- माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य भी करेंगे शिरकत
- पटना के मुख्य इलाके में प्रदर्शन की अनुमति प्रदान नहीं करके सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ नीतीश-लालू ने जाहिर किया अपना खोखलापन.
पटना 5 दिसंबर 2015, वाम दलों के राष्ट्रव्यापी सांप्रदायिकता विरोधी सप्ताह के तहत कल 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद की 24 वीं शहादत पर पटना में वाम दल सांप्रदायिकता विरोधी मार्च आयोजित करेंगे. इस मार्च में सीपीआई, सीपीआइएम, भाकपा-माले, एसयूसीआइसी, अखिल हिंद फारवर्ड ब्लाक और आरएसपी के नेता-कार्यकर्ता भाग लेंगे. इस मार्च में भाकपा-माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य भी शामिल होंगे. यह मार्च लोकतंत्र, संविधान, शिक्षा-संस्कृति पर हो रहे हमले के खिलाफ आयोजित है.
उधर, माले राज्य सचिव कुणाल ने प्रशासन द्वारा पटना के मुख्य इलाके में सांप्रदायिकता विरोधी मार्च की अनुमति प्रदान नहीं करने की घटना की तीखी निंदा की है. उन्होंने कहा है कि पिछले कई वर्षों से 6 दिसंबर को यह मार्च पटना के मुख्य राजनीतिक इलाके फ्रेजर रोड, डाकबंगला चैराहा से गुजरता रहा है. लेकिन प्रशासन ने इस बार अनुमति प्रदान नहीं की है.
उन्होंने कहा कि बिहार की नीतीश सरकार सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने का दावा करती है. नीतीश कुमार कह रहे हैं कि भाजपा राम मंदिर की राजनीति कर रही है. लेकिन दूसरी ओर उनकी सरकार बाबरी मस्जिद की शहादत पर पहले से चली आ रही परंपरा को बाधित कर रही है. इससे साफ जाहिर होता है कि सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने का नीतीश का वादा पूरी तरह खोखला है और नीतीश-लालू इन ताकतों से मजबूती से नहीं लड़ सकते. ऐसी स्थिति में यह मार्च गेट पब्लिक लाइब्रेरी से 12 बजे निकलेगा और विधानसभा की ओर मार्च करेगा.