पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के वकील ने गुरुवार को सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर कर विशेष अदालत को चुनौती दी है। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा है कि उनके खिलाफ राजद्रोह के मामले की सुनवाई की अनुमति विशेष अदालत को नहीं दी जानी चाहिए, बल्कि इसकी सुनवाई सैनिक अदालत में होनी चाहिए।
पूर्व सैनिक तानाशाह के खिलाफ वर्ष 2007 में देश में आपातकाल लागू करने और संविधान निलंबित करने के कारण राजद्रोह का मामला चलाया जा रहा है। आरोप साबित होने पर मुशर्रफ को मौत की सजा तक हो सकती है।
डॉन आनलाइन के मुताबिक, इससे पहले मुशर्रफ के खिलाफ सुनवाई करने के लिए गठित विशेष अदालत ने 21 फरवरी को बचाव पक्ष की सैनिक अदालत में सुनवाई करने की अपील पर आपत्ति जाहिर की थी।
अदालत ने कहा था कि पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ राजद्रोह का मामला सैनिक अदालत में नहीं चलाया जा सकता है और उन्हें 11 मार्च को अदालत में हाजिर होने के लिए समन किया था।