रांची,17 फरवरी, केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम का उपरी क्रम का बल्लेबाज बताया है। श्री प्रसाद ने आज यहां वैश्विक निवेशक सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सम्मेलन में विभिन्न कंपनियों के साथ हुआ करार (एमओयू) झारखंड के बारे में लोग की सोच और मानसिकता में आये बदलाव को प्रदर्शित करता है। झारखंड के पहले निवेशक सम्मेलन में 11 हजार प्रतिनिधि आये है और तीन लाख करोड़ रुपये का एमओयू होता है,यह टीम भावना का परिणाम है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा , “ टीम इंडिया के कप्तान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है, तो झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास उपरी क्रम के बल्लेबाज बन कर उभरे है। देश में आईटी के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आ रहा है, 125 करोड़ लोगों में से 108 करोड़ लोगों के पास मोबाइल है, 111 करोड़ लोगों के पास आधार पंजीकरण है और 35 करोड़ लोगों के पास स्मार्टफोन है। केन्द्र की वर्तमान सरकार में 27 करोड़ लोगों का बैंक खाता खोला गया और उसे आधार के साथ लिंक किया गया और अब सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे लाभुकों के बैंक खाता में भेजा जा रहा है, जिससे बिचौलियों की समाप्ति होने से 50 हजार करोड़ रुपये सलाना की बचत सरकार को हो रही है।”
श्री प्रसाद ने कहा कि झारखंड में भी 3.37 करोड़ लोगों ने अपना आधार पंजीकरण कराया और 84 लाख लोगों का बैंक खाता है। उन्होंने कहा कि झारखंड में 23 हजार जनवितरण प्रणाली के दुकानदार है,जिसमें से 20 हजार दुकानों में ई-पॉश मशीन लगाया जा चुका है और 264 प्रखंडों में से 250 प्रखंडों में म्यूटेशन को आधार से जोड़ने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि झारखंड तेजी से बदल रहा है, आदित्यपुर में इलेक्ट्रॉनिक कलस्टर बनाया जाना है, राज्य सरकार से आग्रह है कि इस कलस्टर में मोबाइल, ऑटो पार्टी व डिजिटल मैनुफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया जाए। वहीं केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योगमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मोमेंटम झारखंड का ‘उड़ता हाथी’ का जो प्रतिक चिह्न है, वह शानदार है और झारखंड की अंदरूनी ताकत को प्रदर्शित करता है। उन्होंने बताया कि मंत्रालय द्वारा प्रतिदिन इज ऑफ डूइंग रैकिंग मामले में राज्यों से प्राप्त होने वाली रिपोर्ट को अद्यतन किया जाता है, इसके मुताबिक झारखंड लगातार तेजी से आगे बढ़ कर रहा है। उन्होंने कहा कि 2015-16 एफडीआई के मामले में भारत के इतिहास का सबसे बढ़िया वर्ष रहा। केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामकृपाल यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास की इच्छाशक्ति की वजह से कुछ ही महीनों में झारखंड में व्यापक बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि एकीकृत बिहार के समय से ही झारखंड का यह इलाका आर्थिक विकास से पिछड़ा रहा था लेकिन अब विकास के रास्ते में झारखंड चल पड़ा है और मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में झारखंड की तकदीर और तस्वीर बदलेगी। केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में देश और झारखंड तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि झारखंड अमीर राज्य है और अब इस निवेश के आगमन से यहां के लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि इस सम्मेलन के बाद झारखंड में चीजें तेजी से बदलेगी और यहां इस प्रदेश की नीति निवेशक के लिए सबसे अनुकूल है।
समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि वैश्विक निवेशक सम्मेलन में 210 एमओयू हुए, जिसमें करीब तीन लाख करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव आया है। इसमें से 172 एमओयू को एक साल के अंदर धरातल पर उतरने की कार्रवाई शुरू हो जाएगी और दो वर्ष के अंदर पूरा कर लिया जाएगा तथा उत्पादन शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि 38 एमओयू दीर्घकालीन परियोजना के तहत पूरा होंगे और राज्य सरकार इन एमओयू को धरातल पर उतारने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेश को जमीन पर उतारने के लिए वह कृतसंकल्पित हैं। पहले केवल माइंस और माइनिंग क्षेत्र में निवेश के प्रस्ताव आते थे, लेकिन इस बार कृषि और खाद्य प्रसंस्करण तथा टेक्सटाइल के क्षेत्र में निवेश के कई प्रस्ताव आये है। मध्यम और लघु उद्योग क्षेत्र में निवेश के प्रस्ताव आये है, जिसमें एक प्रस्ताव जूता बनाने का कारखाना खोलने का भी है। उन्होंने केंद्रीय राज्यमंत्री निर्मला सीतारमण से भी आग्रह किया कि फूटवेयर डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट की स्थापना की जरूरत है, इससे क्षेत्र के लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त हो सकेंगे। श्री दास ने कहा कि चीन की एक कंपनी 1200 करोड़ रुपये की लागत से झारखंड में ई-पॉश मशीन लगाने की योजना बनायी है और कंपनी के प्रतिनिधियों को जमीन देखने के लिए भेजा गया है। कंपनी की ओर से जैसे ही जमीन देखकर सहमति प्रदान की जाएगी, राज्य सरकार की ओर से उन्हें जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी और अगले एक महीने में कंपनी काम शुरू कर देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी तरह टेक्सटाइल के क्षेत्र में भी निवेश की काफी संभावनाएं है, इस दिशा में भी कार्रवाई शुरू हो रही है।उन्होंने बताया कि एमओयू को निर्धारित समय सीमा के अंदर धरातल पर उतारने के लिए वे मुख्यमंत्री निवेश प्रोत्साहन बोर्ड का गठन करेंगे और हर माह में इसकी समीक्षा की जाएगी।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि राज्य बनने के 16 साल के उपरांत यह पहला ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट है, जिसके लिए मुख्यमंत्री और उनकी टीम बधाई की पात्र है। उन्होंने कहा कि झारखंड एक ऐसा राज्य है जो किसी भी तरह के प्राकृतिक आपदा से बचा हुआ है, यहां पर न तो भूकंप है, न साईक्लोन है और न बाढ़ है। राज्य में सूरज की रौशनी, जंगल, खनिज और पानी है, यह रत्नगर्भा भूमि है। श्रीमुर्मू ने कहा कि अबतक झारखंड की पूर्ण क्षमता का इस्तेमाल नहीं किया है, जिसकी वजह से राज्य पिछड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार झारखंड को समृद्ध और शक्तिशाली राज्य बनाने का निरंतर प्रयास कर रही है। विकास और रोजगार सरकार के लिए प्राथमिकताओं में शामिल है और किसी को भी इस लक्ष्य से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। मुख्य सचिव राजबाला वर्मा समेत अन्य लोगों ने भी समापन समारोह को संबोधित किया। इसके साथ ही राजधानी रांची के खेलगांव में आयेजित दो दिवसीय वैश्विक निवेशक सम्मेलन का समापन हो गया। राज्य में आयोजित पहले मोमेंटम झारखंड समिट के दौरान देश-विदेश से आये करीब 11 हजार प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। निवेशक सम्मेलन में 210 कंपनियों की ओर से निवेश के प्रस्ताव आये, जिसमें करीब तीन लाख करोड़ रुपये के निवेश की संभावना है और इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग छह लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।