IMA बना 56,510 अफसर तैयार करने वाला सैन्य संस्थान
देहरादून 12 दिसम्बर : भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) की पासिंग आउट परेड में अंतिम पग पार कर शनिवार को 469 जांबाज कैडेट्स भारतीय सेनाओं का हिस्सा बन गए।इंडियन आर्मी चीफ जनरल दलबीर सिंह परेड में बतौर रिव्यूइंग ऑफिसर शामिल हुए। आईएमए की पीओपी में 137 रेगुलर कोर्स के कुल 382 जेंटलमैन कैडेट्स (एक्स एसीसी 57, डायरेक्ट एंट्री 104, एक्स एनडीए 221), 137 रेगुलर कोर्स के 50 फॉरेन जेंटलमैन कैडेट और 120 टेक्निकल ग्रेजुएट कोर्स के 87 जेंटलमैन कैडेट्स पासआउट हुए। कुल 469 जीसी आईएमए के ऐतिहासिक चेटवुड हॉल के सामने ड्रिल स्क्वायर के बाद अंतिम पग पार करके सेनाओं का हिस्सा बने। आर्मी चीफ जनरल दलबीर सिंह बतौर मुख्य अतिथि परेड की सलामी ली। वहीँ पांच मित्र राष्ट्रों के 50 विदेशी जीसी भी इस पासिंग आउट परेड से पासआउट हुए । जिनमे अफगानिस्तान के 31 जीसी, मालदीव के छह, ताजिकिस्तान के 10, नेपाल के दो और श्रीलंका का एक जीसी ने आईएमए से अंतिम पग पार किया। इस पासिंग आउट परेड के बाद देश की सेनाओं में सर्वोच्च ओहदा रखने वाले भारतीय सैन्य अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं की संख्या 56,510 पर पहुंच गई। आईएमए ने स्थापना से लेकर अब तक देश पर मर मिटने वाले जांबाज अफसर तैयार करने में इतिहास कायम किया है। आईएमए की ओर से मिली जारी जानकारी के मुताबिक जून 2015 की पासिंग आउट परेड संपन्न होते ही देश की सेनाओं को मिलने वाले जांबाज अफसरों की संख्या 56,041 पर पहुंच गई थी। शनिवार को पासिंग आउट परेड में 469 नए युवा सेनाओं में अफसर बन गए। इसके साथ ही आईएमए से पासआउट अफसरों की संख्या 56510 पर पहुंच गई। न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी आईएमए का अलग स्थान है। संस्थान से जून 2015 की पासिंग आउट परेड तक कुल 1813 फॉरेन जीसी पासआउट हो चुके थे।वहीँ शनिवार को 50 नए फॉरेन जीसी के साथ ही यह संख्या 1863 पर पहुंच गई। इस बार इस पासिंग आउट परेड के बाद देश की थल सेना इंफेंट्री को मिलेंगे सबसे अधिक अफसर मिले हैं . आईएमए की पासिंग आउट परेड से कुल 469 भारतीय जेंटलमैन कैडेट्स पासआउट हुए। इसमें से सबसे अधिक 132 अफसर इंफेंट्री को मिले। इसके बाद 99 अफसर आर्टिलरी को मिले। आर्मी सर्विस कोर को 34 अफसर मिल। आर्मी एयर डिफेंस को 27, इंजीनियर कोर को 26, सिग्नल्स को 23, मेकेनाइज्ड इंफेंट्री को 21, आर्म्ड कोर को 28, आर्मी ऑर्डिनेंस कोर को 25, इंजीनयर कोर को 26, इंटेलीजेंस को 7, एविएशन को 11 और आर्मी एजूकेशन कोर को 10 अफसर मिले।
उत्तराखंड फिर बना सेना को जांबाज देने में सर्वोच्च
हर घर एक फौजी की कहावत को चरितार्थ करते हुए एक बार फिर उत्तराखंड ने सेना को जांबाज देने में अपनी बादशाहत कायम की है। इस बार आईएमए की पीओपी में प्रदेश के 29 युवा पासआउट होकर सेना में अफसर बनेंगे। जनसंख्या के हिसाब से यह आंकड़ा अन्य राज्यों के मुकाबले सबसे ऊपर है। प्रदेश गठन के बाद से उत्तराखंड नंबर वन की पोजिशन पर कायम है। इंडियन मिलिट्री एकेडमी (आईएमए) की पासिंग आउट परेड से इस बार कुल 469 जेंटलमैन कैडेट्स पासआउट हुए। सबसे अधिक 74 जीसी उत्तर प्रदेश के हैं। संख्या के हिसाब से हरियाणा के 67 जीसी पासआउट होंगे। उत्तराखंड, बिहार और राजस्थान के 29-29 जीसी पासआउट होंगे। पंजाब और केरल के 28-28 जीसी पासआउट हुए। आंध्र प्रदेश के नौ, असम के पांच, चंडीगढ़ के 3, छत्तीसगढ़ के 6, दिल्ली के 23, गुजरात का 1, गोवा के 2, हिमाचल प्रदेश के 12, जम्मू-कश्मीर के 16, झारखंड के 7, कर्नाटक के 11, मध्यम प्रदेश के 20, महाराष्ट्र के 24, मणिपुर के 8, मेघालय का 1, नागालैंड का 1, उड़ीसा के 2, तमिलनाडु के 12, तेलंगाना के 7, त्रिपुरा का 1, पश्चिमी बंगाल के 12 जीसी पासआउट होकर सेना का हिस्सा बनें। इन राज्यों में जनसंख्या के हिसाब से देखें तो उत्तराखंड से पासआउट होने वाले जीसी की संख्या सबसे ऊपर है