सतह से सतह तक मार करने वाले मध्यम दूरी के प्रक्षेपास्त्र पृथ्वी द्वितीय का आज चांदीपुर के इंटीग्रेटिड टेस्ट रेंज में समुद्र पर सफलता पूर्वक परीक्षण किया गया। रक्षा सूत्रों ने बताया कि पृथ्वी मिसाइल को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने पूर्ण रूप से स्वदेश में विकसित किया है। यह परीक्षण सुबह नौ बजकर 45 मिनट पर किया गया। लगभग 350 किलोमीटर तक मार करने वाली पृथ्वी द्वितीय ने सफलतापूर्वक अपने लक्ष्य को भेदा।
सूत्रों ने बताया कि पृथ्वी द्वितीय युद्धकाल में महत्वपूर्ण शस्त्र साबित होगी। यह 350 किलोमीटर तक 500 किलोग्राम मुखास्त्र ले जाने में सक्षम है। इसकी वजन क्षमता को 1000 किलोग्राम तक बढ़ाया जा सकता है। इंटीग्रेटिड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम के विकसित की जा रही पांच मिसाइलों में से पृथ्वी महत्वपूर्ण मिसाइल है। पृथ्वी द्वितीय के परीक्षण के मौके पर कई वरिष्ठ वैज्ञानिक और अधिकारी मौजूद थे।