पटना। 23 फरवरी 2014। 'संडेसभा'। वैज्ञानिक कुमार राजीव ने कहा कि 'संडेसभा'एक अविष्कार है, जिसमें सुंदर जीवन की ओर... प्रशिक्षण दिया जाता है, जो अनोखा है। यहां कार्इ भी व्यकित अपने दिल की बात निडर होकर कह सकता है। प्रत्येक व्यकित विशेष कार्य करने के लिए धरती पर अवतरित हुआ है, वह अत्यंत सुंदर और प्रतिभाशाली है। कोर्इ भी व्यकित देशप्रेम में समय-जुबान का पक्का हो, आचरण, आहार, व्यवहार सर्वोतम कर इस अभियान में हमसफर, 'संडेसभा'और 'सतसभा'में भाग लेकर समर्थक, गृहस्थ आश्रम में रहकर अभियान को गति देने पर लोकसेवक, ब्र ह्राचर्य पालन कर अभियान को गति देने वाला लोककर्ता एवं कांतिकारी बन सकते हंै। देशप्रेम कोर्इ राजनितिक, सामाजिक, गैरसरकारी संस्था नहीं है, यह एक विचार है, जो सबको उद्देश्य से प्यार करता है।
मुख्य अतिथि दुलाल चंद्र गोस्वामी ( निर्दलिय विधायक) ने कहा कि काम करके दोस्ती करें, बोलकर नहीं। देशप्रेेम अभियान के विचारों को सराहते हुये कहा कि इसे तन-मन-धन से सहयोग करने कि जरूरत है। वहीं अभियान के प्रशिक्षु लोककर्ता धन्नजय ने कहा कि आज भारत में नेताओं कि नहीं, क्रांतिकारियों जरूरत है। मौजुदा व्यवस्था को बदलने का समय आ गया है। सभा में लाककर्ता नीतेश कुमार, प्रशिक्षु लाककर्ता नवल कुमार, मनोज कुमार, पुष्कर, हमसफर अमरेस, संजीव, संजय, मिथलेश, समर्थक बंशी गोपाल, रामबृक्ष मौजुद थे।