भारत ने स्पष्ट किया है कि नेपाल में छाए गंभीर बिजली संकट के लिए वह जिम्मेवार नहीं है। संकट से निपटने में अधिकारी जुटे हुए हैं। भारत ने हालांकि कहा है कि वह नेपाल में बिजली की कमी को दूर करने में मदद करेगा और इस दिशा में कुछ ठोस कदम उठाए गए हैं।
नेपाली मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चूंकि भारत ने नेपाल विद्युत प्राधिकरण (एनईए) को भारतीय इलाके में पारेषण लाइनों को सुधारने की इजाजत नहीं दी इसकी वजह से लोड शेडिंग बढ़ गई।
नेपाल में उत्पादन और वितरण करने वाली एकमात्र विद्युत कंपनी एनईए ने कहा है कि बारिश के मौसम के मुकाबले अन्य समय में बिजली की मांग 100 मेगावाट से ऊपर हो जाती है। बिजली गुल रहने के पीछे नदियों में पानी का स्तर घट जाना बताया जा रहा है। जलस्तर घट जाने से बिजली का उत्पादन गिर गया है।