- विशेष बैंक की स्थापना और नॉन बैंकिंग फाइनेंस कम्पनियों को मजबूत करने की कि मांग
देश के व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने रिज़र्व बैंक के गवर्नर श्री रघुराम राजन द्वारा छोटे व्यापारियों और कम आय वाले लोगों को वित्तीय सहायता देने के सम्बन्ध में गठित नचिकेत मोर कमेटी की सिफारिशों का स्वागत करते हुआ कहा है की छोटे व्यापारियों और कम आय वाले लोगों को बैंकों द्वारा कतई वित्तीय सहायता नहीं दी जाती ऐसे में नचिकेत मोर कमेटी की सिफारिशों पर रिज़र्व बैंक और भारत सरकार को तुरंत गौर करते हुए एक उपरोक्त वर्गों के लिए एक सामानांतर वित्तीय व्यवस्था विकसित करनी बेहद आवश्यक है! इससे व्यापार और लघु उद्योग को बढ़ावा मिलेगा वहीँ दूसरी ओर सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा !
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी.सी.भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा की स्वयं नचिकेत मोर कमेटी ने स्वीकार किया है की देश में लगभग 90 % छोटे कारोबारियों और कम आय वाले लोगों को स्थापित वित्तीय संस्थाओं जिनमें सरकारी बैंक भी शामिल हैं से कोई वित्तीय सहायता नहीं मिलती है वहीं दूसरी ओर ग्रामीण एवं शहरी जनसख्यां के लगभग 60 % लोंगों का कोई बैंक अकाउंट तक नहीं है ! इस से साफ़ जाहिर होता है की बैंक ओर सरकारी वित्तीय संसथान छोटे व्यापारियों ओर कम आय वाले लोगों को वित्तीय सहायता देने में बेहद असफल साबित हुए हैं जो बेहद चिंताजनक है !
श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा की वर्त्तमान में छोटे व्यापारियों ओर कम आय वाले लोगों को अपनी वित्तीय आवश्यकताओं के लिए निजी मनी लेंडर्स पर निर्भर रहना पड़ता है जो कोई स्वस्थ पद्दति नहीं है ! उन्होंने कहा की नचिकेत मोर कमेटी ने इन वर्गों के लिए एक "विशेष बैंक"स्थापित करने की सिफारिश की है जो बेहद तार्किक सुझाव है ! उन्होंने ने यह भी कहा की छोटे व्यापारियों ओर कम आय वाले लोगों को आर्थिक सहायता देने में नॉन बैंकिंग फाइनेंस कम्पनियां भी एक महतवपूर्ण भूमिका निभा रही है जो केवल छोटे व्यापारियों ओर कम आय वाले लोगों को ही ऋण देती हैं ! विशेष बैंक स्थापित करने के साथ साथ नॉन बैंकिंग फाइनेंस कम्पनियों को भी सुदृढ़ किया जाए ओर उनके लिए बैंकों से अलग एक विशेष दिशा निर्देश जारी किये जाएँ तो छोटे व्यापारियों ओर कम आय वाले लोगों की वित्तीय आवश्यकता की पूर्ती काफी हद तक की जा सकती है !
दोनों व्यापारी नेताओं ने कहा की नचिकेत मोर कमेटी ने अपनी सिफारिशों में यह भी कहा है की देश भर में ऐसे बैंक अथवा वित्तीय संसथान स्थापित किये जाएँ जहाँ केवल 15 मिनट में ही पहुँच कर पैसा जमा करना, निकालना या भुगतान करना सम्भव हो सके ! कमेटी का यह सुझाव भी छोटे व्यापारियों ओर कम आय वाले लोगों को वित्तीय सहायता समय से उपलब्ध कराने में बेहद क्रन्तिकारी साबित होगा !
श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा की कैट नचिकेत मोर कमेटी का बेहद गहराई से अध्यन करने के पश्चात् इस मुद्दे को रिज़र्व बैंक के गवर्नर ओर भारत सरकार के साथ जोर शोर से उठाएगा जिस से देश भर में फैले 6 करोड़ से अधिक छोटे व्यापारियों ओर बड़ी संख्यां में कम आय वाले लोगों को वित्तीय सहायता के लिए दर दर भटकना न पड़े !
---विजयेन्दर शर्मा---