नयी दिल्ली, 23 नवंबर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के आरोप में जेल की हवा खा चुके बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव से गले मिलने पर आज सफाई देते हुए कहा कि उनकी ऐसी कोई मंशा नहीं थी लेकिन राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष ने उन्हें खींचकर गले लगा लिया था। श्री केजरीवाल ने यहां आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद बैठक के इतर संवाददाताओं से कहा कि वह भ्रष्टाचार और वंशवाद की राजनीति के मुद्दे पर श्री लालू प्रसाद के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा, “श्री नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में श्री लालू यादव ने मुझसे हाथ मिलाया और फिर मुझे गले लगा लिया। मैंने अपनी तरफ से कोई पहल नहीं की।” श्री लालू यादव के साथ किसी तरह के गठबंधन से इन्कार करते हुए उन्होंने कहा कि वंशवाद की राजनीति के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि राजद प्रमुख का भ्रष्टाचार का इतिहास है और हम हमेशा उनका विरोध करेंगे। श्री लालू प्रसाद के दो बेटों को नीतीश मंत्रिमंडल में मंत्री बनाया गया है। उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव बिहार के उप मुख्यमंत्री बने हैं। राजद अध्यक्ष के गले मिलने के कारण पिछले कुछ दिनों से श्री केजरीवाल और उनकी पार्टी विपक्षी दलों के निशाने पर है। भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली में इन दोनों नेताओं के गले मिलने के पोस्टर भी लगाये हैं। सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर लोग खूब चटखारे ले रहे हैं। श्री केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी 2019 में होने वाले आम चुनावों की होड़ में शामिल नहीं है। उन्होंने कहा, “हम 2019 की दौड़ में शामिल नहीं हैं। चार साल पहले हममें से किसी ने भी चुनावी राजनीति में आने के बारे में नहीं सोचा था। यह यात्रा किसी चमत्कार से कम नहीं है।