आमतौर पर तमाम चुनावी हादसे-अजूबे चुनावी प्रचार और मतदान के दौरान ही होते है। मतगणना केन्द्र इनसे अछूते ही रहते है, क्योंकि वहां रिटर्निंग अधिकारी सहित निर्वाचन, प्रषासन तथा पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी चप्पे-चप्पे पर तैनात जो होते हैं। यहां तक कि निर्वाचन परिणाम की घोषणा के बाद मतगणना केन्द्र के बाहर चाहे कभी-कभार संघर्ष की नौबत आई हो, पर बेहतरीन सुरक्षा व्यवस्था के चलते मतगणना केन्द्र भीतर से हादसों और अजूबों से महफूज ही रहते आए हैं। लेकिन विदिषा की फितरत तो यह है कि जो कहीं न होता है, वो यहां होकर रहता है और शायद यही वजह है कि यह हादसा यहां मतगणना के दौरान ही हुआ था।
घटना डेढ़ दषक से भी ज्यादा पुरानी है। एसएटीआई के हाॅलमें पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ आला हाकिमों की निगरानी में नगरपलिका निर्वाचन की मतगणना चल रही थी। एक वार्ड की मतगणना के दौरान वहां मतगणना अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ बैठे एक महिला प्रत्याषी के पुत्र ने अपना आपा खोते हुए वोटों की एक गड्डी मतगणना कर्मियों से छीनकर आनन-फानन में ही उसमें आग लगा दी। जाहिर है कि अपनी माताजी की पराजय उससे बर्दाष्त नहीं हुई और उसने वो बेहद संगीन जुर्म, अजूबे के तौर पर कर डाला था।
गौरतलब है कि तब तक मतगणना टेबिल पर गणना कर्मियों के साथ प्रत्याषियों अथवा उनके अधिकृत प्रतिनिधियों को बैठने की इजाजत रहती थी ताकि वे सुनिष्चित कर सकें कि मतगणना निष्पक्ष हुई। इसी वजह से वोट फाड़ने-जलाने वाला युवक भी वहां मौजूद था।
उसी निर्वाचन के बाद निर्वाचन प्रबंधन, जिला प्रषासन तथा पुलिस प्रषासन ने मतगणना टेबिल पर प्रत्याषियों अथवा उनके नुमाइंदों की मौजूदगी पर प्रतिबंध लगा दिया। उसके बाद ऐसे लोगों को टेबिल के पास लगी लोहे की जाली से मतगणना के अवलोकन की व्यवस्था की गई है, ताकि कोई भी वोटों अथवा गणना कर्मियों के साथ कोई बेजा हरकत नहीं कर पाए। उस हादसे ने शांति प्रिय प्रत्याषियों का मतगणना टेबिल पर बैठने का अधिकार छीन लिया है।
---जगदीश शर्मा---
टेलीफोन- (07592) 234603, 404141
मो.नं. - 088789-22139, 098273-69848, 095849-25840
E-Mail Id~ – jagdish_laljeesharma/yahoo.in