नयी दिल्ली,09 दिसंबर, संसद नहीं चलने देने के अारोप पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अौर राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने अाज कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार का लोकतंत्र में विश्वास नहीं है और केन्द्रीय जांच एजेंसियों का खुलेआम दुरुपयोग किया जा रहा है। नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अदालत में घसीटे जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री आजाद ने यहां सवांददाताओं से कहा ‘ हम न्यायपालिका पर सवाल नहीं उठा रहे हैं। कांग्रेस हमेशा से ही न्यायपालिका का सम्मान करती रही है और अागे भी करेगी लेकिन जब कानून का इस्तेमाल राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ किया जाए तो चुप रहना संभव नहीं है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार का लोकतंत्र में विश्वास नहीं है, अगर होता तो वह ऐसी हरकतें नहीं करती जो कर रही है। कभी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) का तो कभी प्रवर्तन निदेशालय का इस्तेमाल विरोधियों को फंसाने के लिए हो रहा है। नेशनल हेराल्ड मामले में भी यही हुआ है। नेशनल हेराल्ड मामले में जिस कंपनी यंग इंडिया में वित्तीय अनियमितता की बात हो रही है, वह कंपनी कानून के तहत अनुच्छेद 25 के तहत बनायी गई कंपनी है ,जो गैर लाभकारी है और अपनी परिसंपत्तियाें को निदेशकों या शेयर धारकों को कतई नहीं दे सकती।
श्री आजाद ने कहा कि इस कंपनी के खिलाफ मामला बनाया गया तो ‘शुरु में हम लोग खुद प्रवर्तन निदेशालय गए और निदेशक को पूरी बात बताई , जिस पर उन्होंने मामला खत्म कर दिया था लेकिन केन्द्र सरकार के इशारे पर उस निदेशक का तबादला कर दिया गया और नए निदेशक की नियुक्ति की गई, जिन्होंने इस मामले को दाेबारा खोल दिया। यह कानून के दुरुपयोग का नहीं तो और क्या है। निश्चित तौर पर यह सब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा )नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी के लिए सरकार के इशारे पर हो रहा है। श्री आजाद ने कहा जब सरकार कानून को अपने इशारे पर नचाने पर उतर आई है तो फिर कांग्रेस अपनी आवाज संसद में नहीं तो और कहां उठाएगी। इसे लेकर उस पर व्यवधान का आरोप लगाना सही नहीं है।