पटना,03 दिसम्बर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि उनकी पार्टी जनता दल यूनाईटेड(जदयू)चुनाव चिह्न तीर को बदलकर चक्र करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। श्री कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हाल ही में सम्पन्न विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी के तीर के ही तरह अन्य दलों के चुनाव चिह्न होने की वजह से पार्टी को बहुत नुकसान हुआ है ।उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा के दौरान यह बात सामने आयी कि तीर के ही तरह के चुनाव चिह्न दूसरे दलों के भी होने की वजह से जदयू को हजारों मतों का नुकसान हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा का चुनाव चिह्न तीर-धनुष है जो जदयू के तीर के समान है ।उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच चुनाव चिह्न बदलने पर गंभीरता से विचार-विमर्श चल रहा है और उम्मीद है जल्द ही इसे बदल दिया जायेगा।
इस बीच,पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के सी त्यागी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में चुनाव चिह्न को लेकर भ्रम की स्थिति होने की वजह से पार्टी को चार सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि पार्टी को उम्मीद है कि चुनाव आयोग से उसे चक्र चुनाव चिह्न मिल जायेगा। श्री त्यागी ने कहा कि जनता दल के विभाजन से पहले उसका चुनाव चिह्न चक्र ही था।जनता दल का जदयू और जनता दल सेकुलर के रुप में विभाजन हुआ था।उन्होंने कहा कि पार्टी इस संबंध में आयोग से मिलकर चुनाव चिह्न चक्र आवंटित करने का जल्द ही आग्रह करेगी। एक जदयू नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पार्टी को चुनाव चिह्न में भ्रम हो जान की वजह से करीब 15 हजार मतों का नुकसान हुआ।उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यदि जदयू को चक्र चुनाव चिह्न दे दिया जाता है तो भ्रम की स्थिति नहीं होगी और पार्टी को नुकसान नहीं होगा।