- शुल्क वृद्धि नहीं करने के लिखित आश्वासन पर एडमिट कार्ड बंटना हुआ शुरू, किसी भी प्रकार की शुल्क वृद्धि पर जोरदार आन्दोलन की चेतावनी, छात्र आंदोलन को मिली जीत।
- पूर्ववत्त रहेगी बी.एड. की फीस, कुलपति ने किया ऐलान।
पटना वि.वि.:- पटना वि.वि. के बी.एड. में फीस 1827 रुपये से बढ़ाकर 95,000 रुपये करने के विरोध में छत्रों के आन्दोलन के आगे वि.वि. प्रशासन ने कुलपति के आदेश से लिखित आश्वासन दे शुल्क वृद्धि से इंकार किया है। जारी पत्र में कहा गया है कि शुल्क पुर्ववत्र्त रहेगा। अगर सरकार की कमिटी शुल्क में कोई फेर-बदल नहीं करती है तो वि.वि. शुल्क वृद्धि नहीं करेगा। पिछले दो दिनों से विभिन्न छात्र संगठन के नेताओं द्वारा भारी विरोध एवं आंदोलन चलाए जा रहे थे। आज पटना ट्रेनिंग काॅलेज कैंपस में ए.आई.एस.एफ, छात्र समागम, समावादी छात्र सभा, जन सरोकार, जे.पी.सी.वाई.एम., छात्र राकंपा, जन अधिकार छात्र परिषद, छात्र लोक समता, छात्र संगठन के द्वारा धरने का आयोजन किया गया एवं काॅलेज में एडमिट कार्ड वितरण पर रोक लगा दिया गया। इसी दौरान छात्रों को पटना वि.वि. के छात्रों के पूर्व के 80 फीसदी आरक्षण के सवाल पर तोड़ने की कोशिश की गई जिसके बाद छात्र नेताओं के सुझ-बूझ के कारण छात्रों की एकता टूटने से बच गई।
छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने मौजूद अधिकारियों से मुलाकात में कहा कि शुल्क वृद्धि वापस ले, बी.एड. की सीटों को दुगुना किया जाये एवं पूर्व की भांति पी.यू. के छात्रों के लिए 80 फीसदी सीटों के आरक्षण समाप्त करने का जवाब दिया जाये। वार्ता में टाउन डी.एस.पी. कैलाश प्रसाद, पटना वि.वि. प्राॅक्टर जी.के. पिल्लई, पटना ट्रेनिंग काॅलेज के प्राचार्य खगेन्द्र कुमार मौजूद थे। छात्र संगठन के नेताओं ने एक सुर में ऐलान किया है कि अगर राज्य सरकार या वि.वि. प्रशासन बी.एड. कोर्स की फीस में आगे कोई छेड़छाड़ करेगी तो वि.वि. में उग्र आन्दोलन होगा। जिसकी जिम्मेवारी कुलपति की होगी। धरने की अध्यक्षता जनसरोकार के बबलू सम्राट ने की।
वार्ता तथा आज के धरने में ए.आई.एस.एफ. के राज्य सचिव सुशील कुमार, महेश कुमार, संदीप कुमार, जे.पी.सी.वाई.एम. के प्रदेश अध्यक्ष राज सिन्हा, छात्र समागम के प्रदेश उपाध्यक्ष नवनीत कुमार, वि.वि. अध्यक्ष हिमांशु शेखर, नीतीश पटेल, प्रशांत पटेल, समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष धीरज सिंह यादव, वि.वि. अध्यक्ष डाॅ. उज्जवल यादव, छात्र राकंपा के वि.वि. अध्यक्ष अमित सरावगी, प्रशांत यादव, छात्र लोक समता के प्रशांत, सौरभ, छात्र जन अधिकार के गौतम आनन्द, आजाद चांद आदि दर्जनों छात्र शामिल थे।