जन सुनवाई में 87 आवेदकों ने प्रस्तुत किये आवेदन, पॉच आवेदनों का मौके पर ही निराकरण
प्रति सप्ताह आयोजित होने वाली जन सुनवाई के अंतर्गत आज जिला योजना भवन में कलेक्टर द्वारा चिन्हित टॉप 10 के आवेदनों में से पांच आवेदनों का मौके पर ही निराकरण कराया गया। इनमें तीन आवेदकों के नि:शक्तता प्रमाण पत्र बनाये गये और दो नि:शक्तजनों को सहायक उपकरण उपलब्ध कराये गये। जन सुनवाई के अंतर्गत कलेक्टर श्री लोकेश जाटव एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ जे विजय कुमार को 87 आवेदकों ने अपनी समस्याओं एवं मांग से संबंधित आवेदन प्रस्तुत किये। अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत आवेदनों का यथा संभव निराकरण किये जाने की पहल की गई तथा जिनमें जांच आदि की जरूरत थी उन्हें समय सीमा निर्धारित कर संबंधितों को भेजा गया है। टॉप टेन के अंतर्गत चिन्हित आवेदनों में से पॉच ऐसे आवेदन जिन्हें मौके पर निराकृत किया जा सकता था कलेक्टर ने तत्काल निराकृत कराये। इन आवेदनों में से जारगा के भगवान दास, वार्ड क्रमांक 14 नैनपुर के राजा परते और मांगा के जन्नीलाल परते ने अपने नि:शक्तता प्रमाण पत्र के लिये आवेदन दिया। कलेक्टर ने तत्काल मेडिकल बोर्ड से इनकी जांच कराकर नि:शक्तता प्रमाण पत्र जारी कराये। इसी प्रकार कन्हार के नि:शक्त विपतलाल को ट्रायसायकिल एवं नारायणगंज के श्रवण बाधित नर्मदा मांझी को जन सुनवाई में ही श्रवण यंत्र उपलब्ध कराया गया। आवेदक मचला के दुलीराम धुर्वे का नि:शक्तता पेंशन भुगतान, गणेश पटेल एवं अन्य ग्रामीण सुकतरा का ट्रस्ट मंदिर के मुआवजे संबंधी, सिंगारपुर के कलीराम एवं अन्य के ट्रांसफार्मर बदलने, डुडका के मनोहर एवं 59 मजदूरों के मजदूरी भुगतान और सिकोसी की प्यारी बाई भरणपोषण संबंधी आवेदनों को संबंधित अधिकारियों को 48 घंटे में निराकृत करने के लिये प्रेरित किया गया है तथा निराकरण की जानकारी आकांक्षा पोर्टल में दर्ज करने के निर्देश दिये गये हैं।
समाधान ऑन लाइन 1 दिसम्बर को
मुख्यमंत्री की समाधान ऑन लाइन 1 दिसम्बर 2015 को सायं 4 बजे से आयोजित की जायेगी। इसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा वीडियो कांन्फ्रेस के माध्यम से विभागीय योजनाओं एवं विभिन्न स्तरों पर प्राप्त शिकायतों के निराकरण की समीक्षा की जायेगी। सभी विभाग प्रमुखों को 28 नवम्बर के पूर्व वांछित जानकारी एनआईसी कक्ष में फीड कराने तथा वीडियो कांन्फ्रेसिंग के लिये निर्धारित तिथि और समय पर वांछित जानकारी के साथ एन.आई.सी.के वीडियो कांफ्रेंस कक्ष में उपस्थित होने के निर्देश दिये गये हैं।
मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत रामेश्वरम जायेगी विशेष ट्रेन
मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के रामेश्वरम तीर्थ के लिये जबलपुर से ट्रेन जायेगी। इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्ममंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत 9 दिसम्बर 2015 को जबलपुर से रामेश्वरम यात्रा के लिये विशेष ट्रेन रवाना होगी जो 14 दिसम्बर को वापस आयेगी। यात्रा के लिये मण्डला जिले हेतु 102 बर्थ आवंटित की गई हैं। इस यात्रा का लाभ लेने के लिये 1 दिसम्बर तक संबंधित तहसील कार्यालय में आवेदन जमा किये जा सकते हैं। इस ट्रेन में तीर्थ दर्शन के इच्छुक बुजुर्ग तीर्थ यात्री यात्रा कर सकेंगे। इच्छुक तीर्थ यात्री आयकर दाता नहीं होना चाहिये तथा उसकी आयु 60 वर्ष से अधिक होनी चाहिये। यात्रा हेतु शारीरिक एवं मानसिक रूप से सक्षम हो, किसी संक्रामक बीमारी यथा टीबी, कांजेस्टिव, कार्डियक, श्वास में अवरोध संबंधी बीमारी, अपर्याप्तता, मानसिक व्याधि, संक्रामक कुष्ठ आदि से ग्रसित न हो। पूर्व में मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत यात्रा कर चुके व्यक्तियों को दोबारा तीर्थ यात्रा की पात्रता नहीं होगी। आवेदकों की संख्या अधिक होने पर यात्रियों का चयन कम्प्यूटर लाटरी सिस्टम से किया जायेगा।
आर्थिक सहायता स्वीकृत
प्राकृतिक आपदा से मरने वाले के 2 व्यक्तियों के निकटतम वारसान को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व निवास द्वारा आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार खिन्हा रैयत निवासी गनपत सिंह की पानी में डूबने से मृत्यु हो गई जिससे उसके निकटतम वारसान के रूप में उसकी पत्नि गीता बाई को एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। इसी प्रकार घोंटा निवासी भागवती बाई की सर्प दंश से मृत्यु हो गई थी, मृतिका के निकटतम वारसान उसके पुत्र कृष्ण कुमार को 50 हजार रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। उक्त स्वीकृति नि:शुल्क सहायता राशि या भुगतान मांग संख्या 58 मुख्य शीर्ष 2245 प्राकृतिक, नैसर्गिक विपत्ति के कारण राहत के अंतर्गत विकलनीय होगी।
रूपंकर एवं ललित कलाओं के 10 पुरस्कार के लिए कलाकृतियां आमंत्रित
उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी ने प्रदेश के ख्यातिलब्ध कलाकारों के नाम से स्थापित रूपंकर एवं ललित कलाओं के दस पुरस्कार के लिए कलाकारों से कलाकृतियाँ बुलाई हैं। प्रत्येक पुरस्कार की राशि 21 हजार रुपये होगी। कलाकारों से मौलिक कलाकृति जो वर्ष 2013 के बाद सृजित हो बुलायी गयी है। एक कलाकार अधिकतम दो कलाकृति राज्य रूपंकर कला पुरस्कार प्रदर्शनी 2016 में प्रदर्शित कर सकेंगे। इसके लिए 25 से 50 वर्ष तक के आयु के कलाकार प्रतिभागी होंगे। कलाकृतियों के साथ प्रदर्शनी में प्रवेश के रूप में रुपये 200 नगद जमा करना होंगे। प्रदर्शनी की विवरणिका भोपाल के शासकीय महाविद्यालयों के ललित कला संकाय, प्रदेश के सभी शासकीय कला संकाय, उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी भोपाल, कालिदास संस्कृत अकादमी उज्जैन, तानसेन कला वीथिका ग्वालियर, भारत भवन भोपाल एवं राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल में नि:शुल्क उपलब्ध हैं। कलाकृति उस्ताद अलाउद्दीन संगीत एवं संगीत कला अकादमी भोपाल में 1 से 31 दिसम्बर तक कार्यालयीन समय में स्वीकार की जा सकेंगी। फेस बुक तथा एवं अन्य माध्यम से डाउन लोड आवेदन विवरणिका की फोटो प्रति भी प्रवेश-पत्र के रूप में स्वीकार होगी।