जमुई 06 दिसम्बर, बिहार में जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र से करीब एक सप्ताह पूर्व चोरी की गई जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की 2600 साल पुरानी कसौटी पत्थर निर्मित बेशकीमती मूर्ति को पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस अधीक्षक जयंतकांत ने आज यहां बताया कि कुछ स्थानीय युवक आज सुबह मार्निंग वॉक के लिए निकले थे और इसी दौरान उनकी नजर मूर्ति पर पड़ी। युवकों से मिली सूचना के बाद जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के बिछवे गांव के समीप सड़क किनारे से पुलिस ने मूर्ति को बरामद किया है। उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है लेकिन घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। बरामद मूर्ति पूरी तरह सुरक्षित है।
उल्लेखनीय है कि 28 नवंबर की रात को खैरा थाना क्षेत्र अंतर्गत जन्मस्थानम क्षेत्र से भगवान महावीर की कसौटी पत्थर से बनी तीन फीट ऊंची और ढ़ाई फीट चौड़ी मूर्ति को चोरों ने चुरा लिया था। इस मूर्ति की स्थापना भगवान महावीर के भाई नंदीवर्धन ने जन्मस्थानम में 2600 सौ वर्ष पहले कराई थी। कसौटी पत्थर से निर्मित मूर्ति की कीमत करोड़ों रुपए आंकी गयी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मामले की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो :सीबीआई : से कराने की अनुशंसा की थी। इस बीच मुख्यमंत्री ने मूर्ति की बरामदगी पर जांच अधिकारियों को बधाई दी है। उन्हों कहा कि मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा की गई थी लेकिन केन्द्रीय एजेंसी ने अभी केस हाथ में नहीं लिया था। उन्होंने कहा कि मामले की जांच में जो भी अधिकारी और बिहार पुलिस के लोग लगे थे वे बधाई के पात्र हैं।
उल्लेखनीय है कि 28 नवंबर की रात को खैरा थाना क्षेत्र अंतर्गत जन्मस्थानम क्षेत्र से भगवान महावीर की कसौटी पत्थर से बनी तीन फीट ऊंची और ढ़ाई फीट चौड़ी मूर्ति को चोरों ने चुरा लिया था। इस मूर्ति की स्थापना भगवान महावीर के भाई नंदीवर्धन ने जन्मस्थानम में 2600 सौ वर्ष पहले कराई थी। कसौटी पत्थर से निर्मित मूर्ति की कीमत करोड़ों रुपए आंकी गयी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मामले की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो :सीबीआई : से कराने की अनुशंसा की थी। इस बीच मुख्यमंत्री ने मूर्ति की बरामदगी पर जांच अधिकारियों को बधाई दी है। उन्हों कहा कि मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा की गई थी लेकिन केन्द्रीय एजेंसी ने अभी केस हाथ में नहीं लिया था। उन्होंने कहा कि मामले की जांच में जो भी अधिकारी और बिहार पुलिस के लोग लगे थे वे बधाई के पात्र हैं।