नयी दिल्ली, 11 दिसंबर, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी सदस्य ज्याेतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य वीरेंद्र सिंह पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हुए कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और जनता दल यू के सदस्यों ने आज भी लोकसभा से बहिर्गमन किया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह मामला उठाने की कोशिश की लेकिन अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उन्हें इसकी अनुमति नही दी और प्रश्नकाल शुरू कर दिया। इस पर कांग्रेस के सदस्य अध्यक्ष के आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। वे सरकार के खिलाफ नारों वाली तख्तियां लिये हुये थे। तृणमूल कांग्रेस और जदयू के सदस्य भी अपनी सीटों पर खड़े होकर कांग्रेस का समर्थन कर रहे थे।
प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद श्री खड़गे ने अपनी बात रखते हुए कहा कि भदोही से भाजपा के सांसद ने हमारे सदस्यों के खिलाफ सदन में अपमानजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों पर भी अभद्र टिप्पणी की थी। अध्यक्ष और संसदीय कार्य मंत्री ने भी उनके बयान को अनुचित बताया है लेकिन फिर भी वह माफी मांगने को तैयार नहीं हैं और अपनी बात पर अड़े हुये हैं। श्री खड़गे ने आरोप लगाया कि सरकार चुप रहकर उनका समर्थन कर रही है और प्रधानमंत्री भी चुप हैं। उन्होंने कहा कि श्री सिंह को बिना शर्त माफी मांगनी चाहिये या फिर उन्हें निलंबित किया जाना चाहिये। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि सरकार समर्थन नहीं कर रही है, मंत्री ने खुद बयान को अनुचित बताया है।
तृणमूल के सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि अगर किसी के माफी मांगने से सदन की कार्यवाही सुचारू ढंग से चलती है तो इसमें क्या हर्ज है। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा कि कांग्रेस के सदस्य केवल अपनी बात करते हैं और एकतरफा कार्रवाई चाहते हैं। सदन में 543 सदस्य हैं और सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है। श्री सिंह के बयान को सदन की कार्यवाही से निकाल दिया गया है लेकिन कांग्रेस के सदस्य बहाना बना रहे हैं। इस पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और जदयू के सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गये। इन दलों के सदस्यों ने कल भी इसी मुद्दे पर लोकसभा से बहिर्गमन किया था और फिर दिनभर कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया था।