घुटना दर्द राहत शिविर में उपचार करवाकर रोगियों ने पाई राहत, विभिन्न स्थानों से आए बड़ी संख्या में रोगी
झाबुआ---रोटरी क्लब झाबुआ के तत्वावधान में जागृति अर्थराइटिस रिलिफ सेंटर निम्बाहेड़ा द्वारा विशाल घुटना दर्द राहत शिविर का आयोजन स्थानीय रोटरी सदन में किया गया। जिसमें जागृति नी कैलीपर से मरीजों ने उपचार करवाकर राहत महसूस की। जो लोग घुटने के दर्द के कारण चल-फिर नहीं पाते थे, वे जागृति नी केलीपर लगाने के बाद चलने लगे एवं मुस्कारते हुए पैदल अपने घर की ओर प्रस्थान किया। शिविर के शुभारंभ कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एकता परिषद् की सह संयोजक श्रीमती श्रद्धा कश्यप थी। विशेष अतिथि के रूप में विशेषज्ञ चिकित्सक डाॅ. हरगोविन्द पचैरी, आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट से अध्यक्ष राजेश नागर, अजय रामावत, भाजपा के पूर्व जिला पंचायत सदसय रामचन्द्र भाबर, भाजपा पदाधिकारी एवं पत्रकार ओमप्रकाश शर्मा, रोटरी क्लब के पूर्व अध्यक्ष प्रतापसिंह सिक्का, रोटरेक्ट सभापति नीरजसिंह राठौर उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता रोटरी क्लब अध्यक्ष यशवंत भंडारी ने की। शिविर को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्रीमती कश्यप ने शिविर के आयोजन के लिए रोटरी क्लब को बधाई देते हुए कहा कि रोटरी क्लब प्रसिद्ध समाजसेवी संस्था है, जो ऐसे कार्य अक्सर करती रहती है। आज जो घुटना दर्द राहत शिविर लगाया गया, इससे घुटने के दर्द के रोगियों को निश्चित रूप से राहत प्राप्त होगी। जयपुर से पधारे विशेषज्ञ डाॅ. हरगोविन्द पचोरी ने घुटने के दर्द के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि उम्र एवं आलस्य के कारण यह बिमारी आज आम हो गई है। घुटनों का दर्द प्रारंभ होते ही रोगी इससे लड़ने के बजाय आराम करना पसंद करता है, जिससे यह रोग निरंतर बढ़़ता जाता है तथा एक स्थिति यह आती है कि वह चल-फिरने से भी मजबूर हो जाता है। हमने जो केलीपर तकनीक विकसित की है, इससे घुटनों पर शरीर का वजन नहीं आता है। जिसके कारण इसे लगाते ही रोगी को राहत मिलती है तथा वह आराम से चल-फिर सकता है। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए अपने स्वागत भाषण में अध्यक्ष यशवंत भंडारी ने कहा कि हम जो यह शिविर लगा रहे है, इसका लाभ झाबुआ जिले के दूर-दूर से आए रोगियों को प्राप्त हो रहा है। उन्हांेंने कहा कि घुटनों के दर्द से राहत पाने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक जो आपको परामर्श दे, उसका आप पूरी तरह से पालन करे। श्री भंडारी ने बताया कि उक्त विधि से यदि जयपुर, उदयपुर या इंदौर में उपचार करवाया जाए तो कम से कम एक रोगी को 7-8 हजार रू. का व्यय होता है, जबकि यहां पर उससे आधे मूल्य पर जागृति संस्था निम्बाहेड़ा द्वारा उपचार किया जा रहा है।
इन स्थानो से भी आए मरीज
शिविर में झाबुआ के अलावा थांदला, पेटलावद, अमरगढ़, डूंगरा (राजस्थान), भाबरा, जोबट, मेघनगर, विसनगढ़, सारंगी, धमोई, पिथनपुर, कल्याणपुरा भीमखोदरा आदि स्थानों से रोगी उपचार के लिए आए और उपचार के पश्चात् उन्हें काफी हद तक तकलीफ से निजात मिली। शिविर में उपचार डाॅ. पचैरी के नेतृत्व में डाॅ. मनोज जगताप, आरएन मोर्य, शिव मोरे, मनीष करवाल, डाॅ. राहुल गायवाड़ द्वारा किया गया वहीं मरीजों का पंजीयन आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट से जुड़े सुरेशचन्द्र जैन, द्विजेन्द्र व्यास, मो. फारूख, दौलत गोलानी, प्रकाश बिलवाल आदि द्वारा किया गया।
इन्हें मिली राहत
थांदला निवासी मणीलाल नागर ने बताया कि उन्हें घुटने में काफी दर्द था, चलने में दिक्कत आती थी, केलीपर पहनने के बाद उन्होंने लगभग आधा किमी का सफर पैदल तय किया। पारा निवासी निर्मला जैन ने बताया कि उन्हें भी घुटनों के दर्द के चलते चलने में परेशानी होती थी, केलीपर से उपचार के बाद काफी हद तक राहत महसूस की। शिविर सुबह 10 से शाम 5 बजे तक चला। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में रोगियों ने शामिल होकर अपना सफल उपचार करवाया। कार्यक्रम का संचालन रोटेरियन जयेन्द्र बैरागी ने किया एवं आभार रोटरी क्लब सचिव उमंग सक्सेना ने माना।
लोकसभा चुनाव मे भाजपा की जीत को लेकर कोर कमेटी की बैठक सम्पन्न
झाबुआ-- लोक सभा चुनाव में विधानसभा क्षेत्र के सभी बुथों पर भाजपा को प्रचण्ड मत प्राप्त हो सके इसके लिये हमे आज से ही गा्रमीण अंचलों में गहन सम्पर्क में जुट जाना है और बुथ स्थर पर सतत जनसम्पर्क बनाये रख कर चुनाव में कमल के चुनाव चिन्ह पर शत प्रतिषत मतदान हो ऐसी व्यूह रचना तैेयार करना होगी । उक्त बात जिला भाजपा उपाध्यक्ष एवं लोकसभा चुनाव प्रभारी मनोहर सेठिया एवं प्रभारी तथा जिला महामंत्री प्रवीण सुराणा ने शुक्रवार को जिला भाजपा कार्यालय में आयोजित विधानसभा क्षेत्र की कोर कमेटी की बैठक में व्यक्त किये । आगामी लोकसभा चुनाव में पूरे संसदीय क्षेत्र के साथ ही विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की प्रचण्ड विजय को लेकर आयोजित बैठक में संगठनमंत्री जितेन्द्र भदौरिया,विधायक शांतिलाल बिलवाल, लोकसभा क्षेत्र झाबुआ के पार्टी प्रभारी मनोज मंत्री, जिला भाजपा उपाध्यक्ष मनोहर सेठिया, क्षेत्र के मंडल अध्यक्षगण गोपालसिंह पंवार नगरमंडल, मेजिया कटारा पिटोल मंडल, सुरेष चैहान कल्याणपुरा मंडल एवं शैलेन्द्र सोलंकी रानापुर मंडल, केगू भाई, जगदीष बडदवाल सहित बडी संख्या में पार्टी पदाधिकारीगण उपस्थित थे।जिला मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि लोक सभा चुनाव को लेकर बैठक में सुक्ष्म प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा की गई तथा गठजोड मेनेजमेंट सर्विसेस के तहत गहन विचार विमर्ष कर कार्य योजना को अन्तिम रूप दिया गया । इस अवसर पर जितेन्द्र भदौरिया ने कहा कि अब हमारी कांग्रेस पार्टी से बुथ स्तर पर सीधी लडाई एवं टक्कर है तथा हमे एकजूट होकर कडी मेहनत करके कार्यप्रबंधन के विकेन्द्रीकरण के अन्तर्गत बुथ को सुदृढ किये जाने के लिये कार्य करना है । इस अवसर पर विधायक शांतिलाल बिलवाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव की एक सीढी तो हमने पार करली है और भाजपा को आम लोगों के विष्वास की कसौटी पर जिता कर भोपाल में प्रतिनिधि भेज कर पूरे संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस का सुपडा साफ कर दिया है अब लोक सभा चुनाव भी इससे भी अधिक मेहनत करके हर बुथ पर भाजपा को बढत दिलानें के लिये पूरी मुष्तेदी से जुट जाना है । बैठक में मनोज मंत्री ने भी माईका्रे मेनेजमेंट के बारे में जानकारी देते हुए झाबुआ जिले में भाजपा की जीत के अच्छे आसार बताते हुए कहा कि अति आत्म विष्वास में नही रह कर हमें कांग्रेस के मुगालते दूर करने के लिये अभी से मेहनत करना होगी । कार्यक्रम के अन्त में रानापुर मंडल अध्यक्ष शैलेन्द्र सोलंकी ने आभार प्रदर्षन किया ।
एकता परिषद ने किया जन घोषणा पत्र तेयार
झाबुआ-- एकता परिषद् जन संगठन के नेतृत्व में वादा ना तोड़ो के अंतर्गत शुक्रवार को रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र के जन भागीदारी के आधार पर जन घोषणा पत्र तैयार किया गया। यह प्रक्रिया एकता परिषद् की कार्यकर्ता अनिता डावर द्वारा अलग-अलग सभी विधानसभा क्षेत्र के समुदाय, अल्पसंख्यक, बुद्धिजीवी, ग्रामीण एवं शहरी सहयोग समूह, नेटवर्किंग जन संगठन एवं एनजीओ के साथ बैठक बुलाकर विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं से चर्चा कर जन घोषणा पत्र तैयार किया गया। उक्त घोषणा पत्र पर विचार विमर्श करने के लिए एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद कांतिलाल भूरिया, भाजपा की ओर से प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व सासंद दिलीपसिंह भूरिया एवं आप पार्टी की ओर से करमसिंह सिंगार उपस्थित हुए। इसके साथ ही इस बैठक में जिले के प्रमुख स्वयंसेवी एवं सामाजिक संस्था बेनेडिक डामोर, कृष्णा बामनिया, लक्ष्मणसिंह मुखिया एवं यशवंत भंडारी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में संस्था के प्रमुख श्रीमती श्रद्धा कश्यप ने बैठक के विषय में जानकारी देते हुए उक्त बैठक के उद्देश्य पर विस्तृत प्रकाश डाला। इस अवसर पर जनसंख्या नियंत्रण पर भी आवश्यक सुझाव प्रस्तुत किए। बैठक में पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद कांितलाल भूरिया ने कहा कि जन घोषणा पत्र का अध्ययन करने के पश्चात् सभी मुद्दों पर उन्होंने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कंद्र सरकार द्वारा ग्रामीणों के हित के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रहीं है और पर्याप्त पैसा राज्य सरकार को उपलब्ध करवाया जा रहा है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा राशि का सहीं क्रियान्वयन नहीं किया जा रहा है। इस स्थिति के चलते क्षेत्र में तेजी से ग्रामीणों का पलायन हो रहा है। श्री भूरिया ने सभी मुद्दों पर अपनी सहमति जताते हुए आदिवासी अस्मियता एवं एट्रो सीटी 1979 के तहत आम लोगों में जागरूकता आवश्यक है, तभी उसका सहीं क्रियान्वयन किया जा सके। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं आदिवासी जन जाति समुदाय आयोग के पूर्व अध्यक्ष दिलीपसिंह भूरिया ने ‘ना राज्यसभा और ना लोकसभा, सबसे पहले ग्राम सभा’ का संदेश देते हुए कहा कि ट्रायबल इॅकोनामि पालिसी और जंगल रखरखाव के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में जंगल खत्म होने से लोगों की आजीविका के खतरे बढ़ते जा रहे है। मजदूरी के लिए ग्रामीणों का पलायन हो रहा हैै। जंगल ग्रामीण आजीविका का प्रमुख साधन रहा है, इसलिए जल, जंगल, जमीन आदिवासियों के नियत्रण में होनी चाहिए। श्री भूरिया ने रोटरी क्लब अध्यक्ष यशवंत भंडारी ने कहा कि रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र में नर्मदा एवं माही जैसी बड़ी नदियां बहती है। जिसमें अथाह पानी का भरण है। यदि इन दोनो नदियों इस पूरे क्षेत्र की मोद, अनास, सापन जैसी छोटी-बड़ी नदियांें को इनसे जोड़ा जाने का पूरा एक प्रोजेक्ट तैयार किया जाना चाहिए। यदि ये नदियां इन दो नदियों से जुड़ जाती है तो पूरे संसदीय क्षेत्र में कृषि में हरित क्रांति होगी तथा पेयजल एवं पशुओं को बारह मास पानी की सुविधा होगी। साथ ही पूरा क्षेत्र का जलस्तर अपने आप बढ़ जाएगा। लोक जागृति मंच से उपस्थित लक्ष्मणभाई ने बताया कि आज ग्रामीणों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता नहीं होने से उनमें तरह-तरह की बिमारियांें ने पैर पंसार रखा है। अंचल के अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ग्रामीणों की ही भीड़ उपचार के लिए देखी जाती है। इसकी मुख्य वजह क्या है, इसके लिए गहन मंथन की आवश्यकता है। आम आदमी पार्टी से उपस्थित करणसिंह सिंगार ने कहा कि जिले में शासन की योजनाओं का प्रशासनिक स्तर पर सहीं क्रियान्वयन नहीं होने से योजनाओं का लाभ आमजन को नहीं मिल रहा है। जिसकी वजह से ग्रामीण मजदूरी के लिए पलायन करने को विवश है। परिचर्चा के समापन पर उपस्थित सभी पार्टी के नेताओं ने एकता परिषद् द्वारा प्रस्तुत जन घोषणा पत्र में दिए गए मुद्दों पर अपनी सहमति प्रदान की एवं आश्वस्त किया कि पार्टी मंच पर इन मुद्दों को वे पार्टी के घोषण पत्र में शामिल करने के पूरजोर प्रयास करेंगे। मुख्य रूप से प्रवीण सोनी, जयेन्द्र बैरागी आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट, उषा परमार आदिवासी सेवा श्रम ट्रस्ट कमलेश राठौर ने भी अपने सुझाव बैठक में प्रस्तुत किए। आभार कु. अनिता डावर ने माना। इस अवसर पर जिले के विभिन्न क्षेत्रों के स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे। जिसमें एकता परिषद् के अन्य साथी कु. अनिता डावर, सुश्री कला बामनिया, सुश्री दुर्गा पंवार, अमरसिंहभाई, रामलालभाई व अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से संगठन मुखिया उपस्थित थे। बैठक में विभिन्न संस्थाओं से बड़ी संख्या में संस्था प्रमुख एवं प्रतिनिधि के साथ खेड़त मजदूर संघ आलीराजपुर के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। यह बैठक साढ़े 3 घंटे तक चली।