लोकसभा उम्मीदवारों और उनके समर्थकों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) से छेड़छाड़ की शिकायत करने के बाद इस पूछताछ करने के लिए मौके पर पहुंचे नेताओं और पत्रकारों पर रांची पुलिस ने लाठीचार्ज किया। घटना गुरुवार रात उस समय हुई जब रांची में ईवीएम से कथित छेड़छाड़ की खबरें फैलीं। राजनीतिक दल इस बारे में जानकारी लेने के लिए आए और उन्होंने जिला प्रशासन को सूचना दी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार राम तायल चौधरी, झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (झाविमो-प्रा) के उम्मीदवार अमिताभ चौधरी और तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार बंधु तिर्की पार्टी समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे। उम्मीदवारों और पार्टी समर्थकों ने ईवीएम से कथित छेड़छाड़ को लेकर हंगामा किया।
पुलिस के अनुसार, विभिन्न पार्टियों के समर्थकों ने उन महिला पुलिस अधिकारियों से दुर्व्यवहार किया, जो ईवीएम प्रभारी थीं। पुलिसकर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया। भाजपा, झाविमो-प्रा और तृणमूल के उम्मीदवारों और घटना के समय मौजूद पत्रकारों से कथित तौर पर मारपीट की गई। पत्रकार सोहन कुमार ने कहा, "हम पूरा घटनाक्रम कवर कर रहे थे। हमारे द्वारा अपनी पहचान बताए जाने के बावजूद पुलिस ने जानबूझकर मीडियाकर्मियों से मारपीट की। कैमरे छीन लिए गए और हमें घटना को कवर करने की इजाजत नहीं दी गई।"
झारखंड के मुख्य चुनाव आयुक्त पी.के. जजोरियो गुरुवार रात स्थिति का जायजा लेने घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने पत्रकारों को बताया, "सब कुछ किसी संशय के चलते हुआ। कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया है।"