भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने आज ए॰आई॰एस॰एफ॰ के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में बिहार विधान सभा पर प्रदर्शन करने जा रहे प्रदर्शनकारियों पर बर्बर लाठीचार्ज की सख्त निन्दा की है। पार्टी ने गिरफ्तार छात्रों को रिहा करने एवं उनपर किए गए झूठे मुकदमें वापस लेने की भी मांग की है।
आज यहां जारी अपने बयान में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव ने कहा है कि आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन की बिहार इकाई ने पहले से घोषित अपने कार्यक्रम के मुताबिक आज अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद वली उल्ला कादरी के नेतृत्व में हजारों की संख्या में उपस्थित होकर गाँधी मैदान, पटना से बिहार विधान सभा की ओर मार्च किया। छात्र-छात्राओं के इस जुलुस को पहले तो डाकबंगला पर रोकने का पुलिस ने प्रयास किया। पर इसमें विफल होने पर जब जुलूस आयकर गोलम्बर होते हुए आर॰ ब्लाॅक चैराहे पर पहुँचा तो वहां पर पहले से उपस्थित पुलिस ने छात्रों पर बर्बर लाठीचार्ज किया जिसमें ए॰आई॰एस॰एफ॰ की बिहार इकाई के राज्य सचिव सुशील कुमार समेत अनेक छात्रों का सरफट गया और हड्डी टूट गयी। पुलिस ने ए॰आई॰एस॰एफ॰ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्याध्यक्ष परवेज आलम और राज्य के कोषाध्यक्ष हरेन्द्र पंडित समेत अनेक छात्राओं को भी सड़क पर घेरकर बुरी तरह पीटा जिसमें हरेन्द्र पंडित का पैर टूट गया। पुलिस ने छात्राओं को भी नहीं छोड़ा। राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि पुलिस की यह कार्रवायी अजनतांत्रिक है और अत्यन्त ही निन्दनीय है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी उसकी सख्त निन्दा करती है और बर्बर पिटायी के बाद झूठे मुकदमें करके विभिन्न थानों में गिरफ्तार छात्र-छात्राओं को अविलम्ब रिहा करने एवं उन पर किए गए झूठे मुकदमे को वापस करने की मांग करती है।