नयी दिल्ली 14 दिसंबर, दाल, मसाले तथा अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतों में तेज बढ़ोतरी के कारण नवंबर महीने में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महँगाई लगातार चौथे महीने बढ़ते हुये 14 महीने के उच्चतम स्तर 5.41 प्रतिशत पर पहुँच गयी। महँगाई का इससे ज्यादा स्तर पिछले साल सितंबर (5.63 प्रतिशत) में दर्ज किया गया था। पिछले साल नवंबर में यह 3.27 प्रतिशत तथा इस साल अक्टूबर में पाँच प्रतिशत रही थी। इस साल जुलाई के बाद से लगातर खुदरा महँगाई बढ़ रही है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा आज यहाँ जारी आँकड़ों के अनुसार, नवंबर में खुदरा खाद्य मुद्रास्फीति भी लगातार चौथे महीने बढ़ते हुये आठ महीने के उच्चतम स्तर 6.07 प्रतिशत पर पहुँच गयी।
अाँकड़ों के अनुसार, पिछले साल नवंबर की तुलना में इस साल नवंबर में दालों तथा इनके उत्पादों के दाम में सबसे ज्यादा 46.08 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गयी। इसके अलावा मसाले के दाम 10.53 फीसदी, मिठाइयों सहित खाने पीने के तैयार सामान के दाम 6.69 फीसदी तथा तेलों एवं वसायुक्त पदार्थों के दाम 6.59 प्रतिशत बढ़े। सब्जियाँ चार प्रतिशत तथा फल दो प्रतिशत महँगे हुये। पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में सकारात्मक बेस अफेक्ट धीरे-धीरे कम होने से ईंधन एवं बिजली श्रेणी के उत्पाद भी साल दर साल आधार पर नवंबर में 5.28 प्रतिशत महँगे हो गये। शिक्षा की महँगाई दर 6.13 प्रतिशत तथा स्वास्थ्य सेवाओं की 5.31 प्रतिशत पर रही।
पान तंबाकू तथा अन्य नशीले पदार्थों के दाम 9.50 फीसदी, कपड़े तथा जूते-चप्पल के 5.76 फीसदी, हाउसिंग के 4.95 फीसदी तथा घरेलू सामान एवं सेवाओं के 5.20 फीसदी बढ़े हैं। सिर्फ चीनी तथा कॉन्फेक्शनरी उत्पादों की कीमतों में 8.62 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी। रिजर्व बैंक ने भी इस महीने की 01 तारीख को जारी पाँचवीं मौद्रिक एवं ऋण नीति की समीक्षा में कहा था कि नवंबर और दिसंबर में खुदरा महँगाई बढ़ने की आशंका है जबकि इसके बाद इसमें थोड़ी नरमी आ सकती है।