Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 81007 articles
Browse latest View live

बिहार : नई राजनीति के पक्ष में जनमत और विवेक को बढ़ाने वाला यज्ञ

$
0
0
  • अनिश्चितकालीन उपवास के इस प्रस्ताव पर यहां चर्चा की गई है है। इस सत्याग्रह का आयोजन सरकार के समक्ष मांगों की सूची के साथ नहीं किया जाना है। यह एक नई राजनीति के पक्ष में जनमत और विवेक को बढ़ाने वाला यज्ञ है जो पीड़ित जनता के हित के लिए है। सत्तारूढ़ और विपक्षी राजनीतिक दलों पर जनता के दबाव द्वारा उन्हें जन-विरोधी और पर्यावरण-विरोधी नीतियों और राजनीति से दूर करना भी इसका मकसद है....
international-trible-day
पटना, 09 अगस्त।अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस एवं भारत छोड़ो आंदोलन दिवस के उपलक्ष्य में 24 घंटे का उपवास शुरू हुआ।आज 9 अगस्त को सुबह 8 बजे से पटना में एकता परिषद के उपाध्यक्ष प्रदीप प्रियदर्शी, पुष्पा लकड़ा और मंजू डुंगडुंग उपवास शुरू किये।जो कल 10 अगस्त सुबह 8 बजे तक चलेगा।  'गाँधीयन कलेक्टिव इंडिया'के बैनर तले व विख्यात गांधीवादी विचारक  राजागोपाल पी. व्ही. जी और जिल बेहन के नेतृत्व उपवास संचालित है। एकता परिषद के राष्ट्रीय समन्वयक आनिश ने कहा कि यह उपवास देशव्यापी है।इसे समर्थन देने के लिए एकता परिषद संगठन के 10 राज्यो जैसे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश,राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखण्ड, केरल,असम, उड़ीसा, मणिपुर   उपवास की जो  श्रृंखला 5 जून  2020  विश्व पर्यावरण दिवस से 2 अक्टूबर 2020 तक जारी रहेगी। इस उपवास श्रृंखला करने का मुख्य उद्देश्य इस प्रकार है ।

गाँधी के भारत के मांग "गाँधी के भारत की माँग-अंतिम जन के लिए राजनीति"विषय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त कर रहे हैं।  समाज के कमजोर वर्गों के बारे में कोई विचार किए बिना लॉकडाउन की अचानक घोषणा, शहरों से सामूहिक पलायन, हमें भारत विभाजन के दिनों के समान दृश्यों की याद दिलाती है। एक देश के रूप में भारत के पास पर्याप्त संसाधन और परिवहन सुविधाएं हैं जो इन लोगों को चार या पांच दिनों के भीतर अपने-अपने मूल स्थानों पर वापस भेज सकते हैं। किसी को भी इस तथ्य को नहीं भूलना चाहिए कि भारत इन्हीं लोगों के खून और पसीने से इस स्तर पर पहुंचा है। मजदूरों को उनके घर  भेजने के बाद ही तालाबंदी की घोषणा की जानी चाहिए थी। यदि ऐसा किया जाता, तो उनमें से कई सड़कों के बीच, रेलवे पटरियों और ट्रेनों में नहीं मारे जाते।  इन लोगों का एक हिस्सा बीमारी का वाहक बनकर भी अपने - अपने  गांव लौट रहा है।,  यदि इन लोगों को मार्च के मध्य तक  घर वापस भेज दिया जाता, तो इस  त्रासदी को आसानी से टाला जा सकता था। 

गांधीजी द्वारा दिया गया ताबीज भारत के लोकतांत्रिक शासकों को हमेशा अनुसरण योग्य  मार्ग दिखाता है। लेकिन, मौजूदा दौर में शासक इसका मजाक उड़ा रहे हैं। गांधी के विचारों को आज के भारत में फिर से तभी जीवित किया जा सकता है जब लोग देश के शासकों के खिलाफ खड़े होने की इच्छाशक्ति दिखाएंगे। जो गांधी के मार्ग में यकीन करते हैं, उन्हें खुद से यह पूछने का  सही समय है कि क्या वे गांधीजी के बताए सत्याग्रह या अहिंसा के हथियार को उसी आत्मबल के साथ उपयोग करने के लिए तैयार हैं?   यही कारण है कि अनिश्चितकालीन उपवास के इस प्रस्ताव पर यहां चर्चा की गई है है। इस सत्याग्रह का आयोजन सरकार के समक्ष मांगों की सूची के साथ नहीं किया जाना है। यह एक नई राजनीति के पक्ष में जनमत और विवेक को बढ़ाने वाला यज्ञ है जो पीड़ित जनता के हित के लिए है। सत्तारूढ़ और विपक्षी राजनीतिक दलों पर जनता के दबाव द्वारा उन्हें जन-विरोधी और पर्यावरण-विरोधी नीतियों और राजनीति से दूर करना भी इसका मकसद है। इस उपवास के माध्यम से हम सभी भारतवासियों से गाँधी के भारत की कल्पना की ओर लौटने का आग्रह करते हैं। 

झारखंड में छह नक्सली गिरफ्तार, हथियार बरामद

$
0
0
6-naxal-arrest-in-jharkhand
दुमका, नौ अगस्त, झारखंड में रविवार को दो प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े छह नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि इनके कब्जे से हथियार एवं गोला-बारूद जब्त किया गया। उन्होंने कहा कि गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बोकारो जिले के टूटी-झरना पुलिस थानांतर्गत जगेश्वर विहार से भाकपा (माओवादी) से संबंधित छोटू मांजी उर्फ सहदेव उर्फ निशिकांत को गिरफ्तार किया। दुमका की पुलिस अधीक्षक अंबर लाकड़ा ने कहा कि गिरफ्तार नक्सली से पूछताछ के आधार पर सुरक्षा बलों ने दुमका जिले के मसलिया और शिकारीपारा पुलिस थाना क्षेत्र में छापेमारी की और इस दौरान एक एसएलआर राइफल, तीन इंसास राइफल, एक कार्बाइन, 357 कारतूस और 1,675 डेटोनेटर जब्त किए। वहीं, एक अन्य मामले में, पुलिस अधीक्षक कार्तिक एस ने कहा कि हजारीबाग जिले से प्रतिबंधित संगठन झारखंड प्रस्तुति समिति (जेपीसी) के पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि एक गुप्त सूचना के आधार पर बरकागांव पुलिस थाना क्षेत्र में छिपे जेपीसी के स्वयंभू जोनल कमांडर पुरुषोत्तम गंझू उर्फ बसंत गंझू और उसके चार साथियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि इनके कब्जे से हथियार बरामद किए गए।

देश में एक दिन में रिकॉर्ड 64,399 नए मामले, 861 की मौत

$
0
0
64399-new-case-in-india
नयी दिल्ली, नौ अगस्त, भारत में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 64,399 नए मामले आने के साथ ही रविवार को संक्रमण के कुल मामले 21 लाख का आंकड़ा पार कर गए जबकि 861 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 43,379 हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 53,879 और लोगों के इस वैश्विक महामारी से उबरने के बाद स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 14,80,884 हो गई। इसके साथ ही स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर 68.78 फीसदी हो गई है। मृतकों की दर गिरकर 2.01 प्रतिशत रह गई है। इसने बताया कि देश में इस समय 6,28,747 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। देश में कोरोना वायरस के कुल मामले बढ़कर 21,53,010 हो गए हैं। यह लगातार तीसरा दिन है जब कोविड-19 के एक दिन में 60,000 से अधिक मामले आए हैं। भारत में शुक्रवार को संक्रमण के मामले 20 लाख से अधिक हो गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार शनिवार को 7,19,364 नमूनों की जांच की गई जो अब तक एक दिन में जांच की सर्वाधिक संख्या है। अभी तक कुल 2,41,06,535 नमूनों की जांच की गई है। वैज्ञानिक और आईसीएमआर के मीडिया समन्वयक लोकेश शर्मा ने कहा, ‘‘भारत में हर मिनट में कोविड-19 के करीब 500 नमूनों की जांच हो रही है और प्रति दिन जांच की क्षमता बढ़कर पांच लाख से अधिक हो गई है।’’

बिहार : सत्यनारायण पौद्धार का कहना है, अब भी खतरा बरकरार

$
0
0
  • पतरघट ओपी के प्रभारी पक्षपात रवैया न अपनाएं तो एक ही क्षण में मामला सलट सकता है। अगर यहां पर नहीं होता है तो सौरबाजार  थाना में मामला अग्रसारित कर दें......
still-denger-continue
पतरघट, 09 अगस्त। महज दीवार के साइड से ही मिट्टी काटकर नाली नहीं बनाने के आग्रह करने पर राजकुमार, सोना सिंह और राजा सिंह भड़क गये और रड एवं लाठी से लैश होकर दरवाजे के अंदर घुसकर गाली गल्लोज करने लगे। जब इसका प्रतिरोध किया गया तो रड एवं लाठी से प्रहार करने लगे। यहां पर दीवार पहले से ही बनी है। ऐसा लोगों का कहना है कि अगर दीवार से हटकर नाली बनाया जाए तो कोई विवाद का विषय ही नहीं होगा। घटना सहरसा जिले के पतरघट प्रखंड अन्तर्गत धबौली वार्ड नम्बर-13 में रहने वाले सत्यनारायण पौद्धार के साथ हुई। पतरघट ओपी में जाकर सत्यनारायण पौद्धार की पत्नी पिंकी देवी ने आवेदन पेश की है। आवेदन में कहा गया है कि 8 अगस्त,2020 रोज शनिवार को करीब साढ़े सात बजे शाम में धबौली वार्ड नम्बर-10 में रहने वाले स्व. रामदेव सिंह के पुत्र राजकुमार उर्फ बरकू सौर सोना सिंह के साथ हाकिम सिंह के पुत्र राजा सिंह ओपी पतरहघट,थाना सौरबाजार मेरे दरवाजे के अंदर घुसकर मेरे पति सत्यनारायण पौद्धार को पकड़ लिया। राजकुमार सिंह बोले कि हमलोगा दीवार के बगल होकर नाली खोदें हैं। इसके लिए लोगों को क्यों प्रचार करने गया। इन तीनों ने मिलकर गाली-गल्लोज करने लगे। मेरे पति सत्यनारायण पौद्धार जब गाली देने से मना किये तो तो लात मुक्का ,रड एवं लाठी से प्रहार करने लगे। जब मैंने अपने पति को बचाने गयी तो राजकुमार सिंह उर्फ बरकु मेरी बाल पकड़ कर पटक दिया और बुरी नीयत से कपड़ा खींचकर नंग्गा कर दिये। मेरा देवर जब हल्ला सुनकर दौड़ बचाने आये तो इसे भी राजा सिंह सिर एवं पीठ पर लौहे के रड से मारकर जख्मी कर दिया। सोना सिंह ने मेरी कान की दोनों बाली कीमत करीब 35 हजार रू. का खींचकर ले लिया और जाते समय धमकी दे दिये कि अगर शिकायत करोंगी तो सभी परिवार को धबौली गांव में जीने नहीं देंगे और जाने से मार कर लाश गायब करवा देंगे। इस ओर उचित कार्रवाई करने का आग्रह की है।

जहां फरियाद करने जाने पर मिलती है फटकार
पतरघट ओपी में गरीब परिवारों को न्याय नहीं मिलता है। वहां पर न्याय के लिए गुहार लगाने पर पतरघट ओपी में न्याय के बजाय गरीबों को फटकार मिलता है। दीवार के साइड से मिट्टी निकालकर दीवार गिराने का प्रयास को रोकने का आग्रह किया गया था। भविष्य में घर की दीवार न गिर जाए। यह सोचकर ही कहा गया। केवल कहने पर लोहे के रॉड और लाठी से धुनाई कर दी गयी।जब घटना स्थल पर पतरघट ओपी के प्रभारी पूछताछ करने आते हैं तो उल्टे गरीब और लाचार लोगों पर ही इल्जाम लगाना शुरू कर देते हैं। उनका सीधा आरोप लगता है कि तुम ही लोगों की गलतियां है। जब कानून ही दबंगों के इशारे और जनप्रतिनिधि न्याय के बजाय अनैतिक भाषा बोले तो गरीबों पर तो मनुवादी युग का संकेत ही है,जो अब गरीबों को अपने हक और अधिकार के लिए भी सोचना पड़ेगा। आवेदिका पहले से दीवार बनायी हुई है और विशेष जाति के लोगों के द्वारा नाला खुदाई थोड़ा बगल से करने पर कहने पर जानलेवा हमला किया जाता है। कुछ सामाजिक दायित्व के कारण जान तो बच गया लेकिन अबभी खतरा है। यह सब सत्यनारायण पौद्धार का कहना है।

शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स 433. 68 अंक और निफ्टी 140.60 अंक की बढ़त में

$
0
0
stock-mrket-up-in-week
मुंबई 09 अगस्त, रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों को यथावत बनाये रखने और बैंकों को कुछ ऋण के पुनगर्ठन की अनुमति दिये जाने के बल पर बीते सप्ताह शेयर बाजार में तेजी रही, हालांकि अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ने और कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढोतरी ने बढोतरी पर ब्रेक लगाने का काम किया और अगले सप्ताह भी वैश्विक कारकों और काेरोना वायरस के असर बाजार पर दिखेगा। समीक्षाधीन अवधि में बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1, 15 प्रतिशत अर्थात 433. 68 अंक बढ़कर 38040. 47 अंक पर रहा। इस दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई)का निफ्टी 1. 27 प्रतिशत अर्थात 140. 60 प्रतिशत बढ़कर 11214. 05 अंक पर रहा। इस दौरान बीएसई का मिडकैप 3. 34 प्रतिशत उठकर 14218. 87 अंक पर और स्मॉलकैप 4. 97 अंक चढ़कर 13668. 69 अंक पर रहा। विश्लेषकों का कहना है कि अर्थव्यवस्था को गति देने के उद्देश्य से रिजर्व बैंक द्वारा किये गये उपायों से बीते सप्ताह बाजार को बल मिला और इसका असर अगले सप्ताह भी दिख सकता है। हालांकि कोरोना वायरस सक्रमण के मामलों में जारी तेजी और वैश्विक स्तर पर चीन एवं अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के कारण बाजार पर दबाव दिख सकता है।

वीवो के साथ करार निलंबित होने से वित्तीय संकट नहीं : गांगुली

$
0
0
no-financial-issues-without-vivo-ganguly
नयी दिल्ली, 09 अगस्त, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने कहा है कि वीवो के साथ इस साल के लिए आईपीएल के टाइटल प्रायोजक का करार निलंबित होना वित्तीय संकट नहीं है। बीसीसीआई ने सीमा पर उपजे तनाव के चलते हाल ही में चीनी मोबाइल कंपनी वीवो के साथ 2020 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें संस्करण के लिए अपना करार निलंबित करने का फैसला किया था। विवो ने 2018 से 2022 तक पांच वर्ष के लिये 2199 करोड़ रूपये (सालाना करीब 440 करोड़ रूपये) में आईपीएल का टाइटल प्रायोजक बनने का अधिकार हासिल किया था। उल्लेखनीय है कि टाइटल प्रायोजन आईपीएल के राजस्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। बीसीसीआई ने हालांकि वीवो की जगह किसी अन्य प्रायोजक के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी है। आईपीएल का आयोजन संयुक्त राष्ट्र अमीरात (यूएई) में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक होना है। बीसीसीआई को हालांकि इसके लिए अभी भारत सरकार की मंजूरी का इंतजार है।

आंध्र के कोविड सेंटर में लगी आग,10 मरीजाें की मौत

$
0
0
covid-center-burn-in-andhra-10-dead
विजयवाड़ा, 09 अगस्त (वार्ता)आंध्र प्रदेश में विजयवाड़ा के स्वर्ण पैलेस होटल स्थित कोविड केयर सेंटर में रविवार सुबह आग लग जाने से अब तक 10 मरीजों की मौत हो गयी और दो मरीज अभी भी लापता हैं। स बीच,मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने मृतकों के परिजनों को 50 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। इस हादसे को लेकर उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी तथा पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है। पुलिस आयुक्त बी श्रीनिवासुलु ने मीडिया को बताया कि होटल स्थित क्वारंटीन केंद्र में कुल 30 मरीज भर्ती थे। इनमें से 10 मरीजों की मौत हो गयी जबकि 18 अन्य मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया। इसके अलावा दो अन्य मरीजों का अब तक कोई पता नहीं चल सका है। उन्होंने बताया कि मृतक मरीजों की अब तक पहचान नहीं हो सकी है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल में भेजा गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एक निजी अस्पताल ने स्वर्ण पैलेस होटल को कोरोना रोगियों के इलाज के लिए किराये पर लिया था और यहां कोविड केयर सेंटर स्थापित किया था। सेंटर में लगभग 30 कोरोना संक्रमित रोगियों का इलाज चल रहा था और हादसे के समय अस्पताल के 10 कर्मचारी भी वहां मौजूद थे।

सशस्त्र सेनाओं के लिए 101 साजोसामान के आयात पर रोक

$
0
0
arms-instrument-export-ban
नयी दिल्ली 09 अगस्त, आत्मनिर्भर भारत के लिए आत्मनिर्भर सेना बनाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए रक्षा मंत्रालय ने सशस्त्र सेनाओं के उपयोग के 101 हथियारों, उपकरणों एवं साजोसामान के आयात पर रोक लगाने का फैसला किया है और कहा है कि इन सामानों की आपूर्ति स्वदेशी कारखानों से ही की जाएगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को यहां यह घोषणा की। श्री सिंह ने ट्विटर पर बताया कि रक्षा मंत्रालय आत्मनिर्भर भारत की पहल को बड़े पैमाने पर आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। मंत्रालय 101 वस्तुओं के आयात पर एक निश्चित समय सीमा के बाद प्रतिबंध लगाएगा ताकि स्वदेशी रक्षा उत्पादन को बल मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अर्थव्यवस्था, आधारभूत ढांचा, सिस्टम, जनसांख्यिकी और मांग के पांच स्तंभों पर आत्मनिर्भर भारत का आह्वान किया है और इसके लिए एक विशेष आर्थिक पैकेज की भी घोषणा की है। रक्षा मंत्री ने कहा कि इससे प्रेरणा लेते हुए रक्षा मंत्रालय ने 101 वस्तुओं की एक सूची तैयार की है जिनके आयात पर एक निश्चित समयसीमा के बाद प्रतिबंध लग जाएगा। यह रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से भारतीय रक्षा उद्योग के लिए बड़े अवसर पैदा होंगे। वे सशस्त्र सेनाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए इन 101 वस्तुओं का अपनी डिजाइन एवं तकनीक अथवा रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा प्रदत्त डिजाइन एवं तकनीक के आधार पर विर्निर्माण कर सकेंगे। श्री सिंह ने बताया कि आयात पर प्रतिबंध की समय सीमा अलग-अलग वस्तुओं पर अलग-अलग होगी और यह 2020 से 2024 के बीच होगी। हमारा उद्देश्य भारतीय रक्षा उद्योग को सशस्त्र सेनाओं की भावी आवश्यकताओं से अवगत कराना है ताकि वे स्वदेशीकरण के लक्ष्य काे प्राप्त करने के लिए बेहतर तैयारी कर सकें।

मोदी की गलत नीतियों से 14 करोड़ युवा हुए बेरोजगार : राहुल गाँधी

$
0
0
modi-policy-creaates-unemployement-rahul-gandhi
नयी दिल्ली, 09 अगस्त, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधा हमला करते हुए आरोप लगाया है कि उनकी गलत नीतियों के कारण देश में 14 करोड़ युवा बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। श्री गांधी ने रविवार को यहां जारी एक वीडियो संदेश में कहा, "जब श्री मोदी प्रधानमंत्री बने थे, उन्होंने देश के युवाओं से वायदा किया था कि वे दो करोड़ युवाओं को हर साल रोजगार दिलवाएंगे। बहुत बड़ा सपना दिया, सच्चाई निकली, 14 करोड़ लोगों को उनकी नीतियों ने बेरोजगार बना दिया है।"उन्होंने कहा कि यह सब श्री मोदी की गलत नीतियों नोटबंदी, गलत जीएसटी और फिर लॉकडाउन में उनकी नीति के कारण हुआ। उनके इन तीन कदमों ने देश के ढांचे को खत्म कर दिया है, नष्ट कर दिया है और अब सच्चाई ये है कि हिंदुस्तान अपने युवाओं को रोजगार नहीं दे सकता है इसीलिए युवक कांग्रेस जमीन पर उतर रही है और इस मुद्दे को वह हर कस्बे में, सड़कों पर उठाए और पूरे दम से उठाती रहे। कांग्रेस नेता ने कहा, "‘रोजगार दो प्रोग्राम’ से आप सब जुड़िए और यूथ कांग्रेस के साथ मिलकर देश के युवाओं को रोजगार दिलवाइए। मैं यूथ कांग्रेस को बधाई देना चाहता हूं, आपका स्थापना दिवस है, लगे रहिए, हिंदुस्तान के युवाओं के लिए लड़िए।"

अंडमान निकोबार बनेगा ब्ल्यू इकोनॉमी, स्टार्ट अप्स का बड़ा केन्द्र : मोदी

$
0
0
andaman-nicobar-blue-economy-modi
नयी दिल्ली, 09 अगस्त,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंडमान निकोबार द्वीप समूह को भारत की सुरक्षा और समृद्धि की दृष्टि से महत्वपूर्ण बताते हुए आज कहा कि उनकी सरकार द्वीप समूह में कनेक्टिविटी, ढांचागत विकास और शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में विशेष ध्यान दे रही है जिससे यह पर्यावरण, पर्यटन, ब्ल्यू इकोनॉमी और स्टार्ट अप्स का बड़ा केन्द्र बन सके। श्री मोदी ने आज रविवार को अंडमान निकोबार द्वीप समूह के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद किया और यहाँ पर विकास के रोडमैप के बारे में बात की। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से कार्यकर्ताओं के साथ संवाद के दौरान उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं की बातें सुनीं और कोरोना से जंग में और द्वीप समूह के विकास में उनके योगदान की सराहना भी की। इस अवसर पर भाजपा के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी मौजूद थे। श्री मोदी ने कहा कि बीमारी हो या व्यापार-कारोबार, हर समस्या से निपटने के लिए हम जुटे हुए हैं, हमारे वैज्ञानिक प्रयासरत हैं। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम हर घर और हर परिवार तक संवाद बनाए रखें। सेवा और समर्पण के संस्कारों को हमें समृद्ध करना है, आगे बढ़ाना है। इस मुश्किल समय में हमें सबके काम आना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अंडमान निकोबार देश की आज़ादी के आंदोलन को धार देने वाली, वीर सावरकर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे आज़ादी के महान तपस्वियों से जुड़ी पुण्य स्थली है। उन्होंने कहा, “पिछली बार जब मैं अंडमान निकोबार गया था तो देवस्थली तुल्य सेल्युलर जेल के भी दर्शन किये थे। मुझे पोर्ट ब्लेयर के दक्षिणी छोर पर तिरंगा फहराने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ था। इस दौरान अंडमान-निकोबोर के संपूर्ण और संतुलित विकास से जुड़ी अनेक परियोजनाओं को मंजूरी भी दी गई थी।” श्री मोदी ने कहा कि एक द्वीप से दूसरे द्वीप तक एयर कनेक्टिविटी में सुधार करते हुए देश के बाकी हिस्सों से द्वीपों को एयरवेज से भी जोड़ा जा रहा है। पोर्ट ब्लेयर हवाई अड्डे का बड़े पैमाने पर विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अंडमान निकोबार को अब बाहरी दुनिया से डिजिटल संपर्क में कोई समस्या नहीं आएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि अंडमान निकोबार ने देश की आज़ादी के आंदोलन को ताकत दी है। आत्मनिर्भर भारत तथा नए भारत की रक्षा-सुरक्षा और समृद्धि के लिए भी अंडमान-निकोबार की व्यापक भूमिका है। इसी को समझते हुए 2017 में ही द्वीपीय विकास अधिकरण का गठन किया गया था। ब्लू इकॉनॉमी और कारोबार के लिहाज से अंडमान निकोबार काफी अहम् है। यह चेन्नई, कोलकाता और और बंगलादेश के मंगला बंदरगाह सहित कई अहम बंदरगाहों से अहम् दूरी पर स्थित है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के युवाओं के लिए कई उच्चशिक्षण संस्थान बनाए गए हैं। इनमें अन्कोल कॉलेज, मेडिकल कॉलेज और लॉ कॉलेज शामिल हैं। द्वीप समूह में जनजीवन आसान बनाने और वहां खुशहाली लाने के लिए जो भी ज़रूरी काम है, वो तेज़ी से पूरे किए जा रहे हैं।

कोरोना मामले 22 लाख के पार, 15.30 लाख से अधिक स्वस्थ

$
0
0
covind-in-india-cross-22-lakhs
नयी दिल्ली 09 अगस्त, देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दिनोंदिन बिगड़ती स्थिति के बीच रविवार को देर रात तक 59 हजार से अधिक मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 22 लाख के पार 22.11 लाख से अधिक हो गयी तथा 988 और लोगों की मौत होने से मृतकाें की तादाद 44 हजार के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है मरीजों के स्वस्थ होने की दर 69 फीसदी से उपर हो गयी है। विभिन्न राज्यों से मिली जानकारी के अनुसार आज देर रात तक 59,761 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 22,11,781 हो गयी तथा मृतकों की संख्या 44,447 हो गयी। स्वस्थ होने वालों की दर में निरंतर हो रही वृद्धि के बावजूद संक्रमण के नये मामले बढ़ने से देश में इस दौरान सक्रिय मामलों में 7,261 की बढ़ोतरी हुई जिससे इनकी संख्या 6,36,008 हो गयी है। राहत की बात यह है कि इस दौरान 50,998 लोगों के स्वस्थ होने से संक्रमण मुक्त हाेने वालों की संख्या भी 15,30,802 पर पहुंच गयी। इस प्रकार स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर बढ़कर आज 69.21 फीसदी हो गयी जो शनिवार तक 68.66 प्रतिशत थी जबकि मृत्यु दर महज 2.0 फीसदी रही।

केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक पहली बार एक दिन में सर्वाधिक 64,399 संक्रमण के मामले आने से इनकी संख्या 21,53,011 हो गयी है। देश में तीन दिन से लगातार संक्रमण के 61 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान 12,248 रिकॉर्ड नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5,15,332 पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि इस दौरान 13,348 मरीजों के स्वस्थ होने से संक्रमण से मुक्ति पाने वालों की संख्या भी साढ़े तीन लाख से अधिक यानी 3,51,710 हो गयी। इस दौरान 390 और लोगों की इससे मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 17,757 हो गयी है। राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आज आंशिक वृद्धि के साथ बढ़ कर 68.24 फीसदी हो गयी जो शनिवार को 67.26 प्रतिशत रही थी जबकि मरीजों की मृत्यु दर भी घटकर 3.44 प्रतिशत पर आ गई। राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या आज 1,45,558 रही जो शनिवार को 1,47,048 रही थी। यानी सक्रिय मामलों में 1,490 मरीजों की कमी आई है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में 10,820 नये मामले सामने आये जबकि एक अन्य दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में 5,994, कर्नाटक में 5,985 मामले, उत्तर प्रदेश में 4571 मामले , बिहार में 3,934, पश्चिम बंगाल में 2,939 मामले तथा तेलंगाना में 1982 नये मामले सामने आये। आंध्र प्रदेश में मरीजाें की संख्या आज 1,626 बढ़ोतरी के साथ कुल 87,112 सक्रिय मामले हैं जो शनिवार को 85,486 थे। राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,27,860 हो गयी है। इस दौरान 97 और लोगों की मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा 2,036 तक पहुंच गया है। इस अवधि में 9,097 मरीजों के स्वस्थ होने से रोगमुक्त लोगों की तादाद 1,38,712 तक पहुंच गयी है।

तमिलनाडु में पांच हजार से अधिक मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या तीन लाख के करीब पहुंच गयी है। राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,96,901 हो गयी है लेकिन राहत की बात यह है कि इस दौरान 6,020 मरीजों के स्वस्थ होने से रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 2,38,638 हो गयी है। इसके साथ ही मरीजों के स्वस्थ हाेने की दर बढ़कर 80.37 फीसदी पहुंच गयी है। राहत की एक और बात यह है कि राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या में 145 की कमी आई है। राज्य में आज 53,336 सक्रिय मामले थे जो शनिवार को 53,481 थे। राज्य में इसी अवधि में 119 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,927 हो गयी है। राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के नये मामलों में फिर इजाफा होने से चिंता बढ़ने लगी है, लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर में रविवार को सुधार दर्ज किया गया। इस सप्ताह के शुरु में नये मामले एक हजार से कम आने और स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक होने से राहत नजर आने लगी थी लेकिन अब संक्रमण के मरीज बढ़ रहे हैं और स्वस्थ होने वालों की संख्या उसकी तुलना में कम रहने से रिकवरी दर पर भी इसका असर पड़ा है। पिछले 24 घंटों में 1,300 नये मामलों से कुल संक्रमितों की संख्या 1,45,427 पर पहुंच गई जबकि 1,225 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना को मात देने वाल़ों का कुल आंकड़ा 1,30,587 हो गया। देश में दिल्ली का स्थान रिकवरी वाले सर्वाधिक राज्यों में है। दिल्ली की रिकवरी दर गत दिवस 89.75 की तुलना में मामूली बढ़कर 89.79 प्रतिशत पर आ गई। दिल्ली में कोराेना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या आज 11 रही और जानलेवा वायरस अब तक 4,111 की जान ले चुका है। चिंता की एक और बात यह है कि सक्रिय मामले भी गत दिवस के 10,667 से बढ़कर 10,729 हो गये हैं।

सुशांत मामले की जांच में लगे आईपीएस विनय तिवारी अब सीबीआई में!

$
0
0
ips-vinay-tiwri-will-be-in-cbi
आईपीएस विनय तिवारी के नेतृत्व में बिहार पुलिस सुशांत मामले की जांच कर रही थी। इससे बीच BMC द्वारा केंद्र सरकार की गाइडलाइन का हवाला देकर जांच को प्रभावित करने के लिए आईपीएस विनय तिवारी को 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन करने का आदेश जारी करते हुए होम क्वारंटाइन कर दिया। बाद में किरकिरी होने के बाद विनय तिवारी को वापिस पटना भेजा गया। लेकिन, अब सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आईपीएस विनय तिवारी,जो कि अभी पटना सिटी के एसपी हैं। उन्हें गृह मंत्रालय के द्वारा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजा जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक इस आशय में अनुरोध पत्र बिहार सरकार को भेजा जा चुका है। अगर बिहार सरकार इस विषय पर अपनी सहमति देती है तो आईपीएस विनय तिवारी को सुशांत मामले की जांच कर सीबीआई की टीम में शामिल किया जा सकता है। मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद BMC को विनय तिवारी को क्वारंटाइन से मुक्त कर बिहार भेजा गया। क्वारंटाइन किये जाने को लेकर उन्होंने कहा था कि मुझे नहीं, जांच को क्वारंटाइन किया गया था। इससे पूर्व की घटनाओं पर ध्यान दें तो बिहार सरकार द्वारा सुशांत मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा को स्वीकार करते हुए केंद्र सरकार ने जांच सीबीआई को सौंप दी है। मामले की जांच के लिए सीबीआई ने मनोज शशिधर के नेतृत्व में स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया है। मनोज शशिधर 1994 बैच के गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं और फिलहाल सीबीआई में संयुक्त निदेशक पद पर कार्यरत हैं। इनके साथ जांच में सीबीआई स्पेशल क्राइम ब्रांच के DIG गगनदीप गंभीर भी शामिल हैं। मामले में सीबीआई ने अब तक सुशांत सिंह राजपूत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती और उनके पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती, संध्या चक्रवर्ती, शोविक चक्रवर्ती, सैमुअल मिरांडा और श्रुति मोदी समेत छह लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कर ली है। सोशल मीडिया पर ऐसी चर्चा हो रही है कि जल्द ही आईपीएस विनय तिवारी सीबीआई में शामिल हो सकते हैं। वरिष्ठ पत्रकार मीना दास नारायण समेत कई अन्य पत्रकारों ने इसको लेकर ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी है। विनय तिवारी को जांच में शामिल किये जाने बाद लोगों को इंसाफ की उम्मीद बढ़ गयी है। साथ ही लोगों ने इस मसले को गृह मंत्री अमित शाह का मास्टर स्ट्रोक बताया है।

मधुबनी : कन्हैया मामले को लेकर शकील ने गुप्तेश्वर पांडे से फोन पर की बात

$
0
0
shakil-ahmad-talk-with-gupteshwar-pandey
मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) देश के पूर्व गृह राज्य मंत्री डॉक्टर शकील अहमद ने बिहार डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे से फोन पर बात की।उन्होंने डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे से कहा  कौशिक की हत्या 10 मार्च 2020 को होली की रात पटना के पटेल नगर में कर दी गई थी कन्हैया मूल रूप से मधुबनी जिला के रहिका प्रखंड अंतर्गत ककरोला गांव का निवासी था वह पटना में रहकर पढ़ाई करता था और पटना एन कॉलेज छात्र संघ उपाध्यक्ष था वह छात्र जदयू से भी जुड़ा हुआ था।कन्हैया होनहार छात्र था वह छात्र राजनीति से भी जुड़ा था लेकिन हत्या  के 5 महीने बाद भी अब तक मुख्य आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई हैं जो काफी चिंतनीय हैं। कृपया इस मामले पर जल्द से जल्द संज्ञान लिया जाए जिससे पीड़ित परिवार को न्याय मिल सकें कन्हैया की मां काफी निराश हो गई है उन्होंने यहां तक कहा है कि मुझे न्याय नहीं मिलेगा तो मैं सीएम आवास के सामने आत्मदाह कर लूंगी।कन्हैया एक गरीब परिवार से था उनका परिवार उनके ऊपर भरोसा किया था कि आगे चलकर कन्हैया की घर को रोशन करेगा लेकिन घर का चिराग ही बुझ गया। जिसके बाद डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि हम आज ही इस मामले की समीक्षा करते हैं मुझे पता है कि कन्हैया एन कॉलेज का छात्र था मुझे इस मुकदमे का एफ आई आर नंबर भी याद है हम जल्द से जल्द इस मामले में कार्रवाई करेंगे डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे से मिले आश्वासन के बाद डॉक्टर शकील अहमद ने अपने अधिकारी टि्वटर हैंडल से ट्वीट कर कन्हैया के लिए इंसाफ की मांग बिहार सरकार और गुप्तेश्वर पांडे से की हैं।उन्होंने आगे कहा कि हम काफी दुखी हैं कन्हैया हमारा पारिवारिक सदस्य था हम कन्हैया को न्याय दिलाने की मुहिम में पूरी तरह परिवार के साथ हैं।

मधुबनी : दिव्यांगों को जागरूक करने के लिए वेबिनार का आयोजन

$
0
0
wevinar-for-handicap-madhubani
मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) दिव्यांगजन समूह (डी. पी. जी.) के जिला इकाई के द्वारा यूडीआईडी कार्ड के महत्व के प्रति दिव्यांगों को जागरूक करने के लिए वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार का आयोजन जिला सचिव मुकेश पंजियार के द्वारा किया गया। अध्यक्षता फूल बाबू ने किया एवं संचालन जिला उपाध्यक्ष श्रवण कुमार ने किया।  भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ओर से प्रतिनियुक्त स्टेट कोर्डिनेटर घनश्याम कुमार एवं डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर राम विनय सिंह ने वेबिनार में भाग लिया।  यूडीआईडी (यूनिक डिजिबिलिटी आईडी फॉर पर्सन्स विथ डिजिबिलिटी) कार्ड प्रदान किया जाएगा। दिव्यांगजनों को विशिष्ट पहचान एवं आत्मसम्मान प्रदान करना इसका उद्देश्य है।  स्टेट कोर्डिनेटर घनश्याम कुमार ने बताया कि परियोजना के तहत दिव्यांगजनों को यूडीआईडी कार्ड निर्गत किए जाएंगे। इस कार्ड का उपयोग देश भर में किया जा सकता है। यूनिक आईडी कार्ड प्राप्त करने के लिए दिव्यांगजन किसी भी सरकारी अस्पताल अथवा सिविल सर्जन कार्यालय में विहित प्रपत्र में आवेदन करने के साथ-साथ स्वयं भी वेबसाइट www.swavlambancard.gov.in पर अपना आवेदन ऑनलाइन समर्पित कर सकते हैं। इस कार्ड के माध्यम से राज्य व केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ सुलभ तरीके से प्राप्त कर सकते हैं। जिला सचिव मुकेश पंजियार ने बताया की पंचायतों में उपलब्ध कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) या सुविधा केंद्र पर मात्र 10 रुपए का शुल्क देकर अपना आवेदन कर सकते हैं। आवेदकों को यूनिक कार्ड डाक के माध्यम से उनके द्वारा दिये गए पते पर प्रेषित किया जाएगा। आवेदन के समय दिव्यांगजनों को दिव्यांगता प्रमाणपत्र, पहचान पत्र या आधार कार्ड, आवासीय प्रमाणपत्र एवं पार्सपोर्ट साइज के फोटो जरूरी है। जिला अध्यक्ष फूल बाबू ने बताया कि जिले के दिव्यांगजनों के यूडीआईडी बनाने की प्रक्रिया शुरू है। जिले में परियोजना के सफल क्रियान्वयन करने के लिए सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा-सह-दिव्यांजन सशक्तिकरण कोषांग एवं सिविल सर्जन जिला प्रशासक के रूप में नामित हैं। बताया कि विशेष जानकारी के लिए आवेदक जिला सामाजिक सुरक्षा-सह-दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग अथवा जिले में संचालित बुनियाद केंद्र से भी संपर्क कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त हेल्पलाइन नं.-1800-345-62-62 पर भी कॉल किया जा सकता है। बैठक में पूर्णिया से अली हुसैन, बेनीपट्टी से रंजीत कुमार, मोo इमरान, दिनेश कुमार, मधवापुर से भास्कर झा, राधे पासवान, लदनिया से राम प्रकाश यादव, श्याम सुंदर कुमार, बासोपट्टी से प्रविंद्र कुमार, मधुबनी अनुमण्डल प्रभारी रमेश कुमार, मधुबनी नगर से रुस्तम अंसारी, कलुआही से शम्भू कुमार, श्रवण कुमार, तरुण झा, रहिका से अशोक यादव और मोo नौशाद आदि ने भाग लिया।

विशेष : राजनीति के आदर्श-प्रतिमान : श्रीकृष्ण

$
0
0
loard-krishna-political-idol
‘महाभारत’ के ‘सभापर्व’ में राजनीतिक व्यक्ति (राजा) में छः गुण ( व्याख्यान शक्ति, प्रगल्भता, तर्ककुशलता, नीतिगत निपुणता, अतीत की स्मृति और भविष्य के प्रति दृष्टि अर्थात दूरदर्शिता) आवश्यक माने गए हैं। जो राजा इन छः गुणों से युक्त होता है, उसकी राजनीति ही सुफलवती बनती है। महाभारतकालीन राजनीति में राजनीति की उपर्युक्त समस्त अर्हताएं श्रीकृष्ण के अतिरिक्त अन्य किसी महावीर अथवा महापुरुष में नहीं हैं। पितामह भीष्म में दृढ़ता है ; वीरता है ;अद्भुत प्रतिज्ञा-प्रियता है किन्तु नीतिगत निपुणता का अभाव है। अपनी प्रतिज्ञा के प्रति अतिरिक्त आसक्ति उन्हें असफल राजपुरुष बनाकर शरशय्या पर लिटा देती है । महात्मा विदुर में प्रगल्भता ( अवसर के अनुसार कार्य करने की सामर्थ्य ) का अभाव है। वे पूर्व निरूपित नीतियों के आलोक में निर्णय देने के अभ्यासी हैं। सत्यवादी युधिष्ठिर में व्याख्यान शक्ति, प्रगल्भता, तार्किकता, नीति निपुणता, और दूरदर्शिता का नितांत अभाव है। गुरु द्रोण, कृपाचार्य आदि अन्य राजपुरुष भी राजनीति की उपर्युक्त छः अर्हताओं की कसौटी पर खरे नहीं उतरते । केवल श्रीकृष्ण ही उस युग के एकमात्र ऐसे राजनीतिज्ञ हैं जिनमें राजोचित छः गुणों की संव्याप्ति उनके कर्मगत धरातल पर सर्वत्र दिखाई देती है। इसीलिए वे जगद्गुरु हैं। अधर्म के नाश और धर्म की स्थापना में सफल हैं।
         
‘श्रीमद्भगवद गीता’ श्री कृष्ण की व्याख्यान-शक्ति का उत्कृष्ट उदाहरण है। कर्तव्य- पालन से विमुख मोहग्रस्त पुरुषार्थ को पुनः कर्म-पथ पर नियोजित करना कोई हंसी-खेल नहीं। यह श्रीकृष्ण की व्याख्यान-कला ही है, जो किंकर्तव्यविमूढ़ अर्जुन को पुनः कर्तव्य का बोध देकर  उन्हें समरभूमि में उतारती है। उनकी इसी व्याख्यान-शक्ति में उनकी तार्किकता के भी दर्शन होते हैं । नीति-निपुणता श्रीकृष्ण के व्यक्तित्व का महत्वपूर्ण पक्ष है। वे किसी पूर्वनिश्चित बंधी-बंधाई नीति का अनुसरण नहीं करते बल्कि लोककल्याण की दृष्टि से अपना नीति-पथ स्वयं निर्मित करते हैं । उनके इस क्रांतिकारी रूप का दर्शन उनके प्रारंभिक जीवन में ही होने लगता है । गोकुल के माखन की मथुरा में आपूर्ति रोकना, इंद्र की पारंपरिक पूजा के स्थान पर प्राकृतिक वरदान रूप गोवर्धन पर्वत की पूजा कराना आदि कार्य उनकी नीति-निपुणता के परिचायक हैं । जब राजा विराट की सभा में हुए निर्णय के अनुसार वे पांडवों के राजदूत बनकर हस्तिनापुर आते हैं तब दुर्योधन उन्हें राज्य अतिथि बनाकर अपनी ओर कर लेना चाहता है किंतु वे उसका आतिथ्य अस्वीकार कर विदुर की कुटिया में साधारण अन्न ग्रहण करते हैं। राजनीतिक जीवन से जुड़े व्यक्ति की यह नीति-निपुणता उसकी स्वतंत्रता और स्वायत्तता के संरक्षण का उत्तम उपकरण बनती है ।
             
भूतकाल की स्मृति और भविष्य पर दृष्टि रखने में कृष्ण अद्वितीय हैं। अत्याचारी सत्ता अपने हितों के संरक्षण और स्थायित्व के लिए किस सीमा तक पतित हो सकती है ; निर्दोष प्रतिपक्ष को कहाँ तक प्रताड़ित कर सकती है --इसका व्यावहारिक ज्ञान कंस के अत्याचारों की अतीतकालीन स्मृति के रूप में कृष्ण के मन पटल पर भलीभांति अंकित है। इसीलिए पांडवों के साथ किए गए कौरवों के अत्याचारों और अन्यायों पर उन्हें आश्चर्य नहीं होता। अतीत की यह कड़वी तीखी स्मृतियां उन्हें यह भी सिखाती हैं कि अत्याचारी सत्ता किसी भी सत्याग्रह को नहीं मानती। उसका अहंकार सहनशीलता से नहीं पिघलता ; वह विनम्रता को कायरता समझती है और उसका उपहास करती है। इसलिए श्रीकृष्ण आततायी के हृदय-परिवर्तन की किसी भी कोमल-कल्पना से भ्रमित नहीं होते और उसका समूल नाश करने के लिए सतत सन्नद्ध मिलते हैं। वे जानते हैं कि अतीत के जीर्णशीर्ण खंडेरों पर भविष्य के सौधशिखरों की नींव नहीं रखी जा सकती । उन्हें ढहाये बिना, भूमि को समतल किए बिना नये निर्माण का स्वप्न साकार नहीं किया जा सकता। पुराने भ्रान्त-सिद्धांतों के संकेत नए सृजन-पथ के निर्देश नहीं बन सकते, अतः उनका परिहार-निवारण अपरिहार्य है। भविष्य की यही भ्रमरहित दूरदृष्टि उनसे समस्त कौरव पक्ष सहित भीष्म-द्रोण जैसे सांस्कृतिक स्तम्भों का भी ध्वंस कराती है। नए निर्माण के पथ में आने वाले प्रत्येक अवरोध को, चाहे वह कितना भी प्रतिष्ठित क्यों न हो ; हटाना ही होगा। यही श्रीकृष्ण की राजनीति का मूलमंत्र है। कंस से लेकर जरासन्ध और दुर्योधन से लेकर कर्ण-भीष्म तक समस्त राजपुरुषों को धराशायी करने-कराने में कृष्ण कहीं भी ममता और मोह से ग्रस्त नहीं हुए हैं।  इसीलिए सफल हैं । 
                
प्रगल्भता अर्थात प्रत्युत्पन्नमतित्व श्रीकृष्ण की सर्वाधिक प्रखर शक्ति है। गोकुल में कंस द्वारा प्रेषित संहारक आसुरी शक्तियों के विनाश में उनकी प्रगल्भता का महान योगदान है। महाभारत का युद्ध वे बिना शस्त्र उठाए प्रगल्भता के बल पर ही जिता देते हैं। इंद्र द्वारा कर्ण को प्रदत्त महासंहारक एकघ्नी का घटोत्कच पर प्रहार कराना, धरती में धंसेरथ-चक्र को निकालने में व्यस्त कर्ण का बध करने के लिए अर्जुन को प्रेरित करना; गदायुद्धरत दुर्योधन की जंघा पर प्रहार हेतु भीम को उनकी प्रतिज्ञा संकेत द्वारा याद दिलाना आदि अनेक महत्वपूर्ण कार्य श्रीकृष्ण की प्रगल्भता से ही संभव हुए हैं । इसीलिए श्रीकृष्ण राजनीति के आदर्श प्रतिमान हैं । महाभारत में वर्णित राजनेता के उपर्युक्त गुणों के अतिरिक्त तीन अन्य महत्वपूर्ण गुण-  निश्चिन्तता,निर्भीकता और निष्कामता भी श्रीकृष्ण के व्यक्तित्व की अन्यतम उपलब्धियाँ हैं । श्रीकृष्ण की निश्चिन्तता का आधार उनका आत्मबल जनित आत्मविश्वास है। उन्हें अपनी बलिष्ठ देह और समस्या-समाधान विधायिनी बुद्धि पर विश्वास है । वे अकारण चिन्ता नहीं करते। महाभारत के महाविनाश का उन्हें पूर्ण अनुमान है किन्तु वे मानवता विरोधी मूल्यों के संपोषक घृतराष्ट्र-पुत्रों और उनके समर्थकों के संहार की चिन्ता नहीं करते और अर्जुन को भी उस व्यर्थ चिन्ताजनित मोह से मुक्त कर व्यापक लोकहित का पथ-प्रशस्त करते हैं।
               
निर्भीकता कृष्ण-चरित्र की अप्रतिम विशेषता है। गोकुल की माटी में ; ग्रामजीवन और गोप-संस्कृति की छाया में पले-बढ़े कृष्ण एक ओर प्राकृतिक आपदाओं से जूझते हैं तो दूसरी ओर कंस-प्रेरित दानवों से निपटते हुए उत्तरोत्तर निर्भय होते जाते हैं । उन्हें न विषैले कालिया नाग से भय लगता है और न ही महाबलशाली कंस उन्हें भयभीत कर पाता है। उसके छल भरे निमंत्रण पर वे निर्भय होकर, निशस्त्र रहकर मथुरा प्रस्थान कर जाते हैं और उसके सहायकों सहित उसका वध कर देते हैं। उनकी यह निर्भयता कौरव राज्यसभा में उस समय भी प्रकट होती है जब दूत रूप में पांडवों का शांति-संदेश लाने पर दुर्योधन उन्हें बंदी बनाने का आदेश देता है। कंस का बध करते समय वे उसके श्वसुर और सहायक महाबली जरासन्ध के आक्रमण की चिन्ता नहीं करते और निर्भय होकर निश्चिन्त भाव से मथुरा को कंस के आतंक से मुक्ति दिलाते हैं । भीरूता राजनीतिक जीवन का सबसे बड़ा अभिशाप है। भीरु राजा अथवा भीरू नेता अपनी प्रजा अथवा जनता की रक्षा कभी नहीं कर सकता । अतः वीरता और निर्भीकता राजनीतिक-जीवन के मूल्यवान आभरण हैं । श्रीकृष्ण का राजनीतिज्ञ रूप इन आभरणों से सुसज्जित होकर अपने युग की विकृत-राजनीति को पग-पग पर परिष्कृत करता है ।
                   
राजनीति से जुड़े लोग प्रायः अपनी विलास-प्रियता के कारण आर्थिक लाभ-लोभ से ग्रस्त होकर भ्रष्ट हो जाते हैं। जो आर्थिक भ्रष्टाचार के पाप-पंक में नहीं गिरते, वे यश-लोलुपता के मकड़जाल में जकड़ कर अपने उद्देश्य से भटक जाते हैं । दुर्बलताएं राजाओं, नबाबों और नेताओं सहित अधिकांश शासक वर्ग में सहज सुलभ हैं । इनके कारण सार्वजनिक जीवन की सुख-शांति बाधित होती है। श्रीकृष्ण निष्कामता के सिद्धांत से इन विष-व्याधियों का शमन करते हैं । उन्हें न धन की अपेक्षा है और न यश की चाह । कंस को मारकर वे स्वयं को मथुरा-नरेश घोषित नहीं करते। कंस पर विजय प्राप्त करने के परिणाम स्वरूप मथुरा पर उनका अधिकार स्वयं सिद्ध हो जाता है किंतु वे उस अधिकार की डोर से नहीं बंधते । मथुरा का राजमुकुट उसके पूर्व-अधिपति महाराज उग्रसेन के मस्तक पर रखकर स्वयं पूर्ववत नंदनंदन बने रहते हैं। राज्य-सत्ता के लोभ का संवरण कर पाने में सफल ऐसी निस्पृह निष्कामता अन्यत्र दुर्लभ है।
                   
श्रीकृष्ण के मन में कहीं यश के प्रति मोह के दर्शन नहीं होते। वे अप्रतिम वीर हैं किंतु वीरता का दंभ नहीं भरते। मथुरा पर होने वाले जरासंघ के आक्रमणों का निवारण करने के लिए; निर्दोष मथुरावासियों की सुख-शांति सुनिश्चित करने के लिए वे स्वेच्छा से मथुरा त्याग देते हैं । द्वारिका चले जाते हैं । उन्हें ‘रणछोड’ कहलाना पसंद है किंतु अपने वीरत्व की प्रतिष्ठा के लिए अकारण रक्तपात करना स्वीकार नहीं। पद और यश के प्रति ऐसी निष्कामता  अन्यत्र विरल है। श्रीकृष्ण के राजनीतिक जीवन की यह निष्कामता यदि आधुनिक लोकतंत्र के नेताओं को जरा भी आकर्षित और प्रभावित कर सके तो सार्वजनिक जीवन की बहुत सी जटिल समस्याओं के स्थाई समाधान संभव हैं।                 
                  
राजनीति में अपेक्षित उपर्युक्त अर्हताओं की सैद्धांतिक-स्वीकृति और उस युग के सफलतम महापुरुष श्रीकृष्ण के व्यावहारिक कार्यों की अनुकरणीय प्रस्तुति आज भी तथैव आचरणीय है। महाभारत केवल द्वापर युग की एक महत्वपूर्ण घटना मात्र नहीं है, यह शोषक और शोषित का सनातन संघर्ष है, अपने स्थायित्व के लिए प्रतिपक्षी को आतंकित-आहत करने का सत्ता द्वारा किया जाने वाला शाश्वत अत्याचार है और प्रतिपक्ष का सतत विद्रोह है। इसी प्रकार श्रीकृष्ण भी सार्वजनिक जीवन में असत्य के निवारण और सत्य के संस्थापन का चिर-प्रतीक हैं । हमारे आज के राजनेताओं को भी श्रीकृष्ण से प्रेरणा लेकर कूटप्रयत्नों द्वारा संस्थापित रूढ़ियों और कुनीतियों का परिहार कर स्वस्थ-सुखी समाज की संकल्पना का नया द्वार अनावृत करना चाहिए । ‘मैं’ और ‘मेरे’ की संकीर्ण परिधि से निकल कर ही राजनीतिक-जीवन में सृजन-पथ की सफल यात्रा संभव है ।
                                                                                                




krishna-gopal-mishra

डॉ. कृष्णगोपाल मिश्र
विभागाध्यक्ष-हिन्दी
शासकीय नर्मदा स्नातकोत्तर महाविद्यालय
होशंगाबाद म.प्र.

युवा विशेष : युवा संकल्प एवं हौसलों को नये पंख मिले

$
0
0
youth-dream
आज भारत में ऐसी युवाक्रांति घटित होने को तत्पर हैं, जिससे युवकों की जीवनशैली में रचनात्मक परिवर्तन आएंगे, हिंसा-आतंक-विध्वंस की राह को छोड़कर वे निर्माण की नयी पगडंडियों पर अग्रसर हो सकेंगेे। क्योंकि युवा क्रांति का प्रतीक है, ऊर्जा का स्रोत है, इस क्रांति एवं ऊर्जा का उपयोग रचनात्मक एवं सृजनात्मक हो, इसी ध्येय से सारी दुनिया प्रतिवर्ष 12 अगस्त को अन्तर्राष्ट्रीय युवा दिवस मनाती है और भारत के लिये यह दिवस इसलिये विशेष महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी युवाओं के बल पर ही आत्मनिर्भर भारत के सपने को आकार देने को तत्पर है। सन् 2000 में अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन आरम्भ किया गया था। यह दिवस मनाने का मतलब है कि युवाशक्ति का उपयोग विध्वंस में न होकर निर्माण में हो। पूरी दुनिया की सरकारें युवा के मुद्दों और उनकी बातों पर ध्यान आकर्षित करे। न केवल सरकारें बल्कि आम-जनजीवन में भी युवकोें की स्थिति, उनके सपने, उनका जीवन लक्ष्य आदि पर चर्चाएं हो। युवाओं की सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक स्तर पर भागीदारी सुनिश्चित की जाए। इन्हीं मूलभूत बातों को लेकर यह दिवस मनाया जाता है। स्वामी विवेकानन्द ने भारत के नवनिर्माण के लिये मात्र सौ युवकों की अपेक्षा की थी। क्योंकि वे जानते थे कि युवा ‘विजनरी’ होते हैं और उनका विजन दूरगामी एवं बुनियादी होता है। उनमें नव निर्माण करने की क्षमता होती है। नया भारत निर्मित करते हुए नरेन्द्र मोदी भी इसी युवाशक्ति के बल पर भारत को विश्वगुरु एवं दुनिया की एक महाशक्ति बनाने को अग्रसर है। कोरोना जैसी महाव्याधि को परास्त करने के संघर्ष में जुटी शक्तियां देश को सशक्त बनाने में भी जुटी है, जिसमें युवाओं के संकल्प एवं हौसलों की उड़ान ने नये पंख दिये हैं।

youth-dream
आज का युवा सचमुच आत्मनिर्भर होने को व्याकुल है, छटपटा रहा है। वह केवल ख्याली आत्मनिर्भरता से सराबोर नहीं है, बल्कि करियर की रेस में सबको पीछे छोड़ देने को बेचैन, एक गैर राजनीतिक प्राणी है, जिसकी देशभक्ति अपने उफान पर है जब श्रीराम मन्दिर के शिलान्यास का दृश्य हो या कश्मीर के निर्माण की बात, वह इतना भावुक भी है कि इन्हीं संवेदनशील अवसरों पर वह सोशल मीडिया पर अपनी रचनात्मक सक्रियता को प्रदर्शित करते हुए संकल्पबद्ध होता है, भारत को विश्व गुरु बनने को अग्रसर या अपनी सांस्कृतिक पहचान को संकट उबारने को। प्रेम, विवाह, परिवार के नए आयाम गढ़ता या भीड़ में अकेला या भीड़ में रचा-बसा। थोड़ा-थोड़ा शायद यह सब सच है। कथित उदारीकरण ने जब पूरी दुनिया पर असर डाला है तो उसने उस पीढ़ी को क्यों नहीं प्रभावित किया होगा जो इसी के छाते तले पली बढ़ी है। आज युवा बहुमत में हैं। आज वह सिर्फ उपभोक्ता ही नहीं बाजार निर्माता भी है। बड़ी-बड़ी कंपनियां उसी के मुताबिक नए-नए प्रोडक्ट लांच कर रही हैं। राजनीतिक दल भी उसे लुभाने में लगे हैं। विभिन्न राजनीतिक दलों को उसमें राष्ट्र निर्माता के दर्शन होते हैं, लेकिन ऐसा राष्ट्र निर्माता जो वोट बैंक के तौर पर उन्हें मजबूत तो करें, परन्तु नेताओं की औलादों के राजनीतिक विरासत के आरक्षित प्राकृतिक अधिकार पर आंखें न गड़ाए। शिक्षित सामान्य युवा अगर राजनीति में सक्रिय नहीं है तो उसका क्या दोष?

युवा किसी भी देश का वर्तमान और भविष्य हैं। वो देश की नींव हैं, जिस पर देश की प्रगति और विकास निर्भर करता है। लेकिन आज भी बहुत से ऐसे विकसित और विकासशील राष्ट्र हैं, जहाँ नौजवान ऊर्जा व्यर्थ हो रही है। कई देशों में शिक्षा के लिए जरूरी आधारभूत संरचना की कमी है तो कहीं प्रछन्न बेरोजगारी जैसे हालात हैं। इन स्थितियों के बावजूद युवाओें को एक उन्नत एवं आदर्श जीवन की ओर अग्रसर करना वर्तमान की सबसे बड़ी जरूरत है। युवा सपनों को आकार देने का अर्थ है सम्पूर्ण मानव जाति के उन्नत भविष्य का निर्माण। यह सच है कि हर दिन के साथ जीवन का एक नया लिफाफा खुलता है, नए अस्तित्व के साथ, नए अर्थ की शुरूआत के साथ, नयी जीवन दिशाओं के साथ। हर नई आंख देखती है इस संसार को अपनी ताजगी भरी नजरों से। इनमें जो सपने उगते हैं इन्हीं में नये समाज की, नयी आदमी की नींव रखी जाती है। यौवन को प्राप्त करना जीवन का सौभाग्य है। युवाशक्ति जितनी विराट् और उपयोगी है, उतनी ही खतरनाक भी है। इस परिप्रेक्ष्य में युवाशक्ति का रचनात्मक एवं सृजनात्मक उपयोग करने की जरूरत है। गांधीजी से एक बार पूछा गया कि उनके मन की आश्वस्ति और निराशा का आधार क्या है? गांधीजी बोले- ’इस देश की मिट्टी में अध्यात्म के कण हैं, यह मेरे लिये सबसे बड़ा आश्वासन है। पर इस देश की युवापीढ़ी के मन में करुणा का स्रोत सूख रहा है, यह सबसे बड़ी चिन्ता का विषय है।’ गांधीजी की यह चिन्ता सार्थक थी। क्योंकि किसी भी देश का भविष्य उसकी युवापीढ़ी होती है। यह जितनी जागरूक, तेजस्वी, प्रकाशवान, चरित्रनिष्ठ और सक्षम होगी, भविष्य उतना ही समुज्ज्वल और गतिशील होगा।

मूल प्रश्न है कि क्या हमारे आज के नौजवान भारत को एक सक्षम देश बनाने का स्वप्न देखते हैं? या कि हमारी वर्तमान युवा पीढ़ी केवल उपभोक्तावादी संस्कृति से जन्मी आत्मकेन्द्रित पीढ़ी है? दोनों में से सच क्या है? दरअसल हमारी युवा पीढ़ी महज स्वप्नजीवी पीढ़ी नहीं है, वह रोज यथार्थ से जूझती है, उसके सामने भ्रष्टाचार, आरक्षण का बिगड़ता स्वरूप, महंगी होती जाती शिक्षा, कैरियर की चुनौती और उनकी नैसर्गिक प्रतिभा को कुचलने की राजनीति विसंगतियां जैसी तमाम विषमताओं और अवरोधों की ढेरों समस्याएं भी हैं। उनके पास कोरे स्वप्न ही नहीं, बल्कि आंखों में किरकिराता सच भी है। इन जटिल स्थितियों से लौहा लेने की ताकत युवक में ही हैं। क्योंकि युवक शब्द क्रांति का प्रतीक है। विचारों के नभ पर कल्पना के इन्द्रधनुष टांगने मात्र से कुछ होने वाला नहीं है, बेहतर जिंदगी जीने के लिए मनुष्य को संघर्ष आमंत्रित करना होगा। वह संघर्ष होगा विश्व के सार्वभौम मूल्यों और मानदंडों को बदलने के लिए। सत्ता, संपदा, धर्म और जाति के आधार पर मनुष्य का जो मूल्यांकन हो रहा है मानव जाति के हित में नहीं है। दूसरा भी तो कोई पैमाना होगा, मनुष्य के अंकन का, पर उसे काम में नहीं लिया जा रहा है। क्योंकि उसमें अहं को पोषण देने की सुविधा नहीं है। क्योंकि वह रास्ता जोखिम भरा है। क्योंकि उस रास्तें में व्यक्तिगत स्वार्थ और व्यामोह की सुरक्षा नहीं है। युवापीढ़ी पर यह दायित्व है कि संघर्ष को आमंत्रित करे, मूल्यांकन का पैमाना बदले, अहं को तोड़े, जोखिम का स्वागत करे, स्वार्थ और व्यामोह से ऊपर उठे।

युवा दिवस मनाने का मतलब है-एक दिन युवकों के नाम। इसका सबसे पहला लाभ तो यही है कि संसार भर में एक वातावरण बन रहा है युवापीढ़ी को अधिक सक्षम और तेजस्वी बनाने के लिए। भारत में नरेन्द्र मोदी की इस दृष्टि से सोच एवं सक्रियता युवकों को नये आयाम दे रही है, जो समूची दुनिया के लिये भी प्रेरणादायी है। विशेषतः राजनीति में युवकों की सकारात्मक एवं सक्रिय भागीदारी को सुनिश्चित करने की जरूरत को महसूस करते हुए कदम उठाये जायें। युवकों के लिये भी जरूरी है कि वे जोश के साथ होश कायम रखे। वे अगर ऐसा कर सके तो भविष्य उनके हाथों संवर सकता है। इसीलिये सुकरात को भी नवयुवकों पर पूरा भरोसा था। वे जानते थे कि नवयुवकों का दिमाग उपजाऊ जमीन की तरह होता है। उन्नत विचारों का जो बीज बो दें तो वही उग आता है। एथेंस के शासकों को सुकरात का इसलिए भय था कि वह नवयुवकों के दिमाग में अच्छे विचारों के बीज बोनेे की क्षमता रखता था। आज की युवापीढ़ी में उर्वर दिमागों की कमी नहीं है मगर उनके दिलो दिमाग में विचारों के बीज पल्लवित कराने वालेे स्वामी विवेकानन्द और सुकरात जैसे लोग दिनोंदिन घटते जा रहे हैं। कला, संगीत और साहित्य के क्षेत्र में भी ऐसे कितने लोग हैं, जो नई प्रतिभाओं को उभारने के लिए ईमानदारी से प्रयास करते हैं? हेनरी मिलर ने एक बार कहा था- ‘‘मैं जमीन से उगने वाले हर तिनके को नमन करता हूं। इसी प्रकार मुझे हर नवयुवक में वट वृक्ष बनने की क्षमता नजर आती है।’’ महादेवी वर्मा ने भी कहा है ‘‘बलवान राष्ट्र वही होता है जिसकी तरुणाई सबल होती है।’’ इसीलिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से ऐसी अपेक्षा है कि वे युवा दिवस पर कोई ऐसी क्रांति घटित करे, जिससे भारत न केवल विश्वगुरु बल्कि आत्मनिर्भर भारत बनने की ओर सार्थक कदम बढ़ा सके। इस अभिनव क्रांति के बल पर युवापीढ़ी सोच के उस आसमान तक पहुंच पाएंगीं, जो नए ख्वाबों की रचना करने और उन्हें पूरा करने के लिए सीढ़ी का काम करेगी। भावों एवं संकल्पों की यह आत्मनिर्भरता युवाओं के मन के जीवन का निर्माण करने में सक्षम है।
           




lalit-garg

(ललित गर्ग)
लेखक, पत्रकार, स्तंभकार
ई-253, सरस्वती कंुज अपार्टमेंट
25 आई. पी. एक्सटेंशन, पटपड़गंज, दिल्ली-92

बिहार : एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने 13 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया

$
0
0
bihar-aiims-doctors-ultimatum
पटना, 10 अगस्त।यह पटना एम्स है। यहां पर अपनी मांग को लेकर नर्सिंग स्टाफ हड़ताल की थीं। कुछ मुद्धों पर एम्स अधिकारियों ने सहमति जतायी थी। 25 जुलाई को एम्स अधिकारी और हड़ताली नर्सिंग स्टाफ के बीच बिन समझौता और बिन आश्वासन के ही नर्सिंग स्टाफ को हड़ताल तोड़ काम पर लौटने को मजबूर होना पड़ा। नर्सिंग स्टाफ के काम पर लौटने के बाद एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने 13 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है। बिहार में एक तरफ कोरोना महामारी और दूसरी ओर बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है, वहीं दोहरी संकट की इस घड़ी में बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पटना एम्स के डॉक्टरों अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का ऐलान कर रखा हैं। पटना एम्स के डॉक्टरों ने 14 अगस्त से अनिश्चितकालीन  हड़ताल पर जाने का 13 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है। एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने इस बारे में एम्स प्रबंधन को जानकारी दे दी है। साथ ही उन्होंने अपनी मांगें पूरी करने के लिए 13 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि अगर 13 अगस्त तक उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वह 14 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। कोरोना वारियर्स के तौर पर 24 घंटे किया काम  वहीं डॉक्टर्स एसोसिएशन ने कहा कि उन्हें कोरोना महामारी की स्थिति और इसकी भयावहता के बारे में अच्छी तरह से अनुभव है। कोरोना वारियर्स के तौर पर उन्होंने लगातार 24 घंटे काम किया है लेकिन उनकी तैनाती को लेकर जो नया फैसला लिया गया है, वह उन्हें कभी भी मंजूर नहीं है। अस्पताल प्रशासन के इस फैसले का कर रहे विरोध  बता दें कि एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स अस्पताल प्रशासन के उस फैसले का विरोध कर रहे हैं, जिसमें यह कहा गया है कि एम्स के डॉक्टरों को राज्य के किसी भी मेडिकल कॉलेज में तैनात किया जा सकता है।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 10 अगस्त

$
0
0
चैबीस दिन मे खुला कन्टेनमेंन्ट झोन, एक सप्ताह मे कोई नया संक्रमित केस नही

jhabua news
पारा । गत जुलाई माह मे जिले मे कोविड 19 कोरोना के लिए हाॅट स्पाट बने पारा नगर मे पिछले एक सप्ताह से कोई नया संक्रमित मरिज नही निकलने से जहा प्रशासन ने राहत कि सांस ली वही क्षेत्र के कोरोना मुक्त होने संकेत भी मिलने लगे हे। जानकारी के अनुसार जुलाई माह मे कोरोना वायरस के लिए हाट स्पाटं बना पारा नगर  अगस्त माह मे कोरोना मुक्त होने की राह पर है। विगत 10 जुलाई से पारा नगर मे कोरोना का कहर शुरू हुआ था। जिसने महीने के अंत तक 30 मरीज को अपने चपेट में लिये। वहीं 4 अगस्त को भी एक मरीज फिर पॉजिटिव पाया गया जिसका उपचार कोविड सेन्टर झाबुआ मे चल रहा है।  संभव तया उसकी भी छुट्टी रविवार तक हो जायेगी। बाकि के 30 लोग स्वस्थ्य होकर वापस अपने अपने घर पहुच चुके है। नगर के कोरोना वारिर्यस डॉ. केएस डोडवा ने बताया कि जुलाई माह में एक समय ऐसा भी था कि जिले के 25 प्रश से अधिक मरीज केवल पारा सें ही थे। वहीं अब जहां जिले में 200 से अधिक संक्रमित हो चुके हैं, पारा का एकमात्र व्यक्ति एक्टिव केस के रूप में मौजूद है। डॉ. डोडवा ने बताया कि पारा उम अभी तक 628 सैंपल लिए गए हे जिनमे से 31 केस पाजिटिव आए व 414 कि रिर्पोट नेगेटिव आई है वही आज दिनांक तक 183 की रिपोर्ट आना शेष है। 

सिर्फ दो जगह हे कंटेनमेंट झोन -- 
तहसीलदार प्रवीण ओहरिया ने बताया कि पारा में सबसे पहले सदर बाजार में कोरोना के मरीज मिले थे। बाद मे बस स्टैंड, पांचाल कॉम्प्लेक्स, होली चैक व बोरी रोड पर भी कुछ मरीज कोरोना से संक्रमित हुए थे। जिनमे से लेकिन सदर बाजार, बस स्टैंड व हौली चौक क्षेत्र में पिछले लगातार 25 दिनों से कोई भी नया मामला नहीं आने की वजह से इन क्षेत्र से कंटेनमेंट  हटा लिया गया हैं। जो लोग बाद मे कोविड सेन्टर से लोटे हे केवल वही घर कंटेनमेट मे हे।

राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग ने बच्चों को पहनाए मास्क
  • बच्चों को मास्क पहनते देख बड़ों को मिलेगी प्रेरणा - पवन नाहर
  • बच्चों की सुरक्षा हम सब की जिम्मेदारी - सुमित्रा मेड़ा
jhabua news
थांदला। झाबुआ जिलें में कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है शहरों से नगर व गाँव मे फैल रही इस महामारी से निपटने के लिए शासन प्रशासन के साथ अनेक सामाजिक संगठन भी प्रयासरत है। राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग ने राष्ट्रीय मुख्य महासचिव डॉ. रविन्द्र मिश्रा के छोटे भाई के घर बाल गोपाल के आने की खुशी में वनांचल के बच्चों के संरक्षण के लिए अनूठी पहल की गई। संगठन के प्रदेशाध्यक्ष पवन नाहर व सम्भागीय अध्यक्ष सुमित्रा मेड़ा ने ग्रामीण अंचल के ग्राम सजेली में जाकर नन्हे नोनिहालों को मास्क व सेनेटाइजर बाँटे व उसे उपयोग के तरीके बताए। सम्भागीय अध्यक्ष सुमित्रा मेड़ा ने बच्चों को वर्तमान महामारी के बारें में बताते हुए कविता के रूप में कहा कि सामाजिक दूरी बनाकर रखना, हाथों को अपने साबुन से धोना, मुँह पर मास्क लगाकर रखना, कोरोना को भगाएंगे - हम बच्चे हिंदुस्तान के ... वही उन्होंने उपस्थित अभिभावक आदि से कहा कि बच्चों की सुरक्षा हम सबकी जिम्मेदारी है इसलिए उनकी सुरक्षा का खयाल रखना जरूरी है। इस अवसर पर प्रदेशाध्यक्ष पवन नाहर ने कहा कि आज बड़ो की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह घर से मास्क पहनकर निकले जो वे नही कर रहे है इसलिए हमनें बच्चों को मास्क के प्रति जागरूक किया ताकि उन्हें मास्क पहनते देख बड़े भी मास्क अवश्य पहनेंगे। कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों में भी मास्क व सेनेटाइजर दिया गया। इस अवसर पर ग्राम सरपंच दुर्गा डामोर, उनके श्वसूर बालू डामोर, बरखारानी नाहर, रतन, विजय आदि ग्रामीण जन भी उपस्थित थे। बालू डामोर ने इस पहल को अनूठी बताते हुए कहा कि जब सामाजिक संगठन गाँव के लिए कुछ करते है तो मन खुश हो जाता है उन्होंने संस्था को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे भी गाँव में सभी मास्क पहने व शासन के बताए नियमों का पालन करें इसके प्रयास करेंगे पूरा आयोजन सीमित बच्चों के साथ पूर्ण सतर्कता व सोशल डिस्टेंश के साथ आयोजित किया गया।

झाबुआ मुख्य डाक घर में काॅमन सर्विस सेन्टर का उद्घाटन

jhabua news
झाबुआ। सहायक अधीक्षक श्री प्रेमराज मीणा ने सोमवार को मुख्य डाक घर झाबुआ में काॅमन सर्विस सेन्टर का फीता काटकर उद्घाटन किया। इस सेन्टर में ग्राहकों को राज्य तथा केन्द्र शासन की विभिन्न योजनाओं सहित बीमा प्रीमियम की अदायगी, पेन कार्ड, वोटर कार्ड, कार्य मोबाईल, डी.टी.एच.रिचार्ज, न्यू पेंशन योजना, आई.आर.सी.टी.सी. टिकट बुकिंग के लिये अधिकृत कांउटर से प्रदान की जावेगी। अधीक्षक डाक घर श्री प्रवीण श्री वास्तव ने झाबुआ नगर वासियों से अपील की है कि वे इस सेवा का अधिक से अधिक उपयोग करें। इस अवसर पर पोस्ट मास्टर श्री विपीन कुमार नीमा, सिस्टम मेनेजर श्री गोपाल सोनी, तथा मुख्य डाक घर के कर्मचारी उपस्थित थे।

निविदाएं आमंत्रित

झाबुआ । जिले में नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण काल के दौरान नवीन तकनीकी वाट्सअप चैटबोट के माध्यम से सेवा प्रदान किये जाने वाले प्रस्ताव के क्रियान्वयन के लिये लोक सेवा प्रबंधन की सेवाओं के प्रदाय के लिये वाट्सअप चैेटबाॅट एवं वेबपोर्टल तथा जिला प्रशासन झाबुआ का अधिकारिक  वाट्सअप चैटबाॅट अकाउंट बनाया जाना है। इस वाट्सअप चैटबाॅट अकाउंट एवं वेबपोर्टल बनाए जाने के कार्य के लिये निविदाए आमंत्रित की गई है। टेंडर निविदा का पुनः प्रकाशन एवं डाउनलोड करना 8 अगस्त 2020, निविदा प्रपत्र भरकर कार्यालय में जमा करने की अंतिम तिथि 20 अगस्त 2020 तथा तकनीकी एवं वित्तीय निविदा खोले जाने की तिथि 21 अगस्त 2020 है। विस्तृत जानकारी निविदा प्रपत्र जिले की वेबसाइड ूूूण्रींइनंण्दपबण्पद एवं कार्यालयीन समय में कार्यालय पर उपलब्ध है। अधिक जानकारी के लिये कार्यालय कलेक्टर/जिला प्रबंधक(लोक सेवा प्रबंधन विभाग) से सम्पर्क किया जा सकता है।

बाल भिक्षावृति तथा बाल श्रम की रोकथाम के लिये उडन दस्ते का गठन

झाबुआ। कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा के निर्देशानुसार जिले में बाल भिक्षावृति तथा बाल श्रम की रोकथाम के लिये उड़न दस्ते का गठन किया गया है। यह उड़न दस्ता जिले में भ्रमण कर भिक्षावृति में लिप्त बच्चों की पहचान कर आवश्यक कार्यवाही करेगा। महिला एवं बाल विकास विभाग, श्रम विभाग व चाईल्ड लाईन के संयुक्त तत्वावधान में भिक्षावृति रोकथाम के लिये विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी तारतम्य में सोमवार को महिला एवं बाच विकास विभाग के सहायक संचालक श्री अजयसिंह चैहान तथा श्री बालूसिंह सस्तिया द्वारा झाबुआ शहर में भ्रमण कर कार्यवाही की गई हैै। यह प्रक्रिया जिले के विभिन्न क्षैत्रों में निरंतर की जावेगी ताकि भिक्षावृति में लिप्त बच्चें भिक्षा से मुक्त होकर अपना सर्वांगीण विकास कर सकें।

विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जनकल्याणकारी योजनाओं के हितग्राहियों को आॅनलाईन वितरण कार्यक्रम

jhabua news
झाबुआ। कोरोना संक्रमण काल की परिस्थिति को देखते हुये जिला न्यायालय के वीडियो कांफ्रेसिंग रूम से 9 अगस्त रविवार को सुबह 11ः बजे से दोपहर 12 तक जिले के पांच जनपद पंचायतों झाबुआ, रामा, राणापुर एवं थांदला के उत्कृष्ठ विद्यालयों तथा मेघनगर जनपद पंचायत के वीडियो कांफे्रसिंग रूम में जन कल्याणकारी योजनाओं के हितग्राहियों को बैठाकर योजनाओं का वास्तविक हित और लाभ का सीधा आॅनलाईन वितरण कार्यक्रम जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं जिला प्रशासन झाबुआ के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। आयोजन में प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री राजेश गुप्ता, कलेक्टर झाबुआ श्री प्रबल सिपाहा, अपर जिला न्यायाधीश/सचिव प्राधिकरण श्री राजेश देवलिया, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री गौरव प्रज्ञानन, न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री राजकुमार चैहान, डिप्टी कलेक्टर सुश्री ज्योति परस्ते, सहायक आयुक्त्त आदिवासी विकास श्री प्रशांत आर्य प्रमुख रूप से उपस्थित थे। वीडियो कांफे्रसिंग के माध्यम से प्रत्येक जनपद पंचायत के हितग्राहियों से संवाद किया गया और उन्हें भिन्न-भिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाया गया तथा योजनाओं के फायदों की जानकारी दी गई। शासन की विभिन्न जनकल्याकारी योजनाओं जैसे स्ट्रीट बेंडर योजना अंतर्गत छोटे फेरी रहरी पटरी पर व्यवसाय करने वाले को 10000 रूपये की सहायता, सामाजिक सुरक्षा पेंशन के प्रकरण जिसमें प्रतिमाह 600 - रूपये पेंशन हितग्राहियों को दिलाई गई। संबल योजना अंतर्गत दुर्घटना मृत्यु पर 400000 - रूपये एवं सामान्य मृत्यु पर 200000 - रूपये एवं अंतिम क्रियाकर्म की सहायता 5000 - रूपये  का लाभ भी हितग्राहियों को दिलाया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना के प्रकरणों में भी हितग्राहियों को सहायता पहुंचाई गई। राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना, मुक्त राशन योजना आदि जन कल्याणकारी योजनाओं के हितग्राहियों के प्रत्यक्ष रूप से लाभ दिलाया गया। आॅनलाईन वीडियो काॅलिग के माध्यम से हितग्राहियों ने पेंशन सहित सभी कल्याणकारी योजनाओं का फायदा मिलना बताया। कुछ हितग्राहियों को नंदन फल उद्यान एवं मेड़ बंधान योजना का लाभ भी दिलाया गया। कुछ हितग्राहियों से जिला न्यायाधीश, कलेक्टर एवं अपर जिला न्यायाधीश के द्वारा सीधे बातचीत की गई। आदिवासी दिवस के अवसर पर कोरोना के कारण बड़ा सार्वजनिक कार्यक्रम संभव न होने से आॅनलाईन कार्यक्रम विधिक सेवा प्राधिकरण झाबुआ द्वारा आयोजित कर आदिवासी बंधुओं को सीधे प्रत्यक्ष लाभ पहुंचाये जाने की सार्थक पहल की गई। जिससे अंतिम छोर पर बैठे हुये गरीब व्यक्तियों को सीधा व वास्तवित लाभ पहुंचाया गया।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 10 अगस्त

$
0
0
सांची पार्लर कार्नर के लिए जगह आवंटित करें

vidisha news
कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने आज विभिन्न विभागो में लंबित आवेदनों की समीक्षा की। कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में सम्पन्न हुई। इस बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री मयंक अग्रवाल, अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह समेत विभिन्न विभागो के जिलाधिकारी मौजूद थे।  कलेक्टर डॉ जैन ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी को निर्देश दिए है कि विदिशा शहर में सांची पार्लर कार्नर स्थापित किए जाने है इसके लिए नियत स्थलों पर जगह आवंटित करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। जिले में अब तक तीन स्थलों पर जगह आवंटित की जा चुकी है सात स्थलों पर आवंटन का कार्य किया जाना है जिसमें नवीन कलेक्ट्रेट परिसर भी शामिल है।

चौराहो पर विचरण करने वाले पशुधन को गौ-शालाओं में शिफ्ट करें

कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक के दौरान पशु चिकित्सा सेवाएं विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए है कि चौराहो पर विचरण करने वाले पशुधन की टेगिंग उपरांत गौ-शालाओं में शिफ्ट करने का कार्य क्रियान्वित किया जाए। इस कार्य में नगरपालिका को सहयोगप्रद करने के निर्देश दिए गए है। कलेक्टर ने कहा कि विदिशा नगर के सभी चौराहो पर आवारा पशु बैठे परलिक्षित ना हो इसके लिए संयुक्त कार्यवाही करें। गौ-शालाओं में शिफ्ट करने से पहले उस क्षेत्र के शाला संचालकों के अलावा नोडल अधिकारी जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ श्री दयाशंकर सिंह से टाइअप कर गौ-शालाओं में पशुधन को शिफ्ट करने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने गायो के साथ-साथ बैल, नंदी को भी शिफ्ट किया जाए ताकि यातायात अवरूद्व ना हो और किसी भी प्रकार की दुर्घटना ना हो सकें।  पशु चिकित्सा सेवाएं विभाग के अधिकारी ने बताया कि विभाग के माध्यम से टेगिंग कार्य क्रियान्वित किया जा रहा है अब तक जिले के विभिन्न चौराहो पर 230 पशुधन को टेगिंग कार्य किया जा चुका है।  कलेक्टर डॉ जैन ने टेगिंग कार्य के प्रति सप्ताह के लक्ष्य और पूर्ति की अद्यतन प्रगति से अगवत कराने के निर्देश दिए है। 

अमानको पर कार्यवाही करने के निर्देश

कलेक्टर डॉ पंकज जैन के द्वारा जिले में कृषि विभाग के माध्यम से खाद, बीज व कीटनाशक उत्पादकों के सेम्पल लेने के निर्देश दिए गए थे। उपरोक्त कार्य के क्रियान्वयन की समीक्षा कलेक्टर द्वारा आज टीएल बैठक में की गई। उन्होंने जो सेम्पल प्रयोगशाला में अमानक स्तर के चिन्हित हुए है। उन संस्थानों पर नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।  किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के सहायक संचालक श्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने बताया कि जिले को खरीफ बीज के अंतर्गत 160 का लक्ष्य प्राप्त हुआ था जिसमें से 164 सेम्पल लिए गए है। प्रयोगशाला में परीक्षण उपरांत 163 सेम्पल के परिणाम प्राप्त हुए है। वही एक सेम्पल निरस्त हुआ है। प्राप्त परिणामों में से पांच अमानक स्तर के पाए गए है जिसमें धान के दो तथा सोयाबीन के तीन सेम्पल शामिल है। इसी प्रकार उर्वरकों के 163 लक्ष्य विरूद्व 144 सेम्पल लिए गए है प्रयोगशाला के 131 की रिपोर्ट प्राप्त हुए है जिनमें नौ अमानक स्तर के पाए गए है। अमानक स्तरों के एक निजी विक्रेता के  यहां तथा शेष आठ शासकीय समितियों, डबललॉक के शामिल है। कीटनाशक दवा विक्रेताओं के यहां से 24 सेम्पल लक्ष्य विरूद्व 35 के सेम्पल लिए गए है। जिसमें 14 सेम्पल के रिजल्ट प्राप्त हुए है जो सभी मानक स्तर के है। 

पौधरोपण हेतु भूमि चिन्हित 

कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने कहा कि जिले में पौधरोपण कार्य हेतु भूमि का चिन्हांकन निकाय क्षेत्रों में किया जाना है। अतः इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता से पूरा करें। रोपित किए जाने वाले पौधो की सुरक्षा के भी प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। जिला पंचायत सीईओ श्री मयंक अग्रवाल ने बताया कि एनडीटी के द्वारा जारी निर्देशो के अनुपालन में नदीयों के किनारे भी पौधरोपण कार्य कराया जाना है ततसंबंध में उन्होंने समस्त एसडीएमों को निर्देश दिए है कि भूमि का चिन्हांकन कर अवगत कराएं ताकि पौधरोपण कार्य ग्रामीण विकास विभाग, वन विभाग एवं उद्यानिकी विभाग के संयुक्त समन्वय से किया जा सकें।

पुरस्कार हेतु प्रस्ताव जमा करें

कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने लंबित आवेदनो की समीक्षा बैठक में बताया कि नीति आयोग द्वारा आकांक्षी जिलो से प्रधानमंत्री पुरस्कार हेतु आवेदनयुक्त प्रस्ताव आमंत्रित किए गए है। विदिशा जिले से सभी सेक्टरों के प्रस्ताव क्रियान्वित विभागा के माध्यम से जमा कराए जाएं। गतवर्ष की तुलना में प्रगतिरत कार्यो, नवाचारो का उल्लेख प्रस्ताव में अनिवार्य रूप से किया जाए।  जिला पंचायत सीईओ श्री मयंक अग्रवाल ने बताया कि पुरस्कार हेतु आवेदन 15 अगस्त के पूर्व जमा करने है अतः प्रस्ताव एक दो दिवस के भीतर तैयार कर ऑन लाइन प्रेषित करने की कार्यवाही प्रेषित की जानी है। पुरस्कार के लिए जिला पंचायत में सभी विभागो के प्रस्ताव संकलित किए जाएंगे ताकि आयोग को प्रेषित किए जा सकें। 

कलेक्टर द्वारा व्हीसी के माध्यम से समीक्षा  बारिश उपरांत अतिक्रमण हटाने की मुहिम में तेजी लाएं

कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने आज अनुविभाग स्तरीय कार्यो की समीक्षा व्हीसी के माध्यम से की। उन्होंने कहा कि आगामी पर्वो हेतु गृह विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइड लाइन का अक्षरशः पालन कराया जाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने जनप्रतिनिधियों की बैठक आहूत कर गाइड लाइन के दिशा निर्देशो के जानकारी देने पर बल दिया है।  कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि जिले में बारिश के उपरांत अतिक्रमण हटाने की मुहिम में तेजी लाए। उन्होंने राजस्व अमले को निर्देश दिए है कि अतिक्रमण कार्यो का चिन्हांकन करके रखे ताकि बारिश के उपरांत शीघ्रतिशीघ्र हटाने की कार्यवाही की जा सकें।  कलेक्टर डॉ जैन ने कोरोना वायरस कोविड 19 के संक्रमण को रोकने के लिए हर स्तर पर प्रयास सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि जिन व्यक्तियों के सेम्पल पॉजिटिव प्राप्त हो रहे है उनकी काटेंक्ट सूची कम से कम 15 से 20 की होनी चाहिए ताकि संबंधितो के सेम्पल नियत समयावधि में लिए जा सकें। कलेक्टर ने प्रत्येक एमएमयू टीम के लिए 15 से 20 सेम्पल लेने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है इन टीमो के कार्यो की समीक्षा हर रोज करने के निर्देश समस्त एसडीएमों को दिए है। जिन व्यक्तियों के सेम्पल लिए जा रहे है वे कोरोन्टाइन में रहेंगे अतः इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि सेम्पल निगेटिव प्राप्त होता है तो भी होम कोरोन्टाइन में नियत समयावधि तक रहना अनिवार्य होगा।  कलेक्टर डॉ जैन ने मुख्यमंत्री स्ट्रीट वेण्डर योजना के लक्ष्य प्राप्ति में पिछडने पर असंतोष जाहिर करते हुए समस्त निकायों के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि बैंकर्स से टाइअप कर योजना के तहत अधिक से अधिक वित्त पोषण की कार्यवाही क्रियान्वित की जाए। कलेक्टर डॉ जैन ने समस्त एसडीएमों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना से किसी संदिग्ध या पुष्ट प्रकरण में मृतक के दाह संस्कार हेतु जो दिशा निर्देश जारी किए गए है का पालन कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने आज एक अखबार में प्रकाशित खबर को संज्ञान में लेते हुए बासौदा एसडीएम को निर्देश दिए है कि कोरोना संक्रमण से मृतक व्यक्ति के परिवार को कागजों में हेडओवर किया जाएगा किन्तु फिजिकली रूप से डेट बॉडी नही दी जाएगी। मृतक के दाह संस्कार राजस्व अधिकारियों की उपस्थिति में निकाय के अमले द्वारा पूर्ण सावधानी सतर्कता बरतते हुए किया जाएगा। इस अवसर पर मृतक के परिजन निर्धारित दूरी पर खडे रह सकते है।  कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के पावन पर्व पर कही भी सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन नही किया जाएगा अर्थात आयोजन संबंधी आमंत्रण कार्ड वितरित जाएंगे ना ही किसी को अच्छे कार्यो हेतु पुरस्कृत नही किया जाएगा। कार्यक्रमों में स्कूली बच्चो की उपस्थिति प्रतिबंधित की गई है। जिला मुख्यालय, जनपद एवं ग्राम पंचायत कार्यालयों में आयोजन तथा ध्वजारोहण के संबंध में जारी निर्देशो के प्रतियां संबंधितों को उपलब्ध कराई गई है। निर्देशो का बारिकी से अध्ययन कर पालन करना जाना सुनिश्चित करेंगे। मुख्यमंत्री जी के संदेश का लाइव प्रसारण देखने के प्रबंध जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट में इसी प्रकार अनुविभाग, विकासखण्ड जनपदों, तहसील स्तर पर प्रबंध किए जा सकते हैं इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराया जाना सुनिश्चित किया जाएगा।  एनआईसी के व्हीसी कक्ष में  इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री मयंक अग्रवाल, अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह, डिप्टी कलेक्टर श्री शैलेन्द्र सिंह, एनआईसी के डीआईओ श्री एमएल अहिरवार, सामाजिक न्याय विभाग के उप संचालक डॉ पीके मिश्रा, ई-गवर्नेंस के जिला प्रबंधक श्री निजामुद्दीन शेख मौजूद थे। 

आयोजन व्यवस्था का जायजा

स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के पावन पर्व पर मुख्य समारोह कलेक्ट्रेट में आयोजित किया जाएगा। कलेक्टर डॉ पंकज जैन के द्वारा 15 अगस्त की प्रातः 8.30 बजे ध्वजारोहण किया जाएगा। आयोजन के मद्देनजर किए जाने वाले प्रबंधो का स्थलीय जायजा कलेक्टर डॉ जैन के द्वारा आज लिया गया है इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री विनायक वर्मा, वन संरक्षक श्री राजबहादुर सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री मयंक अग्रवाल, अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह के अलावा अन्य अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे। आयोजन स्थल, मुख्यमंत्री जी का लाइव उद्बोधन देखा व सुना जा सकें इसके लिए किए जाने वाले प्रबंधो के संबंध में भी चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिए गए है। 

अस्सी हजार से अधिक मूल्य की अवैध मदिरा व सामग्री जप्त

vidisha news
कलेक्टर डॉ पंकज जैन के द्वारा दिए गए निर्देशा के अनुपालन में आबकारी विभाग के द्वारा जिले में विशेष अभियान के रूप में सघन जांच पड़ताल की जा रही है। जिला आबकारी अधिकारी श्री डीएन त्रिवेदी ने बताया कि गत दिवस प्राप्त सूचनाओं के आधार पर की गई कार्यवाही से बाजार मूल्य की अस्सी हजार 280 रूपए की अवैध मदिरा व बनाने की सामग्री जप्त की गई है।  जिला आबकारी अधिकारी श्री त्रिवेदी ने रविवार को सम्पन्न हुई कार्यवाही के संबंध में बताया कि आबकारी निरीक्षक श्री राजेश विश्वकर्मा को प्राप्त सूचनाओं के आधार पर ग्राम वन, ठर्र, लहारपुर एवं विदिशा सागर मार्ग पर स्थित मढ़ीपुर चौराहे के पास संचालित होने वाले कृष्णा ढावा पर दविश देकर आठ प्रकरण पंजीबद्व कर 53 बल्क लीटर अवैध हाथ भट्टी मदिरा एवं 11 पाव देशी मसाला मदिरा तथा नौ सौ किलो ग्राम गुड मिश्रित महुआ लहान जो अवैध मदिरा निर्माण हेतु तैयार किया गया था को मौके पर जप्त किया गया है जप्त सामग्री का बाजार मूल्य 80 हजार 280 रूपए आंका गया है। इसके अतिरिक्त विशेष अभियान की कार्यवाही के तहत श्री सुनील चौहान को मुखबरी से प्राप्त सूचना के आधार पर ग्राम खमतला वनखेडी में अखिलेश राजपूत तथा ग्राम परासी में सांवली बाई आदिवासी के मकान की तलाशी में अवैध मदिरा जप्त की गई है। उपरोक्त कार्यवाही में आबकारी उप निरीक्षक डॉ अर्चना जैन, आरक्षक सर्व श्री शिवलाल, श्री राहुल राठौर, श्री प्रमोद धुर्वे का विशेष योगदान रहा।

एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश

कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने कोरोन्टाइन नियमों का उल्लंघन करने वालो के खिलाफ दो हजार रूपए का जुर्माना और एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश लटेरी एसडीएम श्री तन्मय वर्मा को दिए है।  एसडीएम श्री वर्मा ने बताया कि लटेरी तहसील के ग्राम ऊटवारी में निवासरत एक व्यक्ति का कोविड 19 सेम्पल तीन अगस्त को लिया गया था जिसकी पॉजिटिव रिपोर्ट आठ अगस्त को प्राप्त हुई है सेम्पल दिनांक को ही संबंधित व्यक्ति को घर में कोरोन्टाइन किया गया था लेकिन उक्त व्यक्ति रिपोर्ट आने के पूर्व ही अपने ग्राम ऊटवारी से बिना सूचना के मजदूरी हेतु राजस्थान चला गया था। उक्त कृत्य को आपदा प्रबंधन अधिनियमों का उल्लंघन मानते हुए संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही प्रचलित है। उक्त व्यक्ति दस अगस्त को वापिस लौट आया है जिसे अब उपचार हेतु सिरोंज के कोविड केयर सेन्टर में भर्ती किया गया है। 

सहयोग से सुरक्षा अभियान पर व्हीसी आज

कोविड 19 संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए सहयोग से सुरक्षा अभियान चलाया जाना है। अभियान के मूल उद्वेश्यों से अवगत कराने हेतु 11 अगस्त को वीडियो कांफ्रेसिग के माध्यम से विस्तृत मार्गदर्शन व दिशा निर्देश जिला स्तरीय अमले को देने हेतु अपरान्ह 12 बजे से प्रमुख सचिव स्वास्थ्य द्वारा वीडियो कांफ्रेसिंग का आयोजन किया गया है। जिसमें जिला स्तरीय नोडल अधिकारी अनिवार्य रूप से मौजूद रहेंगे। ज्ञातव्य हो कि सहयोग से सुरक्षा अभियान का प्रदेश में 15 अगस्त से संचालन किया जाना है जिसके तहत पंच लाइन सहयोग और समर्थन से ही विजय कोरोना समाप्ति, दृढ निश्चय पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

गंदगी भारत छोड़ो-मध्यप्रदेश अभियान 16 से 30 अगस्त तक

vidisha news
गंदगी भारत छोड़ो अभियान को मध्यप्रदेश में जन-जन तक पहुँचाया जायेगा। गंदगी भारत छोड़ो-मध्यप्रदेश अभियान मध्यप्रदेश में 16 अगस्त से 30 अगस्त तक चलाया जायेगा। अभियान में शहरों में व्यक्तिगत तथा सार्वजनिक शौचालयों की साफ-सफाई और कचरा प्रबंधन पर नागरिकों को संवेदित और जागरूक किया जायेगा।  अभियान में 16 और 17 अगस्त को स्वच्छता शपथ एवं व्यक्तिगत शौचालयों का रखरखाव और सफाई पर अशासकीय संगठनों के माध्यम से झुग्गीबस्तियों एवं अन्य मौहल्लों में नागरिकों से चर्चा की जायेगी। निकाय में आवासीय परिसरों, प्रमुख स्थानों और कार्यालयों में स्वच्छता की शपथ दिलाई जायेगी। 18 से 20 अगस्त तक नो प्लास्टिक और रिसाइकिल, रियूज, रिड्यूज और रिफ्यूज (चार-आर) के संबंध में निकायों, युवाओं और विद्यार्थियों से ऑनलाइन संवाद और परिचर्चाओं का आयोजन किया जायेगा। नागरिक संगठनों एवं जन-प्रतिनिधियों के माध्यम से बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर प्लास्टिक प्रतिबंध के संबंध में जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की जायेंगी। नागरिकों द्वारा प्लॉग रन का आयोजन किया जायेगा। अभियान में 21 से 23 अगस्त तक कोविड-19 के संबंध में लोगों को नेपकिन और उपयोग किये गये मास्क आदि के सुरक्षित निपटान के संबंध में जागरूक किया जायेगा। नगरीय निकाय द्वारा कोरोन्टाइन केन्द्रों की स्वच्छता, मास्क पहनने की समझाइश और निकायों में सफाईकर्मियों को सम्मानित करने का कार्य किया जायेगा। अभियान में 24 से 26 अगस्त तक आवासीय परिसरों में स्रोत पर अपशिष्ट पृथक्कीकरण, घरेलू हानिकारक कचरे का सुरक्षित निपटान करने के संबंध में जन-जागरूकता के साथ ही स्व-सहायता समूह के सदस्यों एवं आवासीय संघों से चर्चा की जायेगी। अंतिम चरण में 26 से 30 अगस्त तक निकायों एवं सहयोगी संगठनों के सहयोग से स्वच्छता श्रमदान तथा निकायों द्वारा सभी सार्वजनिक शौचालयों के अंदर और बाहर विशेष सफाई अभियान चलाया जायेगा।  कार्यक्रमों में मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल का अनिवार्य रूप से पालन करने तथा कंटेनमेंट जोन में यह गतिविधियाँ नहीं करने के निर्देश दिये गये हैं। जहाँ भी ये कार्यक्रम किये जायें, वहाँ दान-दाताओं से प्राप्त मास्क वितरित करने के लिये स्टॉल लगाये जायें। गतिविधियों की नियमित रिपोर्टिंग की जाये। इसके लिये गूगल लिंक नगरीय प्रशासन एवं विकास संचालनालय से जारी की जायेगी। अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार कर नागरिकों को जागरूक एवं प्रोत्साहित किया जाये।

रेरा में सम्प्रवर्तक त्रैमासिक विवरणीय अब 15 अगस्त तक जमा कर सकेंगे

म.प्र भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) द्वारा भोपाल सहित अन्य स्थानों पर लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए सम्प्रवर्तकों की सुविधा के लिए त्रैमासिक विवरणीय को ऑनलाईन जमा करने की तिथि बढ़ाकर 15 अगस्त 2020 कर दी गयी है। सम्प्रवर्तकों को अभी प्राधिकरण में 30 जून 2020 की त्रैमासिक विवरणीय 31 जुलाई 2020 तक जमा करनी थी। 

डेयरी, मांस प्रसंस्करण और पशु आहार संयंत्र स्थापित करने के लिये मिलेगा ऋण केन्द्र शासन ने जारी किये दिशा-निर्देश

आत्मनिर्भर योजना के तहत डेयरी, मांस प्रसंस्करण और पशु आहार संयंत्र स्थापित करने के लिये बैंक ऋण उपलब्ध कराया जायेगा। न्यूनतम 10 से 25 प्रतिशत मार्जिन मनी हितग्राही को देनी होगी। शेष 90 से 75 प्रतिशत बैंक ऋण होगा। हितग्राही को 3 प्रतिशत ब्याज सबवेंशन मिलेगा। किसान उत्पादक संगठन, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग, निजी कम्पनियाँ और व्यक्तिगत उद्यमी आदि योजना का लाभ उठा सकते हैं। इच्छुक व्यक्ति सिडबी के पोर्टल ष्उद्यमी मित्रष् पर आवेदन दे सकते हैं। केन्द्रीय पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय द्वारा ष्एनीमल हसबेण्डरी इन्फ्रास्ट्रक्चर डेव्हलपमेंट फण्डष् के तहत राज्यों को दिशा-निर्देश जारी कर दिये गये हैं। योजना का मुख्य उद्देश्य डेयरी प्रसंस्करण और मांस प्रसंस्करण की सुविधा उपलब्ध कराना है। इससे घरेलू बाजार में गुणवत्तापूर्ण दूध और मांस की उपलब्धता के साथ उत्पादकों को अच्छा बाजार मिलने से आय में वृद्धि होगी। योजना में पशुपालकों को पशुओं के लिये उच्चगुणवत्ता वाला पशु आहार भी उचित दामों पर उपलब्ध कराया जायेगा।   केन्द्र शासन द्वारा 750 करोड़ रुपये की क्रेडिट गारंटी फण्ड की स्थापना की जायेगी, जिसका प्रबंधन नार्बाड करेगा। क्रेडिट गारंटी फण्ड केवल उन्हीं परियोजनाओं को दिया जायेगा जो व्यवहारी होंगी। पात्र हितग्राही को ऋण सुविधा का अधिकतम 25 प्रतिशत कव्हरेज मिलेगा। फण्ड की कुल राशि 15 हजार करोड़ का वितरण 3 वर्ष की अवधि में अनुसूचित बैंकों द्वारा किया जायेगा। प्रसंस्करण स्थापित करने के इच्छुक हितग्राहियों को बैंक में आवेदन देने के पहले आवश्यक भूमि की व्यवस्था करनी होगी। परियोजना प्रस्ताव में दूध, मांस और पशु आहार के लिये गुणवत्ता प्रबंधन इकाई की स्थापना, पैंकेजिंग इकाई और उत्पाद के प्रचार का उल्लेख जरूरी होगा। आवश्यक होने पर हितग्राही सिडबी (भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक) के ष्उद्यमी मित्रष् पोर्टल पर उपलब्ध एजेंसियों से परामर्श भी ले सकेंगे। हितग्राही सिडबी के उद्यमी मित्र पोर्टल के माध्यम से परियोजना प्रस्ताव प्रस्तुत करेंगे। हितग्राही तीन प्रतिशत ब्याज सबवेंशन के लिये अनुसूचित बैंक परियोजना प्रस्ताव केन्द्रीय पशुपालन एवं डेयरी विभाग को ऑनलाइन भेजेंगे। केन्द्र शासन द्वारा गठित प्रोजेक्ट सेंक्शन और प्रोजेक्ट एप्रुवल कमेटी निर्धारित मापदंडों के अनुसार ब्याज सबवेंशन और क्रेडिट गारंटी की स्वीकृति देगी। 50 करोड़ रुपये तक के प्रस्ताव प्रोजेक्ट एप्रुवल कमेटी और 50 करोड़ से अधिक के प्रस्ताव प्रोजेक्ट सेंक्शन कमेटी मंजूर करेगी।

रेडियो स्कूल में सुनाई जायेंगी स्वाधीनता संग्राम की कहानियाँ

कोरोना संकट काल में विद्यालय बंद होने की स्थिति में स्वाधीनता दिवस पर्व को बच्चों के साथ उनके घर-परिवार में ही मनाए जाने के निर्देश दिए हैं। जिसके तहत आगामी 8 अगस्त से 15 अगस्त तक प्रदेश के स्कूली विद्यार्थी ‘हमारा घर हमारा विद्यालय’ कार्यक्रम के तहत स्वाधीनता सप्ताह मनायेंगे। इस दौरान रेडियो स्कूल प्रसारण में हर दिन, स्वतंत्रता संग्राम और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर आधारित एक प्रेरक कहानी सुनाई जायेगी। आकाशवाणी के प्रदेश स्थित सभी 14 प्राथमिक प्रसारण केन्द्रों एवं वन्या सामुदायिक रेडियो के सभी आठों प्रसारण केन्द्रों से प्रसारित होने वाले रेडियो स्कूल के सायंकालीन प्रसारण में शाम 5 से 5.30 बजे तक ये विशेष प्रसारण सुना जा सकेगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने इस सप्ताह को स्वाधीनता सप्ताह के रुप में मनाने का निर्णय लिया है। जिससे आप सभी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की कुर्बानियों और त्याग से परिचित हो सकें। जिसके तहत रेडियो स्कूल के सायंकालीन प्रसारण में 8 अगस्त से रोजाना 5 से साढे पॉच बजे तक स्वाधीनता संग्राम और स्वतंत्रता सेनानियों की बातें करेंगे। सप्ताह भर तक हम रोज आपको आजादी के संघर्ष से जुडी हुई एक प्रेरक कहानी सुनवायेंगे। राज्य शिक्षा केन्द्र, स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा तैयार इन कार्यक्रमों में आज सोमवार 10 अगस्त को ‘‘रणक्षेत्र काल्पी‘‘, मंगलवार 11 अगस्त को ‘‘ आजाद हिन्द फौज‘‘, बुधवार 12 अगस्त को ‘‘सविनय अवज्ञा आंदोलन तथा स्वतंत्रता की ओर बढते कदम‘‘, गुरुवार 13 अगस्त को ‘‘टंटया भील‘‘, शुक्रवार 14 अगस्त को ‘‘झलकारी देवी‘‘ और शनिवार 15 अगस्त को ‘‘चन्द्रशेखर आजाद‘‘ आदि कार्यक्रमों का प्रसारण किया जायेगा। राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा रेडियो स्कूल के इन कार्यक्रमों के निर्माण में छब्म्त्ज्, आकाशवाणी एवं स्वराज संस्थान संचालनालय द्वारा निर्मित विभिन्न ऑडियोज का उपयोग किया गया है। स्वाधीनता सप्ताह के रूप में प्रसारित होने वाले रेडियो स्कूल के इन प्रसारणों को स्वराज संस्थान संचालनालय के द्वारा ‘‘रेडियो आजाद हिन्द‘‘ पर भी सायं 5 से 5.30 तक प्रसारित किया जायेगा। जिसे आकाशवाणी एवं वन्या रेडियो केन्द्रों के अलावा http://mixlr.com/radio-azad-hind/ पर भी सुना जा सकेगा।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 10 अगस्त

$
0
0
पंवार मिशन मोदी अगेन प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष नियुक्त  

sehore news
सीहोर। मिशन मोदी अगेन प्रकोष्ठ का जिलाध्यक्ष भाजपा युवा नेता निर्मंल पंवार  को नियुक्त किया गया। भाजपा कार्यकर्ताओ द्वारा पंवार को युवा जिलाध्यक्ष बनाए जाने पर हर्ष व्यक्त किया गया। वरिष्ठ भाजपा नेता मानसिंह पंवार, मोहन चौरसिया, प्रदीप बिजोरिया, हरीश राठोर, राजेश माक्षी, विपिन सास्ता, राजु बोयत, नैतीक राय, शुभम राठोर, दीपक राजपूत, हृदय महेशवरी, धीरज महेशवरी, हिरदेश राठोर, धीरज राठोर, महेश तीवारी, मयंक साहू, मुन्ना शर्मा, अरूण वर्मा रोहित वर्मा, भगवत सिंह परमार धर्मेंद्र पवांर आदि ने वरिष्ठ नेतृत्व का आभार व्यक्त कर पंवार को बधाई दी।

आज 12 की रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई इछावर निवासी एक कोरोना संक्रमित महिला की मृत्यु हो गई,कुल मृत्यु संख्या 14 वर्तमान में कुल पॉजीटिव एक्टिव व्यक्तियों की संख्या 118

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकार डॉक्टर सुधीर कुमार डेहरिया ने बताया कि  आज शाम को 12 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है। संक्रमितों में सीहोर के 6 व्यक्ति शामिल है। जिसमें टीगर मोहल्ला गंज के 4 व्यक्ति, कस्बा का 1 तथा दांगी स्टेट से 1 व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है। श्यामपुर विकासखण्ड अंतर्गत छतरपुरा से 1 व्यक्ति, बुदनी के बकतरा से 4 तथा नसरूल्लागंज से 1 व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है। इछावर कुम्हारपुरा निवासी 1 संक्रमित महिला की भोपाल के हमिदिया अस्पताल में मृत्यु हो गई। 27 जुलाई को उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट पाॅजीटिव प्राप्त होने के उपरांत उसे उपचार के लिए भोपाल के हमिदिया चिकित्सालय में भर्ती किया गया था जहां उसकी 8 अगस्त को मृत्यु हो गई वहीं सीहोर के तिलकपार्क निवासी 1 व्यक्ति की मृत्यु 4 अगस्त को भोपाल  में हुई थी जिसकी डेथ रिपोर्ट आज प्राप्त हुई है। जिले में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की मृत्यु संख्या 14 हो गई है।  आज 08 व्यक्तियों को स्वस्थ होने के उपरांत डिस्चार्ज किया गया है। डिस्चार्ज किए गए व्यक्तियों में सीहोर शहरी क्षेत्र से 6 व्यक्ति तथा बुदनी विकासखण्ड के 2 व्यक्ति शामिल है। जिले में अब तक कोरोना संक्रमण के उपरांत स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किए गए व्यक्तियों की कुल संख्या 250 हो गई है। जिले में वर्तमान में एक्टिव/ पॉजीटिव व्यक्तियों की संख्या 118 है। जिले में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की मृत्यु संख्या 14 हो गई है।  आज 157 व्यक्तियों के  सैम्पल कोरोना जांच हेतु लिए गए है। सीहोर शहरी क्षेत्र से आज  43 सैम्पल जांच हेतु लिए गए है। श्यामपुर के 28, बुदनी से 09, आष्टा से 16, इछावर के 30, नसरूल्लागंज के 31 व्यक्तियों के कोरोना जांच हेतु सैम्पल लिए गए है। आज पॉजीटिव मिले नए कंटेनमेंट जोन सहित समस्त कंटेनमेंट एवं बफर जोन में स्वास्थ्य दलों द्वारा सघन स्वास्थ्य सर्वे किया जा रहा है। वहीं पॉजीटिव मिले व्यक्तियों के करीबी संपर्क वाले व्यक्तियों की पहचान कर उनकी सूची तैयार की जा रही है। प्रत्येक कंटेनमेंट जोन में सर्वे के लिए एक से दो दल लगाए गए है। सर्वे दल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को बनाया गया है तथा स्वास्थ्य सर्वे दल में ए.एन.एम., आशा कार्यकर्ता, आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है। जिले में कुल कोरोना पॉजीटिव व्यक्तियों की संख्या 382 है जिसमें से 14 की मृत्यु हो चुकी है 250 स्वस्थ्‍ होकर डिस्चार्ज हो गए है तथा वर्तमान में 118 पॉजीटिव व्यक्तियों का उपचार चल रहा है। आज कुल 157 सैंपल जांच हेतु लिए गए। जिले से अब तक कुल 5709 सेम्पल जांच के लिए भेजे गए थे जिनमें से 4815 सेंपलों की रिपोर्ट अब तक निगेटिव प्राप्त हुई है। आज 101 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कुल 483 सैंपलों की रिपोर्ट आना शेष है। पैथालॉजी द्वारा कोरोना वायरस सेंपल की रिजेक्ट संख्या कुल 29 है।  जिले में जो व्यक्ति होम क्वारंटाइन में है उनके निवास स्थान से सीधे संवाद हेतु जिला स्तरीय कोविड-19 काल सेंटर स्थापित किया गया है जिसका संपर्क नंबर.7247704181 है कोविड.19 से संबंधित जानकारी इस संपर्क नंबर पर ली व दी जा सकती है। वहीं जिला चिकित्सालय सीहोर में टेलीमेडिसीन के लिए संपर्क नंबर 07562-401259 जारी किया गया है तथा राज्य स्तर पर 104/181 नंबर पर काल करके भी टेलीमेडिसीन सेवा का लाभ लिया जा सकता है। 104  नंबर पर ई.परामर्श सेवा का भी लाभ लिया जा सकता है। ई.संजीवनी ओपीडी सेवा हेतु www.esanjeevaniopd.in पंजीयन कराया जा सकता है। कलेक्ट्रेट कार्यालय सीहोर में भी जिला स्तरीय काल सेंटर बनाया गया है जिसका संपर्क नंबर 07562.226470 है तथा होम क्वारंटाइन व्यक्तियों तथा उनके परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर 18002330175 जारी किया गया है। जिस पर संस्थागत क्वारंटाइन अथवा होम क्वारंटाइन व्यक्ति अथवा उनके परिजन इमोशनल वेलनेस अथवा साईकोलाजिकल सपोर्ट एवं अन्य जरूरी परामर्श मानसिक सेवा प्रदाताओं से निःशुल्क प्राप्त कर सकते है।

धारा 144 के तहत कलेक्टर ने किए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी

प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए राज्य शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के परिपालन में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री अजय गुप्ता ने धारा 1973 के तहत भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है। जारी आदेश अनुसार जिले की संपूर्ण राजस्व सीमा में कोई भी धार्मिक कार्य त्यौहार का आयोजन सार्वजनिक स्थानों पर नहीं किया जाएगा न ही कोई जुलूस या रैली निकाली जाएगी। साथ ही सार्वजनिक स्थानों नर किसी भी प्रकार की मूर्ति या ताजिया आदि स्थापित नहीं किए जाएंगे। सभी अपने- अपने घरों ने पूजा उपासना करें। धार्मिक उपासना स्थलों पर कोविड 19 के संक्रमण के बचाव के लिए आवश्यक है कि एक ही समय में 5 से अधिक व्यक्ति इकट्ठे न हो। साथ ही उपासना स्थलों पर फेस कवर एवं सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का कड़ाई से पालन किया जाना सुनिश्चत करें। आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के विरुद्ध धारा 188 के तहत वैधानिक कार्यवाही एवं धारा 51-60 के तहत भी कार्यवाही की जाएगी।

कोविड केयर सेंटर में रोटरी क्लब  द्वारा प्रदान किए गए काफी पैकेट

sehore news
इंदौर-भोपाल हाईवे पर स्थित न्यू कोविड केयर सेंटर सीहोर मंे रोटरी क्ल्ब सीहोर द्वारा सीसीसी में भर्ती व्यक्तियों के लिए  प्री मिकस्ड काफी के पैकेट भेंट किए गए।  इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुधीर कुमार डेहरिया, जिला कोविड केयर सेंटर प्रभारी डाॅ.जे.डी.कोरी, जिला एपिडियोमीलाजिस्ट डा.रूचिरा उईके, रोटरी क्लब सीहोर के अध्यक्ष श्री कपील अग्रवाल, श्री आर.के.रैना, श्री जाली कुरियन, श्री आर.एन.नागोदिया सहित कोविड केयर सेंटर से डा.इब्रान खान, डा. राजकुमार अहिरवार, कोविड केयर संटर स्टोर प्रभारी श्री कपील दुफारे सहित अन्य ड्यूटी स्टाफ एवं  कर्मचारी उपस्थित थे

डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव और सावधानी की अपील 

वर्षा ऋतु के दौरान जल जनित बीमारी आदि के साथ डेंगू और चिकनगुनिया के फैलने की संभावना के दृष्टिगत स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से सावधानी बरतने की सलाह दी है।

डेंगू के लक्षण  -तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और सिर में तेज दर्द, मसूड़े व नाक से खून बहना और शरीर पर लाल चकत्ते होना डेंगू के लक्षण हो सकता है। चिकनगुनिया के लक्षण- तेज बुखार, सिर दर्द, जोड़ों में सामान्य दर्द और शरीर पर लाल चकत्ते आना आदि चिकनगुनिया के प्रमुख लक्षण हैं। डेंगू चिकन गुनिया के लक्षण नज़र आने पर नजदीकी उपचार केंद्र पर अपनी जाँच कराएं। उपचार यह लक्षण पाए जाने पर शासकीय चिकित्सालय में नि:शुल्क खून की जांच कराएं जांच में डेंगू या चिकनगुनिया पाए जाने पर डॉक्टर की सलाह के अनुसार पूरा उपचार ले। डेंगू एवं चिकनगुनिया का वाहक एंडीज मच्छर रुके हुए साफ पानी पीना होता है और दिन के समय काटता है पूरी बाह के कपड़े पहने तथा पानी को जमा ना होने दें इससे बचने के लिए घरों के आसपास सफाई रखें सभी कंटेनर जिनमें पानी भरा हो एवं कूलर के पानी सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाकर उनमें नया पानी भरें आप दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।

डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव - पानी के बर्तन ढक कर रखें। अनुपयोगी सामग्रियों जैसे कूलर, ड्रम टंकी, बाल्टी आदि में पानी जमा ना होने दें। दोबारा उपयोग से पूर्व उन्हें अच्छी तरह सुखाएं। हैंड पंप के आसपास भी पानी इकट्ठा ना होने दें जमा पानी पर मिट्टी का तेल या इंजन का जला हुआ तेल डालें। आसपास सफाई रखें सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें पूरी बाद के कपड़े पहने  और पानी में मच्छर नहीं पनपने दें। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि सावधनी बरतकर दोनो बीमारियों से बचाव किया जा सकता है।    

कोविड-19 के फस्ट कान्टेक्ट की सेम्पल टेस्टिंग तथा क्वारंटाईन संबंधि निर्देश 

संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें मध्यप्रदेश स्वास्थ्य आयुक्त द्वारा कोविड-19 के फस्ट कान्टेक्ट की सेम्पल टेस्टिंग तथा क्वारंटाईन संबंधी समस्त कलेक्टर एवं समस्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी मध्यप्रदेश को दिशा-निर्देश जारी किए गए है। जारी दिशा-निर्देशों में कोविड-19 संक्रमण से पॉजिटिव पाए गए रोगियों के संपर्क में आए हुए व्यक्ति उच्च जोखिम समूह में आते है।इनमें वे लोग सम्मिलित किए गए है जो पॉजिटिव रोगी से 1 मीटर से कम दूरी या मास्क एवं अनय सुरक्षा उपायों को अपनाए बगैर सम्पर्क मे आए हो। जैसे कि परिवार के सदस्य, सहकर्मी, शारीरिक सम्पर्क में आने वाले सेवा प्रदाता। इन श्रेणी के उच्च जोखिम वाले फस्ट कॉन्टेक्ट को 24 घण्टे के भीतर चिन्हित किया जाना सुनिश्चित किया जाना अत्यन्त आवश्यक है। ऐसे सभी व्यक्तियों को समुदाय से पृथक करते हुए उनहे 14 दिन के लिए क्वारंटाईन किया जाए। साथ ही घर पर पृथक सुविधा न होने पर परिस्थिति में चिन्हाकित सीसीसी क्वारंटाईन सेंटर पर रखा जाए। इसके साथ ही ICMR की मार्गदर्शिका अनुसार ऐसे फस्ट कॉन्टेक्ट का थ्रोट-स्वाब/नेजल-स्वाब द्वारा कोविड-19 जॉच के लिए सेम्पल तत्काल तब ही लिया जाए जब उन्हे SARI/ILI के लक्षण हो। इसके साथ ही अन्य परिस्थिति (एसिम्प्टोमेटिक) फस्ट कॉन्टेक्ट का सैम्पल कलेक्शन पॉजिटिव आए व्यक्ति के सम्पर्क दिनांक से पॉच से दस दिन के भीतर लिया जाए। पांचा दिन के पहले लिए गए सैम्पल की टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने की संभावन अधिक होती है। इस स्थिति में ऐसे लक्षण रहित संक्रमित व्यक्ति समुदाय में संक्रमण फैलाने का कारण बनते है। होम क्वारंटाईन में लक्षण प्रकट होने पर फस्ट कॉन्टेक्ट को उनके लक्षण अनुसार सीसीसी या डीसीएचसी में भर्ती कराया जाए।
Viewing all 81007 articles
Browse latest View live


<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>