देश के शेयर बाजारों में बुधवार को तेजी दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी अपने अब तक के जीवनकाल के नए ऐतिहासिक उच्च स्तर पर बंद हुए। साथ ही इस दौरान दोनों सूचकांकों ने नया ऐतिहासिक उच्च स्तर भी छुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 358.89 अंकों की तेजी के साथ 22,702.34 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 101.15 अंकों की तेजी के साथ 6,796.20 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स 45.76 अंकों की तेजी के साथ 22,389.21 पर खुला और 358.89 अंकों यानी 1.61 फीसदी तेजी के साथ 22,702.34 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 22,740.04 के ऐतिहासिक ऊपरी और 22,379.95 के निचले स्तर को छुआ। सेंसेक्स के 30 में से 26 शेयरों में तेजी दर्ज की गई। सन फार्मा (6.91 फीसदी), एक्सिस बैंक (4.44 फीसदी), टाटा मोटर्स (4.40 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (4.18 फीसदी) और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (4.05 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी देखी गई।
सेंसेक्स के गिरावट वाले चार शेयरों में रहे इंफोसिस (1.16 फीसदी), ओएनजीसी (0.95 फीसदी), टीसीएस (0.72 फीसदी) और विप्रो (0.49 फीसदी)। निफ्टी 26.95 अंकों की तेजी के साथ 6,722.00 पर खुला और 101.15 अंकों यानी 1.51 फीसदी तेजी के साथ 6,796.20 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबारों में निफ्टी ने 6,808.70 के ऐतिहासिक ऊपरी और 6,705.10 के निचले स्तर को छुआ।
सेंसेक्स और निफ्टी ने इससे पहले तीन अप्रैल को क्रमश: 22,620.65 और 6,776.75 के तब तक के ऐतिहासिक उच्च स्तर को छुआ था और दो अप्रैल को क्रमश: 22,591.49 और 6,752.55 के ऐतिहासिक ऊपरी स्तर पर बंद हुए थे। बुधवार को बीएसई के मिडकैप सूचकांक और स्मॉलकैप सूचकांक में भी तेजी दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 120.03 अंकों की तेजी के साथ 7,285.39 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 146.28 अंकों की तेजी के साथ 7,427.35 पर बंद हुआ।
बीएसई के 12 में से 10 सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। बैंकिंग (3.45 फीसदी), धातु (2.26 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (2.21 फीसदी), रियल्टी (1.85 फीसदी) और पूंजीगत वस्तुएं (1.83 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई। बीएसई के दो सेक्टरों सूचना प्रौद्योगिकी (1.09 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.84 फीसदी) में गिरावट रही। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,878 शेयरों में तेजी और 909 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 110 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।