लोकसभा चुनावों के लिए उत्तर प्रदेश सहित कुछ अन्य राज्यों से भी शिव सेना द्वारा उम्मीदवार उतारे जाने पर भाजपा ने आज कहा कि इस दल से उसके संबंध अटूट हैं और दोनों दल मिल कर आगामी आम चुनाव में महाराष्ट्र में अधिकतम सीटों पर विजयी होंगे।
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने महाराष्ट्र के अलावा देश के अन्य स्थानों से भी शिवसेना द्वारा उम्मीदवार उतारे जाने के प्रश्न पर कहा, ‘जहां तक शिवसेना का सवाल है, भाजपा के उससे बहुत पुराने रिश्ते हैं। जब बालासाहब ठाकरे थे, वह केवल महाराष्ट्र में पहचाने जाने वाले नेता नहीं थे बल्कि पूरे देश में जाने जाते थे। उस समय भी भाजपा और शिव सेना के बहुत मजबूत और अटूट संबंध थे।’
सिंह ने कहा कि वह पूरे विश्वास के साथ कह सकते हैं कि भाजपा के साथ शिवसेना के रिश्ते किसी कीमत पर नहीं टूट सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर गठबंधन में कोई कमी है तो हम बातचीत से उसे सुलझा लेंगे। उन्होंने कहा कि समन्वय में अगर कुछ छोटे-मोटे मुद्दे हैं तो भाजपा के महाराष्ट्र मामलों के प्रभारी राजीव प्रताप रूडी सुलझा लेंगे।
रूडी ने कहा, आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हम मजबूती से साथ हैं और यह गठबंधन चुनावों में महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से अधिकतर पर विजय पाएगा। उधर शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का कहना है कि भाजपा से उसका गठबंधन महाराष्ट्र तक सीमित है।
शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि शिवसेना देश के अन्य क्षेत्रों में अपना विस्तार चाहती है। इसके लिए पार्टी उत्तर प्रदेश में 20 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। पार्टी ने बिहार में 5 और दिल्ली की सातों सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बनाया है। इस बीच उद्धव के पुत्र और युवा शिवसेना के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे ने कहा कि शिवसेना वाराणसी से नरेन्द्र मोदी और लखनऊ से राजनाथ सिंह के विरुद्ध उम्मीदवार नहीं उतारेगी। (एजेंसी)