- लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र व्यापारी लेंगे अहम् फैसला
वर्त्तमान परिस्थितियों में देश भर के व्यापारियों को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और विभिन्न सरकारी नीतियों के चलते व्यापार करना लगभग दुश्वार हो गया है ! फ़ूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट, रिटेल व्यापार में ऍफ़ डी आई, रिटेल ऑनलाइन शौपिंग में ऍफ़ डी आई, वैट क़ानून की जटिलताओं के कारण व्यापारियों को हो रही दिक्कतें, यूरोपियन यूनियन के देशों सहित अन्य देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते करने की सरकारी नीति, बैंकों अथवा अन्य वित्तीय संस्थानों से व्यापारियों को क़र्ज़ का न मिलना, बहुस्तरीय कर प्रशासन, विभिन्न विभागों के इंस्पेक्टरों के हाथों व्यापारियों का उत्पीड़न और शोषण और भयंकर भ्रष्टाचार का शिकार होना, बड़े निर्माताओं द्वारा व्यापारियों को धमकाने की नीति और व्यापार ख़त्म करने की कोशिशें तथा अन्य अनेक कानूनों की कागज़ी कार्यवाही के बढ़ते बोझ ही नहीं उसकी पालना न होने पर भारी पेनल्टी और यहाँ तक की व्यापारियों पर गिरफ्तार होने का खतरा मंडराता रहता है ! ऐसे में व्यापार करना बेहद मुश्किल काम हो गया है !
इन सभी मुद्दों को लेकर व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स के बैनर तले आगामी 26 - 27 फरवरी को नई दिल्ली में एक राष्ट्रीय व्यापारी महाअधिवेशन आयोजित किया जा रहा है जिसमें देश के सभी प्रांतों से हजारों व्यापारी भाग लेंगे !
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी.सी.भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया की यह एक सर्वविदित तथ्य है की न तो किसी केंद्र सरकार अथवा किसी राज्य सरकार अथवा किसी राजनैतिक दल ने व्यापारियों की समस्याओं को गम्भीरता से लिया व न ही कभी अपनी प्राथमिकता में रखा! देश भर के व्यापारी राजनैतिक दलों द्वारा अपनी उपेक्षा किये जाने से बेहद छुब्द हैं और जरूरत पड़ी तो अपने आपको व्यापारी वोट बैंक में बदलने में भी नहीं हिचकेंगे !
इस स्तिथि को देख कर लगता है की अब तक व्यापारियों को छला गया है ! अब वक्त आ गया है जब व्यापारियों को इस विषय पर गम्भीरता से विचार करना होगा की किस तरह से हम इन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं और किस प्रकार बिना किसी बाधा के सम्मानपूर्वक अपना व्यापार कर सकते हैं !
इस वर्ष अप्रैल-मई में लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं ! यह व्यापारियों के लिए एक बड़ा अवसर है जब वह अपनी शक्ति और एकता को प्रदर्शित करते हुए सभी राजनैतिक दलों को चेतावनी दे सकते हैं की बहुत हो गया अब और अधिक व्यापारियों को नहीं छला जा सकता है !
दो दिवसीय महाधिवेशन बहुत ही गम्भीर वातावरण में विभिन्न सत्रों में संपन्न होगा और प्रत्येक सत्र में मुख्य मुद्दों पर चर्चा की जायेगी और निर्णय लिए जायेंगे ! महाधिवेशन में आगामी चुनावों में व्यापारियों की भूमिका पर भी निर्णय होगा और एक बड़ा सन्देश देश भर में दिया जाएगा !
महाधिवेशन में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के मनोनीत प्रत्याशी श्री नरेंद्र मोदी एवं कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष श्री राहुल गांधी सहित देश के विभिन्न प्रमुख राजनैतिक दलों के शीर्ष नेताओं को आमंत्रित किया गया हैं और सभी नेताओं को व्यापारियों के मुद्दों का एक चार्टर देकर उनसे उस चार्टर पर उनका दृष्टिकोण स्पष्ट करने की मांग की जायेगी !
---विजेंद्र शर्मा---