ठंढ से जन जीवन अस्त-व्यस्त, एक साँढ मरा, महिलाएँ प्रभावित
नरकटियागंज(पच) अनुमण्डल क्षेत्र में ठंढ का प्रकोप बढता जा रहा हैं, जिससे न केवल आदमी बल्कि अन्य जीव भी परेशान है। ठंढ के प्रकोप से सरकारी व निजी चिकित्सालयों में मरीजो की भीड़ बढ़ती जा रही है। युवा कांग्रेस के वाल्मीकिनगर लोस अध्यक्ष दिनेश कुमार जायसवाल ने बताया कि प्रशासन ने पहले दो दिन चैक चैराहो पर अलाव की लकड़ी गिराकर अपने कत्र्तव्यों की इतिश्री कर ली। उसके बाद से चैक चैराहों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर अलाव के आभाव में लोगो को ठिठुरते देखा जा सकता हैं। देवी स्थान मुहल्ला निवासी अशोक चैधरी की पत्नी ठंढ के कारण सरकारी अस्पताल में भर्ती है। वहाँ चिकित्सको ने उसे पानी चढाया और खतरे से बाहर बताया है। चिकित्सको ने बताया कि वह कोल्ड डायरिया से ग्रस्त है। इतना ही नहीं निजी चिकित्सक डाॅ.आफताब आलम खाँ, जहुर एकराम, डाॅ. आर.भी.स्नेही और डाॅ.रविशंकर प्रसाद ने बताया कि कोल्ड डायरिया से प्रभावित मरीजों की संख्या बढी है। उधर देवी स्थान मुहल्ला स्थित उत्पाद विभाग के पुराने कैम्पस में एक साँढ विगत रात्री ठंढ से मृत पाया गया। नप उप सभापति कन्हेया अग्रवाल ने उसे उठवा कर अन्यत्र भिजवा दिया।
विद्यालय बन्द फिर भी बाँटी जा रही पोशाक राशि व छात्रवृति
नरकटियागंज(पच) युवा कांग्रेस के वाल्मीकिनगर लोस अध्यक्ष दिनेश जायसवाल ने जिला प्रशासन की कार्यशैली को हास्यास्पद करार दिया है। उन्होने सरकार की नीतियों को जनविरोधी करार देकर प्रशासन की कार्यशैली पर निशाना साधते हुए कहा कि बच्चों को विद्यालय जाने पर रोक लगाकर विद्यालयों में पोशाक राशि का वितरण कराकर सरकार कौन सा संदेश देना चाहती है। आखिर ये कौन सी कारामात है कि बच्चे विद्यालय नहीं जाएंगे सिर्फ शिक्षक उपस्थित होकर छात्रवृति व पोशाक राशि का वितरण करेंगे। आखिर जब बच्चे विद्यालय में नहीं होंगे तो पोशाक राशि और छात्रवृति की राशि ग्रहण कौन करेगा! युवा कांग्रेस के नेता ने कहा कि राज्य सरकार केन्द्र प्रायोजित योजनाओं को धरातल पर सही ढंग से लागू नहीं कर पा रही है। इस लिए केन्द्र सरकार प्रदत्त राशि का सदुपयोग कम दुरूपयोग ज्यादा हो रहा है।
जनआन्दोलन का आठवाँ दिन, लोग नहीं हारेंगे हिम्मत
नरकटियागंज(पच) नयाटोला प्रकाश नगर के निवासी विगत आठ दिनों से चल रहे न्यु स्वदेशी सुगर मिल के प्रबंधन के विरूद्ध अपने आन्दोलन के क्रम में सड़क पर है। आन्दोलनकारी अपनी पाँच सूत्री मांगो, जिसमें नयाटोला प्रकाश नगर की सड़कों पर प्रकाश की व्यवस्था करे, नयाटोला प्रकाश नगर के युवक समेत स्थानीय लोगों को चीनी मिल में रोजगार मुहैया कराये, वायु प्रदूषण कर शहर को प्रदूषित करने पर प्रतिबंध लगाये, जल प्रदूषण के द्वारा नदियों को बेकार कर भूमि की उर्वरता समाप्त करने के अपने प्रयास पर अंकुश लगाये और ओवर लोडिंग से शहर व शहर वासियों को निजात दिलाने की मांग है। इन्हीं मांगों को लेकर महिला पुरूष और बच्चों ने आन्दोलन में अपनी सक्रिय है। आन्दोलनकारी रंजीत सोनी, विजय कुमार गुप्ता और मंजय कहते है कि एक जनआंदोलन को दबाने के लिए और कारपोरेट उद्योग घराने के पक्ष में स्थानीय प्रशासन कब तक लोग और जनहित की उपेक्षा करेगा! यह नगर वासियों को देखना है, एक दिन जीत आन्दोलन व नरकटियागंज के लोगो की हिम्मत की होगी। उधर आन्दोलन की धार कम होती नहीं दिख रही है, उसमें पुरूषों के साथ अब महिलाएँ भी कदम से कदम मिलाकर चलने को तत्पर दिख रहीं है। आन्दोलनकारी स्त्री पुरूष और बच्चे कड़ाके की ठंढ में सड़क पर धरना पर बैठ रहे है। कई आन्दोलनकारियों को ठंढ के कारण दवाएँ लेनी पड़ रही है, लेकिन स्थानीय प्रशासन को इसकी कोई फिक्र नही है। आन्दोलनकारी रंजीत सोनी, विजय कुमार गुप्ता और मंजय लाल सत्यम को शीत के कारण दवा लेनी पड़ रही है। आन्दोलनकारियों में सोनी देवी, देविता तिवारी, कुन्ती देवी, रमावती देवी, कमलावती देवी, उर्मीला देवी, चन्दा देवी, मंजू देवी, शिवकली देवी, खइरूला देवी, शोभा देवी, गुडडी देवी, शकुन्तला देवी, मीना देवी, राजा देवी, फूलेना देवी, कलावती देवी, निरू देवी, अर्चना देवी, छठू शर्मा के अलावे पूर्व वार्ड आयुक्त संजय वर्मा, समाजिक कार्यकर्ता बबलू सर्राफ उर्फ रत्नेश सर्राफ, भारत भूषण, भूषण प्रसाद, रामनारायण प्रसाद, रंजीत सोनी, भिखारी वर्णवाल, कृष्णा हाजरा, सुनिल मिस्त्री, मिथलेश चैरसिया, मृत्युंजय वर्णवाल, भरत शर्मा, धन्नू कुमार, कुन्दन शर्मा, कमलेश प्रसाद, सोहैल अहमद मिस्त्री, राजेन्द्र साह, राहुल कुमार, जय प्रकाश साह, जयनारायण प्रसाद, विजय कुमार गुप्ता, रामनगर विस प्रत्यासी मंजय लाल सत्यम, संगम कुमार भारती और जद यु के नगर अध्यक्ष जयकिशन ठाकुर के अलावे अन्य लोग शामिल हुए। आन्दोलनकारी कहते है कि प्रबंधन स्वयं आकर वार्ता करे तब वे आन्दोलन खत्म करेंगे अन्यथा आन्दोलन जारी रहेगा। बिचैलिओं के माध्यम से वार्ता करने से कोई फायदा आमजन को नहीं होने वाला है। आन्दोलनकारियों का यह भी कहना है कि उद्योग अधिनियमों का उल्लंघन कर मानवीय हितों की घोर अनदेखी कर रहा है चीनी मिल प्रबंधन।
सशक्त स्थायी समिति व सामान्य बैठक नहीं होने से परेशानी
- नहीं हो रही विकास कार्यों की समीक्षा, विकास एजेन्सी की मनमानी
नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा) नगर परिषद नरकटियागंज के विकास कार्यो की समीक्षा नहीं होने के कारण शहर का विकास कार्य आधा अधूरा पड़ा हैं। शहर के विकास कार्य में लगी एजेन्सियाँ मनमाने ढंग से कार्य कर रही है। नगर परिषद के दूकानदार बताते है कि बुडको द्वारा किये जा रहे निर्माण कार्य से व्यवसायियों की ंदूकानदारी प्रभावित हो रही है। हार्डवेयर दूकानदार धीरज कुमार कहते है कि विकास कार्य खूब हो लेकिन व्यवसायी हितों को ध्यान में रखकर, जद यु के व्यवसायी प्रकोष्ठ के प्रखण्ड अध्यक्ष अनिल कुमार बताते है कि काम करने वाली एजेन्सी नाली बनाने के लिए दूकान के सामने गड्ढा बना देती है और तीन-तीन माह तक गड्ढा बना रहता है। जिससे हमारे व्यवसायी ग्राहक विहीन हो जाते है, क्योंकि गड्ढे में कई बार ग्राहकों के गिरने से उस दूकान को छोड़ देना ग्राहक उचित समझते हैं। नाली बनाने के लिए उतना ही गड्ढा बनाया जाए जिसे दो या तीन दिन में ढलाई की जा सके। इस बाबत पूछे जाने पर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मधूकान्त ने सेलफोन पर बताया कि 04 जनवरी 2014 को नप की बैठक होगी। नगर विकास विभाग के नियमानुसार सभी नगर परिषद के अन्तर्गत की सशक्त स्थायी समिति की बैठक प्रत्येक माह सामान्य तौर पर दो बार होनी है। जिसके अनुसार सप्ताह के पहले और अन्त वाले सोमवार को सम्पन्न होनी है। किसी कारणवश यदि सोमवार को अवकाश हो तब लिखित सूचना देकर सदस्यों को इस आशय की सूचना देकर अगले दिन बैठक करने की व्यवस्था है। लेकिन नरकटियागंज में ऐसा नही किया जाता उपर्युक्त बाते सशक्त स्थायी समिति के सदस्य व नगर पार्षद वार्ड 13 अखिलेश राज बताते हुए कहते हैं कि नगर परिषद में मनमाने ढंग से कार्यवाही पंजी तैयार की जाती है, क्रय समिति को विश्वास में लिए बगैर खरीददारी की गयी है, जिसका अनुमोदन तक नहीं किया जा सका है। वार्ड 22 के पार्षद राजेश प्रसाद ने बतााया कि नगरपालिका अधिनियम संशोधित 2012 की धारा 69 के विरूद्ध सशक्त स्थायी समिति की बैठक बुलाई जाती है। नगर पार्षदों अखिलेश राज, राजेश प्रसाद व ललिता देवी बताती है कि जुलाई 2013 के बाद से नप की सामान्य बैठक नहीं हो सकी है। जिसके कारण विकास कार्यो के निष्पादन में अनावश्यक विलम्ब हो रहा हैं।