नयी दिल्ली, 23 नवम्बर, पेरिस हमले के बाद दुनिया भर में सबसे बड़ा खतरा बनकर उभरे इस्लामिक स्टेट की सोशल मीडिया पर बढती सक्रियता को चिंता का विषय बताते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज सेना को किसी भी तरह के साइबर हमले के प्रति आगाह किया। रक्षा मंत्री ने यहां भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) तथा सेना की सिग्नल कोर के एक कार्यक्रम में कहा कि यह दुर्दांत आतंकी संगठन सोशल मीडिया का इस्तेमाल हथियार के तौर पर कर रहा है। संगठन विभिन्न देशों में अपने पैर जमाने के लिए इसी मंच के जरिये बड़े पैमाने पर सहानुभूति और समर्थन जुटा कर भर्ती अभियान चला रहा है। उन्होंने कहा जिस स्तर पर यह काम हो रहा है उससे लगता है कि भविष्य की लड़ाई साइबर हमलों के रूप में हो सकती है।
उन्होंने कहा,“मुझे इसके संकेत दिख रहे हैं।” उन्होंने कहा कि सेना को साइबर क्षेत्र में अपनी क्षमता बढ़ानी होगी जिससे कि इस तरह की हरकतों को रोका जा सकेे और इन कोशिशों का मुंह तोड़ जवाब दिया जा सके। उन्होंने कहा कि पैदल सेना को हटाया नहीं जा सकता लेकिन उसे इस तरह की प्रौद्योगिकी और उपकरणों से लैस करना होगा जिससे कि उनको दी जाने वाली जानकारी और सूचना में कोई बाधा न पहुंचे और उसके साथ छेड़छाड़ न की जा सके। श्री पर्रिकर ने कहा कि साइबर हमले के तहत ‘इन्फोर्मेशन ब्लैकआउट ’ की स्थिति भी बनायी जा सकती है लेकिन हमें इन सब खतरों का तोड़ ढूंंढना होगा। इसके लिए अभेद्य प्रौद्योगिकी और तंत्र विकसित करने की जरूरत है।