शिमला शास्त्रीय संगीत उत्सव गेयटी थियेटर में 17-21 सितम्बर के बीच
शिमला,13 सिंतबर (विजयेन्दर शर्मा) । शिमला शास्त्री संगीत उत्सव का आयोजन पंजाबी अकादमी दिल्ली के सहयोग से आगामी 17 से 21 सितम्बर तक किया जायेगा। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव, कला, भाषा एवं संस्कृति, श्रीमती उपमा चौधरी ने कहा कि उत्सव का शुभारम्भ 17 सितम्बर को मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह करेंगे। इस दिन प्रसिद्व गायिका श्रीमती परवीण सुल्ताना अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगी। श्रीमती चौधरी ने बताया कि उत्सव के दूसरे दिन 18 सितम्बर को प्रसिद्व शहनाई वादक और जुगलबन्दी गायन उस्ताद जवाद अली खान, उस्ताद मज़हर अली खान और पंडित दया शंकर दर्शकों का मनोरंजन करेंगे। इस दिन, सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री डा. कर्नल धनी राम शांडिल बतौर मुख्य अतिथि शिरक्त करेंगे। उत्सव के तीसरे दिन 19 सितम्बर को पंडित छन्नूलाल मिश्रा के स्वर सुनने का अवसर लोगों को मिलेगा और इस दिन पूर्व राज्य चुनाव आयुक्त श्री देव स्वरूप मुख्य अतिथि होंगे। चौथे दिन 20 सितम्बर को पंडिल विश्वामोहन भट्ट मोहनवीणा वादन करेंगे और फिल्म निर्माता श्री रमेश सिप्पी विशेष अतिथि होंगे। अन्तिम दिवस 21 सितम्बर को पंडित राजन और साजन मिश्रा के गायन को लोग सुन सकेंगे।
सांस्कृतिक धरोहर को संजोए रखने में मेलों और त्यौहारों की अहम् भूमिका-स्टोक्स
शिमला,13 सिंतबर (विजयेन्दर शर्मा) । सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य और बागवानी मंत्री श्रीमती विद्या स्टोक्स ने कहा कि मेलों और त्यौहारों की हमारी समृद्ध प्राचीन संास्कृतिक विरासत के संरक्षण में अहम् भूमिका है। उन्होंने कहा कि हिमाचल देवी-देवताओं की भूमि है और यहां पर आए दिन देवी-देवताओं के नाम पर मेलों का आयोजन होता है। वह आज यहां से करीब 40 किमी दूर ठियोग उपमण्डल की क्यार पंचायत के तहत जेयी गांव में तीन दिवसीय बिशू मेले के अवसर पर जनसमूह को सम्बोधित कर रही थीं। श्रीमती स्टोक्स ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि तकनीकी के इस दौर में आज भी ग्रामीण मेलों का उत्साह कम नहीं हुआ है। लोग दूर-दूर गांव से मेलों में आते हैं। एक दूसरे से मिलने का सुनहरा अवसर होता है, जिससे आपसी प्रेमभाव और सौहाद्र्ध बढ़ता है, साथ ही देश की एकता को बल मिलता है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को ऐसे आयोजनों में अपनी परम्पराओं और रीति-रिवाजों को लेकर बहुत कुछ सीखने को मिलता है।ठियोग उपमण्डल की धमान्धरी पंचायत में आयोजित एक अन्य मेला रिहाली के अवसर पर बागवानी मंत्री ने कहा कि मेलों के आयोजन का उद्देश्य देवी-देवताओं में लोगों की अपार श्रद्धा के अलावा खेत-खलिहानों में महीनों काम करने के बाद थकान को कम करने के लिये मनोरंजन करना भी रहा है। संस्कृति को मजबूति प्रदान करने के लिये मेले और त्यौहार आधार माने गये हैं। उन्होंने युवाओं का आहवान किया कि बुजुर्गों के पारम्परिक रीति-रिवाजों और मूल्यों का सम्मान करें। अपने जीवन में नैतिक मूल्यों का संचार करें, तभी अच्छे नागरिक बनेंगे और घर-परिवार के साथ एक सुदृढ़ देश के निर्माण की परिकल्पना साकार होगी। सिंचाई एंव जन स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ठियोग सब्जी मण्डी को थरमटी के लिये स्थानान्तरित किया जाएगा। उन्होंने कहा की उठाऊ पेयजल योजना धमान्धरी-पटरोग का 80 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और जल्द ही इसे जनता को समर्पित किया जायेगा। श्रीमती स्टोक्स ने सामुदायिक भवन जेयी के लिये तीन लाख रूपये, पटरोग मन्दिर की मुरम्मत के लिये दो लाख रूपये व चकलेश्वर महाराज मन्दिर के लिये एक लाख, खनाल-कूफर से कुफटु सडक़ की मुरम्मत कि लिये एक लाख, थरमटी से बतिउड़ा सडक सुधार के लिये भी एक लाख रूपये, रिहाली मेला कमेटी को 25 हजार तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिये स्थानीय स्कूलों को 10 हजार रूपये देने की घोषणाएं कीं। उन्होंने जेयी गांव की निर्धन महिला कमला देवी को अपनी ओर से 10 हजार रूपये भी दिये।मेले के दौरान ठोडा नृत्य दल खशधार, कुड्डू तथा छिब्बर-मुण्ड ने पारम्परिक खेल ठोडा से लोगों का खूब मनोरंजन किया।इस अवसर पर एसडीएम एम.आर. भारद्धाज, प्रधान ग्राम पंचायत धमान्धरी श्याम सिंह भोगटा, प्रधान क्यार पंचायत रीना जस्टा, पूर्व प्रधान कंवर रघुवीर सिंह, पूर्व मण्डलाध्यक्ष राजेन्द्र वर्मा और मेला कमेटी के प्रधान मदन शर्मा ने भी विचार रखें।
राज्य विद्युत बोर्ड की 1464 करोड़ रुपये की वित्तीय पुन:संरचना योजना स्वीकृत
शिमला,13 सिंतबर (विजयेन्दर शर्मा) । मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि सरकार ने हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत परिषद् सीमित की 1464 करोड़ रुपये वित्तीय पुन:संरचना योजना स्वीकृत की है तथा दूरदराज क्षेत्रों के प्रत्येक घर सहित प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं के लिए 24 घंटे उपदानयुक्त बिजली आपूर्ति सुनिश्चित बनाई है। मुख्यमंत्री आज मण्डी जिला के सुन्दरनगर में हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड के इंजीनियर एसोसिऐशन के 24वीं आम सम्मेलन में बोल रहे थे।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सभी घरेलु उपभोक्ताओं को उपदानयुक्त बिजली प्रदान करने के लिए 388 करोड़ रुपये की राशि खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि राज्य में विद्युत परियोजनाएं स्थापित करने के लिए विद्युत उत्पादकों को सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, लोक निर्माण, राजस्व और मत्स्य पालन विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने की जरूरत नहीं है।मुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्णय प्रदेश में उद्यमियों को विद्युत क्षेत्र में निवेश के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से लिया गया है। उन्होंने कहा कि विद्युत उत्पादन क्षेत्र में निजी सहभागिता को प्रोत्साहित करने के हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड को निजी निवेशकों द्वारा निष्पादन के लिए पांच नई परियोजनाएं दी गई हैं, और इनमें से तीन परियोजनाओं की तकनीकी-आर्थिकी स्वीकृति सरकार द्वारा प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा अभियन्ताओं को नई चुनौतियों को स्वीकार करते हुए समर्पण एवं निष्ठा भावना के साथ कार्य करना चाहिए ताकि प्रदेश विद्युत उत्पादन और आबंटन के क्षेत्र में एक आदर्श के रूप में उभरकर सामने आए।मुख्यमंत्री ने कहा कि वे चाहते हैं कि राज्य विद्युत बोर्ड प्रदेश के लोगों को और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए एक सुदृढ़ और आर्थिक तौर पर सम्बल बने। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार बोर्ड की उचित मांगों को पूरा करने के लिए सदैव तत्पर है।श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 27,432 मैगावाट विद्युत दोहन की क्षमता है, लेकिन अभी तक केवल 8,432 मैगावाट बिजली का ही उत्पादन हो सका है। उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष के दौरान 2000 मैगावाट अतिरिक्त विद्युत दोहन का लक्ष्य है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड द्वारा ‘राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना’ तथा ‘वैकल्पिक त्वरित ऊर्जा विकास एवं सुधार कार्यक्रम’ के अन्तर्गत निर्धारित लक्ष्यों को पूरा कर लिया है। उन्होंने कहा कि शिमला जिला की 10 मैगावाट घानवी-2 परियोजना में विद्युत उत्पादन शुरु हो चुका है और मण्डी जिला के जोगिन्द्रनगर में 100 मैगावाट ऊहल परियोजना का कार्य अन्तिम चरण पर है। ये दोनों परियोजनाएं राज्य विद्युत बोर्ड द्वारा कार्यान्वित की जा रही है। श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि बोर्ड द्वारा ग्रामीण तथा औद्योगिक क्षेत्रों में वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए हर वर्ष 440 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि बोर्ड ने अपने घाटे को 14.5 प्रतिशत तक कम किया है और उन्हें उम्मीद है कि बोर्ड अपनी आय और कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए और प्रभावी कदम उठाएगा।श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि सरकार बद्दी के मंधाला में 220 के.वी. विद्युत उप केन्द्र लगाने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि सोलन जिला के गौड़ा में 132 के.वी. उपकेन्द्र ने काम करना शुरू कर दिया है, जो न केवल सोलन क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति की मांग को पूरा करेगा बल्कि शहर के लोगों को पर्याप्त पेयजल सुविधा भी उपलब्ध होगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा नाथपा झाकड़ी में सरकार की हिस्सेदारी को राज्य विद्युत बोर्ड को आंवटित किया गया है जिससे बोर्ड की आय बढ़ेगी और बोर्ड अपनी जरूरतों को पूरा करने में समर्थ होगा। इसके अलावा प्रदेश सरकार बोर्ड की आर्थिक दशा में सुधार लाने के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।श्री वीरभद्र सिंह ने बोर्ड को अनावश्यक खर्चों में कमी लाने के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा, साथ ही उन्होंने जरूरत के अनुसार कार्यशील पदों पर योग्य व्यक्तियों को नियुक्त करने की बात कही। फील्ड स्टाफ की पद्धति में बदलाव कर यह सुनिश्चित बनाया जाए कि प्रदेश के सभी भागों में पर्याप्त संख्या में कर्मचारी तैनात हों। उन्होंने सलाह दी कि बोर्ड आय बढ़ाने की संभावनाओं का पता लगाएं, साथ ही तकनीकी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहें।उन्होंने मुख्य अभियन्ता के एक पद को बहाल करने की घोषणा भी की।मुख्यमंत्री ने कहा कि बी.बी.एम.बी. जो राज्य का मुख्य विद्युत उत्पादक है और अन्य राज्यों को विद्युत आपूर्ति कर रहा है, द्वारा राज्य को देय हिस्सा नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि भाखड़ा विस्थापितों को राजस्थान, हरियाणा और अन्य स्थानों पर भूमि दी गई थी, का अभी तक भी पुनर्वास नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में केस जीतने के बावजूद बी.बी.एम.बी. द्वारा राज्य के हिस्से को रोका गया है। बी.बी.एम.बी. हिमाचल प्रदेश को अपना उचित हिस्सा नहीं दे रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा यह न्यायसंगत दावा है कि हिमाचल प्रदेश बी.बी.एम.बी. में हिस्सेदारी का दावेदार बने और हम इस मामले में सौतला व्यवहार स्वीकार नहीं करेंगे।श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि इंजीनियर बोर्ड की रीढ़ हैं और सरकार द्वारा अपने 20 महीनों के कार्यकाल के दौरान कर्मचारियों के हितों के लिए अनेक फैसले लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि 24 विद्युत सहायक अभियन्ताओं की नियुक्ति की गई है, इसके अलावा 25 और अभियन्ताओं के पदों को शीघ्र भरा जा रहा है।मुख्यमंत्री ने सभी कार्यशील पदों को चरणबद्ध तरीके से भरने के लिए बोर्ड को निर्देश दिए ताकि बोर्ड की दक्षता बढ़े। उन्होंने कहा कि सरकार बोर्ड के कर्मचारियों को समय-समय पर पदोन्नति लाभ प्रदान कर रही है और पदोन्नति के नए अवसर सृजित किए हैं। उन्होंने कहा कि बोर्ड में विभिन्न श्रेणियों के 895 पद सृजित किए गए हैं। उन्होंने इस अवसर एक स्मारिका का विमोचन भी किया। बहुउद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा मंत्री श्री सुजान सिंह पठानियां ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि विद्युत क्षेत्र में तीव्रता से विकास हुआ है। वर्ष 1971 में जहां केवल 3279 गांव में बिजली सुविधा थी, आज प्रदेश के 100 फीसदी विद्युतीकरण के लक्ष्य को हासिल किया गया है, जो अपने आप में एक अभूतपूर्व उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि राज्य में संचरण एवं वितरण लाइनों का सुदृढ़ जाल है। वर्ष 1972 में ये लाइनें महज 8800 किलोमीटर थी, आज इनकी लम्बाई 92869 किलोमीटर हो गई है। बिजली की खपत में भी अप्रत्याशित वृद्धि हुई है जो वर्तमान में 1072 यूनिट तक पहुंच गई है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि 5 मैगावाट तक की परियोजनाएं लगाने के लिए हिमाचलियों को प्राथमिकता दी जा रही है।मुख्य संसदीय सचिव श्री सोहन लाल ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए।इससे पूर्व, एसोसिएशन के महासचिव श्री राम प्रकाश ने मुख्यमंत्री व अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और मांगें रखीं। इस अवसर पर स्वास्थ्य व राजस्व मंत्री श्री कौल सिंह ठाकुर, आबकारी एवं कराधान मंत्री श्री प्रकाश चौधरी, अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी श्री पूर्ण चन्द, उपायुक्त मण्डी श्री संदीप कदम, पुलिस अधीक्षक श्री मोहित चावला, प्रबन्धक निदेशक विद्युत श्री पी.सी.नेगी, वित्त व प्रशासन के निदेशक श्री अक्षय सूद, एसोसिशन के अध्यक्ष श्री राजेश गोयल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।बाद में मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने सुन्दरनगर स्थित जवाहर लाल नेहरू इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माण स्थल का दौरा किया।मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस कॉलेज में वास्तु कला का उचित ध्यान रखा जाए और भवन को आकर्षक बनाने के साथ साथ पहाड़ी शैली का भी ध्यान रखा जाए।उन्होंने कहा कि कॉलेज परिसर में खेल के मैदान का भी प्रावधान किया जाए।
भाजपा सरकार का तीन महिने का कार्यकाल बहुत ही निराशाजनक रहा
शिमला,13 सिंतबर (विजयेन्दर शर्मा) । हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता संजय सिंह चौहान ने भाजपा नेतृत्व की केन्द्र सरकार जनविरोधी बताते हुए कहा कि केन्द्र में भाजपा सरकार का तीन महिने का कार्यकाल बहुत ही निराशाजनक रहा है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में देश में मंहगाई कम हाने के बजाये आसमान को छू रही है और मंहगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है। उन्होंने कहा कि अगर मंहगाई इसी दर से बढती रही तो आने वाले समय में आम आदमी के लिए दो वक्त की रोटी का जूगाड़ करना भी किसी सपने के साकार होने से कम नही होगा। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता संजय सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि केन्द्र की भाजपा सरकार देश के लिए कोई भी नई योजनाए व कार्यक्रम लाने में नाकामयाब साबित हुई है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार पूर्व यूपीए सरकार द्वारा देश में चलाई गई जनकल्याणकारी नीतियों व कार्यक्रमों को ही तोड़-मरोड़ कर नये तरिके से ही लोगों के सामने पेश कर रही है बल्कि ये कहना अतिशयोक्ति नही होगा कि एनडीए कर रही यूपीए की नीतियों को पैंट कर रही है। इसके अलावा एनडीए का तीन महिने का कार्यकाल बहुत निराशाजन रहते हुए भाजपा के बडे स्तर के मंत्री तक जिनपर बलात्कार के आरोप, अनुराग ठाकुर जैसे लोग जिनपर कोर्ट में चलान पेश हुए अभी भी महत्वपूर्ण पदों पर बैठे हैं तथा सरकार व भाजपा चुनावी वायदों के बिलकुल विपरीत काम कर रही है। संजय सिंह चौहान ने कहा कि बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि हिमाचल के भोले-भाले लोगों को जिस तरह चुनावों में बड़े-बड़े सपने दिखाकर दो-दो मंत्रीयों का वादा हिमाचल में दर्शाया जबकि सरकार बनने के बाद ये लोग प्रदेश को केन्द्र सरकार में प्रतिनिधित्व दिलाने में तो असर्मथ रहें ही साथ ही केन्द्रीय बजट मे भी हिमाचल प्रदेश के हकों को प्रभावशाली तरिके से रख पाने में भी असर्मथ रहें। अभी हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में केन्द्रीय गृह मंत्री/भाजपा के शीर्ष नेता द्वारा सेना के जवान के द्वारा अपने जूते बंधवाना बहुत ही निंदनिय कार्य है जिससे देश में सेना के जवानों के मनोबल पर अवश्य फर्क पड़ता है। उन्होंने कहा कि वहीें दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व सरकार लगातार लोगों की जनभावनाओं का आदर करते हुए प्रदेश के सभी वर्गो के कल्याण की नीति एवं नियोजन का केन्द्र बिन्दू कर लोगों के लिए जनसुविधाऐ समर्पित करने के ओर अग्रसर है।
शिमला ग्रामीण क्षेत्र में विक्रमादित्य सिंह का तूफानी दौरा
- -जनता की समस्याएं सुनी, सरकार से करवाएंगे हल: विक्रमादित्य
शिमला,13 सिंतबर (विजयेन्दर शर्मा) । प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश में श्री वीरभद्र सिहं सरकार ने सम्मान विकास को गतिप्रदान की हैं। ग्रामीण क्षेत्रों को सडकों से जोडा जा रहा हैं स्वास्थ्य, शिक्षा व रोजगार जैसे मूलभूत सुविधांए लोगों को उन के घर द्वार मिले इसके पुरे प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री के विधानसभा चुनाव क्षेत्र शिमला ग्रामीण में दो दिवसीय दौरे के पहले दिन जुब्बड़हट्टी व टुटू के आस पास के क्षत्रों में लोगों से मिलकर उन्होंने उनकी समस्याओं को सुना और उसे प्रदेश सरकार के समक्ष रखने की बात कही। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि शिमला ग्रामीण विधानसभा क्ष़ेत्र को आदर्श विधानसभा बनाने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। उन्हानें कहा कि राजधानी शिमला के साथ सटे होने की बजह से इस क्ष़ेत्र की और भी अधिक महत्व है। ग्रामीण क्षेत्रों में आधुनिक सुविधाएं लोगों को मिले, इसी से ग्रामीण क्ष्ेात्र के लोगों का शहरी क्षेत्र की ओर बढता प्लायन भी काफी हद तक थम सकता हैं।विक्रमादित्य सिंह ने जनसभा में लोगों को आश्वासन दिया कि वह उनकी मांगों को दृढता से मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह के समक्ष रखेंगे। उन्होंने कहा शिमला ग्रामीण चुनाव क्षेत्र उनका अपना घर है इसलिए क्षेत्र के लोगों का दुख-सुख भी उनका है। उन्होंने कहा कि पूर्व की भाजपा सकरार ने इस क्षेत्र की ओर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसका खामियाजा भाजपा को विधानसभा चुनावों में भुगतना पडा और सत्ता से बाहर का रास्ता प्रदेश की जनता ने दिखा दिया।उन्होंने पंजाब नैशनल बैंक के मल्टीपर्पज वोकेश्नल टेऊनिग सैन्टर को राजा वीरभद्र सिहं जी के चुनाव क्षेत्र शिमला ग्रामीण मे खोलने की स्वीकृती प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया गया जिसके लिए जल्द ही जमीन का चयन कर दिया जाएगा। जिसमें खाद्य एवं फल उत्पादन से संबंधित टेऊनिग भी दी जाएगी। इस अवसर पर उनके साथ शिमला ग्रामीण ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री चन्द्रशेखर शर्मा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव प्रदीप वर्मा,जिला शिमला कांग्रेस कमटी के उपाध्यक्ष नीम चन्द वर्मा, ब्लॉक महिला कांग्रेस अध्यक्ष अनीता शर्मा,प्रमोद शर्मा,जगदीश, राजेश शांडिल,कुसुम वर्मा, श्रीकान्त, राम लाल ठाकुर, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष उतम सिहं व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
पावर लिफटिंग चैम्पियनशिप की 24 सदसीय टीम को गोवा रवाना किया
धर्मशाला, 13 सिंतबर (विजयेन्दर शर्मा) । उपाध्यक्ष वन निगम केवल सिंह पठानियां ने आज शाहपुर विधान सभा क्षेत्र रैत में लगभग 200 से अधिक लोगों की समस्याओं सुनी जिनमें से अधिकतर समस्याएं राजस्व, बिजली और पानी की प्रस्तुत की गईं, जिनमें से अधिकांश समस्याओं का मौके पर निपटारा किया गया तथा शेष को संबंधित विभागों को तुरंत निपटारे के निर्देश दिए। पठानियां ने सीनियर नैश्नल पावर लिफटिंग चैम्पियनशिप के लिए चयनित 24 सदसीय टीम को गोवा के लिए रवाना किया । उन्होंने कहा कि यह चैम्पियनशिप गोवा में 16 से 21 सितम्बर, 2014 तक रहेगी। उन्होंने बताया कि इस टीम में कोच के रूप में अजीत सिंह और प्रबंधक ध्रूव सिंह शमिल है। यह सारी टीम एचपीसीए के जनरल सैक्रेटरी की देख-रेख में भाग लेगी। टीम के समस्त सदस्यों ने पठानियां जी का आर्शीवाद लिया। इस अवसर पर ब्लॉक कॉग्रेस अध्यक्ष अश्वनी चौधरी, वरिष्ठ कॉग्रेस नेता देवदत्त शर्मा, पूर्व प्रधान लालमन, युवा कॉग्रेय के अध्यक्ष मुनीश पटियाल, अनूप नाग, इकवाल, मिंटा, सेवादल अध्यक्ष कै0 मदन शर्मा, केवल सिंह राणा, दुर्गा मैहरा, किसान मोर्चा अध्यक्ष शशी कांत शर्मा,सुरिन्द्र ठाकुर प्रधान ठारू, रेखा चौधरी, सुमन मेहरा, सरिता सैनी, बीना चौधरी,, संजीव उपाध्याय, प्रवीन गुलेरिया, उत्तम चंद, सजंय ठाकुर, पिंटू परमार, संजय, बबली, निर्मल सिंह, कर्ण पठानियां, बोबी शर्मा, सुरेश पटाकू, सुरेश गुलेरिया, अक्षय कुमार, सुनील बलौरिया, विद्या प्रकाश, बाला ठाकुर, कैलाश सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व स्थानीय लोग उपस्थित थे।