शिवहर : क्लीन इंडिया अभियान में 35 किलो कूड़े का उठान
औरंगाबाद : क्लीन इंडिया कैंपेन के तहत स्वच्छता श्रमदान
बांका : रजौन में क्लीन इंडिया कार्यक्रम , कूड़ा एकत्रित किया गया
पटना/बांका, 30 अक्टूबर, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के क्षेत्रीय कार्यालय, फील्ड आउटरीच ब्यूरो(एफओबी) भागलपुर द्वारा मनाए जाने वाले राष्ट्रीय एकता दिवस के पूर्व आयोजित कार्यकर्मों की श्रृंखला में आज (30.10.2021) को बांका जिले के रजौन प्रखंड में स्थित इंटर स्तरीय राष्ट्रीय उच्च विद्यालय धौनी उच्च विद्यालय से लेकर प्रखंड कार्यालय तक स्वच्छता जागरूकता रैली आयोजित की गई जिसमें विद्यालय के एनसीसी कैडेट, दीप नारायण सिंह महाविद्यालय भुसिया एनसीसी व एनएसएस कैडेट तथा नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवक व क्षेत्रीय प्रचार कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा भाग लिया गया । इस अवसर पर स्वच्छता श्रमदान अभियान के अंतर्गत सार्वजनिक स्थलों की सफाई भी की गई, जिसमें विद्यालय परिसर, मुख्य सड़क, सरदार पटेल स्मारक, प्रखण्ड परिसर तथा डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मारक में सफाई अभियान चलाया गया। क्लीन इंडिया अभियान के दौरान लगभग 52 किलोग्राम किलो कूड़ा एकत्रित किया गया। इस अवसर पर छात्रों द्वारा स्वच्छता को अपनाने का संकल्प भी लिया गया। इस अवसर पर दीप नारायण सिंह महाविद्यालय भुसिया के एनएसएस के प्रभारी राजीव रंजन,इंटरस्तरीय राष्ट्रीय उच्च विद्यालय धौनी के प्रधानाचार्य कुमार दिनकर, विद्यालय के एनएससी अधिकारी राकेश रंजन के साथ साथ सूचना प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी अभिषेक कुमार, राजा आलम, आदर्श कुमार, श्री प्रसाद मंडल, नेहरू युवा केंद्र संगठन रजौन के मृत्युंजय कुमार भी उपस्थित थे। सूचना प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी अभिषेक कुमार ने बताया कि भारत सरकार द्वारा स्वच्छता के प्रति जागरूकता वृद्धि तथा गंदगी को मिटाने के लक्ष्य को लेकर पूरे देश भर में 1 से 31 अक्टूबर तक क्लीन इंडिया कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज रजौन में इसका आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि स्वच्छ भारत के निर्माण से ही श्रेष्ठ भारत बनेगा। इस अवसर पर विद्यालय की छात्राओं के मध्य 'राष्ट्रीय एकता दिवस थीम'पर चित्रांकन प्रतियोगिता तथा ग्रामीण खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कबड्डी मैच भी आयोजित किया गया। प्रतियोगिता के विजेताओं को कल मुख्य कार्यक्रम के दौरान पुरस्कृत किया जाएगा। सरदार पटेल जयंती के अवसर पर मनाये जाने वाले राष्ट्रीय एकता दिवस पर एक दिवसीय मुख्य कार्यक्रम कल इंटर स्तरीय राष्ट्रीय उच्च विद्यालय धौनी परिसर, रजौन, बांका में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में परिचर्चा, प्रश्नोत्तरी, राष्ट्रीय एकता दौड़, स्वास्थ्य जांच शिविर तथा कोविड मुफ्त टीकाकरण अभियान आयोजित किया जाएगा।
बिहार : गांधी मैदान पटना में संयुक्त रूप से किया स्वच्छता श्रमदान
पटना, , 30 अक्तूबर, क्लीन इंडिया अभियान के तहत सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के रीजनल आउटरीच ब्यूरो द्वारा पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में सीमा सशस्त्र बल (एसएसबी) के सहयोग से स्वच्छता श्रमदान कार्यक्रम चलाया गया। स्वच्छता श्रमदान कार्यक्रम में रीजनल आउटरीच ब्यूरो के अपर महानिदेशक शैलेश कुमार मालवीय के नेतृत्व में ब्यूरो एवं एसएसबी के अधिकारियों, कर्मचारियों और जवानों ने मिलकर पूरे गांधी मैदान में बिखरे प्लास्टिक और अन्य कूड़े- कचरे को इकट्ठा कर हटाया। एसएसबी की ओर से करीब 70 जवानों ने इस सफाई अभियान में उत्साह पूर्वक हिस्सा लिया। यह श्रमदान कार्यक्रम रीजनल आउटरीच ब्यूरो द्वारा पटना के गाँधी मैदान में “सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयन्ती” और राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर आयोजित पांच दिवसीय (31 अक्टूबर से 04 नवंबर, 2021) चित्र प्रदर्शनी के उद्घाटन के पूर्व किया गया। चित्र प्रदर्शनी का उदघाटन मुख्य अतिथि बिहार के राज्यपाल फागू चौहान करेंगे। मौके पर अति विशिष्ट अतिथि के तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद रामकृपाल यादव तथा बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितीन नवीन मौजूद रहेंगे। चित्र प्रदर्शनी कार्यक्रम स्थल पर इंडियन ऑयल (आईओसीएल), डाक विभाग, खादी ग्राम उद्योग आयोग, प्रकाशन विभाग, वस्त्र मंत्रालय के हस्त शिल्प सेवा केंद्र, एसएसबी, बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति और आईडीबीआई बैंक के द्वारा स्टॉल भी लगाया जाएगा। बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के स्टॉल पर प्रतिदिन कोरोना का टीका दिया जाएगा। इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य भारत रत्न लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन, आदर्शों, संदेशों और सपनों को आम जन तक ले जाना है। इस पांच दिवसीय आयोजन के दौरान चित्र प्रदर्शनी, पुस्तक प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, रैली, परिचर्चा, संगोष्ठी, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, चित्रांकन प्रतियोगिता, स्वच्छता श्रम दान, वृक्षारोपण समेत अन्य कई कार्यक्रम भी होंगे।
कांग्रेस के चुनावी वादे महज वादे नहीं हैं बल्कि गारंटी हैं : राहुल गांधी
पणजी, 30 अक्टूबर, गोवा में कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान का बिगुल फूंकते हुए राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी अपने चुनाव घोषणापत्र में जो वादे करती है, वे महज कोई प्रतिबद्धता नहीं है बल्कि एक ‘‘गारंटी’’ है। गोवा में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। गोवा की एक दिवसीय यात्रा पर पहुंचने के बाद दक्षिण गोवा में मछुआरे समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी नफरत फैलाती है और लोगों को विभाजित करती है जबकि कांग्रेस प्यार और स्नेह फैलाती है क्योंकि वह लोगों को जोड़ने और उन्हें आगे ले जाने में यकीन करती है। गांधी ने कहा, ‘‘मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि भाजपा और कांग्रेस के बीच क्या अंतर है। कांग्रेस भारत के लोगों को एकजुट करने और उन्हें आगे ले जाने में विश्वास करती है।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा की नफरत का कांग्रेस का जवाब प्यार और स्नेह है। उन्होंने कहा, ‘‘जब भी वे नफरत फैलाते हैं और लोगों को बांटते हैं तो हम प्यार और स्नेह फैलाते हैं। मैं यहां आपका और अपना वक्त बर्बाद करने के लिए नहीं आया हूं। जैसे आपका वक्त महत्वपूर्ण है तो मेरा वक्त भी महत्वपूर्ण है। हम आपसे घोषणापत्र में जो वादा करेंगे वह महज कोई वादा नहीं होगा बल्कि गारंटी होगी।’’ गांधी ने कांग्रेस के आश्वासनों के बारे में मछुआरों से कहा, ‘‘मेरी विश्वसनीयता मेरे लिए महत्वपूर्ण है। अन्य नेताओं के विपरीत जब मैं यहां कुछ कहता हूं तो मैं सुनिश्चित करूंगा कि वैसा ही हो। अगर मैं यहां आया हूं तो मैं आपसे कहता हूं कि हम कोयला हब की अनुमति नहीं देंगे और अगर मैं यह नहीं करता हूं तो अगली बार जब मैं यहां आऊंगा तो मेरी कोई विश्वसनीयता नहीं रहेगी।’’ दरअसल, मछुआरे दक्षिण पश्चिम रेलवे की दोहरी पटरी वाली परियोजना का विरोध कर रहे हैं क्योंकि उनका आरोप है कि यह राज्य को कोयला हब में बदलने की कोशिश है। गांधी ने कहा कि पार्टी ने छत्तीसगढ़ में किसानों का कर्ज माफ कर उनसे किए वादे पूरे किए। उन्होंने कहा, ‘‘आप पंजाब और कर्नाटक जा सकते हैं, हमने वहां भी यही (वादा पूरा) किया।’’ अपने दौरे पर गांधी शाम को पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करेंगे और खनन उद्योग पर निर्भर लोगों से भी मुलाकात करेंगे।
कांग्रेस के गंभीर न होने के कारण मोदी और शक्तिशाली बनेंगे : ममता
पणजी, 30 अक्टूबर, तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शक्तिशाली बनेंगे क्योंकि कांग्रेस पार्टी राजनीति को लेकर गंभीर नहीं है और उन्होंने देश की सबसे पुरानी पार्टी पर फैसले न लेने का भी आरोप लगाया। भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा कि दिल्ली की ‘दादागीरी’ बहुत हुई। गोवा के तीन दिवसीय दौरे के आखिरी दिन पणजी में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए बनर्जी ने यह भी कहा कि कांग्रेस के निर्णय न ले पाने का अंजाम देश भुगत रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अभी सब कुछ नहीं कह सकती क्योंकि वे राजनीति को गंभीरता से नहीं लेते। कांग्रेस की वजह से मोदी जी और अधिक शक्तिशाली हो रहे हैं...अगर कोई निर्णय नहीं ले सकता तो उसके लिए देश को क्यों भुगतना चाहिए?’’ टीएमसी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कांग्रेस को पहले भी मौका मिला। भाजपा के खिलाफ लड़ने के बजाय वे मेरे राज्य में मेरे खिलाफ लड़े। क्या आपको नहीं लगता कि उन्होंने मेरे खिलाफ चुनाव लड़ा, बंगाल में मेरे राजनीतिक दल के खिलाफ चुनाव लड़ा...।’’ टीएमसी ने घोषणा की है कि वह आगामी गोवा विधानसभा चुनावों में सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बनर्जी ने कहा कि टीएमसी चुनावों में क्षेत्रीय दलों को सीटें आवंटित करने में यकीन रखती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहती हूं कि क्षेत्रीय दलों को मजबूत होना चाहिए। हम चाहते हैं कि संघीय ढांचा मजबूत हो। हमें राज्यों को मजबूत बनाना चाहिए, अगर राज्य मजबूत होंगे तो केंद्र भी मजबूत होगा। हम दिल्ली की दादागीरी नहीं चाहते, बस बहुत हुआ।’’ यह पूछे जाने पर कि उन्हें क्या लगता है कि कांग्रेस को कौन-से फैसले लेने चाहिए, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस के बारे में चर्चा नहीं करने जा रही हूं क्योंकि यह मेरी पार्टी नहीं है। मैंने अपना क्षेत्रीय दल बनाया है और किसी से समर्थन लिए बिना हमने तीन बार सरकार बनायी। उन्हें फैसला करने दीजिए। यह मेरा तरीका भी है, मैं किसी भी अन्य राजनीतिक दल के कामकाज में दखल नहीं देती हूं। मैं अपने राजनीतिक दल के बारे में कह सकती हूं और हमारी लड़ाई जारी रहेगी। हम भाजपा के आगे घुटने टेकने वाले नहीं हैं।’’
अभिनेता यूसुफ हुसैन का निधन, कोविड-19 से थे पीड़ित
मुंबई, 30 अक्टूबर, जानेमाने अभिनेता यूसुफ हुसैन का शनिवार सुबह निधन हो गया। 73 वर्षीय अभिनेता कोविड-19 से पीड़ित थे। उन्होंने ‘धूम 2’, ‘रईस’ और ‘रोड टू संगम’ जैसी फिल्मों में काम किया था। हुसैन के दामाद एवं फिल्मकार हंसल मेहता ने बताया कि अभिनेता लीलावती अस्पताल में भर्ती थे, वहीं उनका निधन हुआ। मेहता ने ट्विटर पर अपने ससुर के लिए एक भावनात्मक पोस्ट लिखी जिसमें उन्होंने बताया कि हुसैन ने किस प्रकार उन्हें आर्थिक मदद दी थी जब उनकी फिल्म ‘शाहिद’ अटक गई थी। उन्होंने लिखा, ‘‘मैं परेशान था। फिल्मकार के रूप में मेरा करियर लगभग खत्म हो चुका था। तब वह मेरे पास आए और कहा कि मेरे पास सावधि जमा है और आप जब इतने परेशान हैं तो वह मेरे लिए किसी काम का नहीं है। उन्होंने एक चेक दिया और ‘शाहिद’ पूरी हो गई। वह थे यूसुफ हुसैन।’’ मेहता ने कहा, ‘‘मेरे लिए ससुर नहीं बल्कि पिता थे। आज वह चले गए।’’ हुसैन ने ‘दबंग 3’, ‘ओ माय गॉड’, ‘आई एम सिंह’ जैसी फिल्मों में काम किया। अभिषेक बच्चन की आगामी फिल्म ‘बॉब बिस्वास’ के लिए भी उन्होंने शूटिंग की थी। अभिषेक बच्चन ने हुसैन को श्रद्धांजलि देते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘‘हमने कई फिल्मों में काम किया, ‘कुछ ना कहो’ से लेकर ‘बॉब बिस्वास’ तक। वह सौम्य, दयालु और गर्मजोशी से भरे हुए थे। उनके परिवार के प्रति संवदेनाएं।’’ मेहता के करीबी मित्र मनोज बाजपेयी ने ट्वीट किया, ‘‘दुखद खबर। पूरे परिवार के प्रति संवेदनाएं।’’ अभिनेत्री पूजा भट्ट ने भी शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं।
बंदूकधारियों के हमले में बाल-बाल बचा अफगान पत्रकार
डेंगू इलाज के लिये कोविड बिस्तरों का इस्तेमाल कर सकते हैं अस्पताल
नयी दिल्ली, 30 अक्टूबर, दिल्ली सरकार ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर अस्पताल कोरोना वायरस मरीजों के लिये आरक्षित एक तिहाई बिस्तरों का इस्तेमाल ‘वेक्टर’ जनित बीमारियों से पीड़ित लोगों के इलाज के लिये कर सकते हैं। यह आदेश राजधानी में डेंगू के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर जारी किया गया है। सोमवार को जारी नगर निकाय की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में इस साल डेंगू के 1,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, उनमें 280 मामले पिछले सप्ताह सामने आए हैं। इस महीने के शुरुआती 23 दिनों में ही डेंगू के 665 मामले दर्ज किए गए। दिल्ली में 18 अक्टूबर को डेंगू बीमारी से पहली मौत दर्ज की गई। शुक्रवार को जारी एक आदेश में कहा गया है, 'डेंगू/मलेरिया/चिकुनगुनिया के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर इन रोगियों के लिये बिस्तरों की मांग में बढ़ोतरी देखी गई है। इसके अलावा कोविड रोगियों के लिये आरक्षित कई बिस्तर कोविड मामलों की संख्या में गिरावट के कारण खाली पड़े हैं।'स्वास्थ्य विभाग ने दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों के चिकित्सा निदेशकों और चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देश दिया कि यदि आवश्यक हो तो डेंगू, मलेरिया और चिकुनगुनिया से पीड़ित लोगों के इलाज के लिये कोविड रोगियों के लिये आरक्षित एक तिहाई बिस्तरों का उपयोग करें, जिनमें आईसीयू बिस्तर भी शामिल हैं। राष्ट्रीय राजधानी के अस्पतालों में कोविड-19 रोगियों के लिये आरक्षित 10,594 बिस्तरों में से केवल 164 पर ही रोगी हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले में कोहली की कप्तानी की अग्निपरीक्षा
दुबई, 30 अक्टूबर, पाकिस्तान से मिली हार के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार को टी20 विश्व कप सुपर 12 चरण का मुकाबला भारतीय टीम के लिये ‘करो या मरो’ का होगा और विराट कोहली की कप्तानी की भी यह अग्निपरीक्षा होगी जिसमें उन्हें अपनी टीम से अपेक्षाओं पर खरे उतर पाने की उम्मीद होगी । पिछले रविवार को पाकिस्तान से दस विकेट से मिली करारी हार को भुलाकर भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने प्रदर्शन में काफी सुधार करना होगा । न्यूजीलैंड जैसी बेहतरीन टीम के सामने यह उतना आसान नहीं है । टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट खासकर भारतीय बल्लेबाजों के लिये अक्सर परेशानी का सबब बनते आये हैं । न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन शत प्रतिशत फिट नहीं है और मार्टिन गुप्टिल के पैर में भी चोट है । डेवोन कोंवे हालांकि बेहद आक्रामक और खतरनाक बल्लेबाज हैं । भारत के गेंदबाज पाकिस्तान के खिलाफ बुरी तरह नाकाम रहे थे लेकिन यहां कोई कोताही चल नहीं सकेगी । पूरी तरह से फिट नहीं होने के बावजूद खेल रहे हार्दिक पंड्या और खराब फॉर्म से जूझ रहे भुवनेश्वर कुमार भारतीय टीम की कमजोर कड़ियां साबित हुए हैं । कमर की चोट से उबरने के बाद से हार्दिक चिर परिचित फॉर्म में नहीं हैं और उनका कैरियर अब दांव पर लगा है । नेट पर उनका गेंदबाजी अभ्यास करना ही इस बात का द्योतक है कि वह किस कदर दबाव में है । उनकी टीम मुंबई इंडियंस भी उन्हें आईपीएल नीलामी पूल में डालने जा रही है लिहाजा उनके पास अधिक समय नहीं बचा है । भुवनेश्वर का संभवत: यह आखिरी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है । पिछले दो सत्र में उनकी रफ्तार काफी गिरी है और दीपक चाहर जैसे युवा गेंदबाजों से प्रतिस्पर्धा अब उनके लिये कठिन हो गई है ।
भारत ने हाल ही में टेस्ट प्रारूप में पहला मैच हारने के बाद शानदार वापसी करके दिखाई है । बतौर टी20 कप्तान अपना आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे कोहली भी इतनी आसानी से हार मानने वालों में से नहीं है । यहां नाकामी के मायने हैं कि 50 ओवरों और टेस्ट प्रारूप में भी उनकी कप्तानी को लेकर सवाल उठने लगेंगे । कोहली ऐसे खिलाड़ी हैं जो प्रतिकूल परिस्थितियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का माद्दा रखते हैं और उन्हें ऐसी चुनौतियां पसंद भी आती है । कई मौकों पर वह टीम के संकटमोचक रह चुके हैं लेकिन पिछले कुछ अर्से में कप्तान कोहली और बल्लेबाज कोहली का सामंजस्य देखने को नहीं मिला । भारतीय टीम का टूर्नामेंट के आखिरी चरण तक खेलना सिर्फ उसके करोड़ों प्रशंसकों की भावनात्मक जरूरत ही नहीं है बल्कि टूर्नामेंट के व्यावसायिक हितों के लिये भी यह जरूरी है । कमोबेश आसान समूह में होने के बावजूद आईपीएल में स्टार साबित होने वाले भारतीय दिग्गजों के टूर्नामेंट से जल्दी बाहर होने में अब एक जीत या हार भर का अंतर है । पाकिस्तान तीनों कठिन मैच खेलकर तीनों में जीत दर्ज करके सेमीफाइनल में जगह लगभग पक्की कर चुका है । उसे अब नामीबिया और स्कॉटलैंड से खेलना है । ऐसे में दूसरे स्थान के लिये मुकाबला भारत और न्यूजीलैंड में है और जो जीतेगा , वह दूसरे स्थान पर रहेगा । ओस को देखते हुए टॉस की भूमिका अहम रहेगी । ऐसे में कोहली टॉस जीतकर यह सुनिश्चित करना चाहेंगे कि उनके शीर्ष बल्लेबाजों को ओस के बीच ट्रेंट बोल्ट की खतरनाक स्विंग नहीं झेलनी पड़े क्योंकि वह शाहीन शाह अफरीदी से भी ज्यादा कहर बरपा सकते हैं । सूर्यकुमार यादव और ऋषभ पंत से भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी ।
बिहार : पिछली बार से भी कम हुई वोटिंग, 2 नवंबर को आएंगे परिणाम
गौरतलब है कि, कुशेश्वरस्थान सीट पर वर्ष 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में 51.17 फीसदी मतदान हुआ था। वही 2020 में 54.43 फीसदी मतदान हुए थे। जबकि 2021 में हुए उपचुनाव में वोटिंग परशेंटेंज में गिरावट देखने को मिली है। 2020 में वोटिंग का परशेंटेज 54.43 प्रतिशत था जो इस बार घटकर 2021 में 49 फीसदी हो गया। वहीं, तारापुर विधानसभा सीट की बात की जाए तो यहां 2015 में वोटिंग परशेंटेज 52.66 फीसदी था तो वहीं, 2020 में तारापुर में भी मतदान का प्रतिशत बढ़कर 54.76 हो गया। लेकिन 2021 में हुए उपचुनाव में तारापुर का मतदान प्रतिशत घटकर 49.59 फीसदी हो गया। गौर करने वाली बात यह है कि इन दोनों सीटों पर हुए उपचुनाव में मतदान का प्रतिशत पिछले चुनाव से कम है। इसके साथ ही इस उपचुनाव में कुल 974 कंट्रोल यूनिट, 1002 बैलेट यूनिट और 1053 vvpat का इस्तेमाल हुआ। जिसमें 14 कंट्रोल यूनिट, 5 बैलेट यूनिट और 11vvpat मॉक पोल के दौरान बदले गये हैं। 2 कंट्रोल यूनिट, 2 बैलेट यूनिट और 10 vvpat मॉक पोल के बाद बदले गये है। आज मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। जानकारी हो कि बिहार में विधानसभा उपचुनाव को लेकर सियासत लागतार गर्म रही और अब आज इन दोनों क्षेत्रों के मतदाता उम्मीदवारों की किस्मत तय करेंगे। क्योंकि इन दोनों सीटों पर महागठबंधन से राजद और कांग्रेस अलग अलग होकर चुनाव लड़ रही है। इसके साथ ही इससे पहले इन सीटों पर जदयू का कब्जा रह चुका है। बहरहाल देखना यह है कि, तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट पर मतदान होने के बाद जब 2 नवंबर को परिणाम की घोषणा की जाएगी तो क्या जनता तेजस्वी यादव द्वारा कही गई बात पर भरोसा की है या फिर उपचुनाव से पहले राजद से अलग हुई कांग्रेस के पक्ष में अपना मत दिया हैं या एक बार फिर से यह दोनों सीट जदयू के ही खाते में जाती है।
मोदी ने पोप फ्रांसिस को दिया भारत आने का न्योता
रोम, 30 अक्टूबर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह यहां वेटिकन सिटी पहुंच कर ईसाइयों के सर्वाेच्च धर्मगुरू पोप फ्रांसिस से बहुत गर्मजोशी से मुलाकात की और उन्हें भारत की यात्रा के लिए आमंत्रित किया। श्री मोदी स्थानीय समयानुसार करीब साढ़े आठ बजे वेटिकन के प्रांगण में पहुंचे जहां वेटिकन के वरिष्ठ अधिकारियों से उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। श्री मोदी के साथ आये प्रतिनिधिमंडल विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल थे। बाद में श्री मोदी ने जब पोप से मुलाकात की तो पोप ने उन्हें गले लगा लिया। दोनों के चेहरों में गहरी आत्मीयता, परस्पर सम्मान और प्रेम की भावना झलक रही थी। श्री मोदी सबसे पहले पोप से एकांत में मिले और फिर प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक में शामिल हुए जिसमें वेटिकन के विदेश मामलों के मंत्री कार्डिनल पीत्रो पैरोलिन और वेटिकन के विदेश संबंध मंत्री आर्कबिशप पॉल रिचर्ड गालागेर शामिल थे। वेटिकन की परंपरा के अनुसार पोप के साथ किसी भी राष्ट्राध्यक्ष या शासनाध्यक्ष की बैठक का कोई पूर्व निर्धारित एजेंडा तय नहीं होता है। बैठक के बाद श्री मोदी ने कहा कि पोप फ्रांसिस के साथ बहुत ही अच्छी मुलाकात रही। उन्होंने अनेकानेक मुद्दों पर बात की और उन्हें भारत आने काे निमंत्रित किया। वेटिकन के प्रेस कार्यालय ने एक वक्तव्य में कहा कि बातचीत में वेटिकन और भारत के बीच सौहार्द्र पूर्ण संबंधों पर बातचीत हुई।
सूत्रों ने बताया कि यह बैठक करीब 20 मिनट के लिए तय थी लेकिन यह करीब एक घंटे तक चली। प्रधानमंत्री एवं पोप के बीच सामान्य वैश्विक परिदृश्य एवं मुद्दों तथा अन्य तमाम विषयों पर अच्छी चर्चा हुई। जलवायु परिवर्तन एवं गरीबी उन्मूलन जैसे ऐसे मुद्दों पर बातचीत हुई जिससे विश्व बेहतर बनता है। सूत्रों के अनुसार कोविड महामारी एवं स्वास्थ्य संबंधी विषयों तथा शांति एवं स्थिरता बरकरार रखने के लिए विश्व के विभिन्न देशों के मिलजुल कर काम करने के तरीके पर भी बातचीत हुई। सूत्रों ने बताया कि श्री मोदी ने पोप को भारत आने का निमंत्रण दिया। इससे पहले 1999 में पोप जाॅन पॉल द्वितीय भारत आये थे। श्री माेदी ने पोप को चांदी की कैंडलस्टिक तथा पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता पर एक पुस्तक भेंट की। पोप ने श्री मोदी को एक कांस्य पट्ट भेंट किया जिस पर लिखा था -रेगिस्तान एक गुलिस्तान बनेगा’। पोप ने आबूधाबी में वहां के प्रधान इमाम अल अज़हर के साथ 04 फरवरी 2019 को विश्व शांति दिवस पर मानव बंधुत्व पर एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर किये थे, यह उसी दस्तावेज का अंश है। श्री मोदी सर्वोच्च धर्मगुरू से मिलने वाले पांचवे भारतीय प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले पंडित जवाहर लाल नेहरू, श्रीमती इंदिरा गांधी, श्री इंद्र कुमार गुजराल और श्री अटल बिहारी वाजपेयी पोप से मिल चुके हैं। 1999 में श्री वाजपेयी ने पोप जॉन पॉल द्वितीय से मुलाकात की थी। पोप का वर्ष 2016-17 में भारत एवं बंगलादेश की यात्रा का कार्यक्रम था लेकिन किन्हीं कारणों से उनकी यात्रा नहीं हो पायी थी।
युवा स्वार्थ को छोड़कर देश के विकास का संकल्प लें : शाह
हरिद्वार 30 अक्टूबर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को युवाओं से स्वार्थ को छोड़कर देश का विकास का संकल्प लेने की अपील की। श्री शाह ने यहां शांतिकुंज के देव संस्कृति विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर गृह मंत्री ने शांतिकुंज को एक महातीर्थ बताते हुए कहा शांतिकुंज मानवता की सेवा कर रहा है तथा लोगों को संस्कृति वालों और आदर्श वन बनाने में वर्षों से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि शांतिकुंज के संस्थापक आचार्य श्री राम शर्मा जीने युग परिवर्तन की शुरुआत की थी आज करोड़ लोग इस मिशन से जुड़े हैं । उन्होंने देश में लागू नई शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए कहा युवा पीढ़ी को नई शिक्षा नीति को एक बार जरूर जानना चाहिए क्याेंकि यह केवल किताबी ज्ञान पर आधारित शिक्षा नहीं है बल्कि युवाओं की रुचि और उनके अंदर की प्रतिभा को आगे बढ़ाने के साथ-साथ भारत की मिट्टी से जुड़ी हुई शिक्षा नीति है जो शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी देती है। उन्होंने कहा कि भारत इस समय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है जिसका उद्देश्य गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों का स्मरण करना है उनका सम्मान करना है साथ ही देश की सेवा और राष्ट्रीय कर्तव्य को निभाने का एक संकल्प भी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ लेते ही भारतीय सभ्यता और संस्कृति का परिचय दिया और उज्जैन के महाकाल के दर्शन किए और पशुपतिनाथ में दर्शन करके सरकारी खजाने से वहां पर ध्यान दिया इससे पहले लोगों ने भारतीय संस्कृति और सभ्यता को उजागर करने में संकोच किया जबकि हमारे प्रधानमंत्री भारतीय संस्कृति और सभ्यता को बढ़ाने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। इस अवसर पर शांतिकुंज के प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ चिन्मय पंड्या ने भी अपना संबोधन दिया तथा श्री शाह को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। गृह मंत्री ने बाद में हरिहर आश्रम जाकर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज से भी भेंट की और देश के हालातों पर उन से चर्चा की ।
ऑस्ट्रेलिया को आठ विकेट से रौंद कर इंग्लैंड चोटी पर
दुबई, 30 अक्टूबर, पिछले उपविजेता इंग्लैंड ने शानदार गेंदबाजी करते हुए चिर प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया को आईसीसी टी 20 विश्व कप के ग्रुप एक के मुकाबले में शनिवार को 20 ओवर में 125 रन पर निपटा दिया और फिर 11.4 ओवर में दो विकेट पर 126 रन बनाकर आठ विकेट से एकतरफा जीत हासिल कर ली। ओपनर जोस बटलर ने 32 गेंदों में पांच चौके और पांच छक्के उड़ाते हुए नाबाद 71 रन ठोके और अपनी टीम को 12वें ओवर में लगातार तीसरी जीत दिला दी और उसका सेमीफाइनल में स्थान भी लगभग सुनिश्चित कर दिया।ऑस्ट्रेलिया को तीन मैचों में पहली हार का सामना करना पड़ा और इस बड़ी हार के साथ ऑस्ट्रेलिया का नेट रन रेट भी माइनस में खिसक गया है।ऑस्ट्रेलिया अब तालिका में दक्षिण अफ्रीका के बाद तीसरे नंबर पर पहुंच गयी है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने संयुक्त रूप से अपना दूसरा न्यूनतम स्कोर बनाया। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। ऑस्ट्रेलिया की पारी शुरुआत से ही लड़खड़ाती रही और उसने 21 रन तक अपने चार विकेट गंवा दिए । कप्तान आरोन फिंच ने एकतरफा संघर्ष करते हुए 49 गेंदों में चार चौकों की मदद से 44 रन बनाये और 19वें ओवर की पहली गेंद पर क्रिस जॉर्डन का शिकार बने। फिंच ने विकेटकीपर मैथ्यू वेड के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 रन जोड़े। उन्होंने फिर एश्टन एगर के साथ छठे विकेट के लिए 45 रन जोड़े। वेड ने 18 गेंदों पर 18 रन में दो चौके लगाए जबकि एगर ने 20 गेंदों पर 20 रन में दो छक्के उड़ाए। पैट कमिंस ने मात्र तीन गेंदों पर लगातार दो छक्के मारते हुए 12 रन बनाये। मिशेल स्टार्क ने छह गेंदों पर एक चौके और एक छक्के की मदद से 13 रन बनाये और पारी की आखिरी गेंद पर आउट हुए। इंग्लैंड की तरफ से क्रिस जॉर्डन ने 17 रन पर तीन विकेट लेकर प्लेयर ऑफ द मैच बने जबकि क्रिस वोक्स ने 23 रन पर दो विकेट और टायमल मिल्स ने 45 रन पर दो विकेट निकाले। लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने तूफानी शुरुआत की और इस विश्व कप में पॉवरप्ले का सबसे बड़ा स्कोर बनाया। बटलर और जैसन रॉय ने 62 ओवर में 66 रन की ओपनिंग साझेदारी की। रॉय 20 गेंदों में एक चौके और एक छक्के की मदद से 22 रन बनाकर लेग स्पिनर एडम जम्पा की गेंद पर पगबाधा हुए। डेविड मलान आठ गेंदों में आठ रन बनाकर टीम के 97 के स्कोर पर दूसरे बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। जानी बेयरस्टो ने 11 गेंदों पर दो छक्कों की मदद से नाबाद 16 रन बनाये और मैच को 12वें ओवर में समाप्त कर दिया। बटलर और बेयरस्टो ने कुछ कमाल के छक्के लगाए।
इंटरनेशनल आइकन पुरस्कार से सम्मानित हुयी उर्वशी रौतेला
मुंबई, 30 अक्टूबर,बॉलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला को इंटरनेशनल आइकन फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उर्वशी रौतेला को हाल ही में मध्य पूर्व में आयोजित फिल्मफेयर पुरस्कार में इंटरनेशनल आइकन ऑफ द ईयर से सम्मानित किया गया था। अवॉर्ड मिलने के बाद उर्वशी ने एक वीडियो पोस्ट किया। उर्वशी ने वीडियो को कैप्शन दिया, “थैंक यू फिल्मफेयर इंटरनेशनल आइकन ऑफ द ईयर ‘2021 अवार्ड ” उर्वशी रौतेला एक बड़े बजट की सायंस-फिक्शन तमिल फिल्म के साथ अपना तमिल डेब्यू करेंगी, जिसमें वह एक माइक्रोबायोलॉजिस्ट और एक आईआईटीयन की भूमिका निभाएंगी। उर्वशी 'ब्लैक रोज़'के साथ-साथ थिरुतु पायले 2 के हिंदी रीमेक के साथ में दिखाई देंगी | उर्वशी रौतेला जियो स्टूडियो की वेब सीरीज ‘इंस्पेक्टर अविनाश’ में रणदीप हुड्डा के साथ मुख्य भूमिका निभा रही हैं, जो सुपर कॉप अविनाश मिश्रा और पूनम मिश्रा की सच्ची कहानी पर आधारित एक बायोपिक है।
बिहार : स्नातक दिवस समारोह के दौरान 300 छात्रों को सम्मानित किया
संयुक्त राष्ट्र की यह रिपोर्ट परिवर्तनकारी दृष्टिकोण का करती है आह्वान
· विकासशील देश पहले से ही जलवायु संबंधी आपदाओं के कारण उच्च आय वाले देशों की तुलना में तीन गुना अधिक आर्थिक नुकसान झेल रहे हैं।
· निष्क्रियता के परिणामस्वरूप पिछले दशक में विकासशील देशों के लिए एडाप्टेशन लागत दोगुनी हो गई है। तापमान में वृद्धि के साथ ये और बढ़ेगी ही, 2030 में $300 बिलियन और 2050 में $500 बिलियन तक पहुंच जाएगी ।
· एडाप्टेशन जोखिम प्रबंधन का मामला कम और विकास योजना का अधिक है; और यहां राज्य को जलवायु प्रभावों की तैयारी के लिए सर्वोत्तम मंच के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।
कई विकासशील देशों में आर्थिक और जलवायु आघातों के प्रति संवेदनशीलता एक-दूसरे को जटिल बना रही है, जो देशों को स्थायी व्यवधान, आर्थिक अनिश्चितता और धीमी उत्पादकता वृद्धि के पर्यावरण-विकास जाल में बंद कर रही है। वैश्विक तापमान में जितनी अधिक वृद्धि होगी, गरीब देशों को उतना ही अधिक नुकसान होगा। COP26 से पहले, UNCTAD ग्लासगो में एडाप्टेशन वित्त को बढ़ाने का मुद्दा टेबल पर लाने के लिए आह्वान कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी विकासशील देशों को अधिक जलवायु अनुकूलन निधि प्राप्त कराने के लिए अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली में सुधार का आग्रह कर रही है। रिपोर्ट का तर्क है कि एडाप्टेशन जोखिम प्रबंधन का मामला कम और विकास योजना का अधिक है। जोखिम प्रबंधन उपाय वर्तमान जलवायु खतरों के लिए आंशिक लचीलापन प्रदान कर सकते हैं, लेकिन ये हस्तक्षेप उन संरचनाओं को संरक्षित करते हैं जो विकासशील देशों को स्थायी भेद्यता की स्थिति में छोड़ देते हैं और अधिक दूरंदेशी विकल्पों को सिकोड़ देते हैं। UNCTAD महासचिव रेबेका ग्रिन्सपैन: "रिपोर्ट दर्शाती है कि जलवायु चुनौती के प्रति एडाप्ट होने के लिए पर्याप्त कार्रवाई के लिए एक रूपांतरित दृष्टिकोण की आवश्यकता होगी जो केवल पूर्वव्यापी के बजाय सक्रिय और रणनीतिक हो। लेकिन विकासशील देशों की सरकारों को भविष्य के जलवायु खतरों का सामना करने के लिए बड़े पैमाने पर सार्वजनिक निवेश जुटाने के लिए पर्याप्त नीति और वित्तीय स्थान की आवश्यकता है, यह सुनिश्चित करते हुए कि ये निवेश विकास लक्ष्यों को पूरा करते हैं।"रिचर्ड कोज़ुल-राइट, UNCTAD के वैश्वीकरण और विकास रणनीति प्रभाग के निदेशक, और रिपोर्ट के प्रमुख लेखक: "जलवायु एडाप्टेशन और विकास का अटूट संबंध है और एडाप्टेशन से निपटने के लिए नीतिगत प्रयासों को एक सस्टेनेबल और सार्थक प्रभाव लाने के लिए इसे स्वीकार करना चाहिए। एकमात्र स्थायी समाधान संरचनात्मक परिवर्तन की प्रक्रिया के माध्यम से अधिक लचीली अर्थव्यवस्थाओं की स्थापना करना और जलवायु-संवेदनशील गतिविधियों की एक छोटी संख्या पर विकासशील देशों की निर्भरता को कम करना है।"
गांधी दर्शन, राजघाट से रन फॉर यूनिटी, विभिन्न आयु के लोगों ने लिया भाग
श्री विजय गोयल ने 29 अगस्त, 2019 को भारत के माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू किए गए मिशन 'फिट इंडिया'के मशाल वाहक बनने और खेलों में उनकी उत्कृष्टता के लिए टीमों को सम्मानित किया। धावकों को संबोधित करते हुए, श्री विजय गोयल ने रन फॉर यूनिटी के आयोजन के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिन 31 अक्टूबर को चुनने के लिए गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति तथा हेल्थ फिटनेस ट्रस्ट की सराहना की। श्री विजय गोयल ने कहा, "यह सरदार पटेल ही थे, जिन्होंने रियासतों को एक छत्र में एकीकृत करने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनमें राष्ट्रीयता और देशभक्ति की भावना स्थापित की”I उन्होंने ये भी कहा की “500 से अधिक लोगों को लाने का यह त्योहार देश की अंतर्निहित ताकत को दर्शाती हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की, की हमारे देश की युबा पीढ़ी फिट रहने और राष्ट्रीय कारणों के लिए अपनी सेवाओं को समर्पित करने में अग्रसर हैं”। रेस डायरेक्टर और पूर्व एशियाई मैराथन चैंपियन डॉ. सुनीता गोदारा, जो हेल्थ फिटनेस ट्रस्ट की संस्थापक निदेशक हैं, ने गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति को समाज के एक बड़े वर्ग में एकता और राष्ट्रीय अखंडता के संदेश को ले जाने का समर्थन करने के लिए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का अन्य आकर्षण गुरु अभ्यास के छोटे बच्चों द्वारा गांधीजी के सिद्धांतों और शिक्षाओं पर एक विषयगत संगीत प्रस्तुति थी। हेल्थ फिटनेस ट्रस्ट ज़ुम्बा फिटनेस (Zumba fitness) द्वारा सरदार पटेल पर एक विषयगत प्रस्तुति अन्य आकर्षण था जिसने धावकों को प्रोत्साहित किया।
राजकमल प्रकाशन मना रहा है 'किताबतेरस'
- · राजकमल प्रकाशन समूह का आह्वान
- · 'शब्दों से समृद्धि, शब्दों का उजियारा'का दिया संदेश
- · हम किताबें पढ़ने और पढ़ाने की संस्कृति का विकास चाहते हैं. ताकि हमारा समाज संपूर्णता में समृद्ध हो. धन बिना ज्ञान के अधूरा है। -- अशोक महेश्वरी,प्रबंध निदेशक, राजकमल प्रकाशन समूह
नई दिल्ली : राजकमल प्रकाशन समूह ने 'किताबतेरस'का आह्वान किया है. किताबतेरस एक अवसर है, धनतेरस, दीवाली, भाईदूज के बहाने किताबों को घर लाने का, अपनों को उपहार में किताबें देने का. 'शब्दों से समृद्धि, शब्दों का उजियारा'के संदेश के साथ प्रकाशन समूह ने लोगों से अपील की है कि वे त्योहारों के इस मौसम में अपनी पसंद की पुस्तकें घर में लाएँ और स्वजनों, मित्रों को उपहार में पुस्तकें दें. इससे एक स्वस्थ समाज के निर्माण का रास्ता खुलेगा। किताबें हमें जीवन के विविध अनुभवों से जोड़ती हैं। ज्ञान की रौशनी में ले जाती हैं। हमारे मानस का विकास करती हैं। बड़ा सोच देती हैं और बड़े सपनों को पूरा करने की सूझबूझ देती हैं। किताबें हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक आहार की तरह हैं। इस डिजिटल दौर में किताबें पढ़ना मानसिक शांति के लिए एक थेरेपी की तरह है। राजकमल प्रकाशन समूह के प्रबंध निदेशक अशोक महेश्वरी ने कहा, दिवाली और धनतेरस जैसे त्योहार हमारी खुशी और समृद्धि की अभिव्यक्ति और आकांक्षा से जुड़े हैं. परंपरागत तौर पर समृद्धि को धन-संपत्ति से जोड़ कर देखा जाता है. यह स्वभाविक है. इसके साथ ही ज्ञान को भी जोड़ लें तो हमारी समृद्धि सर्वांगीण हो जाएगी, जो हम अच्छी पुस्तकों के जरिए पा सकते हैं। उन्होंने कहा, ज्ञान की संपदा ऐसी संपदा है जो बांटने से कम नहीं होती. इस बात को महसूस करते हुए हमने लोगों को किताबतेरस मनाने का संदेश दिया है ताकि लोगों के बीच त्योहारों के इस मौसम में किताबें उपहार में देने व किताबें पढ़ने की संस्कृति का विकास हो सके। यह हमें और हमारे समाज को संपूर्णता में समृद्ध करेगा. गौरतलब है कि राजकमल प्रकाशन समूह कई बरसों से त्योहारों के मौसम में ‘किताबतेरस’ अभियान चला रहा है। इस बार यह अभियान 6 नवम्बर तक चलेगा. इसके लिए प्रकाशन समूह ने सभी लोगों की रुचियों को ध्यान में रखते हुए किताबों के अलग-अलग सेट घोषित किए हैं, जिन पर 30% की छूट दी जा रही है। किताबतेरस अभियान को सोशल मीडिया पर चौतरफा समर्थन मिल रहा है. यह उत्सवधर्मी समाज में एक नई चलन के आरंभ का संकेत है जो कि पुस्तक-संस्कृति को बढ़ाने के लिए बहुत आवश्यक थी।
बिहार : राष्ट्रीय एकता दिवस के रुप मे मनाई गयी सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती।
पटना 31 अक्टूबर, राष्ट्रीय सामाजिक न्याय मोर्चा के प्रांतीय कार्यालय मे मोर्चा के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव नरेश महतो की अध्यक्षता मे देश के प्रथम उपप्रधानमंत्री, गृह मंत्री व लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रुप मे मनाई गयी। कार्यक्रम का संचालन मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नीलमणि पटेल ने किया। मोर्चा नेताओं ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल ने छोटे छोटे रियासतों को एक कर अंखड भारत के निर्माण मे एहम भूमिका का निर्वहन किया। अपने दमदार छवि के कारण उन्हे सरदार पद से भी नवाजा गया। देश के एकीकरण व नवनिर्माण मे सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यो को कभी भूलाया नही जा सकता। वे कुशल वक्ता व राष्ट्रवादी नेता थे। राष्ट्रीय सामाजिक न्याय मोर्चा आज उनकी जयंती पर उन्हें नमन करते हुये विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है। इस अवसर पर मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनीष कुमार,संजय सिंह,आलोक कुमार,अवधेश कुमार,गणेश कुमार,रंजीत कुमार,रंजन कुमार,धर्मेन्द्र कुमार,विमलानंद झा आदि उपस्थित थे।