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देश में कोविड संक्रमितों की संख्या बढ़ी

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नयी दिल्ली 27 अक्टूबर, त्योहारी सीजन और मौसम में बदलाव के कारण देश में कोविड संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है। पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड संक्रमितों के कुल 13451 नए मामले सामने आए हैं जबकि कल यह संख्या 12428 थी। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को यहां बताया कि कई राज्यों में कोविड के नए संस्करण के मामले सामने आए हैं। इन पर पूरी नजर रखी जा रही है। लोगों को भीड़भाड़ वाले स्थानों पर नहीं जाने की सलाह दी गई है। मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 55 लाख 89 हजार 124 कोविड टीके दिये गये हैं। आज सुबह सात बजे तक कुल 103 करोड़ 53 लाख 25 हजार 577 हो गया है। आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में पिछले 24 घंटे में 13,451 नए कोविड मामले सामने आए । कल यह आंकड़ा 12428 था। इस समय देश में एक लाख 62 हजार 661 कोविड रोगियों का इलाज चल रहा है। यह 242 दिनों में सबसे कम है। संक्रमण दर 0.48 प्रतिशत है। इसी अवधि में 14,021 कोविड रोगी स्वस्थ हुए हैं। देश में अभी तीन करोड़ 35 लाख 97 हजार 339 लोग कोविड संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। देश में स्वस्थ होने की दर 98.19 प्रतिशत है । देश भर में पिछले 24 घंटों में कुल 13 लाख पांच हजार 962 कोविड परीक्षण किए गये हैं। देश में 60 करोड़ 32 लाख सात हजार 505 कोविड परीक्षण किए हैं। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया आज शाम राज्यों के साथ कोविड टीकाकरण अभियान की प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं। बैठक में स्थिति का आकलन कर आवश्यक कदम उठाने का फैसला किया जाएगा। 


भारत ने बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का किया सफल परीक्षण

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नयी दिल्ली, 27 अक्टूबर, सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का बुधवार को ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से सफल परीक्षण किया गया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। यह मिसाइल बहुत उच्च स्तर की सटीकता के साथ 5,000 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। इसमें तीन चरण के ठोस ईंधन वाले इंजन का उपयोग हुआ है। आधिकारिक बयान में मिसाइल के 'पहले इस्तेमाल न करने'की नीति के प्रति भारत की प्रतिबद्धता पर बल दिया गया है। बयान में कहा गया, “सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का 27 अक्टूबर ( बुधवार) 2021 को करीब 1950 बजे ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से सफल परीक्षण किया गया।” अग्नि-5 एक भारतीय परमाणु-सक्षम अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) है , जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने विकसित किया है। 

नीरज चोपड़ा और रवि दहिया सहित 11 खिलाड़ियों को खेल रत्न

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  • शिखर सहित 35 खिलाडियों को अर्जुन पुरस्कार

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नयी दिल्ली, 27 अक्टूबर, टोक्यो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास बनाने वाले भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा और रजत जीतने वाले पहलवान रवि दहिया सहित 11 खिलाड़ियों को देश के शीर्ष खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है जबकि क्रिकेटर शिखर धवन सहित 35 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार के लिए चुना गया है। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार हर वर्ष 29 अगस्त को मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किये जाते हैं लेकिन इस बार उसी समय के आसपास टोक्यो ओलम्पिक और पैरालम्पिक होने के कारण पुरस्कारों को दिए जाने में देरी हो गयी। खेल रत्न के लिए चुने गए खिलाड़ियों में नीरज चोपड़ा, रवि दहिया, हॉकी गोलकीपर पीआर श्रीजेश, फ़ुटबाल कप्तान सुनील छेत्री, महिला क्रिकेटर मिताली राज, महिला मुक्केबाज लवलीना बोर्गोहैन,पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत, सुमित अंतिल, अवनि लेखड़ा, कृष्णा नागर और मनीष नरवाल शामिल हैं। अर्जुन पुरस्कार के लिए चुने गए 35 खिलाड़ियों में टोक्यो ओलम्पिक में 41 वर्षों के बाद ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सभी सदस्य जिन्होंने इससे पहले यह पुरस्कार नहीं जीता और सभी पैरालम्पिक पदक विजेता शामिल हैं। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समिति ने इन 35 खिलाड़ियों के नामों की सिफारिश सरकार को की है। खेल रत्न पुरस्कार को पहले राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के नाम से जाना जाता था लेकिन सरकार ने इस साल इसमें संशोधन कर पुरस्कार का नाम खेल रत्न कर दिया। इस पुरस्कार में 25 लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाती है। पिछले वर्ष पांच खिलाड़ियों को खेल रत्न पुरस्कार दिया गया था लेकिन टोक्यो ओलम्पिक और पैरालम्पिक में भारतीय खिलाड़ियों के ऐतिहासिक प्रदर्शन की बदौलत यह संख्या इस बार 11 पहुंच गयी है। नीरज ने टोक्यो में 87.58 मीटर की दूरी तक भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता था। वह एथलेटिक्स में ओलम्पिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बने थे। चयन समिति ने इस बार 35 नामों की अर्जुन पुरस्कार के लिए सिफारिश की है जो पिछले साल के मुकाबले आठ ज्यादा हैं। इन नामों में बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का नाम भी शामिल है जो संयुक्त अरब अमीरात में चल रहे टी 20 विश्व कप की भारतीय टीम में शामिल नहीं हैं। 

अमीर देश जलवायु परिवर्तन से निपटने को कम, शस्रीकरण को दे रहे हैं तरजीह

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एक ताज़ा शोध में पाया गया है कि दुनिया के कुछ सबसे बड़े कार्बन उत्सर्जक देश जलवायु परिवर्तन से निपटने में उतना नहीं खर्च करते जितना अपनी सीमाओं के सशक्तिकरण पर खर्च करते हैं।    COP 26 से पहले, अनुसंधान और एडवोकेसी थिंकटैंक ट्रांसनेशनल इंस्टीट्यूट (TNI) ने बॉर्डर हिंसा और जलवायु परिवर्तन के बीच की कड़ी पर नया शोध जारी किया है, जो हथियार और बॉर्डर सुरक्षा फर्मों को "जलवायु आपातकाल के मुनाफाखोर"के रूप में दर्शाता है। TNI की रिपोर्ट, द ग्लोबल क्लाइमेट वॉल, को COP प्रतिनिधियों के लिए एक वेक-अप कॉल के रूप में लॉन्च किया जा रहा है। यह बताती है कि सबसे बड़े प्रदूषक सीधे जलवायु प्रभावों से निपटने के बजाय जलवायु-विस्थापित लोगों के खिलाफ सीमाओं के शस्रीकरण को प्राथमिकता दे रहे हैं।


रिपोर्ट में पता किया गया है कि दुनिया के सबसे बड़े उत्सर्जक जलवायु वित्त की तुलना में सीमाओं के शस्रीकरण पर औसतन 2.3 गुना अधिक खर्च कर रहे हैं, और सबसे निकृष्टतम अपराधियों के लिए औसतन,15 गुना अधिक खर्च कर रहे हैं। इस "ग्लोबल क्लाइमेट वॉल"का उद्देश्य विस्थापन के कारणों को संबोधित करने के बजाय शक्तिशाली देशों को प्रवासियों के लिए बंद करना है। रिपोर्ट दर्शाती है कि ग्लोबल क्लाइमेट वॉल जलवायु परिवर्तन से निपटने में विफल रहते हुए सीमाओं पर होने वाली मौतों और चोटों को त्वरित करेगी। जलवायु से जुड़े प्रवास के लिए सीमाओं का शस्रीकरण एक अव्यावहारिक समाधान है, और मानव पीड़ा को बढ़ाते हुए निवेश को जलवायु कार्रवाई से दूर ले जाता है। जलवायु संबंधी आपदाओं से विस्थापित लोगों की संख्या पहले से ही बढ़ रही है। रिपोर्ट से पता चलता है कि बॉर्डर, सर्विलांस (निगरानी) और सैन्य उद्योग जलवायु परिवर्तन मुनाफाखोर हैं। रिपोर्ट में उद्योग और बड़े जीवाश्म ईंधन प्रदूषकों के बीच गहरे संबंध के बारे में पता चलता है। प्रदूषकों की तरह, बॉर्डर फर्म्स (सीमा फर्में) राज्यों को इसके कारणों से निपटने के बजाय जलवायु परिणामों के प्रति अपनी प्रतिक्रिया का सैन्यीकरण करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए धक्का देकर अपने राजस्व (अब $ 68[1] बिलियन सालाना) में वृद्धि करती हैं। बढ़ते बॉर्डर और सर्विलांस उद्योग का विश्लेषण करने वाले संगठन के पिछले काम पर जलवायु वित्त और निर्माण के व्यापक अध्ययन के आधार पर TNI की रिपोर्ट आगे पता करती है कि:


· सात देश जो जलवायु वित्त की तुलना में बॉर्डर प्रवर्तन पर औसतन 2.3 गुना अधिक खर्च कर रहे हैं, उन्होंने 1850 के बाद से दुनिया की 48% ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन किया है।

· सात सबसे बड़े ऐतिहासिक GHG उत्सर्जकों द्वारा बॉर्डर खर्च 2013 और 2018 के बीच 29% बढ़ा, जबकि वे अपने जलवायु वित्त वादों को पूरा करने में विफल रहे।

· सबसे खराब अपराध करने वाले देशों में कनाडा हैं, जिन्होंने जलवायु वित्त की तुलना में सीमा प्रवर्तन पर 15 गुना अधिक खर्च किया (लगभग 100 मिलियन डॉलर की तुलना में $1.5 बिलियन), इसके बाद ऑस्ट्रेलिया जिसने 13.5 गुना अधिक खर्च किया ($200 मिलियन की तुलना में 2.7 बिलियन डॉलर); यूएस ने 10.9 गुना अधिक (1.8 अरब डॉलर की तुलना में 19.6 अरब डॉलर); और यूके ने लगभग दो गुना अधिक (1.4 बिलियन डॉलर की तुलना में 2.7 बिलियन डॉलर)।

· बॉर्डर उद्योग को इसके विकास में जीवाश्म ईंधन उद्योग द्वारा सहायता मिलती है। दुनिया की शीर्ष दस सबसे बड़े जीवाश्म ईंधन फिर्में उन्हीं फर्मों की सेवाओं का कॉन्ट्रैक्ट (समझौता/अनुबंध) करती हैं जो बॉर्डर सुरक्षा कॉन्ट्रैक्टों पर हावी हैं। रिपोर्ट में यह भी पाया गया है कि दोनो सेक्टरों के वरिष्ठ कार्यकर्त्ता बड़ी संख्या में दोनो सेक्टरों के पार हैं, जो एक-दूसरे के कार्यकारी बोर्डों में हैं।


ट्रांसनेशनल इंस्टीट्यूट के एक शोधकर्ता और रिपोर्ट के सह-लेखक निक बक्सटन ने कहा: "तेल उद्योग एकमात्र ऐसा व्यवसाय नहीं है जो जलवायु संकट से मुनाफा कर रहा है। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि बॉर्डर, सर्विलांस और सैन्य उद्योग भी जलवायु निष्क्रियता से लाभ उठाते हैं - यह एक गर्म होती दुनिया की समस्याओं से निपटने के लिए बॉर्डरों के झूठे समाधान बेच रहे हैं।"“जलवायु आपातकाल हमारे सामने एकमात्र सबसे बड़ी चुनौती है और यह सुनिश्चित करेगा कि लोग कहाँ और कैसे रह सकते हैं और फल-फूल सकते हैं। इसके लिए सीमाओं के पार तत्काल सहयोग की आवश्यकता है - हमें पुलों की जरूरत है, दीवारों की नहीं।""COP 26 में, प्रतिनिधियों को बॉर्डर और युद्ध उद्योग से सार्वजनिक धन वापस लेने और इसे वास्तविक समाधान में डालने पर ज़ोर देना चाहिए; सभी के लिए रहने योग्य ग्रह सुरक्षित करते हुए ।"


रिपोर्ट के सह-लेखक टॉड मिलर ने कहा: "जबकि सबसे धनी देश जलवायु वित्त देने में विफल हो रहे हैं, बॉर्डरों पर उनका खर्च आसमान छू रहा है। "ग्लोबल क्लाइमेट वॉल"बनाने की यह रणनीति जलवायु परिवर्तन को हल करने के लिए कुछ भी नहीं करती है बल्कि दुनिया भर में लोगों पर भारी हिंसा और पीड़ा का कारण है। भयानक जलवायु परिवर्तन के परिणामों को रोकने के लिए कोई दीवार पर्याप्त ऊंचाई की नहीं है।"मे बोव, 350.org की कार्यकारी निदेशक: "जलवायु प्रचारकों को यह समझना चाहिए कि जीवाश्म ईंधन उद्योग जलवायु आपातकाल से मुनाफा करने वाले अकेले फ्रैम्स नहीं हैं। जैसे-जैसे गर्म होती दुनिया का प्रभाव गहरा होता जाएगा, सरकारों को महंगी पर विनाशकारी आकर्षक प्रतिक्रिया रणनीतियों को अपनाने के लिए मुनाफाखोर प्रयासों का विस्तार करेंगे।""ग्लोबल क्लाइमेट वॉल एक ऐसी महंगी और अमानवीय गलती है - जैसे-जैसे शक्तिशाली देश दीवारों, हथियारों, खाइयों, ड्रोन और रेजर वायर के साथ खुद को उन लोगों से अलग कर लेते हैं जिन्हें एक सस्टेनेबल दुनिया के लिए सहयोगी होना चाहिए।"“विस्थापन जैसे जलवायु परिणामों पर प्रतिक्रिया देने के लिए व्यापक और दयालु अंतर्राष्ट्रीय योजनाएं COP26 और उससे आगे की मेज पर (बातचीत के दायरे में) होनी चाहिए। हमारा ग्रह और लोग इस पर कोई विकल्प नहीं झेल सकेंगे।”

बिहार : पंचायत चुनावों में बढ़ रही महिलाओं की भागीदारी

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बिहार में जारी पंचायत चुनाव में मुखिया और सरपंच सहित विभिन्न पदों पर महिला आरक्षित सीटों से अलग गैर आरक्षित सीटों पर भी बड़ी संख्या में महिला उम्मीदवारों का चुनाव लड़ना और जीतना सुर्ख़ियों में बना हुआ है. बिहार में इस बार कुल 11 चरणों में पंचायत चुनाव के लिए मतदान हो रहा है. पहले चरण का मतदान 24 सितंबर को जबकि 11वें और अंतिम चरण का मतदान 12 दिसंबर को होगा. ख़ास बात यह है कि इस बार के पंचायत चुनाव में न केवल वोट देने का प्रतिशत बढ़ा है बल्कि चुनाव जीतने वाली महिलाओं का प्रतिशत भी बढ़ा है.


दरअसल आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं क्योंकि उसने बंदिशों को तोड़ना सीख लिया है. हर मिथक और आशंकाओं को गलत साबित कर दिया है. महिला है तो कमज़ोर होगी, जैसी संकुचित सोंच वालों को अपनी सलाहियतों से जवाब दे दिया है. अब महिलाएं न केवल देश की रक्षा कर रहीं हैं बल्कि राजनीति में भी अपने परचम बुलंद कर रही हैं, जिसमें समय-समय पर मिलने वाले हौसले ने भी उनकी हिम्मत को बुलंदी प्रदान की है. बिहार सरकार ने पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया है ताकि महिलाएं राजनीति के क्षेत्र में भी अपना झंडा लहरा सकें और महिलाएं भी इस अवसर का पूरा लाभ उठा रही हैं. विभिन्न ग्रामीण इलाकों से महिलाएं प्रत्याशी के रूप में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर रही हैं, जिससे गांव-कस्बों में बदलाव की बयार बहने लगी है. अच्छी बात यह है कि इस बार के पंचायत चुनाव में दिल्ली के प्रतिष्ठित मिरांडा हाउस जैसे कॉलेज से पढ़ी और मल्टीनेशनल कंपनी में काम कर चुकी महिलाएं भी उम्मीदवार हैं. बिहार के सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा प्रखंड स्थित बिशनपुर गोनाही पंचायत से ताल्लुक रखने वाली और मुखिया पद की उम्मीदवार प्रियंका की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. प्रियंका के अनुसार वह एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखती है, जहां लड़कियों के लिए पढ़ना बहुत मुश्किल होता है, मगर पढ़ने की ललक होने के कारण ही उन्होंने आसपास से ट्यूशन लेकर अक्षर ज्ञान सीखा था. घरवालों को उसकी पढ़ाई में ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने थे क्योंकि यहां लड़कियों के जन्म से ही दहेज के लिए पैसे जुटाने की प्रथा है. ऐसे में ट्युशन की फीस भरना ही बहुत बड़ी बात थी. जब वह 8वीं में पहुंची, उस समय ही उसकी शादी की बात चलने लगी, मगर वह शादी नहीं करना चाहती थी.


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प्रियंका के अनुसार उसने यह बात दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रहे अपने बड़े भाई विशाल को बताई, जिन्होंने न केवल उसकी शादी रुकवाई बल्कि उनके सहयोग से ही उसकी 10वीं की पढ़ाई पूरी हो सकी. प्रियंका अपने परिवार की पहली लड़की थी, जिसने 10वीं की परीक्षा फर्स्ट डिवीजन से पास किया था. इसके बाद वह अपने भाई के साथ साल 2013 में दिल्ली आ गई और वहीं से 12वीं पास किया. जिसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए उसका एडमिशन मिरांडा हाउस में हो गया. साक्षरता के क्षेत्र में पिछड़े एक गांव से निकल कर देश की राजधानी के एक प्रतिष्ठित कॉलेज में एडमिशन प्राप्त कर लेना प्रियंका के हौसले और जज़्बे को दर्शाता है. यहां से उसने दर्शनशास्त्र में अपनी पढ़ाई पूरी की. पढ़ाई के दौरान ही उसे देश की पहली एमबीए डिग्री प्राप्त सरपंच छवि राजावत के बारे में पता चला और यहीं से उसे मुखिया बनने की प्रेरणा मिली. प्रियंका को साल 2017 में यूथ अलायन्स की ओर से ग्राम्य मंथन कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर मिला. वहीं साल 2018 में कानपुर के गंगा दिन निबादा, खड़गपुर, बड़ी पलिया और छोटी पलिया गांव का दायित्व सौंपा गया. जहां उन्होंने शाम की पाठशाला नाम की मुहिम की शुरुआत की और अन्य विकास के कार्य किए. इन सब कामों से प्रेरणा पाकर वह अप्रैल 2020 में अपने गांव लौट आई और जागरूकता का काम करना शुरू कर दिया. फिलहाल उसकी टीम में चार लोग हैं, जो ग्राम-चेतना-आंदोलन के तहत चेतना चौपाल कार्यक्रम चला रहे हैं। जिसमें गांव-गांव घूमकर लोगों को विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर जागरूक करने का काम किया जाता है. इस बार के पंचायत चुनाव में वह मुखिया पद की उम्मीदवार है. प्रियंका के अनुसार एक महिला को राजनीति में आने के लिए पुरुषों की अपेक्षा अधिक संघर्ष करना पड़ता है क्योंकि समाज महिला को केवल रोटी बनाते हुए देखना चाहता है और यह स्थिति ग्रामीण इलाकों में ज्यादा है.


प्रियंका की ही तरह उच्च शिक्षा प्राप्त कर 31 वर्षीय डॉली भी पंचायत चुनाव लड़ रही हैं. वह बिहार के गया स्थित मानपुर प्रखंड के शादीपुर पंचायत से सरपंच पद की उम्मीदवार हैं. उन्होंने सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, पुणे से एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद 2018 तक विभिन्न कॉर्पोरेट सेक्टर, मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी की. लेकिन अपने गांव लौटने की इच्छा के आगे उन्होंने अपने सेटेल करियर को छोड़ दिया. डॉली के अनुसार वह 12वीं पास करने के बाद से ही काम कर रहीं हैं. यूं कहें तो उन्होंने साल 2008 से ही काम करना शुरू कर दिया था. इसी बीच वर्ष 2014 में उनकी शादी हो गई और आज उनकी चार वर्ष की एक बेटी भी है. डॉली ने बताया कि उनकी सास 8 सालों तक शादीपुर पंचायत में सरपंच के पद पर आसीन थीं, लेकिन साल 2017 के नवंबर में कार्यकाल के दौरान ही उनका देहांत हो गया, जिसके बाद साल 2018 में उन्हें सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ना पड़ा क्योंकि उनके स्थान पर किसी शिक्षित और दायित्व निभाने वाले ही शख्स की जरूरत थी. उन्होंने चुनाव लड़ा और जीत गईं. उसके बाद से वह अपने गांव के विकास के लिए काम कर रहीं हैं और इस साल भी ग्राम पंचायत शादीपुर से चुनाव लड़ रहीं हैं.


अपनी कार्यप्रणाली के बारे में डॉली कहती हैं कि उनके कार्यकाल में विकास के कई काम हुए. उनकी कचहरी बिहार की सबसे पहली डिजिटलाइज्ड ग्राम कचहरी है, जिसे पूरे प्रखंड में सर्वश्रेष्ठ ग्राम कचहरी का दर्जा दिया गया है. वहीं चुनौतियों के बारे में डॉली कहती हैं कि गांव में सबसे बड़ी चुनौती घरेलू हिंसा की है, जिस पर लगाम लगाने की आवश्यकता है क्योंकि महिलाएं शिकायत लेकर तो आती हैं मगर कार्यवाही होने से डरती है. वहीं कुछ सकारात्मक चीजें भी हुई हैं. यहां महिलाएं कृषि के कामों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं, जिसमें मूंग, धान प्रमुख रूप से शामिल है. डॉली अपने गांव में कुटीर उद्योग की भी स्थापना करना चाहती हैं ताकि अधिक से अधिक महिलाओं को काम मिल सके और वह आर्थिक रूप से मजबूत हो सकें. बहरहाल पंचायत जैसे छोटे स्तर के चुनाव में भी महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी इस बात को साबित करता है कि महिलाएं अब अपने हक के प्रति जागरूक हो रही हैं. वह अपने अधिकारों को न केवल पहचान रही हैं बल्कि उसका उचित मंच पर इस्तेमाल भी कर रही हैं. जिस प्रकार से Covid-19 के दौर में कोरोना वारियर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स के रूप में महिलाओं ने अपना अतुलनीय योगदान दिया है, यह साबित करता है कि वह किसी भी मुश्किल का सामना करने की क्षमता रखती है. ऐसे में पंचायत में महिलाओं का अधिक से अधिक चुन कर आना न केवल गांव बल्कि देश के विकास में भी मील का पत्थर साबित होगा. 



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सौम्या ज्योत्सना

मुजफ्फरपुर, बिहार

(चरखा फीचर)

पुलिस के हत्थे चढ़ा 18 वारदातों में लिप्त और छह थानों का कुख्यात चोर

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नई दिल्ली (अशोक कुमार निर्भय)  द्वारका जिला पुलिस द्वारा ऑपरेशन "वर्चस्व"के तहत सक्रियता और पेट्रोलिंग गश्त बढ़ाते हुए क्षेत्र की सुरक्षा और आपराधिक वारदातों पर लगाम कसी है। इसी कड़ी में एक बार फिर मोहन गार्डन थाना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ तब लगी जब एक 18 से अधिक चोरी,सेंधमारी,वाहन चोरी की वारदातों में लिप्त रहे कुख्यात अपराधी सुमेश उर्फ़  विशाल उर्फ़ डेरू पुत्र मदन पाल निवासी रणहौला को सूचना और गश्त के आधार पर गिफ्तार किया।  ज्ञात हो कि हाल के दिनों में मोहन गार्डन, बिंदापुर, डाबरी, उत्तम नगर, नजफगढ़ और छावला के क्षेत्र में चोरी और घर चोरी की एकाएक घटनाएं हुई हैं। उपर्युक्त चोरों द्वारा फैलाए गए आतंक के कारण कई लोग अपनी मेहनत की कमाई लूटनें से नहीं बचा सके। इसी को देखते हुए सहायक पुलिस आयुक्त नजफगढ़ जितेंद्र पटेल के पर्यवेक्षण और  राजेश मौर्य, थानाध्यक्ष मोहन गार्डन ने नेतृत्व में एएसआई मनोज,एएसआई ओमप्रकाश,कांस्टेबल संदीप ,कांस्टेबल अश्वनी  की टीम ने सीसीटीवी फुटेज व घटना के आधार पर सुराग जुटाए और सघन जाँच करते हुए बीते सोमवार शाम लगभग 07:00 बजे राहुल चौक के पास मोटरसाइकिल नंबर डी.एल-4 एससीएस - 8413 पर एक व्यक्ति को रोका। पूछताछ व जांच में उसकी पहचान सुमेश @ विशाल उर्फ डेरू पुत्र मदन पाल निवासी  गली नंबर 11, खुशी राम कॉलोनी, विकास नगर, रणहौला आयु 22  वर्ष के रूप में हुई। ईएमवीटी नंबर 27416/21 डीटी के तहत मोटर साइकिल चोरी हुई पाई गई। आगे की पूछताछ में उसने घर में चोरी और चोरी के कई मामलों में संलिप्तता का खुलासा किया। उन्हें आगे की जांच के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया और आगामी सावधानीपूर्वक जांच में चोरी की नकदी की वसूली के साथ घर चोरी और चोरी के 16 और मामले मोहन गार्डन थाना पुलिस हल कर दिए। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस गिरफ्तारी से कुल 17 मामलों में अच्छी रिकवरी हुई है। आरोपी अपराधी सुमेश नशे का आदी है और गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है। उसके पिता रेहड़ी पर रेहड़ी-पटरी करते हैं। वह 5वीं क्लास से स्कूल ड्रॉपआउट है। वह 5 भाइयों में दूसरे नंबर पर हैं। इस कुख्यात चोर की गिरफ्तारी से दिल्ली पुलिस की सफलता में एक उपलब्धि और जुड़ गयी है।  

जमशेदपुर : अचानक निरीक्षण में स्वास्थ्य कर्मी गायब मिले

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जमशेदपुर ,लाइव आर्यावर्त ,२८ अक्टूबर। पूर्वी सिंहभूम जिला सर्विलांस पदाधिकारी सह एसीएमओ डॉ. साहिर पाल को विगत कुछ दिनों से मिल रही शिकायतों के आलोक में आज जब जिले के चेकनाका और कोविड जाँच केंद्रों की निरीक्षण के लिए निकले तो टाटानगर रेलवे स्टेशन पर चार और उलीडीह कोविड जाँच केंद्र में प्रतिनियुक्त सभी कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए।  उन्होंने सभी अनुपस्थित कर्मियों की हाजिरी काट कर अनुपस्थित अवधि का वेतन काटने की अनुशंसा की है। कोविड  के पुनः बढ़ते मामलों के मद्देनजर डॉ पाल ने सभी नागरिकों से जाँच में सहयोग करने की अपील की है। 

प्रतापगढ़ : विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

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  • आमजन को दी मौलिक कर्त्तव्यांे व वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों की जानकारी

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प्रतापगढ़/28 अक्टूबर, आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर पेन इंडिया अवेयरनेस एण्ड आउटरीच कार्यक्रम के तहत बारावरदा, मधुरातालाब, धावड़ीफलां, तलायां, हनुमानगढ़ चौराहा में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण(अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश), प्रतापगढ़ श्री शिवप्रसाद तम्बोली द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आमजन को कृषि से संबंधित जानकारी देते हुए बताया गया कि खेती की उन्नत तकनीक के साथ-साथ खेती के देशी तरीकांे का भी प्रयोग करना चाहिए ताकि मिट्टी की उर्वरा शक्ति बनी रहे तथा उत्पादन की गई फसलों से किसी के शरीर को नुकसान न पहुंचे। इसी संबंध में ग्रामीणों को देशी खाद निर्माण, देशी कीटनाशक निर्माण, खेती की देशी पद्धति तथा जल संचय कर एक से अधिक फसल का उत्पादन एवं संचय किये हुए पानी में सिंघाड़ा उत्पादन, कमल के फूल उगाना तथा मछली पालन की जानकारी प्रदान की गई। आमजन को बीज उपचार(कल्चर) करने के आसान तरीकों से अवगत कराते हुए बताया गया कि गाय के गौमूत्र से बीजोपचार किया जा सकता है।  स्वरोजगार के क्षेत्र में कार्यरत धरियावद रोड़ स्थित बड़ौदा स्वरोजगार संस्थान की जानकारी भी आमजन को दी गई। संस्थान द्वारा निःशुल्क सिलाई सिखाने, अगरबत्ती बनाना एवं वर्मी कम्पोस्ट बनाना सिखाया जाता है। इसके माध्यम से अधिक से अधिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जुड़कर ग्रामीण एवं आमजन स्वरोजगार से जुड़ सकते हैं और स्वयं की आय में वृद्धि कर सकते हैं।  विधिक जानकारियांे के तहत बाल विवाह निषेध, मृत्यु-भोज निषेध, कन्या भ्रूण हत्या निषेध, पीसीपीएनडीटी एक्ट, जन्म-मृत्यु पंजीयन, मोटर व्हीकल अधिनियम, वरिष्ठ नागरिकों के अधिकार, पीड़ित प्रतिकर स्कीम एवं विधिक सहायता की जानकारी दी गई।  उपस्थित आमजन को संविधान के भाग 4(ए) में वर्णित मौलिक कर्त्तव्यों व वरिष्ठजनों के अधिकारों के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया गया।


रायपुर आदिवासी महोत्सव में शामिल हुए हेमंत सोरेन

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रायपुर / रांची ,28 अक्टूबर विजय सिंह ,लाइव आर्यावर्त, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आज से शुरू हुए तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव व राज्योत्सव 2021 का शुभारम्भ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दीप प्रज्जवलित कर किया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आमंत्रण पर महोत्सव में पहुंचे हेमंत सोरेन ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि इस महोत्सव से आदिवासी सभ्यता और संस्कृति को अक्षुण्ण रखने में सहायता मिलेगी और देश विदेश के लोग आदिवासी संस्कृति ,परंपरा  और सभ्यता की समृद्धि से परिचित हो सकेंगें। उन्होंने कहा कि स्वयं आदिवासी समुदाय से होने के कारण वे किसी पद पर रहें या न रहें ,ऐसे आयोजनों में हमेशा शरीक होते रहेंगें। इस महोत्सव में देश के 27 राज्यों और 6 केंद्र शासित प्रदेशों सहित सात विभिन्न देशों के 1000 कलाकार भागीदारी कर रहें हैं। महोत्सव के दौरान आदिवासी संस्कृति की झलक, विवाह संस्कार एवं पारम्परिक रीति रिवाज को देखने का मौका मिलेगा। तीन दिन तक चलने वाले इस समारोह में छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी शिरकत करेंगें।

झारखण्ड : हजारीबाग में मिलावट की जाँच

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लाइव आर्यावर्त ,हजारीबाग ,28 अक्टूबर, दीपावली का त्योहार आते ही बाजार में मिठाइयों की मांग बढ़ जाती है।  अनेक बार मिलावटी मिठाइयां और खोआ बिक्री किये जाने के मामले भी उजागर होते रहे हैं।  पर्व के दौरान मिलावटी मिठाइयों और खाद्य पदार्थों में मिलावट की आशंका के मद्देनजर आज हजारीबाग के इचाक स्थित होटलों में जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान होटल मालिकों  और खाद्य पदार्थों के विक्रेताओं को मिलावटी सामान नहीं बेचने और खाद्य लाइसेंस निबंधन तथा नवीकरण करवाने का निर्देश जिला प्रशासन की तरफ से दिया गया। प्रशासन ने व्यापारियों को लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ नहीं करने की चेतावनी भी दी। 

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 28 अक्टूबर

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अज्ञात कारणों से ग्रामीण के मकान में लगी आग, लाखों का नुकसान, ग्रामीणों की तत्परता से टला बड़ा हादसा, गांवों में फैल सकती थी आग की लपटें


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सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम बमूलिया बड़ा में एक किसान के ग्वाड़े मेें अज्ञात कारणों से आग लग गई जिससे किसान परिवार को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसाार ग्राम बमूलिया बड़ा निवासी राकेश परमार पिता हेमराज परमार का पूरा परिवार 21 अक्टूबर की रात्रि को पास ही में दुर्गा पूजन में शामिल होने के लिए गया हुआ था। तभी अचानक से राकेश परमार के मकान की ओर से आग की लपटें दिखाई दी और सभी ग्रामीण पीडि़त परिवार वहां पहुंचे तो देखा की उनके ग्वाड़े में आग लग गई है। तत्काल मौके पर उपस्थित ग्रामीण आग बुझाने का प्रयास करने लगे। साथ ही डायल 100 एवं फायर विग्रेड को भी सूचित किया गया। फायर बिग्रेड पहुंचने तक ग्रामीणों की तत्परता से आग पर काबू पा लिया गया था। जिससे गांव के किसी अन्य मकान में आग नहीं पहुंच सकी।   राकेश परमार द्वारा आगजनी की रिपोर्ट थाना कोतवाली में दर्ज कराई गई साथ ही पटवारी, ग्राम सरपंच द्वारा मौके पर पहुंचकर मुआयना कर पंचनामा बनाया गया। राकेश परमार ने बताया कि अज्ञात कारणों से लगी आग से उनका सामान 8 बोरी डीएपी, 12 बोरी युरिया, 4 क्वींटल सोयाबीन, दवाई सिचाई स्प्रे पंप, साईकिल, 10 पाईप, 2-3 वर्वीटल भूसा, फुटबाल इंजिल 30 फिट एवं घर में रखी मोटर साईकिल बजाज प्लेटिना क्र. एमपी-37-एमएक्स-7780 एवं कृषि का अन्य सामान व घर में रखा सामान जल गया है मोटर साईकिल में आग लगने से गाड़ी की सीट, मास्क, आगे की हेड लाईट, दोनो साईड मिस्र, दोनो तरफ के पेनल, मरघाट, पेट्रोल टंकी जल गई है।


श्री कार्तिक शिव महापुराण कथा में मनाया गणेश उत्सव, धैर्य हो तो समस्याएं अपने आप सुलझ जाती हैं-भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा


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सीहोर। धैर्यवान होना सरल काम नहीं है। यह कहना भी शायद गलत न हो कि आज की दुनिया में धैर्यवान बनना सबसे कठिन काम है। धैर्यवान होना विशेषता है व इसे विकसित होना चाहिए। धैर्यवान बनने के लिए अभ्यस्त होना भी सरल काम नहीं है लेकिन जो लोग धैर्यवान होते हैं उन्हें विभिन्न मार्गो से इसका फल मिलता है। भगवान के भक्तों को संसार के लोग विचलित करते है। इसलिए भक्तों की परीक्षा उनके धैर्य पर निर्भर है। उक्त विचार जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में जारी श्री कार्तिक शिव महापुराण कथा के चौथे दिवस भागवत भूषण पंडित श्री मिश्रा ने कही। इस मौके पर उन्होंने धैर्य के बारे में भगवान बुद्ध के शिष्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि भगवान बुद्ध अपने शिष्यों के साथ एक वन से गुजर रहे थे। तपती दोपहरी थी। गर्मी और लंबी यात्रा से वे थक गए थे। उन्हें जोरों की प्यास भी लगी थी। बुद्ध एक छायादार पेड़ के नीचे रुक गए और उन्होंने शिष्य आनंद से कहा, अभी कुछ देर पहले हमने मार्ग में एक झरना देखा था। जाओ और वहां से पानी ले आओ, जोरों की प्यास लगी है। आनंद गए, मगर वह झरना बहुत छोटा था और थोड़ी देर पहले ही वहां से कुछ जानवर गुजरे थे, जिससे ठहरा हुआ पानी हिल गया था और कीचड़ नीचे से ऊपर आ गया था। पानी पीने लायक नहीं रह गया था। आनंद लौटकर बुद्ध के पास आए और कहा, जानवरों के झुंड के वहां से गुजरने से पानी गंदा हो गया है, वह पीने लायक नहीं है। अगर आप आज्ञा दें तो यहां से कुछ दूरी पर एक नदी है, वहां से जल लेकर आता हूं। बुद्ध ने कहा, उसी झरने पर एक बार फिर जाओ। बुद्ध का आदेश पाकर आनंद को फिर वहीं जाना पड़ा, हालांकि उसका मन नहीं था। वह जानते थे कि पानी गंदा ही होगा, पर बुद्ध की आज्ञा का भी पालन करना था। पहले की ही तरह गंदा पानी देखकर वह वापस लौट आए और बुद्ध से बोले, मैंने पहले ही कहा था कि वह पानी पीने योग्य नहीं है। बुद्ध मुस्कुराए और उन्होंने कहा, एक बार फिर वहीं जाकर देखो तो आनंद, शायद साफ पानी मिल जाए। आनंद तीसरी बार झरने पर पहुंचे। उनके आश्चर्य का ठिकाना न रहा, पानी पूरी तरह साफ हो गया था। वह पानी लेकर खुशी-खुशी वापस लौटे और बुद्ध के चरणों में गिर पड़े उन्होंने कहा, आपने आज फिर मुझे एक बहुत बड़ी सीख दी। कुछ भी स्थायी नहीं है, सिर्फ धैर्य चाहिए। विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि महापुराण दोपहर दो बजे से पांच बजे तक जारी रहती है, शुक्रवार को भगवान श्रीगणेश की बाललीलाओं के अलावा कार्तिक महत्व का वर्णन किया जाएगा। 


मध्यप्रदेश प्रीमियर लीग फुटबाल प्रतियोगिता आज खेला जाएगा पहला मैच नीमच और सीहोर के मध्य


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सीहोर। शहर के चर्च मैदान पर खेली जा रही मध्यप्रदेश प्रीमियर लीग फुटबाल प्रतियोगिता  का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को प्रतियोगिता के अंतर्गत सुबह पहला मैच नीमच और सीहोर फुटबाल टीम के मध्य खेला जाएगा। इसके पश्चात दोपहर में दूसरा एक अन्य मैच बालाघाट और रतलाम के बीच खेला जाएगा। गुरुवार को आराम का दिन होने के बाद भी सीहोर सहित अन्य टीमों के खिलाडिय़ों ने जमकर अभ्यास किया। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला फुटबाल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुदीप व्यास ने बताया कि मध्यप्रदेश प्रीमियर लीग फुटबाल प्रतियोगिता का तीसरा चरण सुपर लीग के मध्य पहुंच गया है। अब तक चारों टीम ने पिछले दो चरणों में कड़े मुकाबलों में विजय हासिल कर तीसरे चरण में प्रवेश किया है और सुपर लीग में मात्र चार टीम बालाघाट, नीमच, रतराम और सीहोर शामिल है। अब तक सुपर लीग में नीमच और सीहोर ने एक-एक मैच में जीत हासिल कर अब तक तीन-तीन पाइंट हासिल किए है। वहीं सीहोर टीम के स्टार खिलाड़ी भी अब तक अर्जुन गौतम है। जिन्होंने अब तक 14 गोल किए है, वहीं दूसरे नंबर पर अनुभवी युवा खिलाड़ी नीमच के शुभम माने है जिन्होंने अब तक नौ गोल मारकर जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए विषम परिस्थितियों में अपनी टीम को विजय दिलाई है।


सीहोर के खिलाडिय़ों में जोश

उन्होंने बताया कि सीहोर टीम में जोश तो है, लेकिन कई स्टार खिलाड़ी अब तक के सफर में चोटों से जुझ रहे है, जिसके कारण सीहोर टीम को नीमच के खिलाफ के शानदार प्रदर्शन करना पड़ेगा। सुपर लीग का एक-एक मुकाबला कांटे का है और अब तक चारों ही टीम के खिलाडिय़ों ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया है। इसके अलावा बालाघाट की टीम ने भी कई मैच बड़े अंतराल से जीतकर प्रतियोगिता में अपना स्थान पक्का किया है। इस प्रतियोगिता में प्रदेश की कुल एक दर्जन टीम शामिल हुई थी। 


कलेक्टर श्री ठाकुर देवपुरा पहुंचे, ग्रामीणों से की चर्चा


कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर ने इछावर के देवपुरा पहुंचे। श्री ठाकुर ने यहां ग्रामीणों से चर्चाकर उनकी समस्याएं सुनी। इस अवसर पर एसपी श्री मयंक अवस्थी, इछावर एसडीएम श्री विष्णुप्रसाद यादव सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।


अन्याय के विरुद्ध आवाज जरूर उठाएं -  सचिव श्री दांगी

  • ग्राम उलझावन में आयोजित हुआ जागरूकता शिविर

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विधिक सेवा प्राधिकरण तथा प्रधान जिला न्यायाधीश श्री आरएन चंद निर्देश पर आजादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत ‘‘पेन इंडिया अवेयरनेस कार्यक्रम‘‘ के तहत विधिक जागरूकता के उद्देश्य से ग्राम उलझावन के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। शिविर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री मुकेश कुमार दांगी ने शिविर में शामिल विद्यार्थियों, शिक्षकों, ग्रामीणों एवं वर्चुअल माध्यम से जुड़े 52 ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिवों तथा ग्रामीणों को जानकारी देते हुए कहा कि घर-घर, गांव-गांव तक जाकर कानून की जानकारी दे रहे हैं, इसका मकसद सिर्फ एक है, कि ग्रामों में बसने वाली असंख्य आबादी जागरूक हो। न्यायाधीश ने कहा कि अगर हम कुछ गलत होते देखते हैं या होने देते हैं तो हम गलत का साथ दे रहे होते हैं, हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि गलत का विरोध करें, कहीं किसी के साथ या हमारे साथ अन्याय होता है तो उसका विरोध अवश्य करें। अन्याय का विरोध करने वाले लोग बहादुर होते हैं। महिलाओं एवं बालिकाओं के संरक्षण संबंधी कानूनों की जानकारी देते हुए कहा कि अगर बालिकाओं एवं महिलाओं के साथ कोई अपराध होता है तो उसे छिपाएं नहीं सामने आकर अपने माता-पिता, शिक्षक या मित्र के माध्यम से उसकी शिकायत अवश्य करें, छोटी-मोटी घटनाएं छिपाने से अपराधी प्रवृति के लोगों का मनोबल बड़ता है और वे किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं, इसलिए जागरूक रहें, क्योंकि जागरूकता ही बचाव है। शिविर में म.प्र. अपराध पीड़ित प्रतिकर योजना, मध्यस्थता योजना एवं नेशनल लोक अदालत, वृहदजन भरण पोषण योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री अनीस उद्दीन अब्बासी कहा कि प्राधिकरण का मूल उद्देश्य एवं कार्य है कि गरीब एवं निर्धन व्यक्ति को निःशुल्क एवं सुलभ न्याय मिले, प्राधिकरण हर वर्ग को निःशुल्क विधिक परामर्श देने के लिए तत्पर है और उसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए गांव-गांव जाकर आमजन को योजनाओं की जानकारी दी।


आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश निर्माण अंतर्गत रोजगार मेला आज


कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर द्वारा दिए गये निर्देशानुसार आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश निर्माण के अंतर्गत जिला रोजगार कार्यालय द्वारा जिले के विभिन्न स्थानों पर निरन्तर रोजगार मेले का आयोजन किया जारा है। इसी श्रृखला में 29 अक्टूबर को चन्द्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय सीहोर में प्रातः 12 बजे से रोजगार मेला आयोजित किया जाएगा। मेले में अपने शैक्षणिक योग्यता के समस्त प्रमाण पत्रों सहित उपस्थित होंवे।


कृषि उपज मंडी में 2 नवम्बर से 7 नवम्बर तक कृषि उपजों की नीलामी बंद रहेगी


ग्रेन मर्चेन्ट एसोसिएशन द्वारा 2 नवम्बर से 6 नवम्बर तक अवकाश की सूचना एवं 7 नवम्बर को रविवार होने के कारण कृषि उपज मंडी में दीपाली त्यौहार होने के कारण 2 नवम्बर से 7 नवम्बर तक कृषि उपजों एवं लहसुन-प्याज का नीलामी नही होगी। किसानों से आग्रह है कि 2 नवम्वर से 7 नवम्वर तक कृषि मंडी में अपनी उपज लेकर ना आए। सोमवार 8 नवम्बर को नियमित रूप से निलामी होगी।


जिले में आज कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला, वर्तमान में कोरोना एक्टिव पॉजिटिव की संख्या शून्य


पिछले 24 घंटे के दौरान प्राप्त रिपोर्ट में जिले में आज कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला है। सीएमएचओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में अब तक कुल कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या 10142  है। वर्तमान में एक्टिव पॉजिटिव शून्य हो गई हैं। कुल रिकवर व्यक्तियों की संख्या 10020  हैं। आज 700 सैम्पल लिए गए है। जांच के लिए सीहोर शहरी क्षेत्र से 185, श्यामपुर से 141, नसरूल्लागंज 40, आष्टा से 197,  बुधनी से 75 तथा इछावर से 62 सेंपल लिए गए हैं। अभी तक कुल जांच के लिए भेजे गए सेंपल 286444 हैं। जिनमें से 274633 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। आज 706 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कुल 1598 सैंपलों की रिपोर्ट आना शेष है। पैथोलॉजी द्वारा कोरोना वायरस सेंपल की रिजेक्ट संख्या कुल 71 है।


दीप पर्व पर मिट्टी के दीयों के उपयोग को बढावा दें-कलेक्टर


कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर ने आगामी दीप पर्व पर मिट्टी के दीयों का अधिक से अधिक उपयोग को बढावा देने की अपील की है। कलेक्टर श्री भार्गव इस संबंध में एक आदेश जारी कर निर्देश दिये गये है कि मिट्टी के बने दीयों को विक्रय किये जाने के लिए बाजार में आने वाले इस कार्य में लगे लोगों एवं ग्रामीणों को किसी प्रकार की असुविधा नही होनी चाहिए। कलेक्टर श्री ठाकुर ने वोकल फॉर लोकल के संकल्प के तहत लोकल उत्पादों को बढ़ावा देने के संबंध में जारी आदेश में कहा गया है कि नगरीय निकाय एवं ग्राम पंचायते मिट्टी से बने दीये बनाने के कार्य में लगे कारीगरों से किसी भी प्रकार की वसूली ना करें। साथ ही मिट्टी के दीये के उपयोग को अधिकाधिक प्रोत्साहित किया जावे।


स्टॉक का लेखा एवं अन्य अभिलेखों की जानकारी दर्ज करने के निर्देश


खादय तेलों के भावों में वृद्धि को दृष्टिगत रखते हुए इनके उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण में सम्मिलित रिफाइनरों, सॉल्वैट एक्सट्रेक्टर, मिलर, थोक व्यापारियों तथा अन्य संग्रहणकर्ताओं के स्टॉक का लेखा एवं अन्य अभिलेखो की जानकारी प्राप्त किए जाने के लिए भारत सरकार दवारा तैयार लिंक https://evegolls.inc.in/eosp/login पर प्रदेश के खादय तेल एवं तिलहनों से संबंधितों द्वारा नियमित रूप से जानकारी की प्रविष्टि होना सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। जिले के खाद्य तेलों एवं तिलहनों के सभी रिफाइनरों, सॉल्वेंट एक्सट्रेक्टर, मिलर, थोक व्यापारियों तथा अन्य संग्रहणकर्ताओं के स्टॉक का लेखा एवं अन्य अभिलेखों की जानकारी भारत सरकार द्वारा तैयार लिंक https://evegolls.inc.in/eosp/login. पर नियमित रूप से दर्ज होना सुनिश्चित करें।


स्वयंसेवकों ने चलाया स्वच्छता अभियान


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चंद्रशेखर आजाद स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई द्वारा वैशाली नगर में स्वच्छ भारत कार्यक्रम के तहत सिंगल यूज प्लास्टिक 30 किलो को एकत्रित कर नगर पालिका की गाड़ी को सौंपा। वैशाली नगर के नागरिकों ने स्वयंसेवकों द्वारा चलाए जा रहें स्वच्छता अभियान की सराहना की। इस अवसर पर  राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक उपस्थित थे।




एनआईएमएचआर में सामाजिक न्याय विभाग द्वारा आयोजित प्रशिक्षण


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एनआईएमएचआर मैं संचालित डीवीआर डी कोर्स के 16 छात्र एवं छात्राओं को जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र में प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण विभाग के उपसंचालक डॉ. श्रवण कुमार पचौरी ने प्रशिक्षणार्थियों को सामाजिक न्याय निशक्तजन कल्याण की योजनाओं एवं विभाग के बारे में जानकारी दी। केन्द्र में दिव्यांगता के क्षेत्र में ट्रेनिंग दी जा रही है। साथ ही जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र में हो रहे कार्यों का भी निरीक्षण भी किया। 


फटाखा दुकानों का तहसीलदार द्वारा निरीक्षण।


कलेक्टर श्री चंद्र मोहन ठाकुर ने जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी एवं तहसीलदारों को निदेश दिए है कि जिले में संचालित सभी फटाखा दुकानों का निरीक्षण करें और शासन नियामानुसार सभी व्यवस्थाए सुनिश्चित करें। नगर में संचालित सभी फटाखा दुकानो का निरीक्षण कर नगर पालिका, को निर्देश दिए है की की फटाखा दुकानों के पास फायरब्रगेंड 24 धंटें खडी रहे और शासन के दिशा निर्देशानुसार सभी व्यवास्थाए सुनिश्चित कराए। वही दुकानदारों को सख्त निर्देश देवे की कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन पुरी गंभीरता से करें बिना मास्क के ग्राहको को सामग्री प्रदाय नही करें। तहसीलदार के साथ अन्य संबधित अधिकारी भी उपस्थित थे


कलेक्ट्रेट परिसर में सांची पार्लर का सीईओ जिला पंचायत द्वारा शुभारंभ


कलेक्टर श्री चंद्र मोहन ठाकुर के निर्देश पर भोपाल सहकारी दुग्ध संघ मर्यादित द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में सांची पार्लर का शुभारंभ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा किया गया। इस कार्य के लिए भोपाल सहकारी दुग्ध संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आर. पी. एस. तिवारी, सहायक महाप्रबंधक (विपणन) श्री अजय शाह, सीहोर जिला नोडल अधिकारी श्री कृपाल सिंह दुगारिया के विशेष प्रयास से सांची पार्लर का शुभारंभ हुआ।


आबकारी विभाग द्वारा छापामार कार्रवाई कर अवैध मदिरा जप्त


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जिले में अवैध मदिरा के विरुद्ध कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर के निर्देशन पर आबकारी विभाग द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है। आबकारी अधिकारी कीर्ति दुबे ने बताया कि अवैध मदिरा संग्रहण, विक्रय, एवं विनिर्माण के विरूद सघन अभियान के तहत निरंतर छापामार कार्यवाही की जा रही है। अभियान के तहत आबकारी अमले ने सीहोर के ग्राम झरखेड़ा तह इछावर के जगमोहन कोरकू S/O नर सिंह के  कब्जे से 05 लीटर हाथभट्टी व  इन्ही क्षेत्रो में नाले के किनारे व झाड़ियो से ड्रमों व कुप्पों एवं ललियाखेड़ी, जरखेड़ा  व दूदलइ क्षेत्र में की गई छापामार कार्यवाही में टीम ने 27 अक्टूबर को  4 प्रकरण कायम कर 15 लीटर मदिरा जप्त कर कार्रवाई करते हुए हाथ भटटी, कच्ची मदिरा एवं 490 किलो महुआ लाहन बरामद कर मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम-1915 की धारा 34(1) (क)  एवं (च) के तहत प्रकरण कायम कर विवेचना में लिया। जप्त सामाग्री का अनुमानित बाजार मूल्य लगभग  27हजार 500 रूपये है। विभाग द्वारा अवैध मदिरा के विरूद निरंतर अभियान जारी रहेगा।


आरटीई के तहत स्कूलों में नि:शुल्क प्रवेश हेतु द्वितीय चरण की काउंसलिंग प्रक्रिया शुक्रवार से


शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अन्तर्गत गैर अनुदान मान्यता प्राप्त अशासकीय स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में रिक्त सीटों पर ऑनलाइन नि:शुल्क प्रवेश के लिए दूसरे चरण की काउंसलिंग प्रक्रिया 29 अक्टूबर से शुरू होगी। संचालक राज्य शिक्षा केंद्र श्री धनराजू एस ने बताया कि आर.टी.ई. के तहत पहले चरण में लॉटरी द्वारा सीटे भरने के बाद शेष रिक्त सीटों पर दूसरे चरण की काउंसलिंग के माध्यम से स्कूल आवंटन किया जाना है।  इसके लिए समय-सारणी जारी की गयी है। रेण्डम पद्धति से ऑनलाईन लॉटरी द्वारा 10 नवंबर को स्कूल का आवंटन किया जायेगा। संचालक श्री धनराजू ने बताया कि पंजीकृत आवेदक 29 अक्टूबर से 7 नवम्बर 2021 तक लाटरी पद्धति से दूसरे चरण में स्कूल की च्वाइस अपडेट कर सकेंगे। स्कूल के आवंटन के बाद 10 नवम्बर से 15 नवम्बर 2021 तक आवंटन पत्र डाउनलोड कर आवंटित स्कूल में प्रवेश ले सकेंगे।  प्रवेश लेते समय ही संबंधित अशासकीय स्कूल द्वारा मोबाइल एप के माध्यम से एडमीशन रिपोर्टिंग दर्ज की जायेगी!    दूसरे चरण की काउंसलिंग में नया आवेदन करने का विकल्प नहीं होगा। जिन आवेदकों ने सत्र 2020-21 के लिए पूर्व में ऑनलाइन आवेदन किया है और सत्यापन में पात्र पाये गये है एवं इस सत्र में एडमीशन नहीं लिया है, केवल वही आवेदक स्कूल की चॉइस परिवर्तित करते हुये आवेदन लॉक कर सकेंगे। कोविड-19 के कारण अथवा किसी अन्य परिस्थितियों के कारण यदि कोई स्कूल बंद हो गया है और उसमें प्रथम चरण में किसी का आवंटन हुआ है तो वह आवेदक भी अन्य स्कूल में दूसरे चरण के लिए चुनकर आवेदन लॉक कर सकेंगे।


दिव्यांगों को बस किराए में 50 प्रतिशत की छूट


दिव्यांगजनों को यूनिक आईडी दिखाने पर सभी तरह की बसों में किराए में 50 प्रतिशत की छूट मिलेगी।  परिवहन आयुक्त द्वारा प्रदेश के जिले के सभी क्षेत्रीय अतिरिक्त एवं जिला परिवहन अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि राज्य शासन द्वारा मध्य प्रदेश के राजपत्र में 24 नवम्बर 2016 को किये गये प्रावधान के तहत समस्त बस सेवाओं में विभिन्न प्रकार के दिव्यांग व्यक्तियों को किराये में 50 प्रतिशत की छूट दी जायेगी, यदि वे सक्षम प्राधिकारी का प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करते हैं। दिव्यांगजनों द्वारा भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय अथवा राज्य सरकार द्वारा जारी युनिक आईडी (युडीआईडी) के तहत जारी किये गये परिचय-पत्र दिखाये जाने पर किराये में 50 प्रतिशत की छूट का लाभ दिया जाये।


प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के लिए आवेदन 30 अक्टूबर तक आमंत्रित


प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनान्तर्गत 30 अक्टूबर, 2021 तक आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये है। इच्छुक आवेदक कार्यालय सहायक संचालक मत्स्योद्योग में स्वयं की भूमि में तालाब निर्माण, रिसर्कुलेटरी एक्वाकल्चार सिस्टम निर्माण, वायोफ्लॉक, फीड मिल, आईस प्लाण्ट या प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनान्तर्गत संचालित योजनाओं के डीपीआर आवश्यक दस्तावेजों को संलग्न करते हुए कार्यालय सहायक संचालक मत्स्योद्योग में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर प्रस्तुत कर सकते है।  इस संबंध में बिचौलियों एवं मध्यस्थों के माध्यम से प्रस्तुत आवेदनों पर विचार नही किया जाएगा। आवेदन पत्र के साथ आवेदक का खुद का मोबाईल नम्बर दिया जाना अनिवार्य है। उन्ही के आवेदन मान्य होगे जो प्रस्तावित भूमि का भूस्वामी होगा या जिसके पास दस वर्षीय रजिस्टर्ड लीज होगी। आवेदन पत्र के साथ भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र एवं आवश्यक अनुमतिया संलग्न करनी अनिवार्य है।


अल्पसंख्यक पोस्ट मैट्रिक, प्री-मैट्रिक, मेरिट कम-मीन्स छात्रवृत्ति, ऑनलाईन आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवम्बर


भारत सरकार के माध्यम से संचालित अल्पसंख्यक समुदाय के विद्यार्थियों को भारत में अध्ययन करने के लिये जिले के मूल निवासी हेतु शैक्षणिक सत्र 2021-22 हेतु अधिसूचित अल्पसंख्यक अंतर्गत मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध, सिख, पारसी एवं जैन समुदाय के छात्र, छात्राओं को अल्पसंख्यक पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति कक्षा 11 एवं 12 आईटीआई डिप्लोमा, बीएड, एमफिल, पीएचडी, स्नातक, स्नात्कोत्तर (तकनीकी एवं व्यवसायिक पाठ्यक्रमों को छोड़कर) में अध्ययनरत नवीन एवं नवीनीकरण विद्यार्थियों के लिये ऑनलाईन आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 नवम्बर 2021 तक नेशनल स्कॉलशिप पोर्टल पर आवेदन किये जा सकते हैं। प्री-मैट्रिक अल्संख्यक छात्रवृत्ति कक्षा एक से 10 तक के नवीन, नवीनीकरण के विद्यार्थियों के लिये 15 नवम्बर 2021एवं मेरिट कम-मीन्स तकनीकी एवं व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत नवीन एवं नवीनीकरण के विद्यार्थियों के लिये भी ऑनलाईन आवेदन 30 नवम्बर 2021 तक नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल की वेबसाइट http://scholarships.gov.in/  पर आवेदन किये जा सकते हैं।


ऑनलाइन आवेदन कर प्राप्त कर सकते हैं खेती किसानी के अभिलेख


जिले के किसान भू-अभिलेख की वेबसाइट https://mpbhulekh.gov.in पर स्वयं रजिस्ट्रेशन अथवा एमपी ऑनलाइन पोर्टल कियोस्क एवं लोकसेवा केन्द्र के  माध्यम से खेती किसानी से जुड़े खसरा की प्रतिलिपि, बी-1 की प्रतिलिपि, नक्शा की प्रतिलिपि, खसरा की प्रतिलिपि (खाते के समस्त), खातावार खसरा की प्रतिलिपि, आदेश की प्रतिलिपि, अधिकार अभिलेख की प्रतिलिपि के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। नागरिक डिजीटली हस्ताक्षरित दस्तावेज भी डाउनलोड बटन क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं। इसके अंतर्गत प्रमाणित एवं अप्रमाणित दोनो प्रकार की प्रतिलिपि प्राप्त की जा सकती है। प्रमाणित प्रतिलिपि के लिए शुल्क है जिसका ऑनलाइन भुगतान विभिन्न माध्यमों से किया जा सकता है, अप्रमाणित प्रतिलिपि निःशुल्क है। प्रमाणित प्रतिलिपि अंतर्गत सभी भूमि रिकॉर्ड डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित हैं जो नागरिकों को वित्तीय लेनदेन, भूमि रजिस्ट्री, बैंक और अन्य राजस्व विभाग कार्य में उपयोगी होंगे।   ऑनलाइन आवेदन जमा करने हेतु सर्व प्रथम https://mpbhulekh.gov.in  पर "Register as a public user"के विकल्प के माध्यम से पंजीयन करना होगा जिसके पश्चात आपको यूजर आइ.डी. एवं पासवर्ड उपलब्ध होगा जिसका उपयोग कर लॉगिन करने के पश्चात  खसरा की प्रतिलिपि, बी-1 की प्रतिलिपि, नक्शा की प्रतिलिपि, खसरा की प्रतिलिपि (खाते के समस्त), खातावार खसरा प्रतिलिपि, आदेश की प्रतिलिपि, अधिकार अभिलेख की प्रतिलिपि के लिए विकल्प का चयन कर आवेदन दर्ज किया जा सकता है।


आजादी का अमृत महोत्सव तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित


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जिला सैनिक कल्याण कार्यालय भोपाल तथा संचालनालय कल्याण मध्यप्रदेश द्वारा सीहोर में स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम पूर्व सैनिक परिवार एनसीसी इंडेड ने शासकीय चन्द्रशेखर आजाद स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मनाया। कार्यक्रम पूर्व सैनिक परिवार एवं एनसीसी केडेड के सदस्यों को प्रशस्ती पत्र एवं ट्राफी प्रदान की। तहसीलदार श्री नरेन्द्र यादव, कॉलेज की प्राचार्य डॉ. उर्मिला समुजा सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। 


"आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश"की दिशा में अहम है सीएम राइज स्कूल योजना


मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है "आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश"की दिशा में सीएम राइज योजना अहम भूमिका निभाएगी। शिक्षा के क्षेत्र में इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य स्कूली विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करना, विद्यार्थियों के सीखने के परिणामों में सुधार करना और राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मानकों को प्राप्त करने के लिए स्कूलों को सक्षम बनाना है। साथ ही स्कूली विद्यार्थियों के लिए समग्र व्यक्तित्व विकास पारिस्थितिकी तंत्र विकसित कर उत्कृष्ट और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना राज्य सरकार की महत्वपूर्ण प्राथमिकता है, जिसे पूरा करने के लिए संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता है। इसे ध्यान में रखकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आलोक में प्रदेश में 9 हजार 200 सुविधायुक्त 'सीएम राइज स्कूल'प्रारंभ होंगे। इसके लिए बजट में 1500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इस वित्त वर्ष में 350 शासकीय स्कूलों को सीएम राइज स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है। साथ ही 18 से 24 करोड़ रूपये लागत से स्कूल भवन बनाए जायेंगे। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में प्रत्येक 25-30 किलोमीटर परिधि में एक सी.एम. राइज स्कूल की व्यवस्था होगी। अगले तीन साल में इन स्कूलों में एक ही शिक्षण परिसर में केजी से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं के बच्चे पढ़ेंगे। जनजातीय क्षेत्रों में भी 95 सीएम राइज स्कूल खोले जाएंगे। इस योजना के क्रियान्वयन में सभी विभाग मिलकर सहयोग करेंगे।


विद्यार्थियों का संपूर्ण व्यक्तित्व विकास

राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे, पीसा (छात्रों का अंतर्राष्ट्रीय आकलन कार्यक्रम) और ओलिंपियाड परीक्षा जैसी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा को देखते हुए इन स्कूलों में विद्यार्थियों को केवल ज्ञान आधारित शिक्षा के स्थान पर समझ, अनुप्रयोग और तार्किक योग्यता आधारित शिक्षा प्रदान की जाएगी। विद्यार्थियों के संपूर्ण व्यक्तित्व के विकास के लिए साहित्यिक, सांस्कृतिक, लोक कला, पर्यावरण, विज्ञान, यातायात सुरक्षा, खेल, योग जैसे जीवनोपयोगी विभिन्न विषयों की गतिविधियाँ आयोजित की जाएगी। स्कूलों में उत्कृष्टता की संस्कृति विकसित करते हुए विद्यार्थियों के एटीट्यूडिनल बदलाव, साक्ष्य आधारित वैज्ञानिक सोच विकसित करने, रचनात्मकता और आत्म-विश्वास बढ़ाने के साथ अंतर्राष्ट्रीय गुणवत्ता युक्त शिक्षा दी जाएगी। विद्यार्थियों की रुचि और कौशल को ध्यान में रखकर व्यवसायिक शिक्षा की व्यवस्था भी होगी, जिससे शिक्षा के साथ विद्यार्थी जीवन-यापन के गुर सीखने के साथ अपनी आर्थिक समझ विकसित कर सकेंगे। इस तरह सीएम राइज स्कूल में विद्यार्थियों का चहुँमुखी विकास होगा, जो आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का आधार बनेगा।                                                                        


अंतर्राष्ट्रीय मानकों के साथ विकसित होंगे सीएम राइज स्कूल

सीएम राइज स्कूलों को अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर विकसित किया जाएगा। स्कूल में अच्छी अधोसंरचना, हर विद्यार्थी के लिए परिवहन, नर्सरी/ केजी कक्षाएँ, शत-प्रतिशत शिक्षक, स्मार्ट क्लास एवं डिजिटल लर्निंग, सुसज्जित प्रयोगशालाएँ, समृद्ध पुस्तकालय और खेल मैदान जैसी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। इन स्कूलों में विद्यार्थियों की उत्कृष्ट शिक्षा के लिए विभिन्न क्षेत्रों में पुरस्कारों से सम्मानित शिक्षकों का साक्षात्कार कर चयन किया जाएगा। शिक्षकों को स्कूल विकास के नेतृत्व, अनुकरणीय शिक्षण अधिगम प्रक्रिया, शिक्षण विकास और सशक्तिकरण, समुदाय से जुड़ाव और संसाधनों के प्रबंधन पर प्रशिक्षित किया जाएगा। इन विशिष्ट स्कूलों के प्रबंधन और संचालन में कुशलता लाने के लिए अभिभावकों की सहभागिता सुनिश्चित की जायेगी। इस तरह भावी पीढ़ी को सर्व संसाधन युक्त स्कूलों में शिक्षण और व्यक्तित्व विकास के लिए सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराकर एक जिम्मेदार और श्रेष्ठ नागरिक के रूप में विकसित किया जायेगा। 


समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किये जा रहे दिवाली गिफ्ट बॉक्स, देश के अन्य शहरों में भी ऑनलाइन की जाएगी बिक्री


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शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं तथा आजीविका मिशन के समूह में जुडी महिला सदस्य सशक्त बनने के साथ ही आर्थिक रूप से भी मजबूत बन रही है। कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर तथा जिला पंचायत सीईओ श्री हर्ष सिंह के निर्देश पर राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन जिला सीहोर द्वारा नित-नए आयाम स्थापित किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन एवं अन्य विभागों के समन्वय से समय-समय पर नवीन गतिविधियों को संपन्न कराया जा रहा है। विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी आजीविका स्व- सहायता समूह द्वारा  दिवाली गिफ्ट बॉक्स तैयार किये जा रहे है। इछावर जनपद पंचायत की भाउखेड़ी गौशाला में 6 स्वक सहायता समूह की 12 महिलायें गोबर की सामग्री बनाने का तथा सामुदायिक प्रशिक्षण केन्द्र  सीहोर में 5 महिलाओं द्वारा बॉक्स  पैकिंग का कार्य किया जा रहा है। उल्लेखनीय है, कि विगत वर्ष में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए दिवाली गिफ्ट बॉक्स की प्रशंसा भी की थी। समूह की सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री श्री चौहान को उनके निवास पर उपहार स्वरूप गिफ्ट बॉक्स भेंट किया था। मुख्यमंत्री की प्रशंसा और जिला प्रशासन के सहयोग से समूह की महिलाएं इस वर्ष भी बड़ी संख्या में से यह गिफ्ट बॉक्स तैयार कर रही हैं।


गिफ्ट बॉक्स में शामिल है यह सामग्रियां

बॉक्स में गोबर से निर्मित सामग्री कंडे, गमले, दीपक आदि विशिष्ट पंचगव्य सामग्री से बनाए गए हैं साथ ही इस बॉक्स में करीब 26 तरह की सामग्री है। जिसमें धूपबत्ती,अगरबत्ती, लक्ष्मी पूजा हेतु फोटो, पूजा के लिए झाड़ू ,नारियल, पूजा सुपारी, जनेऊ, पंचमेवा, लाल कपड़ा,  इत्र, हवन सामग्री, हल्दी, कुमकुम, अक्षत, रुई बत्ती, रंगोली के रंग,मूर्ति आसन, पूजा हेतु दीपक, घी, लक्ष्मी चरण पादुका सामग्री शामिल है।


खाद्य सुरक्षा दल ने किया 2 क्विंटल मावा जब्त, जिले भर में लिए गए मिष्ठान और अन्य खाद्य सामग्रियों के सैम्पल


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दीपावली त्यौहार को दृष्टिगत रखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग के दल द्वारा शाजापुर से भोपाल जा रही बस से सीहोर में 2 क्विंटल मावा जब्त किया। मावा के नमूने जांच के लिए लैब में भेजे गए है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्रीमती भावना ठाकुर ने बताया कि कलेक्टर श्री ठाकुर, सीएमएचओ तथा प्राधिकृत अधिकारी खाद्य सुरक्षा के निर्देश पर जिले में खाद्य सुरक्षा दल द्वारा मिष्ठान एवं अन्य खाद्य सामग्री के नमूने लिए गए है। मुख्यालय खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्रीमती भावना ठाकुर द्वारा सीहोर स्थित राखी कोलड्रिंक से मलाई बर्फी, राजस्थान मिष्ठान से मावा बर्फी, इछावर के राधेष्याम डेयरी से मावा रोल, अंजली स्वीट से दूध बर्फी तथा ड्रीम होटल से दूध एवं बर्फी के नमूने लेकर जांच के लिए लैब में भेजे गए है। आष्टा में सहायक खाद्य सुरक्षा अधिकारी सारीका गुप्ता तथा दीपाली कांगे द्वारा मनोज रेस्टारेंट से गुलाब जामुन, विष्वकर्मा रेस्टारेंट से केसर बर्फी, महावीर मावा भण्डार से मावा तथा बाबा नमकीन से बेसन के लड्डू व बेसन के सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजे गए। बुदनी में सौरभ मिष्ठान भण्डार से बेसन के लडडू, कृष्णा स्वीटस से बेसन के लडडू, मेवाड़ा किराना भण्डार से इंस्टेंट गुलाब जामून,दीवान शॉपिंग मॉल से इंस्टेंट गुलाब जामून, मुरली ट्रेडर्स से गुलाब जामून के नमूने लिए गए। नसरूल्लागंज में सहायक खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्रीमती किर्ती मालवीय द्वारा ओम विष्वनाथ नमो दूध डेयरी से दूध के नमूने लिए गए। उक्त कार्यवाही में खाद्य सुरक्षा तकनीकी सहायक श्री आलोक श्रीवास्तव ने नमूने जांच के लिए लिए। खाद्य पदार्थो की जांच निरंतर जारी रहेगी ।


समय पर मिले ऋण का ही महत्व है - कलेक्टर श्री ठाकुर

  • जिला स्तरीय बैंकर समिति की बैठक आयोजित

रोजगार या कारोबार के लिए समय पर मिले ऋण का ही महत्व है l क्योंकि इस ऋण पर उस व्यक्ति का भविष्य और रोजगार निर्भर होता हैl यह बात कलेक्टर श्री चंद्र मोहन ठाकुर ने जिला स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक में कहीं l उन्होंने कहा कि शासकीय विभागों द्वारा स्वीकृत ऋण प्रकरण ऊपर शीघ्र कार्रवाई करते हुए ऋण वितरण  के निर्देश दिएl बैठक में कलेक्टर श्री ठाकुर द्वारा बैंक शाखा प्रमुख को सभी शासकीय लोन योजनाएं ,एसएचजी लिंकेज, पीएम स्वानिधि, पशु पालकों के लिए केसीसी योजनाओं, पीएमईजीपी योजनाओं  के लंबित प्रकरण में स्वीकृति एवं वितरण करने के निर्देश दिए तथा सभी योजनाओं के लक्ष्य  दिसम्बर तिमाही में ही पूर्ण करने के निर्देश बैंक प्रबंधकों को दिए। बैठक में जला पंचायत सीईओ श्री हर्ष सिंह, नाबार्ड से डीडीएम श्री अविनाश तिवारी, आरबीआई भोपाल से सहायक महाप्रबंधक  सुश्री माला शर्मा, अग्रणी जिला प्रबंधक श्री एचआर झावरे, शासकीय विभाग से डीआईसी महाप्रबंधक श्री श्रीवास्तव, एनआरएलएम, एन यू एल एम सहित जिला के समस्त जिला समन्वयक उपस्थित थे।

उत्सर्जन में तात्कालिक कटौती के लिए कदम न उठाना पड़ेगा G20 को भारी

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एक अध्ययन से पता चलता है कि कार्बन उत्सर्जन में तात्कालिक तौर से कटौती न करने की वजह से G20 देशों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का सामना करना पड़ रहा है, और करना पड़ेगा। इस नए अध्ययन में , G20 क्लाइमेट इम्पैक्ट्स एटलस वैज्ञानिक अनुमानों को एकत्रित करता है कि आने वाले वर्षों में दुनिया के सबसे अमीर देशों में जलवायु प्रभाव कैसे होगा। यह पाया गया है कि अधिक उत्सर्जन से जलवायु प्रभाव तेजी से बढ़ेगा जो G-20 को ऐसी क्षति का कारण बनेगा जो विनाशकारी होगा।


शोध में मुख्य रूप से यह बातें पता चली हैं:

1. सूखे, आग, गर्म हवा और बाढ़ ने 30 साल के भीतर दुनिया की सबसे अमीर अर्थव्यवस्थाओं को अस्त-व्यस्त कर दिया है।

2. कृषि, पर्यटन और तटीय क्षेत्र ज्यादातर जोखिम में हैं जो खाद्य आपूर्ति, लाखों आजीविका और राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद को वर्ष 2100 तक 13% की हानि पंहुचा सकते हैं।

3. सबसे खराब प्रभावों को टालने और अर्थव्यवस्थाओं को स्थिर करने के लिए तेजी से उत्सर्जन में कटौती की आवश्यकता है।

4. जलवायु परिवर्तन पर इटली की प्रमुख अनुसंधान केंद्र और आईपीसीसी के लिए राष्ट्रीय फोकल प्वाइंट, यूरो-मेडिटेरेनियन सेंटर ऑन क्लाइमेट चेंज (सीएमसीसी) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, उत्सर्जन को कम करने के लिए तत्काल कार्रवाई के बिना, जलवायु प्रभाव G-20 देशों को पर कर जायेगा।


इस शोध से पता चलता है कि बढ़ते तापमान और गर्म हवाओं से गंभीर सूखे पड़ सकते है; कृषि के लिए आवश्यक जल आपूर्ति को खतरा, मानव जीवन की भारी हानि और घातक आग की संभावना बढ़ेगी। विशिष्ट देशों में, इसका अर्थ यह हो सकता है। सभी G20 देशों में हीटवेव कम से कम दस गुना अधिक समय तक चल सकती है, अर्जेंटीना, ब्राजील और इंडोनेशिया में हीटवेव 2050 तक 60 गुना अधिक समय तक चल सकती है। भारत में, चावल और गेहूं के उत्पादन में गिरावट से €81 बिलियन तक का आर्थिक नुकसान हो सकता है और 2050 तक किसानों की आय का 15% का नुकसान हो सकता है। ऑस्ट्रेलिया में, बुशफायर, तटीय बाढ़ और तूफान, बीमा लागत बढ़ा सकते हैं और संपत्ति के मूल्यों को 2050 तक $ 611 बिलियन AUD तक कम कर सकते हैं। रिपोर्ट में पाया गया है कि कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए तत्काल कार्रवाई न होने के कारण, G20 देशों में जलवायु क्षति के कारण जीडीपी का नुकसान हर साल बढ़ता है, जो 2050 तक सालाना कम से कम 4% तक बढ़ जाता है। यह वर्ष 2100 तक 8% से ऊपर चला जायेगा, जो कि कोविड-19 से हुए जी-20 के आर्थिक नुकसान के दोगुने के बराबर है। कुछ देश इससे भी बुरी तरह प्रभावित होंगे, जैसे कि कनाडा, जो 2050 तक अपनी जीडीपी में कम से कम 4% की गिरावट हो सकती है और वर्ष 2100 तक 13% जो की €133 बिलियन से अधिक हो सकता है।


देशों पर पड़ने वाले प्रभावों में शामिल हैं:

1. 2036-2065 तक हीटवेव 25 गुना से अधिक समय तक चलेगी यदि उत्सर्जन 4 डिग्री सेल्सियस अधिक रहे है, और पर पांच गुना से अधिक होगी अगर वैश्विक तापमान वृद्धि लगभग 2 डिग्री सेल्सियस तक सीमित की जाये और वृद्धि केवल डेढ़ गुना अधिक होगी अगर तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस होगी अगर उत्सर्जन बहुत कम होगा।

2. यदि ये मान लिया जाये की पर्याप्त पानी और पोषक तत्वों की आपूर्ति बनी रहे, कीड़ों, बीमारियों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, या बाढ़ या तूफान जैसी घटनाओं और इसमें CO2 फर्टीलिज़ेशन को शामिल नहीं करते हैं,फिर भी भारत में गन्ना, चावल, गेहूं और मक्का की पैदावार पर गर्म जलवायु प्रभाव डालेगी । वास्तव में, इन शर्तों को पूरा नहीं किया जा सकता है, उदाहरण के लिए 2050 तक कृषि के लिए पानी की मांग लगभग 29% बढ़ने की संभावना है - जिसका अर्थ है कि उपज के नुकसान को कम करके आंका जा रहा है ।

3. इसके अलावा, यदि वैश्विक तापमान 4 डिग्री सेल्सियस के पथ पर है तो 2036-2065 तक कृषि में सूखा की बारम्बारता 48% अधिक बढ़ जाएगी, 2°C पथ पर है जो की पेरिस समझौते द्वारा सहमत अधिकतम तापमान है तो यह 20% तक गिर सकती है, और तापमान अगर 1.5°C (पेरिस समझौते का आकांक्षात्मक लक्ष्य) तक सीमित हो जाता है तो ये बारम्बारता 13 % तक हो जाएगी।

4. यदि उत्सर्जन कम है तो संभावित मछली पकड़ने में 2050 तक 8.8% की गिरावट आ सकती है, और यदि वे अधिक हैं तो 17.1% गिर सकती हैं।

5. अगर उत्सर्जन अधिक होता है तो 18 मिलियन से कम भारतीयों को 2050 तक नदी में बाढ़ का खतरा हो सकता है, जबकि आज यह 1.3 मिलियन है।

6. गर्मी में वृद्धि के कारण 2050 तक कम उत्सर्जन के परिदृश्य के अंतर्गत कुल श्रम 13.4% और मध्यम उत्सर्जन परिदृश्य के तहत 2080 तक 24% घटने की उम्मीद है।


डॉ मिशेल टिग्चेलार, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के अनुसार "इस एटलस में प्रस्तुत आंकड़े ये संकेत देते है की कि जलवायु परिवर्तन जीवन के सभी पहलुओं को प्रभावित कर रहा है - चाहे वह हमारा स्वास्थ्य हो, हमारी खाद्य आपूर्ति हो, या हमारे जीवन यापन के तरीके हों। यहां से, सभी G20 देशों में निर्णय लेने वाले व्यापक तरीके से देख सकते है और कंकररेंट हीट स्ट्रोक्स , सीमाओं, समुद्र के स्तर में वृद्धि, जंगल की आग के धुएं और अन्य जलवायु परिवर्तन खतरों से निपटने के लिए अनुकूलन निवेश की सबसे अधिक आवश्यकता वाले समुदायों की पहचान कर सकते हैं। ” "ये अनुमान मोटे तौर पर हाल के शोध के अनुरूप हैं जो पाता है कि"गैर-विनाशकारी "जलवायु परिवर्तन परिदृश्य भी सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से अविश्वसनीय रूप से महंगा होने की संभावना है। 2050 तक सकल घरेलू उत्पाद का 2-4% सालाना नुकसान - वे छोटी संख्या नहीं हैं, खासकर जब से हम अमेरिका जैसी समृद्ध विकसित अर्थव्यवस्थाओं के बारे में बात कर रहे हैं। डॉ जीसुंग पार्क, यूसीएलए के अनुसार, "वे न केवल देशों में, बल्कि भीतर भी जलवायु परिवर्तन प्रभावों में जबरदस्त परिवर्तनशीलता को उजागर करते हैं। अमेरिका के कुछ हिस्सों को दूसरों की तुलना में और अलग-अलग तरीकों से गंभीर तरीके से प्रभावित होने की उम्मीद है।"

बिहार : पटना में खुला एफएम रेडियो अड्डा,

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  • बिहार का पहले रेडियो जॉकी ट्रेनिंग संस्थान की भी हुई शुरुआत

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पटना। बिहार की राजधानी पटना के राजा बाजार इलाके में पिलर नंबर 60 के पास लल्ली क्रिएशन कैंपस में श्री महेश चंद्रा फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय में देश के ख्याति प्राप्त एफएम रेडियो एफएम रेडियो अड्डा का शुभारंभ किया गया उद्घाटन समारोह में प्रख्यात चिकित्सक डॉ प्रभात रंजन निदेशक डॉ प्रभात रंजन डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर, अविनाश कुमार एडीशनल डायरेक्टर सूचना जनसंपर्क विभाग, अनिल कुमार जीएडी,बिहार सरकार सतीश तिवारी क्रिएटिव डायरेक्टर आरजे दिलीप सिंह आरजे जेनिफर महेश चंद्र फिल्म्स की प्रमुख साधना सिंह उपस्थित थी। इस अवसर पर रेडियो अड्डा के आरजे दिलीप सिंह ने बताया की रेडियो अड्डा बिहार में पहली बार ट्रेनिंग व इंटर्नशिप की सुविधा भी उपलब्ध करा रहा है और नया डिजिटल ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी नजर आएगा नए गायकों को लांच किया जाएगा तथा उनके गाने की प्रमोशन की भी सुविधा होगी अभी तक एफएम रेडियो सुनाई देता था लेकिन रेडियो अड्डा दिखाई देगा उन्होंने बताया कि उनके ट्रेनिंग एंड इंटर्नशिप मॉड्यूल में डायरेक्शन प्रोडक्शन क्रिएटिव राइटिंग स्क्रिप्ट राइटिंग फॉर पैकेजिंग लाइव शो रिकॉर्डिंग स्क्रीन सॉफ्टवेयर ट्रेंनिंग पर्सनैलिटी डेवलपमेंट ड्यूरिंग एलिवेशन रिकॉर्डिंग ऑडियो टेस्ट सुविधा भी प्रदान की जाएगी उन्होंने बताया कि अभी रेडियो अड्डा रिकॉर्डेड कार्यक्रम संचालित करेगा आने वाले दो महीने के बाद ऑनएयर हो जाएगा इस अवसर पर साधना सिंह ने कहा कि रेडियो अड्डा बिहार के युवा युवतियों को मीडिया के सेक्टर में रोजगार के लिए ट्रेनिंग व प्लेसमेंट की सुविधा भी उपलब्ध करवाएगा। बिहार में प्रतिभाओं की कमी नहीं है उन्हें उचित मंच नहीं मिल पाता ना ही उचित प्रशिक्षण इस कारण से भटकाव के शिकार हो जाते हैं। आगत अतिथियों का स्वागत आरजे जेनिफर ने किया। 

“कर्नाटक में 22 लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है”: श्री खुबा

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  • श्री भगवंत खुबा ने देश में उर्वरक की कमी के बारे में अफवाहों का खंडन करने के लिये प्रेस-वार्ता को सम्बोधित किया

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नई दिल्ली, रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री श्री भगवंत खुबा ने देश में उर्वरक की कमी के बारे में अफवाहों का खंडन करने के लिये एक मीडिया-वार्ता को सम्बोधित किया। उर्वरक की कमी की अफवाहों को झूठी और बेबुनियाद करार देते हुये, उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि उर्वरकों की कमी की अफवाहों पर विश्वास न करें। विकास सौधा में प्रेस-वार्ता में बोलते हुये श्री खुबा ने कहा, “महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में पिछले दो वर्षों से सम्मिश्रित उर्वरकों का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। राज्य के किसान अगर सम्मिश्रित उर्वरकों को अपनायेंगे, तो उन्हें फायदा होगा। डीएपी की तुलना में सम्मिश्रित उर्वरक के बेहतर नतीजे होते हैं। यही कारण है कि सरकार डीएपी की बजाय सम्मिश्रित खाद को खरीदने की सिफारिश कर रही है।” उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों पर ऐसी अफवाहें उड़ रही हैं कि देश में उर्वरकों की कमी होने वाली है और किसानों को अगले चार महीने के लिये पर्याप्त उर्वरक जमा कर लेना चाहिये। उन्होंने कहा ऐसे आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा, “उर्वरक विभाग का मंत्री होने के नाते, मैं किसानों को आश्वस्त करता हूं कि उन्हें उनकी आवश्यकतानुसार उर्वरक उपलब्ध रहेगा।” श्री खुबा ने कहा, “इस साल नैनो-यूरिया का उत्पादन बढ़ा है। नैनो-डीएपी का उत्पादन अगले वर्ष से शुरू हो जायेगा। कर्नाटक में 22 लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। रबी के मौसम में दो लाख मीट्रिक टन डीएपी की जरूरत है, जिसका उत्पादन किया जायेगा। हमने दो फैक्ट्रियों में काम चालू कर दिया है।” उन्होंने आगे कहा कि मॉनसून के दौरान पूरे कर्नाटक में अच्छी बारिश हुई है और 78.51 लाख हेक्टेयर जमीन में बुआई हो चुकी है। उन्होंने कहा, “राज्य में बुआई के लिये उर्वरक आदि सामग्रियों की आपूर्ति दुरुस्त कर दी गई है। केंद्र सरकार के हिस्से के रूप में हर जिले में उर्वरक की आपूर्ति का बंदोबस्त कर दिया गया है।”

किशोर न्याय मॉडल नियम में संशोधन पर सुझाव आमंत्रित

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नई दिल्ली, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) मॉडल नियम, 2016 में संशोधन के मसौदे पर सभी हितधारकों से टिप्पणियां/सुझाव आमंत्रित किए हैं। सभी हितधारकों से अनुरोध किया जाता है कि वे उपरोक्त नियमों पर अपनी टिप्पणी/सुझाव 11.11.2021 तक ई-मेल आईडी cw2section-mwcd@gov.in पर भेज दें। किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) संशोधन विधेयक, 2021,को 28 जुलाई, 2021 को राज्यसभा में पारित किया गया था। इस विधेयक का उद्देश्य किशोर न्याय अधिनियम, 2015 में संशोधन करना था। सरकार ने इस साल बजट सत्र में यह विधेयक संसद में पेश किया था। इसे 24.03.2021 को लोकसभा में पारित किया गया था। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने व्यवस्था में व्याप्त खामियों को ध्यान में रखते हुए संवेदनशील बच्चों की देखभाल और सुरक्षा की जिम्मेदारी जिलाधिकारियों को सौंपने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने देश के बच्चों को बाकी सभी मुद्दों पर प्राथमिकता देने के लिए संसद की प्रतिबद्धता को दोहराया। संशोधनों में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट सहित जिला मजिस्ट्रेट को किशोर न्याय अधिनियम की धारा 61 के तहत गोद लेने संबंधी आदेश जारी करने के लिए अधिकृत करना शामिल है, ताकि मामलों का त्वरित निपटान सुनिश्चित किया जा सके और जवाबदेही बढ़ाई जा सके। अधिनियम के तहत जिलाधिकारियों को इसके सुचारू कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के साथ-साथ संकट की स्थिति में बच्चों के पक्ष में समन्वित प्रयास करने के लिए और अधिक अधिकार दिए गए हैं। अधिनियम के संशोधित प्रावधानों के अनुसार, किसी भी बाल देखभाल संस्थान को जिला मजिस्ट्रेट की सिफारिशों पर विचार करने के बाद पंजीकृत किया जाएगा। जिला मजिस्ट्रेट स्वतंत्र रूप से जिला बाल संरक्षण इकाइयों, बाल कल्याण समितियों, किशोर न्याय बोर्डों, विशेषीकृत किशोर पुलिस इकाइयों, बाल देखभाल संस्थानों आदि के कामकाज का मूल्यांकन करेंगे।


बिहार : नीतीश हार देख कर बौखला गए हैं : तेजस्वी

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पटना :उपचुनाव को लेकर होने वाले मतदान से 2 दिन पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हार देख कर बौखला गए हैं, अब वो ऐसे भ्रष्ट एवं पक्षपाती अधिकारियों की दरभंगा में प्रतिनियुक्ति कर उन्हें चुनावी ड्यूटी (Duty) पर लगा रहे हैं ताकि चुनाव प्रभावित करवा सके। ऐसे ही एक पुलिस उपाधीक्षक दिलीप कुमार झा है जो दरभंगा जिला के कुशेश्वरस्थान विधानसभा अंतर्गत बिरौल अनुमंडल में लंबे समय तक एसडीपीओ रहे हैं। तेजस्वी ने कहा कि कुछ महीनों पूर्व विधानसभा राजद के सचेतक द्वारा में दरभंगा में लंबे समय तक पदस्थापित इस अधिकारी के भ्रष्ट आचरण की शिकायत की गयी थी, जिसकी बदौलत इन्हें एक माह पूर्व ही बिरौल से हटाया गया था। परंतु विधानसभा उपचुनाव की घोषणा के बाद नीतीश कुमार ने इन्हें प्रतिनियुक्ति पर आरक्षी कार्यालय, दरभंगा में पदस्थापित कर दिया। तेजस्वी ने कहा कि इसके बाद हमने चुनाव आयोग में इसकी शिकायत की। बिहार चुनाव आयोग ने ज़िला निर्वाचन पदाधिकारी, दरभंगा को इस पर कारवाई करने को कहा लेकिन नीतीश कुमार ने चुनाव आयोग की धज्जियाँ उड़ाते हुए इस भ्रष्ट अधिकारी को 25 बूथों की ज़िम्मेवारी दे दी। इस अधिकारी पर भ्रष्टाचार संबंधित अनेक विभागीय कारवाई चल रही है। यह नीतीश कुमार के असली चाल, चरित्र और चेहरे का एक क्लासिकल उदाहरण है। हमने सभी सबूत पब्लिक डोमेन में रखे है।

फादर हेनरी फर्नांडिस ने कहा कि 2 नवंबर का धार्मिक कार्यक्रम होगा

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बेतिया. बेतिया पल्ली के प्रधान पल्ली पुरोहित फादर हेनरी फर्नांडिस ने कहा है कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 2 नवंबर 2021 को मृतक दिवस के अवसर पर पवित्र मिस्सा और कब्रों पर पवित्र जल का छिड़काव होगा.बेतिया पल्ली की कब्रिस्तान कमिटी  के सदस्य गण प्रयासरत हैं.इनके सहयोग से कब्रिस्तान में जल निकासी के लिए पम्प मशीन लगा दी गया. जहां पर जरूरत है वहां पर मिट्टी भरवाने का कार्य शुरू हो गया है. इसके आलोक में फादर हेनरी फर्नांडिस ने कहा कि 2 नवंबर का धार्मिक कार्यक्रम होगा.आप सभी पल्ली वासियों से निवेदन है कि आप अपने- अपने रिश्तेदारों के कब्र की साफ-सफाई  एवं मिट्टी भरने का कार्य कर सकते हैं ताकि मृतक दिवस की पूजन पद्धति का कार्यक्रम आप सभी पल्ली वासियों के सहयोग से संपन्न कराया जा सके. भविष्य में रोमन कैथोलिक कब्रिस्तान में जलभराव न हो.इसको लेकर अनिश्चता का बादल नहीं छटा है.वर्तमान में जो कार्य हो रहा है,ऐसा प्रतीक नहीं लग रहा है.गोडेन अंतोनी ठाकुर का कहना है कि अभी किसी तरह से स्थाई नहीं लग रहा है.स्थाई होने के लिए समय देना होगा. आनंद सिरिल सेराफिम का कहना है कि कब्रिस्तान की समस्या हर वर्ष 2 नवंबर के महीने भर पहले से पल्ली पुरोहित, पल्ली परिषद और कब्रिस्तान कमिटी को नजर आने लगती है क्योंकि उन्हें मृतक दिवस का कार्यक्रम करवाना होता है.  फिर जैसे ही 2 नवंबर बीत जाता है सब समस्या डंडे बस्ते में चला जाता है. क्योंकि फिर उन्हें ख्रीस्त जयंती की तथा अन्य समारोहों की तैयारी करनी होती है.कुल मिलाकर उन्हें हर वर्ष खानापूर्ति करने की आदत सी हो गई है.जबकि आज इस मुद्दे पर गंभीरता से काम करने की आवश्यकता है , साथ ही इस पर कठोर निर्णय लेने की भी जरूरत है ताकि इसका स्थाई और दूरगामी समाधान निकाला जा सके. उन्होंने कहा है कि हमलोगों को इस बात का अफसोस है कि ऐसा इन लोगों से होगा नहीं और न ही इनके वश की बात है क्योंकि कब्रिस्तान के लिए प्राप्त सरकारी राशि का जब उपयोग नहीं किया गया और पल्ली परिषद तथा कब्रिस्तान कमिटी मूकदर्शक बनी रही तो इनसे कोई भी उम्मीद नहीं की जा सकती है.रही बात स्थाई समाधान की तो इसका स्थाई समाधान है परंतु यह दो चार चाटुकार मिलकर न अपने कर सकते हैं और न ही किसी और को करने दे सकते हैं. परम्परा के अनुसार सामान्य दण्डमोचन उन लोगों को 1- 8 नवम्बर तक हर दिन प्राप्त हो सकता था जो कब्रिस्तान का दौरा करते और मृतकों के लिए प्रार्थना करते हैं खासकर 2 नवम्बर को, जो किसी एक गिरजाघर या प्रार्थनालय जाकर "हे पिता हमारे"एवं "प्रेरितों का धर्मसार"की प्रार्थना करते हैं.एक कार्डिनल ने कहा कि यह एक हृदय की भक्ति है जिसको मिस्सा बलिदान में सहभागी होकर और कब्रिस्तान का दौरा कर व्यक्त की जाती है यही कारण है  कि दण्डमोचन प्राप्त करने के समय का विस्तार किया गया है ताकि लोग बिना भीड़ किये कब्रिस्तान का दौरा कर सकें और पूरे नवम्बर माह में दण्डमोचन प्राप्त कर सकें.

आसियान की एकता भारत के लिए प्राथमिकता : मोदी

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नयी दिल्ली, 28 अक्टूबर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों के संगठन आसियान (एएसईएएन) की एकता और केन्द्रीयता भारत के लिए हमेशा से प्राथमिकता रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल माध्यम से आयोजित भारत-आसियान शिखर सम्मेलन में कहा कि भारत की हिंद-प्रशांत महासागर पहल (आईपीओआई) और हिंद प्रशांत के लिए आसियान का दृष्टिकोण इस क्षेत्र में उनके साझे नजरिए एवं आपसी सहयोग की रूपरेखा हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि भारत और आसियान के बीच हजारों साल से जीवंत संबंध रहे हैं और इनकी झलक हमारे साझा मूल्यों, परम्पराओं, भाषाओं, ग्रन्थों, वास्तुकला, संस्कृति, खान-पान से लेकर हर जगह दिखती है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘इसलिए आसियान की एकता और केंद्रीयता भारत के लिए सदैव एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता रही है। आसियान की यह विशेष भूमिका, भारत की एक्ट ईस्ट नीति का हिस्सा है जो ‘सागर’ (क्षेत्र में सभी की सुरक्षा और विकास) नीति में निहित है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की हिंद-प्रशांत समुद्री पहल और आसियान का हिंद प्रशांत क्षेत्र के लिए दृष्टिकोण इस क्षेत्र में ‘‘हमारे साझा दृष्टिकोण और आपसी सहयोग’’ का ढांचा है। उन्होंने कहा कि 2022 में भारत और आसियान की साझेदारी को 30 वर्ष पूरे हो जाएंगे और इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को ‘आसियान-भारत मित्रता वर्ष’ के रूप में मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत आसियान के आगामी अध्यक्ष कंबोडिया और कंट्री को-ऑर्डिनेटर सिंगापुर के साथ मिलकर आपसी संबंधों को और गहन बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 के प्रकोप के बीच आपसी सहयोग भारत और आसियान के संबंधों को भविष्य में मजबूत करता रहेगा। मोदी ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के कारण हम सभी को अनेक चुनौतियों से जूझना पड़ा। लेकिन यह चुनौतीपूर्ण समय भारत-आसियान मित्रता की कसौटी भी रहा। कोविड के काल में हमारा आपसी सहयोग, आपसी संवेदना, भविष्य में हमारे संबंधों को बल देते रहेंगे, हमारे लोगों के बीच सद्भावना का आधार रहेंगे।’’ इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में आसियान-भारत रणनीतिक साझेदारी, कोविड-19 व स्वास्थ्य, व्यापार, शिक्षा व संपर्क सहित अन्य प्रमुख क्षेत्रों में हुई प्रगति की समीक्षा की जाएगी। डिजिटल माध्यम से होने वाले इस सम्मेलन में आसियान देशों के राष्ट्राध्यक्ष व सरकारों के मुखिया भाग ले रहे हैं। यह सम्मेलन प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है जो आसियान व भारत को शीर्ष स्तर पर संवाद का मौका प्रदान करता है। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल नवंबर में 17वें आसियान सम्मेलन में हिस्सा लिया था। इस बार उन्होंने नौवें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। आसियान-भारत साझेदारी साझा भौगोलिक, ऐतिहासिक और सभ्यता के मजबूत आधारों पर आधारित है। आसियान समूह शुरू से भारत की ‘एक्ट ईस्ट नीति'और हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर व्यापक दृष्टिकोण का मूल केंद्र रहा है।

सपा नेताओं थामा कांग्रेस का हाथ

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मेरठ 28 अक्टूबर, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता सैय्यद रिहान आज कांग्रेस में शामिल हो गये। रिहान के साथ साथ फलावदा नगर पालिका के चेयरमैन अब्दुल समद, अशोक भारती, अकरम सभासद सैकड़ों नेताओं ने समाजवादी पार्टी छोड़कर कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इन सभी नेताओं को जिलाध्यक्ष अवनीश काजला तथा शहर अध्यक्ष जाहिद अंसारी ने जिला कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित एक कार्यक्रम में कांग्रेस की विधिवत सदस्यता दिलाई । अवनीश काजला ने रिहान और उनके साथियों के कांग्रेस में शामिल होने पर कहा कि इनके आने से कांग्रेस को और मजबूती मिलेगी । कांग्रेस के स्थानीय प्रवक्ता हरिकिशन आम्बेडकर ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की जनविरोधी, दमनकारी नीतियों के खिलाफ आवाज बुलन्द करने वाली अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी जी की जनता में बढ़ती लोकप्रियता से प्रेरित होकर भाजपा, सपा, बसपा सहित अन्य दलों के कई बड़े नेता कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं।

रजनीकांत की अस्पताल में स्वास्थ्य जांच

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चेन्नई, 28 अक्टूबर, प्रख्यात फिल्म अभिनेता रजनीकांत का यहां के एक अस्पताल में नियमित स्वास्थ्य जांच की जा रही है। रजनीकांत के नजदीकी सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अभिनेता का जनसम्पर्क देखने वाले रियाज के. अहमद ने कहा, ‘‘यह समय-समय पर की जाने वाली स्वास्थ्य जांच है। वह अभी जांच के लिए एक निजी अस्पताल में हैं।’’ सत्तर वर्षीय अभिनेता प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्राप्त करने के लिए कुछ दिन पहले दिल्ली आये थे और उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी।

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