पटना 15 दिसम्बर, असहिष्णुता को लेकर अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन :राजग: के अंदर से भी आवाज उठने लगी है और अब लोक जनशक्ति पार्टी :लोजपा: के सांसद चौधरी महबूब अली कैसर के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तथा हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा :हम: (सेक्यूलर) के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने भी आज कहा कि देश में असहिष्णुता की बात से इंकार नहीं किया जा सकता । श्री मांझी ने यहां कहा कि देश में असहिष्णुता का माहौल है। यह बात अलग है कि यह कहीं अधिक दिख रहा है तो कहीं कम । उन्होंने कहा कि इस मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुद स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए ।
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ऐसे माहौल में जो लोग देश छोड़ने की बात कर रहे हैं, वे भी गलत है । वह इसका समर्थन नहीं करते हैं । उन्होंने कहा कि यदि उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अथवा किसी वरिष्ठ नेता से होती है तो वह यह बात उनके सामने रखेंगे ताकि इसका कोई हल
निकल सके । उधर बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा. प्रेम कुमार ने श्री मांझी के बयान पर असहमति जताते हुए कहा कि देश में कहीं भी असहिष्णुता का माहौल नहीं है । पिछले दिनों सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने भी कहा था कि देश में असहिष्णुता का माहौल कहीं नहीं है । इसे राजनीतिक कारणों से बेवजह तूल दिया जा रहा है । देश में हर तरफ शांति और भाईचारे का वातावरण है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सभी को अपनी बात कहने या रखने की इजाजत है लेकिन, ऐसा कुछ भी नहीं बोलना चाहिए जिससे लोगों की भावना आहत होती हों ।