- शिक्षा को वाणिज्यिक क्षेत्र में डालने से बचाने के लिए खड़ करना होगा मजबूत बैरिकेड,
पटना वि॰वि॰: आज पटना वि॰वि॰ गेट पर आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन ;।प्ैथ्द्ध के तत्वाधान में ”भारत में शिक्षा का संकट“ विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में बतौर मुख्य वक्ता जवाहरलाल नेहरू वि॰वि॰ छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने भारत में शिक्षा के संकट को पूरे भारत का संकट बताते हुए कहा कि हमारा देश भारत वैसा नहीं है जिसे मोदी जी अपने चश्मे से देखते हैं या डब्ल्यू॰टी॰ओ॰ अपने चश्मे से देखता है। शिक्षा में 24 प्रतिशत फंड खत्म करने का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार बनाने के लिए चुनाव में वोट बहुसंख्यक अवाम का चाहिए। लेकिन जिनसे चुनावी चंदे सरकार लेती है उनके प्रति वफादारी निभाने के लिए सचेत रहती है। उन्होंने कहा कि इंसान धर्म की रक्षा करेगा या धर्म इंसान की रक्षा करेगा। आज धर्म को लेकर इंसान और इंसान को लड़ाने की कोशिश ठीक उसी समय की जा रही है जिस समय शिक्षा और स्वास्थ्य को बेचने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब कण-कण में राम में बसे हैं तो भारतीय संस्कृति के ठेकेदारी करने वालों को बाबरी मस्जिद में ही राम क्यों दिखाई पड़ते हैं।
मौके पर मौजूद पटना वि॰वि॰ के वरीय शिक्षिका प्रो॰ डेजी नारायण ने कहा कि सबको शिक्षा देना राज्य की जवाबदेही है और राज्य इससे मुकर नहीं सकती। ॅज्व् के साथ समझौते का उन्होंने देश की मेहनतकश अवाम से धोखा बताया। बिहार के अंदर में समान स्कूल प्रणाली लागू करने का जोखिम उठाने की मांग नीतीश सरकार से की। संगठन के राज्य सचिव सुशील कुमार ने जो शिक्षा बजट में भारी कटौती तथा ॅज्व् के साथ समझौते के खिलाफ 7, 8, 9 दिसंबर को दिल्ली चलने का आह्वान किया। संगठन के पीयू अध्यक्ष संदीप कुमार की अध्यक्षता में सभा हुई।
सभा को ।प्ैथ् के जिला उपाध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रणय, जिला सचिव मंडल सदस्य राहुल कुमार, पीयू उपाध्यक्ष मुकेश कुमार, परवेज अशरफी, सुशील झा, राजेश कुमार, अमित कुमार सिंह, अदनान इमरान, रिशु कुमारी, इतिशरण, गोपाल कुमार, फुरकान, वीचंद्र, नीतीश, राहुलप्रियदर्शी आदि मौजू थे।