दिल्ली पुलिस ने आज बिहार के पटना तथा बोधगया बम धमाकों का मास्टरमाइंड माने जाने वाले इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकवादी तहसीन अख्तर उर्फ मोनू को गिरफ्तार कर चार दिन में दूसरी बड़ी कामयाबी हासिल की।
दिल्ली के विशेष पुलिस आयुक्त (स्पेशल सेल) एस.एन. श्रीवास्तव ने मोनू की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। हालांकि, उन्होंने फिलहाल और कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया। बिहार के सीतामढ़ी जिले के मनियार गांव का रहने वाला मोनू पिछले साल 27 अक्टूबर को पटना में भारतीय जनता पार्टी के नेता नरेंद्र मोदी की रैली में और जुलाई 2013 में बिहार के ही बोधगया में हुये सिलसिलेवार धमाकों का मास्टरमाइंड माना जाता है।
पिछले चार दिनों में यह दिल्ली पुलिस की दूसरी बड़ी कामयाबी है। इससे पहले गत शनिवार को पुलिस ने राजस्थान से इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकवादी जियाउर्रहमान उर्फ वकास को उसके तीन अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार किया था। वकास पाकिस्तानी नागरिक है और वह 2011 में हुए मुंबई विस्फोट, 2010 में हुए वाराणसी विस्फोट, पिछले साल हुए हैदराबाद विस्फोट तथा 2010 में जामा मस्जिद के पास हुये आतंकवादी हमले में शामिल था।
मोनू ने भी वकास के साथ मिलकर कई आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया था। वह नेपाल के रास्ते बिहार होते हुये पाकिस्तान से आतंकवादियों को लाने ले जाने का काम भी करता था। पटना तथा बोधगया विस्फोटों के अलावा वाराणसी के शीतला घाट पर 07 दिसंबर 2010 को हुये विस्फोट में भी वह, वकास तथा आईएम के दो अन्य आतंकवादियों यासीन भटकल और हड्डी के साथ शामिल था।