अवकाश के दिनों में भी कार्यालय में रहेगा कर्मचारी
नगरीय निकाय निर्वाचन को ध्यान में रखते हुए आवश्यक डाक और संदेशों को देने-लेने बाबत जिले के सभी कार्यालयों में अवकाश के दिनों में भी कम से कम एक कर्मचारी मौजूद रहेगा । कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ. सुदाम खाडे द्वारा कार्यालय प्रमुखों को इस आशय के आदेश जारी कर दिए गए हैं । कार्यालय प्रमुखों को निर्देश दिए गए हैंै कि वे निर्वाचन अवधि में अधिकारी-कर्मचारियों के संबंध में निर्वाचन कार्यालय द्वारा सेवाएं देने की मांग पर तुरंत उपलब्ध कराएं और इस अवधि में किसी प्रकार के स्थानांतरण अथवा कार्यमुक्त आदि करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी की सहमति अनिवार्य रूप से प्राप्त करें ।
आग्नेय शस्त्रों एवं अन्य घातक हथियारों का प्रदर्शन प्रतिबंधित
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी डाॅ. सुदाम खाडे द्वारा ने दण्ड प्रक्रिया संहिता की धाराओं के तहत प्रदत्त की गई शक्तियों का उपयोग करते हुए जिले के सीहोर तथा शाहगंज नगरीय क्षेत्र की राजस्व सीमाओं के क्षेत्रों में किसी भी सार्वजनिक स्थलों पर आग्नेश शस्त्रो एवं अन्य घातक हथियारों को लेकर ना तो चलें और ना ही उनका प्रदर्शन करें के आदेश जारी कर दिए है। संबंधित क्षेत्रो में उक्त आदेश सात 27 दिसम्बर 2015 तक प्रभावशील होगा। जारी आदेश कानून एवं व्यवस्थाओं के कार्यो में लगे पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों और कार्यपालिक दण्डाधिकारी एवं अन्य लोक सेवकों पर लागू नही होगा। जारी आदेश का व्यापक प्रचार-प्रसार ध्वनि विस्तारक यंत्रो के साथ-साथ संबंधित राजस्व, निकाय, जनपद कार्यालयों के अलावा थाना कार्यालयो के सूचना पटल पर भी चस्पा कराई जाए इसके अलावा निकाय क्षेत्रो के प्रमुख सह दृष्टिगोचर सार्वजनिक स्थलो पर चस्पा कराने के निर्देश दिए गए है।
श्री शास्त्री द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनियाॅ का भ्रमण
सी. आर. डी. ई. कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनियाॅ, जिला - सीहोर का श्री सोमपाल शास्त्री, पूर्व कृषि मंत्री, भारत सरकार द्वारा केन्द्र का भ्रमण किया गया। केन्द्र पर प्रदर्षित तकनीकें जैसे क्राप कैफेटेरिया, गेंहूॅ की नवीन प्रजातियाॅ, चने की नवीन प्रजातियाॅ, मटर, लहसुन, प्याज व अन्य फसलों की नवीन प्रजातियों का प्रदर्षन, समन्वित कृषि प्रणाली माॅडल, समन्वित कीट - व्याधि प्रबन्धन तकनीक, समन्वित पोषण प्रबन्धन तकनीक, अमरूद बागवानी, आॅवला बागवानी, आम बागवानी, सीताफल बागवानी आदि अवलोकन कर उपयोगी मार्गदर्षन दिया। इस दौरान श्री सोमपाल शास्त्री जी ने जिले के प्रगतिषील कृषकों से चर्चा करते हुए कृषि के साथ - साथ सहायक व्यवसाय को अपनने हेतु प्रेरित किया। साथ ही साथ आपने कृषि विज्ञान केन्द्र की सराहना करते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र प्रक्षेत्र पर मक्का, गेंहूॅ, प्याज व लहसुन फसल में ब्राड बेड फर्रो तकनीक को प्रदर्षित करने की सलाह दी। इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र की कार्यपालक संचालिका, श्रीमति शारदा फोगाट व प्रमुख श्री जे. के. कनौजिया, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक व प्रगतिषील कृषक उपस्थित रहे। कृषि विज्ञान केन्द्र की कार्यपालक संचालिका द्वारा श्री सोमपाल शास्त्री जी का स्वागत करते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र की गतिविधियों से अवगत कराया गया। केन्द्र के समस्त वैज्ञानिको द्वारा जिले की कृषि को दृष्टिगत रखते हुए केन्द्र पर प्रदर्षित की गयी तकनीकों के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी। कृषि विज्ञान केन्द्र प्रक्षेत्र पर प्रदर्षित तकनीकों के प्रभाव उपरान्त केन्द्र के वैज्ञानिकों व प्रगतिषील कृषकों से चर्चा उपरान्त श्री सोमपाल शास्त्री जी ने केन्द्र द्वारा कृषकों के हित में किये जा रहे कार्याें की प्रषंसा करते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र से अधिक लाभ प्राप्त करने हेतु समन्वित कृषि प्रणाली के माॅडल, बाजार व्यवस्था व बाजार व्यवस्था अधारित कृषि व कृषि उपजों का अधिक मूल्य प्राप्त करने हेतु कृषक उत्पादक संगठन को गठित करने की बात कही।