एक चुनाव पूर्व सर्वेक्षण में अनुमान जाहिर किया गया है कि बिहार में भाजपा-लोजपा गठबंधन को लोकसभा की 21 से 29 सीटें मिल सकती हैं लेकिन भगवा पार्टी को पश्चिम बंगाल में खाली हाथ लौटना पड़ सकता है जहां तृणमूल कांग्रेस को 23 से 29 सीटों पर जीत मिलने की संभावना है.
सर्वेक्षण के अनुसार, बिहार में जनता दल यू को मुश्किल से दो से पांच सीटें मिलेंगी जबकि कांग्रेस,राजद,राकांपा गठबंधन को सात से 13 सीटें मिल सकती हैं. ओडिशा में बीजद 10 से 16 सीटें झटक सकती है जबकि भाजपा तीन से सात सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी जबकि कांग्रेस को करीब चार सीटों के साथ तीसरे स्थान पर जाना पड़ सकता है.
सर्वेक्षण में कहा गया है कि अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप के लिए बहुत संभव है कि वह तीन राज्यों, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अपना खाता ही नहीं खोल पाए. असम में कांग्रेस के मत प्रतिशत में नौ फीसदी के सुधार और पश्चिम बंगाल तथा झारखंड में 2009 के चुनावों के मुकाबले मामूली सुधार होने की बात कही गयी