगा हंू। इस पर प्रधानाध्यापक ने जवाब दिया कि षिक्षा कभी पूरी नहीं होती। अफसोस की बात यह है कि प्रधानाध्यापक जी एक ओर मुझे षिक्षा का पाठ पढ़ाते हुए नज़र आए वहीं दूसरी ओर वह ही स्कूल की छुट्टी दो घंटे पहले कर बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करने पर लगे हुए हैं। यह तो कुछ इसी तरह हुआ दूसरों को नेकी की दावत देकर खुद ही भूल जाना। हकीकत यह है कि हमारे स्कूलों में तैनात अध्यापक अपनी ड्यूटी निभाने से कतराने लगे हैं और इसका सीधा असर बच्चों के भविश्य पर पड़ रहा है जिसका अभी निर्माण ही नहीं हुआ है। हम सारे ग्रामीण लेखक चरखा को मुबारकबाद देते हैं जो  षिक्षा या फिर दूसरी सामाजिक समस्याओं का हल निकालने के लिए लगातार प्रयासरत रहती है। मैं भी चरखा से जुड़ा हुआ हंू ताकि कलम के ज़रिए अपने समाज का थोड़ा सा भला कर सकंू। लोगों का दर्द महसूस कराने की आदत हमें चरखा ने ही महसूस करायी है। 





अब्दुल कय्यूम
(चरखा फीचर्स)

भेदविज्ञान की परीक्षा है केशलोच, प्रवचन सभा में किया मुनिश्री ने लोच

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jain news
केशलोच क्रिया से संत आत्मा और देह के बीच प्रयोगात्मक परीक्षा देता है। केशलोच क्रिया भेदविज्ञान की परीक्षा है। इस परीक्षा से मैं महसूस करता हूं कि मेरे संन्यासकाल में देह से आसक्ति बढ़ी है या घटी है। यह विचार श्रमण संघीय उपाध्याय रमेष मुनि ने रविवार 17 अगस्त जन्माष्टमी के पावन दिवस पर बैंगलोर शहर के चिकपेट स्थित जैन स्थानक के ‘गुरु ज्येष्ठ तारक पुष्कर देवेन्द्र दरबाद’ में केशलोच क्रिया के बाद धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। प्रवचन के पश्चात उपाध्यायश्री ने दाढ़ी के केशलोच की क्रिया शुरू की। केषलोच की क्रिया के दौरान श्रद्वालुजन नवकार महामंत्र स्तुति व प्रभु महावीर रमेष मुनि जी की जय हो के जयकारे लगा रहे थे। इस अवसर पर संघरत्न उपप्रवर्तक डाॅ. श्री राजेन्द्र मुनि जी म. सा. श्रमण संघीय सलाहकार श्री दिनेष मुनि जी म., साहित्य दिवाकर श्री सुरेन्द्र मुनि जी म. सा., डाॅ. द्वीपेन्द्र मुनि जी म., डाॅ. पुष्पेन्द्र मुनि जी म., सेवाभावी श्री दीपेष मुनि जी म एवं शहर के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। 

अश्रुधाराऐं बहनें लगी -
पुष्करवाणी गु्रप ने बताया कि जैसे ही उपाध्याय श्री जी ने अपनी केष लोच क्रिया प्रारम्भ की ओर उपस्थित श्रद्धालु श्रावक - श्राविकाऐं इस कठिनतन साधना के आगे नतमस्तक हेा गए और अपने आप को रोने से रोक न पाए। धन्य धन्य के स्वर गूंजने लगे। उल्लेखनीय है कि केशलोच क्रिया शास्त्रीय विधान है और इससे संतजन कष्ट सहिष्णु बनता है परिषहों को सहन करने की आत्मषक्ति प्राप्त करता है। जैन संतों द्वारा केशलोच क्रिया वर्ष में दो बार की जाती है।  

श्रद्धालुओं ने लिए संकल्प -
केषलोच के अवसर पर श्रद्धालुजनों ने सामायिक, एकासना, उपवास, पौषध, प्रतिक्रमण, नवकारसी इत्यादि करने का संकल्प लिया।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (16 अगस्त)

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जिला पंचायत में हूआ ध्वाजारोहण

झाबुआ --- जिला पंचायत कार्यालय में स्वतंत्रा दिवस पर जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया द्वारा ध्वजारोहण किया गया इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी धनराजु एस उपस्थित थे तथा ध्वजारोहण के पश्चात कर्मचारीयों ने राष्ट्रगीत गाया तथा राष्ट्रीय नारे लगाये। उसके पश्चात बैठक हाल में जिला पंचायत के कर्मचारीयों को सुश्री कलावती भूरिया ने बधाई दी एवं आव्हान किया कि सभी मिलजुलकर देश राज्य एवं जिले के हित में गरीब वर्ग एवं आदिवासीयों तथा सर्वहारा लोगों के हित में पूरी ईमानदारी से कार्य करे एवं विकास में अहम भूमिका निभाये। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी धनराजु एस ने भी कर्मचारीयों को बधाई देते हुए अपने कार्य के प्रति लगन से करे जिससे देश के विकास में कर्मचारीयों की अहम भमिका रहती है तथा जिला उत्तरोत्तर वद्वी करता रहे। इस अवसर पर वाहिद फराज द्वारा अपने विचार रखे तथा वाटरशेड के श्री परमार द्वारा भी उद्वबोधन किया गया। इस अवसर पर सल्पहार का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत के लेखाधिकारी श्री राजेन्द्र सोलंकी, तकनीकी शाखा एवं पंचायत प्रकोष्ठ के प्रभारी कार्यपालन यंत्री श्री जगदीश वर्मा, एमपीआरएलपी के श्री शर्माजी, स्टेनो अजय कोडे, अधीक्षक गंगा भीडे, विवेक पेन्टर, ओम प्रकाश देवल, सुधिर कुशवाह, श्रीमति शीला त्रिवेद्वी, कुसुम डाबर,दीपक नीमा, जयेन्द्रसिंह राठौर , राकेश वतनानी, आरिफ खान श्रीमति सुसलादे,एडवर्ड गणावा,जयमाल डामोर,सुधीर गुप्ता, केलवाजी  सहित जिला पंचायत के अनेक कर्मचारी अधिकारी उपस्थित थे।

जिला  कांग्रेस कार्यालय में श्री भूरिया ने किया ध्वजारोहण

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झाबुआ --- 68 वें स्वतत्रंता दिवस के पावन अवसर पर आज पूर्व प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया ने स्थानीय जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय प्रांगण मे राष्ट्रध्वज फहरा कर स्वतत्रंता के यषस्वी होने के लिये अपनी मंगल कामनायें प्रकट करते हुए प्रदेशवासियों को अपनी ष्शुभकामनायें दी । इस अवसर पर प्रदेष कांग्रेस सचिव निर्मल मेहता ने प्रदेष कांगेस अध्यक्ष के सन्देष का वाचन किया । जिसमें  राज्य की जनता की सेवा के प्रति कांग्रेस की प्रतिबद्धता को दुहराया गया । इस अवसर पर श्री भूरियाजी ने कहा कि  कांग्रेस पार्टी आम आदमी के हितो के लिये जमीनी स्तर पर पूरी ताकत के साथ अपना संधर्ष जारी रखेगी । कार्यक्रम की अध्यक्षता नवनियुक्त प्रभारी जिला अध्यक्ष हनुमंतसिंह डाबडी ने की । इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं पूर्व विधायक गंगाबाई बारिया, श्रीमती उषा सिंगेाड, श्री हबिबुल्लाह खान, श्री सरदार सैयद मणिया भाई पूर्व सरपंच नेगडिया, कलजी बाबा पूर्व सरपंच डूमपाडा, सिराजुद्दीन ष्शेख, मोतीलाल जेन पत्रकार, मांगीलाल सोलंकी पूर्व प्रवक्ता, ष्शब्बीरभाई बोहरा, माना बडवा, पूर्व सेवादल जिलाध्यक्ष सेवादल ओम ष्शर्मा, रंगाबाबा रंगपुरा, पेमाभाई उमरी, अपसिंह मुनिया भोयरा, रामसिंह भूरिया, लक्खा गारी, गजराजसिंह पुरोहित, गोवर्धनमिस्त्री को हार पहिनाकर उनका सम्मान किया गया तथा उनके द्वारा कांग्रेस के लिये किये गये कार्यो की सराहना कीगई । इससे पूर्व मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया, पूर्व विधायक वीरसिंह भूरिया, जेवियर मेडा,ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष मानसिंह मेडा, जिला सेवादल अध्यक्ष राजेष भटृ, ने श्री भूरियाजी की अगवानी की । इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से  मिठाईयों एवं स्वल्पाहार का वितरण भी किया गया । उपस्थित कांग्रेस जनों ने भी श्री भूरिया को व्यक्तिगत रूप  से स्वतत्रंता दिवस की बधाई एवं ष्शुभकामनायें दी । कार्यक्रम का संचालन एवं आभार जिला महामंत्री जितेन्द्रप्रसाद अग्निहोत्री ने किया । इस  अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष चदंवीरसिंह राठौर,जिला महामंत्री यामीन ष्शेख मनीष व्यास, जामसिंह डामोर, हेमचंद डामोर अलीमुद्दीन सैयद, रमेश डोसी, मनोहर भंडारी, चन्दू पडियार,प्रवक्ता हर्ष भटृ,आचार्य नामदेव नरवर सिंह भूरिया,बलवीर सोहेल कांग्रेसनेत्री सायरा बानो, ष्शीला मकवाना, बेबी बारिया,मालु डोडियार,कालीबाइ मेडा रमीला डामोर, जनपद अध्यक्ष ष्शंकर भूरिया, जिला कांग्रेस पदाधिकारी देवीलाल भानपुरिया, कालुसिंह नलवाया, पारसिंह डिंडोर, मोईनुदीन, कनूभाई बसेर, साबिर फिटवेल संतोष रुनवाल रिंकु रुनवाल , कांग्रेस पार्षद अविनाष डोडियार, धुमा डामोर, वरूण मकवाना, कांग्रेस नेता विजय भाबर, रफीक ष्शेख गोपाल ष्शर्मा नाथु भाई ठेकेदार, जनदीष प्रजापति ष्शकंर मिस्त्री भारत भूरिया नानकिया भाई राजेष डामोर,तोलिया सरपंच भारु मावी रेसींग जोगडीया भाई कालु भाई राजु मन्डोरिया हिम्मत सिंह कल्याणपुरा दिलीप भूरिया ढेकल आदि उपस्थित थे ।

महामांगलिक का भव्य आयोजन आज, धर्म क्रियाओं का लक्ष्य निर्धारित करें : - आचार्य रवीन्द्रसूरि

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झाबूआ--राजगढ़ मोहनखेडा प.पू. अर्हत ध्यानयोगी गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्री रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा. ने समस्त चातुर्मास आराधकों को ध्यान - साधना कराते हुऐ कहा मनुष्य जीवन गुणों को संग्रहित करने के लिये मिला है । धार्मिक आयोजन गुणों को संग्रहित करने के उद्देश्य से किये जाते है । जिस प्रकार व्यापारी अर्थोपार्जन के लिये सफलता के साथ व्यवसाय करता है और द्रव्य का उपार्जन करता है । ठीक उसी प्रकार धार्मिक व्यक्ति को पुण्योपार्जन करना चाहिये । 84 लाख जीव योनि में मानव की श्रेष्ठ योनि है । इस योनि में आत्मा का बोद्धिक विकास के साथ सर्वागिण विकास हो ऐसा हमारा प्रयास होना चाहिये । आचार्यश्री ने प्रवचन के दौरान भरतचक्रवर्ती द्वारा दण्डित किये गये व्यक्ति का उदाहरण देते हुऐ कहा जिस प्रकार उस अपराधी का समग्र ध्यान अपने हाथ में रखे गये तेल के कटोरे पर था और मार्ग के किसी भी आकर्षण ने उसे विचलित नहीं किया । ठीक उसी प्रकार धर्म आराधना को लक्ष्य बनाकर हमें बिना विचलन के अपनी क्रियाऐं करना चाहिये । प्रवर्तिया आत्मा को भटकाती है । जिस आत्मा का एक लक्ष्य हो, अन्य तत्व में आसक्ति न हो उसी आत्मा का कल्याण होता है । हमारी धर्म क्रियाओं में आसक्ति नहीं होने के कारण हम प्रगति नहीं कर पा रहे है । जिस दिन धर्म के प्रति आसक्ति के भाव उत्पन्न होगें तब से हमारी आत्मा की प्रगति प्रारम्भ हो जायेगी और हम धर्म क्षैत्र में उन्नति को प्राप्त करेगें । पुराने जमाने में पुरुष भी श्रृंगार करते थे जो अब महिलाओं तक सीमित रह गया । पहले पुरुष सिर पर साफा या पगडी और गले में दुप्पटा डालते थे । आज ऐसा महसूस होता है कि सारे पुरुष परम्परागत श्रृंगार त्याग कर वैराग्य धारण कर चुके है । हमारी आत्मा गुणों से पूरित हो । हमारा लक्ष्य आत्मा का विकास है पतन नहीं । संसार को अनासक्ति के भावों से भोगे और आत्मा का उत्थान करें । तभी आत्मा का कल्याण सम्भव होगा । प्रवचन के दौरान भीनमाल निवासी श्रीमती पुष्पादेवी घेवरचंद जी सुखाडिया सरकार मुम्बई द्वारा आचार्यश्री के समक्ष अक्षत गहुंली कर मोक्ष दण्ड तप का संकल्प धारण किया । आचार्यश्री द्वारा रखे जा रहे धर्म दण्ड को मुष्ठियों से नापा गया और उसके नाप के आधार पर आराधिका को 19 उपवास की तपस्या का संकल्प प्रदान किया गया । आचार्यश्री के दण्ड का पूजन भी किया गया । आज मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म.सा. द्वारा स्पेशल आयोजन में भरहेसर की भाव यात्रा का आयोजन किया गया । इस भाव यात्रा में आकर्षक दीप सज्जा के साथ भरहेसर का मनमोहक अक्षत मांडला बनाया गया । भाव यात्रा के दौरान श्रेणिक महाराजा, शालीभद्र, मेना सुन्दरी, सती सुलसा, महासती अंजना आदि विविध जैन महापुरुष एवं महासतियों के रुप में पात्रों ने अपनी - अपनी प्रस्तुतियां देकर श्री भरतपूर नगर प्रवचन पाण्डाल में सभी गुरुभक्तों एवं आराधकों का मन मोहा । साथ ही आराधक महिलाओं ने नवकार महामंत्र जाप के प्रभाव पर आधारित सुन्दर नाट्य प्रस्तुति दी । श्री मोहनखेड़ा तीर्थ पर आज रविवार को प्रातः प्रवचन के समय पुनिया श्रावक की सामायिक का आयोजन किया जायेगा । उसके पश्चात् आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा., मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म.सा. द्वारा महामांगलिक का श्रवण कराया जायेगा । इस महामांगलिक में मुख्य अतिथि धार जिला कलेक्टर श्रीमती जयश्री कियावत रहेगी । प.पू. ज्योतिष सम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म.सा. ने जानकारी देते हुऐ बताया कि तीर्थ पर 45 उपवास, 41 उपवास, महा मृत्युजंय मासक्षमण की तपस्या चल रही है । तीर्थ पर चल रहे सिद्धितप, महामृत्युजंय, मासक्षमण तप, गुरुतप के निमित महिला चैविसी का राज ऋषभ मित्र मण्डल के तत्वाधान में आयोजन नियमित किया जा रहा हैं । श्रीमती अरुणा सेठ, श्रीमती मंजू पावेचा, श्रीमती मंजू संतोषजी लालाजी रतलाम के द्वारा महिला चैविसी का लाभ लिया गया । महिला चैविसी में महिलाओं ने धर्म के महत्व पर आधारित नाट्य की प्रस्तुति दी । महिला चैविसी में आराधक व राजगढ़ की महिलाओं ने हिस्सा लिया । श्री मोहनखेड़ा तीर्थ पर दादा गुरूदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म. सा. की पाट परम्परा के शासनप्रभावक सप्तम पटधर वर्तमान प.पू. गच्छााधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय रवीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा., ज्योतिषम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म. सा., मुनिराज श्री पीयूषचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म. सा. शासन ज्योति साध्वी श्री महेन्द्रश्रीजी म. सा., सेवाभावी साध्वी श्री संघवणश्रीजी म.सा. आदि ठाणा की पावनतप निश्रा में धर्म बिन्दु एवं चन्द्रराजा चरित्र वांचन चल रहा है । श्री मोहनखेडा तीर्थ पर यशस्वी चातुर्मास के दौरान 45 दिन की सिद्वितप आराधना में 20 आराधक आराधना कर रहे है । 1 आराधक भद्रतप की तपस्या में लीन है साथ ही तीर्थ पर सांकली अट्ठम तपाराधना निरन्तर गतिमान है । तीर्थ में श्री राजेन्द्रसूरि गुरुतप आराधना में 309 आराधक आराधना कर रहे है ।

पत्नि बनाने कि नियत से किया अपहरण 

झाबूआ--फरियादी दीता पिता पेमा भाभोर भील, उम्र 50 वर्ष निवासी नल्दी बडी ने बताया कि उसकी पुत्री केशमा, उम्र 16 वर्ष मवेशी चराने पहाडी तरफ मवेशियों को ले गयी थी। आरोपी दिनू पिता नरसू मेडा भील एवं राजू पिता छीतू मेडा भील, निवासी नल्दी मो0सा0 लेकर आये व दिनू को पत्नी बनाने की नीयत से जबरन भगाकर ले गये। प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्रमांक604/2014, धारा 363,34 भादवि, 7/8 लै0 अप0 से बालकों का संरक्षण अधिनियम का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। 

जन्माष्टमी आलेख : आओ नंद नंदन का अभिनन्दन करें

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अब गूंज उठेंगे मंदिरों में घंटे, उपवास  रखेंगे अनेक नर-नारी, पूजन-पठन भी खूब होगा, काली रात में जागरण भी होगा, झांकियां सजेंगी और एक बार पुनः सब भारतवासी देवात्मा, युग पुरूष परम पवित्र, श्री कृष्ण के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित करेंगे। क्यों है श्री कृष्ण सभी का इतना प्यारा? वध तो उसने कंस व अनेक राक्षसों का किया था, उसने धर्म की रक्षा की थी, उसने धरा पर पुनीत प्रेम की गंगा बहाई थी, फिर भी आज वह राक्षस सम मनुष्यों का भी प्यारा है अधर्मी भी उसे श्रद्धा व सम्मान की नजर से निहारते हैं, क्यों है ऐसा......... और क्या कभी पुनः इस धरा पर हम साक्षात् इन देवताओं को देखेंगे? क्या धर्म अपनी दयनीय स्थ्तिि पर रोकर पुनः अपने उद्धार की याचना नहीं कर रहा है?

सत्य तो यही है कि आज धरा पर तमोप्रधानता की कालिमा छाई हुई है, अनेक राक्षसों ने धरा पर जन्म ले लिया है। दानवता सिर उठा रही है, मानवता सिर छुपा रही है। धर्म तो सम्पूर्ण रूप से अधर्म में बदल गया है। नैतिकता पूरी तरह लोप नजर आती है। चारों ओर रावण का साम्राज्य नजर  आ रहा है, दुर्योधन व दुषासन तो जगह-जगह दिखाई दे रहे हैं। अनेक कंस पैदा हो गये हैं तो क्या आज श्री कृष्ण जैसे परमवीर की इस धरा पर आवष्यकता नहीं है।

हमें जानना चाहिए - एक तो वह श्री कृष्ण जिसे द्वापर में असुरों का संहार करते दिखाया है, जिसे महाभारत में अर्जुन के सारथी के रूप में दिखाया है। दूसरा वह श्री कृष्ण सतयुग का प्रथम राजकुमार था, जो बाद में श्री नारायण के रूप में विष्व महाराजन बना। हम मुख्यतः यहाँ सतयुग स्वर्ग की सर्वश्रेष्ठ देवात्मा श्री कृष्ण की ही चर्चा करेगें। वर्तमान समय कलयुग का अंतिम काल है, महाविनाष हमारे समक्ष मुँह बाये खड़ा है। पवित्र देवताओं का आगमन ऐसी तमोप्रधान धरा पर संभव नहीं है।देवताओं के लिए प्रकृति का सतोप्रधान होना भी परम आवष्यक है।इस काली धरा पर तो अवतरण होता है परमपिता षिव का जो इसे स्वर्ग बनाकर अपने धाम लौट जाते है और तत्पष्चात् यह धरा देवताओं के लिए खाली हो जाती है और यहाँ जन्म होता है देवी-देवताओं का।उसमें सर्वप्रथम आते हंै श्री कृष्ण......... उनके धरा पर जन्म लेते ही यहाँ सुख, षांति, प्रेम, पवित्रता वा सम्पन्नता का साम्राज्य प्रारंभ हो जाता है। श्री कृष्ण सम्पूर्ण पवित्र है वे 16 कला सम्पूर्ण वा सर्व गुण सम्पन्न हंै।

तो आओ हम ऐसे प्यारे श्री कृष्ण का अभिनंदन करें। अब तक तो उनकी पूजा अराधना की, उनका आह्वान भी किया। अब जबकि निकट भविष्य में श्री कृष्ण आने वाले हंै तो सभी भक्तों से हम एक प्रष्न पूछना चाहते हैं........वे आयंेगें और यदि आपको वे कुछ करने की आज्ञा दे ंतो आप क्या करेंगें ? वे केवल पूजा, भावना, श्रद्धा या प्रेम से ही प्रसन्न होने वाले नहीं हैं, उनका प्रेम है पवित्रता से वा सचरित्रता से। अनेक भक्त वैसे तो श्री कृष्ण के पुजारी है, परन्तु उनके जीवन में पवित्रता का नामोनिषान नहीं है, इसलिए उनसे दूर है। तो जब वे आयेंगें तो अवष्य ही पवित्र आत्माओं के मध्य ही आयेंगें।

आइये इस जन्माष्टमी पर हम श्री कृष्ण की श्रेष्ठ कामना को पूर्ण करें। उन्होंने भी तो हमारी जन्म-जन्म कामनाएं पूर्ण की ।तो स्वयं ही चिंतन करें, अब तक तो उनकी पूजा ही की, इस बार पूजा करते हुए स्वयं को भी पूज्य और गुणवान बनाने का संकल्प लें। व्रत रखें तो याद करें.........मुझे जीवन में कोई अच्छा व्रत भी लेना है-चाहे षुद्ध खान-पान का व्रत लें, चाहे दूसरों को सुख देने का व्रत लें। चाहे कोई बुराई छोड़ने का व्रत लें। तब ये जन्माष्टमी मनाना बड़ा ही कल्याणकारी होगा और हम अपने प्राणों के प्यारे नंद नंदन का अभिनंदन कर सकेंगें। 

आलेख : वक्त का तगाजा है, दिशा व दशा बदलने का

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मोदी द्वारा नौकरशाहों व जनप्रतिनिधियों तक की जो जिम्मेदारियां तय की है, वह देशहित में जरुरी है। सांसद आर्दश ग्राम योजना के साथ-साथ गांव-गांव में शौचालय निर्माण योजना, विदेशी निवेश, मैन्यूफैक्चरिंग, केमिकल से फार्मास्यूटिकल तक, सांसद मॉडल ग्राम योजना, डिजिटल इंडिया, आदर्श ग्राम, जीरो-डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट, प्रधानमंत्री जनधन योजना, बेटियों पर इतने बंधन, बेटों पर कोई नहीं, हर गरीब परिवार को एक लाख का बीमा जैसे कार्य युवाओं को रोजगार देने में कारगर तो होंगे ही उनकी सोच बदलने से इनकार नहीं किया जा सकता। मोदी की यह योजना दूरगामी और क्रांतिकारी परिणाम दे सकती है। 

अपने को जनता का प्रधान सेेवक बतलाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्रचार से देश की दिशा व दशा बदलने की जो हिमायत की है, वह आने दिने वाले में कितना कारगर होगा यह तो वक्त बतायेंगा, लेकिन समाज से लेकर नौकरशाहों व जनप्रतिनिधियों तक की जो जिम्मेदारियां तय कर दी, उसकी हर कोई सराहना करता नजर आ रहा है। सांसद आर्दश ग्राम योजना के साथ-साथ गांव-गांव में शौचालय निर्माण योजना, विदेशी निवेश, मैन्यूफैक्चरिंग, केमिकल से फार्मास्यूटिकल तक, सांसद मॉडल ग्राम योजना, डिजिटल इंडिया, आदर्श ग्राम, जीरो-डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट, प्रधानमंत्री जनधन योजना, बेटियों पर इतने बंधन, बेटों पर कोई नहीं, हर गरीब परिवार को एक लाख का बीमा जैसे कार्य युवाओं को रोजगार देने में कारगर तो होंगे ही उनकी सोच बदलने से इनकार नहीं किया जा सकता। मोदी की यह योजना दूरगामी और क्रांतिकारी परिणाम दे सकती है। 

युवाओं को लेकर मोदी का फंडा साफ है। वह जानते है जब युवा खुशहाल होगा तो देश तरक्की करेगा, क्योंकि काम करने की असीम क्षमता युवा में है। शायद यही वजह है कि उन्होंने मैन्युफैक्चरिंग में युवाओं से बढ़चढ़कर हिस्सेदारी करनी गुजारिश की। युवाओं का आह्वान किया वह चाहते है कि आप दुनिया में कहीं भी सामान बेचिए, लेकिन मैन्यूफैक्चरिंग यहां कीजिए। क्योंकि मैन्यूफैक्चरिंग गतिविधियां बढ़ेंगी तो युवाओं को रोजगार मिलने के साथ ही व्यापार घाटा भी घटेगा। इलेक्टिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, केमिकल्स, फार्मास्यूटीकल्स, ऑटोमोबाइल्स, कृषि, कागज और प्लास्टिक कारोबार एक ऐसा क्षेत्र है जहां कम पूंजी में व्यापार व मैन्यूफैक्चरिंग संभव है। जब देश से निर्यात वृद्धि होगा तो कमाई का बढ़ना तय होगा और जब आमदनी बढ़ेगी तो घर-घर में खुशहाली आयेगी। 

मोदी ने सोशल सिक्योरिटी का कवच देकर गरीबों को भी भविष्य की चिंता के दंश से मुक्त की बात कहीं। क्योंकि समाज के अंतिम व्यक्ति की आंसू पोछे बिना हम स्वतंत्र भारत की कल्पना कदापि नहीं कर सकते। आंकड़ों के अनुसार तकरीबन सात करोड़ गरीब परिवार भारत में हैं। ये गरीब अपने परिवार के मुखिया के निधन पर बाकी सदस्य यतीम हो जाते हैं, शिक्षा न मिलने से बच्चे लंपटता या अपराध की ओर उन्मुख होते हैं और अभाव में ऐसे परिवार गरीबी की उस गर्त में चले जाते हैं जहां से निकलना असंभव होता है। इतना ही नहीं देश की सीमाओं से बाहर निकलते हुए मोदी ने पूरे सार्क देशों की गरीबी पर आघात किया और आह्वान किया कि हम सब मिलकर इससे लड़ें। यह अपील चीन द्वारा पाकिस्तान या नेपाल को दी जाने वाली कुटिल मदद से काफी अलग थी। 

डिजिटल इंडिया’ का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री ने शासन में सुधार के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की जरूरत पर बल दिया। उद्योग संगठनों से भी उन्होंने निर्यात वृद्धि के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण में शामिल होने के लिए आगे आने की दुहाई दी। उन्होंने यह कहने में रंचमात्र भी संकोच नहीं किया कि सब कुछ सरकारें नहीं कर सकतीं और बहुत से काम ऐसे हैं जिन्हें जनता की भागीदारी से ही पूरा किया जा सकता है और उसमें हाथ बंटाना उसकी जिम्मेदारी भी है। यह तभी संभव है जब शासन-प्रशासन के मौजूद तौर-तरीकों से मुक्ति पाई जाए। बलात्कार की बढ़ती घटनाओं पर कानूनी त्रंतों से हटकर मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर परिजनों को यहकर कुरेदा जाना कि मां-बाप अगर अपने बेटे से पूछे कि तुम कहां जा रहे हो, किसलिए जा रहे हो तो आज यह दुष्कर्म की घटनाएं ना होंगी? यह लाजिमी है। खासकर ऐसे दौर में जब परिवारीजनों का अपने बेटों पर नियंत्रण कम हो रहा है और नतीजतन लंपटता चरम पर जा पहुंची है। मोदी की इस अपील में न तो कोई वोट पाने की चाहत थी, न ही कोई अपने को उचित ठहराने की जद्दोजेहद। 

मोदी ने जिस तरह मीडिया यह कहकर झकझोरा कि नई सरकार के आने का बाद अफसर समय से आने लगे जैसे खबर किसी भी प्रधानमंत्री को खुश कर सकती है, पर उन्हें अफसोस है कि हम कितने गिरते जा रहे है। फिरहाल सच तो यही है कि पिछले 67 सालों में हम अफसरों के गैर जिम्मेदाराना रवैये के इतने आदी हो चुके हैं कि अब उनका समय से आना भी खबर बन ही जाता है। साम्प्रदायिक दंगों के चलते उपजे हालात पर मोदी का यह कहा जाना कि हमें मरने-मारने की दुनिया को छोड़ कर जीवन देने वाला समाज बनाएं, की जरुरत है, काफी हद तक दिल को छू लेने वाला था, क्योंकि दंगों की मिस्टी वह जानते है कि कहां से शुरु होती है।  मोदी जिस तरीके से प्राचीर किले से अपनी बात बिल्कुल सटीक शब्दों में कह रहे थे, लगा कि कोई प्रधानमंत्री नहीं बल्कि अभिभावक उन्हें नसीहत दे रहा है। शासन का मुखिया भी है और सेवक भाव भी रखता है। मोदी के लिए यह क्षण विशेष था, क्योंकि चाय बेचने से लेकर प्रधानमंत्री पद तक पहुंचना उनके लिए और साथ ही भारतीय लोकतंत्र के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। तमाम पश्चिमी राजनीतिक पंडितों ने भारत को आजादी मिलने के तत्काल बाद ही यह घोषणा कर दी थी कि एक देश जिसकी आबादी अतिविशाल हो, जहां बड़े पैमाने पर गरीबी और निरक्षरता हो वह अपने लोकतंत्र को बचा पाने में समर्थ नहीं हो सकता। हालांकि भारतीय मतदाताओं ने इसे सदैव गलत साबित किया और आज पूरी दुनिया यह स्वीकार कर रही है कि भारत में सही मायने में एक स्थिर और वास्तविक लोकतंत्र है। 

मोदी ने भूटान व नेपाल संबंध को हरभरा कर यह साबित कर दिया कि कोई भी देश भारत का वास्तविक मित्र नहीं है। लोगों को यह बात अच्छे से समझने की आवश्यकता है कि अंतरराष्ट्रीय संबंध मित्रता नहीं, बल्कि हितों के आधार पर चलते हैं। सार्क देशों पर ध्यान देकर मोदी ने भारत की विकास यात्र के संदर्भ में सही दिशा में कदम उठाया है। अपने शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों के प्रमुखों को दिया गया उनका निमंत्रण और भूटान तथा नेपाल की सफल यात्र अच्छे कदम साबित हुए। मोदी सरकार की वास्तविक परीक्षा पाकिस्तान को संभालने अथवा उससे निपटने और अफगानिस्तान में भारतीय हितों की रक्षा होगी। उन्हें पाकिस्तान के प्रति एक सतत और वास्तविकता पर आधारित नीति को अपनाना होगा, जिसे संप्रग सरकार कभी नहीं कर सकी। वर्तमान में इराक में इस्लामिक कट्टरपंथ का तेजी से प्रसार हुआ है। समूचा पश्चिम एशियाई क्षेत्र उथल-पुथल के दौर में है, जिससे भारत का बड़ा आर्थिक हित दांव पर है। यहां पर तकरीबन 60 लाख भारतीय काम करते हैं। इसके लिए जरूरी होगा कि सरकार खतरनाक क्षेत्रों से भारतीय कामगारों को हटाने के साथ-साथ अन्य बातों पर भी ध्यान दे। ब्रिक्स देशों के नेताओं के साथ मोदी की मुलाकात एक अच्छी शुरुआत है, लेकिन सभी की आंखें अगले माह उनकी अमेरिका यात्र पर टिकी हैं। 

मोदी सरकार के शुरुआती 80 दिनों के कार्यकाल पर अगर एक नजर दौड़ाएं तो लगता है कि उनके दावे हवा हवाई नहीं थे। पहले 80 दिनों में ऐसी बहुत सी पहल हुईं, जिनका देश को लंबे समय से इंतजार था। रक्षा क्षेत्र में 49 फीसदी एफडीआई हो या फिर गंगा को स्वच्छ करने के लिए विशेष योजना। कई मोर्चों पर मोदी सरकार ने देशवासियों को उम्मीद की एक किरण दिखाई है। उन्होंने राज्य सरकारों को साथ लेकर चलने और विकास में उनकी भागीदारी की बात एकाधिक बार कही जो एक सकारात्मक संकेत देती है। जातिवाद और सांप्रदायिकता की लड़ाई से निकलकर आगे बढ़ने की बात भी करते हैं। मां-बाप के लिए बेटों को संभालकर रखने की और डाक्टरों के लिए पैसों की खातिर कोख में बेटियों को न मारने की हिदायतें काबिले तारिफ हैं। महंगाई से जूझ रही देश की जनता के लिए राहत व काले धन जैसे सवालों पर कोई जिक्र न करना खटकाने वाला है। भारत सरकार के प्रस्ताव के तहत 15 मार्च 1950 को गठित आयोग ने 1951 से पंचवर्षीय योजना की शुरुआत की थी। योजना आयोग पर हमला व गड़बड़ी के साथ इसे देश के विकास में उनके द्वारा बाधक बताया जाना कहा तक सही है यह तो उनकी योजना ही जानें कि उसे किस रुप में लाना चाहते है, लेकिन यह सच है कि खुद योजना आयोग द्वारा संयुक्त राष्ट्र के पूर्व सहायक महासचिव और स्टैनफोर्ड शिक्षित अजय छिबर की अध्यक्षता में गठित स्वतंत्र मूल्यांकन कार्यालय ने आयोग को गैर जरूरी बताया है। इस कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार यह साफ है कि अपने मौजूदा रूप और कार्यप्रणाली में योजना आयोग देश के विकास में बाधक है। 




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(सुरेश गांधी)

विशेष आलेख : मोदी के भाषण में दिखा राजीव गांधी की झलक

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modi speech lal quila
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर व नयी टेक्नेलाॅजी कभी राजीव गांधी की सोच रही। बहुत हद तक राजीव गांधी ने कम्युनिष्टों के भारी-भरकम विरोध के बावजूद नयी टेक्नोलाॅजी को विकसित कर इक्सहवीं सदी के भारत का जो सपना दिखाया था, उसे आज आज मोदी बढ़ाते नजर आ रहे है। क्योंकि मोदी कहीं न कहीं से प्रभावित है। वह जानते है मैन्युफैक्चरिंग व टेक्नोलाॅजी के बिना हम महाशक्ति नहीं बन सकते। जबतक इतनी बड़ी जनसंख्या के हाथ में काम नहीं होगा, हम विकसित देशों से टक्कर नहीं ले सकते। मूलभूत सुविधाओं में सुधार कर बेहतर माहौल बनाना उनकी प्राथमिकताओं में झलक रहा है। मोदी द्वारा नौकरशाहों व जनप्रतिनिधियों तक की जो जिम्मेदारियां तय की है, वह देशहित में जरुरी है। सांसद आर्दश ग्राम योजना के साथ-साथ गांव-गांव में शौचालय निर्माण योजना, विदेशी निवेश, मैन्यूफैक्चरिंग, केमिकल से फार्मास्यूटिकल तक, सांसद मॉडल ग्राम योजना, डिजिटल इंडिया, आदर्श ग्राम, जीरो-डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट, प्रधानमंत्री जनधन योजना, बेटियों पर इतने बंधन, बेटों पर कोई नहीं, हर गरीब परिवार को एक लाख का बीमा जैसे कार्य युवाओं को रोजगार देने में कारगर तो होंगे ही उनकी सोच बदलने से इनकार नहीं किया जा सकता। मोदी की यह योजना दूरगामी और क्रांतिकारी परिणाम दे सकती है। आने वालेे समय में हमें कई परिवर्तन देखने को मिलने वाले है। यह बात दिगर है कि धारा 370 और समान नागरिक संहिता जैसे मुद्दे मोदी की सूची से नदारद रहे, जो 1980 से गठन के समय से ही भाजपा व जनसंघ की विचारधारा का आधार हुआ करता था। योजना आयोग की समाप्ति की बात तो कही, लेकिन नई बनने वाली संस्था कैसी होगी जिक्र नहीं किया। 

अपने को जनता का प्रधान सेेवक बतलाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्रचार से देश की दिशा व दशा बदलने की जो हिमायत की है, वह आने दिने वाले में कितना कारगर होगा यह तो वक्त बतायेंगा, लेकिन समाज से लेकर नौकरशाहों व जनप्रतिनिधियों तक की जो जिम्मेदारियां तय कर दी, उसकी हर कोई सराहना करता नजर आ रहा है। भविष्य को लेकर उन्होंने कई संदेश दिए है। आने वाले वक्त में वह वह देश की दशा व दिशा बदलने के लिए काफी गंभीर नजर आएं। हालांकि जनता के उम्मीदों का पहाड़ काफी उंचा है, लेकिन उन्होंने उम्मीद की किरण जगाई है। संदेश दिया है कि आने वाला वक्त भारत का है। सांसद आर्दश ग्राम योजना के साथ-साथ गांव-गांव में शौचालय निर्माण योजना, विदेशी निवेश, मैन्यूफैक्चरिंग, केमिकल से फार्मास्यूटिकल तक, सांसद मॉडल ग्राम योजना, डिजिटल इंडिया, आदर्श ग्राम, जीरो-डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट, प्रधानमंत्री जनधन योजना, बेटियों पर इतने बंधन, बेटों पर कोई नहीं, हर गरीब परिवार को एक लाख का बीमा सहित योजना आयोग में बदलाव जैसे कार्य युवाओं को रोजगार देने में कारगर तो होंगे ही उनकी सोच बदलने से इनकार नहीं किया जा सकता। मोदी की यह योजना दूरगामी और क्रांतिकारी परिणाम दे सकती है। युवा प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तर्ज पर ही मोदी भी टेक्नोलाफजी के क्षेत्र में काफी गंभीर है, तभी तो वह डिजीटल इंडिया के तरफ लगातार अग्रसारित नजर आ रहे है। आईटी क्षेत्र को उन्होंने कुछ ज्यादा ही प्रोत्साहित करने की कोशिश की है, जिसे राजीव गांधी करना चाहते थे। 

युवाओं को लेकर मोदी का फंडा साफ है। वह जानते है जब युवा खुशहाल होगा तो देश तरक्की करेगा, क्योंकि काम करने की असीम क्षमता युवा में है। शायद यही वजह है कि उन्होंने मैन्युफैक्चरिंग में युवाओं से बढ़चढ़कर हिस्सेदारी करनी गुजारिश की। युवाओं का आह्वान किया वह चाहते है कि आप दुनिया में कहीं भी सामान बेचिए, लेकिन मैन्यूफैक्चरिंग यहां कीजिए। क्योंकि मैन्यूफैक्चरिंग गतिविधियां बढ़ेंगी तो युवाओं को रोजगार मिलने के साथ ही व्यापार घाटा भी घटेगा। इलेक्टिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, केमिकल्स, फार्मास्यूटीकल्स, ऑटोमोबाइल्स, कृषि, कागज और प्लास्टिक कारोबार एक ऐसा क्षेत्र है जहां कम पूंजी में व्यापार व मैन्यूफैक्चरिंग संभव है। जब देश से निर्यात वृद्धि होगा तो कमाई का बढ़ना तय होगा और जब आमदनी बढ़ेगी तो घर-घर में खुशहाली आयेगी। 

मेदी ने सोशल सिक्योरिटी का कवच देकर गरीबों को भी भविष्य की चिंता के दंश से मुक्त की बात कहीं। क्योंकि समाज के अंतिम व्यक्ति की आंसू पोछे बिना हम स्वतंत्र भारत की कल्पना कदापि नहीं कर सकते। आंकड़ों के अनुसार तकरीबन सात करोड़ गरीब परिवार भारत में हैं। ये गरीब अपने परिवार के मुखिया के निधन पर बाकी सदस्य यतीम हो जाते हैं, शिक्षा न मिलने से बच्चे लंपटता या अपराध की ओर उन्मुख होते हैं और अभाव में ऐसे परिवार गरीबी की उस गर्त में चले जाते हैं जहां से निकलना असंभव होता है। इतना ही नहीं देश की सीमाओं से बाहर निकलते हुए मोदी ने पूरे सार्क देशों की गरीबी पर आघात किया और आह्वान किया कि हम सब मिलकर इससे लड़ें। यह अपील चीन द्वारा पाकिस्तान या नेपाल को दी जाने वाली कुटिल मदद से काफी अलग थी। 

डिजिटल इंडिया’ का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री ने शासन में सुधार के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की जरूरत पर बल दिया। उद्योग संगठनों से भी उन्होंने निर्यात वृद्धि के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण में शामिल होने के लिए आगे आने की दुहाई दी। उन्होंने यह कहने में रंचमात्र भी संकोच नहीं किया कि सब कुछ सरकारें नहीं कर सकतीं और बहुत से काम ऐसे हैं जिन्हें जनता की भागीदारी से ही पूरा किया जा सकता है और उसमें हाथ बंटाना उसकी जिम्मेदारी भी है। यह तभी संभव है जब शासन-प्रशासन के मौजूद तौर-तरीकों से मुक्ति पाई जाए। बलात्कार की बढ़ती घटनाओं पर कानूनी त्रंतों से हटकर मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर परिजनों को यहकर कुरेदा जाना कि मां-बाप अगर अपने बेटे से पूछे कि तुम कहां जा रहे हो, किसलिए जा रहे हो तो आज यह दुष्कर्म की घटनाएं ना होंगी? यह लाजिमी है। खासकर ऐसे दौर में जब परिवारीजनों का अपने बेटों पर नियंत्रण कम हो रहा है और नतीजतन लंपटता चरम पर जा पहुंची है। मोदी की इस अपील में न तो कोई वोट पाने की चाहत थी, न ही कोई अपने को उचित ठहराने की जद्दोजेहद। 

मोदी ने जिस तरह मीडिया यह कहकर झकझोरा कि नई सरकार के आने का बाद अफसर समय से आने लगे जैसे खबर किसी भी प्रधानमंत्री को खुश कर सकती है, पर उन्हें अफसोस है कि हम कितने गिरते जा रहे है। फिरहाल सच तो यही है कि पिछले 67 सालों में हम अफसरों के गैर जिम्मेदाराना रवैये के इतने आदी हो चुके हैं कि अब उनका समय से आना भी खबर बन ही जाता है। साम्प्रदायिक दंगों के चलते उपजे हालात पर मोदी का यह कहा जाना कि हमें मरने-मारने की दुनिया को छोड़ कर जीवन देने वाला समाज बनाएं, की जरुरत है, काफी हद तक दिल को छू लेने वाला था, क्योंकि दंगों की मिस्टी वह जानते है कि कहां से शुरु होती है।  मोदी जिस तरीके से प्राचीर किले से अपनी बात बिल्कुल सटीक शब्दों में कह रहे थे, लगा कि कोई प्रधानमंत्री नहीं बल्कि अभिभावक उन्हें नसीहत दे रहा है। शासन का मुखिया भी है और सेवक भाव भी रखता है। मोदी के लिए यह क्षण विशेष था, क्योंकि चाय बेचने से लेकर प्रधानमंत्री पद तक पहुंचना उनके लिए और साथ ही भारतीय लोकतंत्र के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। तमाम पश्चिमी राजनीतिक पंडितों ने भारत को आजादी मिलने के तत्काल बाद ही यह घोषणा कर दी थी कि एक देश जिसकी आबादी अतिविशाल हो, जहां बड़े पैमाने पर गरीबी और निरक्षरता हो वह अपने लोकतंत्र को बचा पाने में समर्थ नहीं हो सकता। हालांकि भारतीय मतदाताओं ने इसे सदैव गलत साबित किया और आज पूरी दुनिया यह स्वीकार कर रही है कि भारत में सही मायने में एक स्थिर और वास्तविक लोकतंत्र है। मोदी ने भूटान व नेपाल संबंध को हरभरा कर यह साबित कर दिया कि कोई भी देश भारत का वास्तविक मित्र नहीं है। लोगों को यह बात अच्छे से समझने की आवश्यकता है कि अंतरराष्ट्रीय संबंध मित्रता नहीं, बल्कि हितों के आधार पर चलते हैं।

सार्क देशों पर ध्यान देकर मोदी ने भारत की विकास यात्र के संदर्भ में सही दिशा में कदम उठाया है। अपने शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों के प्रमुखों को दिया गया उनका निमंत्रण और भूटान तथा नेपाल की सफल यात्र अच्छे कदम साबित हुए। मोदी सरकार की वास्तविक परीक्षा पाकिस्तान को संभालने अथवा उससे निपटने और अफगानिस्तान में भारतीय हितों की रक्षा होगी। उन्हें पाकिस्तान के प्रति एक सतत और वास्तविकता पर आधारित नीति को अपनाना होगा, जिसे संप्रग सरकार कभी नहीं कर सकी। वर्तमान में इराक में इस्लामिक कट्टरपंथ का तेजी से प्रसार हुआ है। समूचा पश्चिम एशियाई क्षेत्र उथल-पुथल के दौर में है, जिससे भारत का बड़ा आर्थिक हित दांव पर है। यहां पर तकरीबन 60 लाख भारतीय काम करते हैं। इसके लिए जरूरी होगा कि सरकार खतरनाक क्षेत्रों से भारतीय कामगारों को हटाने के साथ-साथ अन्य बातों पर भी ध्यान दे। ब्रिक्स देशों के नेताओं के साथ मोदी की मुलाकात एक अच्छी शुरुआत है, लेकिन सभी की आंखें अगले माह उनकी अमेरिका यात्र पर टिकी हैं। 

मोदी सरकार के शुरुआती 80 दिनों के कार्यकाल पर अगर एक नजर दौड़ाएं तो लगता है कि उनके दावे हवा हवाई नहीं थे। पहले 80 दिनों में ऐसी बहुत सी पहल हुईं, जिनका देश को लंबे समय से इंतजार था। रक्षा क्षेत्र में 49 फीसदी एफडीआई हो या फिर गंगा को स्वच्छ करने के लिए विशेष योजना। कई मोर्चों पर मोदी सरकार ने देशवासियों को उम्मीद की एक किरण दिखाई है। उन्होंने राज्य सरकारों को साथ लेकर चलने और विकास में उनकी भागीदारी की बात एकाधिक बार कही जो एक सकारात्मक संकेत देती है। जातिवाद और सांप्रदायिकता की लड़ाई से निकलकर आगे बढ़ने की बात भी करते हैं। मां-बाप के लिए बेटों को संभालकर रखने की और डाक्टरों के लिए पैसों की खातिर कोख में बेटियों को न मारने की हिदायतें काबिले तारिफ हैं। महंगाई से जूझ रही देश की जनता के लिए राहत व काले धन जैसे सवालों पर कोई जिक्र न करना खटकाने वाला है। भारत सरकार के प्रस्ताव के तहत 15 मार्च 1950 को गठित आयोग ने 1951 से पंचवर्षीय योजना की शुरुआत की थी। योजना आयोग पर हमला व गड़बड़ी के साथ इसे देश के विकास में उनके द्वारा बाधक बताया जाना कहा तक सही है यह तो उनकी योजना ही जानें कि उसे किस रुप में लाना चाहते है, लेकिन यह सच है कि खुद योजना आयोग द्वारा संयुक्त राष्ट्र के पूर्व सहायक महासचिव और स्टैनफोर्ड शिक्षित अजय छिबर की अध्यक्षता में गठित स्वतंत्र मूल्यांकन कार्यालय ने आयोग को गैर जरूरी बताया है। इस कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार यह साफ है कि अपने मौजूदा रूप और कार्यप्रणाली में योजना आयोग देश के विकास में बाधक है। 

जहां तक पाकिस्तान के संबंधों का मसला है तो राजीव गांधी ने भी उससे दोस्ती का हाथ बढ़ाया था और धमकाया भी था कि अगर सीमा पर अशांति फैलाई तो हम मुहतोड़ जवाब देने में पीछे भी नहीं रहेंगे। बोफोर्स तोपों की खरीदारी शायद उसी का एक हिस्सा रहा, जो कारगिल में खूब गरजे और दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिये। सेटेलाइट से लेकर सबमरीन तक के भारत में निर्माण का जो नारा दिया वह आज एक सपने की तरह लग सकता है, लेकिन भारत में ऐसी सामथ्र्य है कि इस सपने का साकार किया जा सके। मोदी सरकार निर्माण के क्षेत्र में बड़े और तकनीक पर आधारित उद्योगों के साथ-साथ छोटे और मझोले उद्योगों को भी भरपूर प्रोत्साहन देना चाहती है। इससे निश्चित रूप से बड़े पैमाने पर रोजगारों का सृजन होगा और अर्थव्यवस्था को अपेक्षित रफ्तार भी मिलेगी। वह भारत के साथ-साथ पूरे क्षेत्र की शांति और प्रगति के लिए आस-पास के देशों के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। दक्षेस देशों के प्रति उनका झुकाव एक सुविचारित नीति का हिस्सा है। वैसे तो मोदी ने इस अवसर पर पाकिस्तान को कोई सीधी चेतावनी देने से परहेज किया, लेकिन संकेतों में इस्लामाबाद को यह नसीहत अवश्य दे दी कि जिस तरह आजादी की लड़ाई मिलकर लड़ी गई थी उसी तरह अपनी समस्याओं के हल के लिए आगे क्यों नहीं बढ़ा जा सकता? भारत और पाकिस्तान कई मामलों में एक जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। ऐसा क्यों नहीं हो सकता कि वे इन समस्याओं का सामना मिलकर करें? मोदी के इस कथन में विदेश नीति के कई महत्वपूर्ण संकेत छिपे हैं। इन संकेतों को दक्षिण एशियाई देशों, विशेषकर पाकिस्तान को सही रूप में समझना होगा। 





(सुरेश गांधी)

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (17 अगस्त)

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कुदरती तबाही देख सहम गए लोग,अभी कई के मलबे में दवे होने की संभावना

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देहरादून,17 अगस्त,(निस)। पिछले 48 घंटो से हो रही लगातार बारिश कहर बनने के बाद आज कुछ थमी है। इस बारिश के कहर ने जहां अनेक लोगों को मौत के आगोश में समा दिया। वहीं इस बारिश के कहर से लोग आज भी सहमें हुए हैं उन्हे हर पल मौत का डर सता रहा है। भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। ग्रामीणों की जहां रात की नींद उड़ गयी हैं वहीं मौत का तांडव देखकर उनका दिन का चैन भी उड़ गया है। समाचार लिखे जाने तक अधिकारिक तौर पर अकेले जनपद पौड़ी में लगभग दो दर्जन ग्रामीणों की मौत के समाचार है। जिलाधिकारी के आदेश पर प्रशासन व आपदा प्रबंधन की रेस्क्यू टीमें राहत के लिए रवाना हो गयी है। जिलाधिकारी ने स्थानीय लोगों से भी मदद की अपील की है। जानकारी के अनुसार जनपद गढ़वाल की विभिन्न तहसीलों के अन्तर्गत बादल फटने एवं भूस्खलन के कारण अभी तक दर्जनों लोगों की मृत्यु होने का समाचार है। बादल फटने एवं भूस्खलन के कारण तहसील यमकेश्वर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम दियूली व धमन्दा गांव में 3 लोगों की मृत्यु हुई है। यहां पर प्रशासन एवं स्थानीय ग्रामीणों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चलाये जा रहे हैं। इसके अलावा यमकेश्वर तहसील क्षेत्रान्तर्गत बीन नदी में एक वन गुर्जर के बह जाने के कारण मृत्यु हो गयी जबकि ग्राम दिवोगी में अतिवृष्टि के कारण एक लड़की की मृत्यु होने की सूचना प्राप्त हुई है। ग्राम पंचायत सिंदुड़ी के गांव बैरागढ़ व पुराला में अत्यधिक वर्षा होने के कारण गांव का सम्पर्क कट गया है । यहां लगभग 250 व्यक्तियों के फंसे होने की सम्भावना व्यक्त की जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा यहां फंसे हुये व्यक्तियों को निकालने के लिये शासन से हैलीकाॅप्टर की मांग की गई है। भारी बारिश के चलते संपर्क मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जगह-जगह पहाड़ी से भारी मलवा व बोल्डर आने से मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिस कारण राजस्व पुलिस व रेस्क्यू टीमें मोटर मार्ग खराब होने के कारण घटना स्थल तक नही पहुंच पायी हंै। घटनास्थल पर फंसे लोगों को निकालने के लिये शासन द्वारा आज बैरागढ़ में चैपर हैलीकाॅप्टर भेजा गया है। बादल फटने की एक अन्य घटना कोटद्वार तहसील क्षेत्रान्तर्गत हुई जिसमें मालन नदी का जल स्तर बढ़ने से ग्राम सिम्बलचैड़ के आस पास के इलाकों में काफी जल भराव हो गया है। यहां पर जिला प्रशासन की ओर से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है तथा रेस्क्यू टीम द्वारा नदी में बह रहे एक व्यक्ति को बचा लिया गया है। जनपद के पौड़ी तहसील क्षेत्रान्तर्गत कल्जीखाल विकासखण्ड के नौड़ी ग्राम में भारी वर्षा के कारण आऐ मलबे में एक मकान दब जाने के कारण एक दंपति की मृत्यु हो गयी इसी क्षेत्र में दो भवन भी जमींदोज हुये हैं। यहां पर भी उप जिलाधिकारी के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम लगातार कार्य कर रही है। क्षेत्र के 7 प्रभावित परिवारों को राजकीय इण्टर कालेज कांसखेत में शिफ्ट करने के निर्देश जिलाधिकारी चन्द्रशेखर भट्ट द्वारा दिये गये हैं। वही, तहसील लैंसडौन क्षेत्रान्तर्गत प्रभावित ग्राम पर्सूली, सिलोगी व डबरालस्यूं में 3 ग्रामीणों के मरने की सूचना प्राप्त हुई है जबकि यहां पर भी दो भवन भारी बारिश के चलते ध्वस्त हुये हैं। सूचना मिलने पर प्रशासन एवं पुलिस की रेस्क्यू टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिये हैं। इसके अतिरिक्त तहसील लैंसडौन क्षेत्रान्तर्गत ग्राम सिमलीकुटी में बादल फटने से 2 व्यक्तियों की मृत्यु व 1 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल होने व 1 एक व्यक्ति के बहने की जानकारी मिली है। यहां पर भी राहत एवं बचाव कार्य के लिए पुलिस व प्रशासन की राहत टीमें पहुंच चुकी है। इसी तहसील के ग्राम नवाड़ी, मरोड़ा, भण्डारी गांव में मकानों, मवेशियों व खेती की जमीन नष्ट होने की सूचना प्राप्त हुई है। उधर, सतपुली तहसील क्षेत्रांर्गत सतपुली बाजार में बांधाट रोड़ पर पहाड़ी से आया भारी मलबा तीन दुकानों का शटर तोड़कर दुकानों में जा घुसा। जिससे हजारों का नुकसान होने का अनुमान है।

बोल्डर व मलवा आने से पर्वतीय क्षेत्रों का हाल बेहाल,संपर्क कटा

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देहरादून,17 अगस्त,(निस)। भारी बारिश के चलते कोटद्वार से विभिन्न पर्वतीय मार्गों का संपर्क पूरी तरह कट गया है। जिस कारण पर्वतीय क्षेत्रों को जाने वाले यात्रियों को मीलों पैदल ही सफर तय करना पड़ रहा है। इस दौरान जीप-टैक्सी चालकों ने यात्रियों से जमकर चांदी काटने में कोई कसर नहीं छोड़ी। प्रशसान की ओर से इस दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। देर रात तक यात्री पैदल सफर करते देखे गए। नजीबाबाद-बुबाखाल राष्ट्रीय राजमार्ग 534 कोटद्वार-दुगड्डा के बीच जगह-जगह भारी मलवा आने के कारण बंद हो गया है। एनएच रूड़की के अधिशासी अभियंता अनिरूद्व भंडारी, सहायक अभियंता एके नैथानी व जूनियर इंजिनियर रणजीत सिंह ने खुद मौके पर पहुंच कर आज जेसीबी मशीनों से मार्ग खुलवाने का प्रयास किया। लेकिन पहाड़ी से भारी मलवा व बोल्डर आने के कारण देर शाम तक मार्ग खुल नहीं पाया। जिस कारण यात्रियों को जान जोखिम में डालकर 8 किमी का पैदल सफर तय करना पड़ा।   होटलों स्वामियों द्वारा भी फंसे यात्रियों की जेबें कतरने में कोई कसर नहीं छोड़ी गयी। कोटद्वार से धुमाकोट, त्रिपालीसैंण, बैजरौ-थलीसैंण, कांसखेत, चैबट्टाखाल, यमकेश्वर, गैंडखाल-ऋषिकेश, पाबौ, दुधारखाल, रिखणीखाल-बीरोंखाल, उफरंैखाल, जसपुरखाल, पैठाणी, नागचूलाखाल सहित दर्जनभर से ज्यादा मार्ग बंद पड़े हुए हैं। जिलाधिकारी चन्द्रशेखर भट्ट ने लोक निर्माण विभाग को उक्त मार्ग शीघ्र खुलवाने के आदेश दिए हैं।

टीम शाह का हिस्सा बनने से बलूनी समर्थकों में हर्ष 

देहरादून,17 अगस्त,(निस)।  पौड़ी जिले के निवासी और युवा भाजपा कार्यकर्ता अनिल बलूनी को अमित शाह की टीम का हिस्सा बनने पर उनके समर्थकों में खुशी की लहर है। भाजपा कार्यकर्ताओं की आयोजित एक बैठक में भाजपा नेता अनिल बलूनी को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाने पर हर्ष व्यक्त किया गया। यहां हिंदू पंचायती धर्मशाला में भाजपा कार्यकर्ताओं की आयोजित एक बैठक में कार्यर्ताओं ने भाजपा नेता अनिल बलूनी को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाए जाने पर हर्ष व्यक्त किया गया। वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा बलूनी को राष्ट्रीय टीम में जगह देने से उत्तराखंड भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढे़गा जिससे पूरे प्रदेश में भाजपा की स्थिति मजबूत होगी। इस बैठक की अध्यक्षता भाजपा के जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र जखमोला व संचालन विपिन कैंथोला ने किया। बैठक में उमेश त्रिपाठी, शशि नैनवाल, मंगत राम अग्रवाल, धर्मवीर सिंह गुंसाई, रानी नेगी, आशा डबराल मो0 नईम अहमद अनीता आर्यसहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।  

नरेन्द्र सिंह नेगी के प्रसिद्ध गीत ‘‘नौ छमी नारेण‘‘ पर आयी मनु पंवार की किताब 

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देहरादून,17 अगस्त (राजेन्द्र जोशी)।एक समय उत्तराखंड की राजनीति में खलबली मचाने वाला नरेन्द्र सिंह नेगी के ‘‘नौ छमी नारेणा‘‘ आठ साल बाद एक बार फिर लौट आया है। लेकिन इस बार ऑडियो एल्बम नहीं बल्कि मनु पंवार की ‘‘गाथा एक गीत की- द इनसाइड स्टोरी ऑफ नौछमी नारेणा‘‘ किताब खलबली लेकर आई है। किताब पर उनका कहना है वह गीत जो लोकप्रिय हुआ था वह नारायण दत्त तिवारी पर नहीं था बल्कि आज की राजनीतिक घटनाक्रम पर था। किताब का विमोचन कवि एवं साहित्यकार पद्म श्री लीलाधर जगूड़ी, वरिष्ठ पत्रकार चारुचंद्र चंदोला व इंडिया टुडे के चन्द्र मोहन ज्योति व लेखक मनु पंवार की उपस्थिति में रविवार को राजधानी के एक होटल में हुआ। यह पहला अवसर है जब किसी गीत पर कोई किताब सामने आई हो. मनु पंवार ने उत्तराखंड के महान  गीतकार नरेन्द्र सिंह नेगी के लिखे और गाये गढ़वाली गीत ‘’नौ छमी नारेणा’’ के राजनेतिक और सामाजिक प्रभावों पर विस्तार से लिखा है, साथ ही इस गीत के बहाने उत्तराखंड के सांस्कृतिक पहलुओं को भी छुआ है. 250 पेज की यह किताब एक तरह से एक गीत का संपूर्ण शोध ग्रन्थ भी कहा जा सकता है। जिसमें नौछमी नारेणा के बहाने उत्तराखंड में सत्ता के चरित्र को उधेडा गया है। विमोचन के अवसर पर मनु पंवार ने बताया कि वो इस किताब पर वर्ष 2008 से काम कर रहे थे। इस दौरान उत्तराखंड में सत्तारूढ़ हुई सरकारों और उनके मुख्यमंत्रियों ने किस उदारता से लाल बत्तियों की राजनीतिक संस्कृति पनपने दी जो अब तक चल रही है। सरकारी खजाने पर भारी भरकम बोझ डाल दिया। इस किताब में उसकी भी विस्तार से पड़ताल की गयी है। उन्होंने कहा कि नौछमी नारेणा विवाद के दौरान हुई घटनाएँ उत्तराखंड के राजनीतिक इतिहास का महत्वपूर्ण कालखंड से है और इसे अलग कर नहीं देखा जा सकता। नरेन्द्र सिंह नेगी के इस गीत ने 2005  से लेकर 2007 तक उत्तराखंड की राजनीति में बड़ी हलचल मचाई थी। उत्तराखंड के जागर लोकगीत शैली में लिखे इस गीत में तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी सरकार कि कार्यशैली पर तीखे कटाक्ष किये गए थे। तब सरकार ने इस गीत पर पाबंधी लगा दी थी और इसको सेंसर तक कर दिया था। तभी से उत्तराखंड में पहली बार सेंसरशिप लागू हुई। इस गीत का इतना व्यापक प्रभाव रहा कि 2007 के चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। लेखक मनु पंवार ने इस किताब में घटनाक्रम को सिलसिलेवार ढंग से बारीकी से रखा है। इस बात का भी पुस्तक में जिक्र है कि कैसे यह गीत भारत देश के सरहदों से बहार अमेरिका और ब्रिटेन तक पहुँच गया। दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में इस गीत पर आलेख तक प्रकाशित हुआ। उन्होंने नौछमी नारेणा की पृष्ठभूमि  में सत्तर के दशक की उस घटना का भी उल्लेख किया है जब कद्दावर नेता हेमवती नंदन बहुगुणा ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के खिलाफ दिल्ली में एक जागर का आयोजन किया था। रविवार को विमोचित किताब को दिल्ली के श्री गणेशा पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है। किताब की भूमिका में प्रख्यात साहित्यकार मंगलेश डबराल ने लिखा है कि मनु पंवार ने एक शोधार्थी  की तरह इस गीत के राजनीतिक, सामाजिक,सांस्कृतिक, और नैतिक आयामों की विस्तार से खोजबीन की है।     

राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री की बैठक खत्म,केन्द्र की भरपूर मदद का भरोसा

देहरादून,17 अगस्त (राजेन्द्र जोशी)।अपने दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे के तहत रविवार को केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह देहरादून पहुंचे। राजधानी पहुंचन के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ बैठक की और राज्य में आपदा स्थितियों की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय गृहमंत्री को राज्य में आपदा की स्थिति से अवगत कराया और उनसे आपदा के कई विषयों पर बातचीत की। केन्द्रीय मंत्री ने राज्य सरकार को हर तरह की मदद का भरोसा दिलाया है। अपने दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे के तहत केन्द्रीय गृहमंत्री रविवार को देहरादून पहंुचे। उन्होंने राज्य अतिथिगृह बीजापुर में मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ बैठक की और प्रदेश के मौजूदा हालात के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस बैठक में मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल और वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक नवप्रभात भी मौजूद रहे। बैठक के बाद केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उनको प्रदेश में आपदा की स्थिति की विस्तृत जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार राज्य को हर संभव मदद देगी। उन्होंने कहा कि दैवीय आपदा से निपटने की जिम्मेदारी केवल सरकार की नहीं बल्कि यह पूरे भारत के नागरिको  और भारत सरकार व राज्य सरकार की सामूहिक जिम्मेदारी हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार उत्तराखंड के हर संकट में मदद करेगी।

आपदा प्रभावित सभी जिलों को मिली 2.5-2.5 करोड़ की सहायता राशि

देहरादून,17 अगस्त,(निस)। उत्तराखंड की सरकार ने राज्य के आपदा प्रभावित हर जिले में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए २.५ करोड़ रूपये का आवंटन किया है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पौड़ी, चमोली, टिहरी, पिथौरागढ़ और रूद्रप्रयाग जिलों के जिला अधिकारियों के साथ शनिवार को बैठक के बाद यह फैसला किया। यह बैठक एक साल पहले आई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए इलाकों में राहत कार्य को लेकर उठाए गए कदमों की समीक्षा के लिए बुलाई गई थी। आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिले में बुनियादी ढांचे के विकास से जुड़ी गतिविधियों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के मकसद से ढाई करोड़ रूपये का आवंटन किया है। मुख्यमंत्री ने जिला अधिकारियों से कहा है कि वे मौसम विज्ञान विभाग की ओर से समय समय पर जारी की जाने वाली चेतावनी को गंभीरता से लें।

बाल बाल बचे एसडीएम पौड़ी पीएल शाह

देहरादून/टिहरी गढ़वाल,17 अगस्त,(निस)। अभी करीब सवा चार बजे पर एसडीएम पौड़ी पीएल शाह बिलखेत-व्यासघाट-देवप्रयाग मार्ग पर नुकसान का जायजा लेने जा रहे थे कि तभी मार्ग पर बगासू गदेरे को पार करने के लिए वह वाहन को छोड़ पैदल ही चल पड़े। जैसे उन्होंने गदेरा पार करने की कोशिश की वह पानी के तेज बहाव के साथ नयारनदी की खाई की ओर बह गए।  उनके साथ चल रहे ग्रामीणों ने उन्हें किसी तरह से जैसे तैसे बचाया। उन्होने फोन पर बताया कि अब वह कुशल व सुरक्षित है। हालंकि उनके जूते आदि इस बहाव के साथ नयार नदी में समा गए। बताते चले कि मौसम की खराबी के चलते पौड़ी समेत आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यो में आपदा प्रबंधन व एसडीआरएफ नागरिक पुलिस के जवानों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एसडीएम के साथ आज घटे घटनाक्रम ने पिछले साल केदारनाथ आपदा में नदी में बहकर अपनी जान गवाने वाले एसडीएम अजय अरोड़ा की याद दिला गई। 

मुख्यमंत्री ने सुनी जनससमयायें और अधिकारियों को दिये समाधान के निर्देश

देहरादून, 17 अगस्त, (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को बीजापुर हाउस में सैंकड़ों फरियादियों से मिलकर उनकी शिकायतों की सुनवाई की। बहुत से लोगों की शिकायतों पर संबंधित अधिकारियों को तत्काल फोन पर आवश्यक कार्यवाही कर समाधान के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि जनता की समस्याओं को दूर करना सरकार की प्राथमिकता है। उनका सदैव प्रयास है कि प्रत्येक पीडि़त को यथासम्भव राहत मिल सके। 
गौरतलब है कि प्रत्येक बृहस्पतिवार व रविवार को बीजापुर हाउस में नियमित रूप सेे जनता मिलन कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इसी के तहत आज के जनता मिलन में सूबे के विभिन्न स्थानों से आए फरियादियों ने सीएम को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। सीएम ने भी प्रत्येक फरियादी की बात को गौर से सुना और उनके आवेदनों पर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया। कुछ विशेष मामलों में सीएम ने अधिकारियों को स्वयं फोन पर निर्देश दिए। उन्होंने अपने विशेषकार्याधिकारियों को जनता से मिल रहे प्रार्थनापत्रों को पूरे विवरण सहित रजिस्टर में अंकित करने व संबंधित अधिकारियों को शीघ्र अग्रसारित करने के साथ ही, की गई कार्यवाही से आवेदक को भी अवगत कराने के निर्देश दिए। प्रार्थियों में बहुत से लोगों को चिकित्सा के लिए सहायता की अपेक्षा थी, मुख्यमंत्री ने चिकित्सा सहायता के मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। जनता मिलन में बहुत से लोग अपने क्षेत्र में सड़क मार्ग, सीसी मार्ग चाहते थे तो कईयों को बिजली व पेयजल की शिकायतें थीं। कुछ मामले कानून व्यवस्था से संबंधित थे तो किसी को रोजगार की दरकार थी। कुछ लोगों ने अपने क्षेत्र में दैवीय आपदा से हुए नुकसान से सीएम को अवगत कराया।

पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने आपदा प्रभावितों के लिए की सीएस से बात

लखनऊ/देहरादून,17 अगस्त,(निस.)। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने राज्य के आपदाग्रस्त क्षेत्रों की हालत पर मुख्य सचिव सुभाष कुमार से बातचीत की और उन्हें प्रभावितों को तुंरत राहत एवं आर्थिक मदद पहुंचाने का निर्देश दिया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने इस मामले में मुख्यमंत्री हरीश रावत से गंभीर कार्रवाई की अपेक्षा की है। आज यहां जारी एक बयान में एनडी तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड बेहद संवेदनशील पर्यावरण वाला पर्वतीय क्षेत्र है यहां पर प्राकृतिक आपदाओं की मार हर साल पड़ती है। इसके लिए सरकार को पहले से ही एहतियाती तैयारी करके रखनी चाहिए। उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्रों देहरादून,उत्तरकाशी,पौड़ी गढ़वाल,टिहरी गढ़वाल और हरिद्वार जनपदों की पूरी जानकारी प्राप्त की। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत अनुभवी और कार्यक्षम नेता है और मुझे पूरा विश्वास है कि वे आपदा प्रभावितों की पूरी सहायता करेंगे।उन्होंने मुख्य सचिव सुभाष कुमार से दूरभाष पर बात की और आपदा राहत एवं बचाव कार्यो की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। 

आपदा पीडि़़त क्षेत्रों में राहत लेकर पहुंचे संघ कार्यकत्र्ता, सेवा कार्यों को जाते सहायता समिति के लोग 

देहरादून, 17 अगस्त (निस)। उत्तराखंड में जब-जब आपदा आई है, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने बढ ़चढक़र भागीदारी की हैं। चाहे संतला देवी मार्ग पर बादल फटा हो अथवा सुदूरवर्ती क्षेत्रों हर समय संघ के कार्यकत्र्ता सजग रहते हैं। इसी संदर्भ में एक संस्था का निर्माण किया गया जिसे उत्तरांचल दैवी आपदा पीडि़त सहायता समिति नाम दिया गया। इस सीमित के कार्यकत्र्ता द्वारा जा कर उनकी हरसंभव सेवा का बीड़ा उठाया जाता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निर्देषन में बनी इस समिति की पहले अध्यक्ष भूगोल विभाग डी.बी.एस. कालेज के पूर्व विभागाध्यक्ष डा. नित्यानंद, महामंत्री नरेश बंसल तथा समिति ने विशेष दायित्व निभाने के लिए प्रेम बड़ाकोटी ने भूमिका निभाई। वर्तमान में लगातार आपदा के समय लोगों के सेवा में जुटी इस समिति के अध्यक्ष सी.ए. दिनेश गुप्ता हैं और महामंत्री के रूप में मदन सिंह को चुना गया है। अध्यक्ष के ही आवास पर समिति के आपातकालीन बैठक में सुदूरवर्ती आपदा पीडि़त क्षेत्रों में चल रहे सेवा कार्यों की समीक्षा की गई। लगभग तीन दर्जन स्थानों पर चल रहे इन सेवा कार्यों के अलावा समिति ने जिन स्थानों पर बादल फटे हैं उन क्षेत्रों  में भी सेवा का निर्णय लिया है। इसमें यमकेश्वर ब्लाक के वे चार ग्राम शामिल हैं। जहां बादल फटने से 48 परिवार प्रभावित हुए हैं। जिनके लिए भोजन का प्रबंधन समिति की पहली प्राथमिता है। 
समिति के अध्यक्ष दिनेश गुप्ता तथा समिति के अन्य सदस्यों की उपस्थित में जो प्रमुख निर्णय लिए गए हैं। उनमें समिति द्वारा शीघ्र ही उन स्थानों पर जाकर सेवाकार्य शुरू करना भी है। समिति के कार्यकत्र्ता इन स्थानों पर जाकर प्रभावित परिवारों को राहत देने की योजना बना चुके हैं। राहत में तात्कालिक रूप से भोजन, वस्त्र तथा दैनिक उपभोग की वस्तुओं के किट्स शामिल हैं। बैठक में जो प्रमुख लोग उपस्थित थे उनमें अध्यक्ष दिनेश गुप्ता के अलावा मंत्री मदन सिंह उपाध्यक्ष जी.के.मित्तल, सचिव नीरज मित्तल, भारत भूषण समेत कई लोग उपस्थित थे। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि समिति त्वरित आपदा सहायता के रूप में प्रति पीडि़त परिवार दस किलो चावल,दस किलो आटा के अलावा सभी दैनिक उपभोग की वस्तुएं शामिल हैं। इसी प्रकार खाना बनाने के बर्तन के साथ-साथ दो-दो कंबल प्रति परिवार वितरित कर दिए गए हैं। इसी प्रकार मालदेवता से पांच किलोमीटर दूर सरखेत नामक गांव में बांदल नदी की बाढ़ से 11 परिवार बेघर हो गए हैं। जिनके सारे खेत और मकान बह गए। इसी प्रकार छह परिवार थत्यूड़ विकास खंड टिहरी के हैं जिनके खेत खालिहान पुरी तरह नष्ट हो गए हैं केवल जन और पशुहानि नहीं हुई है। इसीप्रकार गत दिनों हुए ज्वालपागांव में बादल फटा था जहां छह व्यक्ति दो महिलाएं, दो बालिकाएं  और दो पुरूष काल कावलित हुए तथा सोलह अन्य घायल हो गए है। समिति ने अगले ही दिन से सेवा कार्य प्रारंभ कर दिया और चार अगस्त तक  पीडि़त परिवारों को भोजन कराया गया। इन पीडि़त परिवारों को भोजन सामग्री क 16 किट्स वितरित किए गए और 33 कंबल तथा 25 साडिय़ा भी वितरित की गई। अध्यक्ष दिनेश गुप्ता तथा महामंत्री मदन सिंह का कहना है कि समिति अपने निजी संसाधनों से तथा पूूरे देश के स्वयं सेवकों से मिलने वाली राहत राशि से सेवा कार्यों में लगी हुई है और जहां भी आपदा आएगी समिति सेवा कार्य में जुट जाएगी और लोगों को यथासंभव राहत पहुंचाने का प्रयास करेगी। 

राज्यपाल ने दी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई 

देहरादून, 17 अगस्त, (निस)। उत्तराखण्ड के राज्यपाल डाॅ0 अज़ीज़ कुरैशी ने समस्त प्रदेश वासियों को ‘श्रीकृष्ण जन्माष्टमी’ की बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। इस पर्व की पूर्व संध्या पर जारी संदेश में राज्यपाल ने कहा है कि श्रीमद्भगवत गीता के माध्यम से सम्पूर्ण विश्व को श्रेष्ठ मानव जीवन जीने हेतु मार्ग दर्शन करने वाले महान् कर्मयोगी भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन अपार हर्ष का दिन है।  उन्होंने कहा कि इस पवित्र अवसर पर हम सबको यह संकल्प लेना चाहिए कि अपनी-अपनी क्षमता एवं योग्यता के अनुसार निरन्तर अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए आपसी प्रेम, बंधुत्व व सहभागिता से एक अच्छे विकासशील सामाजिक वातावरण सृजित करके विकासशील समाज के निर्माण में सहयोगी बनें।’’

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (17 अगस्त)

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राज्यपाल और मुख्यमंत्री द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर शुभकामनाएं

शिमला, 17  अगस्त  ( विजयेन्दर शर्मा)। राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह और मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर प्रदेश के लोगों को शुभकामनाएं दी हैं।श्रीमती उर्मिला सिंह ने कहा कि जन्माष्टमी हिंदुओं का एक पावन पर्व है, जिसे सभी हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षाएं व दर्शन आज के संदर्भ में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, जिनका अनुसरण कर हम अपना जीवन सफल कर सकते हैं।मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने अपने संदेश में कहा कि भगवत् गीता के दर्शन ने विदेशियों को भी आकर्षित किया है। भगवत् गीता हम सभी के लिए सफल जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त करती है।

एक करोड़ की लागत से नगरोटा बगवां में बनेगा बहुउद्देशीय भवन: बाली
  • नगरोटा बगवां तहसील कल्याण कार्यालय किया जनता को समर्पित

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धर्मशाला, 17  अगस्त  ( विजयेन्दर शर्मा)। नगरोटा बगवां में लोगों की सुविधा के लिये 1 करोड़ की लागत से बहुउद्देशीय कार्यालय भवन का निर्माण किया जायेगा। यह घोषणा परिवहन एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री जीएस बाली ने नगरोटा बगवां खंड विकास कार्यालय में तहसील कल्याण कार्यालय का उद्घाटन के अवसर पर की। उन्होंने कहा कि इस भवन के बनने से अधिकांश कार्यालय एक ही छत के नीचे आ जाने से क्षेत्र की जनता का काफी सुविधा होगी। उन्होंने जानकारी दी कि इस कार्यालय के खुलने से नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र की 68 पंचायतों के लोगों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यालय को खोलने के लिये क्षेत्र के लोग लम्बे समय से मांग कर रहे थे तथा विधायक प्राथमिकता में यह कार्य उनकी प्राथमिकता में सबसे ऊपर रहा है। इस कार्यालय के खुलने से अपंग, असहाय, विधवा एवं बेसहारा बच्चों को विशेष लाभ होगा। बाली ने कहा कि वर्तमान में विधानसभा क्षेत्र के 570 अपंग, 5 कुष्ठ रोगियों, 630 बुढ़ापा तथा 947 विधवा पैंशन प्रदान की जा रही हैं जबकि इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पैंशन के 205 मामले और इन्दिरा गांधी बुढापा पैंशन के 1122 व्यक्तियों को पैंशन प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र के 450 पैंशन के मामले, 153 गृह निर्माण के मामले स्वीकृत किये गये हैं जोकि वर्ष 2012-13 तथा 2013-14 में स्वीकृत हुये हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न पैंशन हेतु आवेदन करने वाले 200 से अधिक लोगों को इस कार्यालय का विशेष लाभ होगा। उन्होंने जानकारी दी कि राजेन्द्र प्रसाद मैडिकल कॉलेज टांडा के विस्तारीकरण हेतु अतिरिक्त जमीन देखी जा रही है । उन्होंने बताया कि नगरोटा बगवां में स्थापित हो रहे राजीव गांधी इंजिनियरिंग कॉलेज के लिये विभिन्न श्रेणियों के 24 पद स्वीकृत किये गये हैं तथा इस तहसील कल्याण कार्यालय के लिये भी पदों की स्वीकृति हो चुकी है। उन्होंने कहा कि चंगर क्षेत्र के बुस्सल में इंस्ट्रकटर टेऊेनिंग सेंटर खोलने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के समग्र विकास को सुनिश्चित किया जायेगा तथा यहां आईपीएच का सर्कल कार्यालय खोलने का कार्य प्रगति पर है। खाद्य आपूर्ति मंत्री ने कहा कि एकल नारी एवं रेहड़ी फड़ी लगा कर अपना जीवन यापन करने वाले लोगों को भी राष्ट्रीय खाद्य योजना से जोड़ा जा रहा है जिससे उन्हें अपना जीवन यापन में कोई कठिनाई पेश न आये। इस अवसर पर परिवहन मंत्री ने हटवास के अर्जुन व बलधर के प्रकाश चंद को आर्थिक सहायता के चैक भी वितरित किये और क्षेत्र के लोगों की समस्यायें भी सुनीं। उन्होंने समस्याओं के शीघ्र निपटारे के लिये सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये। इस अवसर पर एसडीएम कांगड़ा अजीत भारद्वाज, जिला कल्याण अधिकारी नरेन्द्र जरियाल, बीडीओ राजीव सूद, कांग्रेस मंडलाध्यक्ष मान सिंह, महासचिव मनोज मेहता, अजय वर्मा, रोशन लाल खन्ना, डॉ0 चांद, गोल्डी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी जिला परिषद सदस्य, 

विभिन्न पंचायतों के वानिकी क्षेत्र के विकास पर व्यय होंगे 125 करोड़: बुटेल
  • वन महोत्सव में रोपा केमीलिया का पौधा

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पालमपुर, 17  अगस्त  ( विजयेन्दर शर्मा)।  विधान सभा अध्यक्ष श्री बृज बिहारी लाल बुटेल ने रविवार को लोहना में हाउसिंग बोर्ड रेज़ीडेंट वेलफेयर सोसायटी द्वाराआयोजित वन महोत्सव का शुभारंभ केमीलिया/नेपाल रोस का पौधा रोपित कर किया। इस अवसर पर सोसायटी के सदस्यों और गणमान्य लोगों ने विभिन्न 20 फूलदार प्रजातियों के लगभग 200 पौधे रोपित किये।  इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए विधान अध्यक्ष ने कहा कि  प्रदेश में चालू वित्त वर्ष में वानिकी क्षेत्र के विकास के लिए 125 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है और इस वर्ष 1750 हैक्टेयर क्षेत्र में पौधारोपण करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा इसके अलावा प्रदेश में 10000 हैक्टेयर वन भूमि को लैंटाना मुक्त करने के लिए भी 16 करोड़ का प्रावधान किया गया है। श्री बुटेल ने पौधारोपण की महत्व पर बल देते हुए कहा कि पौधारोपण के साथ-साथ लगाये गये पौधों का संरक्षण के लिए भी विशेष प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने सोसायटी के हरबल और फूलदार पौधों गार्डन को तैयार करने के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सोसायटी का इस तरह का प्रयास अन्य सोसायटियों के लोगों के लिए एक मॉडल के रूप में होगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण के साथ लोगों को भी पर्यावरण के प्रति जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंनेे कहा कि पालमपुर वन मण्डल क्षेत्र में भी 115 हैक्टेयर भूमि में डेढ़ लाख पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमे लगभग 30 प्रतिशत औषधीय पौधे रोपित किये जायेंगे। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार द्वारा बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने और इसके संरक्षण के लिए प्रेरित करने का विशेष अभियान चलाया गया है जिसमें प्रत्येक स्कूल के छात्र द्वारा एक-एक पौधा रोपित करवाने का लक्ष्य रखा गया है इसी कड़ी में पालमपुर वन मण्डल के विभिन्न स्कूलों के छात्रों द्वारा 30 हजार पौधे रोपित किये जा रहे हैं। विधान सभा अध्यक्ष ने सोसायटी को वृद्धों, बच्चों, हरबल पार्क और अन्य कार्यों के लिए चरणबद्ध तरीके से पांच लाख रूपये देने की घोषणा और हिमूडा के अधिकारियों को कलोनी की सडक में शीघ्र टायरिंग करने के भी आदेश दिये। उन्होंने इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण एवं वनों के महत्व पर कविता पाठ इत्यादि करने वाले बच्चों को फृलदार एवं औषधीय पौधे देकर पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में नगर परिषद के अध्यक्ष बलवंत ठाकुर, सोसायटी के अध्यक्ष डॉ0 अजय सूद, त्रिलोक चंद, रोशन लाल चौधरी, व्यापार मण्डल के अध्यक्ष सुरेद्र सूद, एसई पीडब्लयूडी डीआर शासनी, डीएसपी नवदीप सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और सोसायटी के लोग एवं क्षेत्र के गणमान्य लोग मौजूद रहे।

नीरज भारती ने सिद्वपुरघाड़ में रोपित किया जामुन का पौधा

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धर्मशाला, 17  अगस्त  ( विजयेन्दर शर्मा)। मुख्य संसदीय सचिव, नीरज भारती ने सिद्वपुरघाड की प्राईमरी पाठशाला में जामुन का पौधा रोपित कर मंडल स्तरीय वन महोत्सव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन उन्होंने कहा कि हिमाचल जैसे पर्वतीय क्षेत्र में पारिस्थितिकीय संतुलन में वनों का विशेष महत्व है तथा पौधरोपण कर हम पर्यावरण का संरक्षण करने में अपना योगदान दे सकते हैं। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में उन्होंने जानकारी दी कि नूरपुर क्षेत्र में 571 हैक्टेयर वन भूमि पर पौधरोपण का कार्य प्रगति पर है तथा भिन्न-भिन्न प्रजातियों के चारा, औषधीय, जंगली फलों के 509300 पौधे रोपित किये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त 1377 हैक्टेयर क्षेत्र भूमि पर पहले किये गये पौधरोपण में लगाये गये पौधों के स्थान पर नये पौधे रोपित किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक विद्यार्थी एक पौधा कार्यक्रम के अन्र्तगत 168 स्कूलों के विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न प्रजातियों के 27520 पौधे रोपित किये जा रहे हैं। नीरज भारती ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है और माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के लिये भी प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि 8वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को मध्याहन भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है तथा गत वर्ष इस योजना पर जिला में 44989 विद्यार्थियों के लिये 13 करोड़ से अधिक की राशि व्यय की गई। उप मंडलाधिकारी नागरिक ज्वाली मोहन दत्त शर्मा ने इस अवसर पर अर्जुन तथा डीएफओ नूरपुर संजय सेन ने कचनार का पौधा रोपित किया।इस अवसर पर स्थानीय पंचायत के एसडीओ लोक निर्माण जमुना दास, एसडीओ आईपीएच पीसी धीमान, मिड हिमालय परियोजना के डीएफओ मनोहर लाल, वाईल्ड लाईफ से ईश्वर दास, डीएसपी धर्म चंद वर्मा, कांग्रेस मंडलाध्यक्ष रण सिंह, प्रधान जीवन लाल, वन परिक्षेत्र अधिकारी मनोज कुमार के अतिरिक्त क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित थे। इसके उपरांत मुख्य संसदीय सचिव नीरज भारती ने लोगों की समस्यायें भी सुनीं तथा इनके निपटारे के लिये सम्बन्धित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये। 

सुलह विधान सभा क्षेत्र में आम आदमी की समस्याएँ सुनने के लिए अनेक जनसम्पर्क अभियान

धर्मशाला, 17  अगस्त  ( विजयेन्दर शर्मा)। सुलह विधान सभा क्षेत्र में आम आदमी की समस्याएँ सुनने के लिए अनेक जनसम्पर्क अभियान छेडे जा रहे हैं, जिसमें लोगों का भारी समर्थन मिलने से भारी सफलता मिली है। जुलाई मास में थुरल, अक्षैणा, रड़ पनियाली, और दरंग में आयोजित खुला दरबार के सफल आयोजन इसका हालिया प्रमाण हैं। यह जानकारी मुख्य संसदीय सचिव सिंचाई एवम जनस्वास्थ्य जगजीवन पाल ने एक प्रैस बयान में दी। उन्होंने बताया  कि कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने से लेकर अब तक के लगभग डेढ वर्ष के कार्यकाल में खुला दरबार कार्यक्रमों के साथ-साथ गांव-गांव जाकर लोगों से व्यक्तिगत संपर्क करके लोगों की हज़ारों समस्याओं को मौके पर ही निपटाया है। जगजीवन पाल ने बताया कि सरकारी योजनाओं को सुलह विधान सभा क्षेत्र में आम आदमी तक पहुँचाना और उन्हें लागू करवाना उनकी प्राथमिकता रही है। आने वाले समय में आम आदमी तक पहुँचने के लिए विशेष जन संपर्क अभियान छेड़ा जाएगा, जिसके लिए तैयारी कर दी गई है। 

कुल्लू मैराथन के लिए आवेदन 22 अगस्त तक रैडक्रॉस मेले के अंतिम दिन 24 अगस्त को होगी मैराथन
  • तीन आयु वर्गों में करवाई जाएगी लगभग 6 किलोमीटर दौड़

कुल्लू     17  अगस्त  ( विजयेन्दर शर्मा)। जिला रैडक्रॉस सोसाइटी द्वारा 22 से 24 अगस्त तक ढालपुर मैदान में जिला स्तरीय रैडक्रॉस मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले में विभिन्न गतिविधियों के अलावा शतरंज व रस्साकशी प्रतियोगिता और मैराथन दौड़ भी आयोजित की जाएगी। सोसाइटी के अध्यक्ष एवं उपायुक्त राकेश कंवर ने बताया कि लगभग छह किलोमीटर की मैराथन दौड़ 24 अगस्त को सुबह आठ बजे आयोजित की जाएगी। यह दौड़ उपायुक्त कार्यालय के समक्ष ढालपुर मैदान के गेट से आरंभ होगी। भुटटी चौक, शीतला माता मंदिर, सरवरी, अखाड़ा बाजार से होते हुए और रामशिला से वापसी के बाद यह दौड़ उपायुक्त कार्यालय के समक्ष ढालपुर मैदान के गेट पर ही खत्म होगी। मैराथन में भाग लेने के इच्छुक धावक 22 अगस्त सायं चार बजे तक अपने नाम जिला युवा सेवा एवं खेल अधिकारी के कार्यालय में दर्ज करवा सकते हैं। उपायुक्त ने बताया कि यह मैराथन महिला और पुरूषों के तीन अलग-अलग आयु वर्गों में करवाई जाएगी। पहला आयु वर्ग 19 वर्ष तक, दूसरा 20 से 40 वर्ष और तीसरा 40 वर्ष से ऊपर के प्रतिभागियों का होगा। मैराथन में अप्रतियोगितात्मक वर्ग भी रखा गया है। 24 अगस्त को सुबह सात बजे प्रतिभागियों का पंजीकरण होगा और उन्हें चैस्ट नंबर दिए जाएंगे। इसके तुरंत बाद मैराथन आरंभ कर दी जाएगी। सभी वर्गों में पहले सात स्थानों पर आने वाले प्रतिभागियों को आकर्षक पुरस्कार दिए जाएंगे। अप्रतियोगितात्मक वर्ग में 40 मिनट से पहले दौड़ पूरा करने वाले पहले पांच धावकों को भी आकर्षक उपहार दिए जाएंगे। उपायुक्त ने सभी कुल्लूवासियों विशेषकर युवाओं व स्कूली बच्चों से इसमें भाग लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जिला रैडक्रॉस सोसाइटी का उद््देश्य अधिक से अधिक लोगों को सोसाइटी से जोडऩे का है, ताकि जरूरतमंद लोगों की सहायता की जा सके।   

पेयजल स्कीमों तथा सडक़ों की युद्वस्तर पर होगी मरम्मत : लखनपाल 
  • सीपीएस ने बारिश प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा, लोक निर्माण विभाग तथा आईपीएच विभाग के अधिकारियों को दिए निर्देश 

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हमीरपुर, 17  अगस्त  ( विजयेन्दर शर्मा)। मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने बड़सर विधानसभा क्षेत्र के सुहारी टकोला तथा भोटा क्षेत्र में वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर नुक्सान का जायजा लिया गया तथा विभागीय अधिकारियों को प्रभावितों को तुरंत राहत देने के दिशा निर्देश दिए गए। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि बारिश से हुए नुक्सान का प्राकल्लन तैयार करने के लिए कहा गया है ताकि प्रभावितों को शीघ्र ही राहत पहुंचाई जा सके। इससे पहले मुख्य संसदीय सचिव ने हमीरपुर जिला के जाहू, रंगस तथा हमीरपुर बाईपास में भी बारिश से प्रभावित लोगों से मिलकर उनको हरसंभव सहायता मुहैया करवाने के दिशा निर्देश दिए गए हैं। मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा कि बारिश से हमीरपुर जिला में काफी नुक्सान हुआ है, कई संपर्क मार्ग तथा पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं जिसके चलते लोगों को आवाजाही में भी परेशानी हुई है। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मुख्य मार्गों तथा संपर्क मार्गों की मरम्मत के लिए युद्व स्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं जबकि सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी पेयजल योजनाओं को दुरूस्त करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि जिला तथा उपमंडल स्तर पर आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं इसके साथ ही जिला प्रशासन के माध्यम से आपदा प्रबंधन संपर्क नंबरों को भी विभिन्न जगहों पर प्रदर्शित किया जा रहा है ताकि आपदा के दौरान लोग तुरंत प्रभाव से इन नंबरों पर संपर्क कर राहत हासिल कर सकें। मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा कि विभागीय अधिकारियों को बारिश से प्रभावित क्षेत्रों का प्रवास कर लोगों की समस्याओं का त्वरित निदान सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है इसके साथ ही प्रभावित लोगों के नुक्सान की भारपाई के लिए मुआवजा दिलाने के लिए भी पूरा प्रयास किया जाएगा ताकि प्रभावितों का जीवन सामान्य हो सके। इंद्र दत्त लखनपाल ने लोगों से भी आग्रह करते हुए कहा कि बरसात के दौरान नदियों, खड्डों नालों इत्यादि के किनारे जाने से परहेज करें तथा यहां पर मवेशियों को ले जाने पर भी पूर्णतय: रोक लगाएं ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो सके।।
    
अनीता राणा के मनोनयन पर जताई खुशी      

हमीरपुर, 17  अगस्त  ( विजयेन्दर शर्मा)। कांग्रेस नेत्री अनीता राणा को राज्य योजना विकास एवं 20 सूत्रीय कार्यक्रम समीक्षा समिति की सदस्य मनोनीत किया गया है। अनीता राणा को समीक्षा समिति का सदस्य बनाने पर  जिला परिषद सदस्य लेखराज ठाकुर तथा खुशहाल जगोता ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अनीता राणा समाज सेवा से जुड़ी रहीं हैं तथा महिला सशक्तिकरण में अहम योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अनीता राणा को राज्य योजना विकास एवं बीस सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा समिति की सदस्य मनोनीत कर महिलाओं को सम्मान दिया है साथ ही सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र को सरकार में अधिमान मिला है इससे सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में विकास को नई गति मिलेगी।  

वन महोत्सव में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल 

हमीरपुर, 17  अगस्त  ( विजयेन्दर शर्मा)। भारतीय जनता पार्टी सुजानपुर मंडल द्वारा आयोजित वन महोत्सव में पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो. धूमल ने नवग्रह पूजन से किया। उन्होंने (अक)का पौधा रोपकर इसकी शुरूआत की और इस मौके पर लगभग 200 पौधे लगाए गए। इसके पश्चात प्रो. धूमल ने ग्राम पंचायत बस्सी झनियारा में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। जनसभा को संबोधित करते हुए धूमल ने पर्यावरण के लिए पेड़ों के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने औषधीय पौधे लगाने पर बल दिया और तुलसी के पौधे के महत्व के बारे में भी लोगों को बताया। जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि पूरे प्रदेश में भारी बारिश के कारण जान माल की भारी हानि हुई है। किसानों की फसलों को भारी क्षति हुई है। लेकिन इस सारे मामले को प्रदेश सरकार को जितनी गंभीरता से लेना चाहिए था, सरकार उतनी गंभीर नहीं है। बारिश से हो रहे नुकसान के स्थान पर न तो समय पर सरकारी मशीनरी पहुंच रही है और न ही समय पर राहत कार्य शुरू हो रहे हैं तथा न ही पीडि़तों को समय पर राहत राशि  सरकार पहुंचा रही है। प्रो. धूमल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इस संकट की घड़ी में पीडि़त परिवारों के साथ है। वन महोत्सव के इस कार्यक्रम में केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर के बच्चों ने संास्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। धूमल ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों को अपनी ओर से 5 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में प्रदान करने की घोषणा की। जनसभा को सुजानपुर के विधायक नरेंद्र ठाकुर एवं मंडलाध्यक्ष राकेश ठाकुर ने भी संबोधित किया। इस मौके पर पंचायत प्रधान भगवंत सिंह, होशियार सिंह, प्रवीण ठाकुर, गवारड़ू के प्रधान अनिल काकू, विजय बहल, नगर परिषद अध्यक्ष दीप कुमार, सदस्य त्रिलोक डडवाल, वेद , वीना कपिल, शहरी इकाई अध्यक्ष कमलेश, हमीरपुर मंडल के महामंत्री हरीश, राजेश गौत्तम एवं जिला मीडिया प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अजय शर्मा भी उपस्थित थे। प्रो. धूमल ने इसके पश्चात सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के जंगलबैरी , खैरी आदि क्षेत्रों का भी दौरा किया तथा बारिश के कारण हुए नुकसान का जायजा लिया।

अनुराग ठाकुर ने फिर बढ़ाया प्रदेश का गौरव : नरेंद्र अत्री
  • लगातार तीसरी बार भाजयूमो राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना बड़ी उपलब्धि 

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हमीरपुर, 17  अगस्त  ( विजयेन्दर शर्मा)। देश की सबसे बड़ी एवं विश्वसनीय भारतीय जनता पार्टी की सबसे जिम्मेवार मोर्चे-युवा मोर्चा का पिछले 5 वर्षों से नेतृत्व कर रहे छोटे पहाड़ी प्रदेश के युवा एवं हमीरपुर के संसद अनुराग ठाकुर को पार्टी नेतृत्व द्वारा लगातार तीसरी बार भाजयूमो की कमान सौंपी है। यह अनुराग ठाकुर की एक बड़ी उपलब्धि है। जिस पर देश एवं प्रदेश का युवा गौरवांवित महसूस कर रहा है। यह बात भाजयूमो राष्ट्रीय सदस्य एवं पंजबा प्रांत प्रभारी नरेंद्र अत्री ने कही। उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर को लगतार तीसरी बार भाजयूमो राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेवारी मिलने से युवाओं में खुशी एवं उत्साह का माहौल है। जिसे विभिन्न स्थानों पर युवा मोर्चा कार्यकर्ता मिठाईयां बांट कर एवं पटाखे चलाकर व्यक्त कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश से अनुराग ठाकुर को भाजयूमो राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं जेपी नड्डा को भाजपा राष्ट्रीय महासचिव बनाने के लिए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का आभार व्यक्त कर रहे हैं। अत्री ने कहा कि भाजपा नेतृत्व द्वारा अनुराग ठाकुर को यह ऐतिहासिक जिम्मेवारी सौंपे जाने के पीछे अनुराग ठाकुर का पिछले दो कार्यकालों के दौरान युवाओं के मध्य किया गया उत्कृष्ट कार्य एवं सक्षम नेतृत्व है। जब यूपीए सरकार की चुनाव विरोधी नीतियों से देश का नौजवान हताश एवं निराश था तो ऐसे में अनुराग ठाकुर ने हताश एंव निराश युवाओं में जोश भराएवं उन्हें राष्ट्र के प्रति युवाओं की जिम्मेवारी का अहसास करवाकर भाजपा से जोड़ा एवं देश की सुरक्षा से जड़े मसले पर राष्ट्रीय एकता यात्रा निकाल कर और देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चला कर भाजयूमो को नई पहचान दी है और देश के लाखों युवाओं एवं भाजपा शीर्ष नेतृत्व का विश्वास जीतने में सफल रहे। जिसका प्रमाण उस समय देखने को मिला जब लोकसभा चुनावों में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के युवाओ ने पूर्ण विश्वास जताया एवं भाजपा को प्रचंड बहुमत दिलाया। इस मौके पर सुजानपुर युवा मोर्चा मंडलाध्यक्ष मनोज शर्मा, महामंत्री पुरूषोत्तम शर्मा, प्रदेश सदस्य सन्नी शर्मा, कमलेश ठाकुर, चौकी पंचायत के वार्ड सदस्य सुरजीत सिंह, राहुल पराशर, सुनील ठाकुर, दक्ष शर्मा, पवन कुमार सहित दर्जनों युवा उपस्थित रहे। इसके साथ भाजयूमो जिला हमीरपुर अध्यक्ष सुरजीत ठाकुर , प्रदेश सचिव अनिल परमार, प्रदेश कार्यालय सचिव कमलेश वर्मा, हमीरपुर मंडलाध्यक्ष अजय रिंटू, बड़सर मंडलाध्यक्ष भूपेंद्र बन्याल, अभयवीर, प्रदेश सदस्य सुमित वर्मा, मंडल महामंत्री पंकज ठाकुर, शहरी अध्यक्ष सुनील शर्मा, महामंत्री उदयवीर राठौर आदि भाजयूमो नेताओं ने अनुराग ठाकुर को तीसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर बधाई दी है एवं भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का आभार व्यक्त किया है।

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (17 अगस्त)

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बिहार का उपचुनाव देगा देश को नई दिशा, जरूरत पड़ी तो नीतीश को कन्धा पर उठा लुँगा: लालू
  • मैने बिहार को नई बुलंदी पर पहुँचाया: नीतीश
  • कांग्रेस नीतियों वाली पार्टी है क्षणिक उद्देश्यों वाली नहींः सीपी जोशी

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नरकटियागंज (अवधेश कुमार शर्मा) बिहार की जनता विशेषकर नरकटियागंज की जनता धन्यवाद की पात्र है जिन्होंने लोकसभा चुनाव में भाजपा को नकारने का काम किया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमीत शाह कहते है कि नीतीश लालू की गोद में बैठ गये। अरे भाजपाइयों ने 17 बरस मेरे छोटे भाई का अपहरण कर लिया था, उ भाई आज बडे़ भाई की गोद में आ गया तो कौन गुनाह किया है कि शोर मचा रहे हो, अरे ! जरूरत पड़ी तो हम नीतीश को कन्धा पर उठा लेंगे। उपर्युक्त बाते राजद सुप्रिमो लालू प्रसाद यादव ने नरकटियागंज उच्च विद्यालय प्रांगण में आयोजित महागठबंध की एक महती चुनावी सभा में जनता को संबोधित करते हुए कहा। लालू यादव ने कहा कि नरकटियागंज की जनता काफी समझदार है। बिहार की जनता से आग्रह है कि लोकसभा में लोगों ने जो गलती की है उसे दोहराने की आवश्यकता नहीं, आप सब महागठबंधन के प्रत्याशी फखरूद्दीन खाँ को विजयी बना कर विधानसभा में भेजे। लालू प्रसाद ने आलू और रेलवे किराया में बढती महंगाई पर केन्द्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। लालू ने कहा कि जब आलू 30 रूपये किलो हुआ तो सावन से भादो काहे कमजोर टमाटर 80 रूपये किलों हो गया। मोदी बुलेट ट्रेन चलाने की बात करते है, क्या देशवासियांे के साथ मजाक नही तो और क्या ? भारतीय गरीबों को दो जून की रोटी नसीब नही ये काॅरपोरेटी पार्टी भाजपाइयों ने गरीबों की रोटी की जगह अमीरांे को और अमीर बनाने का काम किया है। नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने काम किया बिहार की जनता का मान बढाया और बिहार को विकास के पथ पर अग्रसर किया। आपसे आग्रह है कि युपीए गठबंधन के उम्मीद्वार फखरूद्दीन खाँ को विजयी बनावे। कांग्रेस के वरीय नेता सीपी जोशी और प्रदेश अध्यक्ष अशोक चैधरी ने कांगे्रस प्रत्याशी को जिताने की अपील की है। नरकटियागंज विधानसभा उपचुनाव में युपीए महागठबंधन के उम्मीद्वार कांग्रेस नेता फखरूद्दीन खाँ के पक्ष में आयोजित चुनावी आम सभा में जनसैलाब उमड़ा। बिहार के दोनो अन्तर्राष्ट्रीय नेता के दीदार को बहुत से लोग तरस गये क्योंकि कांग्रेस और राजद नेताओं ने लोगों की उपेक्षा की। जदयु के कतिपय नेताओं ने स्थिति को सम्हालने का काम किया बावजूद इसके लोगों में नाराजगी देखी जा रही है, जिसका खामियाजा भी महागठबंधन को चुकाना पड़ सकता है। चुनावी सभा कार्यक्रम की शुरूआत जद यु के नगर अध्यक्ष मुरली मनोहर गुप्ता ने की और समापन भाषण बैद्यनाथ प्रसाद ने किया। महागठबंधन के चुनावी सभा की अध्यक्षता पूर्णमासी राम और संचालन सतीशचन्द्रा उर्फ सतीश पासवान ने किया। 

कुछ उम्मीद्वार फैला रहे हैं भ्रम: नौशाद

नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा) नरकटियागंज विधानसभा के उपचुनाव के निर्दलीय उम्मीद्वार डाॅ नौशाद आलम ने प्रेस कांफ्रेन्स के दौरान बताया कि हमारी बढती लोकप्रियता से घबराकर हमारे विरूद्ध आवाम और हामियों के बीच अफवाहे व भ्रम फैलाकर कुछ प्रत्याशी मेरे मतदाताओ को बहकाने काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि हमारे समर्थक भ्रम के हालात में चुनाव प्रभारी अभिकर्ता एवं मीडिया प्रभारी आफताब आलम और जेड.कासिमी से मोबाईल नम्बर 9122526512, 9973882271 पर सम्पर्क स्थापित करे।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (17 अगस्त)

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देशभक्ति गीत और नृत्य प्रतियोगिता के ऑडिशन में दिखा जिले के कलाकारों का उत्साह, ऑडिशन के नतीजे सोमवार, मुख्य प्रतियोगिता 24 अगस्त रविवार को

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सामाजिक,सांस्कृतिक और साहित्यिक संस्था के देशभक्ति गीत और नृत्य प्रतियोगिता के ऑडिशन चरण में कलाकारों ने उत्साह के साथ भाग लिया...प्रतियोगिता का आयोजन नाकोड़ा आटोमोबाइल्स के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है....थांदला गेट स्थित एकलव्य संस्कृति भवन पर आयोजित इस प्रतियोगिता के ऑडिशन के लिए करीब 200 से ज्यादा कलाकारों ने भाग लेकर अपनी कला का प्रदर्शन किया...ऑडिशन जुनियर,सीनियर वर्ग में आयोजित किए गए थे....गीत और नृत्य विधा के प्रतिभागियों ने जजों के सामने अपने हूनर को पेश किया....ऑडिशन में सफल होने वाले प्रतिभागी 24 अगस्त को डीआरपी लाईन सामुदायिक भवन में आयोजित होने वाली फाइनल प्रतियोगिता में अपना जौहर दिखाएंगे.....ऑडिशन राउंड में गीत विधा के कलाकारों ने देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों की प्रस्तुति दी...ऑडिशन में भाग लेने के लिए 8 वर्ष से लेकर 30 साल तक के कलाकार पहुंचे थे.....जुनियर, सीनियर, एकल और समुह वर्ग इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया....सोमवार को सभी प्रतिभागियों को मोबाईल से ऑडिशन के नतीजे बताएं जाएंगे....साज़ रंग हर साल 15 अगस्त के बाद आने वाले पहले रविवार को इस प्रतियोगिता का आयोजन पिछले 15 सालों से करती आ रही है.....पहली बार इस प्रतियोगिता में देशभक्ति गीतों पर नृत्य प्रस्तुति को शामिल किया गया है....वहीं पहली मुख्य प्रतियोगिता के पहले ऑडिशन का आयोजन किया जा रहा है....संस्था के दीपक दोहर और आशीष पांडे ने बताया कि प्रतियोगिता पूरी तरह से निशुल्क है.....प्रतियोगिता में करीब 200 से ज्यादा कलाकारों ने ऑडिशन में भाग लिया.

आगामी चल समारोह कार्यक्रम हेतु कार्यालय का शुभारंभ 

झाबूआ---अंचल की पहचान बन चुके शारदेय नवरात्री के घटस्थापना पर निकलने वाले चल समारोह की विस्तृत कार्ययोजना बनाने हेतु परंपरानुसार जन्माष्टमी पर्व के पावन अवसर पर कार्यालय का शुभारंभ नवदुर्गा महोत्सव समिति, राजगढ नाका मित्र मण्डल द्वारा किया जाएगा। राजगढ नाका मित्र मण्डल अपनी सांस्कृतिक धरोहर केा सहेजने तथा समाज मे व्याप्त कुप्रथाओ के निर्मुलन के लिए प्रतिबद्ध है। विगत वर्षो में मित्र मण्डल द्वारा चलाए गए कई अभियान इस प्रतिबद्धता के साक्षी है। इन सभी अभियानों को फिर चाहे वों सामान्य पूजन पद्धति शिविर हो या ग्रामीण खेलकुद प्रतियोगिताओ का आयोजन हो समाज के विभिन्न वर्गो का अच्छा प्रतिसाद मिला है। मित्रमण्डल के श्री शैलेष दुबे ने बताया की इस वर्ष घट स्थापना दिवस 25 सितंबर केा आ रहा है जो पंडीत दीनदयाल जी उपाध्याय का जन्मदिवस है। पंडीत जी के समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुॅचाने के लक्ष्य केा ध्यान में रखते हुए चल समारोह के कार्यालय का शुभारंभ समाज के उपेक्षित निःशक्तजनों के सानिध्य में करवाया जा रहा है। शारीरीक व मानसिक निःशक्तता व्यक्ति के साथ प्रकृति का क्रुर मजाक होता है जिसकी प्रताडना व्यक्ति को आजीवन सहना पडती है। कई उदाहरण हमारे सामने ऐसे भी है जिनमें निःशक्त व्यक्ति ने अपने अदम्य साहस के बल पर विभिन्न क्षैत्रों में प्रसिद्धि हासिल की है। फिर भी अनजाने अनिष्ट की आशंका के चलते शुभ अवसरों पर निःशक्तजनों की उपस्थिति से बचा जाता है। इस आशंका को निराधार साबित करने के लिए इस विशाल चल समारोह जिसका इस वर्ष रजत जयंती वर्ष है, के सफल संचालन हेतु कार्यालय का शुभांरभ नगर के समस्त निःशक्तजनोें के द्वारा स्थानीय राजगढ नाका स्थित गार्डन पर 18 अगस्त 2014 को दोपहर 3 बजे रखा गया है। मित्रमण्डल ने नगर की जनता से इस अनुठे कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का आग्रह किया है।

इच्छा के साथ किया गया धर्म ही फल देता है : आचार्य रवीन्द्रसूरि

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झाबूआ---राजगढ़ मोहनखेडा प.पू. अर्हत ध्यानयोगी गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्री रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा. ने समस्त चातुर्मास आराधकों को ध्यान - साधना कराते हुऐ महामांगलीक से पूर्व गुरुभक्तों को बताया की वनस्पति में भी जीवतत्व होता है । सूर्य के प्रकाश बिना वनस्पति भी विराम करती है रात्रि के अंधेरे में वृक्ष के पत्ते भी सौ जाते है । अंधेरे में सूर्य की उर्जा प्राप्त नहीं होती है । हमारे शरीर में सूर्य की उर्जा से ही आत्मा में चेतना संचरण करती है । हमारी आत्मा अंधकार में है । वायुमण्डल में सूर्योदय के समय जो तरंगें पेदा होती है वो तरगें ही चेतना प्रदान करती है । अरिहंत वाणी में चेतना विद्यमान है । ये चेतना हमारी आत्मा बहुमुंखी प्रतिभा का धनी बनाती है । मानव की चेतना बहुमुखी है । हम सामायिक तो करते है पर हमारे मन के भेद को नहीं जानते है । सामायिक में हम इच्छामी शब्द का उपयोग करते है । इसका अर्थ ही यह है कि हम मन की इच्छा के साथ सामायिक की आराधना कर रहे है । अनिच्छा से की हुई सामायिक का फल प्राप्त नहीं होता और अनिच्छा से किया हुआ भोजन पेट में अर्जीण कर देता है । बिना इच्छा से किया हुआ धर्म प्रभावी नहीं होता है । इच्छा के साथ किया हुआ भोजन शरीर को उर्जा प्रदान करता है । हमारी आत्मा को भी हल्के भोजन की आवश्यकता होती है । मासक्षमण के तपस्वी को यदि गरिष्ठ भोजन दिया जाये तो उसका शारिरीक संतुलन बिगड़ जायेगा । ज्ञानी कहते है कवलाहार का नियम लेने वाला आराधक तपस्वी माना गया है । वो शास्त्रानुसार नियमित भोजन करेगा तो उसका फल तपस्या के अनुरुप प्राप्त होगा । कितना भी बलवान व्यक्ति हो उसके शरीर को उर्जा प्रदान करने के लिये मात्र दो मुठ्ठी अनाज की जरुरत होती है । स्वर्ग में देवता भोजन नहीं करते है, उनकी इच्छा शक्ति से उन्हें स्वाद का पता लग जाता है । उर्जा शक्ति इन्द्रीयों को सन्मार्ग की और ले जाती है । सारी बिमारीयों की जड़ पेट होता है । भगवान महावीर ने बताया है कि तपस्या में रत तपस्वी ध्यान साधना कर सिद्धियों को प्राप्त कर लेता है । सूर्योदय के 48 मिनिट बाद तक जल ग्रहण नहीं करना चाहिये । क्योकि इससे पूर्व का जल ग्रहण करना विष युक्त माना गया है । हम शरीर का आपरेशन करवा सकते है । परन्तु आत्मा के आपरेशन का अस्पताल अभी तक नहीं बना है । ध्यान, दर्शन, चरित्र के बाद व्यक्ति को विज्ञान की प्राप्ती होती है । वनस्पति के प्रति मेत्रीभाव रखे, जल तत्व, अग्नि तत्व, वायु तत्व के साथ भी मैत्रीभाव रखे अन्यथा जल, अग्नि, वायु इन तत्वों से सम्बधित बिमारीयां पेदा होना प्रारम्भ हो जायेगी । हमेशा सृष्टि के साथ मैत्रीभाव रखकर जीवन जीये । आज मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म.सा. द्वारा स्पेशल आयोजन में पूनिया श्रावक की सामायिक का भव्य आयोजन किया गया । इस विशाल कार्यक्रम में 1 हजार से अधिक आराधकों ने सामायिक करके समता का परिचय दिया । कार्यक्रम के दौरान श्रेणिक महाराजा एवं पूनिया श्रावक का संवाद भी किया गया और पात्रों ने अपना अभिनय पुरे धार्मिकता में लीन होकर संवाद किया । सभी सामायिक करने वालों को सामुहिक प्रभावना की गई । प.पू. ज्योतिष सम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म.सा. ने जानकारी देते हुऐ बताया कि आचार्यश्री रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा. का 60 वाॅं जन्मोत्सव 30 अगस्त 2014 को श्री मोहनखेड़ा तीर्थ पर धूमधाम से मनाया जायेगा । जन्मोत्सव के अवसर पर एक ऐम्बुलेंस फतेहग्रेनाईट जालोर की और से लोकार्पित की जायेगी । जो लगभग 3 लाख से ज्यादा कीमत की होगी ऐसी 60 एम्बुलेंस पूरे देशभर में लोकार्पित विभिन्न लाभार्थी परिवारों द्वारा की जायेगी । तीर्थ पर 45 उपवास, 41 उपवास, महा मृत्युजंय मासक्षमण की तपस्या चल रही है । तीर्थ पर चल रहे सिद्धितप, महामृत्युजंय, मासक्षमण तप, गुरुतप के निमित महिला चैविसी का राज ऋषभ मित्र मण्डल के तत्वाधान में आयोजन नियमित किया जा रहा हैं । श्री राकेशकुमार जी माणकचंद जी सरेमल जी कपूरचंद जी कोठारी परिवार द्वारा महिला चैविसी का लाभ लिया गया । महिला चैविसी में महिलाओं ने धर्म के महत्व पर आधारित नाट्य की प्रस्तुति दी । महिला चैविसी में आराधक व राजगढ़ की महिलाओं ने हिस्सा लिया । श्री मोहनखेड़ा तीर्थ पर रविवार को महामांगलिक में मुख्य अतिथि श्री कुलदीप जैन मुख्यन्याय दण्डाधिकारी, विशेष अतिथि अम्बालाल रोहित पूर्व गुजरात विधायक, रमेश जी एवं दिनेश जी बोहरा जालोर द्वारा दीपप्रज्जवलन एवं माल्यार्पण किया गया । समस्त अतिथियों का बहुमान चातुर्मास समिति के अध्यक्ष बाबुलाल जी वर्धन, बहुमान के लाभार्थी भंवरलाल जी शाहजी श्री आ. रा. श्वे. पेढी ट्रस्ट के मेनेजिंग ट्रस्टी श्री सुजानमल सेठ द्वारा किया गया । चतुर्थ महामांगलिक में गुरुपूजन का लाभ संतोषकुमार बाबुलाल जी राठोड़ बोलिया द्वारा लिया गया । प्रभु आरती श्री गणतंत्रकुमार कल्याणमलजी मेहता परिवार रतलाम, मंगल दीपक श्री सत्यनारायण अरोड़ा झाबुआ, दादा गुरुदेव की आरती का लाभ अम्बालाल रोहित आणंद द्वारा लिया गया । आगामी पांचवी महामांगलिक का भव्य आयोजन 7 सितम्बर 2014 को होगा । श्री मोहनखेड़ा तीर्थ पर दादा गुरूदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म. सा. की पाट परम्परा के शासनप्रभावक सप्तम पटधर वर्तमान प.पू. गच्छााधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय रवीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा., ज्योतिषम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म. सा., मुनिराज श्री पीयूषचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म. सा. शासन ज्योति साध्वी श्री महेन्द्रश्रीजी म. सा., सेवाभावी साध्वी श्री संघवणश्रीजी म.सा. आदि ठाणा की पावनतप निश्रा में धर्म बिन्दु एवं चन्द्रराजा चरित्र वांचन चल रहा है । श्री मोहनखेडा तीर्थ पर यशस्वी चातुर्मास के दौरान 45 दिन की सिद्वितप आराधना में 20 आराधक आराधना कर रहे है । 1 आराधक भद्रतप की तपस्या में लीन है साथ ही तीर्थ पर सांकली अट्ठम तपाराधना निरन्तर गतिमान है । तीर्थ में श्री राजेन्द्रसूरि गुरुतप आराधना में 309 आराधक आराधना कर रहे है ।

आपसी विवाद मे कि हत्या 

झाबूआ---फरियादिया उरगा पति वसना भूरिया, उम्र 50 वर्ष, निवासी खयडु बडी ने बताया कि आरोपी कस्सु पिता हवजी भूरिया, मांजू पिता कसना भूरिया, मेता पति कस्सू भूरिया, सुकिया पिता अमरू वाखला, निवासी खयडू बडी, दिनू उर्फ दिनेश पिता नानसिंग बारिया, निवासी पिथनपुर के द्वारा उसके पति वसना पिता हवजी भूरिया, उम्र 55 वर्ष को दो वर्ष पूर्व अपने यंहा हुई चांदी की चोरी की बात को लेकर ‘‘तु मेरी चांदी नहीं दे रहा है’’, कहकर गोफन, पत्थर, डंडे से मारपीट कर हत्या कर दी। थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्र0 605/14, धारा 302,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

प्रताडना से तंग आकर पी जहरीली दवाई

झाबूआ---आरोपी मुकेश पिता नाथु खराडी, उम्र 25-26 वर्ष, निवासी हनुमन्तया के द्वारा अपनी पत्नी अंगुरीबाई पति मुकेश खराडी, उम्र 25 वर्ष को रोजाना चरित्र शंका को लेकर प्रताडि़त किया जाता था, जिससे तंग आकर अंगुरीबाई ने जहरीली दवाई पीकर आत्महत्या कर ली थी। मर्ग क्रमांक 54/14 की जाॅंच पर से प्रकरण में थाना पेटलावद में अपराध क्रमांक 340/14, धारा 306,498-ए भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

शासकीय राशी लाखेा का मे गबन 

झाबूआ---फरियादी संजय पिता धन्नालाल परमार, उम्र 35 वर्ष निवासी टाण्डी ने बताया कि आरोपी रूपसिंह बामनिया, निवासी समोई ने अपने पद का दुरूपयोग कर शासकीय राशि 3,83,500/-रूपये का गबन कर स्वयं के द्वारा उपयोग किया गया। प्रकरण में थाना राणापुर में अपराध क्रमांक 293/14, धारा 420,409 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर (17 अगस्त)

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दमोह के संकुल प्रचार्य ने किया शालाओं का आकस्मिक निरीक्षण
  • 6 शिक्षक बिना सूचना के शाला से अनुपस्थित मिले, वेतन काटने के निर्देश जारी

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शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल दमोह के संकुल प्राचार्य श्री डी.के. गुप्ता ने 16 अगस्त को संकुल के अंतर्गत आने वाली प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान 6 शिक्षक बिना सूचना के शाला से अनुपस्थित पाये गये। इन सभी 6 शिक्षकों का अनुपस्थित अवधि का वेतन काटने के साथ ही उनके विरूध्द अनुशासनात्मक कार्यवाही का प्रस्ताव वरिष्ठ कार्यालय को भेजा गया है। संकुल प्राचार्य श्री गुप्ता ने 16 अगस्त को संकुल के अंतर्गत आने वाली प्राथमिक शाला बैगाटोला, प्रा. शाला सुंदरवाही, सिंघनपुरी, जमुनिया एवं चिखला की शालाओं का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्राथमिक शाला बैगाटोला के सहायक अध्यापक सीताराम इनवाती, प्रा. शाला सुंदरवाही की संविदा शाला शिक्षक वर्ग-3 श्रीमती गीता टेकाम, माध्यमिक शाला सिंघनपुरी के श्री भागीरथी पांचे बिना सूचना के शाला से अनुपस्थित पाये गये। प्राथमिक शाला सिंघनपुरी के शिक्षक सत्यप्रकाश अनमोले 9 से 16 अगस्त तक बिना सूचना के शाला से अनुपस्थित पाये गये। प्राथमिक शाला चिखला के सहायक अध्यापक बेलनसिंह मरकाम एवं संविदा शाला शिक्षक वर्ग-3 विपत सिंह मेरावी भी बिना सूचना के शाला से अनुपस्थिम पाये गये। संकुल प्राचार्य श्री गुप्ता ने शाला से गायब रहने वाले इन सभी लापरवाह शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है कि क्यों न उनके विरूध्द अनुशासनात्मक कार्यवाही का प्रस्ताव वरिष्ठ कार्यालय को भेजा जाये। इन सभी शिक्षकों का अनुपस्थित अवधि का वेतन काटने के आदेश भी जारी कर दिये गये है।

छतरपुर (मध्यप्रदेश) की खबर (17 अगस्त)

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संगठित गिरोह कर रहा जमीनों की हेराफेरीः लालू

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छतरपुर। गरीब किसानों की जमीनों की हेराफेरी करने में एक संगठित गिरोह काम कर रहा है। इस संगठित गिरोह की जिले के राजस्व निरीक्षकों व पटवारियों से सांठ गांठ है। जिस कारण फर्जी मुख्तयारनामों पर जमीन हड़पने वालों के विरूद्ध समुचित कार्यवाही नहीं हो पा रही है। उक्त आरोप भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के संभाग प्रभारी लालचंद लालवानी लालू ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर लगाये। भाजपा नेता श्री लालवानी ने कहा  िकवे जल्दी ही सारे प्रमाणों के साथ कलेक्टर से मुलाकात करेंगे और उन्हें सारी वास्तविकता से अवगत करायेंगे। उन्होने छतरपुर एसडीएम डीपी द्विवेदी व तहसीलदार विनय द्विवेदी से अपील की है कि वे फर्जी मुख्तयारनामों के आधार पर हुईं रजिस्ट्रियों के मामले में नामांतरण करते समय सावधानी वरतें ताकि गरीब किसानों की जमीनें बचाई जा सकें। उन्होने कहा कि एक संगठित गिरोह इस काम को अंजाम दे रहा है लेकिन पुलिस अब तक इस गिरोह के लोगों तक नहीं पहुंच पाई है। उन्होने कहा कि व्यापारी नेता इस मामले में चुप नहीं बैठेंगे और जब तक कार्यवाही नहीं होती लगातार गरीबों को न्याय दिलाने के लिये प्रयास करते रहेंगे।

श्री कृष्ण जन्माष्ठमी एवं गहोई गोरव 2014 गहोई धाम में होगा सम्पन्न

नगर गहोई वैष्य समाज द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित होनंे बाला श्री कृष्ण जन्माष्ठमी एवं प्रतिभावान छात्र छात्रायों का जिन्होंने वोर्ड परीक्षा में 80 प्रतिषत से अधिक अंक प्राप्त कियें है उनको नगर गहोई वैष्य समाज के द्वारा सम्मान किया जायेगा। एवं वोर्ड परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त किये है उन्हें गहांेई गौरव 2014 संे सम्मानित किया जायेगा उक्त समारोह में मुख्य अतिथि श्री सुनील पहारिया विषिष्ठ अतिथि श्री वीरेन्द्र नगरिया श्री पहलाद सेठ श्री सुदामा प्रसाद वृजपुरिया के अतिथित्व में सम्पन्न होगा कार्यक्रम में श्रीमती रजनी रावत संभागीय अध्यक्ष वैष्य महासम्मेलन महिला इकाई राजेन्द्र नीखरा जिला अध्यक्ष वैष्य महा सम्मेलन श्री कृष्णा रावत अध्यक्ष लायंस क्लब श्री प्रवीण टिकरया मानव अधिकार आयोग का मित्र श्री महेन्द्र गुप्ता ईषानगर बाले का सम्मान किया जायेगा। कार्यक्रम की सूचना जोन प्रभारियों के द्वारा कार्ड विततिर कियें जा रहें है। कार्यक्रम दिनांक 19 अगस्त 2014 दिन मंगलवार को दोपहर 2 बजें से षाम 6 बजें तक गहोई धाम षिवषंकर कालौनी सरानी दरवाजा के पास महिलायों एवं पुरूषों का संयुक्त रूप से सम्पन्न होगा। नगर गहोई समाज के अधयक्ष श्री प्रेमनारायण रूसिया महामंत्री हरिषचंद रावत महिला मंडल की अध्यक्ष श्री मती सावित्री रावत सचिव श्री मती भावना नगरिया नवयुवक मंडल अध्यक्ष के.के. बृजपुरिया महासचिव रवि नीखरा राजेन्द्र खरया श्री रमेष बृजपुरिया बृजमोहन रावत अनिल बरसंेया महेन्द्र गंधी दिलीप बंजरंगड़ी विषणु सेठ बब्लू सरावगी भारतेन्दू चउदा बालकृष्ण पंसारी राजेष रूसिया अषोक कुचया विनय सुहाने ने सभी सामाजिक बंधुओं को उपस्थित रहने का निवेदन किया है कार्यक्रम में दीपप्रज्जलन माल्यार्पण अतिथिउदबोदन के पष्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति होगी ततपष्चात स्वलपहार का आयोजन होगा। उक्त आषय की जानकारी नगर गहोई समाज के सदस्य श्री भारतेंदू चउदा ने दी।

आंध्र, तेलंगाना के मुख्यमंत्री मुद्दे सुलझाने पर सहमत

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आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रविवार को तेलुगू भाषी दोनों राज्यों के बीच निरंतर मुद्दों का समाधान बातचीत और आपसी सहयोग से करने पर राजी हो गए। राज्य बंटवारे से उत्पन्न खटास को परे रखते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने यहां मुलाकात की और दोनों राज्यों की तेलुगू भाषी जनता के हितों के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई।

दोनों नेताओं ने कर्मचारियों के बंटवारे का मुद्दा दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों को देने और बिजली एवं जल बंटवारा और पेशेवर पाठ्यक्रम वाले कॉलेजों में नामांकन आदि के मुद्दे के समाधान शुरू करने का फैसला लिया। दोनों राज्यों के बीच विधानसभा भवन में बुनियादी ढांचा साझा करने सहित विभिन्न मुद्दों पर मतभेदों को खत्म करने के लिए राजभवन में दो घंटे तक बैठक चली। इस दौरान वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

पहले एक घंटे तक चली वार्ता के दौरान दोनों राज्यों के राज्यपाल ई. एस. एल. नरसिम्हन भी मौजूद रहे। बाद में मुख्यमंत्रियों ने विस्तृत चर्चा की। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना से उनके समकक्ष के.चंद्रशेखर राव दोपहर 12 बजे के बाद औपचारिक मुलाकात के लिए राजभवन पहुंचे। बंटवारे और जून में सरकार गठन के बाद दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच यह पहली मुलाकात थी। यह बैठक राज्यपाल की पहल से हुई। 

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव आई.वाई.आर.किशन राव, तेलंगाना से उनके समकक्ष राजीव शर्मा, आंध्र प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कोडेला शिवप्रसाद राव, तेलंगाना से उनके समकक्ष मधुसुदन चारी और अन्य अधिकारी भी बैठक के दौरान मौजूद थे।  नायडू ने इस बैठक से पहले कहा था कि वह हैदराबाद स्थित सचिवालय और निदेशालयों के कर्मचारियों के बंटवारे से जुड़े मुद्दे पर चर्चा करेंगे।  कभी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) में नायडू के मित्र रहे राव के साथ बेहद सहयोगपूर्ण वातावरण में बैठक हुई।

बैठक के बाद दोनों मुख्यमंत्रियों ने अलग-अलग मीडिया से बात की और कहा कि उन्होंने लोगों के हित में आपसी सहयोग से कदम बढ़ाने का फैसला लिया है। इसे अच्छी शुरुआत करार देते हुए राव ने कहा कि वार्ता सार्थक रही। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के राव ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो दो तीन बार और मुलाकात कर मुद्दों का समाधान कर लिया जाएगा।"

उन्होंने कहा कि 45000 कर्मचारियों के बंटवारे से संबंधित काम पूरा हो चुका है और अब शेष कुछ सौ कर्मचारियों से संबंधित मसले का समाधान दोनों राज्यों के अधिकारी कर लेंगे। उन्होंने कहा कि यदि जरूरत पड़ी बंटवारे के बाद के मुद्दों का समाधान करने के लिए दोनों राज्य मिलकर केंद्र पर दबाव बनाएंगे। उल्लेखनीय है कि विभाजन के बाद दोनों राज्यों के बीच कर्मचारियों के बंटवारे, बिजली, पानी और प्रोफेशनल कालेजों में नामांकन के मुद्दे पर तीखा मतभेद रहा है। 

लंदन टेस्ट : भारत को पारी से हरा इंग्लैंड ने 3-1 से जीता सीरीज

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ओवल मैदान में हुए आखिरी टेस्ट मैच के तीसरे दिन रविवार को इंग्लैंड ने भारतीय टीम को पारी और 244 रनों के भारी अंतर से करारी मात दे दी। इसके साथ ही इंग्लैंड ने पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला पर 3-1 से कब्जा कर लिया। रविवार को दूसरी पारी खेलने उतरे भारतीय बल्लेबाज इंग्लैंड के गेंदबाजों के आगे घुटने टेकते हुए 29.2 ओवर में 94 रनों पर ढेर हो गए। स्टुअर्ट बिन्नी (नाबाद 25) दूसरी पारी में भारत के सर्वोच्च स्कोरर रहे।पहली पारी में भी भारतीय टीम 148 रनों पर सिमट गई थी। सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों ने लगातार पांचवीं पारी में शर्मनाक प्रदर्शन किया और 100 का भी आंकड़ा नहीं छू सके।

रविवार को भोजनकाल से ठीक पहले इंग्लैंड की पहली पारी 486 रनों पर समेटने के बाद दूसरी पारी खेलने उतरी भारतीय टीम का कोई भी बल्लेबाज टिक कर नहीं खेल सका और मुरली विजय (2) के पवेलियन लौटने के साथ विकेटों के गिरने का सिलसिला शुरू हुआ तो रुका ही नहीं। विराट कोहली (20) 54 गेंदों तक टिके रहे, हालांकि इस दौरान वह भी बहुत आत्मविश्वास से खेलते नहीं दिखे। कप्तान महेंद्र सिंह धौनी भी खाता खोले बगैर लौटे। भारतीय टीम भोजनकाल से छह ओवरों पहले खेलने उतरी और चायकाल तक भी नहीं खेल सकी।

दूसरी ओर, इंग्लैंड ने जोए रूट (नाबाद 149) की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत पहली पारी में 486 रन बनाए। रूट के टेस्ट करियर का यह पांचवां शतक है। रूट ने 165 गेंदों की पारी में 18 चौके और एक छक्का लगाया। दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक सात विकेट पर 385 रनों से आगे खेलने उतरे इंग्लैंड की टीम के पुछल्ले बल्लेबाज ने भी भारतीय गेंदबाजों को खूब परेशान किया। क्रिस जॉर्डन (20) हालांकि जरूर कल की अपनी निजी रन संख्या में केवल एक रन ही जोड़ सके लेकिन उनके बाद बल्लेबाजी करने आए स्टुअर्ट ब्रॉड ने तेजतर्रार 37 रन बनाए। ब्रॉड ने 21 गेंदों की अपनी पारी में पांच चौके और एक छक्का लगाया। 

रूट ने जॉर्डन के साथ आठवें विकेट के लिए 82 रन जबकि ब्रॉड के साथ नौवें विकेट के लिए 63 रन जोड़े।  भारत की ओर से इशांत शर्मा ने चार, रविचंद्रन अश्विन ने तीन जबकि वरुण एरॉन ने दो विकेट हासिल किए। भुवनेश्वर कुमार को एक सफलता मिली। इंग्लैंड की ओर से पहली पारी में कप्तान एलिस्टर कुक ने 79 और गैरी बैलेंस ने 64 रन बनाए। जोस बटलर ने 45 रनों का योगदान दिया। इंग्लैंड के लिए क्रिस जॉर्डन ने मैच में सर्वाधिक सात विकेट हासिल किए। जेम्स एंडरसन और क्रिस वोक्स ने चार-चार जबकि स्टुअर्ट ब्रॉड ने तीन विकेट चटकाए।

इंग्लैंड ने इससे पहले साउथम्पटन टेस्ट में भारत को 266 रनों से तथा मैनचेस्टर टेस्ट में पारी और 54 रनों के अंतर से हराया था। उससे पहले सीरीज का पहला नॉटिंघम टेस्ट ड्रॉ रहा था, जबकि लॉर्ड्स में भारत को 95 रनों से जीत मिली थी।

राम मंदिर का संकल्प शीघ्र पूरा होगा : तोगड़िया

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Praveen Togadia
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के कार्याध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने रविवार को कहा कि राम मंदिर के निर्माण का संकल्प शीघ्र ही पूरा होगा। उन्होंने कहा कि विहिप देश में कन्याओं और युवाओं के लिए 5,000 से अधिक छात्रावास बनाएगी और करोड़ों निर्धन हिन्दुओं को नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवा दिलाने का तंत्र विकसित किया जाएगा। यहां षडमुखानन्द सभागार में आयोजित विहिप के स्वर्ण जयंती महोत्सव में तोगड़िया ने विहिप के लक्ष्यों को परिभाषित करते हुए कहा कि राम मंदिर के निर्माण का संकल्प शीघ्र ही पूरा होगा तथा गौहत्या व धर्मान्तरण के विरोध में केन्द्रीय कानून बनवाने का प्रयास किया जाएगा। 

उन्होंने कहा कि भारत में और भारत के बाहर हर हिन्दू अपने आप को सुरक्षित महसूस करे, यह सुनिश्चित करना विश्व हिन्दू परिषद का दायित्व है।  उन्होंने कहा कि विहिप भारत के हर गांव और शहरों के हर वार्ड में अपनी इकाई की स्थापना करेगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं के स्वावलम्बन के लिए हर जिले में सेल्फ हेल्प ग्रुप विकसित किए जाएंगे। एक लाख से अधिक एकल विद्यालयों के माध्यम से वनवासी व वंचित वर्ग को साक्षर किया जाएगा। 

तोगड़िया ने कहा कि गौ आधारित कृषि का विकास किया जाएगा और गोचर धरती की रक्षा कर उन्हंे भूमाफियाओं से मुक्त कराया जाएगा। देश में ऐसी परिस्थितियों का निर्माण किया जाएगा कि भारत गौहत्या के पाप से मुक्त हो जाए। धर्मान्तरण के विरोध में समाज को जाग्रत किया जाएगा और धर्मान्तरण मुक्त भारत का निर्माण किया जाएगा। 

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने हिन्दू समाज का आह्वान करते हुए कहा कि आज आवश्यकता है कि हिन्दू समाज को स्वयं के जीवनमूल्यों को पहचानना चाहिए और उनके अनुकूल आचरण करना चाहिए। एक अच्छा, पक्का व सच्चा हिन्दू ही समरस, सर्वागसुन्दर व शक्तिसम्पन्न समाज का निर्माण कर सकता है।

स्वर्ण जयंती वर्ष आयोजन समिति के अध्यक्ष, धर्मस्थल कर्नाटक के धर्माधिकारी मा. वीरेन्द्र हेगड़े ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि आज सेवा ही ईश्वर की सबसे बड़ी आराधना है। सेवा के माध्यम से ही समाज में आत्मीयता निर्माण कर समरसता निर्माण किया जा सकता है। विश्व हिन्दू परिषद अपने सेवाकार्यों के माध्यम से समाज में जो परिवर्तन ला रही है वह प्रशंसनीय है। 

आयोजन समिति के उपाध्यक्ष माधवन नायर (इसरो के पूर्व अध्यक्ष) ने अपने भाषण में कहा कि पिछड़े हुए हिन्दू समाज के उत्थान के लिए आधुनिक विज्ञान व तकनीकि का प्रयोग करना चाहिए। समस्त पिछड़े वर्ग की शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वच्छ जल की उपलब्धता का लक्ष्य आधुनिक तकनीकों के आधार पर ही संभव है जिसके लिए वे अपनी सेवाएं उपलब्ध करा सकते हैं। 

बिहार : बाढ़ में 2 मरे, 4 लाख प्रभावित

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flood in bihar
बिहार में बाढ़ के कारण दो व्यक्तियों की मौत हो गई है और लगभग चार लाख लोग प्रभावित हुए हैं। यह जानकारी एक अधिकारी ने रविवार को दी।  राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यासजी ने कहा कि दोनों मौतें बाढ़ प्रभावित सहरसा जिले में हुई हैं। व्यासजी ने आईएएनएस को फोन पर बताया, "विभिन्न जिलों में मिलाकर लगभग 3.94 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इसमें दो लाख लोग सहरसा के शामिल हैं।" व्यासजी ने कहा कि कोसी नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। 

उन्होंने कहा कि अभी तक बाढ़ प्रभावित सहरसा, सुपौल, दरभंगा और गोपालगंज जिलों में 37,000 लोगों को खाली कराया गया है। उन्होंने कहा, "लगभग 3,000 लोग इन जिलों में 75 राहत शिविरों में रह रहे हैं।"पिछले तीन दिनों में हुई भारी बारिश के कारण कोसी, गंडक और बागमती नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।  व्यासजी ने कहा, "हमने हाई अलर्ट जारी कर दिया है, क्योंकि उत्तर बिहार की प्रमुख नदियां, खासतौर से कोसी, गंडक, कमला बालन और बागमती, नेपाल में अपने जलागम क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के कारण उफान पर हैं और बाढ़ का खतरा पैदा किए हुए हैं।"

राष्ट्रीय आपदा कार्य बल और राज्य आपदा कार्य बल की एक दर्जन से अधिक टीमें बाढ़ प्रभावित जिलों में तैनात हैं। व्यासजी ने कहा कि राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने निचले इलाकों में रह रहे लोगों को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाने के लिए कहा है।

उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिक हिंसा के लिए सपा, भाजपा जिम्मेदार : मायावती

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सहारनपुर दंगे पर जारी रिपोर्ट को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने खारिज करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) की मिलीभगत से हुए सहारनपुर दंगे का सच सामने नहीं आया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा और भाजपा उत्तर प्रदेश में राजनीतिक लाभ के लिए जानबूझकर साम्प्रदायिक तनाव पैदा कर रहे हैं। 

मायावती ने कहा कि देश में साम्प्रदायिक शक्तियां बलवती हो रही हैं। कई राज्यों में साम्प्रदायिक हिंसा देखने को मिली है, जिसमें उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है। प्रदेश में हो रही साम्प्रदायिक हिंसा में सपा और भाजपा शामिल हैं। 

उन्होंने कहा कि सपा के सत्ता में आने के दिन से ही राज्य में शांति समाप्त हो गई है। अब भाजपा के केन्द्र में आते ही हालात और भी खराब हो गए। अखिलेश यादव सरकार प्रदेश को संभाल नहीं पा रही है। इसलिए यहां पर राष्ट्रपति शासन लागू कर जल्द से जल्द चुनाव कराए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि सपा में अब आजम खान की भी अनदेखी हो रही है।

स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए भाषण पर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह प्रधान सेवक हैं लेकिन वह प्रधान सेवक नहीं लगे, बल्कि झारखंड, महाराष्ट्र, जम्मू एवं कश्मीर और हरियाणा को ध्यान में रख कर चुनावी भाषण देते ज्यादा दिखे। उन्होंने कहा कि भाजपा केन्द्र की सत्ता में आ गई है लेकिन अच्छे दिन आते नहीं दिख रहे।

टेस्ट करियर की आखिरी पारी में अर्धशतक के साथ विदा हुए जयवर्धने

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jayawardhane retire
विश्व क्रिकेट के सबसे कलात्मक बल्लेबाजों में शुमार श्रीलंका के माहेला जयवर्धने अपने टेस्ट करियर की आखिरी पारी में अर्धशतक लगाकर शान के साथ विदा हुए। जयवर्धने ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह पाकिस्तान के साथ होने वाली दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला के बाद संन्यास ले लेंगे। सिन्हलीज स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर जारी दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन जयवर्धने 54 रनों की पारी खेलकर जब पवेलियन की ओर चले तो दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। इस सौम्य खिलाड़ी ने मुस्कुराते हुए दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया और अंतिम बार श्रीलंकाई टीम के ड्रेसिंग रूम की ओर बढ़े।

जयवर्धने ने अपने अंतराष्ट्रीय टेस्ट करियर की शुरुआत 1997 में भारत के खिलाफ कोलम्बो में ही की थी। करीब 17 साल के इस सफर के दौरान जयवर्धने 149 मैचों की 252 पारियों में 15 बार नाबाद रहते हुए 49.84 के औसत से 11,814 रन बनाए। जयवर्धने अपने हमवतन कुमार संगकारा के अलावा श्रीलंका के केवल दूसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दस हजार से ऊपर रन बनाए हैं। संगकारा के साथ उनके तीसरे विकेट की जोड़ी ने कई मौकों पर श्रीलंका को संकट से उबारा और यह जोड़ी विश्व क्रिकेट के सफलतम जोड़ियों में से एक मानी जाती रही है। 

जयवर्धने और संगकारा के नाम टेस्ट इतिहास में तीसरे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी दर्ज है। दोनों ने 2006 में कोलम्बो में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 624 रन जोड़े थे। इस मैच में संगकारा 13 रनों से तिहरे शतक से चूक गए थे। टेस्ट मैचों में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में जयवर्धने विश्व में सातवें नंबर पर हैं जबकि उनके हमवतन संगकारा पांचवें पायदान पर हैं। संगकारा ने श्रीलंका के लिए सबसे अधिक टेस्ट रन बनाए हैं। 

टेस्ट मैच में सर्वाधिक रन बनाने का कीर्तिमान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कुल 15,921 रन बनाए। टेस्ट मैचों में शतकों के मामले में जयवर्धने पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर और वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा के समकक्ष हैं। जयवर्धन ने अपने टेस्ट करियर में कुल 34 शतक और 50 अर्धशतक जमाए। 

जयवर्धने के नाम टेस्ट करियर में एक तिहरा शतक (374) भी दर्ज है जो उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2006 में कोलम्बो में खेले गए पहले टेस्ट में लगाया था। इस मैच में संगकारा ने 287 रन बनाए थे।
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