हादसे में बाइक सवार युवक की मौत, दो जख्मी
देहरादून, 29 नवंबर(निस)। सड़क हादसों में रोकथाम को लेकर की जा रही कवायदें दिन के उजियारे तक ही नजर आती हैं। जबकि रात बिरात वाहनों की तेज रफ्तार पर रोक लगाने के लिए पुलिस कहीं नहीं दिखाई देती। इसका नतीजा देर रात को होने वाली दुर्घटनाओं से मिलता रहा है। रविवार देर रात दो जगह हादसे हुए। बाइक सवार युवकों में एक की मौत हो गई। जबकि गम्भीर रूप से घायल दो युवकों को निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। डालनवाला पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार देर रात दो हादसों में घायल हुए तीन युवकों को अस्पताल पहुंचाया गया। जहां एक युवक की उपचार के दौरान मौत हो गई। जबकि दो अन्य युवकों को गम्भीर चोट आना बताया गया। पुलिस के अनुसार नालापानी रोड निवासी गौरव उम्र 27 वर्ष देर रात बाइक लेकर काम से घर लौट रहे थे। इस दौरान ओल्ड सर्वे रोड पर सामने से आ रही एक कार ने बाइक पर टक्कर मार दी। घायल गौरव को पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से दून अस्पताल में भरती कराया। जबकि हादसे का जिम्मेदार चालक कार लेकर भागने में कामयाब रहा। हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को दुर्घटना अंजाम देने वाली कार का पंजीयन नम्बर दे दिया है। यह हादसा रविवार रात करीब डेढ़ बजे होना बताया गया। जबकि रविवार देर रात करीब साढ़े बारह बजे एक अन्य हादसे में बाइक सवार अजय व माधव सिंह नाम के युवक गम्भीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने दोनों को सिनर्जी अस्पताल में भरती कराया है। पुलिस के अनुसार दोनों युवक बाइक मंे सवार होकर स्थानीय एक सड़क पर से होकर गुजर रहे थे। इतने में पीछे से आ रही एक कार ने बाइक में टक्कर मार दी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
प्रतिबंधित मादक पदार्थ व शराब पकड़ी, पांच काबू
देहरादून, 29 नवंबर(निस)। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर थाना पुलिस ने प्रतिबंधित मादक पदार्थ और शराब तस्करों की धरपकड़ के लिए अभियान छेड़ा हुआ है। देर रात अलग-अलग जगहों पर पुलिस ने चैकिंग के दौरान तीन लोगों को प्रतिबंधित मादक पदार्थ चरस-स्मैक संग गिरफ्तार किया है। जबकि दो अन्य को शराब तस्करी करते दबोचा गया। ऋषिकेश पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार देर रात स्थानीय सड़क पर घूम रहे चमोली, कर्णप्रयाग स्थित बगोली पट्टी थापली निवासी अशोक कुमार पुत्र हयात सिंह को पुलिस ने संदेह के आधार पर हिरासत में लिया। पुलिस का दावा कि तलाशी में युवक से 155 ग्राम चरस बरामद हुई। पूछताछ में उसने बताया कि सहारनपुर और बरेली से यह मादक पदार्थ तस्करी कर लाया गया था। इधर नेहरू कालोनी पुलिस ने भी प्रतिबंधित मादक पदार्थ तस्कर को गिरफ्तार किया है। नेहरू कालोनी चैकी प्रभारी यादवेंद्र सिंह बाजवा ने बताया कि मुखबिर की सूचना के बाद रिंग रोड पर घूम रहे उमेश कुमार निवासी ऋषिनगर को हिरासत में लेकर तलाशी ली गई तो उसे 120 ग्राम चरस बरामद हुई। वहीं डोइवाला पुलिस ने भी नियमावाला निवाीस जाकिर पुत्र मौहम्मद हनीफ को छह ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया है। अलग-अलग जगहों से पुलिस ने खैरी गुर्जर बस्ती निवासी पप्पू और साधू सिंह निवासी फतेहपुर चैक को शराब तस्करी करते पकड़ा।
9 शातिरों पर पुलिस ने लगाया गुंडा एक्ट, चोरी-चकारी की कई घटनाएं दे चुके हैं अंजाम
देहरादून, 29 नवंबर(निस)। शहरभर में बढ़ रही चोरी चकारी की घटनाओं को विराम देने के लिए पुलिस ने मशक्कत शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारी यह मान चुके हैं कि अक्सर चोरियां अंजाम देने वाले शातिर ही इन चोरियों को अंजाम दे रहे हैं। पुराने कुछ चोरों और शराब तस्करों पर पुलिस ने गुंडा अधिनियम की कार्रवाई अमल में लाई है। अकेले पटेलनगर में सक्रिय रहे पांच शातिरों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। एचएसओ बीडी उनियाल ने बताया कि चंद्रबनी रोड निवासी राहुल भट्ट, इन्द्रेशनगर निवासी बिस्सू, पथरीबाग निवासी राहुल कुमार और झिवारेड़ी निवासी नरेश व महेंद्र सिंह को गुंडा एक्ट में पाबंद किया गया है। पुलिस के अनुसार ये सभी सक्रिय किस्म के अपराधी हैं। चोरी करने के आदी यह चोर अपने क्रियाकलापों से समाज में भय का माहौल बढ़ाने पर तुले हुए हैं। भय से आम जनता इनके खिलाफ गवाही देने से कतराती है। वहीं रायपुर पुलिस ने भी तरला आमवाला निवासी कपिल ठाकुर, अंबेडकर कालोनी निवासी शाजिद पर गुंडा एक्ट लगाया है। दोनों शराब तस्करी के सौदागर बताए गए। जबकि नगर कोतवाल एसएस बिष्ट के अनुसार लक्ष्मण चैक निवासी किशन पर गुंडा एक्ट की कारवाई की गई है। डालनवाला एचएसओ अनिल कुमार जोशी के अनुसार करनपुर क्षेत्र में चोरी चकारी करते आ रहे रचित निवासी ओल्ड डालनवाला पर गुंडा एक्ट लगाया गया है।
विवाहिता ने ससुर पर लगाया अश्लील हरकत करने का आरोप
देहरादून, मुजफ्फरनगर निवासी महिला ने ससुरालियों पर दहेज प्रताड़ना का मुकदमा यहां पटेलनगर कोतवाली में दर्ज कराया है। पुलिस को दी शिकायत में विवाहिता ने ससुर पर अश्लील हरकत करने का गम्भीर आरोप भी लगाया है। पुलिस का कहना कि मामले की जांच की जा रही है। पटेलनगर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार महिला ने भोपाल में रहने के दौरान वहां इस संबंध में पुलिस को शिकायत दी थी। जबकि घटनास्थल यहां पटेलनगर क्षेत्र का होने पर मामला स्थानांतरित किया गया। पुलिस को दी शिकायत में महिला का कहना कि कारगी चैक निवासी त्रिभुवन से साल 2014 में उसका विवाह हुआ था। महिला का आरोप कि पति और ससुर शादी के बाद से ही उसे दहेज के लिए परेशान करने लगे थे। विरोध पर गाली-गलौज के साथ मारपीट भी की जाती थी। महिला हैल्प लाइन में शिकायत डालने पर काउंसिलिंग में भी ससुराली किसी तरह के समझौते को तैयार नहीं हुए। इसके बाद पुलिस को मामले में कार्रवाई के आदेश दिए गए।
फिर टूटा बंद मकान का ताला, नगदी व आभूषण ले उड़े चोर
देहरादून, 29 नवंबर(निस)। चोरियों पर रोकथाम के पुलिस के दावों पर चोरों ने पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। या कहा जाए कि इलाके चुन-चुनकर चोरों ने चोरियां अंजाम देनी जारी रखी है तो गलत नहीं होगा। राजपुर क्षेत्र की बाॅडीगार्ड कालोनी में एक बंद मकान का ताला तोड़कर चोरों ने हजारों की नगदी और लाखों की ज्वैलरी चोरी कर ली है। बाॅडीगार्ड कालोनी निवासी ईश्वर दयाल बती नौ नवंबर को परिवार को साथ लेकर रिश्तेदारी मंे गए थे। देर रात लौटने पर मकान के मुख्य दरवाजे का ताला टूटा मिला। भीतर कमरे मंे प्रवेश करने पर दयाल परिवार के होश उड़ गए। चोरों ने मकान का हर कमरा खंगाला हुआ था। मुख्य कमरे की आलमारी खुली पड़ी थी। लाॅकर तोड़कर चोरों ने उसमें रखी नगदी और जेवर चोरी कर लिए थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने चोरों के छोड़े साक्ष्य एकत्र किए। पुलिस का कहना कि फिंगर प्रिंट उठाए गए हैं। जिन्हें कि उपलब्ध फिंगर प्रिंट से मिलान कराया जा रहा है। पुलिस के अनुसार रेकी के बाद चोरी अंजाम दी गई है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात पर चोरी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं एक अन्य चोरी की घटना में गढ़ी कैंट निवासी सुभाष चंद्र की दुपहिया चोरी हुई है। डालनवाला पुलिस को दी शिकायत में सुभाष का कहना कि बीती रोज वह करनपुर स्थित शराब के ठेके के बाहर अपनी बाइक खड़ी कर गया था। काम निपटाकर लौटने तक चोर उसकी दुपहिया लेकर उड़ चुके थे।
2009 से पहले की पीएचडी अमान्य होना दुर्भाग्यपूर्ण, प्रभावित पीएचडी धारकों ने कहा प्रतिभा का हो रहा पलायन
- हक पाने के लिए अब अनशन शुरू करेंगे ’पीएचडी धारक‘
देहरादून, 29 नवंबर(निस)। उत्तराखण्ड पीएचडी होल्डर्स एसोसिएशन ने दिल्ली, हरियाणा आदि राज्यों की तर्ज पर यहां के पीएचडी धारकों को भी गेस्ट टीचर भर्ती में शामिल करने की मांग की है। हरियाणा आदि राज्यों के शासनादेश दिखाते हुए कहा गया कि बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि 2009 से पहले की पीएचडी यहां के उच्च शिक्षा विभाग ने अमान्य कर दी, जबकि अन्य राज्यों में उस डिग्री पर असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी मिल रही है। ऐसे में यहां से प्रतिभा का पलायन हो रहा है। रविवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता में एसोसिएशन के गढ़वाल मण्डल अध्यक्ष डॉ.देवेन्द्र रावत ने कहा कि यूजीसी का रेगुलेशन 2009 आने के बाद अनेक राज्यों ने अपने पीएचडी धारकों के हित सुरक्षित करते हुए शिथिलीकरण जैसे विकल्प अपनाएं हैं, लेकिन उत्तराखण्ड का उच्च शिक्षित अपने लगभग पांच साल के मेहनत की डिग्री पर यहां नौकरी पाने में असमर्थ है। यहां लगभग आठ हजार लोग इससे प्रभावित हैं, जो भविष्य की चिंता में हताश, निराश, कुंठित और अवसाद में हैं। डॉ.रावत ने कहा कि हम कई बार उच्च शिक्षा मन्त्री इंदिरा हृदयेश से मिल चुके हैं, पर उनका रवैया नकारात्मक रहा। वे कहती हैं कि ’कागज‘ लाइए, मैं कार्रवाई करूंगी, हमारे पास सपोर्टिंग डॉक्युमेंट्स हैं, अब क्यों नहीं कार्रवाई करतीं? मीडिया प्रभारी डॉ. वीरेंद्र बर्त्वाल ने कहा कि इंदिरा हृदयेश यूजीसी के नियमों का हवाला देकर 2009 से पहले की पीएचडी डिग्री वालों को गेस्ट टीचर भर्ती में शामिल नहीं कर रही हैं तो मेरा सवाल है कि जब उक्त रेगुलेशन 2009 में आया तो 2010 में पुरानी पीएचडी वालों को क्यों संविदा प्रवक्ता बनाया गया? यह तो राज्य में एक जैसी डिग्री के साथ भेदभाव है। दूसरी बात यह भी पता चली कि हमारे साथ के जो पीएचडी धारक कुमाऊं विश्वविद्यालय आदि संस्थानों में अस्थायी व्यवस्था पर पढ़ा रहे हैं, उन्हें कभी न हटाने यानी नौकरी पक्की करने का वचन दिया जा चुका है। आखिर यह अन्याय और भेदभाव क्यों? अब भी विभाग या मन्त्री न चेतीं तो हम कुलाधिपति को डिग्रियां सौंप देंगे। संयुक्त सचिव डॉ.प्रीति हांडा ने मांग की कि मुख्यमंत्री हरीश रावत इस मामले में हस्तक्षेप करें। हमें वे चार बार सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दे चुके हैं और उनकी बात पर हमें भरोसा है। यदि मुख्यमंत्री भी इस अन्याय के मूकदर्शक बने तो यह स्थिति राज्य के लिए दुर्भाग्यपूर्ण होगी। डॉ.नेहा बहुगुणा ने कहा कि असिस्टेंट प्रोफेसर की अर्हता को लेकर भारत सरकार द्वारा गठित निगवेकर कमेटी का फैसला दिसम्बर अंत तक आने वाला है, ऐसे में राज्य सरकार को इन पीएचडी धारकों को सशर्त भर्ती में शामिल करना चाहिए। हम मौका मांग रहे हैं, नौकरी नहीं। हम अपने हक की लड़ाई जारी रखेंगे। अपनी डिग्री का सम्मान बचाने के लिए अनेक हथकण्डे अपनाएंगे। राज्य में कई जीओ रातोंरात बन जाते हैं,कई कानून दो मिनट में बदल जाते हैं,पर पीएचडी वालों को उनका हक देने के लिए झूठ का सहारा लेकर कानून का बहाना बनाया जाता है। हमारे आंदोलन का अगला चरण अनशन होगा। डॉ.पूर्णिमा उनियाल और डॉ.प्रमोद सती ने कहा कि अस्थायी व्यवस्था के तहत गढ़वाल, कुमाऊं आदि देश के अनेक विश्वविद्यालयों में पुरानी पीएचडी डिग्री वाले पढ़ा रहे तो उत्तराखण्ड का उच्च शिक्षा विभाग इन्हें बाहर क्यों कर रहा है? इस मौके पर डॉ.सरिता मलिक, डॉ.उपमा अग्रवाल, डॉ.जयश्री थपलियाल, डॉ.नीलम नेगी आदि मौजूद थे
प्राचीन पाण्डुलिपियों, ग्रन्थों, पुराणांे एवं लोक वाद्य यंत्रों के संरक्षण के लिये राज्य सरकार उठा रही ठोस कदम: हरीश रावत
देहरादून, 29 नवंबर(निस)। प्राचीन पाण्डुलिपियों, ग्रन्थों, पुराणांे एवं लोक वाद्य यंत्रों के संरक्षण के लिये राज्य सरकार ठोस कदम उठा रही है। यह बात मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को पेटशाल में जुगल किशोर पेटशाली के प्रयासों से बनाये गये लोक वाद्य यंत्र संग्रहालय के निरीक्षण के दौरान कही। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि संस्कृति विभाग को निर्देश दिये गये है कि जुगलकिशोर पेटशाली की साझीदारी में इस संग्रहालय का संचालन किया जाए। इस तरह के अपने आप में व्यक्तिगत प्रयासों से संचालित किये जा रहे इस संग्रहालय को राज्य संग्रहालय के रूप में पहचान दिलाई जायेंगी। उन्होंने कहा कि कुमाॅऊ विश्वविद्यालय एवं गढ़वाल विश्वविद्यालय को निर्देश दिये गये है कि वे अपने यहाॅ इनके संरक्षण एवं सर्वद्धन हेतु पाठ्यक्रम चालू करने के साथ ही एक संग्रहालय को भी विकसित कराये। उन्होंने हस्त लिखित दुर्गा सप्त सती कुमाॅऊनी में लिखित गरूड़ पुराण सहित अन्य ग्रन्थों व प्राचीन लोक वाद्य यंत्रों का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत प्रयासों से इस तरह के संग्रहालय का संचालन वास्तव में सराहनीय व प्रेरणादायी है। इस अवसर पर उन्होंने अनेक पुराणों, वाद्य यंत्रों के बारे मंे जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिये सरकार हमेशा तैयार है। जो इस तरह के संकलन को आगे बढ़ाने का कार्य करेंगा उसे प्रोत्साहित किया जायेगा। इस अवसर पर जुगलकिशोर पेटशाली ने संग्रहालय में रखी गई सामग्री के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री रावत ने चितई ग्राम में स्थित एस0ओ0एस0 फैक्ट्री का निरीक्षण किया जहाॅ पर स्थानीय उत्पाद से निर्मित सामग्री तैयार की जा रही है। बिच्छू घास, तुलसी, किलमोड़ा, गैदे के फूल आदि के द्वारा सामग्राी तैयार की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने स्थानीय उत्पाद मडुवा, झंगोरा आदि से बनाये जाने वाली सामग्रीयों के बारे में फैक्ट्री की व्यवस्थापिका अमृता चिगप्फा से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने चितई में स्थित इस फैक्ट्री का स्थलीय निरीक्षण किया और वहाॅ के संचालकों से कहा कि यहाॅ पर टेªनिंग दिलाये जाने की व्यवस्था की जाय ताकि अधिक से अधिक लोग इससे जुड़ सकें। उन्होंने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की स्थानीय उत्पादों से तैयार किये जा रहे माल का विदेशों में भी निर्यात किया जा रहा है। यदि इसमें स्थानीय लोग अपनी भागीदारी करे तो और अधिक इस तरह के प्रयासों को आगे बढ़ाया जा सकेगा। इस दौरान व्यवस्थापिका अमृता चिगप्फा व सन्तोष ने विस्तृत रूप से वहाॅ पर संचालित किये जा रहे कार्याें बारे मंे बताया। इस सेन्टर में 50 से अधिक महिलायें कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने सर्किट हाउस में महान स्वंतत्रता संग्राम सेनानी स्व0 विक्टर मोहन जोशी स्मारिका का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि इस स्मारिका के सम्पादक एवं स्वाधीन प्रजा के सम्पादक प्रकाश चन्द्र पाण्डे ने स्व0 विक्टर मोहन जोशी के जीवनवृत पर जो प्रकाश डाला हैं उससे युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। इस अवसर पर उन्होंने जनसमस्यायें सुनते हुये उनके निराकरण का आश्वासन दिया। इस अवसर पर स्थानीय लोगों द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपे गए। इस दौरान अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। इस दौरान विधान सभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल, संसदीय सचिव मनोज तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पार्वती मेहरा, नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, सहित जिलास्तरीय अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि व क्षेत्रिया जनता मौजूद थी।