आमरण अनशन
नरकटियागंज(पच) स्थानीय न्यु स्वदेशी सुगर मिल्स के कर्मचारियों का संगठन राष्ट्रीय श्रमिक संघ के तत्वाधान में 20 सूत्री मांगो के समर्थन में कर्मचारी नेता आर एन शर्मा ने चीन मिल प्रबंधन के मजदूरों के शोषण और मानवाधिकार उलंघन समेत 20 सूत्री मांगो के समर्थन में आमरण अनशन प्रारंभ किया। आमरण अनसन स्थल पर आन्दोलन कारियों पर हिटलरशाही दिखाते हुए मिल प्रबंधन की ओर से आये कप्तान रामायण ओझा ने माइक्रोफोन बन्द करने का आदेश दिया। उसके बाद संघ के अध्यक्ष अर्जुन भारतीय ने कहा कि उन्होने अपने आन्दोलन के लिए सारी विभागीय कार्रवाई पूरी कर ली हैं। अनुमण्डल प्रशासन व पुलिस प्रशासन से इसकी अनुमति ले ली गयी हैं। उधर मिल प्रबंधन का कहना था कि इस तरह की कोई सूचना प्रबंधन के पास नहीं है। उसके बाद संघ के सचिव संजय चैरसिया ने अपने कार्यालय की प्रति की छाया प्रति कप्तान रामायण ओझा के माध्यम से मिल प्रबंधन कों उपलब्ध कराया। अनशन पर बैठे श्री शर्मा ने बताया कि प्रबंधन द्वारा कभी आन्दोलनकारियों से वार्ता करने का कोई सार्थक पहल नहीं किया है। सचिव संजय चैरसिया का कहना है कि 29 दिसम्बर 2013 को कार्यपालक उपाध्यक्ष विनय मिश्र ने संघ के मजदूरहित पर प्रेम पूर्वक वार्ता को ठुकरा दिया। अध्यक्ष अर्जुन भारतीय ने कहा कि 20 सूत्री मांगो को लेकर जब तक पूरा करने का प्रयास नहीं किया जाएगा तब तक आन्दोलन जारी रहेगा। अनशनकारी आर एन शर्मा के साथ बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष (इन्टक) अब्दुल कलाम, बिहार प्रदेश सुगर वर्कर फेडरश्ेान के महामंत्री लक्ष्मी प्रसाद, जिला अध्यक्ष (इन्टक) केदार यादव, मझौलिया सुगर मिल्स युनियन के महामंत्री रामेश्वर महतो ने आरएन शर्मा के समर्थन में आवाज बुलन्द किया। आन्दोलन में चीनी मिल कर्मचारियों के नेता भोला सिंह, मनोज मिश्र, किरण शंकर प्रसाद, राजबलि, नथुनी, कैलास और मुखलाल हाजरा के अलावे अन्य आन्दोलन स्थल पर मौजूद दिखे। प्रशासन की ओर से तैनात दण्डाधिकारी डाॅ.चन्द्रशेखर तिवारी ने बताया कि आन्दोलनकारी शांतिपूर्ण ढंग से अनशन पर है और उनकी हालत ठीक है।
शीत लहर के बावजूद प्रशासन ने नहीं किया अलाव की व्यवस्था
नरकटियागंज(पच) अनुमण्डल क्षेत्र में शीत लहर का प्रकोप जारी हैं, जिससे जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। शीत लहर के प्रकोप से लोग घरों तक सिमट कर रह गये है। अनुमण्डल व स्थानीय प्रशासन द्वारा आपदा राहत कोष से प्रारंभिक दो दिन अलाव की व्यवस्था कुछ खास स्थानों पर कर, अपने कत्र्तव्यों की इतिश्री कर ली गयी। प्रखण्ड राजद ने प्रशासन की इस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि गरीबों की अनदेखी नीतीश की सरकार व प्रशासन कर क्या बताना चाहते हैं। राष्ट्रीय जनता दल की प्रखण्ड इकाई के अध्यक्ष शेख भोला व जिला महासचिव कमलेश तिवारी, सुरेश पाण्डेय, डाॅ. रामप्रकाश कुशवाहा एवं जिला प्रवक्ता राघवेन्द्र पाठक ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार दलित महादलित के नाम पर राजनीति की रोटी सेकती है लेकिन उनकी बस्ती और सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था नहीं कर रही हैं। उन्हे सिर्फ अधिकारियों की आवाज सुनाई देती है, गरीबों व जरूरतमन्दों की आवाज उनके कानों तक नहीं पहुँचती। उधर राजद सुप्रिमों राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की अपील पर कार्यकर्ता सचेत है और जरूरतमन्दों के बीच राहत कार्य चलाने को कृतसंकल्पित है।