वैशाली। जब दबंग बदमाशों ने युवती का अपहरण कर बलात्कार करके मौत के घाट उतार दिया,तब वैशाली जिले के तिसीऔता थाना क्षेत्र में बीजेपी विधायक लखेंद्र कुमार रोशन उर्फ़ लखेंद्र पासवान पहुंचे.विधायक को स्थानीय लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं मौके से विधायक को खदेड़ भी दिया गया।चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाता ऐसा विधायक यह कहते हुए ग्रामीणों ने पातेपुर से भाजपा विधायक लखेंद्र कुमार रोशन उर्फ़ लखेंद्र पासवान को भगा दिया। सर्वज्ञात है कि इस देश में जातिवादियों के हौसले बुलंद है।हमारी बहनों की इज्जत को तार तार करके हत्या कर दी जाती है।घटना तिसीओता थाने का है कृपया जल्दी से जल्दी मामले को संज्ञान ले व ठाकुर चौधरी बलात्कारी हत्यारो को गिरफ्तार करे! इस जिले के शाहपुर गांव में रहने वाले जुगेश्वरी की पत्नी अकली देवी कहती है कि मेरी बेटी किरण कुमारी 20 दिसंबर की शाम 7:00 बजे घर से बाहर शौचालय के लिए गई थीं।उसके बाद असामाजिक तत्व यानी गुंडों ने बंदूक की नोंक पर उठा ले गये. उन लोगों ने रेप किया और उसके बाद मार डाला। राकेश चौधरी के पुत्र अनुराग कुमार राकेश चौधरी पिता माथुर चौधरी,अधीन ठाकुर के पुत्र अंशु कुमार एवं 6 की संख्या में मेरी बच्ची को जबरन अपहरण करके ले जा रहे थे,तो बच्ची हल्ला की तो हमलोग वहां पहुंचे तो हमलोगों को धक्का-मुक्की करते हुए एवं गाली गल्लोज में मादरचौद चमार बीच में आया तो गोली मार देंगे।य बिहार के वैशाली में 20 दिसंबर को ठाकुर और चौधरी समाज के गुंडे 20 वर्षीय दलित लड़की को बंदूक लहराते हुए उठा कर ले गए! जब इन गुंडों के घर लड़की के परिजन पहुंचे तो उन्हें 2 दिन बाद लड़की वापस कर देंगे बोलकर भगा दिया! आज 6 दिन बाद पानी में डूबी हुई बच्ची की लाश मिली है। बिहार के वैशाली जिले में 20 दिसंबर को कथित तौर पर गाँव के ठाकुर और उसके लोग एक 20 वर्षीय दलित लड़की को जबरन बंदूक के दम पर घर वालो के सामने अगवा कर ले गए और कहा कि दो दिन बाद लड़की को वापस भेज देंगे लेकिन आज रविवार को ठीक 6 दिन बाद 26/12/21 को उसकी लाश नदी में डूबी हुई मिली जिस पर घर वालो ने सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में थाना अध्यक्ष को लिखित रूप में शिकायत दर्ज करायी । मृतक युवती के घर वालों ने शिकायत पत्र में लिखा कि, उनकी बेटी को जबरन अगवा कर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया हैं और उसके बाद उसकी हत्या कर नदी में लाश को डाल दिया गया हैं घर वालों का कहना हैं कि, गाँव के चौधरी जिसका नाम मनोज हैं उसी के इशारे पर कुछ आदमी युवती को उसके घर वालों के सामने से उठा कर ले गए रोकने पर उनको जातिगत गलियां दी गई और मारने की धमकी भी दी गई, बाद में जब घर वाले युवती को लेने पहुंचे तो घर वालों को यह कह कर भगा दिया गया कि दो दिन में युवती को उसके घर भेज देंगे पर ऐसा नहीं हुआ और आज 26/12/21 को युवती की लाश गाँव के लोगों को नदी में मिली। आज जब विधायक वहां पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें यह का कर भगा दिया की ग्रामीण होकर भी अब तक कहां थे। जब विपक्ष के नेता शिवचंद्र राम और प्रतिमा कुमारी पहुंची तो क्या सिर्फ खानापूर्ति करने आए हैं। एक सप्ताह पूर्व लड़की का अपहरण हो गया था। जिसने अपहरण किया था। उसके बारे में भी सभी लोग जानते हैं। लेकिन विधायक पूछने तक नहीं आये और जब लाश मिल गया तो शव देखने नहीं आए। ऐसे विधायक का होना और ना होना एक ही बात है। इसलिए उन्हें हम लोगों ने भगा दिया। स्थानीय उपेंद्र राम ने कहा कि स्थानीय विधायक को इसलिए भगा दिया कि वह बगल गांव के हैं। बहू बेटी की इज्जत लूट गई और वह कान में तेल डालकर सोये हुए थे। जो बच्ची मरी है यह सारे समाज की बच्ची है। 3 दिन से विधायक कहां थे। अभी चेहरा दिखा रहे हैं। ऐसा कौन सा बीमारी हो गया था कि नहीं आए। विधायक के समय पर नहीं पहुंचने से आक्रोशित उपेंद्र राम ने आगे कहा कि तुमको हार्ड अटैक क्यों नहीं आ गया। चुल्लू भर पानी में डूब कर मर क्यों नहीं जाता। बच्ची का अपहरण, दुष्कर्म और हत्या जैसे आरोप पीड़ित पक्ष ने लगाया है। स्थानीय लोगों को मुख्य रूप से गुस्सा पुलिस प्रशासन से है। जहां अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। ऐसे में ग्रामीणों ने लेट से पहुंचे मौके पर स्थानीय विधायक पर ही सारी भड़ास निकाल दी।
बिहार : चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाता ऐसा विधायक
बिहार : हर्षोल्लास से मनी कांग्रेस की 137वीं स्थापना दिवस समारोह
- कांग्रेस छल-कपट की राजनीति से दूर रही है और आगे भी रहेगी। डॉ मदन मोहन झा ने कहा कि कांग्रेस के 137वें स्थापना दिवस पर तिरंगा यात्रा का आयोजित किये...
पटना. 28 दिसम्बर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के 137वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम के उद्यान में बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने झंडोत्तोलन किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने तिरंगे को सलामी दी और कांग्रेसजनों को प्रतिज्ञा दिलाई।इसके साथ ही कांग्रेस सेवादल के 99वें स्थापना दिवस पर सेवादल के प्रदेश मुख्य संघटक मो. शोएब द्वारा आयोजित तिरंगा मार्च का आयोजन सदाकत आश्रम से राजेन्द्र घाट तक आयोजित किया गया। जिसका नेतृत्व बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने किया। राजेन्द्र घाट पर देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद के समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। झंडोत्तोलन के उपरांत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने कहा कि छल कपट की राजनीति को कांग्रेस पार्टी ने कभी स्वीकार नहीं किया। वर्तमान दौर में देश की राजनीति पर साम्प्रदायिक ताकत हावी हो चुकी है। कांग्रेस ने सदैव देश की एकता, अखंडता और सद्भाव को बरकरार रखने की कवायद की है। कांग्रेस देश के विकास और आम लोगों के जीवन को सुदृढ़ करने की राजनीति करती रही है। वर्तमान दौर में कांग्रेस ने गांधीवादी विचारधारा को जीवित रखने और सबको साथ लेकर चलने की राजनीति की है।
स्थापना दिवस एवं तिरंगा यात्रा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा, पूर्व अध्यक्ष डॉ. शकील अहमद, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. समीर कुमार सिंह, कौकब कादरी, श्याम सुन्दर सिंह धीरज, मिडिया चेयरमैन राजेश राठौड़, विधायक प्रतिमा कुमारी दास, ब्रजेश पाण्डेय, ब्रजेश प्रसाद मुनन, पूर्व विधायक नरेन्द्र कुमार, लाल बाबु लाल, ऋषि मिश्रा, अर्जुन मंडल, सतीश कुमार, प्रवीन कुशवाहा, जया मिश्रा, कुमार आशीष, स्नेहाशीष वर्धन पाण्डेय, संजीव कर्मवीर, ज्ञान रंजन, सौरभ सिन्हा, मिन्नत रहमानी, अशोक गगन, रामायण प्रसाद यादव, अरबिंद लाल रजक, आशुतोष शर्मा, मंजीत आनंद साहू, कमलदेव नारायण शुक्ला, रीता सिंह, राजेश सिन्हा, शशि कान्त तिवारी, असफर अहमद, मृणाल अनामय, अजय सिंह, सत्येन्द्र कुमार सिंह, प्रदुमन यादव, विनोद पाठक, ब्रज किशोर सिंह कुशवाहा, सुधा मिश्रा, संजय कुमार पाण्डेय, अखिलेश्वर सिंह, मो. सोएब, राम नरेश चौधरी, अनोखा देवी, सुनील कुमार सिंह, दौलत इमाम, मृगेंद्र सिंह, रेणु कुशवाहा, उमेश कुमार राम, सुनैना झा, निधि पाण्डेय, रूमा सिंह, बिपिन झा, मिथिलेश शर्मा मधुकर, अजय सिंह टुन्नू, राजीव सिन्हा, मो. शाहनवाज, फिरोज हसन, ताहिर अनिश खान, राज किशोर सिंह, सुधीर शर्मा के अलावे कांग्रेस के नेतागण, सेवादल के सैंकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी मौजूद रहें।
पश्चिम चम्पारण जिले की धरती पर जन्म लेने वाले का उप याजक समारोह संपन्न
चुहड़ी. आज बेतिया धर्मप्रांत के चुहड़ी पल्ली में स्थित चर्च में उप याजक समारोह हुआ.यह चनपटिया प्रखंड के चुहड़ी पंचायत में स्थित है.252 साल पुरानी है चुहड़ी पल्ली.स्थापना काल है 1769 .चुहड़ी पल्ली से अनेक फादर और सिस्टर बने हैं.इस समारोह के अवसर पर दुल्हन की तरह ऑवर लेडी ऑफ असम्पसन चर्च चुहड़ी को सजाया गया. आज के दिन बेतिया धर्मप्रांत के लिए स्मरणीय दिवस रहा.इस धर्मप्रांत में जन्म लेने वाले गुंजन रफायल उप याजक बने हैं.उप याजक गुंजन रफायल का बाद में पुरोहिताभिषेक होगा.वह भी ढाई सौ साल से अधिक पुराने ऑवर लेडी ऑफ असम्पसन चर्च में उप याजक का रस्म अदायगी की गयी.बेतिया धर्मप्रांत के बिशप पीटर सेवास्टियन गोवियस के नेतृत्व में उप याजक समारोह का मिस्सा अर्पित किया.इनके साथ बेतिया धर्मप्रांत के विकर जनरल फादर फिन्टन साह आदि पुरोहित भी थे.
झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 28 दिसंबर
ग्राम आंबाकुआं को नई ग्राम पंचायत बनाए जाने एवं ग्राम में स्थित श्मशान घाट को राजस्व अभिलेख में दर्ज करवाने की मांग, माली समाज ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
श्मशान की जमीन को राजस्व अभिलेख में दर्ज किया जाए
इसके अलवा एक अन्य ज्ञापन में बताया गया कि ग्राम पंचायत भूरीमाटी में पहनं-19(34) राजस्व निरीक्षक वृत्त में स्थित शासकीय भूमि में दर्ज है। जिसकी खसरा नकल भी ज्ञापन के साथ प्रेषित की गई। ज्ञापन में आगे बताया कि ग्राम में निवासरत माली समाज के लोग सहित अन्य सभी जन उक्त भूमि का उपयोग पिछले लंबे समय से श्मशान घाट (अंत्येष्टि संस्कार) अर्थात शवदाह संस्कार के रूप में करते आ रहे है। यह भूमि ग्राम आंबाकुअं में ग्राम पंचायत भूरीमाटी की सीमा पर गु-खाली नामक नाला पर स्थित होकर इस स्थान पर ग्राम पचंायत द्वारा शवहाद गृह का भी निर्माण किया गया है एवं अंतिम यात्रा ले जाने हेतु पक्का सीसी निर्माण कार्य भी करवाया गया है। साथ ही पर्याव्रण सुरक्षा के तहत यहां पौधे भी लगाए है। संपूर्ण ग्राम पचंायत में शवदाह कार्यक्रम हेतु उक्त भूमि के अलावा ग्राम में अन्य कोई स्थान रिक्त नहीं है। इस हेतु मांग की गई कि उक्त भूमि, जो अभी तक रेवन्यू रेकार्ड में सार्वजनिक श्माशान घाट से दर्ज नहीं है। इसका जल्द ही सर्वे करवारकर एवं मौका मुआयना करवाकर राजस्व अभिलेख में दर्ज करवाया जाए।
यह रहे उपस्थित
दोनो ज्ञापन सौंपते समय माली समाज एवं ग्राम आंबाकुआं के ग्रामीणांे में रमेश गोविन्द माली, चिंतन प्रेमचंद माली, लक्ष्मण भैराजी परमार, प्रकाश कोदर सोलंकी, नटवर कचरा माली, प्रकाश कचरा, दिलीप गोविन्द, पूनमचंद लाला, रूपा गोविन्द, महेशलाल, मोतीलाल चौहान, प्रदीप, दिलीप, अशोक, देवचंद माली, प्रकाश पटेल, अल्केश राठौर आदि उपस्थित थे।
भाजपा पिछडा वर्ग मोर्चे के पदाधिकारियों एवं कार्यकारीणी की हुई घोषणा
झाबुआ । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के निर्देशानुसार , तथा प्रदेश भाजपा पिछडा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष भगतसिंह कुशवाह की सहमति एवं जिला भाजपाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक की अनुसंशा पर भाजपा पिछडा वर्ग मोर्चा के जिलाध्यक्ष सोनू विश्वकर्मा द्वारा भाजपा पिछडा वर्ग मोर्चे के पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी की घोषणा की गई । उक्त जानकारी देते हुए जिला भाजपा मिडिया प्रभारी नवकार संयोजक योगेन्द्र नाहर ने बताया कि तदनुसार 4 उपाध्यक्ष राजेश भटेवरा, आशीष बाविस्कर, शांतिलाल सोलंकी,एवं नयन टवली को उपाध्यक्ष का दायित्व सौपा गया है । दो महामंत्री दिनेश राठौर एवं मयूर पंवार को बनाया गया हेै । मंत्री पद पर लक्ष्मीनारायण पाटीदार, भाविक बारोड, लखन भालोड, एवं नाना राठौर को नियुक्त किया गया है । कोषाध्यक्ष संदीप सोनी को कार्यालय मंत्री जितेन्द्र पांचाल को,तथा मीडिया प्रभारी संजय बेैरागी को बनाया गया है ।स्वीट गोस्वामी एवं उत्सव सोनी सोश्यल मीडिया आईटी के प्रभारी रहेंगें ।वही राजेन्द्र काग, गोपाल बेैरागी, धीरज बुन्देला,दुर्गेश पाटीदार, कमल पाटीदार, राजेश पाटीदार, विवेक साहू, मोनू विश्वकर्मा, शांतिलाल सोनी, भेरूलाल पाटीदार एवं संजय हीरालाल भायल को कार्यकारीणी का सदस्य बनाया गया हे । नव नियुक्त सभी पदाधिकारियों को पूर्व विधायक शांतिलाल बिलवाल, सुश्री निर्मला भूरिया, प्रदेश अजजा मोर्चा अध्यक्ष पूर्व विधायक कलसिंह भाबर, सहित जिला एवं मंडलों के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने इन्हे बधाईया प्रेषित की है तथा भाजपा की रीति नीति के अनुसार भाजपा की मजबुती के लिये कार्य करने का आव्हान किया गया है ।
जिओ फैंस तकनीक से गिरदावरी की अनिवार्यता के विरोध मे जिले के पटवारी हुए सारा ऐप से लॉग आउट
पेंषनरो के हित में धारा 49 विलोपित करने का संकल्प विधानसभा मे परित होने पर पेंषनरों में हर्ष की लहर- विधायक श्री सिसौदिया मंदसौर का माना आभार
झाबुआ । पेंशनरों के हित में मंदसौर विधायक यशपालसिंह सिसौदिया द्वारा विधानसभा सत्र में मध्यप्रदेश छत्तीसगढ पुनर्गठन अधिनियम की धारा 49 (6) को विलोपित करने के लिये सक्रिय पहल करते हुए विधानसभा में अशासकीय संकल्प प्रस्तुत किया गया जिसे बगैर चर्चा के पारित कर दिया गया । श्री सिसौदिया ने उक्त धारा 49 (6) को विलोपित करने का पेंशनरों का आश्वासन दिया था जिसे उन्होने पूरा किया। अब प्रदेश सरकार को बार बार पेंशनरों की महंगाई राहत बढाने के पहले छत्तीसगढ सरकार की सहमति लेने की आवश्यता नही पडेगी । तिथा छत्तीसगढ का मुंह नही ताकना पडेगा । जिला पेंशनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रतनसिंह राठौर ने बताया अब मध्यप्रदेश सरकार कर्मचारियों के साथ ही अपने पेंशनरों को साथ साथ ही वित्तिय लाभ दे सकेगी । तथा पेंशनरों को बार बार इस मुद्दे को लेकर ज्ञापन,धरना प्रदर्शन आदि नही करना पडेगंे। श्री राठौर ने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्विराजसिंह चौहान एवं विधायक मंदसौर यशपालसिंह सिसौदिया का जिले के सभी पेंशनरों की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया है । जिला पेंशनर एसोसिएशन के संरक्षक डा. के के त्रिवेदी, राजेन्द्रकुमार सोनी, बालमुकुन्दसिंह चौहान, डा. लोकेन्द्रसिंह राठौर,विद्याराम शर्मा, पीडी रायपुरिया, जितेन्द्र शाह,गोपालसिंह चौहान, जनार्दन शुक्ला, भारतसिंह तोमर, श्रीनाथसिंह चौहान, रूपसिंह खपेड, भेरूसिंह सोंलकी, भागीरथ सतोगिया, श्याम सुंदर कससेरा, शशि त्रिवेदी, श्रीमती कृष्णा चौहान, श्रीमती कुंता सोनी,तहसीलशाख अध्यक्ष एमएल रावल,थांदला अध्यक्ष जगमोहनसिंह राठौर, मेघनगर अध्यक्ष कुंवरलाल सांकला, रानापुर के अध्यक्ष मांगीलाल दुर्गेश्वर ने विधायक श्री सिसौदिया का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है।
पूज्य श्री धर्मदास स्थानकवासी जैन स्वाध्यायी संघ द्वारा आयोजित परीक्षा संपन्न, 40 स्थानों पर 131 स्वाध्यायी भाई बहिनों ने दी परीक्षा
थांदला। 18 वर्ष पूर्व जिन शासन गौरव जैनाचार्य पूज्य श्री उमेशमुनिजी म.सा. अणु के आशीर्वाद से स्थापित पूज्य श्री धर्मदास स्थानकवासी जैन स्वध्यायी संघ से जुड़कर 150 से अधिक स्वध्यायी भाई बहिन वर्षावास के श्रावण भादौ तथा खासकर पर्युषण पर्व के दौरान संत सतियाजी विहीन क्षेत्रों में धर्म की प्रभावना करते आ रहे है वही अन्य धार्मिक गतिविधियों में भी सक्रिय भूमिका का निर्वहन करते आ रहे है। जानकारी देते हुए परीक्षा संयोजक वरिष्ठ स्वध्यायी वीरेंद्र मेहता ने बताया कि प्रवर्तक श्री जिनेन्द्रमुनिजी म.सा.की पावन प्रेरणा से इसका कुशल संचालन श्री धर्मदास गण परिषद के संचालक वरिष्ठ स्वध्यायी भरत भंसाली द्वारा किया जा रहा है वही विगत दो वर्षों से सभी स्वाध्यायी भाई - बहनों के लिए मुख्य परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। पिछले वर्ष 115 स्वाध्यासियों ने परीक्षा में भाग लिया था वही इस बार परीक्षा का आयोजन गुजरात , राजस्थान, मध्यप्रदेश आदि राज्यों के 40 परीक्षा केंद्र पर हुआ जिसमें 131 स्वाध्यायी भाई- बहिनों ने मुख्य परीक्षा में हिस्सा लिया। 100 अंक की मुख्य परीक्षा दो चरण में आयोजित की गई जिसमें 75 अंक के लिए प्रश्नपत्र दिया गया वही 25 अंक के लिए गुरुदेव के प्रवचनों में से ओपन बुक प्रश्न दिए गए।
थांदला केंद्र पर संत - सतियाजी की निश्रा में आयोजन
थांदला में विराजीत प्रवर्तक श्री जिनेन्द्रमुनिजी के आज्ञानुवर्ती तपस्विराज पूज्य श्री दिलीपमुनिजी म.सा. आदि ठाणा - 3 एवं विदुषी महासती पूज्या श्री निखिलशीलाजी म.सा. आदि ठाणा - 4 के पावन सानिध्य में स्वाध्यायी भाई - बहिनों ने उक्त परीक्षा दी। धार्मिक परीक्षा में भाग लेने वाले सभी परीक्षार्थियों तथा उच्च अंक अर्जित करने वाले 05 स्वाध्यायियों को गुप्त दानदाता द्वारा विशेष पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। उक्त जानकारी संघ प्रवक्ता पवन नाहर ने दी।
आगामी 3 से 13 जनवरी-2022 तक अयोजित होने वाले मेले को लेकर फिर फंसा पेंच, उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर मेला आयोजक ने खींचवाई लाईने, उत्कृष्ट विद्यालय प्रबंधन ने कहा बिना जिला प्रशासन के आदेश या पत्र के नहीं दी जाएगी अनुमति
झाबुआ। प्रतिवर्ष क्रिसमस पर लगने वाले मेले को लेकर विभिन्न हिन्दू संगठनों के लगातार विरोध और जिला प्रशासन के सहयोग नहीं मिलने के चलते 22 दिसंबर-2021 से 2 जनवरी-2022 तक किया जाने वाला मेला निरस्त किया गया। बाद ताबडतोड़ इस संबंध मंे एसडीएम झाबुआ द्वारा संशोधित-पत्र जारी करते हुए मेले को आगामी 3 से 13 जनवरी-2022 तक आयोजित करने हेतु आदेशित किया गया है। अब जिला मुख्यालय पर आगामी 3 से 13 जनवरी तक मेले का आयोजन होना है, लेकिन इसके स्थान को लेकर अभी भी अमसंजस जस की तस बरकरार है। क्रिमसस के दौरान मेला आयोजकों द्वारा उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर मेला लगाने के लिए तैयारियां करने पर उस दौरान उत्कृष्ट विद्यालय प्रबंधन की ओर से अनुमति देने से मना कर दिया गया था। इसके बाद अब पुनः 26 दिसंबर, रविवार रात को मेला आयोजक द्वारा मैदान पर रातो-रात चूने की लाईन खीचंने के बाद जब 27 दिसंबर, सोमवार को इसकी जानकारी विद्यालय प्रबंधन को लगी तो विद्युत प्रबंधन की ओर से दिए गए बयान में कहा गया कि उनके पास अभी तक ना तो जिला प्रशासन द्वारा यहां मेले आयोजित करने हेतु कोई आदेश जारी किए गए हैऔर ना ही मेला आयोजक की ओर भी कोई पत्र प्राप्त हुआ है।
लगातार हो रहा विरोधाभास
वहीं वर्तमान मंे कोरोना की तीसरी लहर के बढ़ते प्रकोप एवं धारा 144 लागू होने से भी मेले के आयोजन को लेकर लगातार विरोध के स्वर मुखर हो रहे है। ऐसे में यह बड़ा प्रश्न है कि क्या आगामी दिनों में भी शहर में मेले का आयोजन हो सकेगा, या फिर एसडीएम झाबुआ द्वारा इसके निरस्तरीकरण के संबंध में या संशोधन के संबंध में कोई नया पत्र जारी किया जाएगा। इस बीच बताया जाता है कि नगरपालिका की ओर से पूर्व में ही मेला आयोजक से राशि जमा करवाकर उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर मेला लगाने हेतु एनओसी जारी की जा चुकी है।
इनका कहना है
- उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर मेला आयोजन हेतु अब तक हमे जिला प्रशासन या शिक्षा विभाग से कोई आदेश प्राप्त नहीं हुए है और ना ही मेला आयोजक ने इस संबंध मंे पत्र देकर अनुमति मांगी है।
अमीना खान, प्रभारी प्राचार्य, शासकीय उत्कृष्ट उमा विद्यालय झाबुआ। - इस मामले को दिखवाया जाएगा। : एलएन गर्ग, एसडीएम झाबुआ।
श्री जैन श्वेतांबर मालवा महासंघ के दो दिवसीय विराट महासम्मेलन में युवा ह्रदय सम्राट आचार्य श्री विष्वरत्न सामर सूरीष्वरजी मसा प्रदान करंेगे पावन निश्रा
- श्वेतांबर जैन महासंघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता यशवंत भंडारी ने जिले के सकल जैन समाज एवं श्री संघांे से सम्मिलित होने का आव्हान किया
झाबुआ। श्री नागेश्वर पार्श्वनाथ जैन तीर्थ पेढ़ी उन्हैल राजस्थान द्वारा श्री जैन श्वेतांबर मालवा महासंघ के तत्ववावधान में मालवा-मेवाड़,-वागड़ एवं हाड़ौती क्षेत्र के समस्त श्री संघों का दो दिवसीय विराट महा-सम्मेलन का आयोजन आगामी 15 एवं 16 जनवरी-2022 को किया जा रहा है। यह विराट महा-सम्मेलन पूज्य आचार्य देवेश श्री दौलत सागर सूरीश्वरजी मसा की मंगलमय कृपा तथा मालव भूषण, तप सम्राट आचार्य श्री नवरत्न सागर सूरीश्वरजी मसा की पावन निश्रा में होगा। जानकारी देते हुए श्वेतांबर जैन मालवा महासंघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता यशवंत भंडारी ने बताया कि दो दिवसीय आयोजन में मुख्य रूप से 15 जनवरी को गुरूदेव के प्रभावी प्रवचन, सभी श्री संघों द्वारा अपने-अपने विचार एवं चिंतन, सामूहिक नगर भ्रमण, चौ विहार, भक्ति आदि का आयोजन होगा। वहीं द्वितीय दिवस 16 जनवरी को गुरूदेव श्री विश्व रत्न सागर सूरीश्वरजी मसा द्वारा गुरूवंदन एवं मांगलिक श्रवण, गुरूदेव के आगामी समाज के स्वरूप एवं दशा पर मार्गदर्शन के साथ अंत मंे सभी के लिए साधार्मिक वात्सल्य का आयोजन भी होगा।
दो दिवसीय आयोजन को सफल बनाने की
महासंघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री भंडारी ने इस दो दिवसाीय महासम्मेल में मालवा-मेवाड़, बागड़ एवं हाड़ौती क्षेत्र के समस्त श्री संघों से पधारने की आव्हान के साथ झाबुआ जिले के भी श्री संघ के समस्त पदाधिकारी-सदस्यों, नवरत्न परिवार, भारतीय जैन संघटना एवं मालवा जैन महासंघ तथा परिषद् परिवार के भी सभी पदाधिकारी-सदसयांे से पधारकर महा-सम्मेलन को नाम अनुसार भव्य और सफल बनाने हेतु आव्हान किया है।
निर्धन वर्ग के होनहार दिव्यांग छात्र बाबुलाल कुम्हारे ने पीएचडी कर परिवार का गौरव बढ़ाया, विकलांगजनों के लिए सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक सशक्तिकरण विषय पर किया गहन शोध, जीवाजी यूनिवसिर्टी शिवपुरी मंें प्रोफेसर के पद पर हुए पदस्थ
झाबुआ। झाबुआ और आलीराजपुर जिले में दिव्यांगजनों के अधिकारों और कर्तव्यों के लिए वर्षों तक संघर्ष करने वाले, पूर्व में जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र में प्रशिक्षक के रूप में पदस्थ रहे बाबुलाल कुम्हारे ने हाल ही में 20 दिसंबर-2021 में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से पीएचडी की उपाधि अर्जित की है। परिवार से निर्धन होने के बाद भी तथा 60 प्रतिशत दृष्टि बाधित होने के बाद भी बाबुलाल कुम्हारे में अपने जीवन में तमाम संघर्षों के बीच अपना हौंसला बरकरार रखा। जिसके कारण आज वह दिव्यांगजनों के लिए सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक सशक्तिरण विषय पर गहन शोध के बाद इस विषय में डिग्री हालिस कर चुके है। उनकी पदस्थापना मप्र के जाने माने जीवाजी यूनिवर्सिंटी में प्रोफेसर के पद पर हुई है। मूलतः मप्र के टिकमगढ़ जिले के रहने वाले बाबुलाल कुम्हारे की प्रारंभिक शिक्षा टीकमगढ़ में होने के बाद उनका झाबुआ-आलीराजपुर जिले से लगाव होने के कारण झाबुआ आकर बसे। उनका परिवार गांव में खेताबाड़ी करता है। वह उच्च शिक्षा के लिए झाबुआ आए और झाबुआ के शासकीय शहीद चन्द्रशेखर आजाद महाविद्यालय से बीए, बाद एमए किया। बाद इंदौर से एमएसडब्ल्यू, एमफिल और यूजीसी द्वारा आयोजित नेट एग्जाम भी क्लीयर की। इस बीच उन्होंने दिव्यांगजनों के विकास और प्रगति के लिए झाबुआ-आलीराजपुर दोनो जिलों में कई कार्य किए। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई में कार्य करने पर उन्हें वर्ष 2006 में राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। बाद 29 अप्रेल 2008 में जयपुर राजस्थान में भी राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई में उत्कृष्ट कार्य करने पर पुरस्कृत हुए।
- झाबुआ जिले के दिव्यांगजनों ने पुष्पमालाओं से स्वागत कर शुभकामनाएं प्रेषित की
पीएचडी डिग्री हासिल कर डॉक्टर बने
बाबुलाल कुम्हारे ने बताया कि इसके बाद उन्होंने वर्ष 2013 में पीएचडी की तैयारी इंदौर में रहकर आरंभ की। इस बीच उन्हें कई प्रकार की आर्थिक रूप से परेशानी होने एवं कई लोगांे द्वारा ब्लाइंडनेस के चलते उनके मनोबल को तोड़ने का भी प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने हार नहंी मानी और पढ़ाई जारी रखी। जिसके बाद करीब 7 साल के अंतराल में पिछले दिनों ही दिव्यांगजनों को आर्थिक और सशक्त बनाने के मुद्दे पर शोध करते हुए पीएचडी कर डॉक्टर की उपाधि हालिस कर अब उनके नाम के आगे डॉक्टर लग चुका है।
डीएवीवी के रेकार्ड में जुड़ा डॉ. बाबुलाल कुम्हारे का नाम
जिसमें उन्हें शोध केंद्र के निर्देशक डॉ. शोभा सुद्रास, डॉ. श्रद्धा मालवीय के साथ समय-समय गुरूजनों के रूप में भाबरा से ब्रेललिपी का ज्ञान सैयद अनवर अली, एएससपी रविन्द्र आतोलिया, डॉ. धर्मेन्द्र रावत, डॉ. प्रकाश इस्के, नरेन्द्र राजपूत आदि का भी सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ। डीएवीवी द्वारा जारी की जाने वाली राजपत्रित पीएचडी उपाधि करने वालांे में अब डॉ. बाबुलाल कुम्हारे भी नाम भी हमेशा के लिए जुड़ गया है। उनकी इस स्वर्णिम उपलब्धि पर 27 दिसंबर, सोमवार को दोपहर स्थानीय डीआरपी लाईन स्थित डॉ. अंबेडकर पार्क में उनके मित्रजनों ने उनका स्वागत समारोह रखकर पुष्पमालाओं से गरिमामय स्वागत किया। जिसमें जिलेभर से आए दिव्यांगजनों में पांगलसिंह गणावा, लालसिंह सोलंकी, जगदीश डावर, नाथुसिंह सिंगाड़, संजय गुप्ता, रविन्द्र डावर, दलसिंह राठौर, अंकित धाकड़े आदि ने स्वागत कर शुभकामनाएं प्रेषित की।
अन्तरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना अंतर्गत उपहार स्वरूप 2.00 लाख की राशि स्वीकृत
झाबुआ। सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग जिला झाबुआ के आदेश क्रमांक/राहत/अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन/2021-22/6558 झाबुआ दिनांक 27/12/2021 के तहत मध्यप्रदेश शासन, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति कल्याण विभाग, मंत्रालय भोपाल के ज्ञाप. क्रमांक एफ 23-43/2007/25/4, भोपाल दिनंाक 23.07.2007 एवं संशोधन नियम 2014 में मध्यप्रदेश राजपत्र (असाधारण) प्राधिकार में प्रकाशित अनुसूचित जाति कल्याण विभाग मंत्रालय, वल्लभ भवन, भोपाल द्वारा जारी परिपत्र दिनांक 09 जुलाई 2015 में ज्ञाप क्रमांक एफ-23-6-14-25-4, भोपाल दिनांक 15 सितम्बर 2014 के परिपालन में मध्यप्रदेश शासन अस्पृश्यता निवारणार्थ योजनांतर्गत म.प्र. अन्तर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना नियम 2007, संशोधित नियम 2014 में दिये गये निहित प्रावधान अनुसार श्री राहुल गवली पिता बंटी गवली पिछडा वर्ग उम्र 25 वर्ष, निवासी महात्मा गांधी नवाडा रोडा वार्ड क्रमांक 15 थांदला, तहसील थांदला, जिला झाबुआ म.प्र. का विवाह श्रीमती विद्या भदाले पिता विक्रमसिंह भदाले उम्र 23 वर्ष, जाति बैरवा, अनुसूचित जाति वर्ग, निवासी कलाजी मंदिर कालोनी थांदला, तहसील थांदला जिला झाबुआ म.प्र. के साथ हिन्दू रीति-रिवाज दिनंाक 08.12.2020 विवाह होने से एवं कलेक्टर एवं विवाह रजिस्ट्रार जिला झाबुआ द्वारा हिन्दू मैरिज एक्ट 1955 अंतर्गत जारी अन्तर्जातीय विवाह प्रमाण पत्र पंजीयन पंजीयन क्रमांक 03/2021 दिनांक 14.10.2021 द्वारा उक्त विवाह वैध माना जाकर विवाह प्रमाण पत्र संबंधित दम्पत्ति/हितग्राही प्रस्तुत किए जाने के उपरांत इन्हें हिन्दू मैरिज एक्ट 1955 के अंतर्गत मध्यप्रदेश शासन अन्तर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना अंतर्गत उपहार स्वरूप राशि रूपयें 2.00 लाख संबंधित हितग्राही/दम्पति श्री राहुल गवली एवं श्रीमती विद्या भदाले के संयुक्त बैंक खाता कैनरा बैंक ब्रांच थांदला खाता नंबर 6264101002247, आईएफसी कोड सीएनआरबी 0006264 में ई-पेमेन्ट के माध्यम से ग्लोबल मद 49-2225-01-800-0703-0326-14-000 से भुगतान किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गए है। साथ ही शासन नियमानुसार इन्हें यात्रा भत्ते की पात्रता होगी।
जिला अस्पताल झाबुआ का ओचक निरीक्षण
राज्य स्तरीय समारोह में झाबुआ जिले के थैथम जलग्रहण परियोजना को तृतीय पुरस्कार प्राप्त
झाबुआ। राष्ट्रीय किसान दिवस के उपलक्ष्य पर नाबार्ड द्वारा 28.12.2021 को आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में झाबुआ जिले के थैथम जलग्रहण परियोजना को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। यद्यपि इस योजना का पूर्ण क्रियान्वयन का यह पहला ही वर्ष है। यह पुरस्कार हमारे ग्रामीणों की इच्छा शक्ति को प्रदर्शित करता है। मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक द्वारा बैंकिंग प्लान के तहत क्षेत्र में ऋण वितरण के माध्यम से किए जा रहे सहयोग के लिए धन्यवाद भी प्रेषित किया गया है।
कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए 18 हजार 500 का लक्ष्य निर्धारित किया गया
झाबुआ,। कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा के द्वारा कोविड-19 टीकाकरण के लिए 18 हजार 500 का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिसमें झाबुआ शहर हेतु - 1000 , कल्याणपुरा- 4350, मेघनगर- 4780, थांदला-3150, पेटलावद-1000, रामा-450 एवं राणापुर 3770 का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिले में वैक्सीनेशन के लिए 164 सेंटर बनाए गए थे। जहां पर सघन टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग का अमला एवं जिला अधिकारी द्वारा सतत रूप से भ्रमण कर शत प्रतिशत टीकाकरण करवाने के लिए ग्रामांे में पहुंचे है। आज शाम 4 बजे कलेक्टर महोदय के द्वारा इस बाबत समीक्षा बैठक रखी गई है। जिसमें सभी जिला अधिकारी उपस्थित होंगे एवं अनुभाग, जनपद पंचायत एवं विकास खण्ड स्तरीय अधिकारी अपने-अपने मुख्यालय से वीडिया कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुडेगें। इस बैठक के पश्चात आगामी माह जनवरी 2022 में आयोजित समाधान आनलाइन वीडिया कान्फ्रेंसिंग में चयनित शिकायतों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई है।
वर्ष 2022 के लिए स्थानीय अवकाश घोषित
झाबुआ। कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा के द्वारा 3 स्थानीय अवकाश घोषित करने के आदेश जारी किए है। जो सम्पूर्ण जिले में लागू होंगे। यह अवकाश जिसमें शीतला सप्तमी 24 मार्च 2022, (गुरूवार), गणेश चतुर्थी 13 सितम्बर (मंगलवार), दिपावली का दूसरा दिन (गोवर्धन पूजा) 25 अक्टुबर (मंगलवार), को नियत की गई है। स्थानीय अवकाश कोषालय/उप कोषालय तथा बैंकों के लिए प्रभावशील नहीं रहेगा। जिन शैक्षणिक संस्थाओं की इन दिनांकों में परीक्षा नियत है। इन पर भी यह अवकाश प्रभावशील नहीं रहेगा। परीक्षाए निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार यथावत रहेगी।
12 जनवरी-2022 को मेगा रोजगार मेला आयोजित होगा, स्वरोजगार के लिए जिले में कई बडी कम्पनीयां हिस्सा लेगी
झाबुआ। कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा ने बैठक में निर्देश दिए हैं कि जिले स्तर पर दिनंाक 12 जनवरी 2022 को मेगा रोजगार मेला आयोजित किया जाएगा। जिसमें जिले के बेरोजगार लोगों के लिए एक व्यवस्थित प्लेटफार्म बनाया जाए। जहां पर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले युवा को बाहर से आने वाली कम्पनियों में उचित स्थान प्राप्त हो एवं जिले के लिए यह रोजगार मेला मील का पत्थर साबित हो। जिले के समस्त विभाग जो रोजगार के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं अभी से सुनियोजित रूप से तैयारी करें एवं आपके द्वारा की गई कार्यवाही से प्रतिदिन भी अवगत भी कराए। जिले के मुख्य रूप से जिला उद्योग केन्द्र, आईटीआई, उद्यान विभाग, कृषि विभाग, आजीविका परियोजना, उच्च शिक्षा विभाग, जनजातिय विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, वन विभाग, श्रम विभाग, वित्तीय विभाग, महिला बाल विकास विभाग, सामाजिक न्याय विभाग, पशु पालन, नगरीय विकास, तकनीकि शिक्षा आदि अपनी तैयारी कार्य योजना बनाकर करें। इस संबंध में मध्यप्रदेश शासन सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम विभाग मंत्रालय के द्वारा दिनांक 21 दिसंबर को प्रदेश व्यापी स्वरोजगार/रोजगार दिवस का आयोजन दिनांक 12 जनवरी 2022 को किए जाने के निर्देश हैं। जिसमें विभिन्न विभाग एवं बैंकों के माध्यम से कई स्वरोजगार योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जिसमें प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, स्टेण्डअप इंडिया योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, राष्ट्रीयग्रामीण आजीविका मिशन, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन आदि प्रमुख योजनाए संचालित की जा रही है। राज्य शासन द्वारा स्वरोजगार को प्रोत्साहन देने हेतु महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना प्रारम्भ की गई है। जिसमें बडी संख्या में युवाओं को स्वरोजगार से जोडा जाएगा। उक्त सभी स्वरोजगार योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु यह आवश्यक है कि योजनाओं से जुडी शासकीय एजेसिंया, वित्तीय संस्थाएं, हितग्राही, प्रशिक्षण/उद्यमिता केन्द्र व विभाग एक साथ मिलकर कार्य करें। इसी उद्देश्य के लिए राज्य शासन के द्वारा दिनंाक 12 जनवरी 2022 को प्रदेश व्यापी स्वरोजगार/रोजगार दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है। जिसके अंतर्गत 12 जनवरी 2022 को जिला मुख्यालय पर जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। अतः अभी से ही स्वरोजगार/रोजगार से जुडी सभी योजनाओं में शत प्रतिशत स्वीकृति/वितरण 12 जनवरी 2022 के पूर्व सभी विभाग/बैंकों को सुनिश्चित करना है। यह आयोजन में प्रमुख गतिविधियों में लाभार्थी को स्वीकृति/वितरण पत्र दिए जाएगें। इस हेतु सभी विभाग अपना स्टॉल लगाएगें एवं जनप्रतिनिधियों को भी इस आयोजन में आमंत्रित किया जाएगा।
विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 28 दिसंबर
राष्ट्र के निर्माण में कांग्रेस पार्टी की अहम भूमिका - विधायक शशांक भार्गव
- गुलाबगंज में मना कांग्रेस का 137 वॉ स्थापना दिवस
मत्स्य पालकों को केसीसी जारी होंगे
मत्स्य पालकों के लिए मतस्य पालन क्रेडिट कार्ड योजनांतर्गत केसीसी बनवाने की सुविधा उपलब्ध की गई है। मत्स्योद्योग के सहायक संचालक संतोष दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि विदिशा जिले में मत्स्य पालन अंतर्गत मत्स्य पालन व्यवसाय में संलग्न विभिन्न विकास खण्डों के सभी वर्ग के महिला/पुरूष जन सामान्य व्यक्तियों के मत्स्य पालन केसीसी बनाये जाने हेतु आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। सहायक संचालक मत्स्योद्योग जिला विदिशा ने मत्स्य पालन केसीसी योजनांतर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए मत्स्य पालन समिति/समूह/मत्स्य पालनकर्ता स्वतंत्र व्यक्ति एवं जलाशय पट्टाधारक व निजी तालाब धारक व्यक्ति एवं प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत मत्स्य पालनकर्ता व्यक्तियों से जन सामान्य महिला/परूष (सभी वर्ग के व्यक्ति) से जिला विदिशा अंतर्गत मत्स्य पालन की विभिन्न गतिविधियों में संलग्न एवं इच्छुक व्यक्तियों से मत्स्य पालन केसीसी बनाये जाने हेतु विशेष अभियान मत्स्य पालन केसीसी स्पेशल कैम्पेन अंतर्गत मत्स्य पालन केसीसी बनाये जाने के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। तत्संबंध में मत्स्य पालनकर्ता अपना आवेदन मत्स्य विभाग में सहायक संचालक मत्स्योद्योग विदिशा के कार्यालय में कार्यालयीन समय में प्रस्तुत कर सकते हैं।
जेम क्रय सामग्री के लंबित भुगतान के संबंध में निर्देश
कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव द्वारा जारी पत्र में Gem [Government e-Marketplace] के माध्यम से क्रम सामग्रियों के लंबित भुगतान के संबंध में समस्त कार्यालय प्रमुखों को दिशा निर्देश प्रसारित किए गए हैं। कलेक्टर श्री भार्गव द्वारा जारी पत्र में उल्लेख किया गया है कि मुख्य सचिव, मध्यप्रदेश शासन को प्रेषित मुख्य कार्यपालन अधिकारी, भारत सरकार, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय गवरमेंट ई-मार्केटप्लेस नई दिल्ली के निर्देशानुसार जिन शासकीय कार्यालयों में क्रम सामग्री का छः माह से अधिक के भुगतान लंबित हैं, तथा कई प्रकरणों में ऑफ लाईन पेमेंट कर दिया गया है। किन्तु किये गये भुगतान की जानकारी जेम पोर्टल पर अपडेट नहीं की गई है। आफ लाईन भुगतान को अपडेट करने के लिए जेम द्वारा नई वल्क पेमेंट अपडेशन फेसिलिटी पर तैयार की गई है। जिस पसर वायर द्वारा भुगतान की स्थिति एक्सेल सीट के माध्यम से अपलोड किया जाना है। जिले के समस्त विभाग जेम पोर्टल के माध्यम से किये गए क्रय के लंबित भुगतान समयावधि में सुनिश्चित कर आफलाइन भुगतान वल्क अपडेशन फेसिलिटी के अनुसार अनिवार्य रूप से अपडेट करें।
फोस्टेक योजना अन्तर्गत खाद्य कारोबारियों के लिए प्रशिक्षण
खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के तहत सभी केन्द्रीय और राज्य लायसेंस प्राप्त खाद्य कारोबारकर्ताओं के लिए ऑनलाईन फोस्टेक ट्रेनिंग आयोजित किए जाने के संबंध में निर्देश दिए गए हैं। खाद्य सुरक्षा प्रशासन अभिग्रहित अधिकारी ने बताया कि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (भारत सरकार) FSSAI नई दिल्ली द्वारा खाद्य व्यवसाय करने वाले विभिन्न खाद्य कारोबारकर्ता को प्रशिक्षण करने हेतु FOSTAC योजना आरंभ की गई है। समस्त खाद्य कारोबारकर्ताओं को प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है। उक्त प्रशिक्षण FSSAI नई दिल्ली द्वारा निर्धारित ऐजेंसियों द्वारा दिया जाना है। उक्त प्रशिक्षण से संबंधित अधिक जानकारी के लिए Fssai.gov.in से प्राप्त की जा सकती है।
जनसुनवाई में आवेदकों की समस्याओं का निराकरण
टीएल बैठक अब प्रति सोमवार को 11 बजे से
अपर कलेक्टर श्री वृंदावनसिंह ने बताया कि लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक अब प्रति सोमवार को 11 बजे से शुरू होगी। गौरतलब हो कि पूर्व में यह बैठक नियत दिवस को प्रातः साढ़े दस बजे से शुरू होती थी। के समय में अब परिवर्तन किया गया है। जिसके अनुसार नवीन कलेक्ट्रेट के सभागार कक्षमें टीएल बैठक 31 मार्च 2022 तक प्रति सोमवार को प्रातः 11 बजे से शुरू होगी। अपर कलेक्टर श्री सिंह ने सर्वसंबंधित जिला अधिकारियों को टीएल बैठक में नियत दिवस समय पर उपस्थित होने के निर्देश प्रसारित किए गए हैं।
त्रिस्तरीय पंचायत मतदान कार्मिकों का द्वितीय प्रशिक्षण
अपर कलेक्टर एवं प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी श्री वृंदावनसिंह ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन 2021 हेतु विदिशा एवं बासौदा विकासखण्डों में नियुक्त मतदान कार्मिक (मतदान दलोंवार) का द्वितीय प्रशिक्षण 29, 30 एवं 31 दिसम्बर 2021 को दो-दो सत्रों में आयोजित किया गया है। जारी कार्यक्रम अनुसार प्रथम सत्र प्रातः 10 बजे से 1 बजे तक तथा द्वितीय सत्र दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक आयोजित किया जाएगा। विदिशा विकासखण्ड के मतदान कर्मियों हेतु नियत तिथियों पर प्रशिक्षण एसएटीआई डिग्री कॉलेज के कक्षों में आयोजित की गई है। इसी प्रकार बासौदा विकासखण्ड के मतदानकर्मियों हेतु द्वितीय चरण का प्रशिक्षण एलबीएस कॉलेज बासौदा में आयोजित किया गया है। अपर कलेक्टर श्री वृंदावनसिंह ने विदिशा एवं गंजबासौदा के तहसीलदार एवं रिटर्निंग ऑफिसरों को पत्र प्रेषित कर प्रशिक्षण के संबंध में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराते हुए प्रशिक्षण के आयोजन संबंधी कार्यों के संपादन उपरांत समुचित जानकारी से उप जिला निर्वाचन कार्यालय को अवगत कराने के भी निर्देश प्रसारित किए गए हैं।
15 से 18 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण के लिए हुई बैठक
विदिशा जिले में 15 से 18 आयुवर्ग के स्कूली बच्चों के लिए टीकाकरण कार्यकम का आयोजन उनकी शैक्षणिक संस्थाओं में तीन जनवरी से शुरू होगा। आयोजन पूर्व किए जाने वाले प्रबंधों माइक्रोप्लान के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एपी सिंह के द्वारा दिए गए निर्देशानुसार जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ डीके शर्मा के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आवश्यक बैठक कर आवश्यक मुद्दों पर चर्चा कर अंतिम रूप दिया गया है। उक्त बैठक में 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों को किए जाने वाले कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में कक्षा 9 से 12 तक के जिले में कितने शासकीय, अशासकीय स्कूल हैं एवं उनमें कितने अध्ययनरत छात्र-छात्राएं हैं के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराने के संबंध में चर्चा हुई ताकि शीघ्र ही माइक्रोप्लान बनाया जा सके।
बलराम तालाब के लिए आवेदन आमंत्रित
ऐसें किसान जिन्होंने कृषि विभाग या उद्यान विभाग से वर्ष 2017 से अभी तक स्प्रिंकलर सेट अनुदान का लाभ लिया गया है। वह कृषक बलराम तालाब अनुदान के लिये पात्र है। ऐसें कृषक अपने खेत में बलराम तालाब अनुदान पर बनवाकर सिंचाई कर सकते हैं। इसके लिए जिले के विकासखण्ड वार लक्ष्य निर्धारित कर संबंधित कृषकों से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उप संचालक श्री पीके चौकसे ने विकासखण्ड वार बलराम तालाब के लक्ष्य के संबंध में बताया कि विदिशा विकासखण्ड में 21, बासौदा 22, ग्यारसपुर 11, नटेरन 12, सिरोंज 10, कुरवाई 8 एवं लटेरी 8 बलराम तालाबों का खनन लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं। अतः संबंधित विकासखण्ड के ऐसे कृषकों जिन्होंने एमपी कृषि डीबीटी पोर्टल ¼dbt.mpdage.org½ पर पंजीयन कराया है, वह कृषक अपने विकासखण्ड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी से संपर्क कर आवेदन प्रस्तुत करें, ताकि उनकी स्वीकृति की कार्यवाही की जा सके। एमपी कृषि डीबीटी पोर्टल अभी खुला है, जो कृषक बलराम तालाब हेतु पंजीयन कराना चाहते हैं वह पंजीयन करा सकते हैं। पहले आएं पहले पाएं के आधार पर लक्ष्यानुसार स्वीकृति प्रदाय की जायेगी। योजना प्रावधान अनुसार बलराम तालाब योजना के अंतर्गत सामान्य श्रेणी के कृषकों को रू. 80 हजार एवं अजा/अजजा वर्ग के कृषकों के लिए रू. एक लाख रूपए की पात्रता का प्रावधान है।
स्वस्थ्य बालक, बालिका स्पर्धा कार्यक्रम आयोजन
8 जनवरी 2022 से 14 जनवरी 2022 की अवधि में आयोजित स्वस्थ्य बालक, बालिका स्पर्धा कार्यक्रम का आयोजन किया जाना सुनिश्चित किया गया है। भारत सरकार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के निर्देशानुसार समुदाय की स्वस्थ्य एवं पोषण विषयों पर भागीदारी एवं सुपोषित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में देश में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में स्वस्थ्य बालक, बालिका स्पर्धा आयोजन के संबंध में निर्देश दिए गए हैं। आयोजन का मुख्य उद्देश्य आंगनबाड़ी सेवाओं से छूटे क्षेत्र के 06 वर्ष तक की आयुवर्ग के बच्चों को भी अभियान अन्तर्गत सम्मिलित कर समाज के सभी वर्गों और क्षेत्रों में बच्चों के पोषण के प्रति परिवार एवं समुदाय को जागरूक करना एवं स्वस्थ रहने हेतु परिवार एवं बच्चों में स्पर्धा को बढ़ावा देना है। स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा के सफल आयोजन हेतु निर्देश दिए गए हैं कि जिला, परियोजना, सेक्टर एवं ग्राम/शहरी वार्ड वार हितग्राहियों के अधिकतम पंजीयन हेतु सूक्ष्म कार्ययोजना तैयार की जाए।
समन्वय समिति का गठन एवं नियमित बैठक-
समन्वय समिति स्पर्धा आयोजन की प्रारम्भिक तैयारियों की समीक्षा करते हुए स्पर्धा आयोजन की दिवस वार प्रगति की भी समीक्षा करेगी तथा प्रतिदिन की प्रगति के आधार पर आवश्यकता अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करेगी। जिले में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र हेतु निम्नानुसार समन्वय समितियों का गठन किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजन के क्रियान्वयन हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के नेतृत्व में नोडल विभाग के रूप में महिला एवं बाल विकास विभाग तथा सहयोगी विभाग के रूप में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग को मुख्य रूप से सम्मिलित करते हुए अन्य विभागों को आवश्यकता अनुसार जोड़ा जाकर समन्वय समिति का गठन किया जाए। इसी प्रकार परियोजना स्तर पर अनुविभागीय अधिकारी की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों की समन्वय समिति का गठन किया जाना आपेक्षित है। शहरी क्षेत्र हेतु समन्वय समिति का गठन एवं बैठक- जिला अंतर्गत शहरी क्षेत्रों में आयोजन के क्रियान्वयन हेतु आयुक्त नगर निगम/मुख्य नगर पालिका/परिषद अधिकारी के नेतृत्व में नोडल विभाग के रूप में महिला एवं बाल विकास विभाग तथा सहयोगी विभाग के रूप में नगरीय विकास एवं आवास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग को मुख्य रूप से सम्मिलित करते हुए अन्य विभागों को आवश्यकता अनुसार जोड़ा जाकर समन्व्य समिति का गठन किया जावे।
प्रारंभिक तैयारी-
ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों हेतु पृथक से सूक्ष्म कार्ययोजना तैयार की जाकर आंगनबाड़ी क्षेत्र/ग्राम/शहरी वार्ड वार अनुनित जन्म से 6 वर्ष आयु वग्र के बच्चों की संख्या का आंकलन एवं उसके अनुसार दिवसवार लक्ष्य निर्धारण कर कार्रवाई की जाए। अनकवर्ड क्षेत्र के लिए विभिन्न शासकीय संस्थाओं एवं अशासकीय संस्सथाओं के समन्वय से उन्हे शारीरिक माप ऐजेंसी नामांकित कर जिला कार्यक्रम अधिकारी के लॉगिन से पोषण टै्रकर एप में पंजीकृत कर उनके सहयोग हेतु क्षेत्रों का निर्धारण कर बच्चों के शारीरिक माप हेतु जिम्मेदारी निर्धारित की जावे। बच्चों के शारीरिक माप हेतु आवश्यक उपकरण इंफेंटोमीटर, स्टेडियोमीटर एवं सॉल्टर स्केल आदि की केंद्रवार उपलब्धता का आंकलन किया जावे तथा ऐसे केन्द्र जहां पर उपकरण उपलब्ध नहीं है अथवा क्रियाशील नहीं है उन केंद्रों के लिए नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र से उपलकरण साझा किये जाने की व्यवस्था एवं समय निर्धारण किया जाना चाहिए। जिलों में कार्यरत सहयोगी संस्थाओं से आवश्यकतानुसार उपकरण इंफेंटोमीटर स्टेडियोमीटर एवं सॉल्टर स्केल आदि उपलब्ध कराये जाने हेतु समन्वय किया जावे। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में आंगनबाड़ी क्षेत्र की प्रत्येक मोहल्ले/पारे/टोले-मजरे/वार्ड आदि के लिए सहयोगिनी मातृ समिति, दीनदयाल अंत्योदय समिति, जन अभियान परिषद द्वारा गठित प्रस्फुटन समिति, महिला स्व सहायेता समूह, शाला प्रबंधन समिति, संयुक्त वन प्रबंधन समिति, शौर्यादल आदि के सदस्यों को सम्मिलित करते हुए सहयोगी दलों का गठन किया जाना चाहिए जिले में कार्यरत विभिन्न अशासकीय संस्थानों यथा लायंस क्लब, रोटरी क्लब, इंडियन मेडीकल ऐसोसिएशन, पीडियाट्रिक ऐसोसिएशन, विभिन्न रहवासी समितियां, क्लबों, मीडिया हाउस, चम्बर्स इत्यादि के साथ बैठक आयोजित कर उन्हें क्षेत्र आवंटित करना तथा बच्चों को पुरस्कृत/उपहार प्रदाय करना आदि कार्य सौंपना। जिलों हेतु आवंटित सहयोगी संस्थाओं के सहयोग से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तथा अन्य नामांकित माप ऐजेंसियों का शारीरिक माप लेने हेतु प्रशिक्षण अनिवार्यतः कराया जाए। परिवार को आंगनबाड़ी केन्द्र की सूक्ष्म कार्ययोजना के अनुसार बच्चों के शारीरिक माप हेतु निर्धारित दिवस और समय तथा स्थान से अवगत कराया जाए। शहरी एवं अनकवर्ड क्षेत्र हेतु स्कूल शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग तथा आदिम जाति कल्याण विभाग के साथ समन्व्य विशेष शिविर अथवा स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन की ग्रामवार/शहरी वार्ड वार कार्ययोजना तैयार की जाए।
कार्यक्रम का क्रियान्वयन-
स्वस्थ्य बालक-बालिका स्पर्धा का प्रारम्भ दिनांक 08 जनवरी 2022 को समारोह पूर्व किया जाए तथा प्रथम दो दिवस 8 एवं 9 जनवरी की प्रातः 9 बजे से शाम 5 बजे के मध्य आंगनबाड़ी पर ही बच्चों का शरीरिक माप किया जाए। दिनांक 10 से 14 जनवरी तक प्रतिदिन सुबह 9 बजे से 1 बजे तक केन्द्र स्तर पर बच्चों का शरीरिक माप किया जाए तथा टोले/मजरे/अनकवर्ड क्षेत्र के छूटे हुये बच्चों का शरीरिक माप हेतु हितग्राही के घर-घर जाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहयोगी संस्थाओं द्वारा पोषण दस्तक दी जाए। शहरी क्षेत्र में जो आंगनबाड़ी केन्द्र के बाहर हैं उनमें प्रत्येक कॉलोनी/हाउसिंग सोसायटी में घर-घर जाकर जन्म से 6 वर्ष की आयुवर्ग के बच्चों का शरीरिक माप हेतु विशेष कार्ययोजना तैयाकर कर कवरेज सुनिश्चित करना। इस अभियान के दौरान समस्त कार्यकर्ताओं/दलों को कोविड-19 संक्रमण से बचाव के प्रोटोकॉल का अनिवार्यतः पालन करने हेतु निर्देशित करें। परियोजना अधिकारी द्वारा पर्यवेक्षक के माध्यम से प्रत्येक दिन के आयोजन उपरान्त आंगनबाड़ी केन्द्रवार शारीरिक माप लिए गये बच्चों की संख्या का केन्द्र हेतु निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध समीक्षा की जावे। कम उपलब्धि वो केन्द्र हेतु विशेष कार्ययोजना तैयार कर शत-प्रतिशत बच्चों के शारीरिक माप को सुनश्चित किया जाकर शारीरिक माप के आंकड़ों की प्रविष्टी की जाए। अनकवर्ड क्षेत्र के बच्चों को स्पर्धा में सम्मिलित होने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु जन सहयोग से बच्चों को पौष्टिक खाद्य सामग्री/गुब्बारे/खिलौने आदि प्रदान किया जाए। स्कूल शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग तथा आदिम जाति कल्याण विभाग के साथ समन्वय विशेष शिविर अथवा स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन की ग्रामवार/शहरी वार्ड वार कार्ययोजना तैयार किया जाए।
स्पर्धा के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु मीडिया कार्ययोजना
स्पर्धा आयोजन एवं उसके व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु स्थानीय प्रभावशाली व्यक्तियों को सम्मिलित कर उनके माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाए। जिला स्तर पर स्थानीय मीडिया प्रतिनिधियों को सम्मिलित करते हुए स्थानीय प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। जिला, परियोजना तथा सेक्टर स्तर से आंगनबाडी केन्द्र स्तर पर आयोजित होने वाले स्पर्धा संबंधित गतिविधियों का प्रतिदिन फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यू-ट्यूब आदि के माध्यम से प्रसारण किया जायें। सहयोगी दल के सहयोग से आंगनबाडी कार्यकर्ता तथा सहायिका द्वारा स्पर्धा में बच्चों की उपस्थिति हेतु समुदाय के मध्य व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। आंगनबाडी कार्यकर्ता द्वारा सहयोगी दल के सहयोग से सभी परिवार को पीले चावल देकर 8 से 14 जनवरी के दौरान जन्म से 06 वर्ष की आयु वर्ग के सभी बच्चों को शारीरिक माप हेतु आमंत्रित किया जायें। स्वस्थ बालक, बालिका स्पर्धा आयोजन के संबंध में एक जनवरी 2022 से प्रतिदिन स्थानीय स्तर के धार्मिक स्थलों पर होने वाले प्रार्थनाओं में जन समुदाय को कार्यक्रम आयोजन की तिथियों एवं स्थान से अवगत कराया जाए।
रिपोर्टिंग/पोषण ट्रेकर एप में आंकडो की प्रविष्टि
प्रत्येक दिवस के दौरान किए गए शारीरिक माप की आंकडो की उसी दिवस में पोषण ट्रेकर एप पर प्रविष्टि की पर्यवेक्षक द्वारा प्रतिदिन केन्द्रवार समीक्षा की जायें। जिन केन्द्रो, क्षेत्रों में प्रविष्टि कम हुई उनके लिए एप पर प्रविष्टि हेतु सहयोगी संस्थाओं, जन अभियान परिषद के प्रस्फुटन समिति, शौर्या दल एवं अन्य समूहों के सदस्यों की मदद ली जायें। प्रति दिवस हेतु केन्द्रवार निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध अनुमानित संख्या के विरूद्व शारीरिक माप लिए गए बच्चों की गणना कर प्रतिदिन की कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा की जायें। प्रत्येक स्तर पर आयोजित की गई गतिविधियों का प्रतिदिन वाट्सएप के माध्यम से जानकारियों को अद्यतन किया जायें।
मॉनिटरिंग/निगरानी
पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, स्कूल शिक्षा, आदिम जाति कल्याण एवं नगरीय विकास एवं आवास विभाग के पर्यवेक्षण हेतु निर्धारित अमले को सम्मिलित करते हुए प्रत्येक दिवस एवं प्रत्येक ग्राम एवं शहरी वार्ड निगरानी भ्रमण रूटचार्ट तैयार कर उसका पालन सुनिश्चित किया जायें। सेक्टर पर्यवेक्षक द्वारा उसके क्षेत्र हेतु निर्धारित अन्य पर्यवेक्षण अमले से समन्वय का प्रति दिवस के प्रगति का संकलन किया जायें। सेक्टर प्रति दिवस के कार्यक्रम का रूटचार्ट तैयार कर अधिक जनसंख्या वाले आंगनबाडी केन्द्रो एवं दूरस्थ क्षेत्र वाली आंगनबाडी केन्द्रो पर अनिवार्य भ्रमण कर कार्यकर्ता तथा शारीरिक माप हेतु निर्धारित एजेन्सी प्रतिनिधियों को आवश्यक सहयोग दिया जायें।
प्रोत्साहन
भारत सरकार द्वारा निर्धारित जन्म से 06 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों के संभावित लक्ष्य के विरूद्ध श्रेष्ठ उपलब्धि वाले संभाग, जिले, परियोजना, सेक्टर एवं आंगनबाडी केन्द्रो को स्वस्थ बालक, बालिका स्पर्धा के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु राज्य स्तर से भी पुरस्कृत किया जायेगा।
नागरिकों को कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों को व्यवहार में लाने की अपील
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एपी सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस विशेषतः ओमिक्रॉन की आशंका के दृष्टिगत संक्रमण से बचने के लिये सावधानियां रखना अतिआवश्यक है और कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये हमे अपने व्यवहार में अनुकूल परिवर्तन लाना भी आवश्यक है। नागरिक बार-बार अपनी आंख, नाक और मुंह को छूनें से बचें, दूर से अभिवादन करें न किसी से हाथ मिलायें, न गले मिले, आपस में दो गज की दूरी जरूर रखें। घर से बाहर निकलने पर हमेशा मास्क पहनें। खांसते और छींकते समय अपने मुंह तथा नाक को ढंककर रखे। श्वसन संबंधी शिष्टाचार का पालन करें। बार-बार साबुन तथा पानी अथवा अल्कोहलयुक्त सेनीटाईजर से हाथों को धोयें। सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें, तंबाकू, गुटका खैनी पान आदि खाकर यहां-वहां न थूकें। सीएमएचओ डॉ. एपी सिंह ने कहा कि बार-बार छुए जाने वाली सतहों को नियमित रूप से विसंक्रमित करें। अनावश्यक यात्रा से बचें। कोरोना को लेकर किसी से भेदभाव न करें। अनावश्यक भीड़भाड़ इकट्ठा न होने दें। अफवाहों पर ध्यान न दें और सोशल मीडिया पर किसी भी अपुष्ट जानकारी को प्रसारित न करें। सूचना के भरोसेमंद स्त्रोतों से ही जानकारी लें। आपस में सभी एक-दूसरे को मनोवैज्ञानिक रूप से सहयोग प्रदान करें।
बच्चों के लिए आयोग ने ’’संवेदना’’ नाम से टोल फ्री टेली काउंसलिंग शुरू की
कोरोना संक्रमण के चलते मानसिक रूप से प्रभावित हो रहे बच्चों के लिए बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने नई पहल की है। आयोग ने ’’संवेदना’’ नाम से टोल फ्री टेली काउंसलिंग शुरू की है। इसके लिए टोल फ्री नम्बर 1800-1212-830 जारी किया गया है, जिस पर बच्चे कॉल कर विशेषज्ञों से बात कर अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं। कोविड-19 के दौरान 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ा है। ऐसे बच्चे टोल फ्री नम्बर पर सुबह 10 से 1 बजे तक और दोपहर 3 से रात्रि 8 बजे तक सोमवार से शनिवार तक अपनी समस्याओं पर विषय विशेषज्ञों, काउंसलर से बात कर सकते हैं।
एम-राशन मित्र एप बहुउपयोगी
खाद्य सुरक्षा योजना से लाभान्वित परिवारों का सत्यापन किया जा रहा है। तैनात कर्मचारियों द्वारा घर-घर जाकर एम-राशन मित्र एप के माध्यम से सत्यापन किया जा रहा है। प्रत्येक उपभोक्ता गूगल प्ले स्टोर से इस एप को स्टाल कर सकते हैं। इसके माध्यम से उपभोक्ता अपनी पात्रता की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस एप में परिवार की समग्र आईडी से लॉगिन करने पर खाद्यान्न की पात्रता, पात्रता पर्ची के अनुसार परिवार के सदस्यों की जानकारी तथा परिवार प्रोफाइल की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसके माध्यम से आसपास की उचित मूल्य दुकान पीओएस मशीन की स्थिति, दुकान को खाद्यान्न आवंटन एवं वितरण की भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। शासन द्वारा खाद्यान्न वितरण के संबंध में दी जाने वाली सूचनाओं और सुविधाओं के लिए भी एम-राशन मित्र एप बहुत उपयोगी है।
वित्त पोषण नहीं करने वाली बैंको के वरिष्ठ कार्यालय से पत्राचार करें-कलेक्टर
- सिरोंज की यूनियन बैंक शाखा को बंद कराने का प्रस्ताव पारित
कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव की अध्यक्षता में सोमवार को विशेष डीएलसीसी की बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि हितग्राहीमूलक योजनाओं के प्रकरणों में स्वीकृति उपरांत संबंधित बैंक शाखा के द्वारा वित्त पोषण की कार्यवाही नही की जाती है तो उन बैंको के वरिष्ठ कार्यालय को अवगत कराते हुए शासकीय योजनाओं के प्रति बैंक की रवैये से अवगत कराया जाए। इसी प्रकार सिरोंज तहसील में संचालित यूनियन बैंक के द्वारा गतवर्ष के स्वीकृत 58 प्रकरणों में तथा इस वर्ष के पांच प्रकरणों में अब तक वित्त पोषण की कार्यवाही हितग्राहियों को नही करने तथा हितग्राहियों को बैंक में बार-बार बुलाए जाने के बावजूद योजनाओं के क्रियान्वयन लक्ष्यपूर्ति में प्रत्यक्ष रूप से असहयोग परलिक्षित होने पर उल्लेखित बैंक की शाखा को सिरोंज में बंद कराने का प्रस्ताव पारित किया गया है जिससे उनके वरिष्ठ कार्यालय को भी अवगत कराते हुए अन्य बैंक की शाखा की सेवाएं शीघ्र शुरू कराने का निर्णय लिया गया है। कलेक्टर श्री भार्गव ने समस्त बैंकर्स प्रतिनिधियों से स्पष्ट सचेत करते हुए कहा कि बैंक के द्वारा हितग्राही प्रकरणों में स्वीकृति देने के उपरांत वित्त पोषण नही करना अमानवीय, असंवेदनशीलता का प्रतीक है। अतः बैंकर्स शाखा की साख में वृद्धि के लिए ऐसी कार्यप्रणाली कदापि ना अपनाएं। उन्होंने कहा कि महिला स्व-सहायता समूहों की स्थिति में सुधार लाने के लिए शासन प्रशासन कृत संकल्पित है इस कार्य में बैंक का रोडा जिले में स्वीकार नही किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी बैंक शाखाए जिनके द्वारा हितग्राहीमूलक योजनाओं में रूचि प्रदर्शित नही की जाएगी उन बैंको की कार्यप्रणाली से रिजर्व बैंक को भी अवगत कराया जाएगा। कलेक्टर श्री भार्गव ने सभी बैंको के प्रतिनिधियों से कहा कि प्रशासन को कठोर कार्यवाही करने हेतु विवश ना करें। वित्तीय वर्ष समाप्ति के शेष दो माह के पूर्व जिन प्रकरणों में स्वीकृति प्रदाय की गई है उनमें शत प्रतिशत वित्त फायनेंस कराया जाना सुनिश्चित करें। बैठक में बैंकवार हितग्राहीमूलक योजनाओं के स्वीकृत ओर वितरण की समीक्षा की गई। नवीन कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में आयोजित इस बैठक में हितग्राहीमूलक योजनाओं को क्रियान्वित कराने वाले विभागो के अधिकारियों को बैंको से समन्वय स्थापित कर वित्त पोषण की कार्यवाही सुनिश्चित कराते हुए लक्ष्य से अधिक प्रकरण बैंको को प्रेषित करें वहीं स्वीकृत और वितरण के अनुपात में अंतर ना रहें साथ ही हितग्राहियों को स्वीकृत ऋण उसी वित्तीय वर्ष में उपलब्ध कराया जाए इस ओर पहल करने के संबंध में भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए है। विदिशा जिले में भी 12 जनवरी को प्रदेशव्यापी स्वरोजगार दिवस का आयोजन किया जाएगा। इस दिन सीएम स्ट्रीट वेण्डर योजना, पीएम स्ट्रीट वेण्डर योजना, पीएम स्वनिधि योजना सहित अन्य हितग्राहीमूलक योजनाओं के हितग्राहियों को वित्त पोषण की कार्यवाही बडे पैमाने पर क्रियान्वित की जानी है। राज्य शासन द्वारा स्व-रोजगार को प्रोत्साहन देने हेतु महत्वकांक्षी मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना प्रारंभ की गई है। जिसका मुख्य उद्धेश्य युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ना है। अतः प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के साथ-साथ अन्य स्वरोजगार योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु योजनाओं से जुडे़ शासकीय ऐजेन्सियों से समन्वय स्थापित कर व्यापक आयोजित सुनिश्चित किया जाना है। ततसंबंध में विस्तृत जानकारी इस दौरान सभी को उपलब्ध कराई गई है। उक्त बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ योगेश भरसट के अलावा विभिन्न विभागो के अधिकारी, लीड बैंक आफीसर श्री चन्द्रशेखर के अलावा विभिन्न बैको के शाखा प्रबंधक मौजूद रहें।
सफाईकर्मियों की समस्याओं का समाधान शीघ्र होगा
सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 28 दिसंबर
विधायक सुदेश राय ने दिए मंदिर में नलकूप लगाए जाने के निर्देश
सीहोर। इन दिनों शहर सहित आस-पास के क्षेत्र में विकास कार्य किए जा रहे है। विधायक सुदेश राय द्वारा जनता के अनुरोध पर कार्य कर रहे है। इस कड़ी में जिला न्यायालय परिसर के पास स्थित मंदिर मे नलकूप लगने के लिए मंगलवार को विधायक सुदेश राय ने निर्देश दिए, श्री राय आज मंदिर पहुँचे और भगवान के दर्शन किये इसके उपरांत क्षेत्र में भ्रमण भी किया।
जिला स्तरीय बेबी लीग फुटबाल प्रतियोगिता में जैद ने किए अब तक 15 गोल
सीहोर। स्वर्गीय प्रकाश व्यास व्यास काका की स्मृति में आयोजित जिला स्तरीय बेबी लीग फुटबॉल प्रतियोगिता के पांचवे दिन खिलाड़ियों द्वारा जबरदस्त खेल का प्रदर्शन किया गया अभी तक इस प्रतियोगिता में 62 गोल किए जा चुके हैं प्रतियोगिता में 10 टीमें भाग ले रही हैं इस प्रतियोगिता के अंदर सबसे ज्यादा गोल मारने वाले खिलाड़ियों में जैद ने 15 गोल किए, युवराज कन्नौजिया ने 14 गोल किए, आदित्य सास्ता ने 5 गोल किए, मिस्टी चौरसिया ने 4 गोल किए, वेदांत विश्वकर्मा ने 4 गोल किए, आविश खान ने 4 गोल किए, आकृति गौर ने 3 गोल किए, मिलन डोमिनिक ने 3 गोल किए अरीब उद्दीन ने 3 गोल किए सभी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन पूर्व वरिष्ठ खिलाड़ी एके बड़कुल ने दिया और खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी और बताया कि आपका सौभाग्य है कि जिला फुटबॉल संघ सीहोर ने नर्सरी के खिलाड़ियों की प्रतियोगिता आयोजित की है इस प्रतियोगिता से कई खिलाड़ी निखरेंगे और जिला प्रदेश एवं देश का नाम गौरवान्वित करेंगे।
भागवत कथा में सजाई भगवान श्रीकृष्ण के अवतार की झांकी, नंद के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की
सीहोर। शहर के शुगर फैक्ट्री के समीपस्थत एक निजी गार्डन में जारी सात दिवसीय भागवत कथा में मंगलवार को भागवत आचार्य डॉ. अभिषेक उपाध्याय के सानिध्य में कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव आस्था और उत्साह के साथ मनाया गया। इस मौके पर श्रीकृष्ण की जन्म लीला का वर्णन किया। इस दौरान पूरा परिसर श्रीकृष्ण की भक्ति में रंगा हुआ दिखाई दिया। कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म पर भक्तों ने एक-दूसरे को हर्षोल्लास के साथ बधाइयां दी। महिलाओं ने नृत्य कर अपनी खुशी प्रकट की। कंस के करगार में तब भगवान ने जन्म लिया तो सारा कथा स्थल भगवान के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। सभी भक्तों ने एक स्वर में नन्द के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की, हाथी-घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की, के जयकारे लगाए। इस मौके पर इस धरती पर जब जब भी धर्म की हानि होती है तब तब भगवान ने स्वयं प्रकट होकर दुष्टों का संहार किया है और धर्म की रक्षा की है।
सीहोर के रोमी बने मि. डुड इंडिया, इंदौर के आयोजन में हासिल किया खिताब
दो दिवसीय हनुमान अष्टमी पर हनुमान फाटक पर उमड़ा आस्था का सैलाब
सीहोर। शहर के कस्बा स्थित प्राचीन हनुमान फाटक पर हर साल की तरह इस साल भी भव्य रूप से हनुमान अष्टमी का आयोजन किया गया। इस मौके पर सोमवार की देर रात्रि को विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इसके पश्चात मंगलवार की सुबह हनुमान जी का विशेष श्रृंगार किया गया था। शहर के प्राचीन हनुमान फाटक लंबे समय से अष्टमी के पावन अवसर पर आयोजन किया गया है। इस मौके पर पंडित रवि शंकर तिवारी के द्वारा रुकमणी अष्टमी का महत्व भी बताया गया। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रवीण तिवारी और अतुल तिवारी ने बताया कि रुकमणी अष्टमी को हनुमान जी का सुबह अभिषेक किया गया, इसके पश्चात शाम को विशेष श्रृंगार और प्रवचन के पश्चात आरती और प्रसादी का वितरण किया गया। इस मौके पर श्रद्धालु मौजूद थे। वहीं प्रवचन के दौरान पंडित श्री तिवारी ने रुकणमी अष्टमी का महत्व बताते हुए कहा कि इसी दिन द्वापर युग में देवी रुक्मणी का जन्म हुआ था। एक कथा के अनुसार देवी रुक्मणी भगवान श्रीकृष्ण की आठ पटरानियों में से एक थी। वे विदर्भ नरेश भीष्मक की पुत्री थीं। वे साक्षात् लक्ष्मी की अवतार थीं। रुक्मणी के भाई उनका विवाह शिशुपाल से करना चाहते थे, लेकिन देवी रुक्मणी श्री कृष्ण की भक्त थी, वे मन ही मन भगवान श्री कृष्ण को अपना सबकुछ मान चुकी थी। मान्यता के अनुसार भगवान कृष्ण ने देवी रूक्मिणी के प्रेम और पतिव्रत को देखते हुए उन्हें वरदान दिया था, कि जो व्यक्ति पूरे वर्ष कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन आपका व्रत और पूजन करेगा और पौष मास की कृष्ण अष्टमी को व्रत करके उसका उद्यापन करेगा उसे कभी धनाभाव का सामना नहीं करना पड़ेगा। जो आपका भक्त होगा उसे देवी लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होगी। इसलिए सालों से मंदिर में विशेष अनुष्ठान किया जा रहा है।
कीटनाशक की जगह दुकानदार ने दे दी चारामार दवाई, फसल खराब होने से हुआ ढेड लाख रू का नुकसान
शासन के निर्देशानुसार केवल एफएक्यू गुणवत्ता का धान खरीदने के कलेक्टर ने दिए निर्देश
आवश्यकता के अनुसार तौल कांटे एवं हम्मालों की संख्या बढ़ाने के कलेक्टर ने दिए निर्देश, कलेक्टर श्री ठाकुर ने रेहटी के धान उपार्जन केंद्र का किया निरीक्षणजिले में खरीफ वर्ष 2021-22 के तहत समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन का कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर श्री चंद्र मोहन ठाकुर ने रेहटी धान उपार्जन केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होने उपार्जन केंद्र पर चल रही गतिविधियों की जानकारी लेने के साथ ही किसानों से चर्चा की। उन्होंने उपार्जन अमले को सुचारू रूप से उपार्जन की कार्यवाही संचालित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री ठाकुर ने उपार्जित धान की गुणवत्ता देखी तथा शासन के निर्देशानुसार एफएक्यू गुणवत्ता वाली धान का ही उपार्जन करने के निर्देश दिए। उन्होंने आवश्यकतानुसार तोल कांटे तथा हम्मालों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री ठाकुर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उपार्जन के लिए आने वाले किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, यह सुनिश्चित किया जाएं। उन्होंने पीने का साफ पानी, बैठने की व्यवस्था तथा छाया की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री ठाकुर ने केवल एफएक्यू गुणवत्ता की धान खरीदी करने, बारदाने पर स्टैंसिल, टैगिंग और डबल के निर्देश दिए। उन्होंने उपार्जन केंद्र पर कम से कम 5 कांटे तथा प्रत्येक कांटे पर 08 हम्मालों से तुलाई कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही गोदाम में स्टॉक लगाने/ट्रक लोड कराने के लिए कम से कम 20 हम्माल की व्यवस्था के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में वर्षा को दृष्टिगत रखते हुए उपार्जित फसल को सुरक्षित करने के लिए पर्याप्त प्रबंध किए जाए। उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी जरूरी सावधानियां बरतने के लिए भी कहा। निरीक्षण के दौरान जिला आपूर्ति अधिकारी श्री एस के तिवारी भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि जिले में 2318 किसानों से धान के विक्रय के लिए पंजीयन कराया था, जिसमें एक हजार किसानों से 17 हजार मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया गया है तथा 390 किसानों को भुगतान किया जा चुका है। शेष किसानों के भुगतान की प्रक्रिया जारी है। आगामी 15 जनवरी तक धान का उपार्जन किया जाएगा। इसी प्रकार 400 किसानों ने ज्वार के लिए पंजीयन कराया था, जिसमें 276 किसानों से ज्वार का उपार्जन किया गया है।
प्री-मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक एवं टॉप क्लास छात्रवृत्ति के ऑनलाईन आवेदन 31 दिसम्बर तक
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल scholarship.gov.in पर शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग भारत सरकार द्वारा दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए संचालित प्री-मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक एवं टॉप क्लास छात्रवृत्ति के ऑनलाईन आवेदन करने की समय-समय में वृद्धि की गई है। आवेदक द्वारा आवेदन करने एवं संबंधित शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा आवेदनों को ऑनलाईन सत्यापित करने के लिए निम्नानुसार तिथियां निर्धारित की गयी है। प्री-मैट्रिक कक्षा 9 वीं एवं 10 वीं, पोस्ट मैट्रिक कक्षा 11 वीं से स्नातकोत्तर तक एवं टॉप क्लास के लिए भारत सरकार द्वारा चिन्हित संस्था अध्ययनरत् दिव्यांग विद्यार्थी 31 दिसम्बर, 2021 तक आवेदन कर सकेंगें। इसके साथ ही संस्था द्वारा ऑनलाईन सत्यापन की अंतिम तिथि 15 जनवरी, 2022 निर्धारित की गई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सड़क दुर्घटना में घायल नागरिकों का हालचाल जाना
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सीहोर जिले में हुई सड़क दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल स्थित निजी अस्पताल में दाखिल दुर्घटना के घायल लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। आज एक यात्री बस की रेहटी के निकट हुई दुर्घटना में करीब एक दर्जन व्यक्ति घायल हुए। दुर्घटना में दिवंगत नसरूल्लागंज निवासी श्री जगदीश माहेश्वरी के परिवार को चार लाख रूपए की सहायता राशि मंजूर की गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दुर्घटना में घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने अस्पताल के चिकित्सकों को घायलों के समुचित उपचार के निर्देश भी दिए। घायलों के समुचित उपचार के 50-50 हजार रूपए की सहायता राशि स्वीकृत की गई है। आंशिक रूप से घायल लोगों को भी पाँच और दस हजार रूपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
भारत की विकास यात्रा की बागडोर संभालें युवा : मोदी
कानपुर (उप्र) 28 दिसंबर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तकनीकी रूप से दक्ष युवाओं से आत्मनिर्भर और आधुनिक भारत के निर्माण में योगदान देने की अपील करते हुए मंगलवार को कहा कि आगामी 25 साल में भारत की विकास यात्रा की बागडोर उन्हें ही संभालनी है। मोदी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), कानपुर के 54वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए और उन्होंने छात्रों को उपाधि प्रदान करने के लिए ब्लॉकचेन तकनीक आधारित डिजिटल डिग्री देने की शुरुआत की। अब छात्रों को संस्थान में विकसित ब्लॉकचेन तकनीक के माध्यम से डिजिटल डिग्री जारी की जाएगी। यह डिजिटल डिग्री वैश्विक स्तर पर सत्यापित की जा सकती है। प्रधानमंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इस साल भारत ने अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश किया है और इस अवसर पर देश अमृत महोत्सव मना रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे में, इस वर्ष आईआईटी से डिग्री लेने वाले छात्रों को इस सपने को साथ लेकर आगे बढ़ना चाहिए कि 2047 का भारत कैसा होगा। उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले 25 साल में भारत की विकास यात्रा की बागडोर आपको ही संभालनी है। आप सभी पर देश को अगले 25 वर्ष तक दिशा और गति देने का दायित्व है। आप कल्पना कीजिए, जब 1930 में दांडी यात्रा शुरू हुई तो उस यात्रा ने पूरे देश को कितना आंदोलित कर दिया था। 1930 के उस दौर में 20-25 साल के जो नौजवान थे, वह उनके जीवन का स्वर्णिम काल था।'प्रधानमंत्री ने कहा, 'जब आप अपने जीवन के 50 साल पूरे कर रहे होंगे, उस समय का भारत कैसा होगा। उसके लिए आपको अभी से ही काम करना होगा। मुझे पता है कि कानपुर आईआईटी ने, यहां के माहौल ने आपको वह ताकत दी है कि अब आपको अपने सपने पूरे करने से कोई रोक नहीं सकता।'मोदी ने कहा कि 21वीं सदी प्रौद्योगिकी का युग है और यह तकनीक की स्पर्धा का युग है जिसमें ये छात्र जरूर आगे निकलेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा, 'आजादी के बाद 25 साल तक हमें देश को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए प्रयास करने चाहिए थे, लेकिन तब से लेकर अब तक बहुत देर कर दी गई है। देश बहुत समय गंवा चुका है, इसलिए हमें दो पल भी नहीं गंवाने हैं।'उन्होंने कहा, ‘‘मेरी बातों में आपको अधीरता नजर आ रही है, लेकिन मैं चाहता हूं और मेरा मन करता है कि आप भी इसी तरह आत्मनिर्भर भारत के लिए अधीर हो जाइए। आत्मनिर्भर भारत पूर्ण आजादी का मूल स्वरूप है, जहां हम किसी पर निर्भर नहीं रहेंगे। यदि हम आत्मनिर्भर नहीं होंगे, तो हमारा देश अपने लक्ष्य कैसे पूरा करेगा।’’ मोदी ने कहा, ‘‘पहले अगर सोच काम चलाने की होती थी, तो आज कुछ कर गुजरने, काम करके नतीजे लाने की सोच है। पहले अगर समस्याओं से पीछा छुड़ाने की कोशिश होती थी, तो आज समस्याओं के समाधान के लिए स्थायी संकल्प लिए जाते हैं। आत्मनिर्भर भारत इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।'उन्होंने छात्रों के जीवन में माता-पिता, परिवार और अध्यापकों के योगदान की चर्चा करते हुए कहा, ‘‘आपने आईआईटी में प्रवेश लिया और अब आप यहां से निकल रहे हैं, तो तब और अब में आप अपने में बहुत बड़ा परिवर्तन महसूस कर रहे होंगे। पहले आपका ज्ञान और आपकी जिज्ञासा का दायरा आपके स्कूल, कॉलेज, आपके मित्रों, आपके परिवार और आपके अपनों के बीच सिमटा हुआ था। आईआईटी कानपुर ने उस दायरे से निकालकर आपको बहुत बड़ा कैनवास दिया है।'उन्होंने कहा, ‘‘आपने अपनी युवावस्था के इतने महत्वपूर्ण वर्ष तकनीकी विशेषज्ञ बनने में लगाए हैं। आपके पास भारत के साथ ही पूरे विश्व में भी तकनीक के क्षेत्र में योगदान देने का अवसर है।‘‘ मोदी ने आईआईटी कानपुर के छात्रों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इस संस्थान का कार्य वैश्विक मानक का हिस्सा बन गया है। इस कार्यक्रम को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई प्रमुख हस्तियों ने संबोधित किया।
एबीसीडी का मतलब 'अब, भाजपा छोड़ दी’ : अखिलेश
लखनऊ, 28 दिसंबर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा समाजवादी पार्टी की एबीसीडी का मतलब ‘अपराध, भाई-भतीजावाद, करप्शन और दंगा'बताए जाने के कुछ ही घंटों बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुये एबीसीडी का मतलब ‘अब, भाजपा छोड़ दी’ बताया। सपा प्रमुख ने मंगलवार रात ट्वीट किया, 'हाथरस, लखीमपुर, गोरखपुर, आगरा कांड जैसे कांड की वजह से अब तो भाजपा के समर्थक भी उसके खिलाफ खड़े होकर कह रहे हैं एबीसीडी का मतलब ‘ए-अब, बी-भाजपा, सी-छोड़, डी-दी।'गौरतलब है कि तीन जिलों के दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उसकी ‘एबीसीडी’ का मतलब ‘अपराध-आतंक, भाई-भतीजावाद, करप्शन और दंगा है।’ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष शाह ने मंगलवार को हरदोई में पार्टी की ‘जन विश्वास यात्रा’ के तहत आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘समाजवादी पार्टी की एबीसीडी (अंग्रेजी वर्णमाला) ही उल्टी है। 'ए'से मतलब है अपराध और आतंक, ‘बी’ से मतलब है भाई-भतीजावाद, ‘सी’ से मतलब है करप्शन और ‘डी’ से मतलब है दंगा।’’
दिल्ली में कोविड-19 के मामले बढ़ने पर ‘येलो’ अलर्ट जारी
नयी दिल्ली, 28 दिसंबर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ने पर मंगलवार को कहा कि दिल्ली में ‘येलो’ अलर्ट जारी किया गया है और ‘ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान’ (जीआरएपी) के तहत कुछ पाबंदियां लगायी जाएंगी। ‘येलो’ अलर्ट के तहत रात्रि कर्फ्यू लगाना, स्कूलों तथा कॉलेजों को बंद करना, गैर आवश्यक सामान की दुकानों को सम-विषम आधार पर खोलना और मेट्रो ट्रेनों तथा सार्वजनिक परिवहन की बसों में यात्रियों के बैठने की क्षमता आधी करने जैसे उपाय आते हैं। मुख्यमंत्री ने एक उच्च स्तरीय बैठक में कोविड स्थिति की समीक्षा करने के बाद कहा कि दिल्ली में संक्रमण के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि ज्यादातर लोगों में बीमारी के हल्के लक्षण हैं। ‘येलो’ अलर्ट तब जारी किया जाता है जब कोविड संक्रमण दर लगातार दो दिनों तक 0.5 प्रतिशत से अधिक रहती है। दिल्ली में पिछले दो दिनों से संक्रमण दर 0.5 प्रतिशत से अधिक है। केजरीवाल ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग मास्क पहने बिना बाजार और मॉल जा रहे हैं तथा उन्होंने लोगों से कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन चिकित्सीय ऑक्सीजन के इस्तेमाल में वृद्धि नहीं हुई है तथा अस्पतालों में बिस्तरों या आईसीयू बिस्तरों की मांग नहीं बढ़ी है जिसका मतलब है कि ज्यादातर लोगों का घर पर ही उपचार हो रहा है। उन्होंने बताया कि ‘येलो’ अलर्ट के तहत पाबंदियों की सूची बाद में सार्वजनिक की जाएगी।
नेपाल का भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को पुन: मजबूत करने का प्रयास
काठमांडू, 28 दिसंबर, राजनीतिक उथल-पुथल और कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित रहे 2021 में नेपाल ने भारत के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को उच्च स्तरीय वार्ता और यात्राओं के साथ फिर से मजबूत करने के प्रयास किए। यह सब हिमालयी राष्ट्र में शीर्ष नेतृत्व में बदलाव के बीच हुआ। पिछले साल भारत-नेपाल द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित करने वाले सीमा विवाद की छाया से बाहर आते हुए, भारत ने 2021 की शुरुआत जनवरी में नेपाल को घरेलू रूप से निर्मित कोविशील्ड टीके की 10 लाख खुराक उपहार में उस समय दीं, जब वह कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए संघर्ष कर रहा था। घातक वायरस से नेपाल में अब तक 8,25,000 से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और लगभग 12,000 लोगों की मौत हुई है। उसी महीने, भारत ने नेपाल को 2015 में आए विनाशकारी भूकंप के दौरान क्षतिग्रस्त हुए शैक्षणिक संस्थानों के पुनर्निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में 30.66 करोड़ नेपाली रुपये (19.21 करोड़ रुपये) की अनुदान सहायता प्रदान की। इस भूकंप में लगभग 9,000 लोगों की जान गई थी और लगभग 22,000 घायल हुए थे। इसके साथ, भारत ने शैक्षणिक क्षेत्र की पुनर्निर्माण परियोजनाओं के लिए नेपाल को 81.98 करोड़ नेपाली रुपये (51.37 करोड़ रुपये) की प्रतिपूर्ति की। नेपाल द्वारा लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को अपने क्षेत्रों के रूप में दिखाते हुए एक नया नक्शा जारी करने के बाद 2020 में द्विपक्षीय संबंध नये निचले स्तर पर चले गए थे, जिस पर भारत ने काठमांडू को चेतावनी दी थी कि क्षेत्रीय दावों का ऐसा "कृत्रिम विस्तार"उसे स्वीकार्य नहीं होगा। घरेलू राजनीतिक मोर्चे पर, नेपाल ने 2021 में शीर्ष नेतृत्व में बदलाव देखा, जिसमें नेपाली कांग्रेस (नेकां) के प्रमुख शेर बहादुर देउबा एक महीने तक चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद जुलाई में रिकॉर्ड पांचवीं बार प्रधानमंत्री बने। शीर्ष अदालत ने 12 जुलाई को एक ऐतिहासिक फैसले में, राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी को विपक्षी नेता देउबा को प्रधानमंत्री नियुक्त करने का निर्देश दिया और प्रतिनिधि सभा को भंग करने के उनके "असंवैधानिक"कदम को खारिज कर दिया।
देउबा 13 जुलाई को औपचारिक रूप से नेपाल के प्रधानमंत्री बने। हालांकि कुछ ही दिन बाद 18 जुलाई को 75 वर्षीय नए प्रधानमंत्री ने बहाल किए गए निचले सदन में विश्वास मत कराने की बात कर आश्चर्यचकित कर दिया और आराम से जीत हासिल कर ली, जिससे कोविड -19 महामारी के बीच हिमालयी राष्ट्र में एक आम चुनाव टल गया। एक दिन बाद, 19 जुलाई को देउबा ने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान सदियों पुराने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, परंपरागत और धार्मिक संबंधों पर आधारित द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर अपने विचार साझा किए। इस वर्ष मुख्य विपक्षी दल एवं नेपाल की सबसे बड़ी कम्युनिस्ट पार्टी सीपीएन-यूएमएल को अगस्त में आधिकारिक रूप से विभाजित होते देखा गया, जब वरिष्ठ नेता माधव कुमार नेपाल ने नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) छोड़ दी और सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट की स्थापना की। इस बीच, नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने भारत से संबंधित टिप्पणी करके विवाद भड़काने का अपना सिलसिला जारी रखा। जून में, प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए ओली ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित एक कार्यक्रम में दावा किया कि योग की उत्पत्ति नेपाल में हुई थी, न कि भारत में। हालांकि, ओली की इस बार की टिप्पणी द्विपक्षीय संबंधों को कोई बड़ा नुकसान पहुंचाने में विफल रही। उन्होंने 2020 में यह दावा करके एक विवाद खड़ा कर दिया था कि भगवान राम का जन्म नेपाल के चितवन जिले के माडी क्षेत्र में हुआ था, न कि भारत के अयोध्या में।
नेपाल के तत्कालीन विदेश मंत्री प्रदीप ज्ञावली ने जनवरी में नयी दिल्ली का दौरा किया और अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से मुलाकात की। यात्रा के दौरान, उन्होंने कहा कि सीमा मुद्दे को हल करना नयी दिल्ली और काठमांडू दोनों की "साझा प्रतिबद्धता"है और सुझाव दिया कि दोनों पक्ष इससे निपटने के तौर-तरीकों पर काम कर रहे हैं। देउबा प्रशासन में नेपाल-भारत द्विपक्षीय संबंधों में गति लाने और द्विपक्षीय जुड़ाव के स्तर को बढ़ाने के प्रयास जारी रहे। जुलाई में देउबा के सत्ता में आने के बाद से दोनों पक्षों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है। सितंबर में, संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान, जयशंकर ने न्यूयॉर्क में अपने नए नेपाली समकक्ष डॉ नारायण खड़का से मुलाकात की और दोनों ने दोनों देशों के बीच विशेष संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की। नवंबर की शुरुआत में, ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के मौके पर, प्रधानमंत्री मोदी ने देउबा के हिमालयी राष्ट्र का प्रमुख बनने के बाद पहली बार उनसे मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 का मुकाबला करने तथा महामारी के बाद उबरने के प्रयासों पर ‘सार्थक चर्चा’ की। उसी महीने, नेपाल के सेना प्रमुख जनरल प्रभु राम शर्मा ने दो पड़ोसी देशों के बीच रक्षा संबंधों को बढ़ाने के लिए भारत की चार दिवसीय यात्रा शुरू की। अपने भारतीय समकक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के निमंत्रण पर नयी दिल्ली आए जनरल शर्मा को राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने 'भारतीय सेना के जनरल'की मानद उपाधि से सम्मानित किया।
बिहार : राजकुमार महासेठ मेमोरियल फुटबॉल में पार्क माउंट और सिविल आडिट जीता
पटना। पटना फुटबॉल संघ के तत्वावधान में खेली जा रही राजकुमार महासेठ पटना जिला सीनियर डिवीजन क्रिकेट लीग में बुधवार को कुल चार मैच खेले गए। तेज बारिश और तेज ठंड के बीच खेला गया मैच काफी रोमांचक रहा। जीएसी ग्राउंड पर खेले गए पहले मैच में बीआरसी और मेजबान जीएसी का मैच गोलरहित बराबरी पर समाप्त हुआ। पहले मैच में रेफरी कैलाश प्रसाद ने जीएसी के कार्तिक दास एवं सफीउद्दीन और बीआरसी के समीर मूर्मू को पीला कार्ड दिखाया। वहीं दूसरे मैच में पार्क माउंट ने दानापुर यूनाईटेड को 2—0 से हराया। पार्क माउट के लिए 10वें मिनट पर शुभम तांती एवं 25वें मिनट पर सरयू कुमार ने गोल दागा। मैच समाप्ति तक स्कोर यहीं रहने के कारण पार्क माउंट को विजेता घोषित किया गया। रेफरी अरविंद कुमार ने दानापुर यूनाईटेड के विकास को पीला कार्ड दिखाया। गांधी मैदान ग्राउंड पर खेले गए पहले मैच में सिविल आॅडिट ने गांधी मैदान एफसी को 5—1 से पराजित किया। गांधी मैदान के सुमित कुमार ने खेल के चौथे मिनट पर गोल कर टीम को बढ़त दिलाई। लेकिन सिविल आडिट की ओर से अविनाश पासवान ने 16वें, 25वें, सहर्ष ने 45वें और कुंदन कुमार ने 55वें मिनट पर गोल दागकर टीम को जीत का सेहरा पहना दिया। पटना फुटबॉल संघ के संयुक्त सचिव मनोज कुमार ने बताया कि लीग का पहला सेमीफाइनल 31 दिसंबर को जबकि दूसरा सेमीफाइनल दो जनवरी 2022 को तथा फाइनल मैच 6 जनवरी 2022 को जीएसी ग्राउंड पर खेला जाएगा।
जैविक खेती के लिए अमलीपाड़ा के किसान बने प्रेरणा स्त्रोत
कुशलगढ़ के आमलीपाड़ा गाँव में राज्यस्तरीय एवं जिलास्तरीय अधिकारीयों का दौरा जैविक खेती को व्यापक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए नई योजना निर्माण के उद्देश्य हेतु चिप मिनिस्टर राजस्थान इकॉनमी ट्रांसमिशन एडवाइजरी कॉन्सिल द्वारा किया गया | राज्य सरकार द्वारा गठित यह टीम राज्य में चार अलग जिलो में गैर सरकारी संस्थाओ द्वारा जैविक खेती के लिए किये जा रहे कार्यों का मूल्यांकन कर सीधे मुख्य मंत्री कार्यलय को रिपोर्ट करेंगे | बांसवाडा जिले में वाग्धारा संस्था द्वारा समन्वित खेती तंत्र को विकसित करने हेतु किये जा रहे प्रयासों को देखा |इस टीम में शामिल अधिकारी जिसमें राज्य सरकार से खाद्य सुरक्षा विभाग से सुनीता शर्मा, पशुपालन विभाग से डॉ. विशाल मेहता, कृषि विभाग से अर्जुन चौधरी , डॉ. किशन लाल व बांसवाड़ा जिले से मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद, एक्सेन महत्मा गाँधी रोजगार नटवर लाल, जॉइंट डायरेक्टर पशुपालन विभाग डॉ. अनुज बगेल, राजिका से जिला परियोजना अधिकारी दीनबंदु भट्ट, प्रबंधक सरस डेयरी कमलेश कुमार , उद्यानिकी विभाग से जलज उपाध्याय शिक्षा विभाग से शलेन्द्र भट्ट , जिला बाल सुरक्षा अधिकारी जयमल राठोड़, जिला रसद अधिकारी हजारी लाल, राजस्थान स्टेट सीड कारपोरेशन से योगेश , कृषि विभाग से रामकिशन वर्मा, कमलेश कुमार मीना डॉ. के .सी . शर्मा , श्याम लाल सालवी एवं कुशलगढ़ पंचयत समिति के विकास अधिकारी के नेतृत्व में संबंधित विभाग के अधिकारी, सरपंच अमलीपाडा मौजूद रहे | यह अध्यन CEEW संस्था द्वारा किया जा रहा है और साथ नेशनल कोल्लीजन फॉर नेचुरल फार्मिंग नेटवर्क द्वारा इस अध्यन में सहायता की जा रही है, इसी नेटवर्क से वाग्धारा भी जुड़ा है | संस्था सचिव जयेश जोशी , सच्ची खेती थीम के पी.एल.पटेल, सच्चा बचपन थीम के माजिद खान , स्वराज थीम के परमेश पाटीदार ने अथितियों का स्वागत कर वाग्धारा संस्था द्वारा जनजाति क्षेत्र में खेती के लिए किये जा रहे प्रयासों को साझा किया गया | कुशलगढ़ – सज्जनगढ़ क्षेत्र की विधायक श्रीमती रमिला खड़िया ने भी अधिकारीयों से चर्चा कर सुझाव दिए | क्षेत्र जैविक खेती करने वाले किसान श्री प्रकाश डामोर, मान सिंह ,कन्नू डामोर डामोर के यहां जैविक पोषण बगिया , जैविक खाद , जैविक दवाई, जैविक किट प्रबधन , फलदार पौधे, फलदार पौधों की कलम से तैयार किए गए अच्छी गुणवत्ता वाले तैयार पौधे, गन्ने, आम, अमरूद, पपीता, हल्दी, अदरक,मिर्ची , केला, परिवार के स्तर पर बीज प्रबंधन, खाद्य सुरक्षा, पोषण एवं जैविक खेती में पशुपालन की भूमिका, जैव विभिताता, कृषि में महिलाओं की भूमिका, जैविक खेती करने में आ रही बाधा जैसे पशुपालन में उत्पादकता में कमी , प्रारभिक 03 वर्षो में जैविक खेती के उत्पादन में कमी, ढालू जमीन से मिटटी , सिंचाई के लिए संसाधन एवं स्रोत की कमी, उन्नत नस्ल में सिरोही ब्रीड की बकरी एवं उन्नत नस्ल की मुर्गीपालन की मांग हुई आदि को देखा गया एवं चर्चा रही, महात्मा गाँधी नरेगा के अंतर्गत पशु शेड निर्माण, भूमि समतलीकरण , जल मृदा संरक्षण के कार्य आदि की मांग की गई |
- राज्यस्तरीय एवं जिलास्तरीय अधिकारीयों का आमलीपाड़ा गाँव में दौरा
बिहार : आजादी का अमृत महोत्सव के तहत लोन मेला का हुआ आयोजन
- रूपये 20 करोड़ के स्वीकृति पत्र का हुआ वितरण, पर्यावरण की संरक्षा को ध्यान में रख हो विनिर्माण कार्य : डॉ.घोष
पटना, 29 दिसंबर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास संस्थान, भारत सरकार, पटना एवं इंडियन बैंक अंचल कार्यालय द्वारा संयुक्त रूप से आज (29दिसंबर2021) को पटना में एक लोन मेला (वित्तीय सहायता कार्यक्रम) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उदघाटन बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. ए.के. घोष ने किया। इस अवसर पर डॉ. घोष ने भाग ले रहे उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण की संरक्षा को ध्यान में रख कर विनिर्माण कार्यों को करने की जरुरत है। डॉ.घोष ने बिहार में एकल इस्तेमाल वाले प्लास्टिक उत्पादों पर लगाये जा रहे प्रतिबंध की चर्चा करते हुए इसके विकल्प बायो-कम्पोस्टेबल प्लास्टिक के क्षेत्र में प्रस्तावित इकाइयों के उद्यमियों की सराहना की। मौके पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास संस्थान, पटना के निदेशक प्रदीप कुमार (आईईडीएस) ने कहा कि बिहार राज्य में साख जमा अनुपात की वर्तमान स्थिति चिंताजंक है। उन्होंने राज्य में एम.एस.एम.ई. उद्यमियों को वित्तीय सहायता की उपलब्धता में हो रही परेशानी का विशेष रूप से चर्चा की। श्री कुमार ने वित्तीय संस्थानों से आवाहन किया कि राज्य में एम.एस.एम.ई उद्यमियों के वित्तीय आवेदनों को त्वरित गति से निबटारे से एक सकारात्मक माहौल के निर्माण में योगदान दें। इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि बिहार उद्योग संघ, पटना के ट्रेजरर मनीष तिवारी ने राज्य में एम एस एम ई इकाइयों को दिन-प्रतिदिन आ रहे परेशानियों पर प्रकाश डाला एवं इसमें राज्य एवं केंद्र सरकार के द्वारा नीतिगत सहयोग बढ़ाने कि आवश्यकता पर बल दिया। इस अवसर पर इंडियन बैंक कॉर्पोरेट कार्यालय के महाप्रबंधक (एमएसएमई) सुधाकर राव के. एस. एवं क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालय, पटना के क्षेत्रीय महाप्रबंधक ए. के. साही भी विशिष्ट अतिथि के रूप मे उपस्थित रहे। उन्होने इंडियन बैंक के द्वारा एम एस एम ई इकाइयों के लिए चलाये जा रहे विभिन्न सहायत कार्यक्रम कि विस्तृत जानकारी दी।
लोन मेला कार्यक्रम में इंडियन बैंक के अंचल कार्यालय द्वारा लगभग रु० 20 करोड़ के स्वीकृति पत्र भी वितरित की गयी। इस कार्यक्रम का संचालन सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास संस्थान, पटना के सहायक निदेशक संजीव कुमार वर्मा ने किया। इस कार्यक्रम में उद्योग विभाग, बिहार सरकार कि भी सहभागिता रही। कार्यक्रम में लघु उद्योग भारती, बिहार क्षेत्र के महासचिव सुमन शेखर, बिहार महिला उद्योग संघ, पटना की महासचिव प्रतिभा राज, पाटलिपुत्र उद्योग संघ, पटना के अध्यक्ष बलराज कपूर, सीआईआई, बिहार क्षेत्र के प्रतिनिधि सुदीप कुमार, दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज़, बिहार क्षेत्र के अध्यक्ष कैप्टन सत्यप्रकाश एवं कमदेव एवं राज्य स्थित अन्य उद्योग संघों की भी सहभागिता रही। इस कार्यक्रम में बायो-कम्पोस्टेबल प्लास्टिक, राइस मिल, रेडीमेड गार्मेंट्स, इंजीन्यरिंग, कन्स्ट्रकशन, फूड प्रोसेसिंग, चमरा इत्यादि के क्षेत्र के उद्यमियों ने भाग लिया। लोन मेला कार्यक्रम का उद्देश्य उद्यमियों को वित्तीय साक्षरता, सरल रूप से वित्तीय सहायता की उपलब्धता एवं वित्तीय खाते का सही रख-रखाव के संबंध में जागरूक करना था।
विशेष : हिन्दुतत्व बनाम विपक्ष के राजनीति का पिच
किसी भी चुनाव के दौरान विपक्षी पार्टियाँ सत्ताधारी दल को हटाकर सत्ता हासिल करने के इरादे से चुनाव लड़ती हैं लेकिन ऐसा लगता है कि मौजूदा दौर में भाजपा के खिलाफ खड़े नजर आ रहे प्रमुख सियासी दल 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान “प्रमुख विपक्ष दल” के मुकाबले के लिए कमर कस रहे हैं. दरअसल साल 2014 में भाजपा के भारतीय राजनीति की केंद्रीय ताकत के रूप में स्थापित हो जाने के बाद से इस बात का फैसला तो हो चुका है कि आने वाले कुछ दशकों के लिए भारतीय राजनीति में सत्तधारी दल का चरित्र कैसा होगा लेकिन अभी यह फैसला होना बाकी है कि इस दौरान विपक्षी पार्टियों का मूल चरित्र और उनके राजनीति का पिच कैसा रहने वाला है. साल 2014 से पहले यह मामला सेटेल था. कांग्रेस आजादी के बाद से भारतीय राजनीति के केंद्र में थी और भारत में पक्ष और विपक्ष की चुनावी राजनीति कमोबेश नेहरु-गांधीवादी आदर्शों और कांग्रेस के मध्यमार्गी तौर-तरीकों से संचालित होती थी. लेकिन अब मामला पलट गया है, वर्तमान में भारत की राजनीति उस हिंदुत्व के पथ पर अग्रसर है जिसकी प्रस्तावना सावरकर द्वारा दी गयी थी. 2014 के बाद बने इस नये सेटेलमेंट में सबसे बड़ी रूकावट कांग्रेस पार्टी है,जो पुराने भारत (1947 से 2014 तक) के राजनीतिक विरासत की “स्वभाविक” और “अनिच्छुक” दावेदार है. इसी स्वभाविक दावेदारी की वजह से भाजपा और संघ परिवार कांग्रेस को अपने लिए एक वैचारिक चुनौती के तौर पर देखते हैं जबकि अपने इस विरासत के प्रति कांग्रेस का अनिच्छुकपन दूसरी विपक्षी पार्टियों को उसकी जगह भरने के लिए प्रोत्साहन का काम कर रहा है लेकिन समस्या यह है कि दूसरी विपक्षी पार्टियों के पास यह विरासत नहीं है और लेफ्ट को छोड़ अधिकतर के पास अपनी कोई ठोस विचारधारा भी नहीं है ऐसे में उनके पास भाजपा के राजनीतिक पिच पर अपनी राजनीति सजाने के अलावा कोई विकल्प भी नहीं है.
विपक्ष की चुनौतियाँ
संख्याबल के हिसाब से देखा जाये तो भारत के राजनीति में विपक्ष अधिकतर समय कमजोर रहा है लेकिन इसके बावजूद इतना निष्प्रभावी कभी नहीं रहा. मौजूदा दौर में विपक्ष, विचारधारा के मामले में आत्मसमर्पण कर चुका है. अब वे या तो सत्ताधारी पार्टी के पिच “हिंदुत्व” पर खेलने को मजबूर है या विचाराधारहीन है. इसी वजह से कई विपक्षी दलों की राजनीति भी प्रशांत किशोर जैसे लोगों के आउटसोर्सिंग पर निर्भर होती जा रही है. वर्तमान में भाजपा विरोधी विपक्ष को हम दो हिस्सों में बांट सकते हैं जिसमें एक साईलेंट है और दूसरा मुखर है. सायलेंट विपक्ष में नवीन पटनायक, जगन मोहन रेड्डी, के. चंद्रशेखर राव, मायावती की बहुजन समाज पार्टी और स्वर्गीय जयललिता की एआईएडीएमके जैसी पार्टियाँ शामिल हैं जो जरूरत पड़ने पर कभी भी भगवा खेमे को मदद कर सकती हैं. मुखर विपक्ष में कांग्रेस पार्टी, वामपंथी दल, आम आदमी पार्टी,ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस,डीएमके, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल जैसी पार्टियाँ शामिल हैं, इधर कुछ समय से शिवसेना जैसी हिन्दुत्ववादी पार्टी भी भाजपा के खिलाफ काफी मुखरता से सामने खड़ी दिखाई पड़ रही है. भाजपा के खिलाफ इस मुखर विपक्ष की सबसे बड़ी चुनौती यह है कि पिछले सात सालों के दौरान इनकी विश्वसनीयता पर लगातार हमला किया गया है और इस काम में सत्ताधारी खेमे और उसके समर्थक समूहों जिसमें मीडिया का एक बड़ा वर्ग भी शामिल है की भूमिका साफ़-तौर पर देखी जा सकती है जिनके द्वारा हर बात के लिए विपक्ष खासकर कांग्रेस को घेरने और इसका सारा ठीकरा उसके सत्तर सालों के कामकाज पर फोड़ने का काम बहुत सधे हुए तरीके से किया गया है. इसी प्रकार से प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार द्वारा किये गये कामों को किसी भी सवाल और जवाबदेही से परे स्थापित करने की कवायद भी की गयी है और इसपर विपक्ष के हर विरोध को “गन्दी राजनीति”, “राष्ट्रहित में बाधक” और कभी-कभी तो “देशद्रोही कदम” के तौर पर पेश किया जाता है. लेकिन विपक्षी पार्टियों की सबसे बड़ी चुनौती राजनीतिक और सावर्जनिक विमर्श में हिंदुत्व और बहुसंख्यकवादी विचारधारा के निर्णायक बढ़त और वर्चस्व से है जिसकी वजह से आज कांग्रेस से लेकर तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी जैसे मुखर विपक्षी दलों की राजनीति हिन्दू बनाम हिंदुत्व के बहस में उलझी नजर आती है. इन पार्टियों के सामने भाजपा के आक्रमक हिंदुत्व के मुकाबले नरम हिंदुत्व के अलावा कोई और हथियार नजर नहीं आ रहा है.
कांग्रेस का स्पेस और ममता का महाअभियान
अपने विरासत के चलते कांग्रेस पार्टी का आज भी भारतीय राजनीति में एक खास मुकाम है और इसी वजह से अपनी तमाम कमजोरियों के बावजूद कांग्रेस आज भी विपक्ष की राजनीति का केंद्र बनी हुयी है. 2014 में सत्ता से हटने के बाद कांग्रेस लगातार कमजोर होती गयी है, लेकिन 2019 में राहुल गाँधी के के पार्टी अध्यक्ष पद से हटने के बाद से तो कांग्रेस आत्मविनाशी मुद्रा में नजर आ रही है. ऐसे में भाजपा के खिलाफ प्रमुख विपक्षी दल के तौर पर उसकी “जगह” लगातार कमजोर होती गयी है. आज की तारीख में कोई ठेठ कांग्रेसी भी यह दावा करने के स्थिति में नहीं है कि आने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस भाजपा को चुनौती देने में सक्षम है. इसलिये पिछले सात वर्षों के दौरान कुछ मजबूत सूबाई क्षत्रप विपक्ष के तौर पर कांग्रेस के इस स्पेस को भरने की कोशिश कर चुके हैं जिसमें नितीश कुमार और अरविन्द केजरीवाल प्रमुख हैं. अब पश्चिम बंगाल में तीसरी बार चुनाव जीतने के बाद ममता बनर्जी इस दिशा में बहुत गंभीरता से प्रयास करती हुयी नजर आ रही हैं और इस काम में उनकी मदद कर रहे हैं चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर. ममता बनर्जी स्वाभाविक रूप से लगातार कमजोर होती जा रही कांग्रेस को अपने लिए एक सम्भावना के तौर पर देख रही हैं और खुद को राष्ट्रीय स्तर पर नरेंद्र मोदी के विकल्प के रूप में पेश करने की तैयारी कर रही हैं. इसके लिए वे अपनी पार्टी को अखिल भारतीय स्वरूप देने की कोशिश कर रही हैं जिसके लिए वे देशभर में नये, पुराने नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर रही हैं जिनमें अधिकतर कांग्रेसी हैं.
ममता बनर्जी का लक्ष्य आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी से अधिक सीटें जीतना हैं जिसमें कम से कम पन्द्रह से बीस सीटें पश्चिम बंगाल से बाहर की हों. अगर वे ऐसा करने में कामयाब हो जाती हैं तो कांग्रेस के मुकाबले प्रमुख विपक्षी दल के रूप में उनकी दावेदारी बहुत मजबूत हो जायेगी. इसलिये 2024 के लोकसभा चुनाव तक उनकी कुल जमा रणनीति कांग्रेस पार्टी को और अधिक कमजोर बनाने की होगी. इसलिये पिछले कुछ समय से ममता बनर्जी और उनके चुनावी मैनेजर प्रशांत किशोर लगातार कांग्रेस पार्टी और उसके शीर्ष नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं. इसकी शुरुआत तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुखेंदु शेखर रॉय के उस बयान से हुई थी जिसमें उन्होंने कहा था कि इस बात का अनंतकाल तक इंतजार नहीं किया जा सकता है कि कांग्रेस पार्टी आगे आए और भाजपा के खिलाफ विपक्षी गठबंधन बनाए. दरअसल ममता बनर्जी और प्रशांत किशोर यह स्थापित करना चाहतें हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा, कांग्रेस और गांधी परिवार के लीडरशिप की वजह से लगातार और अधिक मजबूत होते जा रहे हैं इसी वजह से वे विपक्ष के लिए एक बोझ बन गये हैं जिससे छुटकारा पाया जाना जरूरी है. इसी सन्दर्भ में प्रशांत किशोर विपक्ष के नेतृत्व का चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से होने की मांग कर रहे हैं. इस संबध में उनका एक ट्वीट भी है जिसमें उन्होंने लिखा था कि, “कांग्रेस जिस विचार और स्थान (स्पेस) का प्रतिनिधित्व करती है, वह एक मज़बूत विपक्ष के लिए काफ़ी अहम है, इस मामले में कांग्रेस नेतृत्व को व्यक्तिगत तौर पर किसी का दैवीय अधिकार नहीं है, वह भी तब जब पार्टी पिछले 10 सालों में 90 फ़ीसदी चुनावों में हारी है”. इसी कड़ी में ममता बनर्जी द्वारा “अब संप्रग जैसा कुछ नहीं है” और ‘”ज्यादातर समय विदेश में रह कर कोई कुछ भी हासिल नहीं कर सकता है” जैसी टिप्पणियाँ भी देखी जा सकती है. दूसरी तरफ अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी है जो अपनी स्थापना के समय से ही खुद को कांग्रेस के विकल्प के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश में है. “आप” जिस आन्दोलन से निकली है वो मुख्य रूप से कांग्रेस के ही खिलाफ था. आप पार्टी भी कांग्रेस के कीमत पर ही अपने राजनीतिक वजूद को देखती है.
हिन्दुतत्व बनाम विपक्ष के राजनीति का पिच
आज पूरे विपक्ष के राजनीति सत्ताधारी दल के विचारधारा और उसके एजेंडे से तय हो रही है. विपक्ष अपना खुद का कोई एजेंडा पेश करना तो दूर सत्ताधारी दल के किसी भी कोर एजेंडे का विरोध कर पाने की स्थिति में भी नहीं है. विपक्ष के पास भाजपा के हिंदुत्व की राजनीति का कोई काट नहीं है और फिलहाल उनका ध्यान भी इस तरफ नजर नहीं आता है और वे हिंदुत्व की राजनीति के मुकाबले “हिन्दू” ताबीज पर भरोसा कर रही हैं या फिर ऐसा करने को मजबूर हैं. दूसरी तरफ विपक्ष की राजनीति भाजपा से ज्यादा कांग्रेस को निपटा कर उसकी जगह हासिल करने पर केन्द्रित होती जा रही है. 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले 15 राज्यों में चुनाव होने हैं. अगर इन चुनावों में भाजपा और व अन्य विपक्षी दल कांग्रेस को निपटाने में कामयाब हो गये तो देश में विपक्ष की राजनीति के पिच का मामला भी सेटेल हो जाएगा. अगर भारत की राजनीति में विचारधारा की प्रतिस्पर्धा को कायम रखना है तो कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष को हिंदुत्व की राजनीति के खिलाफ समान्तर नैरेटिव के बारे में सोचना होगा नहीं तो उनकी स्थिति बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना जैसी हो जायेगी.
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नए साल के अवसर पर धार्मिक कार्यक्रम होने चाहिए : हिमांगी सखी माँ
- "फिल्मो में धर्म व धर्म से जुडी चीजों को अश्लील तरीके से प्रस्तुत करनेवालों के खिलाफ सरकार कार्यवाही करे।"- किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी माँ
नालासोपारा (मुंबई) : मुंबई की सुप्रसिद्ध प्रवचन कर्ता व भागवत कथा वाचक निर्मोही अखाड़ा की किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी माँ ने बुधवार २९ दिसम्बर २०२१ को नालासोपारा में एक प्रवचन कार्यक्रम किया, जोकि सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर फिल्मों में अश्लील तरीके से धार्मिक व भक्ति गीत, रामलीला व धार्मिक के शूटिंग व प्रचार पर प्रतिबन्ध लगाने का आग्रह सरकार से किया, खासकर के अभी हाल में रिलीज़ हुए सारेगामा के म्यूजिक विडिओ 'मधुबन'के ‘राधिका नाची .’ को बैन किया जाय। नए साल में जो पार्टी होटल व अन्य जगहों पर होती है और युवा पीढ़ी को अश्लील डांस, डीजे व शराब परोसा जाता है, उससे युवा पीढ़ी गलत रास्ते पर जाती है। इसके बदले धार्मिक कार्यक्रम, भजन संध्या ,सामाजिक कार्यक्रम इत्यादि होने चाहिए। जिसे लोगों का धर्म के प्रति लगाव बढे और समाज में अपराध कम हो। इस अवसर पर निर्मोही अखाड़ा की किन्नर महामंडलेश्वर स्वामी हिमांगी सखी माँ कहती है,"मधुबन में राधिका नाची थी जैसे धार्मिक व भक्ति गीत को अश्लील तरीके से प्रस्तुत करने वाले गायक, कलाकार और सारेगामा कार्यक्रम के खिलाफ सरकार सख्त कार्यवाही करे, जिससे फिल्म इंडस्ट्री का कोई भी व्यक्त धर्म,हिन्दू संस्कृति व धर्म से जुड़े किसी भी चीजों का मज़ाक नहीं उड़ा सके। फिल्म कोहिनूर में गायक मोहम्मद रफ़ी ने यह गाना गाया था और फिल्म निर्माता व निर्देशक ने किस तरह सुंदर तरीके से पिक्चराइज़ किया था , वह देखने लायक था। लेकिन आज के नए जनरेशन के लोग उसे आश्लील तरीके से प्रस्तुत करके टीआरपी व नाम कमाने में लगे है। फिल्मो में धर्म व धर्म से जुडी चीजों को अश्लील तरीके से प्रस्तुत करनेवालों के खिलाफ सरकार कार्यवाही करे। "नए साल का आगमन होने वाला है, उसके लिए देश विदेश के सभी लोगों को हिमांगी सखी ने शुभकामनाएँ और कहा,"नए साल में सभी जगहों पार्टी होती है और युवा पीढ़ी को अश्लील डांस, डीजे व शराब परोसा जाता है, उससे युवा पीढ़ी गलत रास्ते पर जाती है। इसके बदले देशभर में नए साल के अवसर पर धार्मिक कार्यक्रम होने चाहिए , जिससे लोग परिवार के साथ जाए और लोगों में धर्म के प्रति झुकाव बढे। जिससे देशभर में हो रहे अपराध कम हो। "
झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 29 दिसंबर
‘‘रापी गैंग के सरगना अकरम का साथी, किशन झाबुआ पुलिस गिरफ्त में‘‘
स्व. कुशाभाऊ ठाकरे भाजपा के पितृ पुरूष और जनक थे -ः भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक, भाजपा मंडल झाबुआ ने स्व. कुशाभाऊ ठाकरे की पुण्यतिथि पर किया उन्हें नमन
झाबुआ। भाजपा के पितृ पुरूष एवं जनक कहे जाने वाले स्व. कुशाभाऊ ठाकरे की पुण्यतिथि पर भाजपा मंडल झाबुआ द्वारा 28 दिसंबर, मंगलवार को दोपहर भाजपा जिला कार्यालय पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमंें अतिथि के रूप में भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक एवं भाजपा मंडल झाबुआ अध्यक्ष अंकुर पाठक उपस्थित रहे। जानकारी देते हुए भाजपा मंडल झाबुआ के मीडिया प्रभारी प्रियंक तिवारी ने बताया कि प्रारंभ में अतिथियों ने स्व. कुशाभाई ठाकरे की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। अपने उद्बोधन में भाजपा जिलाध्यक्ष श्री नायक ने बताया कि स्व. कुशाभाऊ किसी नाम के मोहताज नहीं थे। उनके कार्य ही उनकी पहचान थी। वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पितृ पुरूष रहे। वह सगंठन शिल्पी थे। आज के दिन हम उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करते है। भाजपा मंडल झाबुआ अध्यक्ष अंकुर पाठक ने बताया कि आज ही के दिन पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता स्व. अरूण जेटली की भी जयंती है, जिनका भी भाजपा को मजबूत तथा सशक्त बनाने के साथ ही केंद्रीय वित्त मंत्री रहते हुए उनकी सेवाओं को कभी भूलाया नहीं जा सकता है।
- पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. अरूण जेटली को भी किया याद
भाजपा पिछड़ा वर्ग जिला महामंत्री का किया स्वागत
कार्यक्रम का संचालन भाजपा मंडल महामंत्री एवं सक्रिय पार्षद जुवानसिंह गुंडिया ने किया। इस दौरान भाजपा मीडिया सेल विभाग के जिला संयोजक जितेन्द्र जैन, भाजपा आईटी सेल जिला संयोजक अर्पित कटकानी, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष यूसूफ बैग भारती मेघनगर, भाजपा मंडल झाबुआ आईटी सेल संयोजक विपिन गंगराड़े, पार्षद जितेन्द्र पंचाल, युवा कार्यकर्ता रवि थापा, महेन्द्रसिंह भूरिया सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम के समापन बाद हाल ही में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के बनाए गए नवीन जिला महामंत्री सोनू अली सैयद का भी सभी ने पुष्पमालाओं से स्वागत कर उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित की।
’इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट पर हो रही है 24 घंटे वाहन चेकिंग’
’जिम्मेदार बोले’
बॉर्डर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी पुलिस द्वारा रोजाना भ्रमण किया जा रहा है जिसमें अवैध गतिविधियों में संलिप्त अपराधियों की धरपकड़ की जाए चेकिंग के साथ चालानी कार्रवाई भी की जा रही है! : रमेश कोली चौकी प्रभारी पिटोल
रोहतक (हरियाणा) में आयोजित पेंचाक सिलाट की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में झाबुआ जिले के 8 खिलाड़ियों ने लिया भाग, प्रवीर सोलंकी ने जीता ब्रांज मेडल, बस स्टेंड पर पुष्पमालाओं और ढोल के साथ किया स्वागत
नगरपालिका की राजस्व शाखा ने चलाया रोको-टोको अभियान, बिना मास्क राहगीर और वाहन चालकों के बनाए चालान, निःशुल्क मास्क का भी किया वितरण
झाबुआ। कलेक्टर सोमेश मिश्रा के आदेश एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी एलएस डोडिया के निर्देश पर नगरपालिका की राजस्व शाखा ने 29 दिसंबर, बुधवार को स्थानीय आजाद चौक पर रोको-टोको अभियान संचालित किया। जिसके अंतर्गत बिना मास्क लगाए व्यक्तियों को निःशुल्क मास्क वितरण किए गए। वहीं इस दौरान दो व्यक्तियों क्रमशः हिमांशु गुप्ता एवं निलेश जैन को मास्क नहीं पहना होने पर उनके 100-100 रू. के चालान बनाए। इस प्रकार कुल 200 रू. समन शुल्क वसूला गया। नपा की यह कार्रवाई करीब डेढ़ से दो घंटे तक यहां चली। उक्त कार्रवाई में विशेष सहयोग नपा के प्रभारी राजस्व निरीक्षक अयूब खान, सहायक राजस्व निरीक्षक रूपसिंह आदिवासी एवं कंप्यूटर ऑपरेटर मुकेश चौहान आदि का सराहनीय सहयोग रहा।
- सत्त जारी रहेगी कार्रवाई
कोविड के नियमों का करे पालन
राजस्व शाखा प्रभारी अयूब खान ने बताया कि उक्त कार्रवाई आगामी दिनों में भी सत्त जारी रहेगी। शहर के समस्त नागरिकों से अपील है कि कोरोना की तीसरी लहर अर्थात ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर लगाए तथा बाजारांे में सोशल डिस्टेनसिंग का भी भी पालन करे।
स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 के अंतर्गत नगरपालिका ने शहर के स्वच्छ बाजार, स्वच्छ होटल, स्वच्छ अस्पताल एवं स्वच्छ विद्यालय को किया पुरस्कृत, प्रथ्यम एवं द्वितीय पुरस्कार प्रदान किए गए
इनकी रहीं उपस्थिति
उक्त रेंकिंग के पुरूस्कार मुख्य नगर पालिका अधिकारी एलएस डोडिया, ब्रांड एंबेसेडर सुश्री निधि ठाकुर, स्वास्थ्य अधिकारी युनूसउद्दीन कुरैशी, स्वच्छता निरीक्षक कमलेश जायसवाल, स्वच्छता पर्यवेक्षक टोनी मलिया, सहायक राजस्व निरीक्षक आशीष भाबर एवं सहायक ग्रेड-03 पंकज सोलंकी की उपस्थिति में प्रदान किए गए। ज्ञातव्य रहे कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 में भी एक बार पुनः झाबुआ शहर को मप्र एवं देश में प्रथम स्थान पर लाने के लिए नपा परिषद् सत्त कटिबद्ध है। जिसमें शहरवासियों से भी सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की है।
कलेक्टर सोमेश मिश्रा के निर्देश पर झाबुआ के बहादुर सागर तालाब की सफाई हेतु विभागवार सौंपी गई जिम्मेदारी, मंगलवार को होमगार्ड विभाग ने किया श्रमदान, 1 फरवरी तक चलेगा श्रमदान कार्य
कॉलेजों एवं हाईव विभाग के स्टॉफ की भी लगाई डयूटी
इसी प्रकार 19 जनवरी को कन्या महाविद्यालय, शासकीय चंद्रशेखर आजाद महाविद्यालय, 21 जनवरी को शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, 25 जनवरी को कृषि विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, डेयरी विभाग विपणन विभाग, मलेरिया विभाग 28 जनवरी को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना विभाग, सीसीबी विभाग, विद्युत विभाग, 1 फरवरी को जिला जेल विभाग तथा किसी को प्रधानमंत्री सड़क योजना, नेशनल हाईवे, सड़क परिवहन विभाग को शहर के बहादुर सागर तालाब पर श्रमदान हेतु नियत समय पर उपस्थित रहने हेतु कलेक्टर श्री मिश्रा ने निर्देशित किया है।
लगातार खुद रहा झाबुआ का राजवाड़ा, अव्यवस्थित पाईप लाइन के चलते हो रहे बार-बार गड्ढे
जिला पत्रकार संघ का नव वर्ष मिलन समारोह आगामी 31 दिसंबर को मेवाड़ा कलाल समाज धर्मशाला मिंडल में, प्रख्यात कवि डॉक्टर ओम बैरागी उन्हेल एवं माधुरी वास्निक उज्जैन गीत गजलों से बांधेंगे समा
झाबुआ। जिला पत्रकार संघ द्वारा नूतन वर्ष-2022 के प्रवेश और भव्य आगमन को लेकर नए वर्ष का जश्न मनाते हुए 31 दिसंबर, शुक्रवार को संध्याकाल झाबुआ-अलीराजपुर जिले के समस्त पत्रकारों के लिए संयुक्त नव वर्ष मिलन समारोह का आयोजन किया गया है। यह मिलन समारोह इस दिन शाम 7 बजे से झाबुआ के समीपस्थ ग्राम मिंडल में मेवाड़ा कलाल समाज की धर्मशाला, वाटिका पर आयोजित होगा। समारोह में विशेष आकर्षण प्रख्यात कवि डॉक्टर ओम बैरागी उन्हेल एवं माधुरी वास्निक उज्जैन द्वारा गीतों और गजलों से समा बांधा जाएगा। उक्त समारोह में झाबुआ-अलीराजपुर जिले के समस्त पत्रकारों से उपस्थित रहकर इसे सफल बनाने की अपील जिला पत्रकार संघ झाबुआ के निवृतमान अध्यक्ष संजय भटेवरा ने की है। समारोह में सभी पत्रकार साथी कोविड के नियमों का पालन करते हुए मास्क पहनकर सम्मिलित हो एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करे अनिवार्य रहेगा।
जल जीवन मिशन के कार्यों एवं टीकाकरण केन्द्र का अवलोकन करने कलेक्टर राणापुर पहुंचे
उर्वरको के अनियमित वितरण करने पर टॉप 20 बॉयर के विक्रेताओ के विरूद्ध कार्यवाही
झाबुआ,। कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा के मार्गदर्शन मे कृषि एवं राजस्व विभाग के अमले द्वारा जिले में वर्ष 2021 मे विभिन्न सहकारी एवं निजी उर्वरक विक्रेताओं की डी.बी.टी.योजनान्तर्गत उर्वरक विक्रय की समिक्षा की गई। उपसंचालक कृषि श्री नगीन रावत ने बताया कि समीक्षा मे उर्वरको का अनियमित वितरण करना पाया गया है। उर्वरक विक्रेताओ के द्वारा पी.ओ.एस. मशीन से उर्वरक विक्रय करने पर एम.एफ.एम.एस. वेबसाईट पर टॉप 20 बॉयर की सूची बन जाती है। प्राप्त सूची की समीक्षा करने पर वर्ष 2021 मे अप्रैल 2021 से सितम्बर 2021 तक की अवधि मे 36 प्रकरण टॉप 20 बॉयर के पाए गए जिनमे से 9 उर्वरक विक्रेताओ के पंजीयन पत्र निलम्बित किये गये एवं 27 प्रकरणो मे उर्वरक विक्रेताओ को चेतावनी जारी की गई है। जिले मे वर्ष 2021-22 अंतर्गत अद्यतन स्थिति मे 398 उर्वरक नमूने लिये जा कर प्रयोगशाला को भेजे गये जिसमे से 340 नमूने मानक एवं 36 नमूने अमानक स्तर के पाये गये। अमानक उर्वरक नमूनो को विक्रय से प्रतिबंधित कर विक्रेताओ को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किये गये, 10 उर्वरक विक्रेताओ के पंजीयन पत्र निलम्बित किये गये। बीज के 290 नमूने लिये जा कर परिक्षण हेतु प्रयोगशालाओ को भेजे गए जिसमे से 222 मानक एवं 5 अमानक स्तर के पाए गए। अमानक बीज नमूनो को विक्रय से प्रबिंधित कर कारण बताओ सूचनापत्र जारी किये गए, 2 बीज विक्रेताओ के पंजियनपत्र निलम्बित किये गए। कीटनाशक के 35 नमूने प्रयोगशाला को विश्लेषण हेतु भेजे गये जिसमे से 15 मानक एवं 4 अमानक स्तर के पाए गए, अमानक कीटनाशको को विक्रय से प्रतिबंधित किया जा कर कारण बताओ सूचना पत्र जारी किये गए। इसी अनुक्रम मे अधिक दर पर उर्वरक विक्रय की सूचना प्राप्त होने पर 3 विक्रेताओं के विरूद्ध उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 के तहत 3 एफ.आई..आर.दर्ज करवाई गई है। जिले के उर्वरक विक्रेताओ से आग्रह है कि वे डी.बी.टी. योजना के तहत नियमो का पालन करते हुए उर्वरको का वितरण कार्य करे। कृषको को उनके द्वारा धारित भूमि अनुसार आवश्यकता का आकलन कर उर्वरक का वितरण करें। कृषकों को आवश्यकता से अधिक उर्वरक विक्रय करने पर एम.एफ.एम.एस. पोर्टल के डेशबोर्ड पर क्रेता/विक्रेता का नाम एवं विवरण प्रकाशित हो जाता है, जिसकी समीक्षा शासन स्तर पर की जाती है एवं विभाग के द्वारा प्रकरणों की जाच की जाने पर तदुनसार कार्यवाही की जाती हैै। अतः यदि विक्रेता उपरोक्तानुसार नियमो का पालन करते हुए उर्वरक विक्रय करेगें तो उनका नाम एम.एफ.एम.एस. पोर्टल के डेशबोर्ड पर नही आएगा और उनके विरूद्ध किसी भी प्रकार की कार्यवाही की आवश्यकता नही होगी। डी.बी.टी. योजना का यही उद्देश्य है कि विक्रेता एवं क्रेता डी.बी.टी. योजना के नियमो का पालन करते हुए उर्वरकों का क्रय/विक्रय करंे। जिससे देश/प्रदेश मे उपलब्घ उर्वरक युक्ति युक्त विधी से अधिकतम् कृषकों मे उनकी आवश्यकता के अनुसार वितरण सुनिश्चित होवे। कोंई भी कृषक उर्वरक की उपलब्धता से वंचित न रहे एवं वे उर्वरकों के उपयोग से अधिकतम उपज प्राप्त कर लाभन्वित होवें। इस प्रकार कृषक एवं विक्रेता प्रदेश/देश की प्रगति मे सहभागी बन सकेगें।
विश्व बैंक परियोजना के अंतर्गत ऑफलाइन और ऑनलाइन मॉक टेस्ट का आयोजन
विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 29 दिसंबर
समस्त प्रकरणों और शिकायतों का निराकरण समय सीमा में करना सुनिश्चित करें
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में 7 दिसंबर 2021 को समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उक्त समीक्षा बैठक में नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी क्षेत्र विषय से संबंधित नगर परिषद सालीचौका जिला नरसिंहपुर की शिकायत को चर्चा में चयनित किया गया था। समीक्षा उपरांत मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा निर्देशित किया गया है कि नगरीय निकाय आवास योजना से संबंधित समस्त प्रकरणों और शिकायतों का निराकरण समय सीमा में करना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुक्रम में अपर आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास के डॉक्टर सतेंद्र सिंह द्वारा जारी पत्र में उल्लेख है कि समस्त नगर पालिका व नगर परिषद अधिकारी प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को भौतिक प्रगति के निर्धारित मापदंड के आधार पर नियमानुसार समय सीमा में किश्त प्रदान करना सुनिश्चित करें ओर की गई कार्यवाही से अवगत कराने हेतु निर्देशित किया गया है।
राजस्व अधिकारियों की बैठक आज
कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव की अध्यक्षता में राजस्व अधिकारियों की बैठक गुरूवार 30 दिसम्बर को आयोजित की गई है। यह बैठक नवीन कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में प्रातः 11 बजे से शुरू होगी कि जानकारी देते हुए अपर कलेक्टर श्री वृंदावन सिंह ने बताया कि यदि किसी निर्माण विभाग या अन्य शासकीय विभागों का कोई भी बिन्दु राजस्व अधिकारियों से संबंधित है तो उपरोक्त राजस्व अधिकारियों की बैठक में संबंधित विभाग के जिलाधिकारी 11 से 11.30 बजे के मध्य मीटिंग हाल में उपस्थित होकर अवगत कराकर समाधान प्राप्त कर सकते है।
कोविड वैक्सीन अभियान के तहत साढे पांच हजार से अधिक का टीकाकरण हुआ
स्वास्थ्य बालक बालिका स्पर्धा का 8 से 14 जनवरी तक होगा आयोजन
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री बृजेश शिवहरे ने जानकारी दी है कि भारत सरकार महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्रालय द्वारा समुदाय की स्वास्थ्य एवं पोषण विषयों पर भागीदारी एवं सुपोषित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में पहल के रूप में देश में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा आयोजन के संबंध में दिशा निर्देश दिए गए हैं। जिसके परिपालन में स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा का आयोजन 8 जनवरी से 14 जनवरी 2022 तक किया जाएगा। उक्त कार्यक्रम का मुख्य उद्देश आंगनबाड़ी सेवाओं से छूटे क्षेत्र के 6 वर्ष तक के आयु वर्ग के बच्चों को भी अभियान अंतर्गत सम्मिलित कर समाज के सभी वर्गों और क्षेत्रों में बच्चों के पोषण के प्रति परिवार एवं समुदाय को जागरुक करना एवं स्वस्थ रहने हेतु परिवार एवं बच्चों में स्पर्धा की भावना को बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि बच्चों की वृद्धि निगरानी हेतु लंबाई, ऊंचाई एवं वजन मापने वाली संस्थाओं में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के अतिरिक्त नगरीय क्षेत्रों में सेवा प्रदाता संगठनों द्वारा उपयुक्त वजन अभियान उपकरणों के साथ लक्ष्य समूह में बच्चों की वजन एवं ऊंचाई का मापन कार्य कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि अतिरिक्त 2 वर्ष से 6 वर्ष के उम्र वाले बच्चों के माता-पिता सेल्फ मोड़ अंतर्गत स्वयं शारीरिक माप करके पोषण ट्रैकर, शारीरिक माप का डाटा अपलोड कर सकते हैं। यदि बच्चा स्वस्थ है, तो माता-पिता एवं अभिभावकों द्वारा प्रमाण पत्र डाउनलोड किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा हेतु पोषण ट्रैकर एप ऑनलाइन मंच होगा।
राष्ट्रीय वयोश्री योजनांतर्गत : वरिष्ठजनों को जीवन सहायक उपकरण प्रदाय हेतु पंजीयन
कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने बताया कि भारत सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय वयोश्री योजना अंतर्गत विदिशा जिले के ग्रामीण, शहरी क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयु जन्य निशक्तताध्दुर्बलता की सीमा के अनुरूप नित्य जीवन सहायक उपकरण प्रदाय हेतु जिले का चयन किया गया है। जिसके तहत योजनांतर्गत उक्त प्रक्रिया तीन चरणों में पूर्ण की जाना है। कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव द्वारा जनपद पंचायत ग्यारसपुर, बासौदा, लटेरी, नटेरन, कुरवाई, सिरोंज के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और मुख्य नगरपालिका अधिकारीध् नगर परिषद के तहत विदिशा, बासौदा, सिरोंज, कुरवाई, लटेरी, शमशाबाद, को पत्र जारी कर राष्ट्रीय वयोश्री योजना अंतर्गत वरिष्ठजनों के लिए जीवन सहायक उपकरण प्रदाय हेतु जन सेवा केंद्र सीएससी के माध्यम से पंजीकृत कराने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव द्वारा जारी पत्र में उल्लेख किया गया है कि इच्छुक वरिष्ठजनों का पात्रता अनुसार पंजीयन जन सेवा केंद्र सीएससी के माध्यम से किया जाना पंजीयन उपरांत एलिम्को उज्जैन के तकनीकी विशेषज्ञों के द्वारा पंजीकृत वरिष्ठजनों का परीक्षण कर आवश्यकतानुसार सहायक उपकरणों का चयन किया जाना। चयनित वृद्धजनों को चिन्हित किए गए सहायक उपकरणों का निशुल्क प्रदान एलिम्को के द्वारा शिविर के माध्यम से किया जाना। सर्वप्रथम इच्छुक वरिष्ठजनों सामाजिक सुरक्षा योजना के अंतर्गत वृद्धावस्था पेंशन धारियों का पंजीयन जनपद मुख्यालय पर अथवा क्षेत्रांतर्गत संचालित जनसेवा केंद्र सीएससी के माध्यम से 31 दिसंबर 2021 तक पूर्ण कराएं। इस हेतु संबंधित हितग्राही का एक पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, बीपीएल, राशन कार्ड न होने की दशा में राशि 15 हजार मासिक से कम आय का प्रमाण पत्र की छाया प्रति के दस्तावेज प्राप्त कर पोर्टल पर सीएससी के माध्यम से पंजीयन की कार्यवाही कराएं। जनवरी माह 2022 के मध्य खंड स्तर पर एलिम्को के तकनीकी दल परीक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा एवं फरवरी माह 2022 प्रथम और द्वितीय सप्ताह में सहायक उपकरणों के वितरण शिविर का आयोजन किया जाएगा। कलेक्टर श्री भार्गव के द्वारा उपरोक्त कार्य को नियत समय सीमा में पूर्ण करने के दिशा निर्देश प्रसारित किए गए हैं।
प्रतिवेदन, प्रकरण नियम निर्देशों के तहत स्पष्ट अभिमत उपलब्ध कराने के निर्देश
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट श्री उमाशंकर भार्गव द्वारा प्रतिवेदनध्प्रकरण नियम निर्देशों के तहत स्पष्ट अभिमत सहित उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर श्री भार्गव द्वारा जारी पत्र में उल्लेख किया गया है कि अधीनस्थ न्यायालयों से प्राप्त प्रतिवेदनध्प्रकरणों के अवलोकन पर यह देखने में आया कि प्रकरणध्नस्ती अव्यवस्थित पर कटे-फटे दस्तावेजों के साथ ही अंतिम प्रतिवेदन पूर्णता स्पष्ट नहीं होने व संलग्न दस्तावेज क्रमानुसार ना होने व पूर्ण नहीं होते हैं, जिसके कारण प्रकरण को पूर्ति हेतु पुनः अंतरित की स्थिति निर्मित होती है और प्रकरण के निराकरण में अनावश्यक विलंब की स्थिति निर्मित होती है। जिसके अंतर्गत कलेक्टर श्री भार्गव प्रतिवेदनध् प्रकरण नियम अनुसार निर्देशों का पालन कर उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए हैं। आवेदक द्वारा अपने आवेदन पत्र के साथ यदि उसके लिए जाने वाली दस्तावेज संलग्न में नहीं किए गए तो प्राप्त किए जाएं। मदध्प्रकरणवार चेक लिस्ट तैयार की जाकर आवेदक को एक ही बार वांछित दस्तावेज प्रस्तुत किए जाने हेतु सूचित कर दस्तावेजों की पूर्ति कर ली जाए। संबंधित हल्का पटवारी राजस्व निरीक्षक से स्पष्ट रिपोर्ट का पंचनामा एवं आवश्यक दस्तावेज लिए जाएं। प्रकरण निर्धारित मद में ही दर्ज किया जाए। न्यायालय तहसीलदार व उपखण्ड अधिकारी द्वारा एक ही मद में प्रकरण दर्ज किए जाएं। प्रकरण की आदेश पत्रिका में उल्लेखित अनुसार ही प्रकरण में क्रम अनुसार दस्तावेज संलग्न किए जाएं। प्रकरण में दस्तावेजों को पृष्ठ अंकित किया जाए एवं प्रकरण में फ्लाइट सीट लगाई जाकर उस पर दस्तावेजों का विवरण पृष्ठ क्रमांक अंकित किया जाए प्रकरण व्यवस्थित हो। यह भी देखने में आया है कि अधीनस्थ न्यायालय में कई प्रकरण 2 से 5 वर्ष से गतिशील होकर अनावश्यक रुप से निराकरण हेतु विलंबित किए जाकर प्रेषित किए जा रहे हैं। जबकि आरसीएमसी पोर्टल पर एक से अधिक वर्ष की अवधि के प्रकरण निरंक दर्शाया जा रहे हैं। जिससे स्पष्ट है कि पोर्टल पर त्रुटिपूर्ण जानकारी दी गई है। समस्त पीठासीन अधिकारी अपने न्यायालय में गतिशील प्रकरणों व आरसीएम पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों से अनुसार समीक्षा कर लें। पंजीकृत प्रकरण उपलब्ध न कराए जाएं। संबंधित अधिकारी मात्र लिपिकध्प्रवाचक की प्रस्तुति अनुसार प्रकरण प्रेषित ना कर प्रकरण का पूर्ण परीक्षण उपरांत प्रकरण से संबंधित नियम निर्देशों का अधिनियम व उसकी धाराओं का स्पष्ट उल्लेख व अभिमत अपने अंतिम प्रतिवेदन में अंकित कर वरिष्ठ न्यायालय को प्रेषित करें। तहसीलदार अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बिना अपने स्पष्ट अभिमत अनुशंसा के प्रतिवेदन भेज देते हैं अतः भविष्य में तहसीलदार अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अपने स्पष्ट अभिमत सहित प्रतिवेदन भिजवाना सुनिश्चित करेंगे। अधीनस्थ से प्राप्त प्रतिवेदनध्प्रकरण के परीक्षण एवं तदानुसार पूर्ति उपरांत ही अपने अभिमत प्रतिवेदन पर प्रकरण न्यायालय को उपलब्ध कराएं। यह भी देखने में आया है कि वरिष्ठ न्यायालय द्वारा वांछित अभिलेख कई स्मरण पत्र उपरांत भी उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं। जिसके कारण उनके न्यायालय में गतिशील प्रकरण निराकरण हेतु लंबित रहते हैं। अभिलेख मांग पत्र की समीक्षा कर प्रत्येक माह इस बाबत पत्र उपलब्ध कराया जाए कि कितने प्रकरण किस न्यायालय को भेजने हेतु शेष हैं। यदि कारणवश प्रकरण भेजना संभव नहीं हो रहा हो तो वस्तु स्थिति से वरिष्ठ न्यायालयों को अवगत कराया जाए। अन्यथा समयावधि के पूर्व अभिलेख भेजना सुनिश्चित हो। यह भी देखने में आ रहा है कि नायब तहसीलदारध् तहसीलदार को तामिली हेतु भेजे गए सूचना पत्र निर्धारित समय अवधि में शामिल कराए जाकर तामिली प्रति उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। जिसके कारण प्रकरण में आगामी तिथि नियत की जाकर पुनः सूचना पत्र जारी करने की अनावश्यक कार्यवाही करना पड़ती है। यह स्थिति गंभीर है समय अवधि के पूर्व नोटिस तामील कराए जाकर तामिली प्रति न्यायालय को उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित हो। जारी पत्र के उक्त बिंदु के 10 व 11 हेतु जिम्मेदार कर्मचारी को भविष्य के लिए सचेत किया जाए। इसके पश्चात भी उल्लंघन पाया जाए तो अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए अन्यथा आप के विरुद्ध कार्यवाही हेतु बाध्य होना पड़ेगा। समय सीमा को आर्थिक सहायता संबंधी प्रकरणों को समय अवधि में निराकरण किया जाने की प्राथमिकता सुनिश्चित की जाए। उक्त निर्देशों से अपने अधीनस्थ अधिकारी कर्मचारी को भी पालन हेतु निर्देशित किया जावे निर्देशों की अवहेलना पर अब सचेत ना किया जाकर जिम्मेदार अधिकारीध्कर्मचारियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
तीन स्थानीय अवकाश घोषित
कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने विदिशा जिले के लिए वर्ष 2022 हेतु तीन स्थानीय अवकाश घोषित करने का आदेश जारी कर दिया हैं। उक्त अवकाश बैंक, कोषालय, उप कोषालय पर लागू नहीं होंगे। कलेक्टर श्री भार्गव के द्वारा सम्पूर्ण विदिशा जिले के लिए घोषित किए गए स्थानीय अवकाशों की जानकारी इस प्रकार से है। मंगलवार 22 मार्च 2022 रंगपंचमी का, सोमवार 26 सितम्बर 2022 को शारदीय नवरात्रि प्रारंभ का तथा मंगलवार 25 अक्टूबर 2022 को दीपावली का दूसरा दिन का स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है।
सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 29 दिसंबर
प्राचीन जगदीश मंदिर में शिवभक्ति के साथ होगी नए साल की शुरुआत शिव चतुर्दशी पर किया जाएगा पूरी रात भगवान शिव का विशेष अभिषेक
सीहोर। शिव चतुर्दशी भगवान शिव को मासिक शिवरात्रि अत्यंत प्रिय है। कहते हैं कि मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से भोलेनाथ बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। नए साल की शुरुआत शिव जी के आशीर्वाद से होगी। शहर के छावनी सब्जी मंडी के समीपस्थ प्राचीन जगदीश मंदिर में नए साल के पहले दिन शनिवार को सुबह मंदिर में फूलों से विशेष श्रृंगार किया जाएगा। वहीं बरखेड़ा हसन मानस प्रचार समिति के द्वारा पूरी रात भजनों की प्रस्तुति के साथ चारों प्रहरों में भगवान शिव का अभिषेक किया जाएगा। इस संबंध में हिन्दू महापंचायत के जिलाध्यक्ष प्रदीप सक्सेना ने बताया कि नए साल के पहले दिन शनिवार को भव्य रूप से शिव चतुर्दशी का पर्व मनाया जाएगा इस मौके पर भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के ऑन लाइन प्रवचन का आयोजन भी किया गया है। आयोजन में परमार समाज के अलावा सभी क्षेत्रवासियों के द्वारा नए साल का यह भव्य कार्यक्रम के दौरान सुबह से ही देर रात्रि तक आयोजन किया जाएगा। मंदिर में भगवान जगदीश, देवी माता, हनुमान जी और राम दरबार की मूर्तियों का अभिषेक का आयोजन किया जाएगा। जिला संस्कार मंच के मनोज दीक्षित मामा ने बताया कि आगामी एक जनवरी को जब नया साल शुरू होगा, उस दिन संयोगवश कई शुभ योग रहेंगे। यह दिन पूजा-पाठ, दान-पुण्य से लेकर खरीद फरोख्त तक के लिए मंगलकारी रहेगा। इस दिन पौष मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी और ज्येष्ठ नक्षत्र रहेगा। पौराणिक मान्यता है कि इस चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि की संज्ञा दी गई है। इसी दिन केदार योग, सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा, इस दौरान नए कार्य शुरू करने से लेकर आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी से परिवार में समृद्धि आएगी। शिव चतुर्दशी और शनिवार होने से इस दिन शिव और शनिदेव की पूजा विशेष फलदायी होगी। उन्होंने बताया कि मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि की पूजा आधी रात में की जाती है। इसे निशिता काल कहा जाता है। इसकी शुरुआत भगवान शिव की मूर्ति या शिव लिंग के अभिषेक से की जाती है। भोलेनाथ को गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद, सिंदूर, हल्दी पाउडर, गुलाब जल और बेल के पत्ते चढ़ाए जाते हैं। इसके बाद भगवान शिव की आरती या भजन गाए जाते हैं और शंख बजाया जाता है। इसके बाद प्रसाद ग्रहण किया जाता है। हिन्दू महापंचायत के तत्वाधान में होने वाले इस दिव्य कार्यक्रम के दौरान पहले प्रहर रात्रि आठ से किया जाएगा। पूरी रात्रि में चार प्रहरों में भजनों की प्रस्तुति आदि के साथ भगवान शिव का विशेष अभिषेक किया जाएगा। मंदिर से जुडे चंदर सिंह मंडलोई, तुलसीराम पटेल, विष्णु परमार, गगन खत्री, बने सिंह, नंद किशोर परमार, विजय परमार, शेर सिंह, शिव परमार, विक्रम परमार, हीरु बेलानी, राकेश शर्मा, रामेश्वर सोनी, गोपाल राठौर, विष्णु सम्राट प्रजापति, पंडित कुणाल व्यास, पप्पू सेन, नरेन्द्र डाबी, नंद किशोर संधानी, विवेक श्रीवास्तव, संतोष बैस आदि ने श्रद्धालुओं से आने की अपील की है।
शहर के चर्च मैदान पर जारी जिला स्तरीय बेबी लीग फुटबाल प्रतियोगिता, सीहोर चिल्ड्रन ने मिनी को 11-0 से हराया
सरकार के फैसले के खिलाफ किया प्रदर्शन, हजारों खर्च के बाद चुनाव स्थगित होने की सूचना पर प्रत्याशियों ने जताया विरोध
हजारों रुपए खर्च के बाद चुनाव किए निरस्त
उनका कहना है कि चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों ने उनसे चर्च की है कि यह फैसला हमारे खिलाफ है। कई प्रत्याशियों ने हजारों रुपए की राशि खर्च की है। चुनाव में प्रचार सामग्री और चुनाव वाहन जैसी चीजों में अपनी मेहनत की कमाई का पैसा खर्च कर दिया है। तब सरकार सरकार ने फैसला लेकर इन चुनावों को स्थगित कर दिया है। इसके अलावा सरकार ने भी जनता की कमाई का करोड़ों रुपए और अधिकारियों की फौज को परेशान कर चुनावों की तारिखों का एलान किया था। जनता को परेशान करने वाली सरकार के खिलाफ प्रत्याशियों के द्वारा शुक्रवार को प्रदर्शन किया जाएगा।
बैंक खातों में बीमा और मुआवजा की शेष किश्त राशि जल्दी डलवाए सरकार
सीहोर। किसान स्वराज संगठन के कार्यकर्ताओं और ग्राम सेमरादांगी के किसानों ने सड़क पर उतर कर गुरूवार को वर्ष खरीफ 2020 में खराब हुई सोयाबीन फसल की बीमा सहित मुआवजा राशि की बकाया किश्त बैंक खातों में डालवाने की मांग प्रदेश सरकार से की है। किसान स्वराज संगठन के जिलाध्यक्ष विनय सिंह दांगी ने बताया की प्रदेश सरकार किसानों को बीमा किश्त देने के नाम पर गुमराह कर रही है। किसानों की शेष बीमा और मुआवजा राशि डलवाने को लेकर सरकार कई बार अक्टूबर में डलवा देंगे नवंबर में डलवा देंगे लेकिन भुगतान नहीं किया गया अब सरकार के द्वारा किया गया 15 दिसंबर का वादा भी झूठा हीं साबित हुआ है। सरकार से किसानों का भरोसा उठता ही जा रहा है। किसान स्वराज संगठन के द्वारा इस संबंध में मुख्यमंत्री और कृषि मंत्रों को पत्र भी लिखे गए है। किसान स्वराज संगठन किसानों के हित में एक बार फिर खरीफ 2020 सोयाबीन का बीमा एवं मुआवजे की राशि की बकाया एक किश्त डलवाने की मांग करता है। मांग करने वालों में बाबूलाल पटेल,दुर्गा सिंह,भगवत सिंह,गिरवर सिंह,घनश्याम सिंह, जितेंद्र सिंह,जीवन सिंह दांगी, बने सिंह दांगी, महेंद्र सिंह दांगी, मानसिंह, धनराज सिंह दांगी, चंद्र प्रकाश,मदनलाल वर्मा,नारायण सिंह, भैरू सिंह वर्मा,रामेश्वर दांगी,अजीतेष,यादव सिंह दांगी, करण सिंह दांगी आदि किसान और किसान स्वराज संगठन के कार्यकर्ता शामिल है।
- सड़क पर उतर कर किसान स्वराज संगठन के कार्यकर्ता और ग्राम सेमरादांगी के किसानों ने की मांग, वर्ष खरीफ 2020 में खराब हुई थी सोयाबीन की फसल
बच्चों को नशीले पदार्थों से बचाने जनजागरूकता अभियान
अनियमितताओं के आरोप में सीहोर संभाग के उपमहाप्रबंधक निलंबित
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा संभाग सीहोर में पदस्थ उप महाप्रबंधक श्री सुमित अग्रवाल को कॉलोनी विद्युतीकरण के कार्यों में नियमों की अव्हेलना एवं फॉल्स डिमांड वापसी प्रकरणों में गंभीर अनियमितताएं बरतने के आरोप में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में श्री अग्रवाल को मुख्यालय भोपाल वृत्त में रखकर इनकी विभागीय जाँच की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री गणेश शंकर मिश्रा ने मैदानी अधिकारियों से कहा है कि वे उपभोक्ता सेवा और कंपनी की योजनाओं का लाभ पात्र उपभोक्ताओं को प्रदान करें तथा सजगता से कार्य करें। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को सचेत किया कि उपभोक्ता सेवाओं और आर्थिक अनियमितताओं के मामलों में सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों से अपेक्षा की है कि कंपनी और उपभोक्ताओं के हितों का हमेशा ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि कंपनी के कार्य निष्पादन में किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मौजूदा मौसम के दृष्टिगत कृषकों को सलाह
किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ने बताया कि सर्दी के मौसम में पानी का जमाव हो जाता है जिससे कोशिकायें फट जाती है एवं पौधों की पत्तियॉ सूख जाती है परिणामस्वरूप फसलों में भारी क्षति हो जाती है। कृषि विकास विभाग ने बताया कि पाले के प्रभाव से पौधो की कोशिकाओं में जल संचार प्रभावित होता है। प्रभावित फसल अथवा पौधे का बहुभाग सूख जाता है जिससे रोग एवं कीट का प्रकोप बढ़ जाता है। पाले के प्रभाव से फल एवं फूल नष्ट हो जाते है। सब्जी फसल पाला आने से अधिक प्रभावित होती है व पूर्णतः नष्ट हो जाती है। पाला पडने की संभावना होने पर खेत में सिंचाई करें। पर्याप्त नमी होने से फसलों में नुकसान की सम्भावना कम होती है। पाला पड़ने की संभावना होने पर खेत की उत्तरी- पश्चिमी दिशा की मेढों पर रात्रि में धुऑ करना चाहियें। फसलों में जल - विलेय सल्फर 80 प्रतिशत की 500 ग्राम मात्रा प्रति एकड़ की दर से पर्णीय छिडकाव करें। फसलों पर जल विलेय उर्वरक एन.पी.के. 18.18.18 और एन.पी.के. 00.52.34 की 1 किग्रा मात्रा प्रति एकड़ की दर से पर्णीय छिडकाव करें।
प्रधानमंत्री फसल बीमा 2 दिन शेष
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत जिले में रबी सीजन 2021-22 का फसल बीमा शीघ्र ही किया जाना है। फसल बीमा कराने के लिए अब 2 दिन शेष बचे है। बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर है। जिसमें ऋणी एवं अऋणी दोनों प्रकार के किसान भाई अपनी फसल का बीमा करा सकते है जिसकी प्रीमियम 705 रूपये प्रति हेक्टेयर गेहूं एवं चना फसल के लिए है। जिले के सभी किसानों को इस योजना का अधिक से अधिक लाभ मिले इसी उद्देश्य से शासन द्वारा फसल बीमा के तीन प्रचार वाहनों को जिले के सभी गांवों में प्रचार-प्रसार के लिए घुमाया जा रहा है एवं किसानों को फसल बीमा कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। किसानों से निवेदन है कि अंतिम तिथि का इंतजार न करते हुए किसान भाई अपनी संबंधित बैंकों में जाकर अतिशीघ्र अपनी फसल का बीमा करायें। किसानों से अनुरोध है कि जिस बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड बना है, वहां जाकर फसल बुवाई प्रमाण-पत्र एवं पटवारी हलके की जानकारी सम्बन्धित बैंक में जाकर अद्यतन करायें। अऋणी व डिफाल्टर किसानों से आग्रह है कि अंतिम तिथि का इंतजार न करते हुए अपने पास की बैंक शाखा जैसे सहकारी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक या राष्ट्रीयकृत बैंक में फार्म जमा करें, ताकि उनकी फसलों का बीमा योजना के तहत फसल बीमा हो सके। फसल बीमा कराने के लिये किसान बीमा प्रस्ताव पत्र, भू-अधिकार पुस्तिका की फोटोकापी, बोवनी का प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड में से कोई एक एवं बैंक पासबुक की फोटोकापी दस्तावेज लेकर बैंक में जाकर अपनी फसल का फसल बीमा करायें। आधार कार्ड अनिवार्य रूप से साथ में ले जायें।
बलराम तालाब के लिए आवेदन आमंत्रित
ऐसें किसान जिन्होंने कृषि विभाग या उद्यान विभाग से वर्ष 2017 से अभी तक स्प्रिंकलर सेट अनुदान का लाभ लिया गया है। वह कृषक बलराम तालाब अनुदान के लिये पात्र है। ऐसें कृषक अपने खेत में बलराम तालाब अनुदान पर बनवाकर सिंचाई कर सकते हैं। इसके लिए जिले के विकासखण्ड वार लक्ष्य निर्धारित कर संबंधित कृषकों से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। ऐसे कृषकों जिन्होंने एमपी कृषि डीबीटी पोर्टल (dbt.mpdage.org) पर पंजीयन कराया है, वह कृषक अपने विकासखण्ड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी से संपर्क कर आवेदन प्रस्तुत करें, ताकि उनकी स्वीकृति की कार्यवाही की जा सके। एमपी कृषि डीबीटी पोर्टल अभी खुला है, जो कृषक बलराम तालाब हेतु पंजीयन कराना चाहते हैं वह पंजीयन करा सकते हैं। पहले आएं पहले पाएं के आधार पर लक्ष्यानुसार स्वीकृति प्रदाय की जायेगी। योजना प्रावधान अनुसार बलराम तालाब योजना के अंतर्गत सामान्य श्रेणी के कृषकों को रू. 80 हजार एवं अजा/अजजा वर्ग के कृषकों के लिए रू. एक लाख रूपए की पात्रता का प्रावधान है।
एकलव्य शिक्षा विकास योजना में तेन्दूपत्ता संग्राहकों के बच्चों को मिलेगी मदद
‘एकलव्य शिक्षा विकास योजना’ में प्रदेश के वन क्षेत्रों में निवासरत तेन्दूपत्ता संग्राहकों के होनहार बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा संस्थानों में प्रवेश और उनके शिक्षा व्यय की प्रतिपूर्ति की जाती है। राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक श्री पुष्कर सिंह ने बताया कि एकलव्य शिक्षा विकास योजना में प्रदेश में अब तक 12 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राओं को 10 करोड़ 51 लाख से अधिक की राशि स्वीकृत कर उपलब्ध कराई गई है। तेन्दूपत्ता संग्राहक के लिए यह जरूरी है कि पिछले 5 वर्ष में से कम से कम तीन वर्षों में न्यूनतम एक मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया हो। फड़ मुंशी और समिति प्रबंधक द्वारा कम से कम तीन वर्षों में तेन्दूपत्ता सीजन में कार्य करने पर तेंदूपत्ता संग्राहक के बच्चों की शिक्षा के लिए सहायता दी जाती है। बच्चों को योजना का लाभ लेने के लिए पिछली वार्षिक परीक्षा में 60 प्रतिशत अंक लाना जरूरी है। इस सहायता योजना में व्यवसायिक कोर्स के विद्यार्थियों को वार्षिक 50 हजार रूपये दिए जाते हैं। गैर तकनीकी स्नातक विद्यार्थियों को 20 हजार रूपये, कक्षा 11वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों को 15 हजार रूपये और कक्षा 9वीं एवं 10वीं उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों को 12 हजार रूपये की वार्षिक सहायता दी जाती है। योजना में विद्यार्थियों को निर्धारित राशि की सहायता के अलावा शिक्षण शुल्क, पाठ्य-पुस्तकें, छात्रावास व्यय के साथ वर्ष में एक बार अपने घर आने-जाने का यात्रा व्यय भी दिया जाता है।
रूपंकर कला प्रदर्शनी के लिए प्रविष्टियां 15 तक आमंत्रित
उस्ताद अलाउद्दीन संगीत एवं कला अकादमी द्वारा आयोजित मध्यप्रदेश राज्य रूपंकर कला पुरस्कार प्रदर्शनी 2022 के लिये प्रविष्टियाँ आमंत्रित की हैं। पुरस्कार प्रदर्शनी में भाग लेने के लिये कलाकार का मध्यप्रदेश मूल निवासी होना या मध्यप्रदेश में सृजन के क्षेत्र में सक्रियता पूर्वक 10 वर्ष का अनुभव होना आवश्यक है। प्रत्येक पुरस्कार के लिए 51 हजार रूपये सम्मान राशि प्रदान की जाएगी। प्रदर्शनी में 25 से 55 वर्ष तक की आयु वर्ग के कलाकार भाग ले सकेंगे। पुरस्कार प्रदर्शनी में आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 जनवरी 2022 है। इच्छुक कलाकार आवेदन के लिये प्रविष्टि-पत्र अकादमी के फेसबुक पेज से प्राप्त कर सकते हैं। पुरस्कार प्रदर्शनी में विशेष रूप से प्रदेश के ललित कलाओं के प्रसिद्ध कलाकारों के नाम से 10 पुरस्कारों का सृजन किया गया है। पुरस्कारों का चयन अकादमी द्वारा मनोनीत किये गये निर्णायक मंडल द्वारा किया जाएगा। प्रदर्शन के लिये सभी ललित कला के माध्यम में कलाकृतियों को स्वीकार किया जाएगा।
छात्रवृत्ति बैंक खाते में ऑनलाइन हस्तांतरित की जाएगी, छात्रवृत्ति पोर्टल पुन 15 जनवरी 2022 तक खोला
अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजना वर्ष 2021-22 के लिये विद्यार्थियों की स्वीकृत छात्रवृत्ति की राशि का भुगतान सीधे विद्यार्थियों के केवल आधार सीडेड बैंक खाते में ऑनलाइन हस्तांतरित की जाएगी। विद्यार्थी ने अपने ऑनलाइन आवेदन में अन्य बैंक खाते की जानकारी क्यों न भरी हो। विद्यार्थी का आधार सीडेड बैंक खाता सक्रिय मोड में होना अनिवार्य है ताकि छात्रवृत्ति का भुगतान विफल न हो। पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण, विभाग ने बताया कि जिन विद्यार्थियों द्वारा अपने आवेदनों को भारत सरकार के छात्रवृत्ति पोर्टल पर बिना आधार के रजिस्टर कर ऑनलाइन आवेदन भरा गया है ऐसे प्रकरणों में नवीन छात्रवृत्ति अंतर्गत केवल आधार पंजीयन हेतु छात्रवृत्ति पोर्टल पुनः 31 दिसम्बर 2021 तथा नवीनीकरण छात्रवृत्ति अंतर्गत केबल आधार पंजीयन हेतु छात्रवृत्ति पोर्टल पुन 15 जनवरी 2022 तक खोला जाएगा। भारत सरकार द्वारा विद्यार्थियों को पोर्टल पर दर्ज किये गये मोबाइल नम्बर पर एसएमएस के माध्यम से सूचना दी जाएगी। उपरोक्त के संबंध में व्यापक प्रचार - प्रसार किया जाकर जिले में मान्यता प्राप्त समस्त शैक्षणिक संस्थाओं को सूचित किया जाये साथ ही शैक्षणिक संस्था के एल-1 के लिए अधिकृत नोडल अधिकारी से व्यक्तिगत अथवा दूरभाष पर संपर्क कर संस्था में अध्ययनरत विद्यार्थियों से वांछित कार्यवाही पूर्ण कराई जाना सुनिश्चित की जाएगी।
पल्स पोलियो अभियान 23 से 25 जनवरी तक
राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का क्रियान्वयन 23 से 25 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा। जिसमें पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को दो बूंद पोलियो विमुक्ति की खुराक दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए है कि विकासखण्डवार स्थानीय भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यानगत रखते हुए माइक्रोप्लान तैयार किया जाए जिसमें टीम ए, बी, सी, वैक्सीनेशन डिस्ट्रीब्यूशन अपने-अपने क्षेत्र हाई रिस्क एरिया का सुपर विजन प्लान तैयार कर राज्य स्तर को प्रेषित किया जाना है। राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान कार्यक्रम के प्रथम दिवस 23 जनवरी 2022 को टीम बी द्वारा बूथों पर बच्चों को पोलियो ड्राप की खुराक दी जाएगी। अभियान के शेष तिथियां 24 एवं 25 जनवरी को घर-घर जाकर इस बात का पता लगाया जाएगा कि कोई बच्चा पोलियो दवा पीने से छूटा तो नहीं है यदि ऐसा पाया जाएगा तो मौके पर स्वास्थ्य टीम के द्वारा पोलियो विमुक्ति दवा की खुराक दी जाएगी। ऐसे बच्चो की अंगुलियों एवं घरों पर निशान के साथ टेली शीट के साथ-साथ रिपोर्टिंग की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अभियान के दौरान कोविड 19 के प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए है।
आज़ादी का अमृत महोत्सव – 26 जनवरी को होगा "भारत पर्व"का आयोजन
"आज़ादी का अमृत महोत्सव"अंतर्गत आगामी 26 जनवरी, 2022 गणतंत्र दिवस की संध्या को लोकतंत्र का लोक उत्सव "भारत पर्व"का आयोजन किया जायेगा। "भारत पर्व"में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी पारम्परिक रूप से लोक रूचि के गायन लोक, भक्ति, सुराज, आज़ादी के तराने, वादन और नर्तन जनजातीय एवं लोक कला इत्यादि कार्यक्रम शामिल किये जायेंगे। जिले के स्थानीय कलाकारों को "भारत पर्व"पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या में प्रमुखता से शामिल किया जाकर मंच प्रदान किया जायेगा तथा इसके अलावा "भारत पर्व"के लिये अन्य कलाकारों, दल का चयन, समग्र मानदेय निर्धारण कलेक्टर द्वारा किया जायेगा। "भारत पर्व"पर आयोजित "आज़ादी का अमृत महोत्सव"अंतर्गत स्वाधीनता संग्राम पर केन्द्रित प्रदर्शनी स्वराज संस्थान तथा मध्यप्रदेश के विकास पर केन्द्रित प्रदर्शनी, जनसंपर्क कार्यालयों द्वारा लगाई जायेगी। "भारत पर्व"एवं "आजादी के अमृत महोत्सव के लोगो सहित आकर्षक होर्डिंग्स तथा फ्लैक्स के माध्यम से प्रचार - प्रसार कराया जायेगा। "भारत पर्व"का आयोजन जिला प्रशासन द्वारा गरिमामय तरीके से जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित कर किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अस्पताल पहुँचकर सड़क दुर्घटना में घायलों के स्वास्थ्य की ली जानकारी
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जिले में हुई सड़क दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने भोपाल स्थित निजी अस्पताल पहुँचकर दुर्घटना में घायल लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। एक यात्री बस की रेहटी के निकट हुई दुर्घटना में करीब एक दर्जन व्यक्ति घायल हुए। दुर्घटना में दिवंगत नसरूल्लागंज निवासी श्री जगदीश महेश्वरी के परिवार को चार लाख रूपए की सहायता राशि मंजूर की गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दुर्घटना में घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। मुख्यमंत्री ने अस्पताल के चिकित्सकों को घायलों के समुचित उपचार के निर्देश भी प्रदान किए। घायलों के समुचित उपचार के 50-50 हजार रूपए की सहायता राशि स्वीकृत की गई है। आंशिक रूप से घायल लोगों को भी पाँच और दस हजार रूपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
संक्रमण से बचाव की आवश्यक सावधानियों के साथ संचालित हों आर्थिक गतिविधियां
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोविड नियंत्रण की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि वर्तमान में संक्रमण के जो प्रकरण सामने आ रहे हैं, उन रोगियों के आयसोलेशन और उपचार के समुचित प्रबंध किए जाएँ। जल्द से जल्द संक्रमित व्यक्तियों को स्वस्थ करने पर फोकस किया जाए। फेस मॉस्क के उपयोग और रोको-टोको अभियान को निरंतर जारी रखा जाए। ऐसे प्रयास हों कि कहीं अधिक भीड़ की स्थिति निर्मित न हो। विवाह एवं अन्य समारोह में व्यक्तियों के बीच परस्पर दूरी का अवश्य ध्यान रखा जाए। सभी आवश्यक सावधानियों के साथ आर्थिक गतिविधियों के सुचारू संचालन का कार्य हो। प्रदेश में 03 जनवरी से 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के किशोरों का टीकाकरण शुरू हो रहा है। ऐसे बच्चे जिनका जन्म वर्ष 2007 या उसके पहले है, उनका 01 जनवरी से रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। इसे टीकाकरण अभियान के रूप में संचालित किया जाए। प्रदेश में नाइट कर्फ्यू के अलावा अन्य कोई बंदिशें नहीं रहेंगी। सामाजिक गतिविधियाँ संक्रमण से बचाव के आवश्यक उपायों के साथ संचालित होंगी। प्रत्येक व्यक्ति शंका होने पर कोरोना टेस्ट अवश्य करवाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विद्यालयों में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ विद्यार्थियों की उपस्थिति की व्यवस्था जारी रहे। अभी स्थिति भले गंभीर नहीं, लेकिन सभी जरूरी ऐहतियात बरते जाना चाहिए।
प्रदेश में सिर्फ 9 प्रकरण, मुख्यमंत्री ने ली एक-एक प्रकरण की जानकारी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में ओमिक्रॉन के 9 प्रकरण के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। इन संक्रमित रोगियों में से 7 प्रकरण में रोगी पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अन्य दो भी स्वस्थ हो रहे हैं। रोगियों में गंभीर लक्षण नहीं पाए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर अवश्य निगाह रखी जाए।
श्रेष्ठ वैक्सीनेशन कार्य के लिए हेल्थ टीम को बधाई
बैठक में जानकारी दी गई कि मध्यप्रदेश में प्रथम डोज़ 94.7 प्रतिशत और द्वितीय 90.2 प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को लग चुका है। प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक आयु के पात्र 10 करोड़ से अधिक नागरिकों को वैक्सीन के डोज लगाए जा चुके हैं। मध्यप्रदेश वैक्सीनेशन कार्य में सभी प्रांतों में सबसे आगे है। उन्होंने प्रदेश की अव्वल स्थिति के लिए प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपेक्षा की कि आगामी तीन दिवस में सभी जिलों में वैक्सीनेशन की शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल की जाए। वैक्सीनेशन कार्य की प्रगति अच्छी है। प्रदेश में दूसरे डोज़ से शेष अभी भी 18 लाख 6 हजार लोग हैं। दिसम्बर अंत तक सभी जिलों में वैक्सीनेशन कार्य की शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति की जाए। प्रदेश में ऐसे हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु के विभिन्न व्याधियों से ग्रस्त नागरिकों, जिन्हें वैक्सीन के दोनों डोज़ लग चुके हैं, को प्री-कॉशन डोज़ लगाया जाना है। साठ वर्ष से अधिक आयु के समस्याग्रस्त व्यक्तियों को चिकित्सक के प्रमाण-पत्र के बिना भी स्वैच्छिक वैक्सीनेशन का लाभ दिया जाएगा। प्रदेश में 10 जनवरी से प्री-कॉशन डोज़ लगाने के संबंध में भारत सरकार से निर्देश प्राप्त हुए हैं।
किशोरों के लिए वैक्सीनेशन की गाइड लाइन
मध्यप्रदेश में टीकाकरण के लिए 15 से 18 वर्ष आयु समूह के करीब 48 लाख लाभार्थी होंगे। प्रदेश में इस आयु वर्ग के किशोरों के लिए कोविन-एप/कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होगा। इनका तीन जनवरी से टीकाकरण किया जाएगा। किशोरों को को वैक्सीन लगाई जाएगी। अपॉइंटमेंट ऑनलाइन या इनसाइट (वॉक-इन) भी बुक किया जा सकता है। ऐसे लाभार्थियों को सत्यापनकर्ता/वैक्सीनेटर द्वारा इनवाइट भी पंजीकृत किया जा सकता है। विद्यालय जाने वाले विद्यार्थियों को विद्यालयों में टीका लगेगा। शिक्षा विभाग इस अभियान में सहयोग करेगा। प्रत्येक विद्यार्थी को टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। प्रदेश के 17 हजार 892 विद्यालयों में 36.8 लाख विद्यार्थियों का नामांकन है, जो बच्चे स्कूल नहीं जाते, उन्हें भी स्कूलों के टीकाकरण केन्द्रों पर वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके अलावा आँगनवाड़ी केन्द्रों और ग्राम स्तरीय चिन्हित केन्द्रों पर भी वैक्सीन लगाई जाएगी।
प्रदेश में प्रतिदिन हो समीक्षा, आज केन्द्र और राज्य सरकार ने की साथ-साथ समीक्षा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रतिदिन समीक्षा की जाए। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में आज कोरोना के 42 प्रकरण आए हैं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भारत के सभी प्रांतों के साथ विश्व के विभिन्न देशों में सामने आ रहे प्रकरण, किए जा रहे प्रबंध और व्यवस्था की जानकारी से भी अपडेट रहने के निर्देश दिए। आज ही केन्द्र सरकार द्वारा राज्यों के साथ कोरोना और ओमिक्रॉन की स्थिति पर वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा चर्चा एवं समीक्षा हुई।
मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रमुख निर्देश
विद्यालयों को वैक्सीनेशन केंद्र बनाया जाए। विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के साथ ही ड्रॉपआउट बच्चों को भी दिया जाए वैक्सीनेशन का लाभ। प्रदेश में लगभग 40 लाख विद्यार्थियों को वैक्सीन लगाने का अनुमान है। विद्यालयों में वैक्सीनेशन लगाने की व्यवस्था क्रमशः भिन्न-भिन्न स्थान पर भी की जाएगी। सभी पात्र बच्चों को वैक्सीन लगाई जाए। फ्रंटलाइन वर्कर्स, हेल्थ वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु के गंभीर रोगों से प्रभावित लोगों को तीसरा डोज़ (प्री-कॉशन) लगाया जाना है। इस कार्य को पूरी प्राथमिकता दें। वैक्सीनेशन के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ और मैपिंग कार्य पूर्ण हो। प्रदेश में 60 हजार टेस्ट औसतन रोजाना हो रहे, यह व्यवस्था कायम रहे। नागरिक स्वास्थ्य समस्या होने पर नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर परामर्श प्राप्त करें और टेस्ट भी करवाएँ। प्रतिदिन कोविड नियंत्रण की बारीकी से समीक्षा की जाए।
आरटीओ की कड़ी कार्यवाही, एक वाहन का परमिट निरस्त एक को जप्त किया, रेहटी, नसरुल्लागंज में की गई यात्री बसों की चेकिंग, 30,000 समन शुल्क वसूला
राष्ट्रीय पशुधन योजना पर कार्यशाला आयोजित
शासकीय चन्द्रशेखर आजाद स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन के तहत राष्ट्रीय पशुधन योजना पर कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला के माध्यम से छात्र-छात्राओं को पशुधन क्षेत्र में कैरियर बनाने एवं विभिन्न योजनाओं से प्राप्त होने वाले ऋण की विस्तृत जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम से महाविद्यालय के 58 छात्र-छात्रा लाभान्वित हुए। पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उपसंचालक डॉ. एकेएस भदौरिया ने छात्रों को भारत की जीडीपी में पशुधन क्षेत्र का महत्व बताया और कहा कि कोरोना काल में भी पशुधन क्षेत्र की विकास दर में वृद्धि दर्ज की गई है।
जिले में आज कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला
पिछले 24 घंटे के दौरान प्राप्त रिपोर्ट में जिले में आज कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला है। सीएमएचओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में अब तक कुल कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या 10143 है। वर्तमान में एक्टिव पॉजिटिव शून्य हो गई हैं। कुल रिकवर व्यक्तियों की संख्या 10021 हैं। आज 714 सैम्पल लिए गए है। जांच के लिए सीहोर शहरी क्षेत्र से 207, श्यामपुर से 195, नसरूल्लागंज से 47, आष्टा से 153, बुधनी से 74 तथा इछावर से 38 सैंपल लिए गए हैं। अभी तक कुल जांच के लिए भेजे गए सैंपल 323402 हैं। जिनमें से 312474 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। आज 834 सेंपलो की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कुल 714 सैंपलों की रिपोर्ट आना शेष है। पैथोलॉजी द्वारा कोरोना वायरस सेंपल की रिजेक्ट संख्या कुल 71 है।
सिंगल यूज पॉलिथीन विक्रेताओं पर कार्यवाही कर लगाया जुर्माना
मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री संदीप श्रीवास्तव के निर्देश पर नगर पालिका अमले द्वारा बाजार में सिंगल यूज़ पॉलिथीन विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई की गई। इस कार्यवाही में 100 किलो से अधिक की पॉलीथिन जब्त कर 2500 रुपए का जुर्माना लगाया गया। उक्त कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।
सफाई कर्मियों द्वारा बाजार क्षेत्र में प्रतिदिन की जा रही रात्रिकालीन सफाई
कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर के निर्देश पर स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 को दृष्टिगत रखते हुए एवं नगर को स्वच्छ बनाए रखने के लिए नगरपालिका के सफाई कर्मियों द्वारा बाजार क्षेत्र में प्रतिदिन रात के समय में सफाई का कार्य किया जा रहा है।
ओमीक्रोन के 781 मामले आए सामने, दिल्ली में सर्वाधिक 238 मामले
नयी दिल्ली, 29 दिसंबर, भारत में अभी तक कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के 781 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 241 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं या अन्य स्थानों पर चले गए हैं। ये मामले 21 राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों में सामने आए हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि दिल्ली में सबसे अधिक 238 मामले दर्ज किए गए हैं और इसके बाद महाराष्ट्र में 167, गुजरात में 73, केरल में 65 और तेलंगाना में 62 मामले सामने आए हैं। मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में कोविड-19 के 9,195 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,48,08,886 हो गई है। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 77,002 तथा 302 और संक्रमितों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,80,592 हो गई है। आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार 62 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 15 हजार से कम हैं। उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 77,002 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.22 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,546 की वृद्धि दर्ज की गई है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.40 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.79 प्रतिशत दर्ज की गई, जो पिछले 86 दिन से दो प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 0.68 प्रतिशत दर्ज की गई, जो पिछले 45 दिन से एक प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,42,51,292 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.38 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 143.15 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के जो 302 मामले सामने आए हैं, उनमें से 244 मामले केरल और 22 मामले महाराष्ट्र में सामने आए। केरल में सामने आए मौत के 244 मामलों में से 38 मामले पिछले कुछ दिनों में सामने आए। वहीं, मौत के 206 मामलों को केन्द्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है। आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक कुल 4,80,592 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र में 1,41,476, केरल में 47,066, कर्नाटक में 38,318, तमिलनाडु में 36,750, दिल्ली में 25,107, उत्तर प्रदेश में 22,915 और पश्चिम बंगाल में 19,733 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।
आमिर के पिता ने पुलिस जांच को खारिज किया
रामबन/जम्मू, 29 दिसंबर, हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए चार लोगों में से एक- आमिर माग्रे के पिता ने बुधवार को पुलिस की उस जांच को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि उनका बेटा आतंकवादी था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह उच्च न्यायालय का रुख कर अपने पुत्र का शव लौटाने का अनुरोध करेंगे। हैदरपोरा मुठभेड़ की जांच कर रहे जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मंगलवार को कहा था कि एक विदेशी आतंकवादी ने एक नागरिक को मार डाला जबकि मकान का मालिक और एक स्थानीय "आतंकवादी" (आमिर माग्रे) की गोलीबारी में मौत हो गई। माग्रे के पिता मोहम्मद लतीफ ने कहा, "मैं पुलिस जांच को पूरी तरह से खारिज करता हूं क्योंकि मेरा बेटा कभी भी आतंकवादी या उसका समर्थक नहीं हो सकता।"लतीफ को 2007 में लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकवादी को मारने के लिए राज्य पुरस्कार मिला है। इसके अलावा अपने गूल-संगलदान ब्लॉक से आतंकवाद के सफाए के लिए सुरक्षा बलों की मदद को लेकर भी कई प्रशंसा पत्र मिले हैं। लतीफ ने कहा कि वह अपने बेटे का शव लौटाए जाने के लिए वकील दीपिका सिंह राजावत के जरिए उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर रहे हैं। राजावत ने कहा कि सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं और वे शव की वापसी के लिए बृहस्पतिवार को सुबह रजिस्ट्री को याचिका देंगे। एसआईटी प्रमुख डीआईजी सुजीत के सिंह, ने मंगलवार को सुरक्षा बलों को वस्तुतः क्लीन चिट दे दी, लेकिन कहा कि अगर कोई अन्य सबूत सामने आता है तो टीम अपने निष्कर्षों की समीक्षा करने के लिए तैयार है। सिंह ने श्रीनगर में पत्रकारों से कहा, "हमारी अब तक की जांच से पता चला है कि डॉ मुदासिर गुल को इमारत के अंदर छिपे विदेशी आतंकवादी ने मार दिया था क्योंकि उनका शव अटारी से बरामद किया गया था। सुरक्षा बल तलाशी या उसके बाद के अटारी पर नहीं गए थे।"जांच का विवरण देते हुए सिंह ने कहा कि जांच से पता चला है कि डॉ गुल के कर्मचारी आमिर माग्रे का विदेशी आतंकवादी बिलाल भाई के साथ घनिष्ठ संबंध था जो भागने की कोशिश में मारा गया था। इस बीच, हैदरपोरा मुठभेड़ की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने जांच के बारे में बयानबाजी को लेकर जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक दलों के नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी दी।