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मंगल अभियान ऐतिहासिक उपलब्धि : राष्ट्रपति

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राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बुधवार को कहा कि मंगल अभियान की सफलता देश के वैज्ञानिकों को और लंबा डग भरने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने मंगल अभियान को ऐतिहासिक उपलब्धि करार दिया। मुखर्जी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) के वैज्ञानिकों को मार्स ऑर्बिटर मिशन (एमओएम) के मंगल की कक्षा में पहले प्रयास में प्रवेश कर जाने पर बधाई दी। इसरो के अध्यक्ष के.राधाकृष्णन को भेजे संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, "मैं आपके और आपकी टीम को ऑर्बिट इंसर्सन मनूवर आफ द मार्स ऑर्बिटर मिशन 'मंगलयान'के नौ महीने की यात्रा के बाद मिली सफलता पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।'

उन्होंने कहा, "इस सफलता के साथ भारत एशिया का पहला देश और इसरो विश्व की चौथी एजेंसी बन गई है जिसने अपने उपग्रह मंगल ग्रह पर भेजे हैं। इसरो प्रथम प्रयास में ऐसा करने वाली पहली एजेंसी बन गई है।" राष्ट्रपति ने कहा, "देश् को इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर नाज है, जिसने एकबार फिर भारत के अंतरिक्ष क्षमता को प्रदर्शित किया है, जो हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रम में मील का पत्थर है, यह हमारे वैज्ञानिकों को और बेहतर उपलब्धि के लिए प्रोत्साहित करेगा।"

मुखर्जी ने मंगल अभियान से जुड़े इसरो के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, तकनीशियनों और अन्य लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा, "देश उनके कठिन प्रयास का आभारी है और उनकी उपलब्धि पर हमें नाज है।"

तकनीकी क्षमता को रेखांकित करती है भारत की सफलता

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anil kakodkar
परमाणु ऊर्जा आयोग के पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान सदस्य अनिल काकोडकर ने बुधवार कहा कि मंगल अभियान की सफलता अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की तकनीकी क्षमता को रेखांकित करती है। भारत ने बुधवार को अपने पहले प्रयास में ही मंगल ग्रह की कक्षा में अपने अंतरिक्षयान को सफलतापूर्वक प्रवेश करा कर दुनिया का पहला देश बनने का इतिहास रच दिया।

काकोडकर ने बताया, "राष्ट्र को इस उपलब्धि का जश्न मनाना चाहिए। मंगल अभियान की सफलता अंतरिक्ष के क्षेत्र में देश की तकनीकी क्षमता को रेखांकित करती है।"हालांकि, उन्हें नहीं लगता कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की यह सफलता देश के परमाणु प्रतिष्ठान द्वारा किए गए वादों को पूरा करने पर अतिरिक्त दबाव डालेगी।

काकोडकर ने कहा, "दोनों क्षेत्रों (अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा) के बीच कोई मुकाबला नहीं है और भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की सफलता के कारण परमाणु ऊर्जा क्षेत्र पर कोई दबाव नहीं पड़ा है।"उनके अनुसार, भारतीय परमाणु ऊर्जा प्रतिष्ठान अपने कार्यक्षेत्र में सफलता पा रहा है।

बिहार : मिस्ड कॉल कर परेशान करना छेड़खानी मानी जाएगी

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missed call
बिहार में अब महिलाओं या लड़कियों के मोबाइल फोन पर मिस्ड कॉल करना महंगा पड़ सकता है। पुलिस लड़कियों को बार-बार मिस्ड कॉल करना छेड़खानी की श्रेणी में मानेगी और आरोपी के खिलाफ कानूनी कारवाई की जा सकती है। बिहार के पुलिस महानिरीक्षक (कमजोर वर्ग) अरविन्द पांडेय ने बताया कि मिस्ड कॉल के जरिए महिलाओं को परेशान करने वालों के खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी। अगर किसी खास नंबर से किसी महिला को बार-बार फोन आता है तो महिला इसकी शिकायत महिला थाना में कर सकती है। उन्होंने राज्य के सभी महिला थाना प्रभारियों से ऐसी शिकायतों को गंभीरता से लेने का निर्देश दिया है। 

उन्होंने बताया कि ऐसी घटनाएं छेड़खानी मानी जाएगी और कानूनी प्रावधानों के तहत पुलिस कारवाई करेगी। उन्होंने बताया कि मिस्ड कॉल करने वाले टेलीफोन नंबर को चिह्न्ति कर उसका कॉल डिटेल रिकार्ड निकाला जाएगा और अगर आरोप साबित होता है, तब उस नंबर को इस्तेमाल करने वाले पर महिला थाना में मामला दर्ज कराया जाएगा। 

कमजोर वर्ग (महिला कोषांग) की पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने बताया कि इसे लेकर राज्य के सभी महिला कॉलेजों में महिला सशक्तीकरण के लिए प्रस्तुति देने और कार्यशाला आयोजित करने का निर्देश महिला थाना प्रभारियों को दिया गया है। उन्होंने बताया कि पटना में महिला थाना प्रभारियों की मंगलवार को एक कार्यशाला आयोजित की गई थी जिसमें मोबाइल फोन से महिला और लड़कियों के साथ होने वाली छेड़छाड़ की रोकथाम पर चर्चा की गई थी।

सफल मंगल मिशन के साथ भारत ने रचा इतिहास

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mangalyaan reches mars
भारतीय अंतरिक्षयान, मंगलयान बुधवार को मंगल ग्रह की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश कर गया। इसके साथ ही भारत ने मंगलयान को प्रथम प्रयास में मंगल की कक्षा में पहुंचाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उपलब्धि पर कहा कि भारत ने असंभव को संभव कर दिखाया है। भारत के मंगलयान मिशन (एमओएम) ने मंगल ग्रह तक पहुंचने के लिए नौ महीनों में 6.5 करोड़ किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय की है। अभियान के नियंत्रण केंद्र के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "अंतरिक्षयान (ऑर्बिटर) ने सुबह 7.55 बजे मंगल की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश किया और यह सतह से लगभग 515 किलोमीटर दूर स्थापित हुआ।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "भारत प्रथम प्रयास में ही यह सफलता अर्जित करने वाला एकमात्र देश है। आज की इस असाधारण सफलता के साथ इसरो ने शीर्ष समूह में शामिल हो गया है। विश्व में सिर्फ तीन अन्य अंतरिक्ष एजेंसियां ही इस लाल ग्रह पर जाने में सफल हो पाई हैं।"उन्होंने कहा कि एमओएम को देश में निर्मित किया गया है।  प्रधानमंत्री ने कहा, "विश्व के 51 अभियानों में सिर्फ 21 को ही सफलता मिली है, लेकिन हमने सफलता पाई है।"मंगलयान के मंगल की कक्षा में प्रवेश कराने की अंतिम प्रक्रिया तड़के 4.17 बजे से शुरू हुई, जब अंतरिक्षयान ने रेडियो सिग्नल प्राप्त करने और उत्सर्जन के लिए मीडियम गेन एंटीना पर स्विच किया। 

सूर्य की कक्षा से मंगल की कक्षा में प्रवेश करने के दौरान अंतरिक्षयान की गति 22.4 किलोमीटर प्रति सेकंड से घटकर 2.14 मीटर प्रति सेंकड हो गई थी। यह अंतरिक्ष यान, जीवन बनाए रखने वाले तत्वों की तलाश में मंगल ग्रह की सतह का, इसकी खनिज संरचना का अध्ययन करेगा और मीथेन गैस के लिए इसके वातावरण का स्कैन करेगा। यह महत्वाकांक्षी मिशन पांच नवंबर, 2013 को बंगाल की खाड़ी से लगे एक द्वीप, श्रीहरिकोटा से लांच किया गया था, जिस पर 450 करोड़ रुपये की लागत आई है। 

इस मिशन की सफलता के साथ ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), मंगल मिशन में सफलता पाने वाली चौथी अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी बन गई है। भारत मंगलवार को मंगल ग्रह के गुरुत्व क्षेत्र में प्रवेश करने वाला पहला एशियाई देश बन गया था। इसके पहले वर्ष 2011 में चीन का ऐसा ही एक मिशन असफल हो गया था। मंगल ग्रह, सौर मंडल में दूसरी सबसे छोटी खगोलीय संरचना है। इस ग्रह पर लौह ऑक्साइड बहुतायत में है, जिस कारण से इसका सतह लाल है।

मंगल अपनी एक परिक्रमा पूरी करने में 24 घंटे 37 मिनट का समय लेता है। धरती को सूर्य की परिक्रमा करने में 365 दिन लगते हैं, जबकि मंगल को सूर्य की परिक्रमा में 687 दिन लगते हैं। इसरो के अध्यक्ष के. राधाकृणन ने कहा, "हमने स्वदेशी रॉकेट और अपने खुद के अंतरिक्षयान के जरिए अंतरिक्ष मिशन को सफलतापूर्वक पूरा कर अपनी प्रौद्योगिकीय क्षमताओं को प्रदर्शित और साबित कर किया है।"उन्होंने कहा, "एमओएम, भविष्य में हमारे अंर्तग्रहीय अंतरिक्ष मिशनों की ओर एक बड़ा कदम है।"

सर्वोच्च न्यायालय ने 214 कोयला ब्लॉक आवंटन रद्द किए

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supreme court of india
सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को 1993 से 2011 के बीच आवंटित कोयला ब्लॉकों में से चार को छोड़कर शेष सभी आवंटनों को रद्द कर दिया। चार ब्लॉक एनटीपीसी तथा अन्य सरकारी कंपनियों को आवंटित हैं। बुधवार के आदेश के तहत 214 ब्लॉकों का आवंटन रद्द हुआ है।

प्रधान न्यायाधीश आर.एम. लोढ़ा की अध्यक्षता वाली पीठ ने अपने आदेश में कहा कि जिन 42 ब्लॉकों में उत्पादन चालू है या उत्पादन चालू होने वाला है, वे अगले छह महीनों तक मौजूदा प्रबंधन के पास ही रहेंगे, जबतक कि केंद्र सरकार इनके फिर से आवंटन पर फैसला नहीं ले लेती। अदालत ने कहा कि इन 42 ब्लॉकों के प्रबंधन को अगले छह महीने तक प्रति टन खनन किए गए कोयले पर 295 रुपये की रायल्टी का भुगतान करना होगा।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (24 सितम्बर)

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आपदा के मृतकों को मिलेगी पांच लाख की आर्थिक सहायता 

uttrakhand news
देहरादून 24 सितम्बर, (निस)। इस वर्ष की दैवीय आपदा में मृतक आश्रित को 5 लाख रूपए की सहायता राशि दी जाएगी। इस वर्ष मानसून में दैवीय आपदा में दुकानों को हुए नुकसान पर मुआवजे को भी पैकेज में लाया जाए। बुधवार को बीजापुर में पौड़ी जनपद के विभिन्न स्थानों पर दैवीय आपदा से हुई भारी क्षति के अध्ययन के लिए गठित समिति व संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सिंचाई विभाग सुखरो, मालन, खौ आदि नदियों के किनारे बाढ़ सुरक्षा के लिए कार्ययोजना तैयार करे। आपदा में पशुधन की हानि पर मुआवजा सीमित संख्या में ना होकर पशुओं की वास्तविक संख्या के आधार पर दिया जाए। सीएम ने सचिव लघु सिंचाई विनोद फोनिया को निर्देश दिए कि प्रत्येक जिले के एक ब्लाॅक में लघु सिंचाई का आॅडिट करवाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुसार काम करके एक माह में एक्शन टेकन रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। जिलाधिकारी समिति के सुझावों के आधार पर आवश्यक कार्यों को प्राथमिकता के अनुसार छांट कर कार्य करवाएं। इससे अति आवश्यक प्रकृति के काम जल्द हो सकेंगे। दैवीय आपदा से नष्ट हुई गूलों, सड़कों, ग्रामीण मार्गों, पेयजल लाईनों,  की मरम्मत के लिए लघु सिंचाई, लोनिवि, पीएमजीएसवाई, जलनिगम को आवश्यक धनराशि का प्राविधान किया जाए। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी पौड़ी चंद्रशेखर भट्ट को आपदा के बाद के कार्यों की लगातार माॅनिटरिंग कर शासन को अवगत करवाने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि जनपद पौड़ी के यमकेश्वर, दुगड्डा व द्वारीखाल विकासखण्डों में 2014 के मानसून के दौरान अतिवृष्टि, भूस्खलन व बाढ़ आने से हुई क्षति के अध्ययन के लिए संसदीय सचिव विक्रम सिंह नेगी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। इसमें श्रीमती सरोजनी कैंतुरा व श्री जगमोहन भण्डारी सदस्य के तौर पर शामिल थे। अपनी रिपोर्ट में समिति ने नुकसान की जानकारी देते हुए बताया कि यमकेश्वर व रिखणीखाल विकासखण्ड में 6-6 जनहानि रही। इसी प्रकार मकान, पशुधन, कृषि भूमि की क्षति होने के साथ ही सड़क मार्गों, पेयजल योजनाओं, बिजली, ग्रामीण सड़कों, सिचाई नहरों को भी भारी नुकसान हुआ है। रिपोर्ट में प्रभावित परिवारों से मिली जानकारी के हवाले से बताया गया कि मृत व्यक्तियों के परिजनों को अनुमन्य सहायता प्रदान की जा चुकी है। इसी प्रकार क्षतिग्रस्त भवनों, पशुओं व कृषि भूमि की हानि, के लिए अनुमन्य सहायता के साथ ही अहेतुक सहायता का वितरण भी जिला प्रशासन द्वारा किया गया। समिति ने यमकेश्वर, द्वारीखाल व दुगड्डा विकासखण्डों में क्ष्तिग्रस्त मोटर मार्गों की जानकारी देते हुए कहा है कि अधिकांश सडक मार्ग हालांकि खोल दिए गए हैं परंतु अनेक मार्गों में सुधार किया जाना आवश्यक है। इसी प्रकार क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं की मरम्मत के लिए विभाग को धनराशि उपलब्ध करवाई जाए। बैठक में समिति के अध्यक्ष व सदस्यों के अतिरिक्त प्रमुख सचिव एसएस संधु, सचिव भाष्करानंद, डीएस गब्र्याल, विनोद फोनिया, मोहम्मद शाहिद, अमित नेगी, अपर सचिव दिलीप जावलकर सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

मंगल सफलता पर मुख्यमंत्री ने दी देश को बधाई

देहरादून 24 सितम्बर, (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देशवासियों को मंगलयान की मंगल की कक्षा में ऐतिहासिक सफलतापूर्वक प्रस्‍थापना पर बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने इसरो सहित देश के सभी वैज्ञानिकों को भी इस सफलता पर बधाई दी है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हम सभी के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है। देश के वैज्ञानिकों ने अपनी प्रतिभा और क्षमता से पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन किया है। 

कांग्रेस ने मंगलयान की सफलता का श्रेय सोनिया व मनमोहन को दिया

देहरादून 24 सितम्बर, (निस)। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने मंगलयान के सफलतापूर्वक  मंगल ग्रह की कक्षा में स्थापित होने पर इसरो के वैज्ञानिकों तथा यूपीए अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी व तत्कालीन प्रधानमंत्राी डाॅ0 मनमोहन सिंह को बधाई देते हुए कहा है कि इस यान का सफलतापूर्वक पहुंचना ऐसी शक्तियों के मुंह पर करारा तमाचा है जो पिछले एक वर्ष से देश में घूम-घूम कर भारत की प्रगति को नकारते हुए कह रहे थे कि साठ वर्षों में भारत में विकास नहीं हो सका है। किशोर उपाध्याय ने प्रेस को जारी एक बयान में कहा कि 15 अगस्त 2011 को लाल किले से अपने सम्बोधन में डाॅ0 मनमोहन सिंह ने मंगलयान के अभियान के लिए 450 करोड़ रुपये की घोषणा करते हुए कहा था कि जल्द ही भारत का स्वदेशी तकनीक से निर्मित यान मंगल ग्रह पर पहुंचेगा। इस यान के पहुंचने से न केवल वैज्ञानिक क्षेत्र में बल्कि गरीबी उन्मूलन से लेकर विकास के विभिन्न क्षेत्रों में भारत तेजी से विकास कर सकेगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस अभियान की सफलता कुछ ही समय में प्राप्त नहीं हुई है बल्कि यह भारत की निरन्तर विकास यात्रा का उपलब्धि पूर्ण पड़ाव है। श्री उपाध्याय ने कहा कि भारत के वैज्ञानिकों सहित देश की समूची प्रतिभा ने विश्व में अपनी क्षमता का लोहा मनवाया है। श्री उपाध्याय ने कहा कि आज पूरा भारत विज्ञान की इस सपफलता से इसलिए भी कृतज्ञ है कि यह अभियान पूरी तरह स्वदेशी निर्मित होने के साथ यू0पी0ए0 सरकार के एक सपने का पूरा होना है। श्री उपाध्याय ने इस अभियान से जुड़े सभी लोगों को बधाई देते हुए कहा कि उनके इस प्रयास का पूरा देश आभारी है और यह ऐसी शक्तियों के लिए बड़ी सीख है जो भारत की प्रगति को सिरे से नकार कर केवल अपने राजनीतिक हितों की पूर्ति में लगी रहती है। श्री उपाध्याय ने उत्तराखण्ड राज्य के सभी कांग्रेस जनों की ओर से इस उपलब्धि पर देश के नागरिकों को बधाई देते हुए कहा कि विज्ञान की उपलब्ध्यिों के आधार पर जल्द ही उत्तराखण्ड राज्य में नई कार्य योजना बनाकर राज्य को विकसित करने का कार्यक्रम बनाया जायेगां।

मंगलयान की सफलता से गौरवान्वित हुआ राष्ट्र: महाराज

देहरादून 24 सितम्बर, (निस)। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता सतपाल महाराज ने कहा कि मंगलयान की सफलता पर देश को अपने वैज्ञानिकों पर नाज है। मंगलयान मिशन में जुटे इसरो के वैज्ञानिकों को उन्होंने बधाई देते हुए कहा कि उनके अथक प्रयासो व सतत् अनुसंधान के कारण ही भारत ने प्रथम प्रयास में ही मंगल ग्रह पर तिरंगा फरहा दिया। भाजपा नेता महाराज ने कहा कि विश्व के तीन देशों ने ही अभी तक मंगल ग्रह तक पहुंचने में कामयाबी पाई है और आज भारत विश्व का चैथा देश तथा प्रथम प्रयास में ही सफलता के कारण विश्व का प्रथम देश हो गया जिसने मंगल पर यान भेजने में सफलता प्राप्त की। उन्होनंे कहा कि जय जवान! जय किसान! और जय विज्ञान! ही भारत को विकसित देशों की कतार में खड़ा करने का मूल मंत्र है। राश्ट्र को अपने जवानों, किसानों और वैज्ञानिकों पर गर्व है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री सतपाल महाराज ने आगे कहा कि युवा वैज्ञानिकों की जो नई टीम देश के विकास में लगी है निश्चित ही वह देश को विकसित देशों की कतार में खड़ा करेगी। उन्होंने कहा कि रूस, अमेरिका और स्पेन के बाद अब भारत भी मंगल ग्रह पर पहुंचने वाला चैथा देश हो गया। इसरो के वैज्ञानिकों ने मंगल पर यान भेज कर जो कार्य किया है राष्ट्र उसके लिए सदैव उन्हें याद रखेगा और हर भारतवासी अपने वैज्ञानिकों पर गर्व महसूस कर रहा है।

उत्तराखंड मे स्थापित हो एनआईएफटी: दुर्गापाल

देहरादून 24 सितम्बर, (निस)। नई दिल्ली में स्थित स्कोप काम्पलैक्स आॅडिटोरियम, में आयोजित राज्यों के कपड़ा मंत्रियों के वार्षिक सम्मेलन में उत्तराखण्ड के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, श्रम सेवायोजन मंत्री हरीश चंद दुर्गापाल ने  प्रतिभाग करते हुए केन्द्र सरकार से उत्तराखण्ड में एक एनआईएफटी की स्थापना करने का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा प्रदेष के पर्वतीय क्षेत्रों में दो मिनी टैक्सटाईल पार्क स्थापित किये जाने का निर्णय लिया गया है, ताकि स्थानीय कच्चेमाल पर आधारित उद्यमों के साथ टैक्सटाईल पार्क का लिंकेज स्थापित किया जा सके। इसका लाभ पर्वतीय क्षेत्र के हथकरघा उद्योग को भी मिल सकेगा। प्रदेष में वस्त्र उद्योग के एकीकृत विकास के दृश्टिगत राज्य सरकार ने वस्त्र मंत्रालय की टैक्सटाईल पार्क योजना के अन्तर्गत जसपुर(ऊधमसिंहनगर) में लगभग 75 एकड़ भूमि पर टैक्सटाईल पार्क की स्थापना प्रस्तावित की है। उन्होंने पार्क की विस्तृत परियोजना बनाने के लिये 31 मार्च, 2015 तक का समय देने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि हथकरघा क्लस्टर विकास योजना के अन्र्तगत कन्सोलिडिषन अवयव को कम से कम 3 वर्श चलाये जाने एवं कुल सहायता रू0 30 लाख तक किया जाये। उत्तराखण्ड राज्य पर्वतीय राज्य होने तथा जनसंख्या का घनत्व कम होने के कारण यहाॅ बड़े क्लस्टर सीमित हैं। राज्य के लिये ग्रुप एप्रोच योजना अधिक लाभदायक है। उन्होने केन्द्र सरकार से अनुरोध किया कि उत्तराखण्ड राज्य के लिये ग्रुप एप्रोच योजना में केन्द्र सरकार द्वारा पर्याप्त बजट का प्राविधान किया जाय। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य में प्राकृतिक रेषों एवं बांस के विकास के लिये उत्तराखण्ड बैम्बू एण्ड फाईबर डेवलपमेंट बोर्ड का गठन किया गया है। बोर्ड द्वारा उत्तराखण्ड के प्राकृतिक रेषों पर अनुसंधान एवं विकास कार्य किये जा रहे हैं। प्राकृतिक रेषों के क्लस्टर्स में समुदाय आधारित उद्यमों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। मांग (प्दकनेजतपंस भ्मउच) की खेती उत्तराखण्ड के लिये उपयोगी हो सकती है। प्राकृतिक रूप से उग रही मांग में टीएचसी की मात्रा अधिक होने के कारण इसकी व्यवसायिक खेती नहीं की जा सकती। कम टीएचसी के मांग की प्रजातियों को राज्य में प्रोत्साहित किया जा सकता है। उन्होंनंे उत्तराखण्ड मंें प्राकृतिक रेशों पर शोध एवं उत्पाद विकास के लिये एक सेन्टर आफ एक्सीलेंस की स्थापना करने का केन्द्र सरकार से अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य विषेश श्रेणी का राज्य है। इसलिए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं सहित हथकरघा एवं हस्तशिल्प की सभी योजनाओं में उत्तर-पूर्व एवं जम्मू-कष्मीर की भाॅति उत्तराखण्ड के लिये भी केन्द्रांष तथा राज्यांष का अनुपात 90ः10 रखा जाय। सम्मलेन का उद्घाटन बुधवार को केन्द्रीय कपड़ा (स्वतंत्र प्रभार) संसदीय कार्य मंत्री संतोष कुमार गंगवार द्वारा किया गया। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से आये कपड़ा मंत्रियों ने भी प्रतिभाग किया। 

संस्कृत सम्मेलन के नाम पर फिजूल खर्ची

देहरादून 24 सितम्बर, (निस)।  उत्तराखण्ड क्रांति दल ने अन्तर्राष्ट्रीय संस्कृत सम्मेलन के आयोजन को फिजूल खर्ची बताते हुए  इसे निरस्त करने की मांग की है। उक्रांद का कहना है कि जहां पूरा पहाड़ आपदा के भारी संकट से गुजर रहा है वहां अन्तर्राष्ट्रीय संस्कृत सम्मेलन के नाम पर एक करोड़ रूपये का खर्च किया जाना सरकारी धन की बर्बादी के सिवा कुछ नहीं है। दल के मीडिया प्रभारी मनमोहन लखेड़ा ने कहा कि संस्कृत सम्मेलन की आड़ मंे बेहताशा पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है जिसमें सिर्फ 240 छात्र-छात्राओं के ही भाग लेने की संभावना है। उन्होंने कहा कि संस्कृत  विश्वविद्यालय हरिद्वार में पिछले काफी समय से अवैध नियुक्तियों का खेल चल रहा है। यूजीसी के 2009 के नियमों को दरकिनार कर अपने-अपने चहेतों को नियुक्तियां प्रदान की जा रही है। तयशुदा अभ्यर्थियों का एक दिन पहले दस्तावेज लेना, साक्षात्कार दिखाना और  अगले दिन नियुक्ति आदेश थमाना संशय पैदा करता है। अवैध नियुक्तियों के खिलाफ बार-बार जांच की मांग  पर सरकार कार्रवाई करने से हिचकिचा रही है। कुलपति महावीर प्रसाद अग्रवाल के खिलाफ जांच के आदेश को भी ठंडे बस्ते मंे डालकर उन्हंे मनमानी करने के लिए खुला छोड़ दिया गया है। विश्वविद्यालय भवन बनाने के नाम पर एक कार्यदायी संस्था को ढाई करोड़ रूपये  अग्रिम दिये जाने के खिलाफ भी जांच की मांग की जा रही है। लखेड़ा ने कहा प्रदेश के आधे से ज्यादा विश्वविद्यालयों में रजिस्टार नहीं है और जहां  चयनित रजिस्टार हैं उन्हें अयोग्य ठहरा कर प्रदेश से बाहर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सुयोग्य और ईमानदार लोग काम करने के इच्छुक हैं लेकिन सरकार मंे बैठे नेता,  अधिकारी और शिक्षा माफिया ईमानदारों को  काम करने से रोक रहे हैं।  ईमानदार लोगों को चुन-चुन कर यहां से हटाया जा रहा है। लखेड़ा ने प्रश्न उठाया कि यहां से हटाये गये रजिस्टार सुधीर बुड़ाकोटि इस समय इन्द्रा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय  नई दिल्ली में रजिस्टार के पद को संभाले हुए हैं अगर वे अयोग्य होते तो उन्हें इन्द्रा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय का रजिस्टार  क्यों बनाया जाता?   उन्होंने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालय में नियमित रजिस्ट्रार न होने की वजह से आर्थिक घोटाले तो हो ही रहे हैं, साथ ही साथ विश्वविद्यालयों में अवैध नियुक्तियों का गोरखधंधा फल-फूल रहा है, जिस पर समय रहते अंकुश लगाना बहुत जरूरी हो गया है। उत्तराखण्ड क्रांति दल ने सरकार से मांग की है कि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में नियमित रजिस्ट्रारों की नियुक्ति की जाए और जब तक रजिस्टार नियुक्त नहीं होते तब तक नियुक्तियों पर पाबंदी लगायी जाए।

जैव प्रौद्योगिकी विभाग के ढाॅंचे पर हुई चर्चा 

देहरादून 24 सितम्बर, (निस)। प्रदेश के कृषि, कृषि विपणन व उद्यान मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में जैव प्रौद्योगिक विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि कर्नाटक व अन्य प्रदेशों में अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में जैव प्रौद्योगिकी ने एक बहुत सुदृढ़ आधार दिया है। उन्होंने कहा कि कृषकों की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में एक क्रान्तिकारी आधार दिया है। बैठक में उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बायोटेक्नोलाॅजी विभाग को काउन्सिल बनाया जायेगा। इसके लिए जरूरी प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये जिससे इसको कैबिनेट में लाया जा सके। जैव प्रौद्योगिक विभाग जिसका मुख्यालय पंतनगर के हल्दी में है, इस विभाग को साइन्स एवं टैक्नोलाॅजी से हटाकर एक अलग विभाग या काउन्सिल बनाने की दिशा में कार्य करें। बैठक में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के ढाॅंचे पर विचार विमर्श किया गया जिसमें 27 साइनटिस्ट (वैज्ञानिक) जी.बी.डी.सी. की नियुक्ति करने का निर्णय लिया गया। जिससे जैव प्रौद्योगिक निदेशालय सुचारू रूप से कार्य कर सके। इसके लिये प्रतिनियुक्ति  से वैज्ञानिक नियुक्त करने के निर्देश निदेशक जैव प्रौद्योगिकी को दिये। उन्होंने कहा कि उक्त निदेशालय में 8 प्रयोगशालाएॅं हैं। तथा जिसमें और मशीनें तथा उपकरण क्रय कर प्रयोगशाला के प्रयोगार्थ क्रय किये जाने हैं। इसके लिए मंत्री जी ने अपर सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, निदेशक जैव प्रौद्योगिकी एवं वित्त नियंत्रक की एक त्रि-स्तरीय कमेटी गठन करने के निर्देश दिये। उक्त कमेटी उपकरणों का क्रय एवं प्रयोगशालाओं को सुव्यवस्थित करेगी। बैठक में उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो 4-5 यूनिवर्सिटी चल रही है। टैक्निकल यूनिवर्सिटी, मेडिकल यूनिवर्सिटी हैं। उससे बायोटेक्नोलाॅजी  एमओयू. करेगी। जिससे यहां के प्रतिभावान छात्रों को इस जैव प्रौद्योगिकी विभाग में पी.एच.डी. करने का सौभाग्य भी प्राप्त होगा। बैठक में उन्होंने कहा कि पन्तनगर विश्वविद्यालय को पूर्व में जो 2 करोड़ 75 लाख रू0 दिये थे। इसके बदले जैव प्रौद्योगिक विभाग को सर्किल रेट पर विभाग की आवश्यकतानुसार भूमि मुहैया करायेगी तथा शेष बचा धन जैव प्रौद्योगिकी विभाग को मय ब्याज के रुप में वापिस करने का निर्णय भी लिया गया। बैठक में मंत्री जी ने कहा कि जैव प्रौद्योगिक विभाग प्रदेश में क्रांति लाने के लिये टिशू कल्चर तैयार करेगी हाल्टिकल्चर  विभाग प्रदेश में टिशू कल्चर से उत्पादित पौधरोपण का कार्य करेगा। धन की कमी इनमें आड़े नहीं आयेगी। उन्होंने कहा कि 10 करोड़ रू0 पहले से ही विभाग के पास मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि जैव प्रौद्योगिक पार्क बनाने की जरूरत है या नहीं इसका अध्ययन निदेशक जैव प्रौद्योगिकी एवं कुलपति पन्तनगर विश्व विद्यालय करेंगे। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राष्ट्रीय स्तर पर लगभग 11 फंडिंग एजेन्सि कार्यरत है। जैसे डी0एस0टी0, डीबीटी, आईसीआर, आरकेवीआई जो फंन्डिग का कार्य करती हैं। इसके लिए विभाग निरन्तर इन ऐजेन्सियों  से अनुश्रवण करें जिससे उत्तराखण्ड में इनका उपयोग किया जा सके। बैठक में मनीषा पंवार प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिक, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी।  विजय कुमार ढ़ौढियाल अपर सचिव, राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी। प्रो0 मैथ्यू प्रसाद कुलपति पन्तनगर विश्व विद्यालय। डाॅ0के0पी0सिंह निदेशक जैव प्रौद्योगिकी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

उत्तराखंड के लोगों की मांगों को पूरा करने का मिला भरोसा 

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जयपुर/देहरादून, 23 सितम्बर (निस)। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार सांसद का उत्तराखंड महासभा राजस्थान द्वारा जयपुर में जोरडार स्वागत किया गया । अपने दो दिवसीय दौरे पर राजस्थान पहुंचे डा. निशंक वनस्थली विद्यापीठ के वार्षिकोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुवे थे । उसके बाद उत्तराखंड समाज के लोगों ने जयपुर के गढ़वाल सभा भवन  में डा. निशंक के स्वागत में भव्य आयोजन किया इस दौरान लोगों ने सामूहिक बैठक का भी आयोजन किया जिसमे स्वयं रमेश पोखरियाल निशंक ने भी शिरकत की लोगों ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वह राजस्थान सरकार से उनकी कुछ मांगों की ओर ध्यान आकर्षित करें । उत्तराखंड महासभा राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष बी.एस.रावत ने और गढ़वाल सभा जयपुर के अध्यक्ष चन्द्र सिंह रावत ने डा. निशंक से आग्रह किया कि वह प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे से मिलकर हमारी मांगे उन तक पहुंचाने में उत्तराखंड समाज के लोगों को सहयोग प्रदान करें। लोगों की मांग थी कि राजस्थान सरकार जयपुर में गढ़वाल  भवन के निर्माण हेतु रियायती दरों 3 हजार गज (एक बीघा) जमीन मुहय्या कराये। जिससे उत्तराखंड समाज के लोग तीज त्योहारों के मौकों पर संगठित होकर अपने क्षेत्र के धार्मिक, पारम्परिक, एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सामूहिक आयोजन कर मेल मिलाप कर सकें व संगठित रह सकें । गढ़वाल सभा जयपुर के अध्यक्ष चन्द्र सिंह रावत ने कहा कि गहलोत सरकार के वक्त राजस्थान में उत्तराखंड की बेटी बबली की गैंग रेप के बाद हत्या कर दी गई थी जिसके बाद उत्तराखंड के लोगों ने बबली को न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर कैंडिल मार्च किया लेकिन तब गहलोत सरकार ने उत्तराखंड के  बेकसूर 50 से 60 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर प्रताडि़त करना शुरू कर दिया था और आज भी सभी लोगों पर मुकादमा चल रहा है लोगों ने ने मांग की है कि डा. निशंक राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे से वार्ता करें और उत्तराखंडियो पर हुए मुकदमे वापस लेने को कहें । बैठक के बाद उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुुन्धरा राजे से मुलाकात कर लोगों की मांगांे से उन्हें अवगत कराया और राजस्थान की मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डा. निशंक को आश्वस्त किया कि लोगों की मांगों पर गहनता से विचार कर निवारण करने की दिशा में कार्य करने के निर्देश सम्बंधित अधिकारीयों को शीघ्र ही दिए जायेंगे ।

30 सितम्बर से 6 अक्टूबर तक देश भर में बैंकों में प्रायः नहीं होगा काम काज व्यापार पर इसका असर दिखेगा -कैट

देहरादून, 24 सितम्बर (निस)। आगामी 30 सितम्बर और एक अक्टूबर को बैंकों की अर्द्धवार्षिक क्लोजिंग और उसके बाद लगातार पांच दिन की छुट्टियों को देखते हुए कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने देश भर के व्यापारियों को सलाह दी है की वो अपने बैंक के काम काज 29 सितम्बर तक पूरा कर लें क्योंकि उसके बाद लगभग आठ अक्टूबर के बाद ही बैंकों में सामान्य रूप से काम काज हो पाना संभव होगा। देश भर के व्यापारिक संगठनों को भेजे एक प्रपत्र में कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खण्डेलवाल ने कहा है कि 30 सितम्बर और एक अक्टूबर को बैंकों की अर्द्धवार्षिक क्लोजिंग है जबकि दो अक्टूबर को गांधी जयंती, तीन अक्टूबर को दशहरा, चार अक्टूबर को शनिवार होने के कारण बैंकों में आधे दिन ही काम होगा, पांच अक्टूबर को रविवार और बकरीद है जबकि बैंकों ने बकरीद के लिए छह अक्टूबर को छुट्टी घोषित कर रखी है। इस तरह मौटे तौर पर लगभग एक सप्ताह बैंकों में कोई काम काज नहीं होगा और इतने दिनों की छुट्टियों के कारण सभी बैंकों पर सात और आठ अक्टूबर दोनों दिन काम का बेहद बोझ होगा और बैंकों में सामान्य रूप से काम काज उसके बाद ही संभव होने की सम्भावना है । गुरूवार (25 अक्टूबर) से नवरात्र शुरु हो रहे हैं और देश भर में नवरात्र से ही व्यापारियों का त्यौहारी सीजन शुरू हो जाता है जो दिवाली तक चलेगा और उसके तुरंत बाद शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा जो 14 दिसंबर तक चलेगा लेकिन इसी बीच क्रिसमस और नव वर्ष का सीजन शुरू हो जाएगा। ऐसे समय में जब ​त्यौहारी  सीजन शुरू हो रहा है तब लगातार इतने दिन तक बैंकों के छुट्टियों के कारण कारोबारियों को जहाँ प्रतिदिन के बिक्री की नकद राशि अपने पास रखनी पडे़गी वहीँ बैंक बंद होने से बैंकों के द्वारा होने वाला कारोबार भी अधिक रूप से प्रभावित होगा। इसी को दृष्टि में रखते हुए कैट ने देश भर के व्यापारियों को सलाह दी है की बैंक से सम्बंधित अपने सभी जरूरी काम काज 29 सितम्बर तक अवश्य पूरा कर लें जिसे अनावश्यक परेशानी से बचा जा सके।

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (24 सितम्बर)

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नगर परिषद् के सफाई कर्मियों को पाँच माह से मजदूरी नहीं

नरकटियागंज(पच) स्थानीय नगर परिषद् के सफाई कर्मियां को पारिश्रमीक विगत 5 माह से लम्बित है। इस बाबत सफाई कर्मियों ने बताया कि नगर परिषद् के पास कोष की कमी नहीं यदि कार्यपालक और नप मुख्य पार्षद की नियत साफ हो तो भला सफाईकर्मियांे की मजदूरी भला इतने दिनों से क्यों लम्बित रहती भला? सफाईकर्मियों की मजदूरी नहीं मिलने से उनके परिजनों के समक्ष दाने के लाले पड़ने लगे हंै। दूकानदारों ने अब उधार देना बन्द कर देने की धमकी भी दी है, जिसके कारण परिवार के समक्ष भूखमरी के हालात् उत्पन्न होने वाले हैैं। नगर के 25 पार्षद यदि चाह दें तो नगर परिषद् के सफाई कर्मचारियों की मजदूरी का भुगतान अवश्य हो जाएगा। अलबत्ता किसी ने सफाई करने वाले स्थायी, दैनिक मजदूर और अस्थायी कर्मचारी को उनका वेतन ससमय मिल गया होता। सफाई कर्मी कन्हैया बताते है कि नगर परिषद् के खजाने में कोई कमी नहीं है किन्तु नगर परिषद् के कर्णधारों की कमी के कारण शहर कभी स्वच्छ नहीं दिखता। 

नरकटियागंज में नशेड़ी-गँजेड़ी और जुआडि़यों के आगे पुलिस ने डाले हथियार

नरकटियागंज(पच) शिकारपुर थाना क्षेत्र के नरकटियागंज मुख्य बाजार में पुलिस के कथित संरक्षण में जुआ के अड्डे संचालित है। इतना ही नहीं चैक-चैराहा गाँजा की गंध से गुलजार मिलते है। हालाकि कुछ बातों की जानकारी थानाध्यक्ष शिकारपुर आनन्द कुमार सिंह को संभव है कि नही हो, अलबत्ता गाँजा की विक्री व नशेडि़यों की जानकारी तो उन्हे दी गयी है। उन्होंने आश्वासन दिया था कि खास जगहों पर जिसकी जानकारी उन्हें दी गयी थी वहाँ नशेड़-गँजेड़ी नहीं दिखेंगे। बावजूद इसके उन जगहों पर गँजेड़ी-नशेडि़यों के जमावड़े को नहीं रोका जा सका। प्रबुद्धजन मानते है कि पुलिस किसी प्रभावशाली व्यक्ति के प्रभाव में आकर उन तत्वों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। जिन्हे रोकना समाजहित में आवश्यक है। यदि ऐसा नहीं तो पुलिस को इसके लिए बंधी-बंधाई एकमुश्त रकम मिलती होगी। यह भी संभव है कि थानाध्यक्ष के करीब रहने वाले लोगों द्वारा उनके नाम पर वसूली कर नशेड़ी, गँजेड़ी और जुआड़ी अपना कारोबार बेखौफ चला रहे है। जिससे युवा पीढ़ी के अलावे किशोरवय के बच्चे भी अपने भविष्य को चैपट करने में लगे है। नशा की चपेट में तो चैक-चैराहों के कमजोर परिवार के किशोरियों को भी आते लोग देख रहे है। इधर पुलिस का ऐसा खौफ जनसामान्य पर है कि वे किसी को कुछ बोलने की हिम्मत नहीं करते। मानों शिकारपुर थानाक्षेत्र में द्रौपदी का चिरहरण हो रहा है और प्रबुद्धजन पाण्डव की भाँति मौन है।

एकरा के द्वारा महिलाओं को दी जा रही कम्प्युटर व इण्टरनेट की तालिम

नरकटियागंज(पच) पश्चिम चम्पारण जिला के विभिन्न प्रखण्ड के गाँवों में पहुँचकर महिलाओं और पढने वाली लड़कियों के बीच कम्प्युटर और इण्टरनेट की जानकारी देने की पहल एकरा नामक संस्था ने किया हैै। गूगल और डीईएफ के सहयोग से पश्चिम चम्पारण में एसोसियशन फाॅर कम्यूनिटी रिसर्च एण्ड एक्शन (एकरा) के तहत समाज की प्रत्येक महिला को आॅन लाइन लाने की पहल की गयी हैं। इसके लिए गाँव-गाँव पहुँचकर ग्रामीण महिलाओं और लड़कियों को तकनिकी तौर पर सशक्त बनाने की मुहिम चलाई जा रही हैं। इसके लिए प्रत्येक महिला सदस्य व लड़कियों को कम्प्युटर की शिक्षा दी जा रही हैं। 22 सितम्बर को नरकटियागंज अनुमण्डल के गौनाहा प्रखण्ड के राज्य संपोषित उच्च विद्यालय बेलसण्डी में पढ़ने वाली छात्राओं व ग्रामीण महिलाओं को कम्प्युटर व इण्टरनेट की शिक्षा दी गयी। 23 सितम्बर 2014 को नन्दकेश्वर सिंह उच्च विद्यालय अमोलवा गौनाहा में दी गयी। उसके बाद 24 सितम्बर 2014 को उत्क्रमित कन्या विद्यालय गौनाहा में (एकरा) एसोसियशन फाॅर कम्यूनिटी रिसर्च एण्ड एक्शन नामक संस्था के बैनर तले हेल्ंिपग वुमन गो आॅनलाइन प्रोग्राम के तहत कम्प्युटर की जानकारी दी गयी। ट्रेनर और मास्टर ट्रेनर क्रमशः मोफिज़ूर रहमान और जावेद आलम ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएँ व लड़कियांे मंे कम्प्युटर की जानकारी लेने के प्रति जो समर्थन व समर्पण दिखता है, उससे स्पष्ट है कि जिला की महिलाएँ भविष्य में कम्प्युटर की विशेष जानकारी लेने वे अव्वल मुकाम हासिल करेंगी। एकरा नामक संस्था के सचिव महम्मद सईद सिद्दिकी ने बताया कि यह कार्यक्रम पूरे जिला में खूब तेज गति नहीं पकड़ता, एकरा की मुहिम कामयाब नहीं होगी। उनका कार्यक्रम पूरे जिला के सभी प्रखण्ड में चलाया जाएगा। जिसके तहत पंचायत, गाँव, स्कूल व काॅलेज के अलावे अन्य महिलाओं को कम्प्युटर और इण्टरनेट की जानकारी दी जाएगी ताकि महिलाएँ देश व दुनिया से जुड़कर अत्याधुनिक जानकारी हासिल कर सकें। हिन्दुस्तान में कहा जाता है कि तरक्की का रास्ता महिलाओं की तालिम से होकर गुजरता है।

एल आई सी ने लगाया ’जीवन शगुन’ विक्री अभियान के लिए कैम्प

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नरकटियागंज(पच) वरीय मण्डल प्रबंधक भारतीय जीवन बीमा निगम के निर्देश पर जीवन शगुन और बीमा रक्षक पाॅलिसी की बेहतरीन (विपणन्) मार्केटिंग को लेकर जगह-जगह प्रचार कैम्प लगाये जा रहे है। जीवन शगुन के बारे में नरकटियागंज सैटेलाईट कार्यालय के प्रबंधक रमेश कुमार सिन्हा ने बताया कि जीवन शगुन विशेषकर बच्चों व किशोरांेे के लिए एक लाभकारी योजना हैै। वैसे यह योजना अन्य आयुवर्ग के लोगों के लिए भी है। उसके अलावे जीवन रक्षक पाॅलिसी जो कमजोर आयवर्ग के लिए हैं। दो लाख की बीमा राशि के लिए 20 वर्ष की पाॅलिसी लेने पर 30 वर्ष के युवा व्यक्ति को 7058 रूपये वार्षिक देने होंगे। स्थानीय चीनी मिल मुख्य दरवाजा पर सैटेलाईट कार्यालय के प्रबंधक ने अस्थायी कैम्प लगाया। जिसमें बीमा के विभिन्न पाॅलिसी और मुख्यतः जीवन शगुन को केन्द्र में रख कर प्रचार किया गया। अधिकारियों और बीमा अभिकर्ताओं ने साथ देकर कार्यक्रम को सफल बनाने का प्रयास किया। विभिन्न पाॅलिसियों के के संबंध में लोगों ने विसतृत जानकारी हासिल की। जीवन शगुन पाॅलिसी जो एक सितम्बर से 30 नवम्बर तक के लिए है ज्यादा से ज्यादा बीमा कराने की अपील लोगों से की गयी। इस दौरान प्रबंधक रमेश कुमार सिन्हा, सहायक प्रशासनिक अधिकारी अरूण कुमार, अभिकर्ता महेश तिवारी, विश्वनाथ साह, अवधेश कुमार शर्मा और विनय उपाध्याय मुख्य रूप से उपस्थित रहे।


प्रधान शिक्षिका के विरूद्ध कार्रवाई नहीं करने पर अधिकारियों के विरूद्ध पटना उच्च न्यायालय में जाने की धमकी

नरकटियागंज(पच) नरकटियागंज प्रखण्ड के प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी की उदासीनता व लापरवाही के कारण राजकीय प्राथमिक विद्यालय गदियानी टोला में अनियमितता चरम पर रहता है। उस क्षेत्र के अधिवक्ता लिपिक जहीर अहमद की शिकायत पर उच्चाधिकारी के निर्देश को ठेंगा दिखाने वाले बीईओ जगता नन्द राम ने आश्वासन के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं किया। शिकायत पर एक जाँच के दौरान उस विद्यालय में 8 मई 2014 को विद्यालय में नामांकित 536 बच्चों के विरूद्ध मात्र 145 बच्चे मौजूद पाए गये और छात्रोपस्थिति पंजी का अवलोकन करने पर 423 बच्चों को विद्यालय प्रशासन ने उपस्थित बताया था। विद्यालय की शिक्षिकाएँ अनुपस्थित थी परन्तु उनकी उपस्थिति पंजी में मौजूद पाई गयीं। विद्यालय की प्रधान शिक्षिका की जगह उनके पति कार्य सम्पादन करते है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश रहता है अलबत्ता प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी के मेल में रहने से काई कुछ नहीं बिगाड़ सकता हैं। जहीर अहमद द्वारा सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत मांगे गये सूचना के बावजूद कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गयी। जिला शिक्षा पदाधिकारी के यहाँ अपील करने पर प्रधान शिक्षिका वहाँ डी ई ओ के आदेश का पालन भी नहीं कर सकी। जिला शिक्षा पदाधिकारी के पत्रांक 2897 दिनांक 9 सितम्बर 2013 और 3147 दिनांक  30 सितम्बर 2013 के अनुसार प्रधान शिक्षिका को हिदायत दी गयी कि जहीर अहमद द्वारा मांगी गयी सूचना के संबंध में आवश्यक कागजात मुहैया कराये जाए लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। इधर जहीर अहमद ने अधिकारियों से गदियानी टोला की प्रधान शिक्षिका के विरूद्ध सक्षम प्राधिकार से जाँच नहीं कराने व उनके विरूद्ध कार्रवाई नहीं किये जाने की सूरत में सभी सम्बन्धित अधिकारियों के विरूद्ध पटना उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने की धमकी दी गयी है। इससे सम्बन्धित सभी पत्र उच्चाधिकारियों और प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए ओबामा ने आईएस को 'मौत का नेटवर्क'बताया

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अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने चरमपंथी गुट इस्लामिक स्टेट (आईएस) के ख़िलाफ़ युद्ध में और ज़्यादा देशों से शामिल होने के लिए कहा है. संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए ओबामा ने इस्लामिक स्टेट संगठन को 'मौत का नेटवर्क'करार दिया. ओबामा ने कहा, "इस तरह के हत्यारे सिर्फ ताक़त की भाषा समझते हैं. इसलिए अमरीका एक व्यापक गठबंधन के साथ मौत के इस नेटवर्क को बर्बाद करने के लिए काम करेगा. इस कोशिश में हम अकेले कार्रवाई नहीं करेंगे. न ही हमारा इरादा अमरीकी सेनाओं को विदेशी ज़मीन पर कब्जे के लिए भेजने का है."

ओबामा ने आईएस के साथ सीधी ज़मीनी लड़ाई से एक बार फिर इनकार किया. उन्होंने कहा, "हम आईएस को खदेड़ने के लिए हवाई हमलों का इस्तेमाल कर सकते हैं. साथ ही इन चरमपंथियों के ख़िलाफ़ ज़मीनी लड़ाई के लिए सशस्त्र सेनाओं को प्रशिक्षित कर सकते हैं."उन्होंने कहा कि इन चरमपंथियों की वित्तीय सहायता रोकने और नए लड़ाकों के उनके साथ जुड़ने से रोकने की दिशा में काम किया जाएगा.

ओबामा ने कहा कि आईएस चरमपंथियों के ख़िलाफ़ गठबंधन में शामिल होने के लिए 40 से अधिक देशों ने पेशकश की है. उन्होंने कहा,"आज मैं दुनिया से इस प्रयास में जुड़ने की अपील करता हूं."उन्होंने कहा कि विश्व आज 'युद्ध और शांति'और 'डर और उम्मीद'के चौराहे पर खड़ा है. ओबामा ने यूक्रेन में रूस की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि यह एक उदाहरण है कि तब क्या होता है जब देश अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का सम्मान नहीं करते. उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से कूटनीति का रास्ता अपनाने और शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र के आदर्शों पर चलने की सलाह दी.

सीरिया में आईएस के ठिकानों पर हमले

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अमेरिकी गठबंधन के लड़ाकू विमानों ने बुधवार को सीरिया के पूर्वी प्रांत दैर अल-जुर के अल-बुकमाल कस्बे में अमेरिका नीत गठबंधन ने बुधवार को सुन्नी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के 10 ठिकानों पर हमला किया। इस बीच तुर्की ने संकेत दिया है कि सीरिया में अमेरिका नीत गठबंधन की कार्रवाई में वह भी साझीदार हो सकता है। बुधवार का हमला भी मंगलवार की ही तरह था। यह जानकारी सीरियाई मानवाधिकार निगरानी संस्था (एसओएचआर) ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले दी है।

सीरिया के सीमावर्ती कस्बे अल-बुकमाल में किए गए हमलों में आतंकवादियों के बैरकों और अड्डों को निशाना बनाया गया। सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी सना ने अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा हमले किए जाने की पुष्टि की है। समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, मोहम्मद अल-खालिफ ने कहा कि हमले में सुरक्षा चौकी और एक औद्योगिक स्कूल को निशाना बनाया गया। इस जगह को आईएस ने अड्डा बना रखा था।

अल-खालिफ ने कहा कि अपने मृत और घायल साथियों को इराक ले जाने वाले जेहादियों ने नागरिकों को घरों से बाहर नहीं निकलने दिया ताकि लोग आईएस के ढांचे को कितना नुकसान हुआ इसका आकलन वे नहीं कर सके। इससे पहले एसओएचआर की रिपोर्ट में कहा गया था कि तुर्की से उड़ान भरने वाले लड़ाकू विमानों ने आईएस के ठिकानों को निशाना बनाया। अमेरिका ने मंगलवार को पहली बार सीरिया में आईएस ठिकानों को निशाना बनाया। आईएस के खिलाफ हमलों में बहरीन, सऊदी अरब, कतर, और संयुक्त अरब अमीरात भाग ले रहे हैं।

सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार ने मंगलवार को कहा था कि वह जेहादी समूहों के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों का समर्थन करती है। इस बीच सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के दूत स्टेफन डी मिस्तुरा ने घोषणा की है कि वे चाहते हैं कि सीरिया में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ अमेरिका नीत सैनिक अभियान के साथ ही राजनीतिक संवाद को भी प्रोत्साहन दिया जाए। मिस्तुरा ने मंगलवार को कहा, "आतंकवाद से लड़ाई जायज प्रक्रिया के साथ होना जरूरी है।"

संयुक्त राष्ट्र प्रतिनिधि ने गठबंधन के हवाई हमले पर टिप्पणी करने से मना कर दिया और संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून की पूर्व की टिप्पणी का उल्लेख किया। मिस्तुरा द्वारा पत्रकारों से बातचीत करने से एक घंटा पहले बान ने कहा था कि वे अमेरिकी कार्रवाई का समर्थन करते हैं। उन्होंने आईएस द्वारा अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा को तत्काल खतरे का उदाहरण दिया। मिस्तुरा ने सीरिया के हालात और सीरिया में जिहादी गुटों के खिलाफ लड़ाई का आकलन करने के लिए अरब लीग के विदेश मंत्रियों के साथ मुलाकात की।

स्वास्थ्य : माँ का बच्चे के साथ सोना नुकसानदेह

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mom child sleep togather
जो माएं अपने शिशुओं को बिस्तर पर अपने साथ सुलाती हैं, उनको इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि एक ही बिस्तर पर सोने से शिशु को संक्रमण और कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा रहता है। एक अध्ययन में पता चला है कि शिशु को बिस्तर पर साथ सुलाना कई बार उसकी मौत का कारण भी बन सकता है। अमेरिका में शिशु मृत्यु दर का यह तीसरा सबसे बड़ा कारण है।

अमेरिका की युनिवर्सिटी ऑफ जॉर्जिया की शोधकर्ता ट्रीना साल्म वार्ड ने कहा, "साथ सोना और बिस्तर साझा करना एक जैसी बातें प्रतीत होती हैं, लेकिन वास्तव में यह एक ही बात नहीं है।"वार्ड ने कहा कि साथ सोने का मतलब शिशु के साथ एक ही कमरे में सोना है। जबकि बिस्तर साझा करने का मतलब होता है, शिशु के साथ एक ही बिस्तर पर सोना। चिकित्सक और विशेषज्ञ लोगों को बिस्तर साझा करने के बजाय साथ सोने की सलाह देते हैं।

वार्ड ने कहा कि ज्यादातर मामलों में मांए शिशु के साथ भावनात्मक लगाव, प्रेम और दुग्धपान कराने की सुविधा और शिशु की देखभाल के लिए बिस्तर साझा करने का विकल्प चुनती हैं। उन्होंने कहा कि शिशु के साथ बिस्तर साझा करने को स्वास्थ्यप्रद नहीं माना जाता और मांओं को इस बारे में पता होना चाहिए।

कुछ मीडिया संस्थानों को प्रियंका गांधी ने कानूनी नोटिस भेजा

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प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक साप्ताहिक अखबार और कुछ अन्य मीडिया संस्थानों को उनके द्वारा प्रकाशित उस खबर के लिए कानूनी नोटिस भेजे हैं जिसमें कहा गया है कि वह और उनके पति अपने बेटे को राहुल गांधी को गोद दे रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि प्रियंका ने अपने बेटे की 'मानहानि'के लिए आपराधिक और दिवानी कार्रवाई की चेतावनी दी और कहा है कि वह अपने परिवार के बारे में झूठे आरोपों के खिलाफ कानूनी कदम उठाने को प्रतिबद्ध हैं।

अखबार की खबर में कांग्रेस के शीर्ष स्तर पर व्याप्त अटकल के बारे में बताया गया है कि राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका के बेटे रेहान को गोद ले रहे हैं ताकि उसका उपनाम गांधी हो सके। प्रियंका ने इसे मनगढ़ंत दुर्भावनापूर्ण सोच बताकर खारिज करते हुए नोटिस में कहा है, 'यह कहना कि कोई अभिभावक अपने बच्चे को स्वेच्छा से किसी और को दे देगा मानो कि वह भावहीन वस्तु है, यह अपने आप में बहुत खराब बात है। इसे किसी तरह की वंशवाद की राजनीतिक आकांक्षा के इरादे से जोड़ना तो और भी ज्यादा दुखद है।'

प्रियंका ने इस खबर पर भी कड़ी आपत्ति जताई है कि उनके बेटे के स्कूल प्रवेश फॉर्म में उसके अभिभावक का नाम राहुल गांधी है। प्रियंका ने पिछले दिनों कांग्रेस में अपनी बड़ी भूमिका को लेकर चल रही अटकलों को भी पुरजोर तरीके से खारिज किया था। उन्होंने इस तरह की खबरों को निराधार अफवाह बताकर खारिज कर दिया था।

अमेरिका के साथ होने वाले समझौतों पर कैबिनेट की मंजूरी

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केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान होने वाले समझौतों को बुधवार को मंजूरी दे दी। इनमें दोनों देशों के बीच शिक्षा, पर्यावरण, गैस और अंतरिक्ष विज्ञान समेत कई क्षेत्रों होने वाले समझौते शामिल हैं।

कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत अमेरिका के साथ अच्छे रिश्तों के पक्ष में है और लिए गए निर्णय इसी दिशा में संकेत हैं। सरकार की एक विज्ञप्ति के अनुसार, प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को भारत के मानव संसाधन विकास मंत्रलय और अमेरिका के नेशनल साइंस फाउंडेशन के बीच एक नए कार्यक्रम की पहल के लिए संयुक्त घोषणापत्र पर दस्तखत होने की मंजूरी दी। कैबिनेट ने एक अन्य फैसले में दोनों देशों के बीच पांच साल के लिए गैस हाइड्रेटों में सहयोग के लिए करार को मंजूरी दी।

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत परियोजना को आगे बढ़ाते हुए देश के हर घर में और सामुदायिक शौचालय बनाने के पांच वर्षीय कार्यक्रम को भी मंजूरी प्रदान की गई। साथ ही केंद्रीय मंत्रिमंडल ने स्वच्छ गंगा कोष की स्थापना पर भी मुहर लगाई। साथ ही कैबिनेट ने निर्मल भारत अभियान को नये रूप में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) में समाहित करने पर मुहर लगाई।

 सरकार ने नेपाल के साथ बिजली ग्रिड जोड़ने संबंधी समझौते को मंजूरी दी दी। इससे दोनों देशों के बीच बिजली पारेषण, ग्रिड संपर्क सुविधा तथा बिजली व्यापार में मजबूती आएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगस्त 2014 में नेपाल यात्रा के दौरान  बिजली व्यापार समझौता पर बातचीत 45 दिन में पूरी कर लेने का फैसला किया गया था।

 मंत्रिमंडल ने मंगल मिशन की सफलता पर इसरो के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के प्रयासों की सराहना करते हुए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, कैबिनेट ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया जिसमें पहले प्रयास में भारत को सफलता दिलाकर हमें गौरवांवित कराने वाले भारत के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के अत्यधिक प्रयासों की गर्मजोशी से सराहना और प्रशंसा की गई है।

सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लददाख में गतिरोध की स्थिति पर बुधवार को विचार-विमर्श किया। एलएसी पर पिछले 11 दिन में चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की है। सैन्य सूत्रों ने कहा कि चुमार इलाके में एलएसी पर हालात जस की तस बने हुए हैं और हालात पर बात करने के लिए फ्लैग वार्ता के चीन के अनुरोध पर विचार अब भी चल रहा है।

सुरक्षा परिषद में विदेशी आतंकवादियों पर प्रस्ताव मंजूर

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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने विदेशी आतंकवादियों के खतरों को दूर करने तथा इस दिशा में सदस्य राष्ट्रों की जिम्मेदारियां बढ़ाने से संबंधित प्रस्ताव बुधवार को पारित किया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई तथा 10 अस्थाई सदस्यों ने एक विशेष सत्र में आम सहमति से इस प्रस्ताव को पारित कर दिया। इस सत्र की अध्यक्षता अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने की, जिनका देश सितंबर माह के लिए सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष है।

इस प्रस्ताव का उद्देश्य आतंकवादी गतिविधियों में हिस्सा लेने अथवा उसकी साजिश करने वालों को रोकना है। प्रस्ताव के माध्यम से सुरक्षा परिषद ने सदस्य देशों से दुनिया के जिन भी हिस्सों में संघर्ष व्याप्त है, वहां आतंकवादी समूहों में नियुक्त होने के लिए जाने वाले संदिग्धों को रोकने की अपील की है।

प्रस्ताव में कहा गया है कि सदस्य देश आतंकवादी गतिविधियों के लिए संदिग्ध लोगों का अपने भूभाग में प्रवेश अथवा पारगमन रोकेंगे। प्रस्ताव में आतंकवाद से लड़ने के बजाय इसके विस्तार को रोकने पर अधिक महत्व दिया गया है। साथ ही हिंसक चरमपंथ के विस्तार के लिए जिम्मेदार परिस्थितियों से निपटने के लिए स्थानीय समुदायों तथा गैर-सरकारी संगठनों से तालमेल करने की बात भी प्रस्ताव में कही गई है। सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने इस प्रस्ताव को तुरंत और पूरी तरह लागू करने पर जोर दिया है।

राष्ट्रीय कर ट्रिब्यूनल अधिनियम अमान्य घोषित

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सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को राष्ट्रीय कर ट्रिब्यूनल अधिनियम को असंवैधानिक करार देते हुए इसे अमान्य घोषित कर दिया। सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति आर.एम.लोढ़ा की अध्यक्षता वाली संवैधानिक पीठ ने कहा कि संसद न्यायपालिका की शक्तियां छीन कर ट्रिब्यूनल में नहीं रख सकती, जो अपने स्वरूप से न्यायालय नहीं है। 

न्यायमूर्ति रोहिंटन फाली नरीमन ने भी इसी तरह की एक अलग सुनवाई के दौरान ट्रिब्यूनल को अंसवैधानिक और राज्य के विभिन्न अंगों के बीच शक्तियों के विभाजन का उल्लंघन करार दिया। उन्होंने कहा कि कानून से संबंधित महत्वपूर्ण सवालों का निर्धारण केवल सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालय ही कर सकते हैं।

मेघालय में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 39 हुई

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मेघालय में आई भयंकर बाढ़ में मरने वालों की संख्या गुरुवार को 39 हो गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। बाढ़ प्रभावित गारो हिल्स क्षेत्र में स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि यदि पहले से एहतियात नहीं बरता गया, तो बाढ़ का पानी कम होने के बाद डायरिया, हैजा और आंत्रशोध जैसी बीमारियां फैलने का खतरा है। स्वास्थ्य सेवा निदेशक ई. डखार ने बताया, "बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अगले 10 से 15 दिनों में बाढ़ का पानी कम होने के बाद जल जनित बीमारियों के फैलने की आशंका है।"

एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि आधिकारिक रूप से अब तक बाढ़ में मरने वालों की संख्या 39 बताई गई है, जबकि कई लोग अब भी लापता हैं। ब्रह्मपुत्र और जिंगिरम नदियों में आई बाढ़ में 300 से ज्यादा गांव डूब गए और एक लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए। सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 85 राहत शिविर स्थापित किए हैं। पश्चिमी गारो हिल्स जिले के मजिस्ट्रेट प्रवीण बख्शी ने कहा, "निचले क्षेत्रों में बसे राजबाला, चिबिनांग, सेल्सेला, टिकरिकिल्ला, चरबाटपाड़ा और पुशकुरनिपरा जैसे इलाके अब भी बाढ़ में डूबे हैं।"

बख्शी ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और अर्धसैनिक बलों को बचाव अभियान में लगाया गया है। राज्य में आई भीषण बाढ़ ने न सिर्फ सड़कों, पुलों और खेतों में लगी फसलों को नुकसान पहुंचाया, बल्कि पशुधन और संरक्षित खाद्यान भी बाढ़ में तबाही में बर्बाद हो गए।

डखार ने बताया, "मोबाइल मेडिकल टीम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है और लोगों के बीच ओआरएस और डायरिया रोधक दवाएं बांटी गई हैं।"मुख्यमंत्री मुकुल संगमा भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र से वित्तीय सहायता मांगी है।

मां दुर्गा की पूजा-अर्चना में जुटा बिहार

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राजधानी पटना सहित बिहार के करीब सभी क्षेत्रों में गुरुवार को शारदीय नवरात्र शुरू होने के साथ ही पूरा बिहार मां दुर्गा की उपासना में लीन हो गया। नवरात्र होने और दशहरा करीब होने की वजह से बाजारों में रौनक छा गई है। नवरात्र के पहले दिन घरों, मंदिरों और पूजा पंडालों में कलश स्थापित किए गए। कलश स्थापना के साथ ही मां दुर्गा की आराधना शुरू हो गई।

नवरात्र के मद्देनजर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना के लिए पटना की पटन देवी, शीतला मंदिर सहित तमाम देवी मंदिरों की विशेष रूप से सजावट की गई है। पूजा पंडालों में भारी भीड़ जुटने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा-व्यवस्था के भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। 

नवरात्र के पहले दिन पटना के पटन देवी, शीतला मंदिर, नवादा के मां चामुंडा मंदिर, गोपालगंज के थावे भवानी मंदिर, गया के मंगला गौरी मंदिर सहित तमाम मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। ज्योतिषाचार्य पंडित राजकुमार के अनुसार, इस वर्ष नवरात्र की अष्टमी-नवमी तिथि एक ही दिन होने की वजह से नवरात्र आठ दिन चलेंगे। 

मेक इन इंडिया'अभियान, पोर्टल, लोगो लांच

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को विज्ञान भवन में 'मेक इन इंडिया'अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का मकसद देश को वैश्विक विनिर्माण के मानचित्र पर लाना, नए प्रौद्योगिकी व पूंजी के प्रवाह को बढ़ावा देना और लाखों नई नौकरियों का सृजन करना है। मोदी ने इस अभियान का पोर्टल 'मेक इन इंडिया.कॉम'और लोगो लांच किया और विकास की संभावना से भरे 25 क्षेत्रों पर विवरणिकाएं भी जारी कीं।इस महात्वाकांक्षी अभियान के लांच समारोह में मोदी के मंत्री परिषद के प्रमुख सहयोगी व देश-विदेश के प्रमुख उद्योगपति भी मौजूद थे। समारोह को देश और विदेश के कई शहरों में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये लाइव देखा गया।

समारोह में मोदी ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि आपको मेक इन इंडिया पर और अधिक भरोसा दिलाने की जरूरत है।"उन्होंने उम्मीद जताई कि देश के विदेश के कारोबारी उनके आमंत्रण को गंभीरता से लेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें पहले यह देख कर दुख होता रहा है कि बड़ी संख्या में भारतीय देश छोड़ कर दूसरे देशों में अवसरों की तलाश के लिए जाते रहे हैं। लोगों का भारतीय विनिर्माण क्षेत्र और खुद पर से विश्वास उठ गया है। उन्होंने कहा, "हम यह नहीं चाहते कि किसी भी उद्योगपति को देश छोड़ना पड़े।"उन्होंने कहा, "एक भरोसा टूटा है कि न जाने कब नीति बदल जाए, न जाने कब केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) आ धमके। ये सब मैं आप लोगों से सुनता रहा हूं। सबसे बड़ा मुद्दा भरोसे का है। हम क्यों नहीं एक-दूसरे पर विश्वास कर पाते हैं? मैं उसे बदलना चाहता हूं।"

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके लिए एफडीआई शब्दावली का मतलब प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नहीं है, बल्कि 'फर्स्ट डेवलप इंडिया' (पहले भारत का विकास करो) है। उन्होंने कहा, "हमें रोजगार के अवसर बढ़ाने होंगे। यदि गरीबों को नौकरी मिलेगी, तो परिवार की क्रय क्षमता बढ़ेगी।"लोगो की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, "यह एक शेर का कदम है .. भारत में विनिर्माण करो।"अभियान लांच किए जाने से पहले केंद्रीय वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मोदी सरकार ने पहले ही कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कई क्षेत्रों में विदेशी निवेश सीमा हटाने या बढ़ाने का जिक्र किया।

सीतारमण ने कहा, "लाइसेंस के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया गया। यह अब 24 घंटे किया जा सकता है। लाइसेंसों की वैधता अवधि भी बढ़ाकर तीन साल कर दी गई है।"उन्होंने कहा कि देश में कारोबार करना आसान बनाने के लिए कई नियम बदले गए हैं। उन्होंने कहा, "मेक इन इंडिया सिर्फ एक नारा नहीं है, बल्कि एक लक्ष्य है और जिसे एक निष्ठ होकर पूरा किया जाएगा।"समारोह में मौजूद 500 कारोबारियों में से कुछ को संक्षिप्त वक्तव्य देने के लिए भी आमंत्रित किया गया।

टाटा संस के अध्यक्ष साइरस मिस्त्री ने कहा, "भारत को वैश्विकता प्रदान करने के लिए यह एक विशेष और सही समय पर उठाया गया कदम है।"उन्होंने कहा कि जीवंत उद्योग से ही कोई भी देश उच्च स्तर हासिल करता है। उन्होंने रोजगार पैदा करने का सबसे बड़ी चुनौती बताया। मारुति सुजुकी के प्रबंध निदेशक केनिचि अयुकावा ने कहा कि उनका जापानी समूह देश में निवेश करने वाली पहली कंपनियों में से एक है। उन्होंने कहा कि भारत आखिरकार दुनिया में सबसे प्रतियोगी अर्थव्यवस्था बनने वाला है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने कहा, "आज हम मेक इन इंडिया आंदोलन के प्रति निष्ठा जताते हैं, जो हमें हमारे प्रिय प्रधानमंत्री ने दिया है।"भारतीय कंपनियों के सामने सबसे बड़ा लक्ष्य वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता हासिल करना है। विप्रो के अजीम प्रेमजी, आदित्य बिड़ला समूह के कुमार मंगलम बिड़ला, आईसीआईसीआई बैंक की चंदा कोचर, लॉकहीड मार्टिन के फिल शॉ और आईटीसी के वाई.सी. देवेश्वर ने भी अपने विचार रखे।

तापस पॉल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश

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कलकत्ता उच्च न्यायालय ने हत्या व दुष्कर्म से संबंधित एक बयान के मामले में तृणमूल कांग्रेस सांसद तापस पॉल के खिलाफ अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) की जांच के एकल पीठ के आदेश को बरकरार रखते हुए गुरुवार को उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए। न्यायालय के इस फैसले को पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार के लिए झटके रूप में देखा जा रहा है। पॉल और राज्य सरकार की अपील को खारिज करते हुए न्यायमूर्ति निशिता म्हात्रे ने न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता की एकल पीठ के आदेश को बरकरार रखते हुए मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ताओं की हत्या करने और उनकी महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने के लिए अपने कार्यकर्ताओं को भेजने से संबंधित बयान के लिए पॉल के खिलाफ सीआईडी जांच के आदेश दिया। 

न्यायमूर्ति म्हात्रे ने न्यायमूर्ति गिरिश चंद्र गुप्ता और न्यायमूर्ति तपब्रत चक्रवर्ती की खंडपीठ द्वारा विभाजित फैसला देने के बाद अपील पर सुनवाई की।  न्यायमूर्ति म्हात्रे ने हालांकि, यह स्पष्ट किया कि सीआईडी जांच पर न्यायालय निगरानी नहीं रखेगा। न्यायालय का गुरुवार को आया यह आदेश वर्ष 2013 में बीरभूम जिले में पंचायत के एक निर्दलीय सदस्य की हत्या किए जाने के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराए जाने का आदेश देने के एक दिन बाद आया है। पॉल नाडिया जिले के कृष्णानगर संसदीय सीट से सांसद हैं। उन्हें उस वक्त देशभर में रोष का सामना करना पड़ा था जब तृणमूल के कार्यकर्ता को हत्या के लिए उकसाने वाला उनका वीडियो टेलीविजन पर जारी हुआ था। 

बिहार-नेपाल सीमा से 5 किलोग्राम चरस बरामद

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बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के इनरवा थाना क्षेत्र में गुरुवार को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नेपाल सीमा के पास से पांच किलोग्राम चरस जब्त किया। इस मामले में एक नेपाली नागरिक गिरफ्तार भी किया गया है। इनरवा थाना प्रभारी युसुफ अंसारी ने बताया कि गुरुवार सुबह एसएसबी को गुप्त सूचना मिली कि दो तस्कर चरस के साथ नेपाल सीमा पारकर बिहार में प्रवेश करने वाले हैं। इसी सूचना के आधार पर एसएसबी के जवानों ने सीमा पर तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी के क्रम में मोटरसाइकिल से जा रहे दो संदिग्ध लोगों को जब सीमा के पास रोका गया, तो वे भागने लगे। पुलिस ने उनमें से एक को पकड़ लिया, जबकि एक भागने में सफल रहा। 

गिरफ्तार किए गए व्यक्ति के पास से पांच किलोग्राम चरस जब्त किया गया, बाजार में जिसकी कीमत 50 लाख रुपये बताई जा रही है। अंसारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान नेपाल के लंगड़ी क्षेत्र के रहने वाले रमेन्द्र पटेल के रूप में की गई है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। 

मुकेश अंबानी देश में सबसे अधिक धनी

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मुकेश अंबानी एक बार फिर देश के सबसे अधिक धनी व्यक्ति साबित हुए हैं। फोर्ब्स पत्रिका ने भारत के 100 सबसे अधिक धनी व्यक्तियों की सूची में लगातार आठवें साल अंबानी को पहले स्थान पर रखा है। सूची के मुताबिक, अंबानी के पास 23.6 अरब डॉलर की संपत्ति है, जो गत वर्ष की तुलना में 2.6 अरब डॉलर अधिक है। ताजा सूची के मुताबिक 100 में सभी के पास एक अरब डॉलर से अधिक संपत्ति है। सूची में शामिल सभी की कुल संपत्ति 346 अरब डॉलर है, जो 2013 में 259 अरब डॉलर थी।


फोर्ब्स एशिया के भारतीय मामलों की संपादक नाजनीन करमाली ने कहा, "2014 में भारत का परिदृश्य बहुत तेजी से निराशाजनक स्थिति से विकास की तरफ घूम गया है। नई सरकार की बदलाव की तीव्र इच्छा के कारण शेयर बाजार कुलांचे मारते हुए ऊपर उठ रहा है और इसके कारण भारतीय संपत्ति में इस साल काफी उछाल आया है।"सूची में दूसरे स्थान पर हैं सन फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री के संस्थापक दिलीप शंघवी। उन्होंने यह स्थान लक्ष्मी मित्तल से लिया है, जो अब पांचवें स्थान पर हैं।



सन फार्मा ने अप्रैल में अपनी प्रतियोगी कंपनी रैनबेक्सी लैबोरेटरीज का चार अरब डॉलर में अधिग्रहण किया है, जिसके बाद दिलीप शंघवी की संपत्ति काफी बढ़ी है। उनके पास अब 18 अरब डॉलर की संपत्ति है। सूची में तीसरे स्थान पर हैं अजीम प्रेमजी, जो पहले चौथे स्थान पर थे। उनके पास अभी 16.4 अरब डॉलर है। गौतम अडाणी 11 पायदान ऊपर चढ़कर 11वें स्थान पर आ गए। उनकी कंपनियों के शेयर भाव बढ़ने के कारण उनकी संपत्ति 4.5 अरब डॉलर बढ़कर 7.1 अरब डॉलर हो गई है।
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