बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को औरंगाबाद में एक बारूदी सुरंग विस्फोट के बाद घायल हुए जवानों को उचित चिकित्सा उपलब्ध नहीं कराए जाने के आरोप को नकारते हुए कहा कि चिकित्सा में कहीं कोई कोताही नहीं बरती गई है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि घायलों को तत्काल चिकित्सा मुहैया कराई गई थी और सरकारी हेलीकॉप्टर भी उपलब्ध था। उन्होंने कहा कि घायल जवानों को तत्काल औरंगाबाद में प्राथमिकी चिकित्सा के बाद रांची और गया भेजा गया था।
उन्होंने कहा कि उन्हें जानकारी दी गई है कि किसी भी जवान की मौत चिकित्सा में देरी के कारण नहीं हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि घायल जवानों का इलाज अभी भी रांची और पटना में किया जा रहा है। नीतीश ने यह भी कहा कि इस मामले की जांच कराई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि औरंगाबाद जिले के ढिबरा थाना क्षेत्र में बरंडा मोड़ के पास भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की ओर से बिछाई गई बारूदी सुरंग को निष्क्रिय करने के दौरान हुए विस्फोट में सीआरपीएफ के दो जवान और एक डिप्टी कमांडेंट शहीद हो गए तथा अन्य आठ लोग घायल हो गए।