उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि आधी आबादी अर्थात महिलाओं को पीछे रखकर तरक्की नहीं की जा सकती। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सभी तरह की गैर-बराबरी को समाप्त करके ही समाज को प्रगति एवं खुशहाली के रास्ते पर ले जाया जा सकता है। मुख्यमंत्री राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नेशनल काउंसिल ऑफ वीमेन इन इंडिया व उप्र काउंसिल फॉर चाइल्ड वेल्फेयर द्वारा 'महिला एवं बालिकाओं के साथ होने वाले उत्पीड़न और हिंसा की रोकथाम तथा उनका सर्वागीण विकास'विषय पर आयोजित सेमिनार में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यदि परिवार में महिला खुश है, तो परिवार भी खुश एवं सुखी होता है तथा समाज में ऐसे परिवार का सम्मान भी बढ़ता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों को कम करने के लिए पहल घर से ही करनी पड़ेगी। इसके लिए जरूरी है कि बेटे और बेटी की परवरिश अलग-अलग तरह से न करके एक ही तरह से की जाए। यादव ने कहा कि आज देश में महिलाओं की संख्या कम हो रही है। महिलाओं की यह संख्या प्रदेश में भी कम हुई है। इस दिशा में हम सबको मिलकर सोचना पड़ेगा। जब महिला एवं पुरुष का अनुपात कम होता है, तो समाज में अनेक बुराइयां जन्म लेती हैं।
मुख्यमंत्री ने बालिकाओं से शिक्षा के क्षेत्र में आगे आने का आह्वान करते हुए कहा कि सामान्यतया लड़कियां पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन करती हैं। उन्होंने कहा कि अपने देश में महिलाओं ने राजनीति में भी महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्ष के रूप में महिलाएं काम कर चुकी हैं। सपा के युवा नेता ने कहा कि महिलाओं को सम्मान देना अपने देश की संस्कृति एवं परंपरा का हिस्सा है। अन्य देशों की तुलना में यहां पर महिलाओं को ज्यादा सम्मान दिया जाता है। अपने देश में राम और कृष्ण से पहले सीता और राधा का नाम लेते हुए सीता-राम और राधेश्याम कहने की परंपरा रही है।
यादव ने कहा कि समाजवादी, महिलाओं की समाज में समान भागीदारी के पक्षधर हैं। समाजवादी सरकार इस उद्देश्य के लिए लगातार प्रयत्नशील है। महिलाओं एवं बालिकाओं में सुरक्षा एवं आत्मविश्वास की भावना पैदा करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा वुमेन पावर लाइन '1090'सेवा संचालित की जा रही है।
उन्होंने कहा कि इस सेवा के नाम में हेल्पलाइन के स्थान पर पावर लाइन रखने के पीछे महिलाओं को अपनी ताकत का अहसास दिलाना ही, मकसद था। बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा कन्या विद्या धन योजना तथा 10वीं पास अल्पसंख्यक बालिकाओं के लिए आर्थिक सहायता जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 102 नेशनल एम्बुलेंस सेवा गर्भवती महिलाओं को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चलाई जा रही है। लैपटॉप वितरण योजना से बालिकाओं को भी बहुत फायदा हुआ है।