नरेन्द्र मोदी ने आज वायदा किया कि सत्ता में आने पर वह कश्मीर का भाग्य बदलने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी की नीतियों को आगे बढ़ाएंगे। मोदी ने यहां के करीबी क्षेत्र हीरा नगर में पार्टी की पहली भारत विजय रैली के अपने संबोधन में कहा, वाजपेयी द्वारा दिखाए गए रास्ते -- इंसानियत, लोकतंत्र और कश्मीरियत -- को हम आगे बढ़ाएंगे( उन्होंने कहा कि अगर वाजपेयी सरकार को पांच और साल मिल गए होते, तो उससे कश्मीर का चेहरा बदल गया होता और समस्याएं खत्म हो गई होतीं। उनकी इस टिप्पणी को इस संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जा रहा है जिसमें राज्य में नेशनल कांफ्रेंस और विपक्षी पीडीपी जैसे मुख्यधारा के दलों के अलावा मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाला अलगाववादी हुर्रियत कांफ्रेंस का उदारवादी धड़ा भी पिछले कुछ दिनों से वाजपेयी द्वारा कश्मीर के लिए उठाए गए कदमों की सराहना कर रहा है।
रैली में आने से पहले माता वैष्णो देवी मंदिर का दर्शन करने वाले मोदी ने अपने संबोधन में अनुच्छेद 370 का इस बार कोई उल्लेख नहीं किया और न ही मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की उस चुनौती के बारे में कुछ कहा जिसमें उन्होंने उनसे खुली बहस करने को कहा है। मोदी की जम्मू क्षेत्र में यह दूसरी रैली थी। इससे पहले पिछले साल एक दिसंबर को उन्होंने रैली की थी, जिसमें राज्य को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 से हुई लाभ-हानि पर चर्चा करने की उनकी सलाह से विवाद खड़ा हो गया था।
राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा अनुच्छेद 370 पर बहस की चुनौती दिए जाने के बाद हालांकि न तो मोदी और न ही भाजपा ने इस विषय को उठाया। आज की मोदी की रैली में अवकाश प्राप्त आईपीएस अधिकारी फारूक खान भी मौजूद थे। जम्मू कश्मीर में आतंकवाद रोधी अभियानों में आगे रहे यह पूर्व पुलिस अधिकारी भाजपा में शामिल हो गए हैं। जम्मू के हीरानगर में भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं ब्याज समेत जनता का प्यार लौटाऊंगा। रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे जनता से इतना प्यार मिल रहा है कि इसको लौटाना जरुरी है। इसे मैं विकास करके लौटाऊंगा। उन्होंने कहा कि बुराईयों पर भारत विजय पाना चाहता है और 30 साल से जम्मू लहूलुहान हो गया है। उन्होंने कहा कि यूपीए ने 'जय जवान, जय किसान'नारे को बदल दिया है, अब कांग्रेस का नारा है 'मर जवान, मर किसान'।