जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कट्टरपंथी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी से कहा कि वह उस दूत की पहचान करें, जिसने उनके अनुसार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता नरेंद्र मोदी की तरफ से उनसे संपर्क किया था। गिलानी ने मीडियाकर्मियों को शुक्रवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में बताया कि दो कश्मीरी पंडितों ने उन्हें मोदी से बातचीत करने के लिए दिल्ली बुलाया था।
गिलानी ने कहा कि दो लोगों ने कहा कि उन्होंने मोदी के दूत के रूप में उनसे संपर्क किया है। भाजपा ने कहा कि पार्टी के किसी नेता ने कश्मीरी अलगाववादी नेता से संपर्क नहीं किया है। दावे-प्रतिदावे के बीच उमर ने ट्विटर पर लिखा, "तो फिर कौन झूठ बोल रहा है, गिलानी या मोदी के लोग? बहुत आसान है पता लगाना- गिलानी मोदी की तरफ से आए दूत की पहचान करें।"
गिलानी ने यह भी कहा कि कश्मीर के कुछ अलगाववादी नेता मोदी के दूतों के साथ पहले से संपर्क में हैं। हुर्रियत के उदारवादी धड़े के प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक, गिलानी के बयान पर अपना पक्ष स्पष्ट करने के लिए शनिवार को एक बयान जारी कर सकते हैं।