दिल्ली : मेधा पाटकर 24 साल पुराने मानहानि मामले में गिरफ्तार
बैंगलोर : प्रसिद्ध अंतरिक्ष वैज्ञानिक, पूर्व इसरो प्रमुख, डॉ. कस्तूरीरंगन का निधन, रविवार को अंतिम संस्कार
बैंगलोर में इसरो के प्रवक्ता के अनुसार, डॉ. कस्तूरीरंगन का शुक्रवार सुबह गार्डन सिटी में उनके आवास पर निधन हो गया।इसरो की तरफ से जारी अधिकारिक बयान में कहा गया कि उनके पार्थिव शरीर को रविवार 27 अप्रैल को प्रात: 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक अंतिम दर्शन व श्रदांजलि देने के लिए बैंगलोर के रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट में रखा जाएगा। देश में कई अंतरिक्ष मिशनों का नेतृत्व करते हुए चुनौतियों का सामना करने वाले प्रसिद्ध वैज्ञानिक कस्तूरीरंगन को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति तैयार करने की जिम्मेदारी भी सौंपी थी। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के पूर्व अध्यक्ष और अनुसंधान से जुड़े अपने लंबे कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहने वाले कस्तूरीरंगन राज्यसभा सांसद और योजना आयोग के सदस्य भी रह चुके हैं I युवाओं के लिए स्कूलों और कॉलेजों में कौशल आधारित शिक्षा पर ध्यान देने और पाठ्यपुस्तक आधारित शिक्षा और व्यावसायिक शिक्षा के बीच बेहतर सामंजस्य बनाने जैसी रणनीति नई शिक्षा नीति सलाहकार के रूप में उनकी सोच में शामिल थी I
पद्म विभूषण से सम्मानित एक दृढ़, व्यावहारिक शिक्षाविद के रूप में उन्हें शिक्षा पैनल का नेतृत्व करने के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति माना जाता था। डॉ. कस्तूरीरंगन लगभग 35 वर्षों तक इसरो से जुड़े रहे I 1994 से 2003 तक संगठन का नेतृत्व करते हुए सेवानिवृत्ति के बाद वर्ष 2003 में उन्हें छह साल के लिए राज्यसभा सांसद के रूप में नामित किए गया। वे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज के निदेशक भी रह चुके हैं I पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह की यूपीए सरकार ने उन्हें 2009 में पांच वर्ष के लिए योजना आयोग का सदस्य बनाया था Iकर्नाटक सरकार ने उन्हें 2008 में कर्नाटक बौद्धिक आयोग का प्रमुख बनाया। डा. कस्तूरीरंगन जेएनयू सहित कई प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों से भी जुड़े रहे I उनके निधन पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी, सहित देश भर के संस्थानों ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनके निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया I
बैंगलोर : राज्यपाल ने ग्रेटर बेंगलुरु गवर्नेंस बिल को दी मंजूरी, बेहतर प्रशासन व नागरिक सुविधाओं का दावा
विधेयक का एक प्रमुख घटक वार्ड समितियों का सशक्तिकरण है, जो प्रशासकीय प्रबंधन के लिए जमीनी स्तर की प्रशासनिक इकाइयाँ होंगी।इन समितियों से अधिक सामुदायिक भागीदारी व राजनीतिक जवाबदेही को मजबूत करने के साथ ज्यादा दायित्वपूर्ण निर्णय लेने की उम्मीद की जाती है।इसके अलावा विभिन्न नागरिक सेवा एजेंसियों को अधिक पारदर्शी, समावेशी और जवाबदेह बनाने की उम्मीद है, चाहे वह परिवहन हो, या पानी, बिजली या सड़कें हों। रेसिडेंट वेलफेयर सोसाइटियों को उम्मीद है कि यह कदम नागरिकों के लिए बेहतर सेवाओं को विकसित करने में मददगार साबित होगा ।ग्रेटर बेंगलुरु गवर्नेंस बिल राज्य की बहुप्रसिद्ध राजधानी बैंगलोर के लिए एक परिवर्तनकारी कदम साबित हो सकता है जो नागरिक प्रबंधन में सुधार करने और स्थानीय समुदायों को अधिक सशक्त बनाने में मदद कर सकता है। विधेयक में विकेंद्रीकृत शासन को बढ़ाने, बुनियादी ढांचे में सुधार करने और सहभागी और उत्तरदायी प्रशासन सुनिश्चित करने के लिए कई नगर निगमों (दस की संख्या तक) के निर्माण का प्रस्ताव है। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की अध्यक्षता में जी. बी. ए. इन निगमों और एजेंसियों में विकास की देखरेख और समन्वय करेगा।विधेयक का उद्देश्य वार्ड समितियों को सशक्त बनाना और राजनीतिक जवाबदेही बढ़ाना भी है।
मुंबई : आतंकवाद के खिलाफ अब निर्णायक और ठोस कार्रवाई का समय : स्मिता ठाकरे
मुंबई (अनिल बेदाग) : एक भीषण आतंकी हमले ने आज पूरे देश को शोक और आक्रोश में डुबो दिया है। यह हमला न केवल भारत की सुरक्षा व्यवस्था पर सीधा प्रहार है, बल्कि हर नागरिक के आत्मसम्मान और विश्वास को भी गहरा आघात पहुँचा है। इस भयावह हमले ने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने की आवश्यकता को रेखांकित कर दिया है। इस संवेदनशील समय में सामाजिक कार्यकर्ता और राष्ट्रवादी विचारधारा की प्रखर प्रवक्ता स्मिता ठाकरे ने एक साहसिक बयान जारी करते हुए पाकिस्तान और वहां पनप रहे आतंकी संगठनों के खिलाफ कड़ा संदेश देने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि यह समय केवल संवेदना प्रकट करने का नहीं, बल्कि निर्णायक और ठोस कार्रवाई का है। स्मिता ठाकरे ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस हमले के संदर्भ में लिए गए कड़े रुख की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की यह दृढ़ता आज की आवश्यकता है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जब तक पाकिस्तान की धरती से आतंकवाद को समर्थन और संरक्षण मिलता रहेगा, तब तक भारत को भी एक स्पष्ट और कठोर रणनीति अपनानी होगी।
उन्होंने बालासाहेब ठाकरे के पुराने वक्तव्य को याद करते हुए कहा “अगर आतंकवादियों ने अमरनाथ यात्रियों की ओर एक उंगली भी उठाई, तो हम हज की यात्रा रोक देंगे।” इस विचार को आगे बढ़ाते हुए स्मिता ठाकरे ने सुझाव दिया कि भारत को पाकिस्तान के नागरिकों के लिए हज यात्रा की अनुमति पर पुनर्विचार करना चाहिए। उनका मानना है कि यह एक कड़ा लेकिन बेहद आवश्यक कदम होगा, जो आतंकवादियों और उन्हें शह देने वाली पाकिस्तानी सरकार को एक गहरा संदेश देगा। स्मिता ठाकरे ने यह भी उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने सऊदी अरब और अन्य इस्लामी देशों के साथ मजबूत राजनयिक संबंध स्थापित किए हैं। अब समय आ गया है कि भारत इन संबंधों का उपयोग करते हुए सऊदी सरकार से आग्रह करे कि वह पाकिस्तान को हज यात्रा की अनुमति देना बंद करे — जब तक वह आतंकवाद पर सख्ती से लगाम नहीं लगाता। उन्होंने यह अपील भी की कि यह सुझाव प्रधानमंत्री कार्यालय और संबंधित मंत्रालयों तक पहुँचे और देशवासी भी इस दिशा में अपनी आवाज़ बुलंद करें। उनका मानना है कि यह फैसला न केवल पाकिस्तान के आतंकी तंत्र को झटका देगा, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक ठोस संदेश साबित होगा। "धर्म की आड़ में आतंक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"आखिर में, स्मिता ठाकरे ने देशवासियों से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा, "हम सब एकजुट होकर आतंक के खिलाफ खड़े होंगे, यही समय की पुकार है।"
कविता : नशे का कहर
मैंने सोचा कब छूटेगी इनकी ये लत,
फिर भी सेवन किया उसने हर वक़्त,
नशा जो करता रहा कोई इंसान,
फिर कभी न होगा उसका कल्याण,
नशे को छोड़ कर तो देखो एक बार,
वरना छूट जाएगी ये ज़िन्दगी ये संसार,
कब होगा नशे का सिलसिला बंद?
नहीं तो ये कर देगा सभी का अंत,
मत पियो ये जहर है एक ऐसा,
जिसकी चपेट में आ रहा हर शहर है,
कहीं न खुले नशे की ये दुकान,
अगर अभी न रोका इसको,
बना देगा ये हर घर को शमशान।।
ज्योति
कक्षा - 9, उम्र-15
बैसानी, कपकोट
बागेश्वर, उत्तराखंड
चरखा फीचर्स
कविता : लड़कियों का बोझ
क्या करेगी लड़की पढ़ लिख कर?
जाना तो है उसे किसी और के घर,
क्यों करे उसकी शिक्षा पर खर्च?
जब संभालना है उसे रसोई घर,
इसी सोच ने लड़कियों को रोका है,
उसे आगे बढ़ने पर टोका है,
न पति का घर उसका अपना हुआ,
और पिता का घर भी सपना हुआ,
बीच में रह गई, वह कुछ भी न मिला,
मिला तो सर पर इज़्ज़त का बोझ,
वो रहता हमेशा संग उसके हर रोज़,
कैसे रोकेगी वह इस झूठी मर्यादा को,
नहीं उठता है अब उससे ये बोझ,
थक गई है अब वह और,
नहीं सहा जाता उससे ये अब ठौर,
बंद करो अब तो ये बेवजह का शोर।।
तनुजा आर्य
लामाबगड़, कपकोट
बागेश्वर, उत्तराखंड
चरखा फीचर्स
कविता : पता नहीं
एक औरत होना गुनाह था पता नहीं,
उसका हंसना भी पाप था, पता नहीं,
क्या उसका इस दुनिया में आना धोखा था?
पता नहीं, ये तो कुछ भी पता नहीं,
जिसको साथी माना वो कौन था पता नहीं,
जिसको अपना दुख बताया, कौन था पता नहीं,
जिसको दिल में बसाया कौन था पता नहीं,
पढ़ तो सब रहे है हमने क्या पढ़ा, पता नहीं,
क्या तुम पढ़ रहे हो वही,पता नहीं,
क्यों बताना जरूरी नहीं समझा, पता नहीं,
क्या छुपाना जरूरी है? पता नहीं,
कभी दुख को झेला था, पता नहीं,
अब आदत हो गई होगी, पता नहीं,
नहीं पता, नहीं पता, कुछ पता नहीं,
समझ नहीं आता क्या करूं,पता नहीं,
सोचा था कभी, पर अब,पता नहीं,
दुख झेलूं या रहने दूँ, पता नहीं,
तुम्हें दर्द सुनाऊँ, या चुप रहूँ, पता नहीं,
नहीं पता, नहीं पता, कुछ पता नहीं।।
पूजा बिष्ट
कक्षा- 9
पोथिंग, कपकोट
बागेश्वर, उत्तराखंड
चरखा फीचर्स
कविता : बुढ़ापे का जख्म
कौन कहता है कि सिर्फ बच्चे अनाथ होते हैं,
बुढ़ापे में बस वो अकेला ही खड़ा है,
कड़ी धूप में आज भी वो परिश्रम कर रहा है,
अब खुद से खुद का बोझ उठाया नही जाता,
बीमारियों से घिरा उसे शरीर संभाला नहीं जाता,
अब वह बेबस और बेसहारा सा हो गया है,
इस उम्र में उससे खुद खाना बनाया नहीं जाता है,
आँखों से बहता नीर मगर दिल में बसता एक आस है,
बार बार वो कहता इस बेसहारा को सहारा मिल जाता,
कोई उसका हाथ पकड़ता और किनारा मिल जाता,
मगर इस उम्र में अब कहां कोई साथ मिलते हैं,
कौन कहता है कि सिर्फ बच्चे अनाथ होते हैं।।
प्रियंका साहू
मुजफ्फरपुर, बिहार
चरखा फीचर्स
मुंबई : 'क्रेजी'के सेट से सोहम शाह ने दिखाई पर्दे के पीछे की खास अनदेखी तस्वीरें
- चैलेंजिंग लोकेशन्स और क्रेज़ का कमाल: सोहम शाह की 'क्रेजी' BTS तस्वीरों में झलकता है सिनेमा से बेइंतहा प्यार
इस बेहतरीन फिल्म के पीछे की कहानी खुद एक डॉक्यूमेंट्री के लायक है। क्रू ने करीब 2 महीने तक एक ऐसा शूट किया जो बिल्कुल भी आसान नहीं था। हकीकत से भरी खूबसूरत लोकेशन्स ने फिल्म को विजुअल ट्रीट तो बना दिया, लेकिन उन जगहों पर शूट करना अपने आप में एक बड़ी चुनौती थी। सोहम शाह और उनकी टीम द्वारा शेयर किए गए BTS वीडियोज़ में साफ दिखता है कि इस फिल्म को बनाने में पूरी टीम ने कितनी मेहनत और प्यार झोंका है। इस फिल्म की शूटिंग अपने आप में एक बड़ा चैलेंज रही — दूर-दराज के एकदम अलग-थलग लोकेशन्स और ऊपर से लगातार बदलता मौसम। लेकिन मेहनत की बात हो तो ये कहना गलत नहीं होगा कि सोहम शाह हर प्रोजेक्ट में अपना दिल और जान लगा देते हैं। BTS क्लिप्स में साफ देखा जा सकता है कि सोहम सेट पर कितना डेडिकेशन के साथ काम कर रहे हैं, जिसमें वह कभी टायर बदलते दिखते हैं तो कभी डायरेक्टर के साथ गहरी बातचीत करते नज़र आते हैं। वर्ड ऑफ माउथ के दम पर ये फिल्म लगातार 8 हफ्ते तक सिनेमाघरों में चली। जहां क्रिटिक्स ने फिल्म की दमदार परफॉर्मेंस और शानदार विजुअल्स की जमकर तारीफ की, वहीं दर्शक मेकर्स की तारीफ करते नहीं थके कि उन्होंने इतना हटके और फ्रेश कॉन्सेप्ट पेश किया। अब यही बेहतरीन फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो रही है। सोहम शाह प्रोडक्शंस की टीम के दिल से बनी ये कहानी अब ओटीटी दर्शकों का दिल जीतने को तैयार है।
सीहोर : अटल चौराहे पर बजरंग दल ने जलाया पाकिस्तानी झंडा
- जाति नहीं धर्म पूंछ कर मारी थी इस्लामिक आतंकियों ने पहलगाम में हिन्दुओं को गोली : शर्मा
अरोरा ने कहा पाकिस्तान को सीधे ठोकने का समय
मृतकों को श्रंद्धाजली देकर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भाजपा नेता जसपाल सिंह अरोरा ने कहा कि जाति भेद मिटाने का समय आ गया है और अब पाकिस्तान प्रायोजित घटनाओं की निंदा करने का समय भी नहीं है अब पाकिस्तान को सीधे ठोकने का समय आ गया है तभी बदला पूरा होगा। कथा वाचक पंडित मोहितराम पाठक ने कहा कि हमें जयचंदों से सावधान रहने की पहले जरूरत है, देश के अंदर बैठे गददारों को भी सबक सिखाना होगा,देश का खाते है लेकिन पाकिस्तान के गुन गाते है इस तरह के विधर्मियों से कोई काम नहीं कराना चाहिए। प्रांत गोरक्षयम के उपाध्यक्ष अजीत शुक्ला ने कहा कि हिन्दूओं की हत्या के विरोध में किए गए बंद में सहयोग नहीं करने वाले दुकानदारों के फोटो बजरंगियों ने खींच लिया है समय आने पर सख्त कदम उठाएंगे।
पाकिस्तान पर सैन्य कार्रवाही
बड़ा बाजार से विरोध रैली के रूप में भगवा झंडा लहराते हुए जय श्रीराम के नारे लगाते हुए सैकड़ों विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के कार्यकर्ता अटल बिहारी वाजपेयी चौराहा पहुंचे और पहले पाकिस्तानी झंडे को जलाया, जिस के बाद जूतों से मार कर आतंकवादी पुतले को जलाकर राख में मिला दिया। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से पाकिस्तान पर सैन्य कार्रवाही किए जाने की मांग की गई।
प्रदर्शन में सम्मिलित रहे
राजगढ़ विभाग के विभाग संगठन मंत्री भानु सिंह राजपूत,, जिला उपाध्यक्ष रेवाशंकर जाट, जिला मंत्री राकेश कुमार विश्वकर्मा, जिला संयोजक विवेक सिंह, जिला कोषाध्यक्ष महेश मेवाड़ा, जिला सेवा प्रमुख डॉ गगन नामदेव, जिला गौरक्षा प्रमुख जितेंद्र नारोलिया,, जिला प्रचार प्रसार प्रमुख आलेख राज राठौर, जिला महाविद्यालय प्रमुख सुरेश दांगी, जिला संपर्क प्रमुख नीरज चौरसिया, जिला बलउपासना प्रमुख अनिरुद्ध प्रताप सिंह चौहान, नगर अध्यक्ष परमवीर जाट, प्रखंड अध्यक्ष बलराम जाट, नगर उपाध्यक्ष आशीष कुशवाह, नगर मंत्री यज्ञेश राठौर,नगर सह मंत्री गिरीश पाठक, नगर सह मंत्री हेमंत विश्वकर्मा, नगर संयोजक प्रभात मेवाड़ा, ग्रामीण प्रखंड मंत्री राधे श्याम मेवाड़ा नगर विशेष संपर्क प्रमुख अर्जुन सोनी, नगर गोरक्षा प्रमुख रोहन यादव, शुभम मालवीय,पवन पाठक, दीपक,क्षितिज श्रीवास्तव, मितेश धाढ़ी, अंकित आदि विश्वहिंदू परिषद बजरंग दल के कार्यकर्ता बंधु एवं हिंदू समाज के वरिष्ठ समाज जन सम्मिलित रहे।
सीहोर : रोमांचक मैच में सीहोर क्लब-सीहोर बाइज 2-2 से बराबर
सीहोर : जनपद स्तरीय संस्कृत भाषा प्रशिक्षण आयोजित
सीहोर स्थित सेंट मेरी आवासीय विद्यालय में संस्कृत भाषा का एक दिवसीय प्रशिक्षण जनपद शिक्षा केन्द्र सीहोर द्वारा आयोजित किया गया. जिसमें भोपाल स्थित केन्द्रिय संस्कृत विश्वविद्यालय के प्राध्यापक द्वय डां. परमेश्वर , डां. ललित कुमार पंतोला , संस्कृत भारती प्रांत प्रचार प्रमुख डां. पवन द्विवेदी ने संस्कृत भाषा का प्रशिक्षण दिया. प्रशिक्षण का प्रारंभ मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पमाला अर्पित एवं दीप प्रज्जवलन कर किया. सीहोर बीआरसीसी अशोक कुमार वर्मा ने भाषा उन्मुखीकरण की आवश्यकता व महत्त्व विषय का उल्लेख करते हुए कहा कि शिक्षकों का भाषा शिक्षण पर किस तरह प्रयास करना है , वह इस प्रशिक्षण के माध्यम से सभी शिक्षक प्राप्त करेगें। प्रशिक्षण में एपीसी लखनलाल महेश्वरी, बीएसी सुरेन्द्र सिंह यादव, योगिता लोधी ने शिक्षकों को भाषा अध्ययन पर विविध प्रयास करने पर जोर दिया.
सीहोर : आज किया जाएगा अमावस्या पर मंडल का आह्वान
- दुर्गा सप्तशती के पाठ के साथ किया गया हवन-पूजन
पंडित श्री व्यास ने बताया कि दुर्गा सप्तशती के पाठ से आध्यात्मिक ऊर्जा मिलती है, जो सकारात्मकता और शक्ति प्रदान करती है। यह पाठ देवी दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की महिमा का वर्णन करता है और साधक को मानसिक और शारीरिक कष्टों से मुक्ति दिलाता है. इसके अलावा, सप्तशती के पाठ से भय, बुरे सपने और तंत्र-मंत्र की बाधाओं से रक्षा मिलती है। दुर्गा सप्तशती का नियमित पाठ आपके जीवन में चमत्कारिक बदलाव लेकर लाता है। इस दिव्य शक्ति साधना से से साधक को जीवन में हर चुनौतियों और मुश्किलों का सामना करने का आत्मबल मिलता है। दुर्गा सप्तशती साधना आपके जीवन को तत्काल ही सकारात्मक ऊर्जा स्रोतों से भर देती है। इस बीज मंत्रात्मक दुर्गासप्तशती का पाठ करने पर साधक के व्यक्तित्व में सुंदर और सकारात्मक बदलाव आते हैं। उसके स्वास्थ्य में सुधार आता है, मानसिक, आर्थिक और सामाजिक उत्थान होता है। साथ ही साथ साधक की आध्यात्मिक उन्नति भी होती है। शक्ति साधनाओं में यह ग्रंथ एक बहुत ही शक्तिशाली ग्रन्थ है। जिन लोगों ने इसका पाठ किया उनके अनुभव बताते हैं कि, ये साधना अचूक है। इसके पाठ से घर की नकारात्मक उर्जा सकारात्मक ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है और पूरे परिवार में शांति आती है। इसकी साधना से नशे की आदत छूट जाती है और परिवार बर्बाद होने से बच जाता है। बीजमंत्रों वाली इस सप्तशती के पाठ में समय भी बहुत कम लगता है। इस बीजमंत्रात्मक साधना से शरीर में बहुत ही दिव्य ऊर्जा प्रस्फुटित होती है और व्यक्ति दिव्यता से भर जाता है।
सीहोर : संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने जलाया एनएचएम के एमडी का आदेश
संविदा कर्मचारियों का आरोप है एनएचएम की एमडी द्वारा राज्य के सभी कलेक्टरों को पत्र भेजकर हड़ताली संविदा कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, जो पूरी तरह दमनकारी है और यह उनके अधिकारों का हनन है। इसी के विरोध में जिले भर के संविदा कर्मचारियों ने एकजुट होकर इस आदेश की प्रतिलिपि की होली जलाई। इस मौके पर आईईसी गतिविधियों के तहत मच्छरदानी प्रदर्शन कर कर्मचारियों ने यह संदेश दिया जिस मेहनत और लगन से उन्होंने मलेरिया जैसी बीमारी पर काबू पाया, उसी प्रतिबद्धता से वे अब संविदा प्रथा को समाप्त करने के लिए संकल्पबद्ध हैं। यह भी स्पष्ट किया कि एनएचएम का आदेश कर्मचारियों को डराने-धमकाने का एक प्रयास है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम किसी भी दबाव में आकर हड़ताल समाप्त नहीं करेंगे। हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं। इस दौरान कर्मचारियों ने संविदा नीति में सुधार, स्वास्थ्य बीमा की सुविधा, और अधिकारों की बहाली की मांग की। प्रदर्शन करने वालों में जिलाध्यक्ष अम्बर मालवीय, तरुण राठौर, मनीष दूबे, रोहित सिसोदिया, मुकेश बागेनिया, जितेंद्र आर्य, नरेंद्र मालवीय, राजकुमार, अमित त्रिपाठी, असद ख़ान, प्रदीप भावसार, अज़हर बेग आदि उपस्थित रहे।
सीहोर : 11 सौ से अधिक कलश के साथ निकाली जाएगी भव्य शोभा कलश यात्रा
- सामाजिक समरसता और आध्यात्मिक जन जागरण के लिए हो रहा है गायत्री महायज्ञ का विराट आयोजन
शनिवार को चार दिवसीय अध्यात्मिक महासमगम कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी उपजोन प्रभारी आरपी हजारी एवं महायज्ञ आयोजन समिति की मुख्य समन्वयक श्रीमती रमीला परमार द्वारा संयुक्त रूप से दी गई और कहा कि गायत्री महायज्ञ सामाजिक समरसता और नारी जागरण की क्रांति के पर्याय हैं। मीडिया प्रभारी श्रीमती पुष्पा शर्मा ने आमजन से यज्ञ में भाग लेने का निवेदन किया है। भोपाल से सुरेश श्रीवास्तव ने यहां पर चर्चा करते हुए आयोजन के विषय में विस्तार से बताया।
महायज्ञ के संचालन के लिए ब्रह्मवादिनी बहनों की टोली शांतिकुंज हरिद्वार से सीहोर पधार चुकी है. मुख्य वक्ता के रूप में शांतिकुंज हरिद्वार से आदरणीया शैफाली पांड्या का विशेष उद्बोधन 29 अप्रैल को होगा. 28 अप्रेल प्रात: 7 बजे से नगर और क्षेत्र के चयनित 500 जोड़े के माध्यम से देवपूजन का विशेष क्रम रहेगा. 29 और 30 तारीख को प्रात: काल 7 से वैदिक विधि विधान से ब्रह्मवादिनी बहनों के द्वारा यज्ञ और विविध संस्कार सम्पन्न कराए जावेंगे. महायज्ञ के दौरान प्रतिदिन सांयकाल में परिवारों में सुसंस्कारों के संवर्धन, समाज के नैतिक उत्थान और राष्ट्र के नवनिर्माण, नवदाम्पति शिविर से सम्बद्ध संगीत में प्रवचन की प्रस्तुति विद्वान वक्ता टोली नायक दीना त्रिवेदी के मार्गदर्शन दी जावेगी। यज्ञ के पर्यवारण और मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि यज्ञ के धुएँ का वायु, जल, मृदा पर सकारात्मक प्रभाव होता है इस सम्बन्ध में वैज्ञानिक शोध के निष्कर्ष सरकार तक पंहुचाये जाते
बैंगलोर : कर्नाटक भाजपा ने छात्र जनेऊ मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष उठाया
इसके पूर्व मामला उजागर होने पर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निलंबित कर दिया और मामले की आगे जांच जारी है। लेकिन अब राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी ने मामले को बड़े पैमाने पर उठाया है। विपक्ष के नेता अशोक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दावा किया कि कई छात्रों को परीक्षा के दौरान धार्मिक प्रतीकों-पवित्र धागे (जनेऊ) को हटाने के लिए मजबूर किया गया था। उन्होंने कहा कि "23 अप्रैल को, मैंने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में कर्नाटक सरकार द्वारा व्यक्तिगत पवित्र मान्यताओं के उल्लंघन की घटनाओं के बारे में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें छात्रों को राज्य भर के कई केंद्रों पर कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) परीक्षा के दौरान अपने धार्मिक प्रतीकों जैसे जनेऊ (यज्ञोपवीत), आदि को हटाने के लिए मजबूर किया गया था। भाजपा नेता ने आयोग से तत्काल और उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है I राज्य में भाजपा सरकार के कार्यकाल में मंत्री रह चुके आर.अशोक ने आयोग से अपील की है कि वह नागरिकों, विशेष रूप से युवाओं के अधिकारों और गरिमा की रक्षा के लिए त्वरित और उचित कार्रवाई करे, जिससे उनका भविष्य इस तरह की गैरकानूनी और भेदभावपूर्ण क्रियाकलापों से खतरे में नहीं पड़े। सुचिव्रत कुलकर्णी नाम के एक छात्र ने आरोप लगाया कि 17 अप्रैल को बीदर के साई स्पूर्ति पीयू कॉलेज में कर्नाटक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट परीक्षा केंद्र में उसे प्रवेश देने से इनकार कर दिया गया था क्योंकि उसने "पवित्र धागा" (जनेऊ) पहना हुआ था I शिवमोग्गा के उपायुक्त गुरुदत्त हेगड़े ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
मधुबनी : हज यात्रियों के लिए दुआइया मजलिस कार्यक्रम का हुआ आयोजन
मधुबनी : शीतलांबर झा ने विधायक बचौल के मिथिला विरोधी बयान की आलोचना की
विधायक बचौल को यह ज्ञान होना चाहिए कि यदि सुगौली संधि नहीं हुआ होता तो सम्पूर्ण नेपाल के मधेशी इलाका आज मिथिला के अभिन्न अंग होता यही बयान यदि आज नेपाल में बोले होते तो उन्हें अपना औकात का पता चल जाता । कायदे से कहें तो विधायक बचौल निकम्मा विधायक हैं जिन्हें विकास करने से कोषों दूर है चार बार विधायक बिस्फी से बने हैं लेकिन बिस्फी स्थिति विश्व विख्यात महाकवि विद्यापति जन्म स्थल तक का विकास नहीं करा सके पर्यटक स्थल घोषित होने के बाद सरकार द्वारा करोड़ों रुपए स्वीकृत के बाद भी आज तक कोई काम प्रारंभ नहीं होना उनके नाकामी को ही दर्शाता है उन्हें क्षेत्र के विकास से कभी कोई बस्ता नहीं रहा है नहीं तो सत्ताधारी दल के विधायक रहते बिस्फी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत प्रसिद्द बाबा कपिलेश्वरनाथ महादेव स्थान , भैरवा स्थिति प्रसिद्ध बाबा विद्यापति द्वारा स्थापित महादेव स्थान को ही सौंदर्यीकरण करा सके , आज भी बिस्फी में डिग्री कॉलेज नहीं , किसी भी अस्पतालों में एमबीबीएस डाक्टर तक नहीं , सड़क के हालात बहुत ही दयनीय है सिर्फ और सिर्फ हिन्दू मुसलमान कर लोगो को छलने का काम किया उन्होंने मिथिला के विदेह राजा जनक , जगज्जननी माता सीता जी , बाबा विद्यापति, महाकवि कालिदास , राजा सलहेस, वीर लोरिक् एवं दीनाभद्री जी का भी अपमान किया है । प्रो झा ने कहा है कि यदि बिस्फी विधायक बचौल मिथिलावासियों से माफी नहीं मानेंगे और अपने निन्दनीय बयान वापस नहीं लेंगे तो उनके खिलाफ मैथिल समाज रहिका सहित मिथिला मैथिली करने वाली सभी संस्थाओं का बैठक आयोजित कर उनके खिलाफ निर्णायक लड़ाई की घोषणा करेगी और उनको अपने औकात का ज्ञान अगले विधानसभा चुनाव में कराएगी ।
दरभंगा : डीसीई में "स्टार्टअप्स और कॉरपोरेट्स में करियर ग्रोथ पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
श्री राजीव कुमार, जो सीआईएमपी-बीआईआईएफ में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के क्षेत्र में अग्रणी हैं, कार्यक्रम में गेस्ट ऑफ ऑनर* के रूप में शामिल हुए। उन्होंने छात्रों को उद्यमशील सोच विकसित करने और नए जमाने के अवसरों का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। दो दिनों में, छात्र तीन विशेष रूप से तैयार किए गए सत्रों में भाग लेंगे, जो उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने, कार्यस्थल के लिए उनकी तैयारी को मजबूत करने और नए करियर विकल्पों को समझने में मदद करेंगे। यह कार्यशाला छात्रों के लिए एक अनूठा अवसर है कि वे सीधे उद्योग विशेषज्ञों से सीखें, बाजार की अपेक्षाओं को जानें और तेजी से बदलते व्यावसायिक परिवेश में सफलता पाने के लिए खुद को सक्षम बनाएं। यह पहल डीसीई दरभंगा की इस प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है कि वह न केवल अकादमिक रूप से मजबूत स्नातक तैयार कर रहा है, बल्कि ऐसे बहुआयामी, उद्योग-सक्षम पेशेवरों का निर्माण कर रहा है जो वैश्विक अर्थव्यवस्था में सार्थक योगदान दे सकें।
बैंगलोर : कर्नाटक में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने की पहल शुरू : सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने भी पहलगाम आतंकवादी हमले में सुरक्षा खामियों को स्वीकार किया है I उन्होने कहा कि केंद्र सरकार को सुरक्षा बढ़ानी चाहिए थी, क्योंकि बड़ी संख्या में पर्यटक वहां छुट्टी मनाने के लिए एकत्र हो रहे थे। मुख्यमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुपस्थिति और आगामी बिहार चुनाव के लिए राजनीतिक अभियान में भाग लेने को प्राथमिकता देने के लिए उनकी आलोचना की। उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री के लिए चुनावी रैलियां अत्यंत महत्वपूर्ण हैं", उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री देश के लोगों को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं।"
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि कर्नाटक में पढ़ने वाले सभी पाकिस्तानी छात्रों को उनके देश वापस जाने के लिए कहा गया है । उन्होंने कहा, "हमने भी अपने एसपीएस को एडवाइजरी जारी की है। मेरे पास अभी तक सटीक संख्या नहीं है ", उन्होंने बेंगलुरू में मीडियाकर्मियों के एक सवाल के जवाब में कहा कि आतंकवादी हमले के बाद से कर्नाटक हाई अलर्ट पर है और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा गया है I राज्य के गृह मंत्री ने दोहराया कि पहलगाम में आतंकवादी हमला खुफिया विफलता को उजागर करता है।