नयी दिल्ली 08 दिसंबर, मोदी सरकार के बदले की राजनीति करने के कांग्रेस के आरोप को खारिज करते हुये वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि नेशनल हेराल्ड का मामला न्यायपालिका ने उठाया है और पार्टी को अदालत में जाकर अपनी बात रखनी चाहिए। राज्यसभा में कांग्रेस के भारी हंगामे की वजह से पांच बार के स्थगन के कार्यवाही पुन: शुरू होने पर विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह सरकार विपक्ष के साथ बदले की राजनीति कर रही है। इस पर श्री जेटली ने कहा कि यह सरकार किसी के साथ बदले की राजनीति नहीं कर रही है बल्कि यह काम कांग्रेस सरकार करती थी। उसने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के साथ बदले की राजनीति से काम किया था।
वित्त मंत्री ने श्री आजाद के बयान के बाद कांग्रेस सदस्यों के सदन के बीचोंबीच आकर हंगामा करने पर कडी आपत्ति जताते हुये कहा कि गलतबयानी करने के बाद इस तरह का रवैया उचित नहीं है। श्री आजाद के बयान से भ्रष्टाचार केन्द्र बिन्दु में आ गया है और सरकार अभी इस पर चर्चा कराने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि कल का मामला न्यायालय का है और कांग्रेस को वहां जाकर अपनी बात रखनी चाहिए। इससे पूर्व श्री आजाद ने कहा कि उप सभापति पी जे कुरियन सुबह से हंगामा करने का कारण पूछ रहे हैं, इसका बहुत बडा कारण है। सुबह से सदन में कामकाज नहीं हो सका है। उसका कारण दुखदायी है जो न:न सिर्फ कांग्रेस से बल्कि पूरे विपक्ष से जुडा है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार बदले की राजनीति से काम कर रही है। देश में जिस तरह का वातावरण दिख रहा है उससे लगता है कि दो तरह के कानून से देश चलाया जा रहा है। आम चुनाव के दौरान कांग्रेस मुक्त देश के साथ ही विकास और बडे बदलाव की बात की जा रही थी लेकिन अब ऐसा लगता है कि यह सरकार पूरे विपक्ष से मुक्त देश चाहती है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सदन का पूरा मानसून सत्र बेकार चला गया। कोई चर्चा नहीं हुयी और न:न ही कोई विधेयक पारित हो सका। पूरे सत्र में एक केन्द्रीय मंत्री और तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों का मुद्दा उठा था जो भ्रष्टाचार से जुडा हुआ था। इसके बाद भी कोई मामला दर्ज नहीं किया गया लेकिन उसके बदले में विपक्ष पर कार्रवाई शुरू की गयी। श्री आजाद ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के यहां उस दिन छापा मारा गया जब उनकी पुत्री की शादी होने वाली थी। कल की घटना भी उससे अलग नहीं है। उन्होंने कहा कि द्रमुक, बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, जनता दल यूनाइटेड, जनता दल सेकुलर के साथ भी बदले की कार्रवाई की जा चुकी है। तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद के पिता एवं एक उर्दू अखबार के संपादक को उठा ले जाया गया। यह बदले की राजनीति ही है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने कल नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके पुत्र राहुल गांधी को निचली अदालत में व्यक्तिगत रूप में पेश होने से छूट देने का अनुरोध करने वाली या़चिका को खारिज कर दिया था। कांग्रेस ने आज इसी संदर्भ में सरकार पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया।