Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all articles
Browse latest Browse all 78528

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (09 जनवरी )

$
0
0
थाने-चौकियों की बोली लगा रहे हैं केवल खुराना: रघुनाथ नेगी
  • भूमाफियाओं और शराब माफियाओं को संरक्षण दे रही पुलिस

raghunath negi
देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। उत्तराखण्ड पुलिस पर शराब माफियाओं एवं भूमाफियाओं से मिलकर धन वसूली किए जाने के आरोप तो लगातार लगते रहे हैं, लेकिन एसएसपी देहरादून केवल खुराना के खिलाफ जन संघर्ष मोर्चा ने थानों से हर महीने लाखों रूपये वसूल किए जाने, निलंबित एवं लाईन हाजिर किए गए पुलिसकर्मियों, हरिद्वार में तैनाती के दौरान रैंकर्स परिक्षा में पुलिसकर्मियों को न बैठने देने एवं कांस्टेबलों को एपी से सीपी सहित थाना चौकियों की खुली बोली लगाए जाने के मामले में जांच को लेकर डीजीपी को शिकायती पत्र सौंपा है। जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने उत्तराखण्ड के पुलिस महानिदेशक बीएस सिद्धू से मुलाकात कर जनपद के एसएसपी केवल खुराना के खिलाफ विभिन्न मामलों को लेकर मोर्चा खोल दिया है, वहीं एसएसपी पर थाने-चौकियों को बेचे जाने के आरोप लगाते हुए शराब एवं भूमाफियाओं को संरक्षण प्रदान कर जनपद में कानून व्यवस्था का माखौल उड़ाने की बात भी कही गई है। डीजीपी को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि जनपद के एसएसपी केवल खुराना द्वारा राजपुर थाना क्षेत्र में बरामद किए गए नोटों के मामले में दोबरा जांच की जानी चाहिए साथ ही कोतवाली क्षेत्रों से संबंधित मामलों की जांच वसंत विहार थाने में हस्तांतरित किए जाने की भी जांच होनी चाहिए, क्योंकि पिछले काफी समय से कोतवाली से जांचों को वसंत विहार थाने में भेजा जा रहा है और वर्ष 2013 में सहसपुर थाने में दर्ज बंसीवाला स्थित भूमि संबंधी मामले में एक तथाकथित चिकित्सक को मुकदमे से बाहर किया गया है साथ ही हरिद्वार में बतौर एसएसपी तैनाती के दौरान केवल खुराना द्वारा रैंकर्स परिक्षा में बैठने वे वंचित किए गए पुलिसकर्मियों का भविष्य चौपट किया गया है, जिस मामले की जांच भी की जानी बेहद जरूरी है। मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने ज्ञापन में कहा है कि हरिद्वार में कांस्टेबलों को एपी से सीपी व सीपी से एपी मामलों में उत्पीड़न किया गया है और इसके साथ ही प्रतिमाह दो से तीन करोड़ रूपये की वसूली शराब, खनन व भूमि संबंधी मामलों में खुलकर थाने चौकियों से की जा रही है। जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जनपद देहरादून की पुलिस थाने चौकियों को बेचकर वहां तैनात पुलिसकर्मियों की खुलकर बोली लगा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जनपद के एसएसपी केवल खुराना अपने कार्यकाल में उत्तराखण्ड का नाम डुबोने के कई कीर्तिमान स्थापित कर चुके हैं और अवैध खनन व अवैध शराब के कारोबार को देहरादून से बड़े पैमाने पर संचालित किया जा रहा है और इस कारोबार में हिमाचल व चंडीगढ़ के कई शराब व खनन माफियाओं को फायदा पहुंचाया जा रहा है, वहीं भूमि पर कब्जा दिलाने एवं भूमाफियाओं से प्रत्येक माह दो से तीन करोड़ रूपये का कारोबार एसएसपी केवल खुराना द्वारा संचालित किया जा रहा है और जनपद की विभिन्न थाना चौकियों में अधिकारियों को मनमानी पोस्टिंग के जरिए बहुत बड़ा करोबार भी संचालित किया जा रहा है। ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया है कि जनपद के एसएसपी केवल खुराना द्वारा अपने कार्यकाल में अब तक किए निलंबित एवं लाईन हाजिर विभिन्न अधिकारियों एवं कर्मचारियों में से अधिकतर वो लोग थे, जो अवैध खनन एवं अवैध शराब व भूमाफियाओं का खुलकर विरोध करते थे और पूरा हिस्सा पहुंचाने में नाकाम रहते थे। ज्ञापन में राजपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बरामद किए गए करोड़ों रूपये के मामले की दोबारा से जांच करवाए जाने की मांग की गई है और इसके साथ ही जनपद के भीतर पुलिसकर्मचारियों को का उत्पीड़न समाप्त करने की मांग भी की गई है। साथ ही एसएसपी केवल खुराना पर यह भी आरोप लगाया गया है कि वे विभिन्न थानों और कोतवाली की खुलकर बोली लगा रहे हैं और प्रत्येक माह पांच से दस लाख रूपये की विभिन्न थाने चौकियों से वसूली करने में जुटे हैं। ज्ञापन में जनपद एसएसपी केवल खुराना के विभिन्न क्रियाकलापों एवं अनियमितताओं की जांच किसी वरिष्ठ अधिकारी से कराए जाने की मांग की गई है, जिससे ईमानदार एवं कर्मठ पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ सके और आम जनता को माफियाराज से मुक्ति मिल सके। वहीं इस मामले में जब जनपद के एसएसपी केवल खुराना से फोन पर बात करनी चाही तो उन्होंने एक मीटिंग का हवाला देते हुए कुछ समय बाद बात करने की बात कहकर फोन काट दिया।

मनोनयन पर मण्डी समितियांे के अंदर गुटबाजी की राजनीति भारी

देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। लोकसभा चुनाव एवं पंचायत चुनाव से पहले सरकार कार्यकर्ताओं को लुभाने के खेल में जुट गई है। इसी कड़ी में प्रदेश की मण्डी समितियो में अध्यक्ष एवं सदस्यों की तैनाती शुरू कर दी गई है। इसे लेकर जहां कांग्रेस गुटों में बंटे हुए नजर आ रहे हैं, वहीं अपने-अपने खेमें के लोगों को लाभ पहुंचाने में भी राजनेता पीछे हटते नहीं दिख रहे। हरिद्वार जिले की दो कृषि उत्पादन मण्डी समितियो में पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है। भगवान में देवेन्द्र कुमार को अध्यक्ष, राव असलाक को उपाध्यक्ष, गदरपुर मण्डी समिति में विकास तनेजा को उपाध्यक्ष एवं ओबीसी कोटे से भूप सिंह को सदस्य नामित किया गया है, जबकि तालीम हसन, रूप सिंह चौधरी, मनोज चौधरी व बलधारी को भगवानपुर में सदस्य के रूप में नामित किया गया है। वहीं कृषि उत्पादन मण्डी समिति ज्वालापुर में संजय चोपड़ा को अध्यक्ष, अरशद ख्वाजा को उपाध्यक्ष, सदस्य के रूप में मीरा गिरी, गिरधारी लाल, राजेन्द्र जाटव, नजाकत अली, संजय चौहान को नामित किया गया है। प्रमुख सचिव कृषि डा. रणवीर सिंह की ओर से इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है। इन तैनातियों के बाद प्रदेश में दूसरा गुट नाराज नजर आ रहा है और विरोध के स्वर भी उठते हुए दिख रहे हैं, इससे पूर्व भी मण्डी समिति में मनोनयन को लेकर विरोध के स्वर सामने आ चुके हैं, तब सरकार ने फजीहत से बचने के लिए मण्डी समितियों में मनोनयन पर रोक लगा दी थी, लेकिन अब लोकसभा एवं पंचायत चुनाव को देखते हुए फिर से मनोनयन जारी कर दिए गए हैं। बताया जाता है गदरपुर में जिन कांग्रेसी नेताओं की तैनाती की गई है, उन्हें शिल्पी अरोड़ा गु्रप का करीबी माना जाता है, जबकि हरिद्वार में की गई तैनाती कृषि मंत्री डा. हरक सिंह रावत के करीबीयों की की गई है। 

राज्य कैबिनेट बैठक में लिए गए कई महत्वपूर्ण फैसले
  • सेवा का अधिकार विधेयक पर लगी मुहर

देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। उत्तराखण्ड सरकार ने आम जनता के लिए मिशन 2014 और पंचायत चुनाव के मद्देनजर राहत का पिटारा खोल दिया। खण्डूडी सरकार द्वारा बनाए गए सेवा का अधिकार अधिनियम-2011 में संसोधन करते हुए पुरानी व्यवस्था बहाल की गई है। कैबिनेट ने इस बाबत संशोधित विधेयक के मसौदे को मंजूरी दी। पिछली खंडूड़ी सरकार के लोकायुक्त अधिनियम के साथ जोड़े गए सेवा का अधिकार अधिनियम की व्यवस्था खत्म कर इसे अब अलग से लागू कर दिया गया है। कैबिनेट में लिए गए अन्य महत्वपूर्ण निर्णयों के अनुसार सरकारी अस्पतालों में अब सभी लोगों को (बीपीएल के साथ एपीएल) जेनेरिक दवाएं मुफ्त मिलेंगी। वहीं उत्तराखंड चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा नियमावली 2014 को मंजूरी भी दी गई, जबकि चिकित्सकों का अलग-अलग संवर्ग खत्म कर एक ही संवर्ग बनाने पर मुहर लगा दी गई है। वहीं शहरी निकायों में कार्यरत अस्थायी कर्मचारियों को स्थाई करने का भी निर्णय लिया गया है। वहीं राजकीय महकमों के लिए बनाई गई नई नियमावली निकायों पर भी लागू होगी। वहीं सात नगर निकायों को अपग्रेड कर नगरपालिका बनाने पर मुहर लगाई गई है। जांबाज वीरों और उनके परिजनों को सौगात के रूप में वीरता पुरस्कारों की राशि बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया है। टैक्सटाइल उद्योगों को टैक्सटाइल पार्क की स्थापना को खासी रियायतें दी गई हैं तो केबल टीवी और डीटीएचयुक्त होटलों को 18 माह मनोरंजन कर से छूट मिलेगी। सचिवालय में कैबिनेट बैठक में बुधवार देर शाम तक कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। कैबिनेट ने सेवा का अधिकार (संशोधन) विधेयक को मंजूरी दी है। सेवा का अधिकार अधिनियम 2011 की धारा 12 से 18 तक प्रदान की जाने वाली सेवाओं के न मिलने और दूसरी अपील में असंतुष्ट होने पर पुनरीक्षण का प्रावधान किया गया था। पुनरीक्षण का यह अधिकार लोकायुक्त अधिनियम 2011 में लोकायुक्त को देते हुए सेवा का अधिकार अधिनियम की धारा 12 से 18 को निरसित किया गया था। लोकायुक्त अधिनियम को निरसित करने का निर्णय लिया जा चुका है। लिहाजा सेवा का अधिकार अधिनियम की उक्त धाराएं दोबारा बहाल की गई हैं। इसके लिए धारा 10, 12 और 13 में संशोधन प्रस्तावित किए गए हैं। 60 दिन के भीतर सेवा का अधिकार से संतुष्ट नहीं होने पर आयोग में अपील की जा सकेगी। आयोग के गठन को भी मंजूरी दी गई है। वहीं कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (संशोधन) अधिनियम 2014 को मंजूरी दी गई। इसके मुताबिक विश्वविद्यालय कार्मिकों की सेवानिवृत्ति की आयु तय करने का अधिकार राज्य सरकार को दिया गया है। विश्वविद्यालय की परिनियमावली सरकार ही बनाएगी। कृषि एवं वानिकी विश्वविद्यालय भरसार में नए कोर्स पर्वतीय कृषि, पशुपालन, मत्स्य, खाद्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को मंजूरी दी गई। सात नगर निकायों भगवानपुर, शिवालिकनगर (दोनों हरिद्वार), ढालवाला (ऋषिकेश), घनसाली (टिहरी), सतपुली (पौड़ी), बेरीनाग (पिथौरागढ़) और बनबसा (चंपावत) को अपग्रेड कर नगरपालिका का दर्जा दिया गया है। 

कार्य योजना को केन्द्र द्वारा मूर्त रूप दिये जाने लगा

हल्द्वानी/देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। आकाशवाणी रामपुर की कार्यक्रम निदेशक श्रीमती मंदीप कैार ने बताया कि नैनीताल व उधमसिह नगर जनपदों के विभिन्न क्षेत्रेां मे कार्यरत लोगो की वार्ताओं, कहानियो एवं कविताओं का प्रसारण किये जाने की कार्य योजना को केन्द्र द्वारा मूर्त रूप दिये जाने लगा है। सूचना विभाग के सहायक निदेशक योगेश मिश्रा द्वारा विभिन्न क्षेत्रो की प्रतिभाअेां का चयन कर उनका विवरण उपलब्ध कराया गया है। इस केन्द्र द्वारा वरिष्ठ फिजिशियन डा0 नीलाम्बर भट् तथा वरिष्ठ चिकित्सक ऊषा भट् के स्वास्थ सम्बन्धी वार्ताओं का प्रसारण किया जा चुका है। इसी श्रखला मंे केन्द्र द्वारा हल्द्वानी के आइटीआई कार्यकर्ता एवं कवि डा0 प्रमोद कुमार गोल्डी की कविताओ की रिकार्डिग बीते दिन केन्द्र के स्टूडियो मे की गयी। उन्होने बताया कि गोल्डी द्वारा रचित कविताओं मे से ‘‘दोनो कुलो की गरिमा है बेटियां’’ मां तुम्हारे बिना जीना क्या, करो चाहे तीरथ हजार बिन मां सब पूजा बेकार’’ के अलावा सूचना का अधिकार अधिनियम विषय की कविताओ का चयन किया गया। उन्होने बताया कि गोल्डी की कविताओ का प्रसारण आकाशवाणी रामपुर को 29 फरवरी को सांय 6ः45 बजे हिन्दी कार्यक्रम के काव्यप्रभा में किया जायेगा। इसी क्रम में मीडिया सैन्टर के सहायक निदेशक योगेश मिश्रा ने बताया कि एमबी डिग्री कालेज की मनोविज्ञान की विभागाध्यक्ष श्रीमती डा0 अजरा परवीन शीर्षक घटता लिंगानुपात पर वार्ता की रिकार्डिग 10 फरवरी को होगी। इसके अलावा डा0 संन्तोष मिश्रा प्रेा0 हिन्दी विभाग एमबी डिग्री कालेज, डा0 मधुसूदन मिश्रा प्रवक्ता हिन्दी राइका बम्भलपुरा प्रवक्ता बिरला विद्यालय की प्रवक्ता बीना जोशी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती रिधिम अग्रवाल, जिलाधिकारी अरविन्द सिह हयांकी, जिलाधिकारी उधमसिह नगर डा0 पंकज कुमार पाण्डेय, पूर्व पालिका अध्यक्ष श्रीमती मीना शर्मा, आरटीओ एसके सिह के अलावा अधीशासी अभियन्ता नवीन चन्द्र मिश्रा तथा कहानी कार व लेखक असलम कोहरा की सामयिक विषयो पर रिकार्डिग फरवरी माह में सम्पन्न होगी। श्री मिश्रा ने बताया कि सूचना विभाग का प्रयास है कि विभिन्न क्षेत्रो मे कार्यरत लोगो के अनुभवों एवं उनकी विशिष्ठतों के साथ ही सरकार की जनकल्याणकारी योजनाअेा की जानकारी रेडियो के माध्यम सुदुर ग्रामीण क्षेत्रो में निवास कर रहे लोगो को दी जाए।

सड़क का अधूरा निर्माण कर छोड़ने से भड़के वार्डवासी
  • सभासद के साथ वार्डवासियों ने पालिका प्रषासन के खिलाफ किया प्रदर्षन

गदरपुर/देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। पालिका द्वारा वार्ड में सड़क को अधूरा निर्माण कर छोड़ दिये जाने से वार्डवासी भड़क उठे। उन्होंने पालिका प्रषासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्षन करते हुये शीघ्र निर्माण कराये जाने की मांग की। गुरूवार को वार्ड नंबर पांच सभासद मनोज गुंबर के नेतृत्व में दर्जनों वार्डवासी श्री आनंदपुर आश्रम के पास एकत्र हुये। इस दौरान उन्होंने पालिका प्रषासन पर आरोप लगाते हुये कहा कि पालिका द्वारा वार्ड नंबर पांच के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने आरोप गया कि श्री आनंदपुर आश्रम की रोड का अभी तक पालिका द्वारा निर्माण नहीं कराया गया है। उन्होंने कहा कि इस रोड को पूर्व पालिकाध्यक्ष लीलावती द्वारा आश्रम से सादा सिंह के घर तक पास कराकर षिलान्यास किया था। जिसकी टेंडर 492197.31 रूपये में हुआ था। उसके बाद पालिका द्वारा इस मार्ग पर बेस डालने के बाद अधूरा छोड़ दिया गया। इस मार्ग जगह-जगह गड्ढे हो गये जिससे वार्डवासियों व आश्रम में आने वाली संगत को आने-जाने में परेषानी उठानी पड़ती है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर में विकास के दावे करने वाली पालिका प्रषासन द्वारा वार्ड में सफाई व प्रकाष व्यवस्था को सही नहंी किया गया है। उन्होंने कहा कि दषहरा पार्क का मिट्टी भराव भी रूका हुआ है। इस दौरान वार्डवासियों ने पालिका प्रषासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्षन करते हुये शीघ्र सड़क निर्माण की मांग की है। प्रदर्षन करने वालो में सभासद अमरजीत सिंह, अरमाना बेगम, भीम ठुकराल, अमित मुरादिया, रोहित मुरादिया, पवन कुमार, नत्थू लाल, गुलषन छाबड़ा, मनोज पांडे, शुभम गगनेजा,  विनय मोहन, सुधा शर्मा, गुलषन गगनेजा, सोनिया मुरादिया, डा. माधुरी चंद्रा, सोमवती चंद्र, सतीष पपनेजा, हिमानी पपनेजा, सतनाम छाबड़ा, षिवम शर्मा आदि वार्डवासी मौजूद थे।

ट्रक ने एक को कुचला मौत

रुद्रपुर/देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक ने राहगीर को कुचल दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद चालक ट्रक छोड़ कर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मिली जानकारी के अनुसार आज सबहु टीवीएस कालोनी निवासी मुनमुन पुत्र देवीदास पैदल इंदिरा चौराहे की ओर जा रहा था। इस दौरान पीछे से तेज गति से आ रहे ट्रक संख्या एचआर-47-बी 4159 ने उसे बुरी तरह से कुचल दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।  इध्र हादसे के दौरान चालक ट्रक छोड़ कर मौके से फरार हो गया। वहीं दुर्घटना के दौरान एक अन्य ट्रक संख्या एचआर 37901 का चालक भी अपना वाहन छोड़ कर मौके से फरार हो गया। मौके पर पहुची पुलिस ने दोनों वाहनों को अपने कब्जे में ले लिया और कोतवाल ले आई। इध्र पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर उसे पीएम के लिए भेज दिया है। पुलिस आरोपी ट्रक चालक की तलाश में जुट गई है। 

गदरपुर में 25 महिलाएं बनेगीं ग्राम प्रधान

गदरपुर/देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। विकास खंड की 50 ग्राम पंचायतो पर 25 महिलाएं ग्राम प्रधान होंगी व 15 सीटों पर ही सामान्य वर्ग के महिला-पुरूष चुनाव लड़ पायेंगे। नये परिसीमन की बजह से जहां ग्राम प्रधान चुनाव की तैयारियों में जुटे अनेक दावेदारों के सपनो पर पानी फिर गया वहीं अनेक लोगों के चेहरे खिल उठे है। नऐ परिसीमन के बाद ग्राम सभा की 43 सीटों 50 कर दिया गया है। जिसमें तीन अनुसूचित जनजाति महिला, दो अनुसूचित जनजाति सामान्य, तीन अनुसूचित जाति महिला, दो अनुसूचित जाति सामान्य, सात पिछड़ी वर्ग महिला, छह पिछड़ी सामान्य, 12 सामान्य महिला, 15 सामान्य वर्ग के लिये आरक्षित की गयी है। नये समीकरणों से प्रधानी की तैयारी कर रहे अनेक लोगों के सपने सीटे आरिक्षत होने से टूट गये है। वहंी जिन सीटों पर सामान्य होने की उम्मीद नहीं थी उमने परिवर्तन को लेकर हलचल शुरू हो गयी है। एडीओ पंचायत ने बताया कि इस संबंध में आपत्यिा लगाये जाने का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। इन आपत्यिों का निस्तारण कल जिले में कर दिया जायेगा। उसके बाद अंतिम सूची जारी दी जायेगी। सीटों की सूची में अनुसूचित जनजाति की महिलांए रायपुर फतेहगंज, मसीत, जगनपुरी से लडेंगी, तो वहीं अनुसूचित जनजाति के पुरूष  गिरधर नगर, रोषनपुर से। अनुसूचित जाति की महिलाएं रजपुरा, बूरानगर, भैंसिया से प्रत्याशी होंगी तो वहीं अनुसूचित जनजाति के पुरूष रफीनगर, धनपुर विजयपुर से। वहीं पिछड़े वर्ग की महिलाएं रामजीवनपुर, अमरपुर, कनकटा, नंदपुर, बुक्सौरा, गुमचैया, खेमपुर सीट से प्रत्याशी होंगी तो पिछड़े वर्ग के पुरूष मोतियापुर, लखनउ, बराखेड़ा, अलखदेवी, गोविंदपुर, खानपुर पष्चिम से। इधर सामान्य वर्ग महिलाएं चंदननगर, पिपलिया, श्रीरामपुर, धीमरी ब्लाक, खानपुर पूर्व, विजय नगर, खटौला, बरीराई, जाफरपुर, कूल्हा, रायपुर, कोपा से चुनाव लडेंगी तो सामान्य वर्ग पुरूष आनंदखेड़ा, अलखदेवा, जयनगर, मदनापुर, महतोष, धीमरखेड़ा, लंबाखेड़ा, गदरपुरा, सरोवरनगर, नारायणपुर दोहरिया, पत्थर कुई, झगड़पुरी, बकैनिया, डोगपुरी, सकैनिय से। 

बन्दर भगाओं, खेती बचाओं के नारे के साथ मुनस्यारी में जुलूस प्रदर्षन

मुनस्यारी/देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने आज मुनस्यारी में जुलूस निकाल कर जोरदार प्रदर्षन किया। उन्होंने कहा कि राज्य बनने के 13 वर्शों बाद भी बन्दर, सुवर और आवारा पशुओं से खेती को हो रहे नुकसान के बचाव के लिए राज्य में आयी काग्रेस और भाजपा की सरकारों ने कोई नीति नहीं बनायी। इस कारण आज पहाड़ के गांवों की खेती बरबाद हो गयी है। फल उत्पादन और षब्जी की खेती बन्दरों ने चौपट कर दी है। महासभा द्वारा प्रदेष के मुख्यमन्त्री को स्थानीय प्रषासन के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया। उन्होंने कहा कि लोस तथा पंचायत चुनावों में कांग्रेस और भाजपा के नेताओं को गांवों में नही घुसने दिया जायेगा। षिषुमन्दिर के निकट जमा हुऐ किसान महासभा के सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने खेती बचाओं, बन्दर भगाओं नारों के साथ नगर मेें जुलूस निकाल कार जोरदार प्रदर्षन किया। प्रदर्षन में अधिकांष महिलाऐ मौजूद थीं। महिलाओं ने कहा कि हमारी खेती तो अब नाम की बची है। बन्दरों का इतना आतंक है कि बच्चे और अकेले व्यक्ति घर से बाहर तक नही लिकल रहे हैं। इस कारण गांवों में अघोशित कर्फ्यू जैसा लगा हुआ है। किसान महासभा के ब्लाक अध्यक्ष सुरेन्द्र बृजवाल ने कहा कि कृशि और पशुपालन के विकास के लिए 13 वर्शों में कोई नीति नहीं बनी इस कारण राज्य सरकारों के ऐजेन्डे में गांवों और ग्रामीणों की समस्याए नजर नही आती है। उन्होने कहा कि खेती को बचाने के लिए और पहाड़ के गांवों से पलायन को रोकने के लिए किसान महासभा इस आन्दोलन को राज्यव्यापी बना रही है। भाकपा माले के जिला सचिव जगत मर्तोलिया ने कहा कि उŸाराखण्ड की विधान सभा में कभी भी इस बात की चर्चा नही हुयी कि गावों की खेती को बन्दर, सुवर और आवारा पषुओं के आतंक से कैसे बचाया जा सके। उन्होने कहा कि राज्य में खड़ंजा, बजरी, पत्थर, षराब की संस्कृति चल रही है। इस कारण राज्य का कोई भी विधायक किसानों के इस प्रमुख सवाल पर बात तक नही करना चाहता। उन्होने कहा कि षिक्षा, यातायात, स्वस्थ्य, बिजली, पानी और राषन का अभाव तो पहले से ही उŸाराखण्ड के गावों में था अब बन्दरों के इस आतंक ने लोगों को गाव छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया है। उन्होने कहा कि राज्य की सरकारें चाहे वह कांग्रेस की हो या भाजपा की दोनों ने राज्य के किसानों के इस सवाल को हल कारने का प्रयास तक नहीं किया आज स्थिति यह है कि राज्य के गांवों में 80 प्रतिषत कृशि भूमि पर खेती बाड़ी करना भी छोड़ दिया गया है। उन्होने कहा कि अब हमें विधान सभा और संसद के साथ ही ग्राम पंचायतों में भी भाकपा माले के प्रतिनिधियों को जिताना होगा तभी राज्य के किसानों के सवाल हल हो सकेंगे। उन्होने कहा कि खण्डूरी सरकार ने जो कृशि नीति जारी की थी वह केवल भू माफिया को जमीन हथियाने में सहायक है इस नीति में किसानों की इस समस्या का जिक्र तक नही है इस मौके पर प्रषासन को मुख्यमन्त्री के नाम का जो ज्ञापन दिया गया है उसमें जंगली जानवरों से खेती को बचाने के लिए सोलर बैरेकेटिंग, बन्दरों पर अंकुष लगाने, गौ रक्षा कानून को समाप्त करने, जंगली जानवरों को मारने का आदेष लागू करने, मनरेगा के तहत गांवों की खेती को बचाने की योजनाऐं लागू करने की मांग की गयी। बस स्टेषन में हुयी सभा को किसान नेता प्रेम सिंह नेगी, पूर्व षिक्षक माधवानन्द लोहनी, पुश्कर रावत, जानकी नितवाल, मंजू पाना, पार्वती जंगपांगी, खुषबू मपवाल, दिनेष कुमार, षांती मर्तोलिया, पार्वती आर्या, हीरा त्रिपाठी, मोहनी आर्या, रोषनी नितवाल, पूरण रावत, देवकी आदि ने सम्बोधित किया। 

बैंक डकैती में पुलिस सफलता की ओर 

काशीपुर/देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। दिन दहाडे पडी बैंक डकैती के मामले में पुलिस को जल्द ही सफलता हाथ लग सकती है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आठ बदमाशों में से एक को दबोच लिया गया है। जिससे पूछताछ जारी ही। साक्ष्य हाथ लगते ही डकैती कांड का पर्दाफाश किया जाएगा। याद रहे कि विगत दिनों ग्राम पैगा स्थित इलाहाबाद बैंक की शाखा में हथियार बंद बदमाशों ने धावा बोल दिया था। बैंक प्रबंधक व अन्य स्टाफ के साथ मारपीट कर चार लाख 68 हजार की नगदी ले गए थे। पुलिस ने बैंक कर्मियों से जानकारी लेकर कार्रवाई शुरू कर दी थी। बदमाशों की धरपकड को विभिन्न प्रांतों में दबिशें दी जा रही हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार मुरादाबाद दबिश को गई टीम ने डकैती कांड का एक आरोपी दबोच लिया है। पुलिस उससे जानकारी हासिल कर रही है। आरोपी की निशानदेही पर अन्य आरोपी की धरपकड की जा सकती है। इसके बाद ही पुलिस डकैती कांड से पर्दाफाश करेगी।

काशीपुर में बनेगी 20 महिला ग्राम प्रधान
  • काशीपुर क्षेत्र पंचायत प्रमुख हुआ पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित
  • किसी के अरमानों पर फिरा पानी, किसी के सपने हुए पूरे

काशीपुर/देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। विकास खंड की 39 ग्राम पंचायतो पर 20 महिलाएं ग्राम प्रधान होंगी व 8 सीटों पर ही सामान्य वर्ग की महिला चुनाव में उतरेंगी, जबकि 6 सीटों पर अनुसूजित जाति की महिलाएं व 6 सीटों पर पिछले वर्ग की महिलाएं चुनाव मैदान में उतरेंगी। नये परिसीमन की बजह से जहां ग्राम प्रधान चुनाव की तैयारियों में जुटे अनेक दावेदारों के सपनो पर पानी फिर गया वहीं अनेक लोगों के चेहरे खिल उठे है। नऐ परिसीमन के बाद प्रधानी के लिए ग्राम पंचायत पच्चावाला, रामनगर काशीपुर, प्रतापपुर, चांदपुर, रम्पुरा, बरखेड़ी को अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है। जबकि लक्ष्मीपुर लच्छी, दोहरा वकील, गुलजारपुर, धनौरी, सांडखेड़ा को अनुसूचित जाति, रजपुरा रानी, शिवलालपुर अमरझंडा, उज्जैन, नीझड़ा, मानपुर, खरमासी को पिछड़े वर्ग की महिला व पैगा, जसपुर खुर्द, गोपीपुरा, खड़कपुर देवीपुरा, कटैया व कुण्डेश्वरी को पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है। गुलड़िया, कचनाल गौंसाई, बघेलेवाला, ढकियाकलां, ढकिया गुलावों व बांसखेड़ा कलां को महिला सीट आरक्षित किया गया है। जबकि खरमासा, महतावन, बांसखेड़ा खुर्द, हेमपुर इस्माईल, दभौरा मुस्तकम, धीमरखेड़ा, बरखेड़ा पाण्डेय व फिरोजपुर को सामान्य के लिए आरक्षित किया गया है। नये समीकरणों से प्रधानी की तैयारी कर रहे अनेक लोगों के सपने सीटे आरिक्षत होने से टूट गये है। वहीं उ.प्र. क्षेत्र पंचायत तथा जिला पंचायत अधिनियम 1961 की धरा 6(क) के साथ नियमावली 1994 के अंतर्गत काशीपुर की क्षेत्र पंचायत में कुल 40 क्षेत्रा पंचायत सदस्यों के लिए 20 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं। इसके अंतर्गत 6 सीटों को अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए, पांच सीटों को अनुसूचित जाति के लिए, तीन सीटों को पिछड़े वर्ग की महिलाओं के लिए, दो सीटों को पिछड़े वर्ग के लिए, 11 सीटों को महिलाओं के लिए व 13 सीटों को सामान्य के लिए अरक्षित किया गया है। जबकि क्षेत्र पंचायत प्रमुख की सीट काशीपुर हेतु पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित, जसपुर क्षेत्र पंचायत की सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित, बाजपुर क्षेत्र पंचायत की सीट अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित, गदरपुर क्षेत्र पंचायत की सीट पिछड़े वर्ग की महिला के आरक्षित, रूद्रपुर व खटीमा क्षेत्र पंचायत की सीट सामान्य व सितारगंज क्षेत्र पंचायत की सीट महिला के लिए आरक्षित की गई है। उधर, जिन सीटों के सामान्य होने की उम्मीद नहीं थी, उनमें परिवर्तन को लेकर हलचल शुरू हो गई है।

कार ने बाईक सवारों को रौंदा, एक युवक की मौत, एक गंभीर घायल

काशीपुर/देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। बैलपड़ाव के पास तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार को रौंद डाला, जबकि साथी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे नगर के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों युवक घूमने के लिए अन्य साथियों के साथी सीतावनी घूम कर वापस लौट रहे थे। यहां के कुछ युवक तीन बाइकों से सीतावनी घूमने आए थे। वापस लौटने के दौरान वह बैलपड़ाव की ओर जाने लगे। गूलरसिद्ध मंदिर के समीप मोड़ पर अज्ञात बेकाबू कार ने बाइक यूके 06-के-2405 को जोरदार टक्कर मार दी। चपेट में आए आई कॉलोनी कटोराताल निवासी गौरव शुक्ला (22) पुत्र चंद्र कुमार ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि उसका साथी सैनिक कॉलोनी निवासी कैलाश बिष्ट गंभीर रुप से घायल हो गया। मृतक व घायल युवक को निजी वाहन से संयुक्त चिकित्सालय लाया गया। कैलाश को प्राथमिक उपचार के बाद आपातकालीन 108 सेवा से गंभीर हालत में एक निजी चिकित्सालय रेपफर कर दिया गया। पुलिस फरार कार चालक की धरपकड़ में जुट गई है। भीषण हादसे के बाद गौरव व कैलाश के साथी चिकित्सालय तो पहुंचे। मगर पुलिस की डर से घायल दोस्त का मोबाइल लेकर निकल गए। ऐसे में गंभीर रुप से जख्मी युवक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। काफी देर बाद युवकों ने चिकित्सालय पहुंच जानकारी दी। साथ ही दुर्घटनाग्रस्त बाइक भी उठा ले गए।

ठंड में ठंडे पडे नगर निगम के अलाव 

काशीपुर/देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। तराई में शीत लहरों की दशतक ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। अब अलाव से राहत मिलने की उम्मीद लगाए लोगों को परेशानी में डाल दिया है। या यूं कहे कि नगर निगम की ओर से जलाए जाने वाले अलाव ठंडे पड चुके हैं। जिन्हें शाम के वक्त ही नगर में जलाया जा रहा है। सुबह व दोपहर लोग ठंड से ठिठुर रहे हैं। पर्वतों पर वर्फबारी होते ही तराई के तापमान में काफी गिरावट आ गई है। साथ ही चल रही शीत लहरों ने लोगों की कमर तोड कर रख दी है और जीना दूभर कर दिया। ऐसे में लोगों को ठंड से राहत पहुंचाने के लिए नगर में निगम ने विभिन्न जगहों पर अलाव जलाने की कवायद शुरू की। महाराणा प्रताप चौक, चीमा चौराहा, व अन्य जगहों पर अलाव जलाए हैं। यह अलाव शाम के वक्त जलाए जाने से सुबह व दोपहर के समय लोग ठंड से ठिठुर रहे हैं। इतना ही नहीं ठंड से बचने के लिए खुद लोग लकडियां एकत्र कर आग तापते दिखे जा रहे हैं। लोगों ने सुबह व दोपहर को भी अलाव जलाए जाने की मांग उठाई है। वहीं मौसम विज्ञानिक एसएच कुशवाह के अनुसार तराई क्षेत्रों में एक दो दिन में बुंदा-बांदी के आसार बने हुए हैं। जबकि पर्वतीय अंचलों में मौसम साफ रहेगा और धूप भी खीली रहेगा। उन्होंने कहा कि न्यूनतम तापमान 4-9 है, जबकि अधिकतप 13-8 रहा।   

राज्य आंदोलनकारियों ने दी आत्मघाती कदम उठाने की चेतावनी 

देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। राज्य आंदोलनकारियों का आमरण अनशन तीन सूत्रीय मांगों को लेकर गुरूवार को भी जारी रहा। मांगे न मानने पर आंदोलनकारियों ने आत्मघाती कदम उठाने की चेतावनी दी है। उत्तराखण्ड चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संगठन के बैनरतले आंदोलनकारियों द्वारा विगत 63 दिनों से शहीद स्मारक पर आमरण अनशन किया जा रहा है। पिछले सात दिनों से उफषा भट्ट, कौशल्या व सुभागा कंसवाल आमरण अनशन कर रही हैं। अनशनकारियों की सरकार द्वारा इस तरह से उपेक्षा किये जाने के कारण उनमें काफी रोष व्याप्त हो रखा है। संगठन के अध्यक्ष जितेन्द्र चौहान का कहना है कि मुख्यमंत्री द्वारा लगातार आंदोलनकारियों का अपमान किया जा रहा है। आंदोलनकारियों को मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं उनके बीच आ कर आश्वासन दिया गया था कि उनकी मांगों को शीघ्र पूरा कर दिया जायेगा लेकिन तब से अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री अपने मुहं से कही गयी बात को ही पूरा नहीं कर सकते हैं तो उन्हें सीएम पद से इस्तीफा दे कर इलाहाबाद वापस चले जाना चाहिए। अनशनकारियों के समर्थन में धरने पर बैठे आंदोलनकारियों का कहना था कि सरकार के उदासीन रवैये के चलते अब आंदोलनकारियों के सब्र का बांध टूट रहा है। यदि सीएम द्वारा शीघ्र ही उनकी मांगों पर कार्यवाही न की गयी तो वे आत्मघाती कदम उठाने के लिए मजबूर हो जायेंगे।

छात्रा से बलात्कार के तीन आरोपी दबोचे

देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। कक्षा-7 की एक छात्रा के साथ हरिद्वार के पथरी थाना क्षेत्र में सामुहिक बलात्कार प्र्रकरण में हरिद्वार के अन्दर आवाम में एक बडी नाराजगी देखने को मिल रही थी। जिसके बाद इस वारदात के बाद पुलिस व एसओजी ने मौके से जब मोबाइल कॉल डिटेल का डाटा उठाया तो उन्हें कातिलों तक पहुंचने का रास्ता मिल गया जिसके चलते पुलिस ने देर रात कई स्थानों पर छापे मारकर छात्रा के साथ सामुहिक बलात्कार कर उसे मौत के घाट उतारने वाले तीन आरोपियों को दबोचा है, पुलिस अधिारियों का मानना है कि छात्रा के साथ बलात्कार करने में एक ही व्यक्ति का हाथ है जबकि उसका साथ देने में दो अन्य उसके साथी शामिल हो सकते हैं, जिन्हें हिरासत में लिया गया है। इनमें से किसने बलात्कार के बाद उसका गला दबाकर हत्या की थी इसको लेकर वह चुप्पी साधे हुए हैं। गौरतलब है कि पथरी थाना क्षेत्र के जट बहादुर इलाके में दो दिन पूर्व कक्षा-7 की एक छात्रा के साथ सामुहिक बलात्कार कर उसकी नृशंस हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड के बाद हरिद्वार में राजनीतिक तापमान काफी गर्मा गया था। विपक्षी दलों के साथ-साथ कांग्रेस के कई नेताओं ने भी हुंकार भरी थी कि अगर हत्याकांड का खुलासा न हुआ तो वह सड़कों पर उतर आयेंगे। इस मामले में डीजीपी बीएस सिद्धू ने हरिद्वार पुलिस को इस सनसनीखेज घटना का खुलासा करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया था। हत्याकांड से गरर्माई राजनीति व मुख्यमंत्री द्वारा वारदात का खुलासा करने के निर्देश देने के बाद हरिद्वार पुलिस के पसीने छूटे हुए थे और इसी के चलते एसओजी, पुलिस दल की कई टीमें दुष्कर्मियों तक पहुंचने के लिए अपनी जांच पड़ताल में लग गई। बताया जा रहा है कि पुलिस ने जब छानबीन शुरू की तो पता चला कि जिस दिन यह वारदात घटित हुई थी उस दिन गन्ना सेंटर पर मुजफ्फरनगर निवासी अमित गन्ने की ट्रैक्टर ट्राली लेकर गन्ना उतारने के लिए गया था लेकिन उसने आधी ट्राली गन्ने की उतारी और उसके बाद से वह हरिद्वार से फरार हो गया था। एसओजी ग्रुप ने जब मौके से मोबाइल फोन का डाटा उठाकर उसे परखना शुरू किया तो उसने देखा कि जिस जगह दुष्कर्म व हत्याकांड हुआ था वहां उस समय कितने मोबाइल नम्बर चल रहे थे। मोबाइल डाटा को परखने के बाद उसमें मौके पर मुजफ्फरनगर निवासी अमित का नम्बर भी सामने आने की बात आ रही है जिसको लेकर पुलिस टीमों ने अमित के बारे में छानबीन शुरू की तो खुलासा हुआ कि वह घटना वाले रोज से फरार चल रहा है। जिससे पुलिस को अमित पर और शक गहरा गया। चर्चा है कि हरिद्वार की कई पुलिस टीमों ने देर रात मुजफ्फरनगर में ताबडतोड छापे मारकर अमित को दबोच लिया और उससे जब पूछताछ का सिलसिला शुरू हुआ तो उसने तोते की तरह पुलिस के सामने सारी कहानी बयां करके रख दी। चर्चा यहां तक है कि अमित ने पुलिस को बताया कि उसके साथ इस दुष्कर्म व हत्याकांड में और कौन-कौन लोग शामिल थे। चर्चा है कि अमित से हुई पूछताछ के बाद पुलिस टीम ने आज तड़के मुजफ्फरनगर शामली निवासी राहुल व पथरी के जटबहादुरपुर निवासी आनंद को भी अपनी गिरफ्त में ले लिया जिनसे चर्चा है कि पूछताछ की गई तो उन्होंने इस बात से पर्दा उठाया कि उन्होंने ही इस सामुहिक बलात्कार की घटना को अंजाम दिया था। आज सुबह से ही इस हत्याकांड को लेकर हरिद्वार में काफी बवाल मचा हुआ है वहीं पुलिस के एक अधिकारी का कहना है कि बलात्कार एक व्यक्ति द्वारा किया गया है और उसका साथ देने में उसके दो और साथी हो सकते हैं क्योंकि छात्रा की मौत बलात्कार के कारण नहीं बल्कि उसका गला दबाने से हुई है।

आठ साल बाद पुलिस ने किया हत्या का खुलासा 

देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। आठ माह पूर्व कैंट थाना क्षेत्र के अनारवाला में हुई की एक हत्या की घटना का खुलासा कर पुलिस ने सफलता हासिल की है। लंबा समय बीत जाने के बावजूद भी कैंट पुलिस मामले की लगातार जांच कर रही थी और इसका सुखद ही निकला है। पैसों के लेन-देन के लिए की गयी हत्या के इस मामले में ठेकेदार ने अपने ही दोस्त को मौत के घाट उतार दिया गया था। पुलिस का दावा है कि आरोपी ने पूछताछ में हत्या में अपना हाथ होना स्वीकार कर लिया है। घटना को आज से ठीक सात माह पूर्व अंजाम दिया गया था। गत वर्ष की 18 मई को शिवपुरी कॉलोनी जनरल विंग मंे एक शव बरामद किया गया था, जिसकी पहचान उसके साले रामरतन शाह ने 32 वर्षीय बीजू शाह के तौर पर की थी। परिजनों का कहना था कि मृतक के पास रखे एक लाख रूपए भी गायब थे। राजधानी कैंट क्षेत्र अनारवाला मंे 18 मई को हुए ठेकेदार की हत्या का खुलासा करने में कैंट पुलिस को शानदार सफलता हाथ लगी है। मृतक चुक्खमौहल्ला निवासी 32 वर्षीय बीजू शाह पुत्र योगेश शाह को 17 मई को किसी ने फोन कर बुलाया था जिस पर बीजू शाह अपनी बाईक लेकर घर से निकल गया था। बीजू शाह ईट, बजरी एवं मैटैरियल सप्लाई का काम करता था और 17 मई को रात वह 8ः30 बजे घर से निकला था और पूरी रात घर नहीं लौटा। सुबह तक परिजन उसे उसके हर संभावित स्थलों पर तलाश करते रहे लेकिन बीजू शाह का कुछ पता नहीं लगा। मौके पर पहुंचे परिजनों का कहना था कि बीजू के पास एक लाख रूपए भी थे जो कि गायब बताए गए थे। वहीं घटना स्थल पर पहंुची कैंट पुलिस का कहना है था मृतक के शरीर पर किसी भी प्रकार के चोट के निशान नहीं पाए गए थे और न ही गले में ही कोई निशान मिला है। कुछ स्थानीय लोगों की सूनचा पर पुलिस ने अनारवाला से बैजू का शव बरामद किया था। बैजू शाह को उसके परिजन रात से ही तलाश कर रहे थे, लिहाजा पुलिस ने उन्हें भी सूचना दी और जिसके आधार पर परिजनेां ने शव की शिनाख्त बैजू शाह के तौर पर की। बताया जा रहा था कि शव का निरीक्षण करने पर उसके दांत एवं जीभ जरूर भिंचे हुए पाए गए थे। परिजनों का कहना था कि 17 मई को रात साढे नौ बजे तक बीजू का मोबाईल काम कर रहा था, जिस पर बीजू के ही किसी परिचित ने उसे फोन किया था लेकिन फोन रिसीव नहीं किया गया। उधर पुलिस अनारवाला से मिले बीजू के शव को लेकर दून अस्पताल पहुंची। यहां गुस्साए लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी से पूर्व शव का पोस्टमार्टम करने का विरोध किया लेकिन पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर किसी तरह से शव का पंचनामा कराया। इस मामले में पुलिस लगातार अपनी जांच को आगे बढ़ा रही थी। पुलिस ने बैजू शाह के मोबाईल कॉल्स पर भी व्यापक काम किया और आठ महिने की अथक मेहनत के बाद आखिर इस हत्याकांड का शानदार खुलासा कर कैंट पुलिस ने वाहवाही बटोरी है। इस घटना को बैजू शाह के ही एक ठेकेदार मित्र राजेश मेहतो उर्फ राजू व उसके एक अन्य साथी ने अंजाम दिया था, जिसके साथ बैजू शाह का पैसों को लेकर विवाद चल रहा था। अक्सर दोनों के बीच इस पैसों को लेकर तकरार बढ़ जाती थी। बताया जा रहा है कि बैजू शाह ने राजेंद्र को पैसे न देने की सूरत में जान से मारने की धमकी दी थी, जिस पर राजू घबरा गया और उसने पहले बैजू शाह को ही ठिकाने लगाने की योजना बना ली। इसी आधार पर राजू ने उसे फोन कर बुलाया और उसे अनारवाला के सुनसान क्षेत्र में ठिकाने लगा दिया। पुलिस के अनुसार आरोपी राजेश मेहतो उर्फ राजू एवं उसके एक अन्य साथी जगाधरी निवासी सोनू से पूछताछ की जा रही है।

पुलिस को चमका देने वाला मारवाह दबोचा

देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। पुलिस ने गलत सूचनाएं देकर शस्त्र लाईसेंस लेने वाले वेद मारवाह को गिरफ्तार कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार बुधवार से ही वेदमारवाह पुलिस को लगातार चकमा देता आ रहा था। माना जा रहा था गिरफ्तारी के बचने के लिए अपने राजनैतिक आकाओं की शरण लिए हुए था लेकिन आखिर पुलिस ने उसे दबोच ही लिया। उल्लेखनीय है कि अनारवाला निवासी वेदप्रकाश ने वर्ष 2006 में शस्त्र लाईसेंस के लिए आवेदन किया था जिसमें उसने आवेदन में दिए जाने वाली एक कॉलम में झूठी सूचना देते हुए कहा था कि उसके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं है। पुलिस ने भी इस सूचना को सत्य मानते हुए अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी और वेद मारवाह को शस्त्र लाईसेंस जारी कर दिया गया। उधर किसी ने इस संबंध मंे सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मंागी तो पता लगा कि वेद मारवाह पर एक नहंी बल्कि कई मामले दर्ज थे जिनमें कुछ में उसे जुर्माना तो किसी में एक साल तक की सजा तक सुनाई जा चुकी थी। कुल सात केसों में से तीन का निस्तारण किया जा चुका था। महावर फिलहाल जमानत पर चल रहा था, लेकिन इस तरह से उसे लाईसेंस मिलने की कार्रवाई से पुलिस पर भी प्रश्न चिन्ह खडे़ होने लगे थे। वहीं पुलिस ने वेद मारवाह की तलाश मेें उसके संभावित ठिकानों पर दबिशें दीं लेकिन वेद मारवाह का कुछ पता नहीं चल पाया। गुरूवार को आखिर पुलिस को सफलता मिल ही गयी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। वेद मारवाह अपनी हरकतों के कारण हमेशा से ही चर्चाओं मंे रहा है। यहां तक की वीररिगवाली में पेड़ काटने और फर्जी पॉवर ऑफ अटार्नी बनाने का मामला भी उस पर दर्ज है। वेद मारवाह को गिरफ्तार कर आज कोर्ट मंे पेश कर दिया गया है जहां से उसे जेल  भेज दिया गया है।

उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ का दो दिवसीय अष्टम महाधिवेशन शुरू

देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। गुरूवार को यहां राजधानी दून में उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ का दो दिवसीय अष्टम महाधिवेशन की शुरूआत हो गई है और आंतरिक सत्र के दौरान अनेक बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गई, महाधिवेशन का औपचारिक उदघाटन कल 10 जनवरी को किया जायेगा, इस दौरान सैनिक कल्याण मंत्री डा. हरक सिंह रावत मुख्य अतिथि होंगे और विधायक सुबोध उनियाल विशिष्ट अतिथि होंगे। यहां रेंजर्स कालेज के परिसर में आयोजित अष्टम महाधिवेशन की शुरूआत की गई। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि संगठनात्मक गतिविधियां एवं आंदोलन किये गये और सात मार्च 10 को राज्य सरकार के साथ संपन्न हुए समझौते के क्रियान्वयन की मांग को लेकर सरकार को नोटिस भेजा गया और 14 मार्च 11 को प्रदेशव्यापी आम हडताल की चेतावनी दी गई, सरकार द्वारा समस्याओं की अनदेखी किये जाने पर महासंघ की 14 मार्च 11 से 19 मार्च तक हडताल हुई और उसके बाद सरकार से संपन्न समझौते के तहत उसी दिन अपर सहायक अभियंता पद हेतु कार्मिक विभाग उत्तराखंड विभाग द्वारा अल्पकालिक नियमावली जारी की गई जिससे 800 कनिष्ठ अभियंताओं की अपर सहायक अभियंता पद पर प्रोन्न्ति हुई, शेष बिन्दुओं पर शासन द्वारा कोई कार्यवाही न होने के कारण पुनः सरकार को आंदोलन का नोटिस दिया गया। उनका कहना है कि 19 जून 12 को सभी शाखाओं में बैठक आयोजित करते हुए मुख्यमंत्री को पोस्टकार्ड प्रेषित किये गये। दो जुलाई 12 को जिला मुख्यालयों में एक दिवसीय धरना दिया गया और जिलाधिकारियों के जरिये मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किये गये। समझौते के प्रथम बिन्दु कनिष्ठ अभियंता का प्रारंभिक ग्रेउ वेतन रूपये 4600 किये जाने पर लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग, लघु सिंचाई तथा कृषि विभाग में शासनादेश जारी हो चुके है, वाहन भत्ता रूपये 450 से बढाकर 1200 किये जाने का भी शासनादेश जारी किया गया है। उनका कहना है कि राजकीय विभागों में कार्यरत सदस्यों की भांति ही समस्त स्वायतशासी संस्थान, प्राधिकरण, जिला पंचायत, अभिकरण, कुमायूं विश्वविद्यालय में भी सभी शासनादेश यथावत लागू किये जाने का शासनादेश जारी किया गया है। परिवार कल्याण योजना, आजीवन सदस्यता, वार्षिक अभिदान की स्थिति, बैठके व भ्रमण, अवशेष कार्य, अपेक्षायें आदि बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान वी के डंगवाल, विष्णु सिंह, संतोष रौशाली, विनोद पांडे, योगेश जुयाल, सुरेश चन्द्र पांडे, सुधीर वर्मा, ए सी काला, शैलेन्द्र रावत, सुरेश चन्द्र जोशी, दीपक नौटियाल आदि मौजूद थे।

प्रशांत भूषण का पुतला फूंका

देहरादून, 9 जनवरी (राजेन्द्र जोशी)। कश्मीर मुददे पर आम आदमी पार्टी के प्रशांत भूषण द्वारा गलत बयानबाजी करने के विरोध में युवा भारत संघ के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए पुतला फूंका और कहा कि इस प्रकार की बयानबाजी का पुरजोर तरीके से विरोध किया जायेगा। यहां संघ के कार्यकर्ता चकराता रोड स्थित कार्यालय में इकठठा हुए और वहां से रैली के रूप में पुतले को लेकर घंटाघर पहंुचे और वहां पर प्रशांत भूषण के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पुतले को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि प्रशांत भूषण द्वारा कश्मीर मुददे पर दी गई आपत्तिजनक एवं राष्ट्र विरोधी टिप्पणी की जितनी निंदा की जाये वह कम है। उनका कहना है कि इस प्रकार की गलत बयानबाजी का पुरजोर तरीके से विरोध किया जायेगा और जरूरत पडने पर आंदोलन को और तेज किया जायेगा। वक्ताओं ने कहा कि ऐसे बयानबाजी को लेकर उन्हें जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। आप के मुखिया को ऐसे व्यक्ति के खिलाफ ठोस कार्यवाही करनी चाहिए, जिससे दुबारा इस प्रकार की पुनरावृत्ति न हो सके और लगाम लगाई जा सके।  इस दौरान संघ के अध्यक्ष आयुश थपलियाल, महासचिव कस्तब पंत, मयंक सिंधवाल, गौरव सेठी, मयंक नेगी, आलोक शर्मा, पंकज मेहता, शशांक नेगी, पारस कपूर, अक्षय चौधरी, गौरव सिंह, मोहन, गणेश कुमार, सोहन सिंह आदि मौजूद थे।

Viewing all articles
Browse latest Browse all 78528

Trending Articles



<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>