नयी दिल्ली, 12 दिसंबर, टीम इंडिया के निदेशक रवि शास्त्री ने भारत की मेजबानी में हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 3-0 से मिली जीत के बावजूद शनिवार को कहा कि मौजूदा भारतीय बल्लेबाजों को टर्निंग पिचों पर स्पिनरों का सामना करने के लिये अपनी बल्लेबाजी में सुधार करने की आवश्यकता है। भारत ने वनडे और ट्वंटी-20 सीरीज हारने के बाद दक्षिण अफ्रीका को चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-0 के अंतर से हराया था। शास्त्री ने बीसीसीआई टीवी से कहा, “भारतीय टीम में समस्या यह है कि हमारे खिलाड़ी ज्यादा घरेलू क्रिकेट नहीं खेलते लेकिन यह उनकी गलती नहीं है। कार्यक्रम बेहद व्यस्त रहता है और इसलिये टर्निंग पिचों पर बल्लेबाजों को स्पिन का सामना करने के लिये काफी सुधार की जरुरत है।” पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, “टीम के खिलाड़ियों ने पिछले दो वर्षाें के दौरान विदेशों में क्रिकेट खेला लेकिन जब वे स्वदेश वापस लौटे तो यही पिच उन्हें विदेशी लगने लगी जबकि इसी पिच पर वे खेलकर बड़े हुए हैं। लेकिन यह सबक है।” उन्होंने तीसरे टेस्ट की दोनों पारियों में शानदार शतक लगाने वाले स्टार बल्लेबाज अजिंक्या रहाणे की जमकर तारीफ की।
उन्होंने कहा, “रहाणे को देखो। पहले टेस्ट में वह एक बार रक्षात्मक खेलते हुए और दूसरी बार आक्रामक शॉट खेलते हुए आउट हुआ लेकिन आपने दिल्ली में उन्हें खेलते हुये देखा। दिल्ली टेस्ट में उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की और रक्षात्मक तथा आक्रामक दोनों तरह का प्रदर्शन किया।” टीम इंडिया के निदेशक ने तेज गेंदबाज इशांत शर्मा, ओपनर शिखर धवन, ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, टीम इंडिया में वापसी करने वाले रवींद्र जडेजा और तेज गेंदबाज उमेश यादव की भी तारीफ की। इस मौके पर वह युवा टेस्ट कप्तान विराट कोहली की तारीफ करने से भी नहीं चूके। शास्त्री ने कहा, “नौ दिसंबर 2014 को युवा खिलाड़ी विराट ने पहली बार एडीलेड में भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी संभाली। एक साल बाद मैं कह सकता हूं कि वह टीम के ‘लीडर’ हैं और टीम के हर विभाग में सक्रिय है। वह सभी खिलाड़ियों से बातचीत करते हैं। कप्तान और खिलाड़ियों के बीच भरोसा होना बेहद जरुरी है”