अधिकारी स्कूलों का सतत निरीक्षण करें-कलेक्टर श्री ओझा
कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने आज लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारियों से कहा कि वे सौंपे गए स्कूलों का सतत औचक निरीक्षण करना सुनिश्चित करें। उन्हांेने बताया कि आगामी टीएल बैठक में अधिकारियों के द्वारा स्कूलों के किए गए औचक निरीक्षण की विशेष तौर पर समीक्षा की जाएगी। कलेक्टर श्री ओझा ने बैठक के दौरान कहा कि पीडि़त किसानों को राहत राशि बैंको में उनके खातो मेें जमा कराए का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि वे समय-समय पर बैंको से सम्पर्क कर यह सुनिश्चित करें कि राहत राशि बैंक अपने पास तो नही रखी है। कलेक्टर श्री ओझा ने जिले में किए गए सिंचाई, खाद, बीज के प्रबंधन की जानकारी संबंधित विभागों के अधिकारियों से प्राप्त की। बैठक में जल संसाधन विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिले में निर्मित बडे़ एवं छोटे बांधो से कुल एक लाख 13 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जा रही है जो गतवर्ष से 11 हजार हेक्टेयर अधिक है। कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में खाद, बीज का भण्डारण डबल एवं सिंगल लाॅक में किया जा चुका है अब तक कही से भी खाद, बीज की कमी की शिकायते प्राप्त नही हुई है।
कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि जिन ग्रामों का मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायको, कमिश्नर और स्वंय के द्वारा भ्रमण किया गया है उन ग्रामों की प्राप्त शिकायतों के निराकरण हेतु आवेदन संबंधित विभागों को प्रेषित किए गए है जिस पर वे समय सीमा में कार्यवाही करना सुनिश्चित करंे। ऐसे विषय जिन पर जिला स्तर पर कार्यवाही संभव नही है उन मामलों को स्पष्ट रेखांकित करते हुए विभागाध्यक्ष से अद्र्व-शासकीय पत्र के माध्यम से पत्राचार किया जाए। कलेक्टर श्री ओझा ने अधिकारियों से कहा कि वे पूर्व उल्लेखितों के द्वारा जिन ग्रामों का भ्रमण किया गया है वहां फालोअप संबंधी जानकारियां अधीनस्थ अमले से संग्रहित करते रहे। कलेक्टर श्री ओझा ने जिले में निराश्रित महिलाओं, बच्चों के लिए क्रियान्वित योजनाओं के अलावा छात्रवृत्ति, आधार कार्ड, पचास लाख से अधिक की लागत के निर्माण कार्यो तथा कृषि मित्र नियुक्त करने की भी समीक्षा की। कलेक्टर श्री ओझा ने त्योंदा हाई स्कूल के पहुंच मार्ग में होने वाली दिक्कतों के संबंध में संबंधित विभाग को आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री हेल्प लाइन, मानव अधिकार आयोग, पीजी सेल, समाधान आॅन लाइन और जन शिकायत निवारण के प्राप्त आवेदनों पर अब तक संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा की गई कार्यवाहियों की बिन्दुवार जानकारियां प्रस्तुत की गई। जिला पंचायत के सभागार कक्ष में सम्पन्न हुई उक्त बैठक मेें अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, विदिशा एसडीएम श्री आरपी अहिरवार, जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ श्री भूपेश गुप्ता समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
झंडा दिवस पर कलेक्टर को बैच लगाया
सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर एनसीसी कैडेट एवं अधिकारियों ने सोमवार को कलेक्टर श्री एमबी ओझा से सौजन्य भेंट की और उन्होंने कलेक्टर को बैच लगाकर झंडा दिवस की शुरूआत की। जिला पंचायत के सभागार कक्ष में टीएल बैठक के दौरान एनसीसी की छात्राओं ने अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू भदौरिया, एसडीएम श्री आरपी अहिरवार सहित अन्य अधिकारियों को भी सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर बैच लगाया और संबंधितों के द्वारा सैनिकों के कल्याण हेतु सहयोग राशि भेंट की गई।
मुखौटा देख चैंके नहीं, जिले में स्नेह सम्मेलनों का आयोजन जारी
अगर घर के प्रवेश द्वार पर की दीवार पर किसी प्रकार का हरा, पीला, लाल रंग से बना हुआ मुखौटा दिखे तो जनसामान्य इससे चैंके ना। जिले में कुपोषण से जंग सुपोषण के संग के तहत स्नेह सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है जिसके तहत चिन्हित घर के प्रवेश द्वार की दीवार पर मुखौटा बनाकर इस बात को रेखांकित किया जा रहा है कि अमूक घर में रह रहा बच्चा सामान्य, मध्यम अथवा अतिकम वजन का है जिस पर विशेष ध्यान देने की बात है। जिले में जारी स्नेह सम्मेलन की क्रास माॅनिटरिंग महिला एवं बाल विकास विभाग के डीपीओ श्री देवेन्द्र सुंदरियाल के द्वारा कराई जा रही है। डीपीओ श्री सुंदरियाल ने स्वंय आज विदिशा शहरी क्षेत्र की आंगनबाडी केन्द्र क्रमांक 1/82 जो जानकी नगर में स्थित है का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने वहां उपस्थित बच्चों के वजन लेने तथा यूनिसेफ द्वारा कुपोषण से जंग सुपोषण के संग का प्रोफाइल कार्ड में अंकित की जाने वाली जानकारियांे का भी बारीकी से निरीक्षण किया। इस अवसर पर मौजूद डाक्टर प्रमोद मिश्रा ने बच्चों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया। परीक्षण के दौरान चार अति कम वजन के बच्चे पाए गए जिन्हें एनआरसी में भर्ती कराने की प्रक्रिया क्रियान्वित की गई है। डीपीओ श्री सुंदरियाल ने बताया कि स्नेह सम्मेलन के तहत जिन घरो में सामान्य, मध्यम एवं अति कम वजन के बच्चे है उन घरो की दीवारो पर मुखौटा के माध्यम से चिन्हांकन किया जा रहा है तदानुसार मुस्कुराता चेहरा हरे रंग का मुखौटा सामान्य बच्चा होने को दर्शाता है। इसी प्रकार सामान्य चेहरा और पीले रंग का मुखौटा जिस घर में बना पाया जाता है उस घर का बच्चा मध्यम वजन का है। जबकि दुःखी चेहरा और पीले लाल रंग से मुखौटा बना पाया जाने पर संबंधित घर में निवास कर रहा बच्चा अतिकम वजन का है। श्री सुंदरियाल ने आंगनबाडी केन्द्र में उपस्थित बच्चों के अभिभावकों से कहा कि वे अपने बच्चों को आंगनबाडी केन्द्रों पर नियमित भेजे, ऐसे बच्चे जो कम, अति कम वजन के पाए गए है उन पर विशेष नजर रखी जाएगी और उन्हें अतिरिक्त डाइट एवं चिकित्सक की देखभाल जैसी सुविधा विशेष तौर पर मुहैया कराई जाएगी।